യുപിയിലെ വികസനം മുമ്പ് പ്രീണനവും കുടുംബ ബന്ധങ്ങളുമായി ബന്ധപ്പെട്ടിരുന്നു: പ്രധാനമന്ത്രി മോദി കാസ്ഗഞ്ചിൽ
തങ്ങളുടെ ബോട്ട് മുങ്ങിയെന്ന് രാജവംശങ്ങൾക്ക് ഇപ്പോൾ അറിയാം, അതിനാൽ അവർ ഇപ്പോൾ ഇവിഎമ്മുകളെയും ഇ.സി.യെയും കുറ്റപ്പെടുത്തുന്നു: യുപി റാലിയിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
മാഫിയകളും കൊള്ളക്കാരും കാരണം മുൻ ഭരണത്തിന് കീഴിൽ പ്രദേശത്തിന്റെ വികസനം നിലച്ചു: യുപിയിലെ കസ്ഗഞ്ചിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി

भारत माता की, भारत माता की

यहां अनेक जिलों से आप डबल इंजन की सरकार को आशीर्वाद देने के लिए आए हैं। मेरी नजर जहां पहुंचती है उससे भी आगे मुझे लोग ही लोग नजर आते हैं। मैं सबसे पहले तो आपकी क्षमा चाहता हूं कि मुझे आने में विलंब हो गया। आज उत्तराखंड में मेरा सुबह कार्यक्रम था, और इतनी जबरदस्त भीड़ थी इतना बड़ा उत्साह का वातावरण था कि मैं बोलता ही गया और मुझे समय का ध्यान ही नहीं रहा और उसके कारण मैं लेट हो गया, तो मैं आप सब की क्षमा चाहता हूं। लेकिन इसके बावजूद भी आप जिस प्यार के साथ आशीर्वाद देने के लिए आए हैं मेरे लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है, मैं फिर से एक बार आभार व्यक्त करना चाहता हूं। मैं श्रीमान योगी जी को भी अभिनंदन देता हूं कि अभी जो उन्होंने की वो वाकई, आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत की एकता क्या है? लता मंगेशकर जी गोवा की बेटी, उनका पैतृक विस्तार गोवा, राम की भक्त, राम से जुड़े भजनों को अमर कर दिया, वो लता मंगेशकर जी अयोध्या में एक चौराहे का नाम उनपर करना मैं समझता हूं, जो भी राम मंदिर के दर्शन के लिए आएगा वो यहीं से निकलेगा तो लता मंगेशकर जी के भजन भी याद आएंगे और भारत रत्न लता मंगेशकर जी के लिए गर्व भी होगा। और दूसरा योगी जी का फिल्म सिटी बनाने का सपना है, युवाओं को फिल्म जगत में अवसर मिले इसके लिए लता मंगेशकर एकेडमी बनाकर के फरफॉरमेंस के लिए गीत संगीत के लिए नई पीढ़ी को तैयार करने का काम जो किया है उसके लिए योगी जी आपको, आपकी सरकार को और उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी को मैं बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं। आपके इस निर्णय के लिए। एटा, फर्रुखाबाद, हाथरस, फिरोज़ाबाद और बरेली के अनेक स्थानों से भी तकनीक के माध्यम से वर्चुअली जुड़े हमारे सभी भाइयों बहनों को भी आज मैं यहां से प्रणाम करता नमस्कार करता हूं। यहां मेरे नवजवानों से भी विनती है, मैं आपकी तरफ देखकर के बोलूंगा आप चिंता मत कीजिए, लेकिन आगे आने की कोशिश मत कीजिए, जगह ही नहीं है, बिना कारण किसी को नुकसान हो जाएगा भइया। प्लीज, आपलोग खड़े रहिए मेरा भरपूर प्यार आपकी तरफ है, चिंता मत कीजिए। बहुत-बहुत इतना प्यार, इतना आशीर्वाद, कासगंज के आप सभी भाइयों और बहनों का भी मैं आदरपूर्वक अभिनंदन करता हूं। मैं तुलसीदास जी को भी नमन करता हूं।

साथियों,

आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्य तिथि है। इसी उत्तर प्रदेश की धरती का रत्न, आज हम उनका पुण्य स्मरण कर रहे हैं। पंडित जी ने जीवन अंत्योदय के लिए समर्पित किया, दीनहीन के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास किया। मैं उन्हें आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। कासगंज का, और मुझे जब कासगंज आया हूं तो बाबू जी की याद आना बहुत स्वाभाविक है। कल्याण सिंह जी मेरे जीवन में उनका बहुत बड़ा संबंध रहा, मुझे उनकी उंगली पकड़ कर चलने का सौभाग्य मिला और जब कासगंज में आया हूं तो बाबू जी के प्रति कासगंज का प्यार कितना रहा है वो आप भी जानते हैं और मैं भी जानता हूं। उनकी प्रेरणा से भाजपा, निरंतर गरीबों की, दलितों की, पिछड़ों की, जनता जनार्दन की सेवा में दिन रात जुटी हुई है।

साथियों,

कल यूपी में पहले चरण का मतदान पूरा हुआ है। लोगों ने भारी संख्या में घरों से निकलकर यूपी को सुरक्षित रखने के लिए, यूपी के विकास के लिए काफी मात्रा में कमल को वोट दिया है। विशेष रूप से हमारी बहन-बेटियों ने जमकर के मतदान किया है। भाइयों-बहनों जो रुझान आए हैं, वो ये बता रहे हैं कि पहले चरण में भाजपा का परचम लहरा रहा है। और कल से कल दोपहर के बाद उन नेताओं के जितने इंटरव्यू आए हैं उनका चेहरा ऐसा लटका हुआ है। अब वे खुलकर के परिवार की बात करने लगे हैं। योगी जी आपने क्या हाल कर दिया इन लोगों का। और आप देखिए ये बात, जो घोर परिवारवादी लोग हैं, उन्हें भी पता चल गई है कि नइय्या डूब चुकी है। इसलिए उन्होंने अभी से ही EVM पर, चुनाव आयोग पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है। आपको मालूम है न जैसे क्रिकेट में क्या होता है, जब बॉलर बॉल फेंकता है, जब विकेट मिलती नहीं है तो बॉल वहां पहुंचने से पहले ही चिल्लाता है अंपायर के सामने देख के ऑउट ऑउट ऑउट और फिर नहीं होता है तो अंपायर पर गुस्सा करता है और अंपायर के सामने पैर पटकता है देखा है न आपने। इस चुनाव के पहले चरण के बाद ये लोग उसी प्रकार की भाषा, वातावरण, अभी ईवीएम को दोष दो, अरे जनता जनार्दन आपको स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है अब उत्तर प्रदेश को गुंडाराज नहीं चाहिए। लेकिन मैं इन परिवारवादियों से कहना चाहता हूं। कि भाई आपका डूबना तय है, अगर ईवीएम को ही गाली देना है, तो 10 मार्च के बहुत दिन है देते रहना।

साथियों,

मोदी और योगी जी को जो आशीर्वाद और प्यार आप दे रहे हैं, उसने परिवारवादियों की नींद उड़ा दी है। कितनी कोशिश की, इन लोगों ने आपको बांटने की, जाति के नाम पर अलग-अलग करने की, लेकिन ये लोग पूरी तरह फेल हो गए। आपने एकता के दर्शन करा दिए, आपने नव जवानों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता की। भाइयों बहनों ये परिवारवादी, महलों में जिंदगी गुजारने वालों को जमीनी सच्चाई का पता ही नहीं है। यूपी के लोगों के हित, यूपी के लोगों के लिए, हम जानते हैं देश का हित सर्वोपरि है, यूपी का हित सर्वोपरि है, यूपी का विकास सर्वोपरि है, इसलिए वो कमल के निशान पर वोट कर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी को इतना भारी समर्थन दे रहे हैं।

भाइयों और बहनों,

आपने पांच साल तक डबल इंजन की सरकार का काम देखा है, आपने हमें परखा है। गरीब का विकास हो, गरीब को मूलभूत सुविधाएं मिलें, इसे हमने सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। लेकिन इन परिवारवादियों ने अपना घर, अपनी तिजोरी तो भरी लेकिन कभी गरीब की चिंता नहीं की। गरीब का जीवन आसान बने, ये लोग ना पहले चाहते थे और ना आज चाहते हैं। ये अफवाह फैलाने वाले प्रवृत्ति वाले परिवारवादी पूरी कोशिश कर रहे थे कि कोरोना का मुफ्त टीका गरीब परिवार को ना लगे। लेकिन गरीबों की सरकार ने गरीबों की जिंदगी सुधारने के लिए, उनके जीवन में विश्वास पैदा करने के लिए, पल-पल गरीबों की चिंता करने वाली इस डबल इंजन की सरकार ने उनके इस इरादों को सफल नहीं होने दिया। ये लोग गरीबों के अस्पतालों के नाम पर, स्वास्थ्य सेवा के नाम पर घोटाले करते थे। इनका लंबा इतिहास आप जानते हैं, लेकिन योगी जी की सरकार ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज का जाल बिछा दिया है। मेरा सौभाग्य था एक साथ 9 मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन करने का मुझे मौका मिला था, ये हिंदुस्तान में कभी नहीं हुआ है, जो योगी जी की सरकार में हो रहा है। इनको ये भी लगता था कि 100 साल का इतना बड़ा संकट आया है, वैश्विक महामारी कोरोना आई है, यूपी में भुखमरी फैलेगी, उस पर ये अपनी राजनीतिक रोटियां सेकेंगे। लेकिन इन लोगों को ऐहसास ही नहीं था, कि मोदी-योगी ने इनके राशन माफिया, मालूम है न राशन माफिया को किनारे लगा दिया है। महामारी के इस समय में हमारी सरकार हर गरीब को पिछले कई महीनों से मुफ्त राशन दे रही है। और हमारा संकल्प रहा, कि ऐसी बड़ी वैश्विक 100 साल की भयंकर बीमारी आई है, जीवन बचाना बड़े-बड़े समृद्ध देशों के लिए मुश्किल हो गया था। हमने जीवन बचाने के लिए जी जान से मेहनत की और हमने कोशिश की कि गरीब के घर का चूल्हा जलता रहना चाहिए। आज गरीब माताएं-बहनें मोदी को आशीर्वाद दे रहे हैं योगी को आशीर्वाद दे रहे हैं क्योंकि उनको पता है कि उनके घर में बच्चों को कभी भूखा सोना नहीं पड़ा है, घर का चूल्हा कभी बंद नहीं हुआ है। भाइयों बहनों, अब दिल्ली से गरीब, दलित, पिछड़ों के लिए निकला राशन, राशन का हर दाना, उसके जो हकदार है उनके पास जाता है, राशन माफिया नहीं है इसलिए राशन गरीब के घर पहुंच जाता है। डबल इंजन की सरकार ने एक देश, एक राशनकार्ड One Nation, One Ration Card की भी व्यवस्था की है। और उसके कारण यूपी का जो भी परिवार अगर दूसरे राज्य में गया है, उसको अब वहां भी यहां के राशन कार्ड से उसको वहां भी राशन मिलेगा। उत्तर प्रदेश क व्यक्ति कहीं बाहर रोजी-रोटी के लिए गया है तो उसकी रोजी-रोटी की चिंता मोदी करता है भाइयों-बहनों।

साथियों,
ये आपके एक वोट की ताकत है जो गरीब का भला करती है। लेकिन मैं यूपी के लोगों को सावधान भी करना चाहता हूं।ये परिवारवादी लोग इस समय इतने बौखलाए हुए हैं कि ठान कर बैठे हैं कि गरीब के लिए चल रही सारी योजनाओं को सबसे पहले ताले लगा देंगे इसको बंद करा देंगे। क्योंकि उनको लगेगा कि यदि ये योजनाएं चालू रही तो योगी और मोदी के ही ये लोग गीत गाते रहेंगे और इसलिए पहला काम उसको ताला लगाने का करेंगे। इसलिए, भाइयों बहनों क्या आप चाहते हैं कि लोक कल्याण की ये योजनाएं चालू रहे, आप चाहते हैं ये योजनाएं चालू रहे, आप चाहते हैं कि गरीब को घर मिलना चाहिए, आप चाहते है गरीब का चूल्हा जलता रहना चाहिए.. आप चाहते है गरीब के बच्चों को पढ़ने की सुविधाएं मिलनी चाहिए… आप चाहते हैं गरीब को बीमारी में दवाई के लिए व्यवस्था मिलनी चाहिए… इनके लिए ये काम ही नहीं है… इसलिए ऐसे लोगों को कभी मौका मत देना।

साथियों,

इस क्षेत्र के जिन गांवों को इन लोगों ने बेसहारा छोड़ दिया था उनको डबल इंजन की सरकार ने अच्छी सड़कें दी हैं, नदी पर अच्छे पुल दिए हैं। एटा में 11 हज़ार करोड़ रुपए का बिजली प्रोजेक्ट लगा है। गन्ना, आलू, अमरूद, आम, केला जैसी अनेक फसलें उगाने वाले छोटे किसान, फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र में हमारे ईमानदार प्रयासों में एक आशा का अनुभव कर रहा है, नया विश्वास पैदा हो रहा है। हजारों करोड़ रुपए का बजट कोल्ड स्टोरेज और गोदाम बनाने के लिए तय किया गया है। किसान उत्पादक संघों यानि FPO’s में छोटे किसानों को संगठित कर उनको एक्सपोर्ट के लिए, फूड प्रोसेसिंग उद्योग लगाने के लिए मदद दी जा रही है। हमारी सरकार किसान क्रेडिट कार्ड के दायरे में पशुपालकों को, मछली पालकों को भी किसान क्रडिट कार्ड की सुविधा दी है, जिसके कारण कम ब्याज पर बैंक से लोन मिल सकता है वो अपने काम को विस्तार कर सकता है और ये भी सुविधा हमने दी है। यूपी में जो बायोगैस प्लांट का नेटवर्क तैयार हो रहा है, वो किसानों को आय का एक और जरिया बनेगा।

भाइयों और बहनों,

आपने 2017 में जिनको सबक सिखाया, उनको अचानक, पहले तो उनको लगता था कि जो खेल खेलते हैं खेलते रहेंगे, लेकिन अब उनको लगा है कि विकास की किए बिना कोई चारा नहीं है, इसलिए उनको विकास याद आने लगा है। ऐसे ही घोर परिवारवादियों के लिए काका हथरसी कह गए थे- काका हथरसी ने क्या कहा था मन मैला, तन ऊजरा, भाषण लच्छेदार, ऊपर सत्याचार है, भीतर भ्रष्टाचार। विकास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है, खुद को खपाना पड़ता है। ऐसा नहीं होता कि चार-साढ़े चार साल दुनिया भर में घूमते रहो, फिरते रहो, मौज-मस्ती करते रहो, गायब हो जाओ, जनता के सुख-दुख से कोई लेना-देना नहीं। और चुनाव के छह महीने पहले आकर के टपक जाओ और लोगों को भड़काने की कोशिश करो। लेकिन देश समझ चुका है पहले का जमाना नहीं रहा है। भाइयों-बहनों, जिनका जनता से सरोकार ही नहीं हो, जिसके मन में जनता की सेवा की भावना ही नहीं हो, जो सिर्फ और सिर्फ अपने परिवार से बाहर देख ही नहीं सकते हो वो यूपी का विकास कैसे करेगा? और ये बात उनको पूछनी चाहिए। आज किस यूपी वाले को गर्व नहीं होगा कि उनके मुख्यमंत्री पर कोई भी उत्तर प्रदेश का नागरिक इस बात का गर्व करेगा कि पिछले कई दशकों से चारों तरफ से भ्रष्टाचार की बू आ रही है, सरकारों पर आरोप लगते रहे हैं, मुख्यमंत्रियों पर आरोप लगते रहे हैं, लेकिन आपके पास एक ऐसा मुख्यमंत्री है जिनपर विरोधियों ने भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाने की हिम्मत नहीं की है। यहां जो पहले मुख्यमंत्री रहे उन पर कैसे-कैसे आरोप हैं, ये यूपी के लोग अच्छी तरह जानते हैं।

साथियों,

जहां डर होता है, जहां अपराध होता है, जहां माफियाराज होता है, फिरौती-छीना झपटी होती है, वहां विकास संभव नहीं होता है। और कानून व्यवस्था स्थापित करना ये कोई छोटी बात नहीं है, दोस्तो। मैं लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहकर आया हूं। कानून व्यवस्था के लिए कितनी मेहनत पड़ती है सारे तंत्र को कितना सजग रहना पड़ता है। मैंने उस दुनिया से समय निकालकर के मैं आया हूं। भाइयों- बहनों मैं आज आपको कहना चाहता हूं, मान लीजिए आपके पास बांग्ला है, घर है, गाड़ी है, खेत है खलिहाल है। सब कुछ है। पांचों उंगली घी में है। कोई दुख नहीं है। लेकिन अगर माफियाओं की चलती है। गुंडों की चलती है और जवान बेटा सुबह घर से गया है उत्साह के साथ और शाम को उसकी लाश घर पर लौट आये कोई उसकी हत्या कर दे तो उस घर का क्या उपयोग है ? उस बंग्ले का क्या उपयोग है? उस व्यापार का गाड़ी का खेत खलिहान का कोई उपयोग है क्या? कोई उपयोग है क्या? जान प्यारी है कि नहीं ? तो गुंडागर्दी जानी चाहिए कि नहीं जानी चाहिए? माफिया शाही बंद होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए ? ये काम योगी जी ने किया है भाइयों। आप सोचिए आपके पास पैसे है बच्चे को अच्छे स्कूल भेज रहे हैं लेकिन चूंकि बच्चा अच्छे स्कूल में पढ़ता है। इसलिए फिरौती लेने वाला बच्चों को उठाकर कर के ले जाये और फिर टेलिफोन कर के पैसे मांगे। मां-बाप भी सोचें कि अगर पैसे नहीं देंगे और बच्चों को कही मार देगा तो इसलिए पुलिस में भी कंपलेन ना करे। भाइयों- बहनों क्या बच्चों की सलामति होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए ? ये गुंडागर्दी बंद होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए ? अगर ये काम योगी जी ने किया तो अच्छा किया है कि नहीं किया है ? ये होना चाहिए था कि नहीं होना चाहिए था? ये उत्तर प्रदेश की सेवा है कि नहीं है ? ये आपकी सेवा है कि नहीं है ? ये आपकी सुरक्षा है कि नहीं है ? भाइयो-बहनों सुरक्षा जीवन में बहुत जरूरी होती है।

भाइयों- बहनों

हमारी बेटियां, स्कूल कॉलेज आते-जाते समय नजर नीची किए रहें, हर कदम पर घबराहट हो, चुपचाप भागने की कोशिश करती हो। और आपने देखा होगा ऐसे लोग रोड़ के किनारे पर खड़े रहकर के बेचारी को फब्तियां सुनती रहने पड़े, बहुत कुछ हमारी बेटियां सहन करती रहें, उनके मन की बेबसी और उनका आक्रोश, भाइयों-बहनों आप कल्पना कर सकते हैं हमारे घर में जवान बहन-बेटियों के साथ ऐसा हो वो बेटी बेचारी मुर्झा जाएगी कि नहीं मुर्झा जाएगी। उन बेटियों को सम्मान मिलना चाहिए कि नहीं मिलना चाहिए। उन बेटियों की रक्षा होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए? कोई दुकानदार दिन-रात मेहनत करके अपनी दुकान का काम फैलाए, छोटी सी दुकान बेचारा कर्ज लेकर आया हो, मेहनत करता हो, कमाना शुरू करे। और कोई दबंग आकर के कह दे कि देखो हर दिन शाम को 50 रुपया मुझे पहुंचाना पड़ेगा। एक छोटा दुकानदार बेचारा कैसे घर चलाएगा कैसे जो कर्ज लिया है चूकता करेगा। ये रंगदारी वाले लोग मुनाफे में से हिस्सा ले जाये। अगर मुनाफे में से हिस्सा नहीं मिलता है तो पूंजी में से भी हिस्सा उठाकर ले जाये। और अगर वो ना दे पाये तो एक दिन आकर दुकान को ही उठाकर ले जाये। ऐसे लोग जब बैठे हैं तब प्रगति नहीं होती है। उसको रोकने का काम हमारे योगी जी ने किया है। भाइयों-बहनों, सूरज ढलने के बाद आप घर से निकलने से घबराएं, बहुत जरूरी होने पर ही बाहर जाएं, अपने काम टालें, ये स्थिति ठीक नहीं है। अगर ट्रेन रात को किसी स्टेशन पर पहुंचे। और लोग सुबह तक इंतजार करे प्लेटफॉर्म पर बैठे रहें ताकि सलामत घर पहुंच सके। ये स्थिति उत्तर प्रदेश ने देखी थी। उत्तर प्रदेश को उससे बाहर लाने का काम योगी जी की सरकार ने किया है भाइयों। यूपी में पांच साल पहले जो इन घोर परिवारवादियों-माफियावादियों ने जो माहौल बना दिया था, उसके खिलाफ योगी जी ने बहुत बड़ी लड़ाई लड़ी है।

भाइयों- बहनों,

जीवन में सुरक्षा कोई छोटी चीज नहीं है। जहां हालात बिगड़े हुए हों, वहां दशकों-दशक निकल जाते हैं कानून का राज स्थापित नहीं होता है बहुत मेहनत पड़ती है, योगी जी ने ऐसी कठिन स्थिति में से उत्तर प्रदेश को बाहर लाकर के 5 साल के भीतर भीतर कानून का राज स्थापित करने में सफलता पाई है। बहुत बड़ा बदलाव लाये हैं और आगे भी इसको और पक्का करेंगे ये मुझे पूरा विश्वास है भाइयों। योगी जी ने यूपी में सुरक्षा का जो माहौल दिया है, उसने समृद्धि का नया द्वार खोल दिया है। समाज का हर वर्ग मेहनत करे, उन्नति करे, इसके लिए जो माहौल जरूरी है, वो माहौल योगी जी की सरकार ने दिया है। कासगंज, एटा, फर्रुखाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कन्नौज, सहित इस पूरे क्षेत्र के लिए भी ये सबसे बड़ा संकट था। इन क्षेत्रों के छोटे, लघु, कुटीर उद्योग, हमारे व्यापारी, उद्यमी साथी भी इन अपराधियों के कारण माफियाओं के कारण परेशान रहते थे। इसलिए योगी जी की सरकार ने कानून के राज को सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाया और उन्होंने कर के दिखाया है। गुंडे-माफिया को उन्होंने खोज-खोज कर के जेल भेजा, उन पर कार्रवाई की। कभी कभी लोग पूछते हैं कि योगी जी जुल्म कर रहे हैं योगी जी जुल्म कर रहे हैं। आप मुझे बताइए भइया क्या ये माफियाओं को जेल में भेजना चाहिए कि महल में भेजना चाहिए ? ये गुंडों को जेल भेजना चाहिए कि महल में भेजना चाहिए? योगी जी ने सही किया कि नहीं किया ? सही किया कि नहीं किया? यही करना चाहिए ना ? तभी तो सज्जन व्यक्ति भी जिंदगी जी सकता है भाई। ईमानदार आदमी जो मेहनत करता है वो तभी जी सकता है। बरेली के लोग भी आज हमारे साथ जुड़े हैं। वर्चुअली वो भी हमारे साथ बात कर रहे हैं। बरेली को कैसे बार-बार दंगों की आग में झोंका गया, ये भी हमने देखा है,भाइयों। पहले ये हालत थी कि लोग अपने पर्व-त्योहार तक शांति से नहीं मना सकते थे। दबंग, दंगा और माफियाराज को अब हमें यूपी से हमेशा के लिए बाहर कर देना है। पूरी तरह आप लोग इस बात का भी ध्यान रखिए कि इस बार भी इन घोर परिवारवादियों ने ऐसे अपराधी चुनाव के मैदान में उतारे हैं, जो आप लोगों से खार खाए बैठे हैं। ऐसे लोगों को वो नेता बना रहे हैं, माफियाओं को गुंडागर्दी करने वालों को ऐसे लोगों को वो नेता बनाने के लिए निकले हैं। इन अपराधियों और गुंडों को हराने के लिए आपको एकजुट होकर भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान करो। ये मैं प्रार्थना करने आया हूं भाइयो-बहनों। ये बदले के मौके की तलाश में है। इनको कभी बदला लेने का मौका मत देना भाइयो-बहनों। मैं इस क्षेत्र के नौजवानों से, जो पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं से खास तौर से कहूंगा कि यूपी के बेहतर भविष्य से आपका भी भविष्य जुड़ा हुआ है। बहुत महत्वपूर्ण है भाइयों, आपके पहले लोगों को गांव घर छोड़कर जाना पड़ा। शहरों में जाकर झुग्गी-झोपड़ी में जीना पड़ा। अब मैं उत्तर प्रदेश से किसी को जाना पड़े ये स्थिति नहीं चाहता हूं। उत्तर प्रदेश ऐसा बनाना है देश भर के लोगों को उत्तर प्रदेश आने का मन कर जाये ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना है। भाजपा को दिया आपका एक-एक वोट, यूपी की तस्वीर बदल देगा।

भाइयों और बहनों,

खेती और छोटे उद्योग आत्मनिर्भर भारत की सबसे बड़ी ताकत है। कोरोना के इस संकटकाल में डबल इंजन की सरकार ने खेती और छोटे उद्योगों के लिए ईमानदार प्रयास किए हैं, हमने नई-नई योजनाएं लाए कोशिशें की है। दुनियाभर में हाहाकार मचाने की वजह से भाइयों बहनों खाद की ये जो कोरोना के कारण जो सप्लाइ चेन सब खत्म हो गई, डिस्टर्ब हो गई, इसके कारण खाद की कीटनाशकों की सप्लाई भी बहुत प्रभावित हुई। कीमत भी कल्पना नहीं कर सकते कि कितनी बढ़ गई, अनेक गुना कीमत बढ़ गई है दुनिया के मार्केट में। लेकिन ये संवेदनशील सरकार है, छोटे किसानों पर बोझ न आए इसकी चिंता करने वाली सरकार है, इसलिए पूरी दुनिया में इतना बड़ा दाम बढ़ गया, हमें महंगी चीजें बाहर से लानी पड़ी, हमने किसानों के लिए चीजें लाए, फर्टिलाइजर लाए, खाद लाए, दवाइयां लाए और किसान को बोझ नहीं पड़ने दिया। सारा बोझ सरकार ने झेला किसानों को कम पैसों में वो दिया हमने। सब्सिडी बढ़ा दी, हमने हजारों करोड़ की सब्सिडी ज्यादा कर दी। इस बजट में भी एक लाख करोड़ रुपया, मेरे छोटे किसान भाइयों बहनों सुनिए एक लाख करोड़ से ज्यादा खाद सब्सिडी के लिए रखा है कि ताकि आगे अगर कोई आफत आ जाए तो भी मेरे किसानों को कोई मूसीबत न आ जाए इसका प्रबंध आज हमने अभी से किया है। छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि से जो हजारों रुपये इस दौरान मिले हैं उससे भी उनकी बहुत बड़ी मदद हुई है। छोटे किसान के लिए हर समय जब भी उसको खेती की जरूरत है तुरंत उनके खाते में 2 हजार रुपये जमा हो जाते हैं। और साल में बार-बार ये काम होता रहता है। इसी का परिणाम है कि उत्तर प्रदेश के किसानों ने रिकार्ड उत्पादन करके दिखाया है भाइयों-बहनों। और सरकार ने भी किसानों से एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीद की है। भाइयो-बहनों खेती की तरह ही डबल इंजन की सरकार ने लघु उद्योगों को एमएसएमई को बचाने के लिए भी निरंतर प्रयास किया है कोशिश की है। कोरोना काल में करीब-करीब ढाई लाख करोड़ रुपये छोटे उद्योग को दिए गए हैं, छोटे-छोटे स्थानों पर काम करने वाले लोगों को उसके काम में बहुत बड़ी मदद मिली है और उसके कारण हर कारखाने में दो, पांच, सात, दस, पंद्रह लोगों को जो रोजी-रोटी कमाते हैं उनकी रोजी-रोटी को सुरक्षित किया है। एक रिपोर्ट में यह बात बहुत उभरकर के आई है कि सरकार के इस प्रयास की वजह से लघु उद्योगों में काम करने वाले कम से कम डेढ़ करोड़ लोगों का रोजगार जाने से बच गया। डेढ़ करोड़ लोग यानि डेढ़ करोड़ परिवार यानि करीब छह-आठ करोड़ नागरिकों को मदद मिली है। 13 लाख से ज्यादा लघु उद्योगों को हमारी सरकार ने बंद होने से बचाया है। इस संकट के काल में इतना बड़ा काम हुआ है। केंद्र सरकार की योजना की वजह से यूपी के लघु उद्योमियों को भी करीब 19 हजार करोड़ रुपया मिला है ताकि हमारे गरीब की रोजी रोटी चालू रहे, हमारे देश में उत्पादन का काम चलता रहे।

साथियों,

आज यूपी के लोगों के पास डबल इंजन की ऐसी सरकार है जो लोकल के लिए वोकल है। योगी जी ने जो वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना शुरू की है आज चारों तरफ उसकी वाहवाही हो रही है। इससे हींग, चूड़ियां, कपड़े, फर्निचर, ऐसे उत्पादों को भी बहुत बढ़ावा दिया जा रहा है। इसलिए कासगंज, ऐटा फर्रुखाबाद, हाथरस और फिरोजाबाद के लोग डबल इंजन की सरकार चाहते हैं क्योंकि वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट ने एक ग्लोबल लेवल के मार्केट की संभावना पैदा की है।

भाइयों बहनों,

भाजपा सरकार ने गरीब, किसान, मदजूर, दलित, पिछड़ों के लिए जो सुरक्षा कवच दिया है वो पहले कभी नहीं था। हमारी सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों को चार लाख रुपये तक के जीवन और दुर्घटना बीमा की सुविधा भी दी है। चार लाख, भाइयों-बहनों 60 वर्ष होने के बाद गरीब को पेंशन का सहारा मिले इसके लिए भी हमारी सरकार ने बहुत बड़ी पेंशन योजना भी लागू की है। भाइयों-बहनों इस योजना के तहत गरीबों को तीन हजार रुपये मासिक पेंशन की सुविधा है। बुढ़ापे में रजी-रोटी की तकलीफ न हो इसकी व्यवस्था है। आज करोड़ों किसान, हमारे खेत मजदूर, घर में काम करने वाले, हमारे खेत में काम करने वाले साथी, रिक्शा चलाने वाले हमारे गरीब भाई-बहन, टैक्सी के ड्राइवर के रूप में काम करने वाले हमारे भाई-बहन, रेड़ी-पटरी-ठेले चलाने वाले हमारे छोटे भाई बहन, ये सारे लोग इस योजना से जुड़े हैं और हमारा गरीब और सशक्त होगा तो वो भी गरीबी को परास्त कर के रहेगा। ये मेरा पक्का विश्वास है। पहली बार देश के असंगठित क्षेत्र के करोड़ों श्रमिकों को हमने श्रम कार्ड दिया है, पहली बार देश में रेड़ी-पटरी-ठेले वाले साथी को भी बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा गया है स्वनिधि योजना के माध्यम से उन्हें मदद दी जा रही है। इसका बहुत बड़ा लाभ कोरोना के इस समय में यूपी के गरीबों, दलितों, पिछड़ों को भी मिला है। भाइयों-बहनों गरीबों की सरकार जब होती है तो वो इसी प्रकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास इसी मंत्र को काम करते हुए इसी रास्ते पर काम करती है लेकिन जब घोर परिवारवादी घोर परिवारवादी, जब घोर परिवारवादी सरकार में रहते हैं, तो वो अपने परिवार से बाहर सोचते भी नहीं हैं, उनको कोई लेना-देना ही नहीं होता। जब घोर परिवारवादी सत्ता में थे तो सड़क वहीं बनती थी, जहां एक परिवार का हित होता था। बिजली वहीं आती थी जहां एक परिवार के लोगों का चुनावी हित सधता था, नौकरियां उनको ही मिलती थी जो घोर परिवारवादियों के गुणगान करते थे। लेकिन योगी जी सरकार के लिए पूरा उत्तर प्रदेश अपना परिवार है, पूरा उत्तर प्रदेश। इसलिए बीते 5 साल में जो काम हुआ, जो विकास हुआ पूरे यूपी में समानभाव से हुआ, सामाजिक न्याय की प्रतिबद्धता से हुआ। भाइयों -बहनों घोर परिवारवादी देश के संविधान के लिए, देश के लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं, सबसे बड़ा संकट है। देश को संविधान देने वाले बाबा साहेब भी अगर चाहते, उनका तो कद भी बहुत ऊंचा था नाम भी बड़ा था और समाज में उनके प्रति भक्तिभाव भी आद्भुत था, वे अगर चाहते तो वे भी अपने परिवार की एक पार्टी बना सकते थे और अपना राजनीतिक खेल खेल सकते थे। लेकिन बाबा साहेब आंबेडकर ने अपना अपने परिवार का नहीं हमारे देश के कोटि-कोटि दलित, पीड़ित शोषित, वंचितों को ही अपना परिवार माना और उनके लिए ही पूरा जीवन समर्पित कर दिया। वो जानते थे कि जब कोई पार्टी, किसी परिवार के हाथों बंधक बन जाती है, तो सबसे ज्यादा नुकसान, युवाओं का होता है, देश के टैलेंट का होता है। यूपी के लोगों ने तो देखा है कि कैसे पार्टी पर, उसके साधनों, संसाधनों पर कब्ज़ा करने के लिए क्या-क्या किया गया। परिवारवादी कभी नहीं चाहते कि ज्यादा प्रतिभाशाली लोग खड़े हों और उन्हीं के लिए चुनौती बन जाएं। और इसलिए भाइयों-बहनों इस चुनाव में आपको तय करना है कि परिवारवादी चाहिए की प्रतिभाशील चाहिए। हमें परिवारवादी नहीं हमें प्रतिभाशील लोगों को आगे लाना है और हमारे देश में हर घर में प्रतिभाशाली लोगों की कमी नहीं है। जब ये लोग अपनी पार्टी में युवाओं को आगे नहीं आने देते तो फिर अन्य क्षेत्रों में युवाओं को कैसे आगे बढ़ा पाएंगे? इसलिए मैं कहता हूं, परिवारवादी लोग, हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के सबसे बड़े दुश्मन हैं। घोर परिवारवाद की जो ये मानसिकता आज़ादी के बाद देश और उत्तर प्रदेश में पनपी, उसने यूपी के युवाओं की ताकत को रोक दिया बढ़ने नहीं दिया, अरे बर्बाद कर दिया। इसलिए यूपी का विकास सीमित रहा, विकास धीमा रहा। भाजपा सरकार युवाओं की इसी ताकत को आज देश की ताकत बना रही है।

साथियों,

विकास का ये सिलसिला है विकास के इस सिलसिले को हमें मज़बूत बनाना है मजबूत करना है। यूपी को दंगों और दबंगों से हमें दूर रखना है। दंगे भी नहीं चाहिए दबंग भी नहीं चाहिए इसके लिए कमल के फूल पर भारी संख्या में मतदान करना भी है, आपको तो करना है मतदान करवाना भी है। हर यूथ को बूथ की ज़िम्मेदारी लेनी है। और इसलिए भाइयों-बहनों आप भारी संख्या में मतदान करवाएंगे। और मैं आज प्रथम चरण में अद्भुत भाजपा को समर्थन दिया है, उन सभी मतदाताओं का अभिनंदन करते हुए आपको यही कहूंगा पहले मतदान, फिर जलपान। ये उत्साह बना रहे, इसी विश्वास के साथ मेरे साथ दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बोलिए..
भारत माता की जय !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।