Bharosa dil se…BJP phir se!: PM Modi in Palwal rally
Those who looted the rights of the poor, gave the slogan of poverty eradication: PM Modi while attacking opposition
As the BJP and I are in power, the rights of SC, ST, & OBC communities granted by the Constitution will remain protected: PM Modi in Haryana
Can an agenda that pleases Pakistan resonate with the patriotic people of Haryana?: PM Modi on opposition’s agenda
Sisters who had never ridden a bicycle or motorcycle are now becoming drone pilots: PM Modi at Palwal rally

जय जय श्री राधे !! जय श्रीकृष्णा !!
सारे बुजुर्गां नै// भाई बहना नै// और नौजवाना नै// मेरी ओर ते राम-राम जी //

राजा नाहर सिंह और राजा जैत सिंह नागर जी की इस वीर धरा को प्रणाम करता हूं। आप सभी इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं, दूर-दूर तक जहां भी मेरी नजर पहुंच रही है लोग ही लोग हैं। उत्साह और उमंग से भरा हुआ ये दृश्य चुनाव के नतीजों का एहसास दिला रहा है। आपके आशीर्वाद के लिए, आपके सहयोग के लिए हम आपके बहुत-बहुत आभारी हैं।

साथियों,

हरियाणा में तो चुनाव अभियान चल रहा है लेकिन आज जम्मू-कश्मीर में अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। वहां बहुत भारी संख्या में लोग लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा ले रहे हैं। मैं जम्मू-कश्मीर के सभी मतदाताओं से कहूंगा कि वे अपना वोट ज़रूर डालें।

साथियों,

मैं यहां देख रहा हूं, काफी परिचित चेहरे नजर आ रहे हैं। साथियों, मैंने एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में लंबे समय तक हरियाणा की ज़मीनी राजनीति को देखा है। बीते दिनों हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्र में मुझे चुनाव अभियान के लिए, जनता-जनार्दन के दर्शन के लिए जाने का आवसर मिला है। इस चुनाव की ये मेरी अंतिम सभा है। और आपने भी मेरी इस आखिरी सभा को चार चांद लगा दिए हैं। आज गांव-गांव में चारों तरफ भाजपा की लहर है। हर जगह एक ही आवाज़ गूंज रही है- भरोसा दिल से...भाजपा फिर से ! भरोसा दिल से..., भरोसा दिल से...। हरियाणा का तो ट्रैक रिकॉर्ड रहा है, केंद्र सरकार में, दिल्ली में जिसकी सरकार रहती है, हरियाणा वहीं रहता है। आपने दिल्ली में तीसरी बार भाजपा सरकार बनाई, अब यहां तीसरी बार भाजपा सरकार बनाना आपलोगों ने तय कर लिया है।

साथियों,

हरियाणा की इस धरती ने हमें गीता का संदेश दिया है। हरियाणा ने हमें सिखाया है, काम करो, मेहनत से काम करो। लेकिन कांग्रेस का फॉर्मूला है- ना काम करो औऱ ना दूसरों को काम करने दो। "कांग्रेस की राजनीति केवल झूठे वादों तक सीमित रहती है, जबकि भाजपा की राजनीति मेहनत करना और परिणाम लाकर के दिखाना, हम मेहनत पर ध्यान केंद्रित करते हैं, हम परिणाम पर ध्यान केंद्रित करते हैं। और कांग्रेस कभी खुद मेहनत नहीं करती। कांग्रेस को लगता था कि 10 साल हो गए, हरियाणा वाले उन्हें थाली में परोसकर सत्ता दे देंगे। यही गलतफहमी कांग्रेस को मध्य प्रदेश में भी थी। वहां भी कांग्रेस के लोग पहले ही जीत का जश्न मनाने लग गए थे, लेकिन वोटिंग के दिन मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को दिन में तारे दिखा दिए, आईना दिखा दिया। यहां आपके पड़ोस में राजस्थान है। वहां भी कांग्रेस ने किसानों और नौजवानों को भाजपा के विरुद्ध भड़काने की भारी कोशिश की थी। लेकिन हुआ क्या? कांग्रेस धड़ाम हो गई। अब यहां हरियाणा में भी यही होने जा रहा है। हरियाणा के लोग, कांग्रेस को यहां सरकार से सैकड़ों मील दूर ऱखने वाले हैं।

साथियों,

यहां हरियाणा में कांग्रेस के भीतर जो कलह मची है, हरियाणा के लोग इसे भी देख रहे हैं। कांग्रेस से सबसे अधिक नाराज़गी तो दलित, पिछड़े और वंचित समाज की है। दलित समाज ने भी ठान लिया है, बापू-बेटे की राजनीति को चमकाने का अब दलित मोहरा नहीं बनेंगे। वो देख रहा है कि कैसे भाजपा सबको अवसर दे रही है। हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी, बड़ी विनम्रता के साथ सबको साथ लेकर चल रहे हैं।

साथियों,

कांग्रेस ने 60-70 साल तक देश पर राज किया। इतना मौका मिलने पर भी कांग्रेस ने देश के लोगों को तरसा कर रखा। सड़क-बिजली-पानी-शौचालय, पक्के घर... एक बहुत बड़ी आबादी मूल सुविधाओं से वंचित थी। कांग्रेस के भ्रष्टाचार का हाल ये था कि 1 रुपया अगर दिल्ली से निकलता था तो गरीब के घर तक जाते-जाते 15 पैसे हो जाता था। देश पूछ रहा है कि वो कौन सा पंजा था जो एक रुपये को घिस-घिस करके 15 पैसा बना देता था। “गरीबों के हक को लूटने वाले, गरीबी हटाने का नारा देते थे।” कांग्रेस ने देश के लिए जरूरी हर विषय को उलझाए रखा। वो उलझाने में एक्सपर्ट हैं। कांग्रेस ने अयोध्या में राम मंदिर नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान पूरी तरह से लागू नहीं होने दिया। उसने हमारी बहनों को संसद और विधानसभा में आरक्षण से वंचित रखा। उसने हमारी मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की समस्या में उलझाए रखा। यानि कांग्रेस ने देश की, देशवासियों की समस्याओं का समाधान नहीं किया बल्कि अपने बेटे-बेटी, अपना परिवार उसको स्थापित करने में ही पूरी की पूरी शक्ति लगा दी।

साथियों,

आज मैं पूरे देश के सामने, पूरे हरियाणा के सामने एक सवाल रख रहा हूं। आखिर ऐसा क्या है कि कांग्रेस इतना कुछ गलत कर रही है, इतने सारे पाप कर चुके हैं, फिर भी सरकार बनाने के सपने देखते हैं। मैं आपको बताता हूं कि आखिर कांग्रेस को ये सपने देखने की हिम्मत कहां से आती है। दरअसल, कांग्रेस को लगता है कि भाजपा के समर्थकों, ये सारे देशभक्ति से भरे हुए लोग हैं। ये देशभक्ति से भरे लोगों को भ्रमित करना, उनको तोड़ना, उसका कुछ रास्ता उनके दिमाग में चलता रहता है। बंद कमरों में कांग्रेस के नेता, आप लोगों के लिए यही कहते हैं। कभी जात-पात के नाम पर, कहीं एक समाज को दूसरे से लड़ाकर, कांग्रेस इस देश से देशभक्ति को ही चूर-चूर करना चाहती है। कांग्रेस को लगता है कि देश के लोगों में एकता की भावना जितनी मजबूत होगी, कांग्रेस का जीतना उतना ही मुश्किल होता जाता है। इसलिए कांग्रेस, देशभक्तों की एकता तोड़ने के लिए नए-नए प्रयोग कर रही है। लोकसभा चुनाव के दौरान उसने यही झूठ के प्रयोग किए थे। महात्मा गांधी ने सत्य के प्रयोग किए थे, ये झूठ के प्रयोग करते हैं। अब यहां हरियाणा में भी कांग्रेस उसका विस्तार कर रही है।

साथियों,

कांग्रेस को ये लगता है कि उसका अपना वोटबैंक तो पक्का है। वो सोचती है कि बटेंगे, लड़ेंगे वो लोग, जो भारत से प्रेम करते हैं। हमें कांग्रेस की इस सोच और साजिश को कभी भी सफल नहीं होने देना है। इसलिए हमें आज संकल्प लेना है। पूरे हरियाणा को संकल्प लेना है। जो लोग भारत से प्रेम करते हैं, वे सबके सब एकजुट रहेंगे। हम एक हैं और हम एक होकर देश के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अपनी बेटियों की सुरक्षा के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर बिना खर्ची-पर्ची के नौकरी के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर हरियाणा में नए निवेश-नई नौकरियों के लिए वोट करेंगे। हम एकजुट होकर अच्छी सड़कों, बेहतर सिंचाई के लिए वोट करेंगे।

साथियों,

कांग्रेस का सिर्फ और सिर्फ एक ही एजेंडा है, वोट के लिए तुष्टिकरण, ज्यादा से ज्यादा तुष्टिकरण। आप देखिए, कांग्रेस आज क्या कह रही है? कांग्रेस कहती है और डंके की चोट पर कहती है, और करती भी है। कांग्रेस कहती है, वो दलितों और पिछड़ों का आरक्षण खत्म कर देंगे। कर्नाटक में इन्होंने यही तो किया है। जैसे ही वहां कांग्रेस की सरकार बनी, इन्होंने दलितों-पिछड़ों का आरक्षण छीन लिया। कांग्रेस ने दलितों-पिछड़ों का आरक्षण धर्म के आधार पर अपने वोटबैंक में बांट दिया। यही कांग्रेस है, जिसने अनेकों स्कूल-कॉलेजों, यूनिवर्सिटियों को माइनॉरिटी संस्थान घोषित कर दिया। जो पहले माइनॉरिटी नहीं थे, अच्छे-खासे नियम-कानून से चलते थे लेकिन उन्होंने वोट बैंक की खातिर ऐसे हजारों संस्थानों को माइनॉरिटी बना दिया। इनमें क्या हुआ। परिणाम ये हुआ कि पहले दलितों और पिछड़ों के बच्चों को जो आरक्षण मिलता था वो बंद हो गया। ऐसी संस्थाओं में नौकरियों में जो आरक्षण था वो बंद हो गया। कांग्रेस ऐसे ही काम यहां हरियाणा में भी करना चाहती है।

साथियों,

कांग्रेस देश की सबसे बड़ी दलित विरोधी पार्टी है। इसी पार्टी ने दो-दो बार डॉ. आंबेडकर को चुनाव हरवाया। उनको डर था बाबासाहेब अंबेडकर जी अगर पार्लियामेंट में आएंगे, और उनकी आंखों में आंखें डालकर सवाल पूछेंगे तो ये जवाब नहीं दे पाएंगे। इतने वे बाबासाहेब से डरते थे। इसलिए दो-दो बार, वो पार्लियामेंट न पहुंचें, भांति-भांति के षडयंत्र किए। इन्होंने संसद के सेंट्रल हॉल में उनकी तस्वीर तक नहीं लगने दी। वो इतने डरते थे बाबासाहेब से कि अगर संसद भवन में उनकी तस्वीर लग जाए तो भी ये कांपते थे। दलित हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं कांग्रेस के राज में ही हुई हैं। और अब तो इनका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। इनके एक नेता, जिन्होंने मिर्चपुर कांड के समय भी दलितों के साथ बदनीयती दिखाई थी। उनके ऑफिस में कांग्रेस कार्यकर्ता डंके की चोट पर, ताली पर ताली ले करके, सीना तान करके कह रहे हैं कि एक दिन आरक्षण खत्म होगा ही। यानि कांग्रेस ने आरक्षण खत्म करने का प्लान बना लिया है और उनके लिए हरियाणा इसका टेस्ट स्टेट होने वाला है। लेकिन साथियों, जब तक बीजेपी है, जब तक मोदी है, एससी, एसटी और ओबीसी समुदाय को संविधान से मिले आरक्षण का हक कोई नहीं छीन सकता। आपने देखा होगा, ये लोग दिन-रात मुझे गालियां देते हैं। अब हमारे मुख्यमंत्री सैनी जी को भी गालियां देते हैं। हमारा और कोई गुनाह नहीं है, हमारा गुनाह यही है कि हम ओबीसी अतिपिछड़ी मां की कोख से पैदा हुए हैं। इसलिए गालियां दे रहे हैं।

साथियों,

आज की कांग्रेस अर्बन नक्सलियों के शिकंजे में है। दुनिया में जो-जो भारत को बदनाम करने में जुटे हैं, जो हमारे दुश्मनों के एजेंडे को आगे बढ़ाते हैं। कांग्रेस के ये नेता, उनको खुलेआम गले से लगाते हैं। ये अर्बन नक्सली गठजोड़, भारत को कभी भी मज़बूत होते नहीं देख सकता। इसलिए, ये लोग हमारी सेना पर भी हमला करते हैं। आप देखिए, हमारी सेना ने दुश्मनों को बार-बार पीटा, लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार दुश्मनों की तारीफ करता है।

साथियों,

मैं सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट देख रहा था। वहां कांग्रेस को लेकर कुछ लोगों ने कुछ पोस्टर डाले थे। इनमें लिखा था- कि कांग्रेस के लोग ज़ोर-ज़ोर से कहते हैं कि 370 वापस लाएंगे। लेकिन कांग्रेस ने एक बार भी कभी ये नहीं कहा कि PoK वापस लाएंगे। PoK वापस लाना उनके मुंह से नहीं निकलता है। कांग्रेस ने देश का मुकुट तोड़ दिया, कश्मीर के भी टुकड़े कर दिए, इतना बड़ा हिस्सा गंवा दिया, ये उस PoK को वापस लाने की बात नहीं करते। लेकिन ये लोग 370 वापस लाना चाहते हैं। ये बातें आज सोशल मीडिया पर कांग्रेस के लिए लिखी जा रही हैं। सही में, ये देश का दुर्भाग्य है। 370 की वापसी के मुद्दे पर कांग्रेस को पाकिस्तान की सरकार ने भरपूर समर्थन दिया है। अब आप ही बताइए... जो एजेंडा पाकिस्तान को पसंद है, वो कट्टर देशभक्त मेरे हरियाणा के लोगों को पसंद आ सकता है क्या? जो कांग्रेस पाकिस्तान को खुश करती है, वो हरियाणा को खुश रख सकती है क्या?

साथियों,

कांग्रेस देश की सबसे बेईमान और धोखेबाज़ पार्टी है। कांग्रेस के धोखों को गिनाउंगा तो कई-कई दिन निकल जाएंगे। मैं सिर्फ एक उदाहरण दूंगा। कांग्रेस ने देश की रक्षा करने वाले, देश के लिए शहीद होने वाले फौजियों तक को धोखा दिया। 40 साल तक कांग्रेस ने वन रैंक वन पेंशन नहीं दिया। सिर्फ 500 करोड़ रुपए दिखाकर कांग्रेस कहती थी, OROP लाएंगे। जबकि मैंने रेवाड़ी में आकर वादा किया था सितंबर 2013 में। और रेवाड़ी की धरती से मैंने कहा था, रेवाड़ी वीरों की धरती है, देश के लिए मर-मिटने वालों का ये इलाका है। और तब मैंने कहा था, तब तो मैं चुनाव लड़ रहा था, प्रधानमंत्री नहीं बना था। मैंने कहा था- मैं वादा करता हूं, मैं वन रैंक वन पेंशन लागू करके रहूंगा। और हमने लागू किया। और लागू किया तो फौजी परिवारों को करीब सवा लाख करोड़ रुपए दिए। अब बताइए, सवा लाख करोड़ रुपए लगने वाले थे। ये 500 करोड़ रुपए दिखाकर कहते थे कि OROP दे दिया। क्या ये धोखा है कि नहीं है? ये फरेब है कि नहीं है, झूठ है कि नहीं है? यहां हरियाणा में भी हमारे पूर्व फौजियों को 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। मोदी के लिए फौज की प्राथमिकता सबसे बड़ी है, फौज का सम्मान सबसे बड़ा है। औऱ कांग्रेस से हम इसकी कोई उम्मीद नहीं कर सकते।

 

साथियों,

कांग्रेस की कथनी और करनी में हमेशा फर्क रहा है। कांग्रेस ने हिमाचल की बहनों और नौजवानों को भी ऐसा धोखा दिया है कि हिमाचल कभी भी कांग्रेस को माफ नहीं करेगा। जैसे यहां हरियाणा में कांग्रेस वाले अनाप-शनाप बोल रहे हैं न, ऐसा ही उन्होंने हिमाचल में किया था। कांग्रेस ने वहां चुनाव जीतने के लिए कहा था, हर महीने बहुत सारा पैसा देंगे। आज 2 साल हो चुके हैं, उन्हें कुछ नहीं मिला। कांग्रेस ने पहली कैबिनेट में ही लाखों नौकरियों पर मुहर लगाने का वादा किया था। वहां इन लोगों ने सरकारी कर्मचारियों को बड़े-बड़े सपने दिखाए। आज उनको तन्खवाह भी समय पर नहीं मिल रही है। कहां तो कांग्रेस को हिमाचल के लोगों से माफी मांगनी चाहिए थी, लेकिन कांग्रेस को ठगी की लत लगी है तो अब कांग्रेस वाले, हरियाणा वालों को भी यही सब झूठे वायदे बेच रहे हैं। कांग्रेस, यहां हरियाणा के किसानों को तारे तोड़कर लाने के वादे भी करती है। लेकिन आप याद रखिए, जहां उसकी सरकारें हैं, कर्नाटक में है, तेलंगाना में है, वहां एक भी वादा पूरा नहीं करते हैं। यानि कांग्रेस की नीयत में ही खोट है।

साथियों,

कांग्रेस, हरियाणा के नौजवानों के हितों के खिलाफ है। यहां हरियाणा में भाजपा सरकार ने करीब डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां दीं। और वो भी बिना खर्ची-पर्ची के नौकरियां दीं। हज़ारों कर्मचारियों को पक्का किया। लेकिन अब कांग्रेस वाले फिर वही खर्ची-पर्ची सिस्टम हरियाणा में वापस लाना चाहते हैं। आप पर थोपना चाहते हैं। सरकार बनने के आसार दूर-दूर तक नहीं हैं, लेकिन लूट-खसूट का बंटवारा अभी से हो गया है। ये है कांग्रेस की सच्चाई।

साथियों,

"कांग्रेस की नस-नस में भ्रष्टाचार दौड़ता है, ये दलालों और दामादों की पार्टी बन गई है!" कांग्रेस के राज में यहां ज़मीन की दलाली करने वाले मालामाल हो गए हैं या तो दामाद जी मालामाल हो गए हैं। ये दो ही लोग फले-फूले हैं। जबकि किसान के नसीब में क्या आया? किसान को सिर्फ 2 रुपए का मुआवाज़ा मिला। जो लोग 10 साल पहले, हुड्डा जी की सरकार थी न, हर किसान कहता है कि ये तो 2 रुपए मुआवजे वाली, बड़ी आफत आई और किसानों के घर में चेक पहुंचा क्या, दो-दो रुपए का चेक। और उस सरकार की पहचान थी किसानों के घर में, किसानों के दिल में कि ये दो रुपए मुआवजे वाली सरकार है। जबकि भाजपा सरकार हज़ारों रुपए का सम्मान निधि सीधे बैंक के खाते में पहुंचाती है। प्राकृतिक आपदा होती है तो सही मुआवज़ा देती है।

साथियों,

आज कांग्रेस यहां MSP को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रही है। लेकिन कांग्रेस की सरकार यहां सिर्फ 3-4 फसलों पर MSP देती थी। वो दिन जरा याद कीजिए। जबकि भाजपा सरकार, 24 फसलों की खरीद MSP पर करती है। पिछले 8 सीज़न में MSP के रूप में यहां के लाखों किसानों को 1 लाख 10 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक मेरे किसानों के खातों में गए हैं, उनको मिले हैं। आज यहां 20 से ज्यादा फल और सब्जियों के लिए भावांतर दिया जा रहा है। बाजरा और सूरजमुखी के लिए भी 900 करोड़ रुपए से अधिक का भावांतर दिया गया है। इससे हरियाणा के किसानों की बड़ी मदद हुई है।

साथियों,

आज मैं हरियाणा की माताओं-बहनों-बेटियों में भाजपा के प्रति सबसे अधिक उत्साह देख रहा हूं। यहां भी मैं देख रहा हूं, दूर-दूर तक माताएं-बहनें बैठी हुई हैं। हरियाणा की बेटियां आज चारों तरफ झंडे गाड़ रही हैं। भाजपा सरकार की हर योजना माताओं-बहनों-बेटियों में नया आत्मविश्वास पैदा कर रही है। मैं अखबार में एक बहन का इंटरव्यू पढ़ रहा था। उनको नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग मिली है। वो बहन बताती हैं कि इस खरीफ सीज़न में ही उन्होंने 800 एकड़ खेती पर ड्रोन से दवाई का स्प्रे किया। और इससे उनको 3 लाख रुपए की कमाई हुई। एक सीज़न में हमारे गांव के किसान की बेटी ड्रोन चलाकरके, दवाइयां स्प्रे करके 3 लाख की कमाई करे। भाइयों-बहनों, तब मन को संतोष होता है कि ये सरकार सही दिशा में काम कर रही है। जिन बहनों ने कभी, जिनके नसीब में कभी भी साइकिल या मोटर साइकिल चलाने का सौभाग्य नहीं आया था वो अब ड्रोन पायलट बन रही हैं। जो बहनें कभी सिर्फ परिवार पर आश्रित होने के लिए मजबूर थीं, वे आज लखपति दीदियां बनकर परिवार को सहारा दे रही हैं।

साथियों,

भाजपा सरकार हरियाणा के विकास को, इस क्षेत्र के विकास को नई गति दे रही है। बल्लभगढ़ तक मेट्रो पहुंच चुकी है और अब पलवल भी मेट्रो से कनेक्ट होने वाला है। पलवल देश का हाईवे-हब भी बन रहा है। भाजपा सरकार पूरे ब्रज क्षेत्र के विकास पर ज़ोर दे रही है। इसका फायदा यहां के लोगों को भी मिलेगा। पड़ोस में जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी आपको बहुत लाभ होगा। ये एरिया, रेल कनेक्टिविटी का भी हब बनता जा रहा है। पलवल-सोनीपत ओरबिटल रेलवे कोरिडोर हो या फिर मालगाड़ियों के लिए स्पेशल कॉरिडोर यहां के किसानों और उद्योगों के लिए अवसर ही अवसर हैं। बल्लभगढ़ में कॉलेज और पृथला में स्किल यूनिवर्सिटी बनने से भी नौजवानों को सुविधा मिली है। नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण भी यहां के युवाओं को बहुत मदद करने वाला है।

साथियों,

ये चुनाव नया इतिहास बनाने का है। ये चुनाव हरियाणा को विकास की नई बुलंदी देने का है। दिल्ली में आपका ये बेटा बैठा है। आप यहां तीसरी बार भाजपा सरकार बनाइए। मैं आज पलवल की धरती से पूरे हरियाणा के मेरे जागरूक मतदाताओं को, देशभक्त मतदाताओं को आग्रह करता हूं कि आप रिकॉर्ड वोटों से फिर एक बार भाजपा की सरकार बनाइए। हरियाणा के तेज विकास की गारंटी, ये मोदी की गारंटी है। फरीदाबाद हो, पलवल हो, मेवात हो, गुड़गांव हो, भाजपा के हर उम्मीदवार को आपको भारी बहुमत से विजयी बनाना है। मैं सभी उम्मीदवारों से आग्रह करता हूं, जरा आगे खड़े हो जाएं, सभी उम्मीदवार। जो चुनाव लड़ने वाले हैं वो जरा आगे आ जाएं। आप अपने आशीर्वाद मेरे इन सभी साथियों को दीजिए। मुझे आपकी सेवा करने का मौका दीजिए। मैं फिर एक बार इतनी बड़ी तादाद में आशीर्वाद देने आए, मैं सर झुकाकर आपका नमन करता हूं, अभिभावदन करता हूं।

मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय !
दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से आवाज दीजिए...
भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।