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കോൺഗ്രസ്-എസ്പി പോലുള്ള പാർട്ടികൾ എല്ലായ്‌പ്പോഴും പ്രീണന രാഷ്ട്രീയമാണ് പ്രയോഗിക്കുന്നത്: പ്രതിപക്ഷത്തെ പരിഹസിച്ച് പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
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മികച്ച ഭാവിയുടെയും വികസിത ഭാരതത്തിൻ്റെയും താക്കോൽ നിങ്ങളുടെ കൈകളിലാണ്: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി അലിഗഡിൽ ഒരു പൊതുയോഗത്തിൽ

अलीगढ़ यूपी

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय
राधे राधे !

इसी मैदान में मुझे कई बार अलीगढ़ के लोगों से मिलने का अवसर मिला है। पिछली बार जब मैं अलीगढ़ आया था। आपका मन भर जाए तो मैं बोलना शुरू करूं। आप इजाजत दें तो मैं बोलना शुरू करूं। हमारे लिए तो जनता जनार्दन की भगवान है। इजाजत है, राधे-राधे। मैं जब पहले अलीगढ़ आया था, तो आप लोगों से अनुरोध किया था कि सपा-कांग्रेस के परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की फैक्ट्री में ताला लगा दीजिएगा। याद है ना! आपने ऐसा मजबूत ताला लगाया, आपने ऐसा मजबूत ताला लगाया कि दोनों शहजादों को आज तक इसकी चाबी नहीं मिल रही।

आज मैं अलीगढ़ की जनता को, हाथरस के मेरे भाई-बहनों को एक प्रार्थना करने आया हूं। आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। आपसे मेरी प्रार्थना ये है कि अच्छे भविष्य की, विकसित भारत की चाबी भी आपके ही पास है। अब देश को गरीबी से पूरी तरह से मुक्त करने का समय आ गया है। अब देश को भ्रष्टाचार से पूरी तरह मुक्त कराने का समय आ गया है। अब देश को परिवारवादी राजनीति से मुक्त कराने का समय आ गया है। और इसके लिए जरूरी है- फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

इस बार अलीगढ़ में 26 अप्रैल को और हाथरस में 7 मई को मतदान है। आपको अलीगढ़ से मेरे छोटे भाई भाई सतीश गौतम जी को और हाथरस से मेरे साथी अनूप वाल्मीकी जी को भारी मतों से जिताना है। और इसके लिए आपका आशीर्वाद चाहिए। आप यहां वोट भले सतीश जी और अनूप जी को देते होंगे, लेकिन ये पक्का मानिए, जब कमल के निशान पर बटन दबाएंगे तो मोदी को सीधा आपका वोट मिल जाएगा। तो मैं ये वोट मोदी के लिए मांगने के लिए आया हूं। आपका आशीर्वाद मिलेगा, आपका आशीर्वाद मिलेगा, भरपूर मिलेगा।

आपको एक और बात याद रखनी है। एक तरफ फसल की कटाई का समय है। शादी ब्याह का भी समय है। गर्मी तो पूछो मत। सब कुछ है लेकिन देश से बड़ा कुछ नहीं होता। देश से बड़ा कुछ होता है होता है। देश का इतना बड़ा महत्वपूर्ण चुनाव है। हमें सारे काम छोड़ करके वोट करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। सुबह-सुबह वोट करना बहुत जरूरी है।..करोगे। धूप निकलने से पहले वोट हो जाए। जलपान से पहले मतदान हो जाए। आपकी एक-एक वोट का बहुत महत्व है। अब आप देखिए पहले आए दिन बॉर्डर पर बम गोली चलाते थे। गोलियां चलते थे और आए दिन हमारे वीर सपूत शहीद होते थे। तिरंगे में लिपट करके उनका शरीर घर लौटता था। आज यह सब बंद हो गया कि नहीं हो गया। सबकी बोलती बंद हो गई कि नहीं हो गई। पहले आए दिन आतंकी बम फोड़ते थे सीरियल ब्लास्ट होते थे। अयोध्या को नहीं छोड़ा काशी को नहीं छोड़ा। हर बड़े शहर में आए दिन बम धमाका। अब सीरियल बम धमाका पर भी पुल स्टॉप लग गया है कि नहीं लग गया है। और जो फर्स्ट टाइम वोटर है ना उनको याद नहीं होगा। वह 5 साल 7 साल 8 साल 10 साल के होंगे। जरा याद कीजिए। आपके परिवार में पूछिए उस समय अखबारों में टीवी पर एडवर्टाइजमेंट आता था और एडवर्टाइजमेंट क्या होता है कि कहीं पर भी कोई लावारिस चीज दिखाई दे तो उससे दूर रहना, उसे छूना मत। कहीं बैग दिखाई दे, कहीं स्कूटर दिखाई दे, कहीं टिफिन का बॉक्स दिखाई दे। उधर पास मत जाना। तुरंत पुलिस को जानकारी देना कि आए दिन सूचना दी जाती थी। एयरपोर्ट पर जाओ तो इसका अनाउंसमेंट होता था। बस स्टेशन पर जाओ तो अनाउंसमेंट होता था। रेलवे स्टेशन पर जाओ तो अनाउंसमेंट होता था कि लावारिस चीजों को हाथ मत लगाओ। ये मेरे फर्स्ट टाइम वाटर जो है ना वह बहुत छोटे थे। उनको मालूम नहीं होगा यह, सरकार लगातार सूचना देती थी, क्यों? क्योंकि ये लावारिस चीजों में रखे जाते थे। कोई निर्दोष व्यक्ति उसको हाथ लगाता था तो मौत के घाट उतर जाता था।

भाइयों-बहनों,

यह मोदी-योगी का कमाल है कि सारा बंद हो गया, हुआ कि नहीं हुआ, शांति मिली कि नहीं मिली। जब शांति सुरक्षा मिलती है तो विकास होता है कि नहीं होता है। पहले आर्टिकल-370 के नाम पर जम्मू कश्मीर में अलगाववादी शान से जीते थे और हमारे फौजियों पर पत्थर चलते थे। अब इन सब पर भी फुल स्टॉप लग गया है। पहले अलीगढ़ में भी आए दिन कर्फ्यू लगता था। अगल-बगल के लोगों को अलीगढ़ आना है तो फोन करके पूछते थे कि भाई शांति है ना, मैं आऊं तो चलेगा। शादी की तारीख तय करनी हो तो पूछते थे यार कहीं दंगा हो जाए। ऐसे इलाके में शादी नहीं करेंगे। कहीं और करेंगे। यह गया कि नहीं गया। यह योगी जी ने करके दिया है आपको। दंगे, हत्या, गैंगवॉर, फिरौती, ये तो सपा सरकार का ट्रेड मार्क ही था। और उनकी राजनीति भी उसी से चलती थी। एक समय था, जब हमारी बहन-बेटियां घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। योगी जी की सरकार में अपराधियों की हिम्मत नहीं है कि वो नागरिकों का अमन-चैन बिगाड़ें।

साथियों,

कांग्रेस-सपा जैसी पार्टियों ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की और मुसलमानों के राजनीतिक-सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए कभी कुछ नहीं किया। और जब मैं पसमांदा मुसलमानों की मुसीबत की चर्चा करता हूं तो इनके बाल खड़े हो जाते हैं। क्योंकि उपर के लोगों ने मलाई खाई है और पसमांदा मुसलमानों को उसी हालत में जीने के लिए मजबूर कर दिया है। यहीं इसी क्षेत्र में तीन तलाक से पीड़ित कितनी ही बेटियों का जीवन तबाह हो गया था। और सिर्फ बेटियों का नहीं उसके पिता भाई परिवार सब परेशान हो जाते थे। अब मोदी ने तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर उनका जीवन सुरक्षित किया है। पहले हज कोटा कम होने की वजह से कितनी मारामारी होती थी, उसमें भी रिश्वतखोरी चलती थी और ज्यादातर रसूखदार लोग ही जा पाते थे। मैंने सउदी अरब के क्राउन प्रिंस से आग्रह किया था कि हमारे भारत के मुसलमान भाई-बहनों के लिए हज का कोटा बढ़ाएं। आज ना सिर्फ भारत का हज कोटा बढ़ा है बल्कि वीजा नियमों को भी आसान बनाया गया है। सरकार ने एक और बहुत बड़ा फैसला लिया, पहले हमारी मुस्लिम माताएं-बहनें अकेले हज के लिए जा नहीं सकती थीं। सरकार ने महिलाओं को बिना मेहरम हज जाने की अनुमति भी दी है। मुझे हजारों ऐसी बहनें आशीर्वाद दे रही हैं, जिनका हज जाने का सपना पूरा हुआ।

साथियों,

कांग्रेस-सपा जैसी भ्रष्ट पार्टियों ने आपकी परेशानियों की कभी परवाह नहीं की। गरीब को पैसे देकर भी पूरा राशन नहीं मिलता था। बिचौलिए लूट लेते थे। आज अलीगढ़ और हाथरस के लाखों साथियों को मुफ्त राशन मिल रहा है, पूरा राशन मिल रहा है। अलीगढ़ और हाथरस के लाखों परिवारों को आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा भी मिली है। अब मोदी की गारंटी है कि देश के हर परिवार में जो बुजुर्ग माता-पिता हैं, दादा-दादी, नाना-नानी हैं, चाचा-चाची है, अब उम्र् के कारण और कोई काम तो कर नहीं पाते और उम्र के कारण कोई ना कोई बीमारी आ ही जाती है। अब आपका डबल जिम्मा होता है, एक तो परिवार के बुजुर्गों को संभालना, दूसरा जिम्मा होता अपने बच्चों का भविष्य बनाना। उसमें बुजुर्ग कोई बीमार हो गए तो सारा बोझ पर आ जाता है। मोदी है जिसे आपकी भी चिंता है। मोदी ने गारंटी दी है कि आपके परिवार के 70 साल की ऊपर की आयु के कोई भी बुजुर्ग माता-पिता को 5 लाख रुपए तक की मुफ्त इलाज की चिंता यह बेटा करेगा।

भाइयों-बहनों

यह राशन मिल रहा है। यह इलाज मुफ्त में मिल रहा है। घर मिल रहे है। यह सब किसने किया, यह सब किसने किया, आपका जवाब गलत है। यह मोदी ने नहीं किया है। यह आपका वोट ने किया है। आपकी वोट की ताकत है जिसके कारण गरीब का भला हो रहा है। और इसका जो पुण्य है ना आप भी उसके उतने ही हकदार हैं।

भाइयों और बहनों,

आजकल जब मैं कहता हूं कि 10 साल में जो किया वो ट्रेलर है, अभी तो बहुत सारा काम करना है...और जब मैं इतनी सारी बातें बताता हूं न तो सपा-कांग्रेस वाले को समझ ही नहीं आता ये मोदी कहां ले जा रहा है। बोले पहले तो हम तू-तू मैं-मैं में राजनीति करते थे, अब मोदी इतनी बड़ी दुनिया की तरफ देश को ले जा रहा है, वो मोदी के साथ कदम ही नहीं मिला पा रहे हैं। अब इस क्षेत्र में ही देखिए, अलीगढ़ में हवाई अड्डा बन गया, पड़ोस में जेवर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन रहा है, गाजियाबाद- अलीगढ़ नेशनल हाईवे बन गया, अलीगढ़-कानपुर नेशनल हाईवे बन गया, हाथरस भी मथुरा-बरेली एक्सप्रेसवे से जुड़ रहा है, अलीगढ़ और हाथरस दोनों रेलवे स्टेशन, आधुनिक बनाए जा रहे हैं, AMU तो थी ही यहां, अब राजा महेंद्र प्रताप यूनिवर्सिटी का निर्माण भी पूरा होने वाला है...ऐसे ढेर सारे काम इस क्षेत्र में हुए हैं। अब आप मुझे बताइए...इतने सारे काम हो जाए, तो किसी को भी आराम करने का मन कर जाय कि न कर जाय। कर जाए कि न कर जाय। लेकिन ये मोदी है, आपके लिए जीता है, वो रुकना जानता नहीं है। और इसीलिए क्योंकि मैंने तय किया है, आपका सपना ही मेरा संकल्प है। मेरा पल-पल आपके नाम है। मेरा पल-पल देश के नाम है। 24/ 7 फॉर 2047. न मोदी रुकने वाला है, न मोदी थकने वाला है, और न मोदी मौज करने के लिए पैदा हुआ है। मोदी मेहनत के लिए पैदा हुआ है। मैं आपके भविष्य के लिए, आपके बच्चों के भविष्य के लिए मेहनत करने में कोई कमी नहीं रखूंगा।

साथियों,

ये इंडी गठबंधन वाले इतनी निराशा में डूबे लोग हैं, कि भविष्य की ओर देखने के लिए हौसला ही नहीं रहा। ये कहते हैं कि मोदी विकसित भारत की बात क्यों करता है। ये कहते हैं कि मोदी भारत को तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाने की बात क्यों करता है। ये लोग अपने परिवार और सत्ता के लोभ के अलावा कुछ नहीं करते और जनता से छलावा करते रहते हैं।

साथियों,

कांग्रेस और इंडी गठबंधन के एक और खतरनाक इरादे से मैं आज देश के लोगों को, अलीगढ़ के लोगों को आगाह कर रहा हूं। मैं देशवासियों को आगाह करना चाहता हूं। कांग्रेस और इंडी गठबंधन की नजर, अब आपकी कमाई पर है, आपकी संपत्ति पर है। कांग्रेस के शहज़ादे का कहना है कि उनकी सरकार आई तो कौन कितना कमाता है, किसके पास कितनी प्रॉपर्टी है, किसके पास कितना धन है। किसके पास कितने मकान हैं। उसकी जांच कराएंगे। इतना ही नहीं वो आगे कहते हैं, ये जो संपत्ति है, उनको सरकार अपने कब्जे में लेकर उसको सबको बांट देगी, ये कहते हैं। ये मेनिफेस्टो उनका कह रहा है।

भाइयों और बहनों,

आप सोचिए, हमारी माताओं-बहनों के पास सोना होता है। ये सोना अवसरों पर सिर्फ शरीर पर पहन करके प्रभाव पैदा करने के लिए नहीं होता है। हमारे देश में माताओं और बहनों के पास जो सोना होता है, कितना ही कम क्यों न हो। वो स्त्रीधन होता है। पवित्र माना जाता है। कानून भी उसकी रक्षा करता है। अब कानून बदलकर हमारी माताओं-बहनों की संपत्ति छीनने का भी खेल खेला जा रहा है। उनका मंगलसूत्र, उस पर उन लोगों की नजर है। माताओं-बहनों का सोना चुराने का इरादा है। इतना ही नहीं, वो सर्वे करना चाहते हैं कि जो नौकरीपेशा वर्ग है, जो कर्मचारी है। उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए, बच्चों की शादी के लिए, जो FD की है, फिक्स डिपोजिट की है। किसकी कितनी सैलरी है और कितनी एफडी है, उसकी भी जांच होगी। किसके पास एक वाहन है, किसके पास दो वाहन हैं, उसकी भी जांच होगी। यानि किसके पास कितनी ज़मीन है, उसकी भी जांच होगी। व्हीकल कितने हैं, उसकी जांच होगी। कांग्रेस इसका सर्वे कराएगी और फिर कांग्रेस कब्जा करेगी। सरकार के नाम पर कब्जा करके आपकी संपत्ति को छीनकर के बांटने की बात कर रही है। कांग्रेस यहां तक जाएगी, अगर आपका गांव में पुराना पैतृक घर है, बच्चों को भविष्य के लिए आपने शहर में छोटा फ्लैट ले लिया। और अगर पता चला कि आपका गांव में भी एक घर है, तो दो में से एक छीन लेंगे। आपको दो की जरूरत नहीं है। जिसको नहीं, उसको दे देंगे। कांग्रेस के लोग कहेंगे कि आपके पास गांव में एक घर तो पहले से ही है। ये माओवादी सोच है...? ये कांग्रेसियों की सोच है। ऐसा करके वो कितने ही देश को पहले ही बर्बाद कर चुके हैं।अब यही नीति, ये कांग्रेस पार्टी और इंडी अलायंस भारत में लागू करना चाहती है।आपकी मेहनत की कमाई, आपकी संपत्ति पर कांग्रेस अपना पंजा मारना चाहती है। आपका स्त्री धन लूटना चाहती है। माताओं-बहनों का मंगलसूत्र अब सलामत नहीं रहेगा। ये कांग्रेस ने कहा है। इन परिवारवादी लोगों ने देश के लोगों को लूटकर अपना इतना साम्राज्य बना लिया है। आज तक इन्होंने अपनी अकूत संपत्ति से देश के किसी गरीब को कुछ नहीं दिया। अब इनकी नजर देश के लोगों की संपत्ति पर पड़ गई है।

साथियों,

जनता के धन को लूटना, देश की संपत्ति को लूटने, कांग्रेस अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझती है। आपको याद होगा सेना की हर खरीद में घोटाले करने वाली कांग्रेस कभी यहां डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनवा सकती थी। बीजेपी की वजह से अब हमारा यूपी आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर सेना का बहुत बड़ा हब बनने जा रहा है। जो लोग योगी जी की पहचान सिर्फ बुलडोजर से करते रहते हैं, मैं उनकी आंखें खोलना चाहता हूं। उनकी आंखें खोलना चाहता हूं। उत्तर प्रदेश में आजादी के बाद जितना औद्योगिक विकास नहीं हुआ उतना अकेले योगी जी के कालखंड में हुआ, उनका वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट मिशन आज पूरे देश में नई इज्जत बना रहा है। आपने बुलडोजर-बुलडोजर की बातें कहीं, अगर विकास को कोई नई ऊंचाइयों पर ले गया है, तो वह योगी जी की सरकार ले गई है और काशी के सांसद का नाते मैं उत्तर प्रदेश का सांसद हूं। वे मेरे भी माननीय मुख्यमंत्री है। मैं गर्व अनुभव करता हूं कि मेरे पास ऐसे साथी हैं। कुछ दिन पहले ही हमने ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप फिलिपींस को निर्यात की है। आने वाले दिनों में ये घातक ब्रह्मोस मिसाइल भी हमारे यूपी में बनेंगी। अलीगढ़ में ब्रह्मोस मिसाइल, कौन होगा जिसे गर्व नहीं होगा।

साथियों,

डिफेंस कॉरिडोर के साथ ही इस क्षेत्र के पास डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर की भी ताकत है। मालगाड़ियों के लिए जो अलग रूट बनाया गया है, इससे यहां दूसरे उद्योगों को भी बहुत फायदा होगा। अलीगढ़...हाथरस...और आसपास के छोटे, लघु और कुटीर उद्योग...ये सभी विकसित भारत की ऊर्जा हैं। आपके काम को बढ़ावा मिले, इसलिए भाजपा वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट पर बल दे रही है। अलीगढ़ के ताले हों, हाथरस का हींग हो, मेटल उद्योग हो, गारमेंट उद्योग हो, गुलाल उद्योग हो, भाजपा सरकार हर उद्योग की ताकत बढ़ा रही है। यहां के लघु उद्योगों को मुद्रा योजना से भी बहुत मदद मिली है। मुद्रा योजना के तहत भी हम भाजपा ने 20 लाख रुपए तक का लोन देना तय किया है।

साथियों,

इस क्षेत्र में हमारे विश्वकर्मा साथी, भांति-भांति के काम से जुड़े हैं। कोई मूर्तिकार है, कोई पॉटरी काम करता है, कोई कपड़ा सिलता है, कोई जूते बनाता है। आपके लिए ही 13 हज़ार करोड़ रुपए की विशेष पीएम विश्वकर्मा योजना बनाई गई है।

साथियों,

मोदी की हर गारंटी का सीधा लाभार्थी, गरीब, दलित, पिछड़ा है। और इन गारंटियों का लाभ मध्यम वर्ग को भी होता है। फैक्ट्री वाले को, दुकान वाले को, मजदूर को, गाड़ी चलाने वालों को, सबको होता है। अब जैसे अलीगढ़ और हाथरस में गरीबों के 40 हजार से ज्यादा पक्के घर बन चुके हैं। इन घरों को बनाने के लिए जो सामान लगता है, वो तो यहां के कारखानों से, यहां की दुकानों से ही जाता है। यानि गरीब को घर मिला और बाकियों को उससे काम मिला। अब तो मोदी ने 3 करोड़ नए घर बनाने की गारंटी दी है। घर बनेगा तो सीमेंट लगेगा, ईंट लगेगी, टाइल भी लगेगी, दूसरा हार्डवेयर भी लगेगा..और झुग्गी-झोंपड़ी में रहता है, तो ताला लगता है क्या और घर मिल गया तो ताला भी लगेगा। और ताला अलीगढ़ से जाएगा। आप कल्पना कीजिए, कितने ही गरीबों का जीवन सुधरेगा, कितना कारोबार बढ़ेगा।

भाइयों और बहनों,

इस क्षेत्र को गंगा और यमुना, दोनों का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां खेती-किसानों को ताकत कैसे मिले, गन्ना किसानों की ताकत कैसे बढ़े, इसके लिए भाजपा लगातार काम कर रही है। हमने पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अभी तक करीब 3 लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में भेजे हैं। अब हमने सहकारी क्षेत्र में अनाज भंडारण की सबसे बड़ी योजना शुरु की है। बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में भी कहा है कि हम आलू-टमाटर-प्याज़ किसानों के लिए विशेष स्टोरेज क्लस्टर बनाएंगे। इसका बहुत अधिक लाभ अलीगढ़ और हाथरस के किसानों को होगा।

साथियों,

ये क्षेत्र ब्रज की देहरी है। चौरासी कोस परिक्रमा की धरती है। यहां खैरेश्वर महादेव और नौ देवी सिद्ध पीठ जैसे आस्था स्थल हैं। यहां तीर्थयात्रा और पर्यटन के लिए अद्भुत संभावनाएं हैं। इस धरती ने कल्याण सिंह-बाबू जी और अशोक सिंघल जी जैसी नवरत्नों को देश को दिया है। ये हम सभी के लिए कितने गर्व की बात है कि 500 साल बाद भव्य राम मंदिर हम देख रहे हैं। जब भव्य राम राम मंदिर के बाद आती है तो उनकी नींद उड़ जाती है। उनको लगता है कि ये 70-70 साल तक हम रोक कर बैठे थे। यह मोदी क्या आ गया। इतने साल में कोर्ट से जजमेंट भी आ गया। मंदिर ही बनना शुरू हो गया। मंदिर बन भी गया। प्राण-प्रतिष्ठा भी हो गई। लाखों श्रद्धालु भी आने लग गए। अब उनकी नींद उड़ गई है। मैं क्या करूं? बताओ। इसलिए इतने गुस्से में है कि प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को ठुकरा दिया। कोई ऐसा करेगा, करेगा क्या, मुझे प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण देने आए थे तो मैंने जूते निकाल करके उसे सर पर लगाया था। उसे अपना भाग्य मानता था। भव्य राम मंदिर, आज के भारत को विकसित होने का आशीर्वाद दे रहा है।

साथियों,

अब आपको विकसित भारत बनाने के लिए, भारत में एक मज़बूत सरकार बनानी है। इसके लिए भाजपा को वोट करना है, एनडीए को वोट करना है। मेरा आपसे एक और अनुरोध है कि आप घर-घर जाइए और मतदाताओं से बैठकर के बताइए की छुट्टियां हो शादी हो, कुछ भी हो लेकिन वोट करने जाएंगे। उनसे वादा करिए, पक्का वादा कीजिए। दूसरा काम जब मतदान होना तो उत्सव मनाइए अपने पोलिंग बूथ में। लोकतंत्र का उत्सव है, आनंद उत्सव होना चाहिए। छोटी-छोटी 15-15, 20-20 की टोलियों में मतदान करने के लिए जाएं और हमारे गांव वाले तो तुरंत गीत बना भी देते हैं। लोकतंत्र का जय-जयकार करते हुए जाएं और फिर मतदान करके वापस लौटे। तीसरा काम हमें पोलिंग बूथ जीतना है। हमें एक भी पोलिंग बहुत हारना नहीं है। घर-घर जाओगे हाथ ऊपर करके बताइए, घर-घर जाओगे। मतदाताओं को मिलकर के बात बताओगे। दरवाजे से पर्चा देकर नहीं ना है। घर-घर जाकर बैठना है। उनका पानी पीना है। उनसे 5 मिनट बात करनी है, करोगे। छोटे जुलूस निकालते हुए उत्साह मनाते हुए मतदान करोगे। पहले मतदान फिर जलपान। जब तक मतदान नहीं करेंगे, जलपान नहीं करेंगे। यह बात पक्की करोगे और फिर पोलिंग बूथ जीत कर दिखाओगे। पहले से रिकॉर्ड मत से उसे जीतोगे पक्का जीतोगे मेरा काम करोगे। मेरा पर्सनल काम है जरा हाथ ऊपर करके बताइए। घर-घर जाना और जाकर के कहना की अपने मोदी जी घर घर आए थे। मोदी जी आपको राधे- राधे कहा है, राम-राम कहा है। घर-घर मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय
भारत माता की जय
भारत माता की जय।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।