PM Modi emphasizes Chennai's pivotal role in India's development journey
Smart City Mission, AMRUT Scheme, Chennai Metro, and more projects are set to transform the cityscape: PM Modi in Chennai
Direct fund transfer to Tamil Nadu beneficiaries underscores BJP's transparent governance model: PM Modi
PM Modi lauds PM Surya Ghar Scheme, highlighting Tamil Nadu's significant role in achieving energy self-reliance
PM Modi celebrates India's strides in the energy sector, emphasizes clean politics over dynastic interests
PM Modi applauds to Supreme Court's decision against corrupt practices, vows to continue serving India with dedication

वणक्कम् चेन्नई
Every time I come to Chennai; I feel energised by the people. It is great to be here in this city which is full of life. Chennai is also a great hub of talent, trade and tradition.In our mission to build a developed India, the people of Chennai will play a very-very important role.

साथियों,
तमिलनाडु के प्रति मेरा लगाव बहुत पहले से है। मुझसे आपका प्रेम भी बहुत पुराना है। लेकिन, इधर कुछ वर्षों से मैं जब भी तमिलनाडु आता हूं, कुछ लोगों के पेट में दर्द होने लगता है। इन्हें इस बात से तकलीफ होती है कि बीजेपी का जनाधार यहां लगातार बढ़ रहा है। और आज यहां चेन्नई में भी हम देख रहे हैं। दूर-दूर तक लोग ही लोग बैठे हैं, उत्साह से भरे हुए लोग बैठे हैं।



साथियों,
मोदी ने विकसित भारत के साथ-साथ विकसित तमिलनाडु का संकल्प लिया हुआ है। हमें जल्द ही भारत को दुनिया की टॉप 3 इकॉनमी बनाना है। इसमें तमिलनाडु की, चेन्नई की भी बड़ी भूमिका है। भारत सरकार चेन्नई जैसे शहरों को विकसित करने के लिए निरंतर काम कर रही है। हमारी सरकार द्वारा, चेन्नई में हजारों करोड़ रुपये के Urban Infrastructure Projects पर काम किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी मिशन हो, पीने के पानी और सीवेज मैनेजमेंट के लिए AMRUT Scheme हो, चेन्नई मेट्रो और चेन्नई एयरपोर्ट प्रोजेक्ट हो हमने ऐसे कई प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाया है, जिससे यहां Ease of Living बढ़े। चेन्नई पोर्ट से मदुरवोयल के बीच कॉरिडोर बनाने के लिए भी हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।

साथियों,
केंद्र सरकार के इन प्रयासों के बीच DMK सरकार ने चेन्नई के लोगों की जरूरतों से, आपके सपनों से मुंह फेर रखा है। अभी कुछ समय पहले इतना बड़ा साइक्लोन आया। चेन्नई के लोगों को इतनी परेशानी हुई। लेकिन DMK सरकार ने मदद करने की जगह लोगों की मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ाने का काम किया। DMK के लोग संकट के समय Flood Management नहीं करते, बल्कि, ये Media Management करने में लगे रहते हैं। लोगों के घरों में पानी भरा हुआ था, लेकिन ये लोग मीडिया से कह रहे थे कि सब ठीक हो गया है। इसी से पता चलता है कि DMK सरकार को जनता के सुख-दुख से आपके सुख-दुख से कोई मतलब नहीं है।

साथियों,
BJP की केंद्र सरकार संवेदनशील है, और गरीब की चिंता करने वाली सरकार है। कोरोना महामारी में हमने सबसे पहले गरीबों के लिए मुफ्त राशन की चिंता की। जब देश ने अपनी वैक्सीन बनाई तो हमने तय किया कि हर एक व्यक्ति को मुफ्त में वैक्सीन मिले। तमिलनाडु तो MSME Sector का Leader State है। हमारी MSME को नुकसान न हो, इसके लिए हमारी सरकार ने तमिलनाडु की लाखों MSMEs को हजारों करोड़ रुपए का क्रेडिट भी दिलाया।

साथियों,
बीजेपी की केंद्र सरकार, तमिलनाडु के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए भारत सरकार, अनेक योजनाओं का पैसा सीधे यहां के लाभार्थियों को भेज रही है। DMK को दिक्कत इसी बात से है कि लाखों करोड़ रुपये का ये लाभ सीधे तमिलनाडु के लोगों के अकाउंट में पहुंच रहा है। आज टॉयलेट्स, गैस कनेक्शन, नल से जल कनेक्शन, फ्री हेल्थ इंश्योरेंश, सड़क, रेल, हाइवे, पोर्ट सब पर काम हो रहा है। लाखों करोड़ रुपए के इन विकास कार्यों को लूटने में DMK के लोगों को मुश्किल आ रही है। इस बात से यहां की एक फ़ैमिली बहुत परेशान है। इसलिए ये DMK के लोग सोच रहे हैं कि अगर पैसे नहीं तो कम से कम इन कामों का क्रेडिट ही खा सकें! लेकिन, उसमें भी इन्हें सफलता नहीं मिल रही। मैं DMK को बताना चाहता हूं, मोदी तमिलनाडु के विकास का पैसा आपको लूटने नहीं देगा। और जो पैसा आपने लूटा है, वो वसूलकर वापस तमिलनाडु के लोगों पर खर्च किया जाएगा। ये मोदी की गारंटी है- इदु मोदियिन् गारंटी।

साथियों,
परिवारवादी पार्टियां सिर्फ और सिर्फ अपने भविष्य की सोचती हैं, जबकि मोदी देश के भविष्य का सोचकर काम कर रहा है। परिवारवादी पार्टियों के समय देश के 18 हजार गांवों में बिजली नहीं थी, देश के ढाई करोड़ से ज्यादा घर अंधेरे में थे। आप भी जानते हैं कि 21वीं सदी की बहुत बड़ी चुनौती Energy Security है। आज हमारी सरकार इस दिशा में भी तेजी से काम कर रही है। अभी मैं कलपाक्कम से ही आ रहा हूं जहां भारत ने ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आज कलपाक्कम में, देश के पहले और मेड इन इंडिया, फास्ट ब्रीडर रिएक्टर ने बिजली उत्पादन के लिए ऐतिहासिक पड़ाव पार किया है। तकनीकी भाषा में कहें तो आज इस परमाणु ऊर्जा केंद्र में “Core Loading” का आरंभ हो गया है। कुछ ही समय में इससे बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस रिएक्टर के चालू होने के बाद भारत, ऐसी टेक्नॉलॉजी हासिल करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। मैं सभी भारत वासियों को इस उपलब्धि के लिए बहुत-बधाई देता हूं।

साथियों,
जब संकल्प बड़े हों तो परिश्रम भी उतना ही ज्यादा करना पड़ता है। साल 2024 की शुरुआत हुए बहुत सप्ताह नहीं गुजरे हैं। अभी तो हम मार्च की शुरुआत में हैं, लेकिन ये कालखंड दिखाता है कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतें पूरी करने के लिए कितने बड़े स्केल पर काम कर रहा है। कुछ दिन पहले ही मैंने काकरापार परमाणु ऊर्जा केंद्र में स्थापित 1,400 मेगावाट की क्षमता वाले दो नए रिएक्टर राष्ट्र को समर्पित किए। आज ही तेलंगाना से अनेक पावर प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण हुआ है। इसी कालखंड में, तेलंगाना में, 1600 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का लोकार्पण हुआ है। झारखंड में 1300 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का लोकार्पण हुआ है। यूपी में 1600 मेगावॉट के थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी में ही 300 मेगावॉट के सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। राजस्थान में भी बड़े सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी में ही अल्ट्रा मेगा रीन्यूएबल पार्क का शिलान्यास हुआ है। हिमाचल में हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट का शिलान्यास हुआ है। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 4G इथेनॉल प्लांट का शिलान्यास हुआ है। यूपी के नोएडा में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से निकले पानी से ग्रीन हाइड्रोजन बनाने का काम शुरु हुआ है। ये मैं 50 दिन का हिसाब आपको दे रहा हूं। ये 50 दिन में सिर्फ एनर्जी के क्षेत्र में क्या काम हुआ है मैं इसकी बात कर रहा हूं। विकास कैसे होता है, स्केल कितना बड़ा होता है इसका अंदाज देश को आएगा।

साथियों,
आप जरा, एक बात मैं कहने जा रहा हूं जरा ध्यान से सुनिए। चेन्नई के लोग भी सुनें, तमिलनाडु के लोग भी सुनें और देश के लोग भी सुनें। कुछ दिन पहले तमिलनाडु में ही देश के पहले ग्रीन हाइड्रोजन फ्यूल सेल वेसल को लॉन्च किया गया था। यूपी के मेरठ-सिंभावली ट्रांसमिशन लाइन्स का उद्घाटन इसी दौरान हुआ है। कर्नाटका के कोप्पल में विंड एनर्जी ज़ोन से ट्रांसमिशन लाइन्स का उद्घाटन भी किया गया है।

साथियों,
जो एक महत्वपूर्ण बात मैं कहना चाहता हूं… भारत सरकार द्वारा 1 करोड़ परिवारों को मुफ्त बिजली…ये आपके लिए है चेन्नई के लिए है…तमिलनाडु के लिए है, देश के लिए है विशेषकर मध्यम वर्ग के लिए हैं। मुफ्त बिजली, जीरो बिल देने वाली। पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना भी शुरु की गई है। इस योजना पर सरकार 75 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। बिजली से जुड़े ऐसे अनेक प्रोजेक्ट्स भारत को बिजली सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाएंगे। और इसमें तमिलनाडु की बहुत बड़ी भूमिका रहेगी। आप अपने सोलर से बिजली बना सकेंगे। 300 यूनिट बिजली आपका जीरो बिल और ज्यादा बिजली पैदा करेंगे तो सरकार खरीदेगी आपको बिजली बेचकर कमाई होगी। हर परिवार की बिजली खुद की होगी, बिजली बेचकर कमाई भी होगी।

साथियों,
ये आप DMK वालों को भलीभांति जानते हैं। और कांग्रेस को भी आप अच्छी तरह जानते हैं। ये दोनों लोग हैं ऐसे और इनके जैसे और भी हैं। DMK औऱ कांग्रेस जैसी पार्टियां कहती हैं, उनका मोटो है- Family First और मोदी कहता है- Nation First. इसलिए अब इंडी गठबंधन के लोगों ने मुझे गाली देने का नया फॉर्मूला निकाला है। ये लोग कहने लगे हैं कि मोदी का तो कोई परिवार ही नहीं है, मतलब जिनको परिवार है उनको भ्रष्टाचार करने का लाइसेंस मिल जाता है। क्या जिनको परिवार है उनको सत्ता परिवार के लोगों के लिए हड़प करने का लाइसेंस मिल जाता है क्या। मेरे प्यारे देशवासियों, मेरे प्यारे परिवारजनों ये बार-बार मेरे परिवार को गाली देने का उनको शौक लग गया है। भाइयों-बहनों, मैंने घर छोड़ा है। खुद के लिए नहीं, मौजमस्ती के लिए नहीं, मेरे देश के लिए। ये मेरा देश यही मेरा परिवार है। 140 करोड़ भारतवासी यही मेरा परिवार है। देश के युवा मेरा परिवार हैं इसलिए मैं उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहा हूं। देश की बहनें-बेटियां मेरा परिवार हैं इसलिए मैं उन्हें ज्यादा से ज्यादा नए अवसर देने के लिए काम कर रहा हूं। देश के किसान, देश के गरीब ये सब मेरे परिवार हैं इसलिए मैं उन्हें Empower करने के लिए खुद को खपा रहा हूं। और मेरे परिवारजनों, जिसका कोई नहीं है, वो भी मोदी के हैं और मोदी उनका है।
मेरा भारत- मेरा परिवार ! मेरा भारत- मेरा परिवार ! इसलिए आज पूरा देश कश्मीर से कन्याकुमारी, कच्छ से कामरूप तक आज पूरा देश एक सुर में कह रहा है-
मैं हूं...मोदी का परिवार !
मैं हूं...मोदी का परिवार !
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
नान् दान्.... मोदियिन् कुडुम्बम्
यही…यही मेरा परिवार है।

साथियों,
कांग्रेस, DMK और इंडी गठबंधन से जुड़ी पार्टियां भ्रष्टाचार और परिवारवाद में डूबी हुई पार्टियां हैं। उनके लिए अपना परिवार ही सब कुछ है, उनके लिए भ्रष्टाचार ही सब कुछ है। इंडी गठबंधन के भ्रष्ट नेताओं को संरक्षण देने वाले एक फैसले को आज सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया है। मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। साथियों, सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद इंडी एलायंस में मातम छाया हुआ है। आंसू उनके सूख नहीं रहे हैं। डरे हुए हैं, कांप रहे हैं। क्योंकि इंडी अलायंस को रिश्वतखोरी के अलावा, भ्रष्टाचार के अलावा, देश की व्यवस्थाओं को करप्ट करने के अलावा और कुछ भी न करना आता है न करने का इरादा है और न ही वो अपने परिवार के बाहर सोच सकते हैं। दशकों तक इंडी अलायंस में शामिल दलों ने लूट की राजनीति की है। आज इन्हीं लोगों की वजह से देश का युवा, राजनीति से, व्यवस्थाओं से इतना चिढ़ा रहता है। आज आया सुप्रीम कोर्ट का फैसला, स्वच्छ राजनीति को बढ़ावा देगा। और आप ये जानते हैं कि मोदी का सबसे बड़ा प्रिय काम है… स्वच्छता अभियान। और स्वच्छता अभियान कैसा भी हो, मुझे सब जगह पर साफ-सफाई करनी ही है। बस आपके आशीर्वाद चाहिए।

साथियों,
परिवारवाद का एक स्वभाव है। ये परिवारवादी जो पार्टियां होती है न उनको परिश्रम से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं होता है। वो मेहनत-वेहनत करना…अपनी जिम्मेदारी मानते ही नहीं हैं। इसलिए परिवारवाद अपने साथ अहंकार भी लेकर आता है। और जब कोई परिवारवादी सरकार में किसी अहम पद पर आ जाता है, तो उसे लगता है कि देश और देश की जनता उसकी गुलाम है। वो अपने पद की गरिमा तक भूल जाता है। आज हमने ये भी देखा है कि कैसे देश की सबसे बड़ी अदालत ने, सुप्रीम कोर्ट ने DMK परिवार के एक मंत्री से सख्त सवाल किए हैं। करोड़ों लोगों की आस्था का घोर अपमान करना भी परिवारवादियों की एक निशानी है, पहचान है, आदत है। और मुझे अफसोस है कि जिन्हें अपने अहंकार में जनता की भावनाओं तक की परवाह नहीं है, वो तमिलनाडु सरकार में प्रमुख पद पर बने बैठे हैं।

साथियों,
आज मैं एक गंभीर विषय की भी चर्चा करना चाहता हूं। मैं अपनी एक चिंता साझा करना चाहता हूं। और मैं चाहता हूं कि तमिलनाडु हर मां-बाप मेरी इस चिंता को समझे। मुझे आपके बच्चों की चिंता है, मुझे आपके बेटे-बेटियों की चिंता है। और इसलिए मैं बहुत चिंता के साथ, बड़ी गंभीरता के साथ, मेरे दिल का एक दर्द आपसे साझा करना चाहता हूं। आप जानते हैं कि तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी के संरक्षण में ड्रग्स, ड्रग्स के गिरोह पनप रहे हैं। और जो जानकारियां मेरे पास आ रही हैं, वो चिंताजनक है। मुझे आपकी आने वाली पीढ़ी की चिंता है। मुझे आपके बेटे-बेटियों की चिंता है। आपको ऐसी पार्टी से बहुत सावधान रहने की जरूरत है जो आपके बच्चों का भविष्य तबाह होता देख रही है, आंखें मूंद करके बैठी है। आप लोग भाजपा को मजबूत करेंगे तो तमिलनाडु के दुश्मनों पर भी कार्रवाई और तेज होगी। और ये मोदी की गारंटी है- इदु मोदियिन् गारंटी।

साथियों,
विकसित तमिलनाडु के लिए हम सबको मिलकर काम करना है। विकसित तमिलनाडु से ही विकसित भारत का रास्ता मजबूत होगा। और हम ये संकल्प लेकर चले हैं। हम विकसित भारत बनाकर रहेंगे। आप इतनी बड़ी संख्या में हमें आशीर्वाद देने आए हैं। दिल्ली में एयर कंडीशन कमरों में बैठ करके जो राजनीति की कथाएं क्रिएट करने में लगे रहते हैं खबरों को मैन्यूफैक्चर करने में लगे रहते हैं, ये चेन्नई का दृश्य आज उनकी भी नींद खराब कर देगा कि तमिलनाडु जग चुका है, एनडीए के साथ जुड़ चुका है।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की…पूरी ताकत से दोनों हाथ ऊपर करके बोलिए। भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…वंदे..वंदे..वंदे..वंदे..वंदे।
बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।