Today, Ramlala sits in a grand temple, and there is no unrest: PM Modi in the Karakat rally
I guarantee the people of Bihar that those who looted the poor and exploited land in exchange for jobs will face justice: PM Modi

रहुआ लोगन के हमार प्रणाम।

का हाल बा? हमारा काराकाट के भाई-बहन लोग ठीक है ना? 24 के चुनाव के छह चरण आज हो जाएंगे और 4 जून को क्या होगा? 4 जून को क्या होगा? 4 जून को क्या होगा? फिर एक बार… फिर एक बार… फिर एक बार… और इसलिए मैं इस चुनाव में हिंदुस्तान के हर कोने में गया हूं। सालों से राजनीति में काम किया, संगठन में काम किया और मैंने देखा है कि बिहार के लोगों में राजनीति का आकलन करने का जो सामर्थ्य है वो अद्भुत है और बिहार के लोग इन चीजों में इतने पक्के होते हैं, बिहार के लोग इतने पक्के हिसाब-किताब के लोग होते हैं कि वे कभी भी वो वोट दालने से पहले 50 बार सोचते हैं कि मेरा वोट बेकार तो नहीं जाएगा ना। ये समझ बहुत कम लोगों को होती है जो बिहार को है और इसलिए बिहार के लोग जब वोट करने जाते हैं तो पहले पक्का देखते हैं भाई वोट तो डालूंगा लेकिन मेरा वोट बेकार नहीं जाना चाहिए। वो सोचता है जिसकी सरकार बनना पक्का है, वोट तो उसी को डालूंगा। है कि नहीं बिहार का ऐसा? बिहार निर्णायक होता है और इसलिए मुझे पक्का भरोसा है कि बिहार के लोग इस बार वोट डाल कर के प्रधानमंत्री भी पक्का कर लेंगे।

साथियों,

4 जून की शाम होते-होते बिहार में एक और काम होगा, बताओ क्या होगा? ये अखबार वाले लिखेंगे कि मोदी भविष्यवाणी कर रहा है। मैं भविष्यवाणी नहीं कर रहा हूं, लेकिन मैं आपको बताता हूं 4 जून शाम होते-होते आरजेडी वाले कहेंगे कि कांग्रेस ने लुटिया डुबो दी। एक-दूसरे के कपड़े फाड़ना शुरू करेंगे। 4 जून को दूसरा क्या होगा वो भी बता देता हूं। ये कांग्रेस का शाही परिवार क्या करेगा? कांग्रेस का शाही परिवार पराजय का ठिकरा खड़गे जी के सर पर फोड़ कर के वो विदेश में छुट्टियां मनाने चला जाएगा और बेचारे खड़गे जी कार्यकर्ताओं का गुस्सा सहते-सहते थक जाएंगे।

भाइयो और बहनों,

कांग्रेस, आरजेडी और इंडी गठबंधन को बेस बार-बार खारिज कर चुका है, नकार चुका है। इनके पास न विजन है इनके पास सिर्फ और सिर्फ कंफ्यूजन है। इनके पास हौसला का नामो निशान नहीं, इनके पास हताशा ही भरी पड़ी है। इनके पास नीति नहीं है, निर्णय लेने की क्षमता नहीं है, ये सिर्फ नकारापन लेकर के जी रहे हैं। दशकों तक इनकी पूरी राजनीति डरो और डराओ के मंत्र पर चली है। लेकिन मोदी ने इनका ये जो डर का गुब्बारा है ना उस गुब्बारे को ही फोड़ दिया है और हालत तो ये है कि मोदी उनके डर को भी डराता है।

साथियों,

ये इंडी गठबंधन वाले देश को डराते थे। देश को ऐसा डराते थे, ऐसा डराते थे और 70 साल से डराते थे। क्या कहते थे, अयोध्या में अगर राम मंदिर बना तो देश में बबाल हो जाएगा। खून की नदिया बहेगी। आज रामलला भव्य मंदिर में विराजमान है, कोई बबाल हुआ क्या? कोई खून की नदियां बही क्या? ये डराने का झूठा खेल चलता था कि नहीं चलता था? ये लोग डराते थे 70 साल से डराते थे। ये कहते थे कि जम्मू-कश्मीर से 370 अगर हटा तो ये पाकिस्तान में चले जाएंगे। अगर 370 हटा तो आग लग जाएगी। अगर 370 हटा तो देश में बम धमाके होंगे, भांति- भांति की धमकियां और डर पैदा करना मोदी इनकी न धमकियों से डरा है ना कभी रुका है।

धारा 370 हटा कि नहीं हटा? धारा 370 की दीवार गई कि नहीं गई? कश्मीर और हिंदुस्तान के बीच की ये दीवार को तोड़ा कि नहीं तोड़ा? सीना तान के तोड़ा कि नहीं तोड़ा? मुझे बताइए कहीं आग लगी क्या? कोई पाकिस्तान भाग गया क्या? देश में बम धमाके हुए क्या? डराते थे।

साथियों,

ये डरपोक कांग्रेस और ये डरपोक आरजेडी वाले अभी क्या कह रहे हैं? पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, डरो। डरा रहे हैं खुद में मसाला खाली हो गया तो उधर का मसाला दिखाते हैं इसलिए पाकिस्तान के आतंकी जब चाहे भारत पर हमला करके चले जाते थे। ये डरपोक लोगों के कारण मोदी इनकी तरह डरता नहीं है। मोदी ने सेना को कहा, जाओ घर में घुस कर के मारो। आज पाकिस्तान कुछ करने से पहले 100 बार सोचता है। इसी कांग्रेस के राज्य में आरजेडी के राज में ये नक्सलियों ने सबको डरा करके रखा था। मोदी डरता नहीं आज नक्सलियों की सफाई पुरजोश चल रही है।

साथियों,

यही इंडी वाले एक और धमकी देते थे, ये कहते थे कि बड़े भ्रष्टाचारियों पर हाथ डालो तो मोदी की कुर्सी हिला देंगे। मोदी डरता नहीं है। जिसने चोरी की है, जिसने गरीब को लूटा है, वो कितना ही बड़ा शहनशा क्यों ना हो, कितना ही बड़ा शहजादा क्यों ना हो, कितना ही बड़ा अपने आप को तीसमार खां का क्यों ना मानता हो, उसको जेल जाना पड़ेगा। जेल में जीना पड़ेगा और वो जेल की रोटी चबा करके उसकी जिंदगी पूरी होने वाली है। मुझे बताओ भाई अगर कोई लूट करता है आप के हक का छीन लेता है तो छोटे लोगों को तो जेल में बंद करने के लिए कोई चिल्लाता नहीं है। बड़े जाने चाहिए कि छोटे जाने चाहिए? आप मुझे कहेंगे वो मैं करूंगा, गुनाह किया है तो छोटा आदमी जेल जाना चाहिए कि सबसे बड़ा है वो जाना चाहिए? बड़ा हो जेल जाना चाहिए? तो मैं बड़ों को भेज रहा हूं तो अच्छा कर रहा हूं ना? सही कर रहा हूं ना? और मैं आज बिहार के लोगों को एक और गारंटी दे रहा हूं। जिन्होंने बिहार के गरीबों को लूट कर नौकरी के बदले जमीन लिखवाई है, कान खोल के सुन लो उनका भी जेल जाने का काउंटडाउन शुरू हो चुका है। ये जैसे ही ये हेलीकॉप्टर में चक्कर मारने का समय उनका पूरा होगा। जेल का रास्ता तय हो जाएगा। बिहार को लूट वालों को एनडीए सरकार छोड़ेगी नहीं और ये एनडीए की गारंटी है। मोदी की भी गारंटी है।

भाइयो और बहनों,

ये इंडी गठबंधन वाले अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कुछ भी कर सकते हैं। ये लोग बिहार और बिहारियों के अपमान के खिलाफ आवाज तक उठाते नहीं है। कांग्रेस के पंजाब के नेता ने बिहार से वहां काम करने गए। वहां मेहनत करके ईमानदारी से जीवन जीने वाले, हमारे बिहारी मजदूर भाई बहनों का घोर अपमान किया। भद्दे शब्दों में अपमान किया, कहा अब हम उन्हें बिहारियों को पंजाब में घर नहीं देने देंगे घुसने नहीं देंगे। कांग्रेस के मिनिस्टर ने कहा है, कांग्रेस के शाही परिवार ने इसके विषय में मुंह पर ताला लगा दिया है। क्या कभी कांग्रेस के शाही परिवार ने बिहारियों के इतने बड़े अपमान के लिए बिहार से माफी मांगी क्या? बिहारियों से माफी मांगी क्या? और ये इनको लालटेन लेकर के मुजरा करने वाली जो जमात है वे भी बिहारियों का अपमान हो रहा है और कांग्रेस के चरण चूम रहे हैं। कांग्रेस के खिलाफ एक शब्द बोलने को तैयार नहीं है। कांग्रेस का जवाब मांगने को तैयार नहीं है। आरजेडी में हिम्मत नहीं कि बिहारियों के अपमान पर वो कांग्रेस को एक शब्द भी बोल पाए।

साथियों,

इंडी गठबंधन के एक साथी डीएमके के नेता ने बिहारियों के लिए भद्दी भद्दी गालियां बोली। तेलंगाना में कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने बिहारियों को भला बुरा कहा। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री आए दिन बिहारियों को गांलिया देती है, लेकिन आरजेडी और कांग्रेस के नेताओं ने उनके मुंह से इन लोगों को उनके खिलाफ एक शब्द बोलने की हिम्मत नहीं है। इन लोगों को आपके स्वाभिमान की चिंता नहीं है। इनको बिहार के गौरव की चिंता नहीं है। इनको बिहार के होनहार नौजवानों के प्रतिष्ठा की चिंता नहीं है। इनको सिर्फ और सिर्फ अपने वोट बैंक की चिंता है। उनको सिर्फ आपके वोट छिनना है उसके लिए भांति-भांति की भाषा का उपयोग करते हैं। इनके लिए बिहारियों का सम्मान कोई मायने नहीं रखता।

साथियों,

मैं हमारे जो फर्स्ट टाइम वोटर है, जो पहली बार वोट करने के लिए जाने वाले हैं। उनको जरा जंगल राज पार्ट-टू से सावधान करना चाहता हूं। ये जो फर्स्ट टाइम वोटर है ना उनका जन्म होने के बाद उनको जंगल राज कितना भयंकर था वो देखने का अवसर नहीं मिला क्योंकि यहां एनडीए वाले काम करना शुरू किए। लेकिन जो जंगल राज वालों ने तो जो मुसीबतें खड़ी कर दी थी, ये जरा फर्स्ट टाइम वोटर को पता होना चाहिए। वो समय था शाम होने के बाद बाहर निकलना मुश्किल था। बाहर से कोई रात में ट्रेन से उतरता था तो स्टेशन से बाहर नहीं निकलता था। रात भर स्टेशन पर पड़ा रहता था सुबह उजाला होने के बाद फिर अपने गांव की तरफ निकलता था। अपहरण, डकैती, हत्या ये बिहार का दुर्भाग्य बन गया था। नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार बिहार को जंगल राज से बाहर लेकर आई है। वो गुंडे, वो डकैत, वो लुटेरे अभी छिपे हुए हैं। चुप होकर के बैठे हुए हैं, मौके की तलाश में है। अगर गलती से भी ये इंडी वाले जरा भी मजबूत होते दिखेंगे भी तो फिर उनका दाना-पानी मिलेगा और ये मिलकर के फिर से आपका भविष्य तबाह कर देंगे। नौजवानों आपकी जिंदगी तबाह कर देंगे और फिर कभी भी आप उभर करके बाहर नहीं आ पाएंगे।

भाइयो और बहनों,

ये हमारा बिहार सामाजिक न्याय की प्रणेता भूमि है और मुझे गर्व है कि अगर किसी ने सामाजिक न्याय की रक्षा की है तो वो बीजेपी और एनडीए ने की है। बीते 10 साल में देश ने एनडीए को दो बार प्रचंड जनादेश दिया हमने पहली टर्म में एक दलित के बेटे को जो कभी बिहार के गवर्नर हुआ करते थे, उनको देश का राष्ट्रपति बनाया दलित को देश का राष्ट्रपति बनाया। जब हमें 2019 में दूसरी बार अवसर मिला तो हमारे देश की एक आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया। देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर सुशोभित किया, राष्ट्रपति पद का गौरवपूर्ण काम उन्होंने शुरू किया। हमने पिछड़ा आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया। कांग्रेस ने तीन-तीन दशक तक पिछड़ों की इस मांग को ठुकराया था। लेकिन मैं आप ही के बीच पैदा हुआ हूं अति पिछड़ को कैसी जिंदगी जीनी पड़ी है वो मैंने भोगी है और इसलिए मैंने आते ही आयोग बना दिया। पहले केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सैनिक स्कूलों में ओबीसी आरक्षण नहीं था। ये मोदी ने आकर के उसमें भी हमारे बच्चों के लिए मैंने आरक्षण पक्का किया। मेडिकल की पढ़ाई में भी केंद्रीय कोटे में पहली बार ओबीसी आरक्षण हमने लागू किया। ये हमारा ट्रैक रिकॉर्ड है।

साथियों,

इसकी विपरीत आज इंडी गठबंधन वाले एससी, एसटी, ओबीसी, अति पिछड़े उनका सबका आरक्षण छीनने की एक बहुत बड़ी साजिश रच रहे हैं। मैं देश को अवगत कराना चाहता हूं, ये कर्तव्य बनता है कि देश को मैं जानकारी दूं। इंडी गठबंधन ने हजारों शैक्षणिक संस्थानों में एससी, एसटी, ओबीसी, अति पिछड़ा को मिलने वाला आरक्षण बंद कर दिया और वो सारा का सारा अब मुसलमानों के लिए रिजर्व कर दिया है। ये जो किया है वो मैं बताता हूं, एक ही झटके में दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों उनका आरक्षण खत्म कर दिया। इन्होंने संविधान को ताक पर रखकर मुस्लिम जातियों को रातों-रात ओबीसी बना दिया। ओबीसी के हक का आरक्षण दे दिया। अभी आपने दो दिन पहले कलकत्ता हाई-कोर्ट का जजमेंट देखा होगा। कलकत्ता हाई-कोर्ट ने ऐसी डांट लगाई है, क्योंकि वहां 77 मुस्लिम जातियों को रातों-रात ओबीसी बनाकर ओबीसी का हक उनको दे दिया था।

भाइयो-बहनों,

हाई कोर्ट ने ऐसी थप्पड़ मारी है, उनको ठिकाने लगा दिया है। ये ऐसे आपके साथ धोखाबाजी करने वाले लोग हैं। ये संविधान की पीठ पर छुरा भोकनें वाले लोग हो गए लेकिन इनसे भी इनकी साजिशें कम नहीं हो रही है।

साथियों,

इंडी वाले चाहते हैं कि बार-बार मुस्लिम आरक्षण का ये मामला कोर्ट में ना फसे। कोर्ट हर बार रिजेक्ट ना करे, तब उपाय क्या तो इंडी गठबंधन वालों ने पक्का कर लिया है कि अगर वो दिल्ली पहुंचेंगे तो पहला काम ये संविधान को बदल देंगे। संविधान को बदल करके एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण वो मुसलमानों को देने का संविधान में बदलाव करेंगे ताकि कोर्ट उनको परेशान ना करे ये खेल खेल रहे हैं।

भाइयो- बहनों,

मैंने ठीक एक महीने पहले इंडी वालों को चैलेंज किया था। देश के हर राज्य में जाकर के बोला हूं, मैंने उनको इतना ही कहा कि भई अगर आप चुनाव में आए हो जनता-जनार्दन ही देश की मालिक है। जनता-जनार्दन को लिख कर के दो कि हम सत्ता में आएंगे तो हम संविधान में परिवर्तन नहीं करेंगे। हम सत्ता में आएंगे तो एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण छीन नहीं लेंगे। हम सत्ता में आएंगे तो धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं करेंगे। हम मुसलमानों को यहां से छीन कर उनको नहीं देंगे। लिख कर के दो मैंने कहा, एक महीना हुआ एक महीना लिखने की बात छोड़ो बोलने की हिम्मत नहीं है उनकी। इसका मतलब पेट में पाप है। बिहार में मेरा यादव परिवार है, बिहार में मेरा कुर्मी परिवार है, बिहार में मेरा कुशवाहा परिवार है, बिहार में मेरा कलवार परिवार है, बिहार में मेरा तेली परिवार है, मेरा सूरी परिवार है, मेरा कानू परिवार है, मेरा निषाद परिवार है, मेरा पासवान परिवार है, मेरा रविदास परिवार है, मेरा मुसहर परिवार है, ऐसी हर जाति के सबसे बड़े दुश्मन अगर कोई है तो ये आरजेडी कांग्रेस वाले हैं। ये मुखौटा सामाजिक न्याय का लगाते हैं लेकिन तुष्टीकरण करते हैं। वोट बैंक की राजनीति के गुलाम हो चुके हैं और वोट बैंक वाले जैसे नचाए ये नाचते रहते हैं और 24 के इस चुनाव में मोदी ने उनको बेनकाब कर दिया है। उनका मुखौटा मैंने नीचे उतार दिया है।

साथियों,

मोदी इनकी साजिशों का भी पर्दाफाश करेगा और विकास के लिए भी उतनी ही मेहनत करेगा। आने वाले पांच साल बिहार के विकास के लिए अभूतपूर्व रहने वाले हैं। ये जो डेडिकेटेड फेट कॉरिडोर यहां से गुजर रहा है, यहां फोर लेन, सिक्स लेन के हाईवे बन रहे हैं। इनसे कंस्ट्रक्शन से जुड़े हर सेक्टर में रोजगार बढ़े। आने वाले समय में यहां लॉजिस्टिक सेक्टर के लिए, भंडारण से जुड़े सेक्टर के लिए बहुत संभावना है। रोहतास हो, कैमूर हो, औरंगाबाद हो, इस पूरे क्षेत्र में कृषि आधारित उद्योगों और दूसरे उद्योगों के लिए नए अवसर बनेंगे।

साथियों,

ये क्षेत्र तो धान का कटोरा है। यहां आलू जैसी सब्जिया पैदा होती है। मोदी सरकार अनाज भंडारण में भी सहकारिता को बढ़ावा दे रही है। इसके तहत दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना पर काम शुरू हो चुका है। आने वाले पांच साल में सब्जियों की के लिए कोल्ड स्टोरेज क्लस्टर भी हम बनाने जा रहे हैं।

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में मेरी माताएं-बहने आई हुई है, उनका जीवन आसान बनाना गरीब के इस बेटे का संकल्प है इसलिए मोदी ने मुफ्त अनाज और मुफ्त इलाज ये गारंटी दी है। अब तो मोदी माताओं बहनों को और भी गारंटी दे रहा है, पहली गारंटी आने वाले सालों में तीन करोड़ बहनों को हम लखपति दीदी बनाएंगे। आने वाले दिनों में हर परिवार में जो बुजुर्ग है, 70 साल से ऊपर है अगर वो बीमार है इलाज की जरूरत है तो उनके बेटे-बेटी को इलाज का खर्चा नहीं करना पड़ेगा, ये दिल्ली में आपका बेटा इसका खर्चा करेगा और एक काम मैं आपके लिए करना चाहता हूं मैं आपका बिजली का बिल जीरो करना चाहता हूं और इसलिए हमनें पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना बनाई है और मुफ्त घर बिजली योजना में आप अपने लिए तो मुफ्त में बिजली उपयोग करेंगे ज्यादा बिजली आप बेच सकेंगे और इसके लिए सरकार सोलर पैनल लगाने के लिए 75000 तक की आर्थिक मदद हर परिवार को करेगा, 75000 रूपया और जैसे आपको मोदी सरकार में पक्का घर, शौचालय, नल से जल, सस्ता सिलेंडर मिला वैसे ही मोदी अपनी हर गारंटी पूरी करेगा। मैंने गैस का सिलेंडर देने की गारंटी पूरी की कि ना की? जरा जोर से बताइए ना, मैंने गैस का सिलेंडर देने की गारंटी पूरी करी कि नहीं करी? ना तो इस बार मुझे गैस के सिलेंडर पर वोट भी चाहिए।

भाईयो और बहनों,

ये एमपी बनाने का नहीं ये पीएम बनाने का चुनाव है। ये देश में मजब सरकार बनाने का चुनाव इसलिए आप जब काराकाट से मेरे साथी उपेंद्र कुशवा जी को वोट डालेंगे तो वोट सीधा मुझे मिलेगा। सासाराम से शिवेश राम जी को दिया वोट सीधा मोदी को मिलेगा। आरा में आर.के सिंह को दिया हुआ वोट सीधा मोदी को मिलेगा। आप घर-घर जाकर मेरी ये बात पहुंचाएगा और एक काम करिएगा। करेंगे? जरा जोर से बताइए करेंगे? आप जाकर के हर घर में बताना कि वो मेरे खातिर, मेरे देश के खातिर, विकसित भारत बनाने के लिए, आपके गांव में जो भी देवस्थान हो, आपके गांव में जो भी तीर्थ स्थान हो, वहां जाकर के मेरी तरफ से परमात्मा के आगे मत्था टेकना। करेंगे? मेरी तरफ से परमात्मा को मत्था टेकेगें अपने गांव में? और मेरी तरफ से परमात्मा को मांगना कि विकसित भारत बनाने के लिए परमात्मा हमें आशीर्वाद दे इतना काम करेंगे?

पक्का करेंगे? बोलिए भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की…

बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।