'Speed-breaker' Didi is hindrance to West Bengal's development: PM Modi

Published By : Admin | April 3, 2019 | 15:56 IST
‘Didi’ is the speed-breaker who is hindering rapid, inclusive development in Bengal: PM Modi in Bengal
The recently-launched manifesto of the Congress is not a ‘Ghoshna-Patra’ rather it is a ‘Dhakosala-Patra’ meant to make false promises to the people: Prime Minister Modi
It is high time that people of Bengal exercise their power and give a befitting reply to the ‘Bomb and Gun Culture’ of the TMC-Left combine: PM Modi
The people will never forget those who bowed down to terrorists and removed laws like TADA and POTA: Prime Minister Modi in Bengal

भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय।

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण इस चुनाव में हमारा समर्थन कर रहे हमारे सभी साथी, और विशाल संख्या में पधारे हुए मेरे प्यारे भाइयो और बहनो, आज दिल्ली से बहुत सारे कैमरा कोलकाता पहुंचे हैं। लेकिन एक नजर यहां भी कर लेते तो उन्हें पता चल जाता कि लहर किसको कहते हैं। हम बचपन से सुनते आए जो बंगाल करता है पूरा देश उसको फॉलो करता है। आज भी ये बंगाल जो कर रहा है पूरा हिंदुस्तान इसी कदमों पर चल पड़ा है भाई। बड़े-बड़े पॉलिटिकल पंडित भी, अरे मैं भी अगर यहां आकर के इतना बड़ा विशाल जन सागर न देखता तो मैं अंदाजा नहीं लगा सकता कि दीदी की नैया डूब चुकी है। कमाल कर दिया आपने, कमाल कर दिया आपने। मैं आपका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। मां काली और भवानी, भगवान शिव की धरती को मैं शीश झुका कर के नमन करता हूं।

साथियो, आप सभी एक ऐसी परपंरा के वाहक है जिनका राष्ट्र के लिए त्याग करना इसका एक समृद्ध इतिहास रहा है। अनेक वीर-सपूतों अनेक वीर गोरखाओं ने अपने संस्कारों से इस भूमि को सिंचित किया है, देश को प्रेरित किया है। आज भी नए भारत को दिशा देने के लिए आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रहने वाली है। आपने बीजेपी के इस चौकीदार का हर बार भरपूर साथ दिया है। दार्जिलिंग हो नार्थ बंगाल हो भारतीय जनता पार्टी के प्रति आपका स्नेह, आपका समर्थन अभूतपूर्व है। आपके इस मजबूत विश्वास के कारण आपका ये चौकीदार बड़ों-बड़ों से भी टक्कर ले पा रहा है। आपके साथ के चलते ही मैं पांच वर्षों से मैं देश के विकास को एक नई गति दे पाया हूं। हां मुझे इस बात का मलाल जरूर है कि जिस गति से देश के दूसरे राज्यों में हम काम कर पाए है। उस गति से यहां काम नहीं हो पाया है। इसकी वजह जानते हैं, मैं पूरे देश में तेज गति से काम कर पाया लेकिन बंगाल में उतनी गति से काम नहीं कर पाया। इसका कारण क्या है... मालूम है, इसका कारण मालूम है, इसका कारण क्या है? आपने सही फरमाया। प. बंगाल में एक स्पीड ब्रेकर है स्पीड ब्रेकर.. इस स्पीड ब्रेकर को यहां के लोग दीदी के नाम से जानते हैं। ये दीदी आपके विकास की स्पीड ब्रेकर है।

साथियो, दीदी को गरीबों की चिंता नहीं है। आखिर दीदी गरीबों का पॉलिटिक्स करने में मशगूल है, वो गरीबी को खत्म करने के लिए कैसे काम कर सकती है। अगर गरीबी खत्म हो जाएगी तो दीदी की पॉलिटिक्स भी खत्म हो जाएगी। कांग्रेस का भी यही हाल है, कम्युनिस्टों की भी यहीं आदत है, इनको गरीबी चाहिए गरीब चाहिए, गरीबों को गरीब रखने में उनका राजनीतिक हित भरा पड़ा है। उन्होंने गरीबों के विकास पर ब्रेक लगाया हुआ है, पूरी साजिश करके रोका हुआ है कि किसी भी तरह गरीबों का भला ना हो जाए। वो गरीबी से बाहर न निकल पाए। भाइयो-बहनो, प. बंगाल में चिटफंड घोटाला हुआ। मेरे गरीब भाइयो और बहनो का पैसा चिटफंड के नाम पर, उसको लेकर दीदी के मंत्री, दीदी के विधायक, दीदी के साथी भाग गए। उन्होंने गरीबों को लूट लिया। जिस गरीब ने अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई बहुत विश्वास के साथ चिटफंड वालों को सौंपी थी। उसे अपने साथियों के जरिए तबाह करने काम, बर्बाद करने का काम दीदी ने किया है। 

साथियो, गरीब जब बीमार होता है तो उसकी सबसे बड़ी चिंता होती है इलाज का खर्चा। गरीब की इसी चिंता को समझते हुए भारतीय जनता पार्टी ने एनडीए की सरकार ने गरीबों के लिए गरीबों के इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना शुरू की। गरीबों को कहा कि बीमारी की स्थिति में पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त होगा। आपको एक भी रुपया अस्पताल में खर्च नहीं करना पडेगा। लेकिन ये स्पीड ब्रेकर दीदी ने क्या किया। दोस्तों आपका प्यार मेरे सर आंखों पर, गरीब का भला करने वाली इस योजना पर प. बंगाल में ब्रेक लगा दिया गया। भाइयो और बहनो, स्पीड ब्रेकर दीदी के करनामों की लिस्ट बहुत लंबी है। दीदी ने प. बंगाल के 70 लाख से ज्यादा किसान परिवारों के लिए उनके विकास के काम पर भी ब्रेक लगा दिया है। देश के तमाम राज्यों में पीएम किसान सम्मान योजना के तहत किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। लेकिन दीदी तो दीदी है स्पीड ब्रेकर है इसलिए पीएम किसान सम्मान योजना पर भी उहोंने प. बंगाल में ब्रेक लगा दिया है। भाइयो- बहनो,, ये भाजपा एनडीए की सरकार है। आपका प्यार, आपका प्यार मेरे सर आंखों पर, भारत माता की जय... आप थोड़ा-थोड़ा शांत रहेंगे। आपका उत्साह... ये आपकी चेतावनी दीदी तक पहुंच गई है। ये आपका प्यार दीदी की नींद हराम कर देगा।

अगर आप इजाजद दें तो मैं बोलना जारी रखूं। बोलूं क्या.. लेकिन आप इतने नारे बोल रहे हो। आपका उत्साह इतना जबरदस्त है कि मेरे लिए बोलना भी मुश्किल है। ऐसा प्यार बंगाल मुझे दे रहा है। मैं सर झुका कर के नमन करता हूं भाइयो। ये भाजपा एनडीए की सरकार है जिसने गरीब और मध्यम वर्ग के जीवन पर उसकी कमाई को उसको लूटने से बचाने के लिए रेरा का कानून बनाया। इसका मकसद यहीं था कि मध्यमवर्गीय परिवार अपना घर खरीदने जा रहा है। लेकिन परिवार का पैसा कोई बिल्डर लूट कर के भाग न जाए। इसको रोकने के लिए हमने रेरा कानून बनाया। लेकिन दीदी ने ये रेरा कानून को लागू करने से मना कर दिया। भाइयो-बहनो आप सभी गवाह हैं कि पहले यही काम ये लेफ्ट वाले किया करते थे। अब दीदी ने उनके हथियार पर कब्जा कर लिया है। सिर्फ कब्जा ही नहीं किया है उसे और धार दे दी है। मैं प. बंगाल की जनता को कहना चाहता हूं। ये भी चाहे लेफ्ट हो, कांग्रेस हो, या ममता दीदी हो ये एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। इनकी राजनीति प. बंगाल को गरीब करने पर ही टिकी हुई है। लेकिन ये भूल रहे हैं कि इनका मुकाबला एक चौकीदार से है। भाइयो-बहनो, बहुत ईमानदारी से बहुत परिश्रम से ये चौकीदार प. बंगाल के लोगों लिए काम कर रहा है। साथियो इन लोगों की तमाम अड़चनों के बावजूद गांव-गांव में गरीबों को गैस कनेक्शन देने का कम हम तेज गति से आगे बढ़ा रहे हैं। गरीबों को अपना पक्का घर दिया जाए। गांव-गांव में शौचालय बने, बिजली कनेक्शन दिए जाए। बच्चों और गर्ववती महिलाओँ का टिकाकरण किया जाए। भाइयो और बहनो, प. बंगाल के दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के संसाधनों और सम्मान के प्रति आपका ये चौकीदार पूरी तरह से संवेदनशील है।

यहां के चाय के बगानों में काम करने वाले साथियों की जरूरतों का मुझे पूरा अहसास है। भाजपा सरकार की नीतियों से उन्हें काफी लाभ भी मिला है। ये और हो सकता था अगर दीदी का स्पीड ब्रेकर बीच में नहीं आता। यहां के आदिवासी बच्चों को शिक्षा, युवाओं को रोजगार के नए अवसर, पाइनएपल पैदा करने वाले किसानों के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट... मुझे आपकी हर आवश्यकता का पता है। बस मैं ये स्पीड ब्रेकर हटने का इतंजार कर रहा हूं। यहां पर तेज गति से तब तक विकास मुश्किल है जब तक कानून व्यवस्था बदहाल है। इसके अलावा कनेक्टिविटी भी टूरिज्म और उद्योगों के लिए बहुद जरूरी है। इसलिए एशियन वेस्टर्न हाईवे हो या रेलवे का काम हो, अनेक प्रोजक्ट पर काम चल रहा है। हाल में कलकत्ता हाई कोर्ट की सर्किट बेंच भी जलपाइगुड़ी में स्थापित की गई है। आपका ये चायवाला यहां के चाय बगानों के हित के लिए पूरी तरह समर्पित है। इस प्रकार असम में हमारी सरकार चाय बगान वाले लोगों को जीवन के हर चरण पर मदद दे रही है। वही काम हम यहां भी करेंगे। कोच राजबोंग्शी जैसी जनजातीयों की मांगों पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। भाइयो बहनो, इस बार के चुनाव दो स्पष्ट धाराओं के बीच का चुनाव है। एक तरफ ईमानदार चौकीदार है, और दूसरी तरफ दागदार ही दागदार है। एक तरफ आतंक को करारा जवाब देने वाली सरकार है और दूसरी तरफ पाकिस्तान के पैरोकार यहां दिखते हैं। साथियों जब बालाकोट में हमारे सपूतों ने आतंकियों को घर में घुसकर के मारा। जब आतंकियों को बालाकोट में घर में घुसकर के मारा । आपको खुशी हुई कि नहीं। आपका माथा गर्व से ऊंचा हुआ कि नहीं। आपका सीना चौड़ा हो गया कि नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही बालाकोट में घुसकर के हमारे जवान वापस आए, तो रोना किसको चाहिए था? चिल्लाना किसको जरूरी था। लेकिन रोना कौन किया शुरू। हमारे ही लोग चिल्लाने लगे रोने लगे। अरे चोट वहां पहुंची है और दर्द तुम्हें क्यों हो रहा है। जितना दर्द इस्लामाबाद में हुआ लाहौर में हुआ, रावलपिंडी में हुआ। उससे भी ज्यादा दर्द ये कोलकाता में बैठी दीदी को हुआ। मोदी ने ये क्यों किया। मोदी सबूत दें। मोदी को आतंकियों के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए।

भाइयो बहनो, मोदी ने जो वो किया..क्या ठीक किया कि नहीं किया। सही किया कि नहीं किया। चौकीदार ने धुसकर के वहां मारा। आपको अच्छा लगा कि नहीं लगा। आप खुश है कि नहीं है। भारत के सपूतों को खुली छूट दी। ये मेरा निर्णय आपको मंजूर है पसंद है। आपको गर्व हुआ। लेकिन दीदी को ये पसंद नहीं आय़ा और ना ही ये महामिलावट के उनके साथियों को ये रास आया। ये सभी महामिलावटी इतना जोर-जोर से रोए कि पाकिस्तान में हीरो बन गए। वहां के मीडिया में छा गए। साथियों ये कैसा भारत चाहते हैं। इनकी मंशा बिल्कुल साफ होती जा रही है। दिल्ली में जब यूपीए की रिमोर्ट वाली सरकार थी तब आय दिन आतंकवादी हमले होते थे लेकिन इन्होंने कभी भी हमारे वीरों को खुली छूट नहीं दी। अब वो इनकी आतंक परस्त नीति ऐसी हो गई है। कि खुलेआम हमारे सुरक्षा बलों के सैनिकों के खिलाफ अनाब-शनाब बयानबाजी कर रहे हैं।कल कांग्रेस ने एक ढकोसला पत्र जारी किया। इस ढकोसला पत्र में कांग्रेस ने देश के सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ने के उनके हौसले को चूर-चूर करने का काम किया है। साथियों कांग्रेस ने कहा है कि वो जम्मू-कश्मीर और हिंसा प्रभावित दूसरी जगहों पर हमारे सुरक्षा बलों को जो एक विशेष अधिकार मिला है उसको हटा देंगे। यानी कांग्रेस ने हमारे वीर जवानों को आतंकियों और पत्थरबाजों के सामने लाचार करने उनके हाथ बांधने की साजिश रच दी है। ये कैसी सोच है भाइयो-बहनो दार्जिलिंग के प. बंगाल के तो हजारों सपूत ऐसे क्षेत्रों में राष्ट्र रक्षा के काम में जुटे हैं। AFSPA सुरक्षा बलों के लिए कवच है ताकी वो सही तरीके से आतंकियों से निपट सके लेकिन क्योंकि इनको अपनी सेना पर विश्वास नहीं है सेना के नियम कायदों देश के नियम कानून पर विश्वास नहीं है इ सलिए ऐसा वादा करने की हिम्मत ये लोग कर रहे हैं। हमारे वीर जवानों को खतरे में डालने वाली साजिश को आप सभी को नाकाम करना है। नाकाम करोगे क्या। नाकाम करोगे क्या।

भाइयो बहनो,, इस चुनाव में आपका वोट सिर्फ भाजपा के एमपी बनाने का नहीं है । आपका वोट सिर्फ मोदी को प्रधानमंत्री बनाने वाला नहीं है। बल्कि आपका वोट हमारे देश के सुरक्षाबलों के सम्मान का भी वोट है। साथियों कांग्रेस की टीएमसी की इन सभी महामिलावटियों की यहीं नीति और रीति रही हैं कि देश को दशकों से आतंक झेलना पड़ा है। लेकिन आपका ये चौकीदार इनके सामने अब दीवार बनकर के खड़ा है। जिस तरह आतंकियों और नक्सलियों पर इस चौकीदार ने निर्णायक कार्रवाई की है। आप आश्वस्त रहिए ये मोदी है ये घुसपैठियों को भी छोड़ने वाला नहीं है, और दूसरी तरफ जो हमारे शरणार्थी है जो कांग्रेस की एतिहासिक भूल का शिकार रहे हैं। उनके साथ इंसाफ भी यही चौकीदार करेगा। साथियों मुझे पता चला है कि यहां पर एनआरसी को लेकर अफवाहें फैलाने का काम भी चल रहा है। मैं सभी गोरखा भाइयो-बहनो को इस मंच से आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपमें से किसी को भी इसकी वजह से नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। साथियो, मैं ऐसे-ऐसे हर व्यक्ति को टीएमसी के पेरोल पर घूम रहे हैं। जो टीएमसी के पेरोल पर रहकर आतंक फैला रहे हैं, डरा रहे हैं। ऐसे हर व्यक्ति को चेतावनी देता हूं कि उनके दिन अब गिन चुके हैं। बीजेपी की सरकार आते ही निर्दोष नागरिकों को परेशान करने वालों को हिसाब देना ही पड़ेगा और कानून को जवाब देना ही पड़ेगा। जगाई जगाई मथाई ये जगाई मथाई का गुड़ों और घुसपैठियों का ये गठजोड़ अब प. बंगाल में खत्म होने के दिन आ चुके हैं। साथियो, आपको वोट देने से कोई भी रोक नहीं सकता है। आने वाले चुनाव में आप बिना किसी डर से अपना वोट दीजिएगा। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं भी मैं कहना चाहता हूं कि आप पूरी शक्ति से डटे रहिए। आपका हौसला प. बंगाल के भाग्य को बदलने के लिए बहुद जरूरी है। साथियो, सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर चल रही एनडीए सरकार प. बंगाल को दीदी के स्पीड ब्रेकर से मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

मुझे पूरा भरोसा है कि प. बंगाल के हितों की रक्षा के लिए, यहां के गौरव की रक्षा के लिए, यहां की सांस्कृतिक की रक्षा के लिए, और अपने बेहतर भविष्य के लिए आप भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को वोट देंगे, और यहां जो उम्मीदवार है इसमें हमारा एक राजू है। दो दशक से मैं इसको जानता हूं। दो दशक से... ये हमारे तीनों साथी आपके ही संतान हैं। आपके ही साथी हैं। आपकी समस्याओं का इन्हें पता है। ये आपका पूरा ध्यान रखेंगे। मैं इनके साथ खड़ा रहूंगा ये आपको विश्वास दिलाता हूं। भाइयो-बहनो, बोजेपी और उसके साथियों के उम्मीदवारों को दिया हर वोट, आपका हर वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाने वाला है। आपके वोट से ही मोदी जीतने वाला है। इसी विश्वास के साथ इतनी बड़ी तादात में आप आशीर्वाद देने के लिए आए मैं आपका बहुत बहुत आभारी हूं।

मैं एक नारा बोलवाऊंगा बोलेंगे... दोनों हाथ ऊपर कर के बोलेंगे। मुठ्ठी बंद कर के बोलेंगे। पूरी ताकत से बोलेंगे। मैं कहूंगा मैं भी आप कहेंगे चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। मैं भी... चौकीदार हूं। आप बोलेंगे चौकीदार.... गली-गली में चौकीदार... गांव गांव में चौकीदार, शहर शहर में चौकीदार... घर-घर में चौकीदार... युवा नौजवान चौकीदार, माता-बहने चौकीदार..., बड़े –बुजुर्ग चौकीदार..., खेत खलिहान में चौकीदार..., बाग-बगीचे में चौकीदार..., हिंदुस्तान में चौकीदार.., सीमा पर भी चौकीदार..., देश का भविष्य चौकीदार.., देश का भविष्य चौकीदार.., देश का उजला काल चौकीदार... आपका सबका आशीर्वाद... बहुत बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।