10 years ago, you entrusted me with the responsibility of being your representative for the first time: PM Modi to BJP karyakartas
Parivarvadi parties will never appreciate how far India has come. They are 'of the parivar, for the parivar, and by the parivar': PM Modi
Over the past 10 years, the confidence of Nari Shakti has reached new heights, says PM Modi while interacting with BJP Karyakartas
Over the last decade, we have enhanced Kashi's development, improving electricity, cleanliness, and traffic systems: PM Modi

नम: पार्वती पतये
हर हर महादेव
काशी के हमरे भाजपा कार्यकर्ता परिवार के हमार प्रणाम। हमहू आप ही लोग के तरह बनारस क कार्यकर्ता हई। अबहीं जब हम बनारस आयल रहली, त इहे बात कहली। 10 साल पहले आप लोग हमके सांसद बनइला, 10 साल में बनारस हमके बनारसी बना देलेस। इहो बार, हमके सांसद बनावे क और भाजपा के 400 सीट दियावे क जिम्मेदारी आपै लोगन पर हौ। एही लिए हम आज आपन टिफिन लेके आप लोगन के बीच आयल हई।

साथियों,
आप सब को नमस्कार आप सब भी ये जो स्नेह लेकर इस कार्यक्रम में आए हैं वो मेरे लिए अमूल्य है। आज हम और आप सब मिलकर साथ में कुछ खाएंगे और चर्चा भी करेंगे। और एक बात मैं आपसे कहना चाहता हूं। देखिए, गर्मी का मौसम शुरू हो रहा है और आप सब बहुत काम कर रहे है। इसलिए चुनाव के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य और खान-पान का जरूर ध्यान रखिए। मुझे पता चला है कि बनारस में कुछ-कुछ जगहों पर सत्तू की लस्सी मिलनी शुरू भी हो गई है। कुछ दिन में आम का पन्ना भी मिलने लगेगा। गर्मी में प्रचार के दौरान, इसका खूब सेवन करिए। इसके अलावा पानी की बोतल अपने साथ रखना ही चाहिए और मेरा तो आपसे आग्रह है बहुत पानी पीना चाहिए। इस गर्मी में आप लोग इतना काम करतें हैं जितना ज्यादा पानी पी सकते हैं पीना चाहिए। आप ऊर्जा से भरे रहेंगे, स्वस्थ रहेंगे, तो मुझे भी वहां के काम की कभी चिंता ही कभी पहले भी नहीं रही है आगे भी नही रहेगी क्योकि आप सब बहुत कुछ संभाल लेते हैं।

साथियों,
आप सभी की मेहनत से आज हमारी काशी भारत के विकास का रोल मॉडल बन रही है। देश दुनिया में काशी के विकास और विरासत की चर्चा होने लगी है। 10 साल पहले कौन सोच सकता था कि बनारस में इतना विकास हो सकता है। लेकिन इन 10 सालों में हम सबने मिलकर ये दिखा दिया कि विकास की गंगा बनारस में भी तेजी से बह सकती है। मैं जानता हूं कि आप सब जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। लेकिन साथियों...हम भाजपा के लोग मेहनत करने वाले लोग हैं। और हम लोग हमारे पुराने सारे रिकार्ड तोड़ने के लिए मेहनत करतें हैं, हर बूथ में रिकार्ड तोड़ना है, आज बूथ में रिकॉर्ड तोड़ना है, पूरे लोकसभा क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ना है, पूरे उत्तर प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ना है और पूरे हिंदुस्तान में भी रिकॉर्ड तोड़ना है और इसीलिए हम ज्यादा मेहनत करते हैं, क्योंकि हम खुद को ही चुनौती देते हैं, खुद के ही पुराने रिकॉर्ड तोड़ने में लगे रहते हैं, वही करना चाहिए प्रगति की वही निशानी है।

मुझे लगातार आपके बारे में बताएं। लगता रहता है कैसे काशी के युवा लोगों के बीच घर-घर जाकर जनसंपर्क कर रहे हैं। मैं आप लोगों की सोशल मीडिया पोस्ट भी देखता रहता हूं, मुझे पता चला है कि 1 अप्रैल से 5 अप्रैल तक आप लोग एक विशेष पर्ची अभियान भी चलाने जा रहे हैं, और घर-घर जाकर के पर्ची पहुंचने वाले हैं। मैं काशी बीजेपी के सब लोगों को बधाई देता हूं। यह काम इतना जल्दी से योजना बनाना, काम में लग जाना यह बहुत बड़ा काम है क्योंकि अभी से जब पर्ची बटेंगी, कौन मतदाता कहां है। कोई गांव छोड़कर चला तो नहीं दिया है.. सारी जानकारी पहले से मिल जाएगी तो आप आने वाले दिनों में बहुत अच्छी तरह उसका प्लानिंग भी कर सकते हैं.. और जैसे आपने 1 अप्रैल से ही इतना बड़ा अभियान शुरू किया है, मुझे पक्का विश्वास है कि आने वाले 2 महीने आप बढ़िया तरीके से समय का विभाजन करना प्लानिंग करना की सबसे, कौन सा काम करना किस दिन कौन सा काम करना कितने बजे क्या काम करना पक्का प्लानिंग करके जरूर करेंगे, मेरा पूरा भरोसा है..

बीते 10 सालों में जो काम हुआ है, उसी काम को लेकर लगातार लोगों के बीच जाना है.. हमें काशी के विकास की, काशी की विरासत की, और काशी के नए रूप पर लोगों से चर्चा करनी ही चाहिए..10 सालों में जितना काम हुआ उससे जिंदगी कितनी बदली है वह आप सब बहुत अच्छे से समझते हैं..अब हमें यही बात निरंतर मतदाताओं तक पहुंचानी है, हर बूथ के हर मतदाता से बात करनी है उन्हें अपने काम का लेखा-जोखा देना है.. हमें हर बूथ पर, हर शक्ति केंद्र पर, और हर मंडल में महिलाओं को, बुजुर्गों को, नौजवानों को, हर किसी के पास मोदी की गारंटी पहचानी है... और हमारे संगठन की तो सबसे महत्वपूर्ण इकाई है वह है हमारा पन्ना प्रमुख , हमारा पन्ना प्रमुख, हमारी बूथ समिति, हमारे मतदाताओं से लगातार मिले हमारे वोटर से लगातार मिले और परिवार में जा कर के बैठ कर के आराम से बातें करें।

जो संपर्क का काम कर रहे हैं वह लोगों तक सारी जानकारी पहुंचाएंगे.. और जानकारी अपने हाथ में रहनी चाहिए हमेशा.. और जो लोग चुनाव का प्रबंधन देख रहे हैं वह उसका बारीकी से मॉनिटरिंग करेंगे कि आज किस बूथ पर कितना काम हुआ...कितना काम अधूरा रहा, कुछ गलती तो नहीं हुई है। यह सारी बातों का मॉनिटरिंग भी होना चाहिए और सबसे बड़ी बात की हर वर्ग, हर जाति, हर समुदाय के लोग विकसित भारत के हमारे संकल्प से जुड़ने चाहिए, क्योंकि पूरे देश को हमने जोड़कर के विकसित भारत के सपने को संकल्प में बदलना है और संकल्प में 25 साल मेहनत करके सिद्ध करके रहना है...और इसलिए हर नागरिक को जोड़ना है.. हर भाजपा कार्यकर्ता को, मुझे भी और आपको भी इसी भाव से हमें काम करते रहना है। और देखिए आप तो जानते हैं 2014 में जब मैं पहली बार चुनाव लड़ने आया तब से लेकर आज तक मुझे कभी पीछे देखना ही नहीं पड़ा..सब चीजें आप लोगों ने संभाली है।

और आपको याद होगा, जब मैं 2014 में अपना नामांकन भरने आया था तो मीडिया वालों ने मेरे से सवाल पूछे, तो सहज रूप से मेरे हृदय की गहराई से एक बात निकल गई थी.. और मैंने कहा था मुझे किसी ने भेजा नहीं है मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है। यह मेरे भीतर से अपने आप निकला था, और आज मैं कह सकता हूं 2014 में तो मैं कहता था की मां गंगा ने मुझे बुलाया है। आज मैं कह सकता हूं, मैं अनुभव करता हूं कि मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है एक बेटे की तरह एक संतान की तरह। मां गंगा ने मुझे गोद ले लिया है। अब इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। और आप जैसे मुझे साथी मिले है, मेहनती कार्यकर्ता मिले हैं और मिशनमोड में काम करने वाले कार्यकर्ता मिले हैं.. चलिए मैं तो बहुत कुछ बोलता चला जा रहा हूं, अपनी बात तो मैं करता ही रहूंगा थोड़ी बात आप लोगों से भी होनी चाहिए.. तो पहले कौन बात कर रहा है हमारे साथ?

राकेश सोनकर - माननीय प्रधानमंत्री जी को मेरा सादर प्रणाम।
पीएम मोदी - नमस्कार जी नमस्कार जी।
राकेश सोनकर - मैं राकेश सोनकर लोकसभा वाराणसी विधानसभा कैंट बूथ नंबर 74 से, बूथ अध्यक्ष निवेदिता सदन से बोल रहा हूं।
पीएम मोदी - राकेश जी आपको आपके परिवारजनों को नमस्कार...
अच्छा जरा आप अपना परिचय बताइए, कौन मोहल्ला के रह वाला हौवा आप?
राकेश सोनकर - मोहल्ला तुलसीपुर।
पीएम मोदी - जरा अपना परिचय बताइए।
राकेश सोनकर - मैं राकेश सोनकर, लोकसभा वाराणसी विधानसभा कैंट से बूथ नंबर 74 का अध्यक्ष, निवेदिता शिक्षा सदन से बोल रहा हूं।
पीएम मोदी - नहीं वह तो पार्टी में आपका काम जिम्मा क्या है वह बताया।

राकेश सोनकर - जी , मैं फास्ट फूड का स्टॉल लगता हूं।
पीएम मोदी - अच्छा अच्छा, अच्छा राकेश जी, बनारस में चुनाव की गर्मी के बीच मौसम भी गर्म हो रहा है और इतनी भयंकर गर्मी शुरू हो चुकी है, ऐसे में चुनाव प्रचार कैसे चल रहा है।
राकेश सोनकर - चुनाव प्रचार बहुत बढ़िया चल रहा है...पिछले हफ्ते से हम लोग अपनी तैयारी कर रहे हैं बूथ समिति के साथ लोगों के घर-घर जाना, मिलना लोगों का आधार कार्ड बनवाना वोटर लिस्ट बनवाना जो पुराने लोग चले गए हैं उनका नाम काटकर नए लोगों को जोड़ना। यह सब सारी तैयारी हम अपने बूथ समिति के साथ कर रहें है।
पीएम मोदी - अच्छा आप अपने इलाके के बारे में मुझे जरा बताइए, आपके इलाके में किस काम से सबसे ज्यादा बदलाव हुआ है, और लोग खुश नजर आते हैं ऐसी कोई बात बता सकते हैं?
राकेश सोनकर - मेरे क्षेत्र में सबसे ज्यादा लोग खुश हैं.. आपके माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा मिला इज्जत घर, जो की महिलाएं पहले बाहर खुले में शौच के लिए जाती थी उनको सबसे पहले यह उपकार आपकी तरफ से मिला है उससे महिलाएं बहुत खुश है... और साफ सफाई को देखते हुए पहले हर जगह कूड़ा क्षेत्र में पड़े रहते थे अब नियमित रूप से कूड़े वाला आता है, सफाई वाला आता है हर गली मोहल्ला चमक रहा है आपकी वजह से।
पीएम मोदी - अच्छा राकेश जी, हमारा बनारस तो बहुत जागरूक है, वह देश दुनिया की हर बातों पर नजर रखता है मैं जरा आपसे जानना चाहता हूं यह जो विपक्ष के लोग गठबंधन बना रहे हैं एक रे बारे में बनारस से लोगन के मन में कैसन भाव हो।

राकेश सोनकर - यहां पर जो विपक्ष अपनी टीम बना रहे हैं उनके यहां पर कोई चेहरा नहीं चल पाएगा। यहां हर जुबान से मोदी मोदी हर हर मोदी घर घर मोदी का नारा लगता है।
पीएम मोदी - नहीं लेकिन चर्चा तो करते होंगे ना।
राकेश सोनकर - चर्चा करते हैं...सब जगह कमल का फूल खिलेगा प्रधानमंत्री इस बार आप ही बनेंगे। माननीय प्रधानमंत्री जी हर घर से आपको सपोर्ट मिलेगा।
पीएम मोदी - राकेश जी आप तो धरती के कार्यकर्ता हैं, जमीन पर जुड़े हुए हैं, रोज लोगों के बीच में रहते हैं इसलिए आपके पास जानकारी भी काफी है..देखिए आपकी बात सही है कितना विकास हुआ है। काशी में रिंग रोड बनी, स्टेडियम बनी, बाबा विश्वनाथ का भव्य धाम बना, स्टेशनों का विकास हुआ, घाट बेहतर हुए, अब रोपवे जैसे प्रोजेक्ट चल रहे हैं। यानी हर क्षेत्र में लोग काम देख रहे हैं, आप यह सब लेकर लोगों के बीच जाएंगे तो बड़े आत्मविश्वास से जाएगा। और देखिए एक बात ध्यान रखिए यह जो फर्स्ट टाइम वोटर्स है ना, वह 2014 के पहले, उनकी उम्र 8 9 साल की ही थी। और 10 साल के बाद अब वह 18- 19 के हुए हैं तो 10 साल पहले काशी में क्या-क्या मुसीबतें थी इसका उनको कुछ पता नहीं होगा। और इसलिए जो फर्स्ट टाइम वोटर हैं उनको पहले वाली काशी और अभी वाली काशी यह बहुत बराबर समझना होगा ताकि उनको लगे कि देखिए आप बड़े हो रहे हैं तो आपके लिए कितनी चीज़े बन रही है। उनके माता-पिता को कितने मुसीबतों से गुजरना पड़ा था। आज जो फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं उनको वह मुसीबतें नहीं झेलनी पड़ी जो उनके माता-पिता को झेलनी पड़ी थी। यह बात फर्स्ट टाइम वोटर को जरूर बताइएगा। और देखिए कांग्रेस और इंडी- गठबंधन वहां आएंगे तो क्या बताएंगे उनकी तो घिसी पीटी कैसेट हैं,
ना तर्क है ना तथ्य है वह बोलते रहेंगे और आप तो जानते ही हैं यह लोग करप्शन, परिवारवाद और तुष्टिकरण इसके सिवाय उनको कुछ नहीं सूझता है, यही वह करते रहते हैं।
राकेश सोनकर - जी
पीएम मोदी - और इसलिए जब जनता इनको नकारने लगती है, तो यह मोदी को गाली देने लगते हैं। पहले लोग अलग-अलग मंच से मुझे गालियां देते थे अब आजकल झुंड बनाकर मुझे गालियां दे रहे हैं। लेकिन आप तो जानते ही हैं इससे कुछ नहीं होना है जनता इनका साथ जान गई है उसे विकास और विवाद का फल दिखता है। इसलिए कार्यकर्ताओं से मैं यही कहूंगा कि आप बीजेपी का काम जनता में, हर नागरिक में खास करके फर्स्ट टाइम वोटर्स में जरूर पहुंचायेगा और लोगों को गर्मी कितनी ही क्यों न हो, वोट सुबह-सुबह करें इसकी चिंता अभी से करिए और मुझे पक्का विश्वास है हम सकारात्मक रूप से अपना काम करते रहें यह विपक्ष की नकारात्मकता को जनता स्वयं जवाब देगी। राकेश जी बहुत अच्छा लगा मुझे आपसे बात करके...आइए हमें अगला कौन हमारा साथी है जिससे आज बात करने का अवसर मिलेगा।

पीएम मोदी - अब कौन बोलने वाला हैं मेरे साथ?
सौरभ साहनी - सादर प्रणाम माननीय आदरणीय हमारे प्रधानमंत्री जी।
पाएम मोदी- क्या शुभ नाम है आपका।
सौरभ साहनी - हमारा नाम सौरभ साहनी।
पीएम मोदी- सौरभ जी नमस्कार।
सौरभ साहनी - प्रणाम सादर प्रणाम।
पीएम मोदी - सौरभ जी आप भैया कहां घर हो आपके। बनारस में चुनाव का हाल-चाल कैसन हो?
सौरभ साहनी - बनारस में चुनाव का हाल-चाल बहुत ही अच्छा चल रहा है और हम लोग घर-घर जाकर जनसंपर्क किए हैं और हम लोग को यह पता चला है कि आप आदरणीय प्रधानमंत्री जी और सांसद जी को ऐतिहासिक मतों से जीतने का कार्य करेंगे हम लोग।
पीएम मोदी - अब तो आपके इलाके में ही काशी विश्वनाथ मंदिर भी आता है। काशी में विश्वनाथ धाम जो बना वह बनारस में और विशेषकर हमारे छोटे दुकानदारों में उनका बहुत लाभ हो रहा है ना? फायदा हो रहा है कि नहीं हो रहा है। वो लोग बताते है कि नहीं बताते हैं ?
सौरभ साहनी - बताते हैं... जब काशी विश्वनाथ धाम बना, हमारे काशी में जिससे कि यहां की जनता और यहां के लोगों को बहुत ही ज्यादा लाभ हुआ है और यहां बहुत ही ज्यादा सुधार हुआ है शिक्षा-दीक्षा और खाने-कमाने के लिए बहुत ही बढ़िया सुविधा मिला हुआ है।
पीएम मोदी - जरा विस्तार से बता सकते हैं आपके अनुभव क्या है और लोग क्या बोलते हैं।
सौरभ साहनी - जी विस्तार में बता सकते हैं कि जैसे कि हमारा माही समाज है वो लोग तो एकदम अच्छे से कमा-खा रहा है और नमो घाट भी हमारे बगल में बना हुआ है। इससे कि वो लोग बहुत ज्यादा जो फले-फूलते है। उनके घर के शिक्षा-दीक्षा और उनके घर के बच्चे सब कोई अच्छे से कमा-खा रहा है, पढ़ रहा लिख रहा है और जो अदर भी लोग हैं जो काशी विश्वनाथ धाम के बगल में रहते हैं समाज के लोग वो लोग भी अच्छे, उनका छोटा-मोटा दुकान से लेकर बड़ी-बड़ी दुकानें भी अच्छे से चल रही है जिससे कि पर्यटक बहुत ज्यादा आ रहे हैं और हमारे काशी का बहुत ही ज्यादा उद्धार हो रहा है।
पीएम मोदी - अच्छा सौरभ जी, बाहर से आने वाले टूरिस्ट लोगों से जिन कार्यकर्ताओं का संवाद होता है क्या वह काशी के विकास को देखकर प्रभावित होते हैं। जो बाहर से लोग आते हैं, उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से आते होंगे, कोई गुजरात से आता होगा, कोई तमिलनाडु से आता होगा, कोई केरल से आता होगा तो ये लोग ये विकास देखते होंगे तो बोलते ही होंगे। बनारस को लेकर ये जो पर्यटक है टूरिस्ट है उनके परसेप्शन में कितना बदलाव आया है, कोई अनुभव है आपका।
सौरभ साहनी - जी जी, बाहर वाला अदर राज्य से, जिलों से और देश से विदेश से लोग आते हैं वो लोग काशी में आकर 10 साल पहले तो कुछ नहीं रहा, लेकिन 10 साल बाद जो बदलाव है वो लोग भी आकर हमको बोलते हैं कि ये काशी में बहुत अच्छा अच्छा बन गया और यहां बहुत चीज देखने के लिए बन गया है। हम लोग अक्सर दोबारा भी आएंगे परिवार को लेकर आएंगे और कुछ लोग को लेकर आएंगे वह लोग यहां से प्रसन्न होकर जाते हैं और बहुत ही खुश होते हैं। और अच्छा-अच्छा स्वभाव बताते हैं। और यहां उनको बहुत कुछ देखने को मिलता है अच्छा-अच्छा चीज और यहां बगल में नमो घाट बन गया है। और गंगा नदी में अलकनंदा चल रहा है वह सब देखने के लिए पर्यटक आते हैं और उसमें घूमते हैं आनंद लेते हैं।
पीएम मोदी - अच्छा सौरभ जी काशी में तो एक प्रकार से मिनी हिंदुस्तान है। कई प्रांतों के लोग रहते हैं। मैं तो जब आता हूं मैं मिलता हूं कई गुजराती परिवार मिलते हैं, बंगाली परिवार मिलते हैं, तमिल परिवार मिलते हैं यानी एक प्रकार से मिनी हिंदुस्तान है।
आप लोग इस चुनाव प्रचार में जाते हैं तो उन लोगों से कैसे संवाद करते हैं।
सौरभ साहनी - हम लोग चुनाव प्रचार में उनके पास जाते हैं तो वह लोग ज्यादातर लोग हमारी मातृभाषा सीख गए रहते हैं, नहीं तो हम लोग उनसे बात करके कुछ ना कुछ हम लोग भी आ ही जाता है इसलिए हम लोग उनसे आराम से बात कर लेते हैं। वो भी हमसे आराम से बात कर लेते हैं क्योंकि वह भी यहां खाने लगते हैं तो वह लोग बहुत कुछ सीख जाते हैं यहां पर और ऐसी कोई दिक्कत नहीं है।
पीएम मोदी- अच्छा सौरभ जी, आप इतने सक्रिय है मेहनती कार्यकर्ता हैं लेकिन मैं आपके माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं से कहूंगा जो हमारे सीनियर सिटीजन हैं, जो हमारे बुजुर्ग माता-पिता हैं, दादा-दादी हैं नाना-नानी हैं, मोहल्ले में रहने वाले ऐसे बुजुर्ग लोग होंगे, गांव में रहने वाले बुजुर्ग लोग होंगे, इन बुजुर्गों को मतदान के लिए कोई परेशानी ना हो और सब बुजुर्ग बूथ तक पहुंचे, इसके लिए बहुत कुछ योजना करनी पड़ती है क्या आप लोग भी उसे पर प्रयास कर रहे हैं क्या।
सौरभ साहनी - हां हम लोग प्रयास करते हैं। हम लोग के टीम बना हुआ है पूरी समिति बना हुआ है जो कि हम लोग घर-घर जाकर जितने बुजुर्ग लोग होते हैं उनको अपने गाड़ी बैठाके मतदाता स्थल पहुंचाते हैं। वहां से वोट दिलाके सीधे घर लाकर आराम से छोड़ते हैं और जो भी अदर कहीं दूर-दूर रहते हैं तो वहां भी हम लोग जाते हैं बाइक से, ऑटो से, गाड़ी से, किसी भी प्रकार से वहां से भी लोग लाकर वोटिंग कराते हैं, मतदाता कराते हैं फिर वहां वापस छोड़ते हैं जिससे कि हमारा एक मत भी खराब ना हो और आपका मत कुछ खराब ना हो भारी से भारी मतों से आप को जितना चाहते हैं ऐतिहासिक मतों से।

पीएम मोदी- देखए काशी के मेरे बूथ के सभी मजबूत सैनिकों से तो मैं कहना चाहूंगा कि लोग बहुत आशा से बीजेपी को देख रहे हैं। काशी तो पूरे भारत की सांस्कृतिक राजधानी है। काशी में सांस्कृति का विकास होगा तो भारत भर में सांस्कृतिक चेतना बढ़ेगी। यह चेतना बढ़ रही है इसलिए लोग एक भारत श्रेष्ठ भारत और विकसित भारत के भाव से जुड़े हैं, लेकिन भारत की शक्ति बढ़े, ये परिवारवादी, भ्रष्टाचारी पार्टियों को पसंद कभी भी नहीं आएगा। उनके लिए तो उनके बच्चे आगे बढ़ जाएं, उनके अपने परिवार के लोगों को पदों पर जगह मिल जाए और सरकार प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बन जाए फैमिली की लिमिटेड कंपनी बन जाए यही मंशा है। और यह परिवारवादी पार्टियां तो ऐसी है वह तो ऑफ़ द पीपल, ऑफ़ द परिवार बाय द परिवार, फौर द परिवार। ऐसी ही पार्टियों हैं ये। अब मोदी आया तो उसने इनका यह सारा कारोबार बंद कर दिया। भ्रष्टाचार खुलना शुरू हुआ तो उसमें एक के बाद एक लोग जेल जाने लगे तो अब ये कह रहे हैं कि विपक्ष को परेशान किया जा रहा है। आप जरा काशी वासियों से भी पूछिएगा ...भ्रष्टाचारियों को जेल जाना चाहिए या नहीं और मोदी इनकी धमकियों से डरने वाला नहीं है क्योंकि मेरे साथ आप जैसे कार्यकर्ता है जनता जनार्दन का आशीर्वाद है, मां गंगा का आशीर्वाद है। साथियों मैं अब इस बारे में एक और सलाह ले रहा हूं। आपको मालूम है ये ईडी ईडी करते हैं लेकिन ईडी ने जो लोगों की संपत्ति अटैक की है जिन्होंने बेईमानी का पैसा इकट्ठा किया है, जो नोटें हाथ लगी है, बड़े-बड़े घरों में से नोटों के ढेर मिले हैं आपने भी वीडियो टीवी पर सबने देखा है। अब मैं सोच रहा हूं कि जिनका पैसा गया है और जिसका सबूत है कि यह पैसा इसलिए इसको दिया तो यह जो संपत्ति जब्त की है ना उसमें से मैं इन सबको पैसा वापस करने वाला हूं। और एक दिन ऐसा आएगा यह लोग ईडी का जय जयकार करने लग जाएंगे लोग। क्योंकि ईडी उनको पैसा वापस दिलवा रहा है। चलिए मुझे सौरभ बहुत अच्छा लगा आप मेहनत कर रहे हैं लेकिन अपना ख्याल रखिए, अपने परिवार का ख्याल रखिए यह जरा गर्मी का माहौल है चलिए आगे बढ़ते हैं... हमारे अगले कार्यकर्ता कौन है ...जरा अपना परिचय बताइए।

ऋचा सिंह - आदरणीय प्रधानमंत्री मोदी जी को सादर प्रणाम मेरा मैं रिचा सिंह।
पीएम मोदी- आपको नमस्कार, क्या शुभ नाम?
ऋचा सिंह - मैं ऋचा सिंह, महानगर मंत्री महिला मोर्चा वाराणसी शहर उत्तरी विधानसभा से।
पीएम मोदी- ऋचा जी आपको मेरा प्रणाम और आपके परिवार को भी प्रणाम। गर्मी बहुत है... संभालिए ...अच्छा ऋचा जी मैं तो कुछ जानकारी के लिए बातचीत करना चाहता हूं। और मुझे पक्का विश्वास है आप तो शहर की मंत्री हैं तो आपको चप्पे- चप्पे का पता रहता है और आजकल महिलाओं में तो इतनी बड़ी ताकत है इतनी ऊर्जा है कि सारे देश की महिलाओं के आशीर्वाद से मैं दौड़ रहा हूं अच्छा आप मुझे काशी की हमारी माताओं- बहनों का मिजाज बताइए। वह सब क्या कह रही है ये जो शहर में विकास हुआ है इससे माताओं बहनों महिलाओं की कितनी खुश है। उनको क्या बदलाव नजर आता है।
ऋचा सिंह - आदरणीय प्रधानमंत्री जी काशी की जो महिलाएं हैं सब लोग प्रसन्न हैं और सब लोग खुश हैं। आज जो परिवर्तन काशी में हुआ है, आज जो काशी विश्वनाथ कॉरिडोर इतना बड़ा बनने की वजह से घर के जो आदमी लोग हैं वह बाहर निकलते हैं, वो रोजगार उनको मिला है इसकी वजह से। और महिलाएं हमेशा आपका गुणगान गाती रहती है कि मोदी जी के आने से इतनी सुविधा हम लोग को मिली है, इतनी आजादी हम लोग को मिली है कि आज हम ही नहीं हमारा पूरा परिवार खुशहाली से जीवन यापन कर रहा है।
पीएम मोदी- ऋचा जी, अभी मैंने शुरू में बताया कि जब मैं 14 में आया था तो मैंने कहा था मां गंगा ने मुझे बुलाया है और आज में 10 साल के बाद का सकता हूं अनुभव करता हूं ऐसा लग रहा है मां गंगा ने मुझे गोद लिया है। देखिए यह बात हर महिला तक पहुंचाइए आप। पहुंचाएंगे?
ऋचा सिंह - जी
पीएम मोदी- अच्छा एक बात जो महिलाओं को लेकर सबसे महत्वपूर्ण है वह है सुरक्षा का भाव। एक तरफ तो यूपी में हमारे योगी जी की सरकार के कारण कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। और योगी जी भी उसके लिए काफी मेहनत करते हैं। उसपे उनका ध्यान भी बहुत रहता है। दूसरा हम लोगों ने महिलाओं को ध्यान में रखकर केंद्र की हर योजना में उन्हें बड़ी वरीयता दी है, महिलाओं को प्राथमिकता दी है। इसके विषय में गांव गरीब की महिलाएं हो, कम पढ़ी-लिखी महिलाएं हो या बहुत पढ़ी-लिखी कोई सर्विस करने वाली, पढ़ाने वाली, टीचर ऐसे काम करने वाली महिलाएं इन सब की क्या प्रतिक्रियाएं होती है?
ऋचा सिंह – जी माननीय, महिलाओं को जो सुविधा मिली है जैसे उज्जवला कनेक्शन आज जो महिलाएं पहले घर में केवल वही लकड़ी जलाकर खाना बनाती थी और समाज में निकल भी नहीं सकती थी उनके पास समय ही नहीं मिलता था। पर आज आपके आशीर्वाद से उज्जवला कनेक्शन आने की वजह से घर-घर महिलाओं को मिला। आज महिलाएं समय से उठती हैं, समय से उनके पति ऑफिस जाते हैं, बच्चे स्कूल जाते हैं, समय से महिलाएं निकलकर दूसरे कार्य में भी अपना सहयोग देती हैं, और आपके आशीर्वाद से महिलाओं को सुरक्षा मिला है। आज महिलाएं हर महिलाएं हर घर की महिलाएं अपने आप को मोदी सरकार में अपने आपको सुरक्षित समझते हैं।
पीएम मोदी- ऋचा जी, देखए काशी तो शिव और शक्ति दोनों की धरती है। और मैं काशी का सांसद हूं तो जब यह चंद्रयान हमारा पहुंचा तो जिस जगह पर गया उसका भी नाम मैंने तो शिव शक्ति रख दिया है और अब तो दुनिया भी शिव शक्ति बोलने लगी है। और हमारी काशी तो माता अन्नपूर्णा, माता विशाललाक्षी और मणिकर्णिका का आशीर्वाद प्राप्त हुए हैं। और जैसा आपने कहा उज्वला योजना बनाई है, आयुष्मान योजना बनाई है, आपको तो मालूम ही होगा अभी मेरा एक अभियान है, आने वाले 5 साल में मुझे गांव-गांव लखपति दीदी बनाना है और इतना बड़ा मैंने एक लक्ष्य रखा है कि 3 करोड़ लखपति दीदी बनाना है। ये बातें क्या काशी के ग्रामीण इलाकों में या झुगी झोपड़ी में रहने वाली हमारी माताएं- बहनें जो मेहनत करती है उन तक ये बातें पहुंची हैं क्या? वह कितनी खुश है।
ऋचा सिंह- जी माननीय, हम लोग घर-घर डोर टू डोर महिलाओं से जाकर मिलते हैं और जितनी सरकार द्वारा निकाली गई योजनाएं हैं उनके बारे में हम लोग महिलाओं को बताते हैं और 100 परसेंट उनको वो सुविधा दिलाते हैं।

पीएम मोदी- नहीं यह लखपति दीदी वाला मामला...
ऋचा सिंह - जी माननीय, आपके आशीर्वाद से हम महिलाएं लखपति दीदी बना रहे हैं जिससे हमारे घर परिवार की आर्थिक स्थिति सही हो रही है आज हमारा परिवार सुख चैन से सो रहा है।
पीएम मोदी - अच्छा ऋचा जी, आप तो पूरे शहर का काम देखती हैं आपको क्या लगता है, काशी में यूपी में या भारत के स्तर पर हमें महिलाओं के लिए और क्या करना चाहिए। नारी शक्ति तो और शक्ति का स्वरूप होती है लेकिन आपने देखा होगा कांग्रेस के एक नेता ने कह दिया कि वह शक्ति को नष्ट करना तय करके बैठा हुआ है। शक्ति से उसकी लड़ाई है और मैं शक्ति का पुजारी हूं। हमारे यहां तो शक्ति स्वरूपा की पूजा हर कोई करता है। लेकिन आज की राजनीति देखिए अब वह शक्ति को ही नष्ट करना चाहते हैं तो आपका क्या सुझाव है और क्या करना चाहिए।
ऋचा सिंह - माननीय आज महिलाओं हर तरह से संतुष्ट है आज जो 10 वर्षों में हुआ है वो पहले किसी भी सरकार में नहीं हुआ। तो महिलाओं को अपेक्षा से ज्यादा मिल गया है आज मोदी सरकार में इसीलिए हर महिलाएं खुशी से रह रही है और अबकी बार 400 पार का नारा भी लगा रही हैं काशी में।
पीएम मोदी- देखिए ऋचा जी, मैं आपके माध्यम से बूथ के काशी के कार्यकर्ताओं को एक और काम देना चाहता हूं। पिछले कई महीनों से एक काम में बहुत मन से कर रहा हूं और मैं जितने भी लोगों को मोती बिंदु की तकलीफ है, तो हमने काशी लोकसभा क्षेत्र में हर एक का आंखों का चेकअप करवाया, किसी को चश्मे की जरूरत है तो उसकी चिंता की। किसी का मोती बिंदु का ऑपरेशन करना था तो उसकी चिंता की, और आज भी बिल्कुल मुफ्त में सबके मोती बिंदु के ऑपरेशन का काम चल रहा है... और हजारों लोगों को मदद मिली है। मैं पिछली बार जब आया था तो वैसे जिन–जिन लोगों को यह नेत्र बिंदु का ऑपरेशन का लाभ मिला है सारे मिले थे मुझे, बहुत आशीर्वाद दे रहे थे। लेकिन मैं कार्यकर्ताओं को कहूंगा कि आपके क्षेत्र में उनकी सूची बनाकर उनको भी जरूर मिलिए और मेरी तरफ से पूछना कि अब उनको आपको कोई और तकलीफ तो नहीं है ना। क्योंकि आंख जीवन में बहुत जरूरी होती है और मैं चाहता हूं कि मैं छोटी सी मदद कर सकूं तो आप लोग जरूर जाइएगा सभी कार्यकर्ताओं से मेरा आग्रह है। अच्छा ऋचा जी यह जो हमारे कॉलेज जाने वाली बेटियां हैं या प्रोफेशनल बेटियां हैं पूर्वांचल में चुनाव को लेकर ऐसे जो पढ़े लिखे हमारी महिलाएं हैं, बहनें हैं, बेटियां हैं उनका मिजाज क्या है, वह क्या बातें करती हैं कैसे देख रही है चुनाव को।
ऋचा सिंह- माननीय, जब हम लोग निकालते हैं घर से बाहर और जब नवयुवतियों से संपर्क करते हैं तो उनका एक ही कहना होता है कि पहले जो सरकारें थी उसमें बहन बेटी का घर से निकलना मुश्किल था। आज मोदी सरकार में हर बहन, हर मां, हर बेटी, हर बहू अपने आप को सुरक्षित महसूस करती हैं और मैं आपको बताना चाहूंगी माननीय, आज लड़कियां अपने घर से अकेले स्कूल भी जा सकती हैं साइकिल से जा सकती हैं, बस से जा सकती हैं। और गांव से भी माननीय, वो अकेले आ सकती है शहर में पढ़ने के लिए। पिछले 10 वर्षों में यह जो हुआ है मोदी सरकार में आज तब के घरों में मां, बेटी, बहन सबकी जुबान पे एक ही बात है केवल कि मोदी सरकार में महिलाओं को सुरक्षा दिया गया। आज महिलाएं घर-घर में ही नहीं समाज में बाहर हर जगह सुरक्षित है माननीय।

पीएम मोदी - ऋचा जी, आपसे बात करके अच्छा लगा और आपकी बात सही है नारी शक्ति का आत्मविश्वास बीते 10 वर्षों में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा है। इस आत्मविश्वास का असर भी दिख रहा है और अब आप देखिए स्पोर्ट्स हो, स्पेस सेक्टर हो, स्टार्टअप हो, सेल्फ हेल्प ग्रुप हो, हर तरफ हमारी नारी शक्ति कितना उत्तम कम कर रही है। और ऐसा इसलिए है क्योंकि हमने 10 सालों में बेटियों के लिए नए अवसर बनाए हैं उनका आत्मविश्वास बढ़ाया है। मैं काशी की महिला कार्यकर्ताओं से अनुरोध करना चाहता हूं, एक हफ्ते बाद चैत्र नवरात्रि का पर्व शुरू हो रहा है। हम इस नवरात्रि में काशी की नारीशक्ति को अपनी महिला केंद्रित योजनाओं की जानकारी देने के लिए एक अभियान शुरू करें। आप इसे शक्ति संपर्क अभियान कह सकते हैं, शक्ति वंदन अभियान का सकते हैं काशी के सब लोग मिलकर के तय कीजिए क्या नाम रखना है। लेकिन पूरा नवरात्रि माता-बहनों को मिलना उनसे बात बताना सारी चीज़ें महिलाओं के काम की बताना एक पूरा अभियान चलाना चाहिए। और यह ऐसा अवसर होता है एक प्रकार से शक्ति उपासना का अवसर है। और जब हर नारी को वंदन करते हैं तो एक प्रकार से शक्ति वंदन अभियान हो जाता है। तो आप उसको जरूर कीजिएगा... मैं सभी काशीवासी कार्यकर्ताओं से ये आग्रह करता हूं, देखिए, लोकतंत्र में नारी शक्ति की भागीदारी जितनी मजबूत होगी विकसित भारत का हमारा संकल्प भी उतना ही सशक्त होगा। ऋचा जी आपसे बात करके बहुत अच्छा लगा और आप अधिक से अधिक महिलाओं को सक्रिय करें और इस नवरात्रि का फायदा उठाएं सब पूरे-पूरे काशी क्षेत्र में पूरा लोकसभा क्षेत्र में इसको ध्यान दीजिए। आइए हम किसी और कार्यकर्ता से बात करते हैं अगले कार्यकर्ता कौन है?

शिव शंकर सिंह पटेल - माननीय प्रधानमंत्री जी को मेरा सादर प्रणाम।
पीएम मोदी- नमस्ते भैया।
शिव शंकर सिंह पटेल - मैं शिव शंकर सिंह पटेल। हमारे पास संगठन में शक्ति केंद्र का दायित्व है, रोहनिया विधानसभा।
पीएम मोदी- वाह शिव शंकर जी आप तो शिव भी हैं शंकर भी हैं और शंकर की भूमि में है चलिए बहुत अच्छा लगा मुझे। अच्छा शिव शंकर जी, आपके बूथ पर कैसी तैयारी चल रही है और रोहनिया में लोग क्या कह रहे हैं?
शिव शंकर सिंह पटेल - बहुत अच्छी चल रही है। अभी जब मतदाता सूची को जोड़ने का काम किया... राष्ट्रीय कार्यक्रम…. सुनने के लिए बूथ स्तर की रचना…. कुछ दिन पहले लाभार्थी संपर्क योजना के तहत हमने सरकार के सभी कार्यक्रमों की जानकारी कराई योजना के पंपलेट बाटें, मैं मोदी का परिवार ऐसा स्टीकर लोगों के घर-घर बड़े उत्साह से लगाए। अभी तो काशी में हर घर मोदी का परिवार है।
पीएम मोदी- हां हां हां हां हम्म। अच्छा हमारे कार्यकर्ताओं ने मतदाताओं से मिलना शुरू कर दिया है। नामांकन का इंतजार भी करते होंगे। हमें नामांकन तक का इंतजार नहीं करना चाहिए। हमें तो काम अभी से तेज गति से चलाना चाहिए और इसलिए मेरा संदेश मेरा प्रणाम अभी से हर मतदाता तक पहुंचना है, पहुंच पाएगा क्या ? शिव शंकर जी....
शिव शंकर सिंह पटेल - जी जी।
पीएम मोदी - मेरी बात सुनाई दे रही है।

शिव शंकर सिंह पटेल - हां जी सुनाई दे रही है।
पीएम मोदी- हां तो मैंने कहा यह जो मेरा संदेश है, मेरा प्रणाम है हर परिवार तक पहुंचना है पहुंच जाएगा?
शिव शंकर सिंह पटेल - जी जी पहुंच जाएगा।
पीएम मोदी - अच्छा देखिए आप तो शक्ति केंद्र के संयोजक हैं आज पोलिंग स्टेशन पर हमारा यह टिफिन बैठक चल रहा है लेकिन क्या आपको लगता है कि अगले रविवार को बूथ के लेवल पर टिफिन बैठक हो आज तो हम पोलिंग स्टेशन पर लेवल पर इकठ्ठे हुए हैं । तीन-चार, तीन -चार बूथ इकठ्ठे हुए हैं लेकिन अगर मैं ये चाहूं कि अगले रविवार को बूथ पर, बूथ के ही कार्यकर्ता टिफिन बैठक करें तो क्या लगता है हो सकता है? शिव शंकर जी?
शिव शंकर सिंह पटेल - हां जी हो जायेगा, ये तो बहुत अच्छा रहेगा हो जाएगा तो हम लोग के लिए।
पीएम मोदी- लेकिन सिर्फ आपकी शक्ति केंद्र में नहीं, मैं तो पूरे काशी लोकसभा क्षेत्र के सबको रिक्वेस्ट कर रहा हूं कि आज हमने इतना बड़ा सफल कार्यक्रम किया और मुझे तो बताया गया कि पिछले एक सप्ताह से इतना उत्साह था कार्यकर्ताओं में सब रजिस्ट्री करवा रहे थे। जिसके पास वह नया मोबाइल फोन नहीं है तो वह नया मोबाइल फोन खरीदने चला गया यानि इतना उत्साह उमंग ये सुना मैंने। मुझे बहुत अच्छा लगा और कहते हैं कि आज तो हजारों कार्यकर्ता टिफिन बैठक में भी हमारे साथ जुड़े हैं। ऐसा सौभाग्य बहुत कम लोगों को मिलता है जो मुझे काशी ने दिया है, मां गंगा ने दिया है, और आप सब भाजपा के कार्यकर्ताओं ने दिया है। अच्छा शिव शंकर जी, बताइए यह जो बनारस में 10 वर्षों में कई फ्लाइओवर बने हैं, खास तौर पर ये फुलवरिया वाला और चौकाघाट वाला इससे इन लोगों की समस्या तो कम हुई है ना और क्या बोलते हैं लोग ?
शिव शंकर सिंह पटेल - लोग बोलते हैं जैसे हम लोग को पहले कचहरी जाने में रोहनिया से जाने में आधे घंटे लगते थे अब वही हमको 10 मिनट से 15 मिनट लगते हैं कचहरी पहुंचने में। वहीं चौकेघाट पहुंचने के लिए हम लोग को पहले कैंट से होकर जाना पड़ता था। बहुत बड़ी लंबी लाइन भीड़ जमावड़ा लगा रहता था, एक घंटा, डेढ़ घंटा, दो घंटा, तीन घटें बीत जाते थे, लेकिन अब 10 से 15 मिनट में पहुंच जाते हैं आराम से कोई ट्रैफिक नहीं कोई जाम नहीं।
पीएम मोदी- तो इसके कारण तो लाखों लोगों को रोज फायदा होता होगा।
शिव शंकर सिंह पटेल - जी बहुत लोगों को एकदम बहुत फायदा होता है
पीएम मोदी- हमें आशीर्वाद भी देते होंगे।
शिव शंकर सिंह पटेल – जी।
पीएम मोदी- अच्छा आप जब ग्रामीण इलाकों में महिला वोटर से संवाद कर रहे हैं तो उनका एनडीए के विषय में बीजेपी की सरकार के विषय में क्या कहना होता है?
शिव शंकर सिंह पटेल - उनका कहना बहुत अच्छा है। जैसे आप सरकार द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही है वह पाके बहुत खुश है। जैसे में उज्जवला गैस हो गया, इज्जत घर हो गया, आवास हो गया, किसान सम्मान निधि हो गया, आयुष्मान कार्ड पाकर लोग बहुत खुश हैं जिसमें उन लोगों को जो गरीब लोग हैं उनको 5 लाख तक की दवा का इलाज मिल जा रहा है फ्री में।
पीएम मोदी - आयुष्मान कार्ड तो उनकी पूरी जिंदगी बचा लेता है क्योंकि गरीब आदमी और खास करके हमारी माताएं-बहनें कितनी ही बीमारी हो, लेकिन घर में किसी को बताती नहीं है, सब सहन करती है इतनी पीड़ा सहन करती है और फिर बीमारी बढ़ती जाती है क्योंकि उनको लगता है कि कहीं बीमारी के कारण खर्चा हो जाएगा, बच्चों पर कर्ज चढ़ जाएगा तो वह सहन करती हैं, लेकिन बच्चों को कर्ज नहीं होने देती है। तो मैंने सोचा कि भई अगर मां परेशान है तो ये बेटा किस काम का। और इसलिए आयुष्मान योजना आई और मुझे खुशी है कि आज लाखों माताएं-बहनें और भाई जिनकी पुरानी-पुरानी बीमारी थी वो सब उपचार करा रहे हैं, स्वस्थ हो रहे हैं और हम सबको आशीर्वाद भी दे रहे हैं। तो आपने सही कहा अपने क्षेत्र में आयुष्मान योजना का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ मिले यह हमें चिंता करनी चाहिए। अच्छा शिव शंकर जी आपके क्षेत्र में तो बहुत बड़ा ग्रामीण इलाका है वहां उज्ज्वला योजना, पीएम आवास और ऐसी केंद्र की योजनाओं के लाभार्थी होंगे उन लोगों से जब संपर्क करते हैं तो उन लोगों की क्या प्रतिक्रिया होती है?
शिव शंकर सिंह पटेल - लोगों की प्रतिक्रिया यह होती है कि जो मोदी जी ने योजनाएं लागू की हैं हम लोगों के लिए बहुत अच्छी हैं। इससे हम लोगों का हर काम अच्छे से हो जाता है, उसका लाभ मिलता है अच्छे से। जैसे उज्जवला गैस, उज्जवला गैस से पहले की औरतें मां लोगों को खाना बनाने में चूल्हे पर खाना बनाने में बहुत दिक्कत होती थी, अब उज्जवला गैस मिलने की वजह से उनको कोई प्रॉब्लम कोई दिक्कत नहीं होती है। वो अपना काम कम समय में कर लेती हैं, बाहर का भी काम देख लेती हैं।
पीएम मोदी- क्या शिव शंकर जी, मैं तो सभी काशी के मेरे सभी कार्यकर्ता जो आज टिफिन बैठक में आए हैं, हजारों की तादाद में आए हैं उन सबको कहना चाहूंगा कि बीते 10 सालों में हमने काशी के संपूर्ण विकास पर काम किया है। बिजली की व्यवस्था अच्छी हुई है, शहर में साफ सफाई का काम ठीक हुआ है, ट्रैफिक सिस्टम में सुधार का पूरा प्रयास हुआ है, लोगों को जाम में ज्यादा फंसना ना पड़े उसके लिए जो जरूरी विकास के काम थे वह हुए हैं, और बनारस तो इतना पुराना शहर है इसलिए पुराने इलाकों में भीड़ ज्यादा होती है लेकिन ये समस्या भी दूर हो, हम इस पर भी काम कर रहे हैं। मुझे याद है कि पहले जिला किस नेता का है वह देखकर बिजली मिलती थी। सड़क फलां नेता के गांव में बनती थी.. और गरीब के गांव भुला दिए जाते थे। लेकिन हम तो सब का साथ सबका विकास का मंत्र लेकर के चल रहे हैं इसलिए आज यह भेदभाव खत्म हो गया है। सबके लिए काम हो रहा है, और बनारस का विकास भेल हो तो चंदौली, भदोही, आजमगढ़, गाजीपुर और जौनपुर का विकास भी होत है। ईहे मोदी मॉडल हो, ईहे मोदी का गारंटी हो। चलिए शिव शंकर जी आपसे बात करके मुझे बहुत अच्छा लगा और मुझे पूरा विश्वास है आने वाले दो महीने एक-एक मिनट का उपयोग भारतीय जनता पार्टी के और एनडीए के भव्य विजय के लिए आप सभी कार्यकर्ता लगाएंगे। चलिए आगे बढ़ते हैं हमारे साथ अब कौन है किसके साथ बात करनी है मुझे?

संगीता प्रजापति - माननीय प्रधानमंत्री जी आपको सादर प्रणाम।

पीएम मोदी - नमस्ते जी।
संगीता प्रजापति - मैं संगीता प्रजापति सेवापुरी विधानसभा।
पीएम मोदी - संगीता जी नमस्कार। संगीता जी बताइए।
संगीता प्रजापति - मैं संगीता प्रजापति सेवापुरी विधानसभा की राजा तलाब मंडल अध्यक्ष महिला मोर्चा की हूं।
पीएम मोदी - अच्छा संगीता जी, अब आप तो बहुत मेहनत करने वाले सब कार्यकर्ता हैं तो मैं तो इतना नीचे तक गांव गांव तो जा नहीं पाता हूं तो आप ही सबके माध्यम से जानकारी लेता हूं। तो मैं आपसे भी कुछ जानकारी लेना चाहता हूं। अब आपके क्षेत्र में किसान कल्याण के लिए जो काम हुए हैं, पेरिशेबल कार्गो का जो काम हुआ है उस किसान साथी कितना प्रसन्न है।
संगीता प्रजापति - बहुत प्रसन्न हैं। वह किसान समृद्धि योजना से बहुत खुश हैं। जो कि लोग को 2000 की निधि मिल रहा है है उससे वो लोग बहुत खुश है। और बहुत तारीफ भी करते हैं कि आज हमको कहीं ना कहीं कुछ चीज का सहयोग मिल रहा है। किसान सम्मेलन निधि फल सब्जी आरक्षण हो रहा है उनको बहुत खुशियां प्राप्त हो रही हैं।
पीएम मोदी- अच्छा आपको तो मालूम है ना अब तो हमारे यहां से फल सब्जी वगैहरा विदेशों में जा रही है।
संगीता प्रजापति - जी हां।
पीएम मोदी - अच्छा संगीता जी आपके पास आपके क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची है। क्या जिनको हमारे योजना का लाभ मिला है क्या आप उन लोगों से लिस्ट लेकर के मिलते रहने के लिए कोई योजना बनाते हैं। उज्जवला के कौन लाभार्थी हैं, पीएम आवास योजना के कौन लाभार्थी हैं, नल से जल मिला वो कौन लाभार्थी हैं, शौचालय बना वो कौन लाभार्थी हैं, ऐसी सूची बनाकर के अगर आपने काम किया है तो कैसे करते हो और क्या अनुभव आता है?
संगीता प्रजापति - हम हर गांव में जाते हैं। वहां आवास लाभार्थी दीदियों से संपर्क करते हैं। शौचालय दीदियों से संपर्क करते हैं और उनसे पूछते हैं तो कहती है हमको बहुत खुशी है और जो पीएम आवास मिला है उनसे बहुत वह खुश हैं। कहती कि कल मड़ई था आज हमारे सर पर छत हो गया है। और हम बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहते हैं प्रधानमंत्री जी को, जो कि हमको आज छत मिला है, इज्जतघर मिला है। वह आपको बहुत धन्यवाद देती है कम से कम आज हमारे कोई ना कोई कुछ सोचा है, और कुछ किया है, कुछ क्या बहुत कुछ किया है हमारे लिए। आयुष्मान कार्ड बनाया, उज्जल उज्जवला गैस मिला है, राशन कार्ड भी लोगों को मिला है, जोकि महिलाओं के नाम में है। राशन कार्ड जो उसकी मुख्य मुखिया बनाई गई है राशन कार्ड का महिलाओं के नाम है सुमंगला योजना..।
पीएम मोदी- जो मुफ्त राशन मिलता है इसका कितना असर है??
संगीता प्रजापति - बहुत तेज असर है...
पीएम मोदी- अच्छा उनको पता है कि मोदी जी ने आने वाले पांच सालों के लिए भी मुफ्त राशन देने का निर्णय कर लिया है, पता है उनको।
संगीता प्रजापति - सबको पता है।
पीएम मोदी- क्या पता है।
संगीता प्रजापति- कि आने वाले 5 वर्षों में मुफ्त राशन हम लोग को मिलेगा.. माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा हम लोग को मिलेगा, इससे बहुत सब लोग...
पीएम मोदी- अच्छा देखिए.. हम यह दो महीना तो मेहनत करेंगे ही। लेकिन सबसे बड़ी मेहनत करेंगे... विद्यार्थी साल भर कितना ही पढ़ता हो लेकिन उसकी कसौटी तो जिस दिन एग्जाम होती है उस दिन होती है। हमारी कसौटी भी जिस दिन मतदान होता है, उस दिन होती है। मतदान के पहले के जो दो-तीन दिन होते हैं वह सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं, और तब तक गर्मी भी बढ़ गई होगी तो अभी से ज्यादा से ज्यादा परिवारों का दिल जीत लें हम। अगर दिल जीत लिया तो बूथ हम जीत जाएंगे और हमें तो बूथ का रिकॉर्ड तोड़ना है।
संगीता प्रजापति - जी जी बिलकुल सही।
पीएम मोदी- तो बूथ का रिकॉर्ड तोड़ना मतलब पहले जितना मतदान हुआ उससे ज्यादा मतदान कराना , पहले जितने वोट मिले उसे ज्यादा वोट लेना, पहले किसी मोहल्ले के लोगों ने वोट नहीं दिया तो उस मोहल्ले के लोगों का दिल जीतना उनको वोट करने के लिए ले आना इन सब कामों की कैसी तैयारी चल रही है।
संगीता प्रजापति - बहुत अच्छी तैयारी चल रही है, हर घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं अपने टोली के साथ और जो हमारी टीम है उनके साथ….
पीएम मोदी- ऐसा तो नहीं है ना की रोड पर चले जा रहे हैं और उनके घर के दरवाजे पर घर वाले आकर खड़े रहते हैं और हम उनके हाथ में पर्चा दे देते हैं। मेरा तो आग्रह है सभी कार्यकर्ताओं से हर एक के घर में जाएं आराम से बैठें। उनके सुख-दुख पूछें, परिवार का पूछें, परिवार के लोग कोई काशी के बाहर रहते हैं तो उनकी जानकारी लें और सब बातें करते-करते फिर अपन बीजेपी की बात करें। अभी क्या करते हैं हम लोग जुलूस निकालते हैं रोड पर चलते हैं और हर एक के घर में एक-एक पर्चा देते हैं भारत माता की जय बोलते रहते हैं वह तो करना ही करना है... डेली बूथ यात्रा तो निकलनी ही चाहिए, लेकिन कम से कम तीन कार्यकर्ताओं की टोली 10 घर में जाकर के आराम से बैठे। वैसे तीन-तीन कार्यकर्ताओं की टोली बनानी है और हर एक टोली को 10-10 घर देने हैं और उनको 10 घर के ही दिल जितने हैं। 10 घर के वोट पक्के करने हैं, 10 घर का वोटिंग पक्का करना है। ये अगर ध्यान केंद्रित करेंगे तो बहुत अच्छा होगा। चलिए संगीता जी मुझे बहुत अच्छा लगा, आप तो धरती पर बहुत मेहनत करने वाली कार्यकर्ता हो और इसलिए मैं आपको बहुत बहुत बधाई देता हूं।
संगीता प्रजापति – प्रणाम।
पीएम मोदी- मुझे बहुत अच्छा लगा मेरी काशी के साथियों और चुनाव के समय मेरा आना तो होगा ही होगा, लेकिन पूरे देश में भ्रमण करना है तो हो सकता है मैं काशी के लिए कम समय दूं। लेकिन मुझे पक्का विश्वास है कि आप हर एक व्यक्ति नरेंद्र मोदी हैं हर एक व्यक्ति देश को विकसित भारत बनाने के लिए काम करता है और इसलिए मैं निश्चिंत हूं। लेकिन मेरा एक कार्यकर्ता के नाते हमेशा कर्तव्य बनता है कि मैं भी आपकी तरह एक कार्यकर्ता के रूप में आपके बीच में रहूं। और देखिए वोटर लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत होती है, और चुनाव में मतदान ज्यादा से ज्यादा हो, कितनी ही गर्मी क्यों ना हो, हमें ये सबसे बड़ी हमारे लिए चैलेंज होती है, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराना। अब देखिए 1 जून को जब वोटिंग हो तो लोग पहले मतदान और फिर जलपान इसी एक मंत्र को लेकर के कम करें। इसी भाव से बाहर निकलें और मैं मानता हूं यह मंत्र आपको घर-घर पहुंचाना है। पहले मतदान फिर जलपान। और देखिए मैंने पहले भी कहा, गर्मी का मौसम है और इसीलिए सुबह वोटिंग शुरू होते ही सबसे ज्यादा मतदान हो जाए। 10 बजे तक तो एक प्रकार से अपना बूथ का काम हो गया हो ऐसा वातावरण बना दीजिए। और जो रह जाए तो हो सकता है शायद बहुत धूप निकलेगी नहीं निकलेंगे तो शाम को निकलेंगे। और खास तौर पर महिला वोटर्स को उनके बूथ की जानकारी होनी चाहिए, कमल निशान की जानकारी होनी चाहिए, हमारे एनडीए साथी हो तो उनके सिंबल की जानकारी होनी चाहिए, फिर बटन कितने नंबर पर दबाना है, मोदी का नाम कहां है, एक नंबर पर है, पांच नंबर पर है, जहां भी हो वो उनको पहले से बताना हर घर में जाकर के चित्र लेकर के जाना पड़ता है ईवीएम मशीन का, और कैसे मतदान करना है वह सिखना पड़ता है। तो ये काम हमें बहुत करना चाहिए और महिलाओं में खास ध्यान देकर जाना चाहिए। दूसरा जो फर्स्ट टाइम वोटर्स हैं उनसे हमें बात करनी चाहिए। मैं तो कहूंगा हर पोलिंग बूथ में आने वाले 2 महीने में एक तो बूथ यात्रा तो होनी चाहिए। लेकिन दो -तीन दिन के बाद महिला सम्मेलन हो, उसके बाद फर्स्ट टाइम वोटर का सम्मेलन हो, उसके बाद किसान का सम्मेलन हो, उसके बाद महिला का सम्मेलन हो, ऐसे दो महीने में बूथ लेवल पे ज्यादा बाहर जाने की जरूरत नहीं, ज्यादा दौड़ धूप करने वाली खर्चा करने वाले कार्यक्रम नहीं करने हमें। बूथ में ही करेंगे और उनसे भी महिलाओं की मीटिंग की, 200 -300 महिलाओं को बुला लिया। एकाध वीडियो दिखा दिया थोड़ी उनको बातचीत समझा दी तो मैं समझता हूं बहुत अच्छा फायदा होगा।

आप सब ने इतनी लंबी बातचीत के बाद मुझे एक बात तो समझ में आ रही है जनता का रुझान साफ है अबकी बार 400 पार। लेकिन हमें इस रुझान को लेकर एक बात पक्की माननी है कि हमें हमारे पुराने रिकॉर्ड्स तोड़ने हैं। हम मेहनत कर रहे हैं हमारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ने के लिए। हम वोटर से वैसे ही परिवार की तरह जुड़े रहेंगे जैसे हमेशा से रहते थे और मैं यह सारी जिम्मेवारियां आप सबको सुपुर्द करता हूं। और मुझे पक्का विश्वास है आप लोग जरूर करेंगे। और ये जिम्मेवारी पहले तो यह है कि आप सब अपने बूथ पर पिछली बार से कम से कम 10-15 प्रतिशत वोट ज्यादा हासिल करेंगे। दूसरा की फर्स्ट टाइम वोटर्स, महिला, सीनियर सिटीजन बुजुर्ग, हमारे सभी लाभार्थी और अपने कार्यकर्ताओं की कार्डर, ये मिलकर के वोटर से जितना से ज्यादा से ज्यादा संपर्क करें हमें करना है।

सरकार की योजनाओं से जुड़ी जानकारी उनको पहुंचनी चाहिए, जैसे पीएम मुफ्त बिजली योजना हम शुरू कर रहे हैं, हर घर को पता होना चाहिए की 5 साल जब चुनाव पूरे हो जाएंगे और मोदी जी की नई सरकार बनेगी तो जीरो बिल इसके लिए हम काम करने वाले हैं। तो बिजली का बिल जीरो आ जाए कितना पैसा बचेगा इस प्रकार से जन औषधि वहां से दवाइयां लेते हैं तो 80 प्रतिशत डिस्काउंट मिलता है। सबका पैसा बचता है तो सरकारी योजनाओं की जानकारी इनको मिले उससे बहुत लाभ उनको होगा। हमें पन्ना प्रमुख, शक्ति केंद्र प्रभारी, बूथ अध्यक्ष या संगठन स्तर पर जो भी काम मिले हमें याद रखना होगा कि हमारा लक्ष्य भाजपा को पूर्ण बहुमत की सशक्त सरकार में लाना है। जिन क्षेत्रों या जिन बूथों पर कम मतदान होता है हमें यह कोशिश करनी है कि हमारे अपने वोटर ज्यादा से ज्यादा मिलकर हमें काम करें। हमें काशी विश्वविद्यालय का जो परिसर है वहां ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है तो मैं तो चाहूंगा इस बार काशी विश्वविद्यालय के कैंपस के जो मतदान है वह अधिकतम वोटिंग हो इसके लिए अभी से हम कोशिश करें। देखिए संगठन स्तर पर हमारे जो पदाधिकारी हैं, उन्हें चुनावी तैयारी के साथ यह भी ध्यान रखना है कि हमारे कार्यकर्ताओं को उनका स्वास्थ्य या उनकी और कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। हमारी नारी शक्ति से आग्रह होगा कि वो जितना ज्यादा हो सके काशी की महिला मतदाताओं को सरकार के कामकाज और उपलब्धियों की जानकारी दें।

इसके अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में जो पर्यटक भी काशी आ रहे हैं उनसे भी जनसंपर्क और भी संवाद कोशिश जारी रहनी चाहिए। ताकि वह भी एक संदेश लेकर जाएंगे कि भाई यहां तो भाजपा ही भाजपा है तो अपने गांव में भी बोलेंगे भाजपा ही भाजपा। मेरा विश्वास है कि अगर हम अगले दो महीने खुद को विकसित भारत के रथ का सारथी मानकर काम करेंगे तो आने वाले चुनाव में हम 400 पार के लक्ष्य को जरूर प्राप्त करेंगे। जनता का जो मन है वह इस बार भ्रष्टाचारी घमंडियां गठबंधन को जमानत बचाने तक का मौका नहीं देगी। हमें लोगों की इसी विश्वास पर खरा उतरने के लिए मेहनत करनी है, काशी के अपने सभी कार्यकर्ताओं को मैं विश्वास दिलाता हूं कि जितनी मेहनत आप करेंगे उससे ज्यादा मेहनत करने का मैं प्रयास करूंगा और मैं बहुत ही जल्द जब भी काशी आऊंगा आप सब से तो मिलना होगा ही होगा और तब तक के लिए आप सबको आने वाले नवरात्र चैत्र प्रतिपदा रामनवमी और ईद कितने सारे त्यौहार हैं सब की मेरी तरफ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

मुझे अच्छा लगा आपने बहुत ही साइंटिफिक तरीके से पूरे देश के लिए एक मॉडल के रूप में आपने आज के कार्यक्रम को सफल बनाया है और आपने टेक्नोलॉजी का भी भरपूर उपयोग किया। रजिस्ट्री करवाने के लिए भी बड़ा ध्यान दिया है और मैं मानता हूं ग्रास रूट लेवल पर पूरे संगठन को अपने एक प्रकार से उर्जा भर दी है। और आप लंबे समय से मुझे सुन रहे हैं टिफिन भी लाए होंगे हर एक के अलग-अलग टिफिन में से अलग-अलग प्रकार के खाने की सुगंध आती होगी। हर एक कमान करता होगा सब साथ मिलकर खाएं लेकिन मेरा आग्रह है इस बार तो पोलिंग स्टेशन पर हम मिले हैं, लेकिन अगले रविवार को पोलिंग बूथ पर अगर पोलिंग बूथ के ही कार्यकर्तओं की, पन्ना प्रमुखों की, बूथ के कमेटी की, इनका अगर एक टिफिन बैठक हो जाएगी तो मुझे लगता है कि एक नई ताकत मिलेगी। मुझे बहुत अच्छा लगा जिन लोगों से साथ मुझे बात करने का मौका मिला है कई ऐसे साथी होंगे जो बात करना चाहते होंगे लेकिन समय अभाव से सब से नहीं कर पा रहा हूं लेकिन मेरे लिए जो आप सबने जानकारी दी वह बहुत ही उत्साहवर्धक हैं, एक नया विश्वास जगाने वाली हैं और जैसा मैंने कहा था कि आपने मुझे बनारसी बना दिया है। और मैंने जैसा कहा पहले तो मैंने कहा था मां गंगा ने बुलाया, और आज मैं अनुभव कर रहा हूं कि मां गंगा ने मुझे गोद लिया है.. तो मैं आपका एक साथी हूं। आइए आप सब का धन्यवाद करते हुए काशी की धरती का नमन करते हुए...
नमः पार्वती पते:
हर हर महादेव !
बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM’s address at the Odisha Parba
November 24, 2024
Delighted to take part in the Odisha Parba in Delhi, the state plays a pivotal role in India's growth and is blessed with cultural heritage admired across the country and the world: PM
The culture of Odisha has greatly strengthened the spirit of 'Ek Bharat Shreshtha Bharat', in which the sons and daughters of the state have made huge contributions: PM
We can see many examples of the contribution of Oriya literature to the cultural prosperity of India: PM
Odisha's cultural richness, architecture and science have always been special, We have to constantly take innovative steps to take every identity of this place to the world: PM
We are working fast in every sector for the development of Odisha,it has immense possibilities of port based industrial development: PM
Odisha is India's mining and metal powerhouse making it’s position very strong in the steel, aluminium and energy sectors: PM
Our government is committed to promote ease of doing business in Odisha: PM
Today Odisha has its own vision and roadmap, now investment will be encouraged and new employment opportunities will be created: PM

जय जगन्नाथ!

जय जगन्नाथ!

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी श्रीमान धर्मेन्द्र प्रधान जी, अश्विनी वैष्णव जी, उड़िया समाज संस्था के अध्यक्ष श्री सिद्धार्थ प्रधान जी, उड़िया समाज के अन्य अधिकारी, ओडिशा के सभी कलाकार, अन्य महानुभाव, देवियों और सज्जनों।

ओडिशा र सबू भाईओ भउणी मानंकु मोर नमस्कार, एबंग जुहार। ओड़िया संस्कृति के महाकुंभ ‘ओड़िशा पर्व 2024’ कू आसी मँ गर्बित। आपण मानंकु भेटी मूं बहुत आनंदित।

मैं आप सबको और ओडिशा के सभी लोगों को ओडिशा पर्व की बहुत-बहुत बधाई देता हूँ। इस साल स्वभाव कवि गंगाधर मेहेर की पुण्यतिथि का शताब्दी वर्ष भी है। मैं इस अवसर पर उनका पुण्य स्मरण करता हूं, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूँ। मैं भक्त दासिआ बाउरी जी, भक्त सालबेग जी, उड़िया भागवत की रचना करने वाले श्री जगन्नाथ दास जी को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।

ओडिशा निजर सांस्कृतिक विविधता द्वारा भारतकु जीबन्त रखिबारे बहुत बड़ भूमिका प्रतिपादन करिछि।

साथियों,

ओडिशा हमेशा से संतों और विद्वानों की धरती रही है। सरल महाभारत, उड़िया भागवत...हमारे धर्मग्रन्थों को जिस तरह यहाँ के विद्वानों ने लोकभाषा में घर-घर पहुंचाया, जिस तरह ऋषियों के विचारों से जन-जन को जोड़ा....उसने भारत की सांस्कृतिक समृद्धि में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। उड़िया भाषा में महाप्रभु जगन्नाथ जी से जुड़ा कितना बड़ा साहित्य है। मुझे भी उनकी एक गाथा हमेशा याद रहती है। महाप्रभु अपने श्री मंदिर से बाहर आए थे और उन्होंने स्वयं युद्ध का नेतृत्व किया था। तब युद्धभूमि की ओर जाते समय महाप्रभु श्री जगन्नाथ ने अपनी भक्त ‘माणिका गौउडुणी’ के हाथों से दही खाई थी। ये गाथा हमें बहुत कुछ सिखाती है। ये हमें सिखाती है कि हम नेक नीयत से काम करें, तो उस काम का नेतृत्व खुद ईश्वर करते हैं। हमेशा, हर समय, हर हालात में ये सोचने की जरूरत नहीं है कि हम अकेले हैं, हम हमेशा ‘प्लस वन’ होते हैं, प्रभु हमारे साथ होते हैं, ईश्वर हमेशा हमारे साथ होते हैं।

साथियों,

ओडिशा के संत कवि भीम भोई ने कहा था- मो जीवन पछे नर्के पडिथाउ जगत उद्धार हेउ। भाव ये कि मुझे चाहे जितने ही दुख क्यों ना उठाने पड़ें...लेकिन जगत का उद्धार हो। यही ओडिशा की संस्कृति भी है। ओडिशा सबु जुगरे समग्र राष्ट्र एबं पूरा मानब समाज र सेबा करिछी। यहाँ पुरी धाम ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत बनाया। ओडिशा की वीर संतानों ने आज़ादी की लड़ाई में भी बढ़-चढ़कर देश को दिशा दिखाई थी। पाइका क्रांति के शहीदों का ऋण, हम कभी नहीं चुका सकते। ये मेरी सरकार का सौभाग्य है कि उसे पाइका क्रांति पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी करने का अवसर मिला था।

साथियों,

उत्कल केशरी हरे कृष्ण मेहताब जी के योगदान को भी इस समय पूरा देश याद कर रहा है। हम व्यापक स्तर पर उनकी 125वीं जयंती मना रहे हैं। अतीत से लेकर आज तक, ओडिशा ने देश को कितना सक्षम नेतृत्व दिया है, ये भी हमारे सामने है। आज ओडिशा की बेटी...आदिवासी समुदाय की द्रौपदी मुर्मू जी भारत की राष्ट्रपति हैं। ये हम सभी के लिए बहुत ही गर्व की बात है। उनकी प्रेरणा से आज भारत में आदिवासी कल्याण की हजारों करोड़ रुपए की योजनाएं शुरू हुई हैं, और ये योजनाएं सिर्फ ओडिशा के ही नहीं बल्कि पूरे भारत के आदिवासी समाज का हित कर रही हैं।

साथियों,

ओडिशा, माता सुभद्रा के रूप में नारीशक्ति और उसके सामर्थ्य की धरती है। ओडिशा तभी आगे बढ़ेगा, जब ओडिशा की महिलाएं आगे बढ़ेंगी। इसीलिए, कुछ ही दिन पहले मैंने ओडिशा की अपनी माताओं-बहनों के लिए सुभद्रा योजना का शुभारंभ किया था। इसका बहुत बड़ा लाभ ओडिशा की महिलाओं को मिलेगा। उत्कलर एही महान सुपुत्र मानंकर बिसयरे देश जाणू, एबं सेमानंक जीबन रु प्रेरणा नेउ, एथी निमन्ते एपरी आयौजनर बहुत अधिक गुरुत्व रहिछि ।

साथियों,

इसी उत्कल ने भारत के समुद्री सामर्थ्य को नया विस्तार दिया था। कल ही ओडिशा में बाली जात्रा का समापन हुआ है। इस बार भी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन से कटक में महानदी के तट पर इसका भव्य आयोजन हो रहा था। बाली जात्रा प्रतीक है कि भारत का, ओडिशा का सामुद्रिक सामर्थ्य क्या था। सैकड़ों वर्ष पहले जब आज जैसी टेक्नोलॉजी नहीं थी, तब भी यहां के नाविकों ने समुद्र को पार करने का साहस दिखाया। हमारे यहां के व्यापारी जहाजों से इंडोनेशिया के बाली, सुमात्रा, जावा जैसे स्थानो की यात्राएं करते थे। इन यात्राओं के माध्यम से व्यापार भी हुआ और संस्कृति भी एक जगह से दूसरी जगह पहुंची। आजी विकसित भारतर संकल्पर सिद्धि निमन्ते ओडिशार सामुद्रिक शक्तिर महत्वपूर्ण भूमिका अछि।

साथियों,

ओडिशा को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए 10 साल से चल रहे अनवरत प्रयास....आज ओडिशा के लिए नए भविष्य की उम्मीद बन रहे हैं। 2024 में ओडिशावासियों के अभूतपूर्व आशीर्वाद ने इस उम्मीद को नया हौसला दिया है। हमने बड़े सपने देखे हैं, बड़े लक्ष्य तय किए हैं। 2036 में ओडिशा, राज्य-स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाएगा। हमारा प्रयास है कि ओडिशा की गिनती देश के सशक्त, समृद्ध और तेजी से आगे बढ़ने वाले राज्यों में हो।

साथियों,

एक समय था, जब भारत के पूर्वी हिस्से को...ओडिशा जैसे राज्यों को पिछड़ा कहा जाता था। लेकिन मैं भारत के पूर्वी हिस्से को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानता हूं। इसलिए हमने पूर्वी भारत के विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया है। आज पूरे पूर्वी भारत में कनेक्टिविटी के काम हों, स्वास्थ्य के काम हों, शिक्षा के काम हों, सभी में तेजी लाई गई है। 10 साल पहले ओडिशा को केंद्र सरकार जितना बजट देती थी, आज ओडिशा को तीन गुना ज्यादा बजट मिल रहा है। इस साल ओडिशा के विकास के लिए पिछले साल की तुलना में 30 प्रतिशत ज्यादा बजट दिया गया है। हम ओडिशा के विकास के लिए हर सेक्टर में तेजी से काम कर रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा में पोर्ट आधारित औद्योगिक विकास की अपार संभावनाएं हैं। इसलिए धामरा, गोपालपुर, अस्तारंगा, पलुर, और सुवर्णरेखा पोर्ट्स का विकास करके यहां व्यापार को बढ़ावा दिया जाएगा। ओडिशा भारत का mining और metal powerhouse भी है। इससे स्टील, एल्युमिनियम और एनर्जी सेक्टर में ओडिशा की स्थिति काफी मजबूत हो जाती है। इन सेक्टरों पर फोकस करके ओडिशा में समृद्धि के नए दरवाजे खोले जा सकते हैं।

साथियों,

ओडिशा की धरती पर काजू, जूट, कपास, हल्दी और तिलहन की पैदावार बहुतायत में होती है। हमारा प्रयास है कि इन उत्पादों की पहुंच बड़े बाजारों तक हो और उसका फायदा हमारे किसान भाई-बहनों को मिले। ओडिशा की सी-फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में भी विस्तार की काफी संभावनाएं हैं। हमारा प्रयास है कि ओडिशा सी-फूड एक ऐसा ब्रांड बने, जिसकी मांग ग्लोबल मार्केट में हो।

साथियों,

हमारा प्रयास है कि ओडिशा निवेश करने वालों की पसंदीदा जगहों में से एक हो। हमारी सरकार ओडिशा में इज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्कर्ष उत्कल के माध्यम से निवेश को बढ़ाया जा रहा है। ओडिशा में नई सरकार बनते ही, पहले 100 दिनों के भीतर-भीतर, 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश को मंजूरी मिली है। आज ओडिशा के पास अपना विज़न भी है, और रोडमैप भी है। अब यहाँ निवेश को भी बढ़ावा मिलेगा, और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। मैं इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन चरण मांझी जी और उनकी टीम को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,

ओडिशा के सामर्थ्य का सही दिशा में उपयोग करके उसे विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया जा सकता है। मैं मानता हूं, ओडिशा को उसकी strategic location का बहुत बड़ा फायदा मिल सकता है। यहां से घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार तक पहुंचना आसान है। पूर्व और दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए ओडिशा व्यापार का एक महत्वपूर्ण हब है। Global value chains में ओडिशा की अहमियत आने वाले समय में और बढ़ेगी। हमारी सरकार राज्य से export बढ़ाने के लक्ष्य पर भी काम कर रही है।

साथियों,

ओडिशा में urbanization को बढ़ावा देने की अपार संभावनाएं हैं। हमारी सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठा रही है। हम ज्यादा संख्या में dynamic और well-connected cities के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम ओडिशा के टियर टू शहरों में भी नई संभावनाएं बनाने का भरपूर हम प्रयास कर रहे हैं। खासतौर पर पश्चिम ओडिशा के इलाकों में जो जिले हैं, वहाँ नए इंफ्रास्ट्रक्चर से नए अवसर पैदा होंगे।

साथियों,

हायर एजुकेशन के क्षेत्र में ओडिशा देशभर के छात्रों के लिए एक नई उम्मीद की तरह है। यहां कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय इंस्टीट्यूट हैं, जो राज्य को एजुकेशन सेक्टर में लीड लेने के लिए प्रेरित करते हैं। इन कोशिशों से राज्य में स्टार्टअप्स इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिल रहा है।

साथियों,

ओडिशा अपनी सांस्कृतिक समृद्धि के कारण हमेशा से ख़ास रहा है। ओडिशा की विधाएँ हर किसी को सम्मोहित करती है, हर किसी को प्रेरित करती हैं। यहाँ का ओड़िशी नृत्य हो...ओडिशा की पेंटिंग्स हों...यहाँ जितनी जीवंतता पट्टचित्रों में देखने को मिलती है...उतनी ही बेमिसाल हमारे आदिवासी कला की प्रतीक सौरा चित्रकारी भी होती है। संबलपुरी, बोमकाई और कोटपाद बुनकरों की कारीगरी भी हमें ओडिशा में देखने को मिलती है। हम इस कला और कारीगरी का जितना प्रसार करेंगे, उतना ही इस कला को संरक्षित करने वाले उड़िया लोगों को सम्मान मिलेगा।

साथियों,

हमारे ओडिशा के पास वास्तु और विज्ञान की भी इतनी बड़ी धरोहर है। कोणार्क का सूर्य मंदिर… इसकी विशालता, इसका विज्ञान...लिंगराज और मुक्तेश्वर जैसे पुरातन मंदिरों का वास्तु.....ये हर किसी को आश्चर्यचकित करता है। आज लोग जब इन्हें देखते हैं...तो सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि सैकड़ों साल पहले भी ओडिशा के लोग विज्ञान में इतने आगे थे।

साथियों,

ओडिशा, पर्यटन की दृष्टि से अपार संभावनाओं की धरती है। हमें इन संभावनाओं को धरातल पर उतारने के लिए कई आयामों में काम करना है। आप देख रहे हैं, आज ओडिशा के साथ-साथ देश में भी ऐसी सरकार है जो ओडिशा की धरोहरों का, उसकी पहचान का सम्मान करती है। आपने देखा होगा, पिछले साल हमारे यहाँ G-20 का सम्मेलन हुआ था। हमने G-20 के दौरान इतने सारे देशों के राष्ट्राध्यक्षों और राजनयिकों के सामने...सूर्यमंदिर की ही भव्य तस्वीर को प्रस्तुत किया था। मुझे खुशी है कि महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर परिसर के सभी चार द्वार खुल चुके हैं। मंदिर का रत्न भंडार भी खोल दिया गया है।

साथियों,

हमें ओडिशा की हर पहचान को दुनिया को बताने के लिए भी और भी इनोवेटिव कदम उठाने हैं। जैसे....हम बाली जात्रा को और पॉपुलर बनाने के लिए बाली जात्रा दिवस घोषित कर सकते हैं, उसका अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रचार कर सकते हैं। हम ओडिशी नृत्य जैसी कलाओं के लिए ओडिशी दिवस मनाने की शुरुआत कर सकते हैं। विभिन्न आदिवासी धरोहरों को सेलिब्रेट करने के लिए भी नई परम्पराएँ शुरू की जा सकती हैं। इसके लिए स्कूल और कॉलेजों में विशेष आयोजन किए जा सकते हैं। इससे लोगों में जागरूकता आएगी, यहाँ पर्यटन और लघु उद्योगों से जुड़े अवसर बढ़ेंगे। कुछ ही दिनों बाद प्रवासी भारतीय सम्मेलन भी, विश्व भर के लोग इस बार ओडिशा में, भुवनेश्वर में आने वाले हैं। प्रवासी भारतीय दिवस पहली बार ओडिशा में हो रहा है। ये सम्मेलन भी ओडिशा के लिए बहुत बड़ा अवसर बनने वाला है।

साथियों,

कई जगह देखा गया है बदलते समय के साथ, लोग अपनी मातृभाषा और संस्कृति को भी भूल जाते हैं। लेकिन मैंने देखा है...उड़िया समाज, चाहे जहां भी रहे, अपनी संस्कृति, अपनी भाषा...अपने पर्व-त्योहारों को लेकर हमेशा से बहुत उत्साहित रहा है। मातृभाषा और संस्कृति की शक्ति कैसे हमें अपनी जमीन से जोड़े रखती है...ये मैंने कुछ दिन पहले ही दक्षिण अमेरिका के देश गयाना में भी देखा। करीब दो सौ साल पहले भारत से सैकड़ों मजदूर गए...लेकिन वो अपने साथ रामचरित मानस ले गए...राम का नाम ले गए...इससे आज भी उनका नाता भारत भूमि से जुड़ा हुआ है। अपनी विरासत को इसी तरह सहेज कर रखते हुए जब विकास होता है...तो उसका लाभ हर किसी तक पहुंचता है। इसी तरह हम ओडिशा को भी नई ऊचाई पर पहुंचा सकते हैं।

साथियों,

आज के आधुनिक युग में हमें आधुनिक बदलावों को आत्मसात भी करना है, और अपनी जड़ों को भी मजबूत बनाना है। ओडिशा पर्व जैसे आयोजन इसका एक माध्यम बन सकते हैं। मैं चाहूँगा, आने वाले वर्षों में इस आयोजन का और ज्यादा विस्तार हो, ये पर्व केवल दिल्ली तक सीमित न रहे। ज्यादा से ज्यादा लोग इससे जुड़ें, स्कूल कॉलेजों का participation भी बढ़े, हमें इसके लिए प्रयास करने चाहिए। दिल्ली में बाकी राज्यों के लोग भी यहाँ आयें, ओडिशा को और करीबी से जानें, ये भी जरूरी है। मुझे भरोसा है, आने वाले समय में इस पर्व के रंग ओडिशा और देश के कोने-कोने तक पहुंचेंगे, ये जनभागीदारी का एक बहुत बड़ा प्रभावी मंच बनेगा। इसी भावना के साथ, मैं एक बार फिर आप सभी को बधाई देता हूं।

आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।

जय जगन्नाथ!