നെൽകർഷകർക്ക് 3100 രൂപ എംഎസ്പി ലഭിക്കുമെന്ന് ഒഡീഷ ബിജെപി പ്രതിജ്ഞയെടുത്തു: ബലംഗീർ റാലിയിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
പോഷൻ അഭിയാൻ കീഴിൽ, ഗർഭിണികൾക്കായി, ഒഡീഷയിലെ ഓരോ സഹോദരിയുടെയും ബാങ്ക് അക്കൗണ്ടിലേക്ക് ഞാൻ 6,000 രൂപ അയയ്ക്കുന്നു, എന്നാൽ ഇവിടുത്തെ സർക്കാർ ഈ പദ്ധതി നിർത്തിവച്ചു: പ്രധാനമന്ത്രി

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

जय श्री राम!!

जय श्री राम!!

बलांगीर रा अधिष्ठात्री देवी मां पाटनेश्वरी नकु मोर कोटि कोटि जुहार! मां शमलेश्वरी, मां सुरेश्वरी और मां लंकेश्वरी के चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम।

इतनी विशाल संख्या में यहां आप आए हैं, विशेष रूप से माताएं-बहनें आई हैं। यह देख कर के और जहां-जहां मैं उड़ीसा में गया हूं, मैं साफ कह सकता हूं कि ओडिशा में बीजेडी सरकार की विदाई का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। पूरा ओडिशा एक सुर में कह रहा है- उड़ीसा रे प्रथम थर हेब डबल इंजीन सरकारl ओडिशा में पहली बार...डबल इंजन सरकार!

भाइयों और बहनों,

आप मुझे एक बात बताइए, यह उड़ीसा मोदी प्रधानमंत्री बना उसके बाद उड़ीसा का जन्म हुआ क्या। मेरा सवाल समझे आप। क्या मोदी के बाद उड़ीसा आया क्या। पहले था कि नहीं। हजारों साल से था कि नहीं। उड़िया भूमि, उड़िया संस्कृति हजारों साल पुरानी है कि नहीं है। लेकिन कांग्रेस ने सिर्फ यहां की गरीबी की तस्वीरें ही दुनिया को दिखाई। बीजेडी वालों ने भी ना तो गरीबी दूर करने के लिए कुछ किया और ना ही कांग्रेस के प्रयासों को रोकने की हिम्मत दिखाई। लेकिन साथियों, भगवान जगन्नाथ का ये बेटा, आपका ये बेटा, ओडिशा की गौरवमयी धरोहर को मां भारती का सर्वश्रेष्ठ आभूषण मानता है। साल 2022 में हमने बलांगीर के ही नरसिंह प्रसाद गुरी जी को पद्म सम्मान दिया। आप देखिए, इस वर्ष 4 ओडिया कलाकारों- बिनोद कुमार पसायत जी, भागबत प्रधान जी, गोपीनाथ स्वैनजी और बिनोद महराना जी, इनको पद्म पुरस्कार दिया गया है। क्योंकि इन्होंने ओडिया कला-संस्कृति की सेवा की है। जब दिल्ली में G-20 सम्मेलन हुआ, पूरी दुनिया के बड़े-बड़े नेता आएतो मैंने वहां कोणार्क सूर्यमंदिर के चक्र के सामने उनकी तस्वीरें खिंचवाई। और आज दुनिया के यह बड़े बड़े नेताओं के घर में यह कोर्णाक के सूर्य चक्र वाली तस्वीर है। पूरी दुनिया में है, ये हमारी सरकार है जिसने ओडिया वीरता के प्रतीक, पाइका संग्राम के मेमोरियल को स्वीकृति दी। हमारी सरकार ने पाइका संग्राम के सम्मान में एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। और सबसे बड़ी बात, ये भाजपा की सरकार है जिसने पहली बार एक आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया। आज ओडिशा की बेटी देश की तीनों सेनाओं को कमांड करती है। आज उड़ीसा की बेटी राष्ट्र का गौरव है। आज उड़ीसा की बेटी राष्ट्र को दिशा दे रही है। यह उड़ीसा का गौरव हमारे लिए है। मुझे बताइए जब उड़ीसा की बेटी इतने ऊंचे पद पर पहुंची तो आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। बताइए आपको गर्व होता है कि नहीं होता है। आपको गर्व होता है कि नहीं गर्व होता है। उड़ीसा का सम्मान बढ़ा कि नहीं बढा। माताओं बहनों का सम्मान बढा कि नहीं बढ़ा। आदिवासी समाज का सम्मान बढा कि नहीं बढ़ा। ये किसने किया, किसने किया, किसने किया, किसने किया, भाई किसने किया। अरे आपका जवाब गलत है। ये मोदी ने नहीं किया, आपके एक वोट ने कर दिया है। आपने वोट देकर के मोदी को बिठाया इसके कारण उड़ीसा का गौरव पूरी दुनिया में हो रहा है। यह आपके वोट की ताकत है। मोदी तो निमित्त है। देश की हर मां बहन बेटी को इसका गर्व है।

भाइयों और बहनों,

ओडिशा के लोग बहुत ही स्वाभिमानी होते हैं। वो कभी अन्याय के सामने झुकते नहीं हैं। जब भी मैं ओडिशा के बारे में सोचता हूं, मुझे जयी राजगुरु, बक्सी जगबंधु, वीर सुरेंद्र साई...ऐसे महापुरुषों का स्मरण होता है। मैं चंद्रशेखर बेहरा और उत्कलमणि गोपालबंधु दास जैसे महान व्यक्तित्वों को याद करता हूं। मैं शहीद बाजी राउत और उनके साथियों को याद करता हूं। मैं डॉक्टर हरेकृष्ण महताब और बीजू बाबू को याद करता हूं। मैं इस भूमि के सपूत महाराजा राजेंद्र नारायण सिंह देव जी को भी स्मरण करता हूं। इन सभी ने कभी ओडिशा के सिद्धांतों और इसकी अस्मिता से समझौता नहीं किया। आज ये लोग ओडिशा की स्थिति देखकर क्या सोचते होंगे। उनकी आत्मा पर कितनी बीतती होगी, कितनी दुखी होती होगी उनकी आत्मा। आज उड़िया संस्कृति संकटों में घिरी हुई है। उड़िया अस्मिता कैसे बचेगी। हम उड़िया अस्मिता को किसी के यहां गिरवी भी नहीं रख सकते हैं दोस्तों और इसलिए बीजेपी ने ठान लिया है कि वो ओडिशा को इन संकटों से निकालकर ही रहेगी। और भाइयों बहनों आप डायरी रखते हैं तो लिख लीजिए, आप लिख लीजिए 4 जून ये बीजेडी सरकार की एक्सपायरी डेट है। और मैं आपको अभी से निमंत्रण देता हूं आप लिख के रखिए, ये मोदी आपको निमंत्रण देने आया है। 10 जून को आपको भुवनेश्वर आना है, क्यों 10 जून को भुवनेश्वर क्यों आना है? क्यों आना है? 10 जून को भुवनेश्वर में बीजेपी का मुख्यमंत्री शपथ लेने वाला है। और यह भी लिख रखिए भुवनेश्वर में भाजपा का मुख्यमंत्री बनेगा और वह बनेगा जो उड़िया भूमि में जन्मा है जो यहां की संस्कृति को जीता है जो भगवान जगन्नाथ के चरणों में बड़ा हुआ है वही और एहा हेऊछी मोदी र ज्ञारेंटी!

भाइयों और बहनों,

ये उड़ीसा राज्य अमीर राज्य है। हिंदुस्तान के सबसे अमीर राज्यों में एक नाम उड़ीसा का है। लेकिन हिंदुस्तान के सबसे ज्यादा गरीबों का अगर कहीं रहना होता है तो उड़ीसा में होता है। यहां की जनता गरीबी से जूझ रही है। इतना धनवान प्रदेश, लोग गरीब क्यों है। 50 साल आपके बर्बाद हो चुके, 50 साल। अब उड़ीसा को बचाना है कि नहीं बचाना है। उड़ीसा की अस्मिता बचानी है कि नहीं बचानी है। उड़ीसा के बच्चों का भविष्य बचाना है कि नहीं बचाना है। और इसलिए मैं आज उड़ीसा के लिए आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं।

भाइयों-बहनों,

आप मुझे पूरी ताकत से बताइए, यह हमारे उड़ीसा की बर्बादी हुई। इतनी संपदा, प्राकृतिक संपदा का भव्य खजाना है यहां, लेकिन यहां बर्बादी ही बर्बादी है। इसका गुनहगार कौन है? इसका गुनहगार कौन है? इसका गुनहगार कौन है? उनको विदाई देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए। और अब तो आपके इलाके में मुख्यमंत्री आए चुनाव लड़ने के लिए। जरा गाजे बाजे के साथ कर दो भाई। अच्छा एक काम करना। अगर यहां आपके मुख्यमंत्री जो यहां से चुनाव लड़ने वाले हैं ना और हमारे यादव जी उनके खिलाफ लड़ रहे हैं शेर लड़ रहा है शेर। एक काम करना भाई। जब नवीन बाबू अगर गलती से भी यहां चुनाव प्रचार के लिए आ जाएं और अगर आपके नसीब में उनको मिलना हो जाए क्योंकि वो किसी को मिलते नहीं है लेकिन अगर आपका मिलना हो जाए तो उनको पूछिए कि आप जहां से चुनाव लड़ रहे हैं, ये कांताबाजी से चुनाव लड़ रहे हैं। उनको एक प्रश्न पूछोगे मेरी तरफ से। पूछोगे, नहीं पूछोगे भाई, 25 तक नहीं पूछा आपने, इसलिए ये आपकी हालत हुई है। उनको एक सवाल पूछना कि आप कांताबाजी से चुनाव लड़ रहे हैं वहां के बिना कागज लिए, हाथ में कागज नहीं रखना है, बिना कागज लिए 10 गांवों के नाम बोल दीजिए। बस इतना पूछ लीजिए। वे 10 गांवों के नाम नहीं बता पाएंगे। इतने साल मुख्यमंत्री रहे हैं और जहां चुनाव लड़ने आए हैं वहां के 10 गांव के नाम बिना कागज बोल दें, आप देखिए साहब वो यहां की जमीन से कटे हुए हैं, वो आपसे कटे हुए हैं, वो आपके दुख नहीं जानते, वो आपके सपनों को नहीं समझते हैं, वो आपके सामर्थ्य को नहीं जानते। भाइयों बहनों, और इसीलिए हमारा उड़ीसा इतना धनवान होने के बाद भी यहां के लोग गरीब हैं, मेरे गुजरात में इतने उड़िया लोग रहते हैं मैंने इनमें इतनी ताकत देखी है, इतना सामर्थ्य देखा है, इतने प्रतिभावान लोग हैं, मेरे गुजरात की आन बान शान बढ़ाने में काम कर रहे हैं, वो तो उड़ीसा लिए बहुत कुछ कर सकते हैं भाई। आपने करीब 25 साल तक BJD को अवसर दिया। बीजेडी नेताओं के पास बंगले हो गए, गाड़िया आ गईं, लेकिन यहां से नौजवान दादन के लिए मजबूर है, पलायन के लिए मजबूर है। आप मुझे बताइए साथियों, पलायन की ये परंपरा ये मजबूरी समाप्त होनी चाहिए कि नहीं, समाप्त होनी चाहिए कि नहीं, ये कौन करेगा? कौन करेगा? कौन करेगा? कौन करेगा? आप करेंगे पक्का, आपका वोट करेगा। कमल को असेंबली में भी, कमल को पार्लिमेंट में भी, कमल का बटन दबाइए समस्याओं का जाना शुरू हो जाएगा। यहां से साथी बहन संगीता कुमारी सदेव जी लोकसभा का चुनाव लड़ रही है और विधानसभा के हमारे कई विधायक साथी चुनाव लड़ रहे हैं। मैं इन सबसे आग्रह करूंगा जरा जो कैंडिडेट हैं वे आगे आ जाएं। ये हमारे मजबूत साथी हैं जो आपकी समस्याओं को दूर करने वाले हैं। (मैं एक मिनट उनको पास जाके आता हूं।) इनमें सबको जो असेंबली लड़ रहे हैं उनको एमएलए बनाइए और जो पार्लियामेंट लड़ रहे हैं उनको एमपी बनाइए और आप देखिए आपके देखते देखते बदलाव साफ साफ नजर आना शुरू हो जाएगा।

साथियों,

BJD की सरकार ने किसानों के साथ बहुत बड़ा धोखा किया है। यहां धान किसानों को अपना MSP तक नहीं मिलता। यहां धान मंडी घोटाला होता है। किसान का बहुत बड़ा हिस्सा कटनी-छटनी में चला जाता है। 2200 रुपए के आसपास का MSP तय है। लेकिन लोग बताते हैं कि 1600-1700 रुपए ही किसानों को मिल पाते हैं। 500-600 रुपया कट। इसलिए अब ओडिशा भाजपा ने बहुत बड़ी घोषणा की है। उड़ीसा भाजपा ने कहा है, आप एक-एक किसान को बताएंगे, एक-एक किसान को बताएंगे, जरा हाथ ऊपर करके बताइए तो मैं बोलूं। एक-एक किसान को बताएंगे, हर किसान को समझाएंगे। बीजेपी ने क्या वादा किया है? बीजेपी ने कहा है कि धान किसानों के पास से 3100 रुपये का यानि जो 1500-1600 है उसके सामने 3100 का एमएसपी धान किसानों को मिलेगा भाइयों। डबल हो जाएगा। यह किसानों को बताओगे अगर किसानों को नहीं बताओगे वो तो फिर जैसे जीता है वैसा जीता रहेगा। तो इतना काम कर दोगे ना भुवनेश्वर में सरकार बन जाएगी। और उनको यह भी बता दीजिए कि मोदी की गारंटी है कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद जैसा ही आपका धान लेंगे 48 घंटे में 48 घंटे में आपके खाते में सीधा पैसा जमा हो जाएगा। देखिए आपने यहां उड़ीसा के बगल में छत्तीसगढ़ है। छत्तीसगढ़ में भी भाजपा ने गारंटी दी थी और पहले 30 दिन में ही यह गारंटी पूरी कर दी। यहां के किसानों को छोटे-छोटे खर्चों के लिए चिंता ना करनी पड़े इस पर भी भाजपा का ध्यान है। बलांगीर के करीब ढाई लाख किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के साढ़े 500 करोड़ रुपए मिले हैं। मोदी कटहल-प्याज़ जैसी सब्जियां उगाने वाले किसानों की भी चिंता कर रहा है। हम पूरे देश में प्याज़ जैसी सब्जियों के लिए कोल्ड स्टोरेज के क्लस्टर बनाने वाले हैं। इसका फायदा यहां के सब्जी किसानों को होगा।

साथियों,

यहां बीजेडी की सरकार ने सिंचाई परियोजनाओं में भी घोटाला किया है। कितनी ही परियोजनाएं यहां दशकों से लटकी हुई हैं। बीजेडी सरकार यहां ना तो सिंचाई का पानी दे रही है और ना ही रोजगार। ओडिशा की जनता कब तक ऐसी जिंदगी जीती रहेगी? आपकी जिंदगी में बदलाव लाने की गारंटी मोदी देता है। हम सिंचाई का पानी भी देंगे, हम रोजगार के अवसर भी देंगे। यहां के कपास किसानों की मुश्किलें कम करने के लिए भी भाजपा सरकार पूरा प्रयास करेगी।

भाइयों और बहनों,

जब तक यहां BJD की भ्रष्टाचारी सरकार होगी, तबतक लाभार्थियों को पूरा हक नहीं मिल पाएगा। एक परिवार को जो कुछ चाहिए, वो मोदी उपलब्ध कराने में जुटा है। पक्का घर, शौचालय, बिजली, गैस सिलेंडर, नल और नल में जल, ये मोदी की योजनाएं हैं। अब मुफ्त चावल भी दिया जा रहा है। बलांगीर में करीब दो लाख परिवार ऐसे हैं, जिनको पक्के घर, मुफ्त बिजली कनेक्शन और नल कनेक्शन मिले हैं। ये तब है जब यहां BJD सरकार, इन योजनाओं में लूट-खसूट करती है। यहां भाजपा सरकार बनेगी, तो हर लाभार्थी को पूरा लाभ मिलेगा।

साथियों,

भाजपा सरकार के प्रयासों से पिछले 10 साल में, 10 करोड़ बहनें, ये आंकड़ा बहुत बड़ा है, 10 करोड़ बहनें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। मोदी ने इन समूहों से जुड़ी तीन करोड़ बहनों को, मेरी माताएं-बहनें यहां बैठी हैं। मोदी का लक्ष्य है, मुझे तीसरी बार सरकार बनाने के बाद तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना है। इस देश में गांव में तीन करोड़ लखपति दीदी बन जाए ना तो पूरी इकोनॉमी बदल जाएगी भाइयों बहनों। यह काम करना है। भाजपा सरकार होम स्टे के निर्माण के लिए भी, क्योंकि उड़ीसा में टूरिज्म की बहुत संभावना है। होम स्टे टूरिज्म के लिए बहुत उपयोगी बिजनेस हो गया है। जो मां-बहनें होम स्टे की व्यवस्था खड़ी करना चाहते हैं, ऐसी महिलाओं को भाजपा सरकार मदद करने को तैयार है। उड़ीसा भाजपा ने यहां की बहनों के लिए सुभद्रा योजना बनाने की भी घोषणा की है। महिलाओं को इससे बहुत मदद मिलेगी। यह योजना उनका बड़ा संबल बनेगी। महाप्रभु जगन्नाथ के आशीर्वाद से यह गारंटी भी पूरी की जाएगी। मोदी सरकार पहले ही माता बहनों के लिए पोषण अभियान चला रही है गर्भावस्था के दौरान हर बैंक के खाते में हर बहन के खाते में मैं दिल्ली से 6000 भेजता हूं लेकिन ये पैसे उड़ीसा की मेरी बहनों को मिल नहीं पाते क्योंकि उड़ीसा सरकार ने यहां इस योजना पर लोग रोक लगा रखी है, बताओ। अब गरीब माताओं-बहनों की सेवा भी ना करने दे ऐसी सरकार की कोई जरूरत है क्या। यहां की सरकार को आपकी कोई परवाह नहीं है। ऐसी सरकार को जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए। सबके सब बताओ तो पता चलेगा मुझे। ऐसी सरकार जानी चाहिए, ऐसी सरकार जानी चाहिए, ऐसी सरकार जानी चाहिए?

साथियों,

यहां ओडिशा में डबल इंजन की सरकार पक्की है। लेकिन इसके लिए लोकसभा हो या विधानसभा, आपका एक-एक वोट कमल के निशान पर भाजपा को मिलना चाहिए। आपका हर वोट जब आप इनको वोट देंगे ना, एमएलए को वोट देंगे, एमपी को वोट देंगे, कमल पर बटन दबाए ना तो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जमा हो जाएगा और वह मोदी की ताकत बढ़ा देगा, मोदी को मजबूत करेगा। तो आप कमल को वोट करेंगे, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएंगे। घर-घर जाएंगे, सुबह 10 बजे के पहले मतदान हो जाएगा। पहले मतदान फिर जलपान यह मंत्र काम करेगा। जब तक मतदान नहीं करेंगे, जलपान नहीं करेंगे, यह संकल्प ले सकते हैं। अच्छा मेरा एक काम करेंगे? क्यों भाई चुनाव में तो सब हुं कर रहे हो। मोदी जब कह रहा है मेरा काम करोगे तो चुप हो गए। अरे मेरा काम करोगे, जरा दोनों हाथ ऊपर करके बताओ, करोगे।0 जरा दोनों हाथ ऊपर करके बताइए करोगे, पक्का करोगे। अच्छा देखिए यहां से ज्यादा से ज्यादा परिवारों को जाकर के मिलिए और परिवारों को मिलकर के कहिए कि मोदी ने आपको मोदी ने आपको जय जोहार कहा है, जय जगन्नाथ कहा है। मेरा जय जगन्नाथ पहुंचा दोगे। हर परिवार में पहुंचा दोगे, मेरे नाम से पहुंचाना होगा पहुंचाओ?

बोलिए मेरे साथ भारत माता की।

भारत माता की।

भारत माता की।

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।