രാജ്യത്തെ പാവപ്പെട്ട ജനങ്ങൾ ഇന്ന് പറയുന്നു ‘Kharche Kam Karaye, Bachat Badhaye Baar Baar – Phir Ek Baar, Modi Sarkar’ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി ബസ്തറിൽ
പതിറ്റാണ്ടുകൾക്ക് ശേഷം രാജ്യം ബിജെപിയുടെ സുസ്ഥിരവും ശക്തവുമായ സർക്കാരിനെ കണ്ടെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി മോദി. നമ്മുടെ സർക്കാരിൻ്റെ ഏറ്റവും വലിയ മുൻഗണന പാവപ്പെട്ടവരുടെ ക്ഷേമമായിരുന്നു
സ്വാതന്ത്ര്യത്തിനു ശേഷം കോൺഗ്രസ് സർക്കാർ ദശാബ്ദങ്ങളായി പാവപ്പെട്ടവരുടെ ആവശ്യങ്ങൾ അവഗണിച്ചു, കോൺഗ്രസ് ഒരിക്കലും ദരിദ്രരെക്കുറിച്ച് ശ്രദ്ധിച്ചില്ല, അവരുടെ പ്രശ്നങ്ങൾ പോലും മനസ്സിലാക്കിയില്ല: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
സ്വാതന്ത്ര്യാനന്തരം, രാജ്യം കൊള്ളയടിക്കാനുള്ള ലൈസൻസ് തങ്ങൾക്കുണ്ടെന്ന് കോൺഗ്രസ് കരുതി, എന്നാൽ 2014-ൽ സർക്കാർ അധികാരത്തിൽ വന്നതിന് ശേഷം മോദി കോൺഗ്രസിൻ്റെ കൊള്ള ലൈസൻസ് റദ്ദാക്കി: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി


आमचो भाई बहिनी, दादा दीदी, आपन सपाय मन के, मोचो बाट ले…जुहार, राम राम
मां दंतेश्वरी की पावन धरा को मेरा प्रणाम।
आप विराजिए, दोनों साथी।

आज मैं हमारे बहुत पुराने साथी बलिराम कश्यप जी की जन्मस्थली कर्मस्थली, जब यहां आता हूं तो पुरानी यादें ताजा होना बहुत स्वाभाविक है, शायद यहां कोई क्षेत्र ऐसा नहीं होगा कि मैंने और बलिराम जी ने साथ दौरा न किया हो। एक साथ हम प्रवास करते थे। संगठन के कार्य के लिए निकलते थे। तो स्वाभाविक है कि बलिराम जी ने जो तपस्या की जो पुरुषार्थ किया उसी का नतीजा है कि आज हम सबने आपका इतना विश्वास प्राप्त किया है। प्यारे भाइयों-बहनों, देश के लिए, आदिवासी कल्याण के लिए बलिराम जी हर पल जागरूक रहते थे। जितना हो सके करने का प्रयास करते थे। बस्तर ने, छत्तीसगढ़ ने मुझे और भाजपा के हमारे हर साथी को अपने आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रखी है। आज भी आप यहां दूर-दूर से इतनी विशाल संख्या आप हमें आशीर्वाद देने आए हैं। मैं उधर रेलिंग के बाहर भी बहुत बड़ी तादाद में चारों तरफ लोगों को देख रहा हूं। आज मैं आपके बीच आया हूं। पिछले 10 साल में देश कहां से कहां पहुंचा है, देश ने कितनी प्रगति की है। और उसमें आप सबका जो साथ मिला है। मैं आप सबका आभार व्यक्त करने भी आया हूं। आप लोगों ने यहां सिर्फ भाजपा सरकार ही नहीं बनाई, बल्कि विकसित भारत की आधारशिला भी मजबूत की है। छत्तीससगढ़ वासियों ने मोदी की गारंटी पर मोहर लगाई है। आपने मोदी की गारंटी पर मोहर लगाई है। आज उसी विश्वास से पूरा देश कह रहा है- फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,
अनेक दशकों बाद देश ने भाजपा की स्थिर और मजबूत सरकार देखी है। हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता रही- गरीब का कल्याण। आजादी के बाद दशकों तक गरीब की जरूरतों को कांग्रेस की सरकारों ने नजरअंदाज किया। कांग्रेस ने कभी गरीब की चिंता नहीं की, उनकी परेशानियों को समझे तक नहीं। कांग्रेस के सबसे बड़े परिवार के अमीरों को कभी महंगाई का मतलब समझ ही नहीं आया। आपने 2014 में गरीब के इस बेटे को देश की सेवा का अवसर दिया। कच्ची छत के नीचे रहने की तकलीफ क्या होती है, ये मुझे पता है। जब घर में राशन नहीं होता, तो एक मां पर क्या बीतती है, मुझे पता है। जब दवा खरीदने के लिए घर में पैसे नहीं होते, तो बेबसी कितनी ज्यादा होती है, ये मैं जानता हूं। इसलिए मैंने ठाना कि जब तक गरीब की हर चिंता दूर नहीं करूंगा, मैं चैन से नहीं बैठूंगा। हमारी सरकार ने गरीब के लिए एक-एक करके योजनाएं बनाईं, गरीब को उसका हक दिया। आज सरकार के इन प्रयासों का ही नतीजा है कि देश में 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले हैं।

साथियों,
गरीबों के लिए भाजपा ने कैसे काम किया है, उसका एक बहुत बड़ा गवाह हमारा ये बस्तर है। बस्तर के बारे में तो कहा जाता है- मावा बस्तर, सोबले बस्तर ! बस्तर डिविजन से ही मैंने आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निर्माण की शुरुआत की थी। ये आयुष्मान आरोग्य मंदिर, देशभर में गरीब को सस्ते इलाज, सस्ती जांच का प्रमुख केंद्र बने हैं। यहां छत्तीसगढ़ में भी हजारों आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले गए हैं। इन आरोग्य मंदिरों की वजह से गरीबों को इलाज की बहुत बड़ी सुविधा मिली है, उनकी चिंता कम हुई है। मोदी ने 5 लाख रुपए के मुफ्त इलाज वाली जो आयुष्मान भारत योजना चलाई है, वो भी गरीबों के बहुत काम आ रही है। हम अपने यहां जानते हैं चाहे आदिवासी बस्ती हो या शहर घर में मां कभी बीमार हो जाती है न तो घर में किसी को पता नहीं चलने देती है कि वो बीमार है। कितनी ही पीड़ा हो मां सहती रहती है। उसके मन में एक ही बात होती है चलिए धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा। अगर परिवार में बच्चों को पता चलेगा कि मां को बीमारी है, मां को तकलीफ है तो वो अस्पताल ले जाएंगे, बहुत खर्चा हो जाएगा, संतानों के सर पर कर्ज लग जाएगा। इसलिए मां सोचती थी अब कितने लंबे दिन जीना है, चलिए मुसीबत भोग लेंगे लेकिन बच्चों पर बोझ नहीं बनने दूंगी। ये हमारी हर माता सोचती थी, सहती थी। तब आपके इस बेटे ने सोचा कि अगर तुम्हारा बेटा वहां बैठा है तो फिर आपकी बीमारी की चिंता ये तुम्हारा बेटा करेगा। देश के करोड़ों गरीबों ने इस योजना की वजह से अस्पतालों में मुफ्त इलाज कराया है। इस योजना की वजह से गरीबों के एक लाख तीस हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होने से बच गए हैं। जो उनको बीमारी के लिए खर्च करना पड़ता। मोदी ने जो ये 11 हजार से ज्यादा जनऔषधि केंद्र खोले हैं, उन पर 80 प्रतिशत छूट के साथ दवा दी जाती है। 80 परसेंट डिस्काउंट। इससे भी गरीबों के 30 हजार करोड़ रुपए, दवाई खरीदने में जो खर्च होता था न उसमें बचत हो गई है। इसलिए ही आज देश का गरीब कह रहा है- खर्चे कम कराए, बचत बढ़ाए बार-बार, फिर एक बार मोदी सरकार। बचत बढ़ाए बार-बार, फिर एक बार मोदी सरकार।

साथियों,
दुनिया में 100 साल का सबसे बड़ा महासंकट आय़ा, कोरोना, कोविड। लोग कहते थे, भारत कैसे बचेगा, भारत के गरीबों का क्या होगा? कांग्रेस के अमीरों की सरकार के समय देश में बीमारी का टीका आने में दशकों लग जाते थे। मोदी ने कहा कि मैं अपने देश के हर गरीब के साथ खड़ा हूं। मैं गरीबों को मुफ्त वैक्सीन भी दूंगा...मैं गरीबों को मुफ्त राशन भी दूंगा। ऐसे समय में जब दूसरे देशों में कोरोना का एक एक टीका हजारों रुपए में लग रहा था, मोदी ने आपको मुफ्त टीका लगवाया। ऐसे समय में जब दूसरे देशों में खाने के लिए हाहाकार मचा था, मोदी ने अपने गरीब भाई-बहनों के लिए मुफ्त राशन की दुकान खुलवा दी। मुफ्त राशन, मुफ्त वैक्सीनेशन पर मोदी ने 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए। और इतना ही नहीं, मुफ्त राशन की योजना को मोदी ने अगले 5 साल तक औऱ बढ़ा दिया है। आने वाले पांच साल भी मोदी ये मुफ्त राशन की सेवा करता रहेगा। इसके कारण अब गरीब का ये पैसा बच रहा है और जब पैसा बचता है तो जिंदगी के कई सारे सपने पूरे करने के काम आता है। इसलिए आज हर कोई कह रहा है कि मोदी के कारण, उनकी योजनाओं ने खर्चे कम कराए, बचत बढ़ाए बार-बार, फिर एक बार मोदी सरकार।

साथियों,
कांग्रेस की सरकार के समय, भ्रष्टाचार ही देश की पहचान बन गई थी। और भ्रष्टाचार से अगर सबसे ज्यादा नुकसान किसी का होता है, तो गरीब का नुकसान होता है। भ्रष्टाचार, गरीब का हक मारता है। 2014 से पहले लाखों करोड़ रुपए के घोटाले होते थे। कांग्रेस की सरकार में दिल्ली से एक रुपया निकलता था और सिर्फ 15 पैसा गांव तक पहुंचता था। ये मैं नहीं कह रहा हूं कांग्रेस के ही प्रधानमंत्री ने कहा था कि दिल्ली से हम एक रुपया भेजते हैं, 15 पैसा ही पहुंचता है। अरे भई बताओ न वो कौन पंचा था जो 85 पैसे मार लेता था। मोदी ने कांग्रेस की लूट की ये पूरी व्यवस्था ही बंद करा दी। भाजपा सरकार ने अपने 10 साल में 34 लाख करोड़ रुपए, आंकड़ा याद रखिए 34 लाख करोड़ रुपए सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में भेजे हैं। दिल्ली से एक रुपया भेजा पूरे सौ पैसे गरीब के खाते में जमा हो गए। रुपया एक भेजो 15 पहुंचे, 85 पैसे गायब हो जाए वो जादू का खेल बंद हो गया। और जब डायरेक्ट पैसा जाता है तो एक पैसा कांग्रेस लूट नहीं पाई। अगर देश में कांग्रेस की सरकार होती तो ये कांग्रेस गरीबों के, ये जो 34 लाख करोड़ हैं न, और जो राजीव गांधी वाला अगर मैं हिसाब लगाऊं, तो 28 लाख करोड़ लूट लेते। 34 लाख करोड़ में से 28 लाख करोड़ गायब हो जाते। आजादी के बाद से कांग्रेस समझती थी कि उसे देश को लूटने का लाइसेंस मिला हुआ है। 2014 में सरकार में आने के बाद मोदी ने कांग्रेस की लूट का लाइसेंस ही कैंसिल कर दिया है। मोद ये लाइसेंस इसलिए कैंसल कर पाया, क्योंकि आपने मोदी को लाइसेंस दिया था। अब आप बताइए, जब उनकी दुकान बंद हो गई, लूटने का लाइसेंस चला गया, तो मोदी को गाली देंगे कि नहीं देंगे? देंगे कि नहीं देंगे? तो मेरी रक्षा कौन करेगा? मेरी रक्षा कौन करेगा? ये मेरे कोटि-कोटि देशवासी ही, मेरी माताएं-बहनें आज मोदी का रक्षा कवच बन गई।

साथियों,
मोदी ने जब घोटालेबाज़ों का रास्ता रोका, जब बिचौलियों की कमाई बंद की, तब से इनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ये मोदी से भड़के हुए हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर आज कड़ी कार्रवाई हो रही है। यहां के युवाओं को जिन्होंने धोखा दिया है, उनकी तेजी से जांच चल रही है। अब नाराज होकर ये लाठी से मोदी का सिर फोड़ने की धमकी दे रहे हैं। मोदी गरीब का बेटा है, सिर ऊंचा रख करके चलता है...मोदी इनकी धमकियों से डरने वाला नहीं है। आप मुझे बताइए, गरीबों को जिन्होंने लूटा, गरीबों को जिन्होंने लूटा, उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? सबलोग बताइए, सज़ा मिलनी चाहिए? सज़ा मिलनी चाहिए?

साथियों,
कोई घर में घुस आए और लूट-पाट करने लगे, तो परिवार का हर सदस्य उससे भिड़ जाता है। मोदी के लिए तो, मेरा भारत मेरा परिवार है। मैं भी अपने देश को, अपने परिवार को लूट-पाट से बचाने में जुटा हूं। इसलिए मैं कहता हूं भ्रष्टाचार हटाओ, और वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। चुनाव की रैलियां नहीं कर रहे भ्रष्टाचारी को बचाने के लिए रैलियां कर रहे। लेकिन ये सारे लोग कान खोलकर सुन लें। ये मोदी को कितनी भी धमकियां दे दें, भ्रष्टाचारियों को जेल जाना ही पड़ेगा- ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,
रामनवमी बहुत दूर नहीं है। इस बार अयोध्या में हमारे रामलला टेंट में नहीं बल्कि भव्य मंदिर में दर्शन देंगे। 500 साल बाद ये सपना पूरा हुआ, तो इसकी सबसे अधिक खुशी प्रभु राम के ननिहाल, छत्तीसगढ़ को होना बहुत स्वाभाविक है। लेकिन कांग्रेस और इंडी-गठबंधन राम मंदिर बनने से बहुत नराज़ है। कांग्रेस के शाही परिवार ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का न्योता ठुकरा दिया। कांग्रेस के जिन नेताओं ने इस कदम को गलत बताया, उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। एकाध जो वहां पहुंच गए प्राण प्रतिष्ठा में, प्रभु राम के सामने सिर झुकाया, उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। ये दिखाता है कि कांग्रेस तुष्टिकरण के लिए किसी भी हद को पार कर सकती है। कांग्रेस ने घोषणापत्र बनाया है, उसमें भी मुस्लिम लीग की छाप है।

साथियों,
कांग्रेस को आज भी देश के लोगों की जरूरतों से कोई लेना-देना नहीं है। ये भाजपा सरकार है जो हर गारंटी ज़मीन पर उतार रही है। अभी हमारे मुख्यमंत्री जी बड़े विस्तार से बता रहे थे, यहां की भाजपा सरकार ने धान किसानों के बकाए रकम को चुकाने की गारंटी पूरी की। तेंदुपत्ता संग्राहकों को दी गारंटी भी पूरी की गई है। मैं यहां की बहनों को विशेष बधाई दूंगा। महतारी वंदन योजना का लाभ मिलने लगा है। और मुख्यमंत्री जी ने बताया काशी बाबा के धाम से मुझे इस कार्यक्रम में साथ आने का मौका मिला था। यहां की लगभग 70 लाख बहनों को हर साल 12 हज़ार रुपए मिलना तय हुआ है। इसमें बस्तर की 5 लाख से अधिक और कांकेर की 5 लाख से अधिक बहनें भी इसकी लाभार्थी हैं, उसका लाभ ले रही है। अब यहां गरीब परिवारों, आदिवासी, दलित, पिछड़े परिवारों के पक्के घर तेजी से बनने शुरू होंगे। सरकार बनने के दूसरे ही दिन गरीबों को पक्का घर देने का निर्णय कर लिया गया। और मैं आपको कहता हूं, इस चुनाव के अंदर जब आप बूथ में जाएंगे। तो लोगों को मिलेंगे, तो कुछ लोग मिलेंगे जिनको योजना का लाभ पहुंच गया है। कुछ लोग मिलेंगे जिनको नहीं पहुंचा है। उनको मेरी तरफ से गारंटी दे देना। आपकी गारंटी होगी न ये मोदी पूरी करेगा। आप उनको गारंटी दे देना कि आने वाले पांच साल में जो रह गए हैं उनको भी मोदी सारी योजना पहुंचा देगा। और खुशी की बात है, हम जो आवास बना रहे हैं न उसमें जो मालिकाना हक का नाम है, वो हमारी माताओं-बहनों के नाम पर है। हर परिवार तक नल से जल पहुंचाने के लिए भी तेज़ी से काम होगा। मोदी ने अब देश की 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की गारंटी दी है। क्या कभी सोचा है आपने, ऐसे कार्यक्रम की औरों की तो कल्पना नहीं हो सकती, मोदी में हिम्मत है कि तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का फैसला लिया है मैंने। इसमें यहां वनधन केंद्रों से जुड़ीं हज़ारों लाखों आदिवासी बहनें भी शामिल हैं।

भाइयों और बहनों,
जनजातीय समाज हमेशा भाजपा की प्राथमिकता रही है। जिस आदिवासी समाज का हमेशा कांग्रेस ने तिरस्कार किया, उसी आदिवासी समाज की बेटी आज देश की राष्ट्रपति हैं। भाजपा ने ही छत्तीसगढ़ को पहला आदिवासी मुख्यमंत्री दिया है। भाजपा ने ही आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय, अलग बजट बनाया है। बीते 10 वर्षों में आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ाया गया है। जब कांग्रेस सरकार थी, तो पूरे देश में सवा सौ से भी कम एकलव्य आवासीय विद्यालय थे। आज सिर्फ छत्तीसगढ़ में ही 70 से अधिक एकलव्य विद्यालय हैं। कांग्रेस की सरकार के दौरान, सिर्फ 8-10 वन-उपजों पर ही MSP मिलता थी, आज ये संख्या 100 के आसपास पहुंच रही है।

साथियों,
आपका सपना और ये मोदी की गारंटी है। आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। इसे पूरा करने के लिए हर पल देश के नाम, हर पल आपके नाम। 24 बाय 7 फॉर 20247. साथियों, जिसको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी ने पूजा है। इसलिए, जनजातियों में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों के विकास के लिए पहली बार कोई योजना बनी है। 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना से छत्तीसगढ़ की अनेक जनजातियों का जीवन आसान होने वाला है। हर आदिवासी परिवार का जीवन बेहतर बनाना- ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,
मोदी आराम करने के लिए नहीं, काम करने के लिए पैदा हुआ है। मेरा लक्ष्य देश को विकसित बनाना है, हर परिवार को समृद्ध बनाना है। और इसलिए छत्तीसगढ़ के मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, बस्तर और कांकेर से आए मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, कमल छाप पर पड़ने वाला आपका हर वोट मोदी की ताकत बढ़ाएगा। इसलिए बस्तर में 19 अप्रैल को आप हमारे साथी महेश कश्यप जी को आशीर्वाद दीजिए। कांकेर में 26 अप्रैल को आप हमारे साथी भोजराज जी को ज्यादा से ज्यादा मतों से विजयी बनाएं। आपसे एक और बात करना चाहता हूं। मेरा एक और काम करना है, मुझे पक्का विश्वास है कि आप करोगे। मैंने जब संगठन का काम किया था, इस सारे इलाके में मैं बहुत भ्रमण कर चुका हूं। यहां के हर कोने को जानता हूं। अब मैं जा नहीं पाता हूं सब जगह पे, समय का अभाव रहता है। फिर भी छत्तीसगढ़ के प्रति मेरा प्यार इतना रहा है कि पहले जितने प्रधानमंत्री आए उससे ज्यादा बार मैं आपके बीच आया हूं। लेकिन अब जब जा नहीं रहा हूं तो मेरा काम आपको करना पड़ेगा। करोगे। मेरा एक काम करोगे। घर-घर जाना और कहना कि मोदी जी ने जोहार भेजा है, राम-राम कहा है। ये कह दोगे। कल गुडीपड़वा है। देश के कई हिस्सों में चैत्रसुदेकम नववर्ष मनाया जाता है। चैत्री नवरात्रि का भी पर्व होता है, शक्ति उपासना का पर्व होता है। कुछ दिनों के बाद रामनवमी भी आ रही है। मैं आप सभी को इन सभी त्योहारों की, अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।
काल के आसच्चो, नुआसाल और नवरात्री पर्व चालू होइसे। उनचो भले शुभकामना।
भारत माता की जय ! भारत माता की जय !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।