Last 10 years a 'trailer' for development, we have to take the country much forward: PM Modi in Meerut
India's credibility is at a new height, the whole world is looking at India with confidence, says PM Modi
I am taking action against corruption, and that's why some people have lost their patience: PM Modi in Meerut
In Meerut, PM Modi says we are working on the big decisions we need to make in the first 100 days of our next term

भारत माता की...

भारत माता की...

भारत माता की...

आप सबको राम-राम!
मेरठ की ये धरती क्रांति और क्रांतिवीरों की धरती है। इस धरती पर बाबा औघड़धाम, उसका आशीर्वाद है। इस धरती ने चौधरी चरण सिंह जैसे महान सपूत देश को दिए हैं। हमारी सरकार को उन्हें भारत रत्न देने का सौभाग्य मिला है। मैं चौधरी साहब को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, नमन करता हूं।

साथियों
मेरठ की इस धरती के साथ ही मेरा कुछ अलग ही रिश्ता है। आपको याद होगा, 2014 में और 2019 में मैंने अपने चुनाव अभियान की शुरूआत यहीं मेरठ से की थी। अब 2024 के चुनाव की पहली रैली मेरठ में ही हो रही है। साथियों, 2024 का ये चुनाव सिर्फ एक सरकार बनाने का चुनाव नहीं है। कौन सांसद बने कौन ना बने इसका चुनाव नहीं है। 2024 का ये चुनाव विकसित भारत बनाने के लिए है। 2024 का जनादेश भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनाएगा। मैं आपको याद करना चाहता हूं, जब भारत दुनिया में 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था था, तो भारत में चारों तरफ गरीबी थी। जब भारत 5वें नंबर पर पहुंचा, तो 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकलने में सफल हुए। और मैं आपको गारंटी देता हूं कि जब भारत दुनिया में नंबर-3 पर पहुंचेगा, तो देश में गरीबी तो दूर होगी ही लेकिन साथ-साथ एक सामर्थ्यवान, सशक्त मध्यम वर्ग देश को नई ऊर्जा देता होगा। और इसलिए आज पूरा देश कह रहा है... तीसरी बार...मोदी सरकार...। तीसरी बार...मोदी सरकार...। तीसरी बार...मोदी सरकार...। 4 जून...400 पार ! 4 जून...400 पार ! 4 जून...400 पार !

साथियों,
मैंने लाल किले से कहा था- यही समय है, सही समय है।
भारत का समय आ गया है, भारत चल पड़ा है।
आज भारत में तेज़ी से आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहा है।
आज भारत इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर अभूतपूर्व निवेश कर रहा है।
आज हर सेक्टर में नौजवानों के लिए अनगिनत नए अवसर बन रहे हैं।
आज देश की नारीशक्ति, नए संकल्पों के साथ आगे आ रही है।
आज भारत की साख दुनिया भर में भारत की साख नई ऊंचाई पर है, इतना ही नहीं पूरी दुनिया भारत को भरोसे से देख रही है।
हमारी सरकार भी तीसरे कार्यकाल की तैयारी में अभी से जुट गई है।
हम आने वाले 5 साल का रोडमैप बना रहे हैं। नई सरकार बनने के बाद पहले 100 दिनों में हमें कौन-कौन से बड़े फैसले लेने हैं, इस पर तेजी से काम चल रहा है। पिछले 10 वर्षों में विकास का जो मोमेंटम बना, वो अब और तेजी से आगे बढ़ेगा। इन 10 वर्षों में तो आपने विकास का ट्रेलर ही देखा है। अभी तो हमें देश को बहुत आगे लेकर जाना है।

भाइयों और बहनों,
मोदी को आज की पीढ़ी के साथ ही, आने वाली पीढ़ियों की भी चिंता है। देश की आने वाली पीढ़ियों को पुरानी चुनौतियों में अपनी ऊर्जा ना खपानी पड़े, मैं इसके लिए भी काम कर रहा हूं। NDA सरकार के 10 साल का रिपोर्ट कार्ड आपके सामने है। इन 10 सालों में ऐसे अनेक काम हुए हैं, जिनको पहले असंभव मान लिया गया था। अब आप देखिए... अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनेगा, ये लोगों को असंभव लगता था। लेकिन राम मंदिर भी बना है और हर रोज वहां लाखों लोग दर्शन के लिए भी जा रहे हैं। और आपने देखा है...
ब्रज में कान्हा और राधा तो हर बार की तरह होली खेले ही, इस बार अवध में रामलला ने भी खूब होली खेली।

साथियों,
हमारे देश में हमारी सेना को वन रैंक-वन पेंशन को लेकर भी पहले कितने वायदे किए गए। कभी देश में वन रैंक वन पेंशन लागू होगा, ये हमारे सेना के जवानों ने आशा छोड़ दी थी। ये भी असंभव लगता था। लेकिन हमने ना सिर्फ वन रैंक वन पेंशन लागू किया बल्कि हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले पूर्व सैनिकों को उनके हक का एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा दिया। साथियों तीन तलाक के विरुद्ध एक सख्त कानून भी लोगों को असंभव लगता था। आज तीन तलाक के खिलाफ ना सिर्फ कानून बन चुका है बल्कि ये हजारों मुस्लिम बहनों की जिंदगी भी बचा रहा है। लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण भी पहले असंभव लगता था। लेकिन नारीशक्ति वंदन अधिनियम भी आज सच्चाई बन चुका है। साथियों, जम्मू कश्मीर में आर्टिकल-370 कभी हटेगा, ये भी लोगों असंभव लगता था। लेकिन आर्टिकल 370 भी हटा है और जम्मू-कश्मीर का तेज विकास भी हो रहा है। और इसलिए आज लोग बीजेपी के 370 सीटों का आशीर्वाद भी दे रहे हैं।

साथियों,
ये मोदी गरीबी से तपकर आज यहां पहुंचा है, और इसलिए हर गरीब का दुख, हर गरीब की पीड़ा, हर गरीब की तकलीफ मोदी भलीभांति समझता है। इसलिए हमने गरीब की हर चिंता को दूर करने के लिए योजनाएं बनाईं। गरीब को इलाज की चिंता ना हो, इसलिए हमने 5 लाख रुपए तक के मुफ्त इलाज वाली आयुष्मान योजना बनाई। गरीब को राशन की चिंता ना हो, इसलिए हमारी सरकार 80 करोड़ जरूरतमंदों को मुफ्त राशन दे रही है। जिसको किसी ने नहीं पूछा, उसको मोदी ने पूजा है। हमने गरीब को सिर्फ सशक्त ही नहीं किया है बल्कि गरीब को उसका स्वाभिमान हमने लौटाया है। ये हमारी सरकार है जिसने 50 करोड़ गरीबों के बैंक खाते खोले हैं। ये हमारी सरकार है जिसने 4 करोड़ गरीबों को पक्के घर बनाकर दिए हैं।
य़े हमारी सरकार है जिसने 11 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाकर महिलाओं की गरिमा की रक्षा की है। ये हमारी सरकार है जिसने ढाई करोड़ से ज्यादा घरों में बिजली कनेक्शन देकर उनके जीवन से अंधेरा दूर किया है।

भाइयों और बहनों,
बीते 10 वर्ष, देश में माताओं-बहनों-बेटियों के लिए सुविधा, सुरक्षा और सम्मान के रहे हैं। आने वाले 5 साल, नारीशक्ति की समृद्धि के होने वाले हैं। देश में करोड़ों बहनों-बेटियों को हमने पहली बार उद्यमी बनाया। उनके लिए फौज के, दूसरी नौकरियों के दरवाज़े खोल दिए। पुलिस हो या फिर अर्धसैनिक बल हों, इसमें आज बेटियों की संख्या दोगुने से अधिक हो चुकी है। मुद्रा योजना ने करोड़ों बहनों को पहली बार अपना बिजनेस शुरू करने का संबल दिया है। पिछले 10 वर्षों में 10 करोड़ बहनें स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं। इससे गांव की हमारी बहनों को अतिरिक्त कमाई होने लगी है। और मोदी का सपना भी है और मोदी की गारंटी भी है। अब देश की 3 करोड़ महिलाओं को, ये मोदी की गारंटी सुन लीजिए, और 2029 में मेरे से हिसाब भी मांग लेना। ये मोदी की गारंटी है तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने पर काम कर रहा है।

साथियों,
नमो ड्रोन दीदी योजना भी गांव में बहनों का भाग्य बदलने जा रही है। इसके तहत महिला स्वयं सहायता समूहों को आधुनिक ड्रोन दिए जा रहे हैं। ये ड्रोन हमारी खेती का भविष्य बदलने वाले हैं ये खेती काम आसान बनाने वाले हैं। जब गांव की बेटियां ड्रोन पायलट बनेंगी, तो उनका गौरव भी बढ़ेगा और उनकी कमाई भी बढ़ेगी और किसानी भी सरल हो जाएगी।

साथियों,
बीते 10 वर्षों में देश ने देखा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कितनी बड़ी लड़ाई हमने शुरू की है। हमने सुनिश्चित किया है कि गरीब का पैसा, बीच में कोई और ना हड़प पाए। हमारी सरकार ने कागजों से 10 करोड़ फर्जी लाभार्थी हटाए हैं। आप हैरान हो जाएंगे, पहले ऐसी सरकार चलती थी, जिनका जन्म ही नहीं हुआ ऐसे लोगों के नाम पर पैसे जाते थे। ऐसे दस करोड़ नाम हटाने की मोदी ने हिम्मत की है। और ऐसा करके हमने आपके देशवासियों के पौने तीन लाख करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचाए हैं। लेकिन भाइयों और बहनों, मैं भ्रष्टाचार पर कार्रवाई कर रहा हूं, इससे कुछ लोग बौखला गए हैं। वो अपना आपा खो बैठे हैं और मेरे प्यारे देशवासियों ‘मैं कहता हूं, मोदी की गारंटी कहती है मोदी का मंत्र है भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ’। ये चुनाव इन दो खेमों की लड़ाई है। एक खेमा एनडीए का जो भ्रष्टाचार को हटाने के लिए मैदान में है, दूसरा वो खेमा जो भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए मैदान में है फैसला आपको करना है।
क्या भ्रष्टाचारियों को बचाना है?
क्या भ्रष्टाचारियों को बचाना है?
क्या भ्रष्टाचारियों को बचाना है?
भ्रष्टाचार जाना चाहिए की नहीं जाना चाहिए?
भ्रष्टाचार हटना चाहिए की नहीं हटना चाहिए?
भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए की नहीं होना चाहिए?
इसलिए भाइयों बहनों जब मोदी पूरी ताकत से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। तो इन लोगों ने मिलकर एक इंडी गठबंधन भी बना लिया है। इनको लगता है कि मोदी इनसे डर जाएगा। लेकिन मेरे लिए मेरा भारत-मेरा परिवार है। मैं अपने देश को भ्रष्टाचारियों से बचाने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं उनके खिलाफ एक बहुत बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। और इसलिए बड़े-बड़े भ्रष्टाचारी आज सलाखों के पीछे हैं। सुप्रीम कोर्ट तक जमानत नहीं मिल रही है। और इसलिए कई बड़े-बड़े भ्रष्टाचारियों को कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। और इसलिए पूरे देश में आपने टीवी पर देखा होगा, कहीं बिस्तर के नीचे से नोटों के ढेर निकल रहे हैं, कहीं दीवारों से नोटो के ढ़ेर निकल रहे हैं। और अभी-अभी तो मैंने देखा कि वॉशिंग मशीन में नोट के ढेर थे।

साथियों,
मैं भ्रष्टाचारियों पर सिर्फ कार्रवाई ही नहीं कर रहा, लेकिन मेरे देशवासी मेरी बात समझ लीजिए मेरी गारंटी है, इन भ्रष्टाचारियों ने इन बेईमानों ने जिसका धन लूटा गया है, उस धन को मैं लौटा भी रहा हूं। कांग्रेस की सरकार के दौरान गरीबों का, छोटे निवेशकों का, बैंकों का, हजारों करोड़ रुपए हड़प लिया गया था। आपको खुशी होगी साथियों, हमने भ्रष्टाचारियों की संपत्ति जब्त करके 17 हजार करोड़ रुपए... कितने ?... 17 हजार करोड़ रुपए... कितने ?... कितने ?... कितने ?... 17 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मैंने उन, जिनके गए थे उनको वापस लौटा दिया है। जिनका पैसा गया है, उनके पैसे वापस मिले, इसके लिए मैं लगातार काम कर रहा हूं। ईडी ने जो संपत्ति जब्त की है और अगर रिकॉर्ड मिलता है, ये जिसके पैसे हैं उसी से गए हैं तो मोदी आपके पैसे वापस दिलवाने के लिए जी-जान से लड़ने वाला है। और मैं आज, ये मेरठ की धरती, क्रांतिकारियों की धरती, वीरों की धरती से भ्रष्टाचारी को साफ-साफ कह रहा हूं... भ्रष्टाचारी कान खोलकर सुन लें... ये मोदी पर चाहे कितने भी हमले करें, ये मोदी है.. रुकने वाला नहीं है। भ्रष्टाचारी चाहे कितना ही बड़ा क्यों ना हो एक्शन होगा... जरूर होगा। जिसने देश को लूटा है, उसे लौटाना ही पड़ेगा- ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,
मेरठ की इस धरती का देश की अखंडता और एकता से बड़ा रिश्ता रहा है। ये स्वतंत्रता सेनानी वीर मंगल पांडे की कर्मभूमि है। ये धरती धनसिंह कोतवाल जैसे शूरवीर की धरती है है। शौर्य की इस धरती से आज मैं पूरे देश को बताना चाहता हूं कि कैसे कांग्रेस और इंडी अलायंस देश की अखंडता और देश की एकता को तोड़ते रहे हैं।
आज ही कांग्रेस का ये एक और देशविरोधी कारनामा देश के सामने आया है। तमिलनाडु में भारत के समुद्री तट से कुछ दूर, कुछ किलोमीटर की दूरी पर श्रीलंका और तमिलनाडु के बीच में समंदर में एक टापू है, एक द्वीप है - कच्चाथीवू। अलग-अलग नाम भी लोग बोलते हैं कच्चाथीवू। ये द्वीप सुरक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। देश आजाद हुआ तब हमारे पास था और ये हमारे भारत का एक अभिन्न अंग रहा है। लेकिन कांग्रेस ने 4-5 दशक पहले कह दिया कि ये द्वीप तो गैर जरूरी है, फालतू है.. यहां तो कुछ होता नहीं है...और ये कहते हुए मां भारती का एक अंग, आजाद भारत में ये कांग्रेस के लोगों ने इंडी अलायंस के साथियों ने मां भारती का एक अंग काट दिया और भारत से अलग कर दिया। देश कांग्रेस के रवैये की कीमत आज तक चुका रहा है। भारत के मछुआरे मछली पकड़ने के लिए समंदर में जाते हैं, तमिलनाडु के हैं, केरल के हैं, पुडुचेरी के हैं, तेलंगाना के हैं, आंध्र के हैं, इस द्वीप की तरफ जाते हैं तो उनको गिरफ्तार कर लिया जाता है, उनकी बोच को कब्जा कर लिया जाता है। ये कांग्रेस के पाप का परिणाम है कि हमारे मछुआरे आज भी सजा भुगतते चले जा रहे हैं। और कांग्रेस पार्टी इतनी बड़ी उनकी पाप की जब बात आती है तो कांग्रेस की बोलती बंद हो जाती है। डीएमके जैसे दल, जो कांग्रेस के साथी है, वे भी मुंह पर ताला लगाकर बैठ जाते हैं। आप मुझे बताइए, क्या ऐसा इंडी गठबंधन जिसने मां भारती का टुकड़ा करके दे दिया, क्या ऐसा गठबंधन देशहित में कोई फैसला ले सकता है क्या? देश का भला कर सकता है क्या? क्या देश को एक रख सकता है क्या?

साथियों,
इंडी गठबंधन वाले ना देश के जवानों का हित सोच सकते हैं ना ही देश के किसानों का हित सोच सकते हैं, ना ही देश के मुछुआरों का हित सोच सकते हैं। किसानों से नफरत करने वाले इंडी गठबंधन ने चौधरी चरण सिंह जी को भी उचित सम्मान नहीं दिया। जब चौधरी साहब को भारत रत्न पर संसद में चर्चा हो रही थी, तब इंडी गठबंधन ने पार्लियामेंट के अंदर जो किया, वो पूरे देश ने देखा है। जब हमारे छोटे भाई जयंत चौधरी संसद में चौधरी चरण सिंह जी के भारत रत्न के सम्मान को लेकर के बोलने के लिए खड़े हुए तो उनकी आवाज को रोकने की कोशिश की गई। भाई जयंत चौधरी को अपमानित करने का प्रयास किया गया। कांग्रेस और सपा को देश के किसान, इस क्षेत्र के लोगों से घर-घर जाकर माफी मांगनी चाहिए। और यहां का एक-एक नागरिक कभी भी कांग्रेस और सपा जैसे उनके साथियों को कभी माफ नहीं कर सकते।

साथियों,
चौधरी साहब ने अपना जीवन किसानों की समृद्धि के लिए समर्पित किया था। हमारी सरकार भी किसानों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए काम कर रही है। यहां तो इतनी बड़ी अनाज मंडी है...यहां की गुड़ की मंडी है सारे देश में जानी जाती है। आप भूले नहीं होंगे कि कैसे आप गन्ना किसानों को परेशान किया गया था। गन्ना किसानों के हजारों करोड़ रुपए बकाया होना, सामान्य बात हो गई थी। चीनी मिलों को धड़ाधड बंद किया जा रहा था, कौड़ियों के भाव बेचा जाता था। मोदी ने किसानों के साथ हो रही ये सारी हेरा-फेरी बंद करा दी है।

साथियों,
हम गन्ने की खेती को चीनी और गुड़ तक सीमित नहीं रखना चाहते।
हम देश की हर गन्ना बेल्ट को देश की ऊर्जा बेल्ट भी बनाना चाहते हैं। गन्ने से बनने वाले इथेनॉल से गाड़ियां चलें, इसके लिए आज देश भर में काम हो रहा है। 10 वर्ष पहले सिर्फ 40 करोड़ लीटर इथेनॉल ही बनता था, आज 500 करोड़ लीटर इथनॉल का उत्पादन हो रहा है।
इथेनॉल की खरीद बढ़ने की वजह से 10 साल मे लगभग 70 हजार करोड़ रुपए देश के किसानों को मिले हैं।

साथियों,
हमारा निरंतर प्रयास है कि किसान की लागत कम और लाभ अधिक हो। इसलिए, पीएम किसान सम्मान निधि के जरिए यूपी के किसानों को हजारों करोड़ रुपए की मदद दी गई है। 500 करोड़ रुपए से ज्यादा तो यहां मेरठ के किसानों को मिले हैं। आज यूरिया की जो बोरी दूसरे देशों में 3 हजार रुपए तक में मिलती है वही बोरी हम किसानों को सिर्फ 300 रुपए से भी कम में दे रहे हैं। आप सभी किसानों की भंडारण की समस्या को दूर करने के लिए भी बीजेपी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। हमने दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना की शुरुआत की है। इसके तहत देश में 2 लाख से ज्यादा गोदाम बनाए जा रहे हैं। हमारी सरकार मिलेट्स-श्रीअन्न के लिए जो अभियान चला रही है, उसका भी बड़ा फायदा छोटे किसानों को मिल रहा है।

भाइयों और बहनों,
NDA सरकार आपके पैसे बचें, इस दिशा में लगातार काम कर रही है। हमने कम बिजली से ज्यादा रोशनी देने वाले LED बल्ब की योजना बनाई। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के बिजली बिल में हजारों करोड़ रुपए बचे। अब हम एक नई योजना लेकर आए हैं- और मैं तो चाहूंगा कि इस क्षेत्र के लोग इस योजना का भरपूर फायदा उठाए। हमारी नई योजना है पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना। इसके तहत आपके घर का बिजली का बिल जीरो... फ्री बिजली हर परिवार को मिलेगी। अब योजना क्या है? घर की छत पर सोलर प्लांट लगाने के लिए लगभग 75 हज़ार रुपए तक सरकार मदद करेगी। कुछ हफ्ते पहले यह योजना शुरू हुई है। अब तक एक करोड़ से ज्यादा लोग जुड़ चुके हैं। और मैं वादा करता हूं कि चुनाव समाप्त होने के बाद सरकार बनते ही मैं इस काम को और तेज करने वाला हूं, ताकि आपके बिजली का बिल जीरो हो जाए।

साथियों,
ये भाजपा सरकार है, जो इस पूरे क्षेत्र मे विकास को नई ऊंचाई पर ले जा रही है।
देश का पहला नमो भारत ट्रेन कॉरिडोर, दिल्ली से मेरठ तक बना है।
आज मेरठ जिले से होकर तीन अलग-अलग एक्सप्रेस-वे गुज़र रहे हैं।
मेरठ मेट्रो पर भी तेज़ी से काम चल रहा है।
हमारा मेरठ, फ्रेट कॉरिडोर से भी कनेक्टेड है।
यहां मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही है।
मेरठ एक बड़ा एजुकेशन हब भी बन रहा है।
जिस प्रकार का इंफ्रास्ट्रक्चर मेरठ में बन रहा है, उससे यहां हर प्रकार के छोटे-बड़े उद्योगों का विस्तार होगा, नौजवानों के लिए रोजगार के नए अवसर बनेंगे।

 

साथियों,
इस रैली में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने, आरएलडी के कार्यकर्ताओं ने, NDA के हमारे सभी साथी दलों ने भारी मेहनत की है। NDA ने इस क्षेत्र में बहुत मजबूत उम्मीदवार खड़े किए हैं। हमारे अरुण गोविल जी, राजकुमार सांगवान जी, संजीव बालयान जी, भाई चंदन जी, प्रदीप चौधरी जी हमारे इन साथियों को भारी मतों से विजयी बनाने के लिए मैं आपस सभी से प्रार्थना करने के लिआ आया हूं। इसलिए 19 अप्रैल और 26 अप्रैल को आप गर्मी कितनी हो क्यों ना हो.. वोट डालने के लिए जरूर निकलना है। वोट डालेंगे ना? औरों से भी डलवाएंगे ना? घर-घऱ जाएंगे ना? आपका एक-एक वोट विकसित भारत के लिए होगा। आपका वोट, देशहित में और बड़े निर्णय के लिए होगा। और इसलिए आप मेरे साथ बोलिए... सब मेरे साथ बोलिए...
विकसित भारत के लिए....400 पार।
गरीबी से मुक्ति के लिए...400 पार
युवाओं को नए अवसर के लिए...400 पार
नारी सशक्तिकरण के लिए...400 पार।
किसानों की समृद्धि के लिए...400 पार।
भ्रष्टाचारियों को जेल भेजने के लिए...400 पार।
साथियों,
आप मेरा एक काम करेंगे? करेंगे? ऐसे नहीं हाथ ऊपर करके बताइए... मेरा एक काम करेंगे? ये मेरा पर्सनल काम है करेंगे? चुनाव वाला काम नहीं करेंगे? पक्का करेंगे? मेरा काम बहुत छोटा सा है।
आप घर-घर जाना और हर घर जाकर कहना कि तुम्हारे मोदी जी मेरठ आए थे। और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम घर-घर पहुंचा दीजिए...
मेरे साथ बोलिए
भारत माता की... ! भारत माता की... ! भारत माता की... ! भारत माता की... !
बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।