भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय
आज डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर की जन्म जयंती है। मैं कहूंगा बाबा साहब अंबेडकर आप बोलेंगे अमर रहे अमर रहे। बाबा साहब अंबेडकर.. अमर रहे, अमर रहे। बाबा साहब अंबेडकर... अमर रहे, अमर रहे। जय भीम, जय भीम, जय भीम। मुरादाबाद, संभल और रामपुर के सभी साथियों को मेरा नमस्कार। पीतल नगरी में आप सभी के बीच फिर एक बार आपका आशीर्वाद लेने आया हूं। पहले 2014 में और फिर 2017 में आपने इस चौकीदार का भरपूर समर्थन और सहयोग दिया। इसी प्यार और सहयोग का परिणाम है कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। बज रहा है कि नहीं बज रहा है? बज रहा है कि नहीं बज रहा है? संयुक्त राष्ट्र भी भारत का सम्मान कर रहा है। रूस भी भारत का सम्मान कर रहा है। साउथ कोरिया भी भारत का सम्मान कर रहा है। सऊदी अरब भी भारत का सम्मान कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात ये भी भारत का सम्मान कर रहा है। फिलिस्तीन भी भारत का सम्मान कर रहा है, और अफगानिस्तान भी भारत का सम्मान कर रहा है। दुनिया के अनेक देशों ने अपना नागरिक सर्वोच्च सम्मान 130 करोड़ हिंदुस्तानियों को दिया है। ये सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, ये सम्मान आपका है। हर हिंदुस्तानी का है। मोदी तो सिर्फ एक निमित्त मात्र है। साथियो, दुनिया में उसी की बात सुनी जाती है जिसमें दम होता है। जो सिर्फ रोता रहता है उसकी कोई नहीं सुनता। जिस नए भारत को बनाने का संकल्प हम सबने लिया है। वो भारत दमदार भी होगा और असरदार भी होगा।
भाइयो- बहनो, पहले क्या होता था? पहले क्या होता था? पाकिस्तान से आतंकी आते थे, हमारे यहां धमाके कर के जाते थे, और कांग्रेस की सरकार दुनिया में रोती थी। हमें मारा, हमें मारा, महें मारा। यहीं करते थे न, रोना रोते थे न, लेकिन आज ये नया भारत है अब आतंक के सरपरस्तों ने जब उरी में गलती की तो देश के वीर जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक कर के दिन में तारे दिखा दिए थे। उन्होंने दूसरी बड़ी गलती पुलवामा में की तो हमने उन्हें एयर स्ट्राइक कर के घर में घुसकर मारा, और अब ये उधर वालों को भी समझ आ गया है कि अगर तीसरी गलती की तो लेने के देने पड़ जाएंगे। भाइयो –बहनो, आज आपका चौकीदार आपके बीच खड़ा है, और पाकिस्तान की पूरी सरकार दुनिया भर में रोती रहती है। रोती रहती है। आज पूरी दुनिया भारत के साथ खडी है, और पाकिस्तान के अपनों ने भी उससे मुंह फेर लिया है। जरा मेरे साथियो बताओ, आप बताएंगे। मैं सवाल पूछूं बताओगे? क्या भारत का दम दिख रहा है कि नहीं दिख रहा? भारत की ताकत दिख रही है कि नहीं दिख रही है? आप बताइए आपको दुबकने वाली सरकार चाहिए या दमदार हिंदुस्तान चाहिए? बहनो और भाइयो, भारत के पास दशक भर से सैटेलाइट को मारने वाली तकनीक थी। लेकिन कांग्रेस की सरकार से जब वैज्ञानिकों ने इजाजत मांगी। लेकिन वो रिमोर्ट कंट्रोल वाली सरकार लेकर बैठे थे। वो सरकार कांप रही थी।
साथियो, जब इस चौकीदार की सरकार से वैज्ञानिकों ने पूछा तो मैंने कहा भाई अरे कल करे सो आज कर, और हमने सैटेलाइट को निशाना बनाने वाली मिसाइल की परीक्षण को तुरंत हरी झंडी दे दी। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक हो, भारत ने अतंरिक्ष में भी स्ट्राइक कर दी और अंतरिक्ष में भारत का शानदार प्रदर्शन आज चर्चा का विषय बना हुआ है। अब जल, थल अरे नभ और उससे भी आगे अंतरिक्ष में भी भारत पर हमला से पहले कोई 100 बार सोचेगा। भाइयो बहनो, दुनिया में जब भारत की ताकत बढ़ेगी तब हमारा व्यापार कारोबार भी तो बढेगा। मुरादाबाद के पीतल उद्योग, रामपुर का जरी उद्योग, संभल का हस्तशिल्प, इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार अगर हिंदुस्तान में ताकत होगी तब बढ़ने वाला है। भारत की छवि एक मजबूत देश की होगी तो दुनिया हमसे व्यापार भी करेगी दोस्ती भी रखेगी। जब दम होगा तभी अंतर्राष्ट्रीय जगत में भी हमारे हक में लोग फैसले लेने के लिए तैयार होंगे।
साथियो, आप बताइए क्या देश को ताकतवर बनाने की सोच सपा, बसपा ने कभी भी आपके सामने रखी है क्या? सपा, बसपा ने हिंदुस्तान के लिए एक शब्द बोला है क्या? भारत को कहां ले जाना है वो बोला है क्या? क्या सपा बसपा ने देश को दमदार बनाने की कोई फॉर्मूला आपके सामने रखी है क्या? रखी है क्या? जिनको इसकी समझ ही नहीं है, वो देश को दमदार बना सकते हैं क्या? जिनके एजेंडा में नहीं है वो कभी दुनिया में हिंदुस्तान का झंडा गाड़ सकते हैं क्या? क्या कांग्रेस और उसके दूसरे महामिलावटी साथियों ने कभी भी ऐसी सोच रखी है। भाइयो और बहनो, इन्होंने तो ऐसे लोगों को मैदान में उतारा है जिनको वंदे मातरम बोलने में भी परहेज है। जो वंदे मातरम का सम्मान नहीं कर सकता वो मां भारती का सम्मान क्या करेगा? इनकी सोच सिर्फ एक ही है। एक ही कार्यक्रम, वन प्वाइंट एजेंडा। सुबह शाम, दोपहर को रात को यहां जाओ, वहां जाओ, जहां जाओ... मोदी को गाली दो जोर जोर से गाली दो जितनी गालियां दे सकते हो देते रहो। जैसे कांग्रेस वाले मुझे वाले कहते हैं कि ये मोदी तो शौचालय का सौदागर है। ये मोदी तो शौचालय का चौकीदार है।
सपा के एक नेता ने कहा कि मोदी की बात शौचालय से शुरू होती है और शौचालय पर खत्म होती है। अरे बबुआ, शौचालय की चौकीदारी का महत्व क्या है? ये आप नहीं समझ पाएंगे। आपके पास आज विदेशी टाइलों, विदेशी टोटियों वाला टॉयलेट है लेकिन उन करोड़ों बहन बेटियों से पूछो जिनको आपने अंधेरे का इंताजर करने के लिए मजबूर कर के रखा है। आप कल्पना कर सकते हैं कि आजादी के 70 साल के बाद मेरे देश की माताएं मेरे देश की बेटियां अगर शौच जाना है तो सुबह सूरज निकलने से पहले जाती थी या तो रात को सूरज ढलने का इंतजार करती थी। जरा ये पीड़ा क्या होती है ये विदेशी टोटियों वालों को पता नहीं चलता है। ये चौकीदार करोड़ों बहनों की गरिमा का चौकीदार बन पाया तो ये मेरे लिए सम्मान की बात है। आपके लिए शर्म की बात हो सकती है, चौकीदार के लिए सम्मान की बात है। हां, मुझे दुख इस बात का है। जिन सफाई कर्मचारियों का समाजवादी पार्टी अपमान कर रही है। उसे लेकर के भी बहन जी चुप है, और मैंने प्रयागराज में कुंभ के मेले में हमारे सफाई करने वाले भाई बहनों के पैर धोए तो बहन जी के पेट में पीड़ा हुई। अरे खैर मोदी को तो छोड़िए, मुझे तो इनकी गालियां सुनने का दो दशक का अनुभव है। अब मैं गालीप्रूफ हो गया हूं।
साथियो, सपा- बसपा- कांग्रेस की महामिलावट की यहीं मानसिकता है कि यूपी में बेटियों के साथ अत्याचार चरम पर था। प. यूपी में गुंडों ने बेटियों का जीना मुश्किल कर रखा था। योगी जी की सरकार ने इस गुंडागर्दी पर करारी चोट की। साथियो, इन लोगों की इसी मानसिकता की वजह से हमारी मुस्लिम बहन बेटियां तीन तलाक जैसे अत्याचार को सहने के लिए मजबूर है, और मैं ऐसी पीड़ित बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि 23 मई को जब चुनाव का नतीजा आएगा, और 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार, फिर एक बार मोदी सरकार, फिर एक बार मोदी सरकार। 23 मई को फिर एक बार मोदी सरकार बनने के बाद। ये तीन तलाक पर बना कठोर कानून फिर से संसद में लाया जाएगा। भाइयो औऱ बहनो, मुझसे कई बार लोग पूछते हैं कि मैं उनसे गठबंधन के बजाए महामिलावट क्यों कहता हूं। बताइए महामिलावट है कि नहीं है? ये महामिलावट है कि नहीं है? ये महामिलावट की महागिरावट पक्की है कि नहीं है? ये महामिलावट कि महागिरावट पक्की है कि कि नहीं है? मैं पूछता हूं कि इन्हें महामिलावट क्यों न कहूं? अब देखिए ये कैसे कैसे लोग साथ आए हैं ये किसने कहा था। जरा पुरानी बातें याद करिए। ये किसने कहा था कि बहन जी ने यूपी की जनता को इतना लूटा है कि इतना लूटा है कि उनकी मूर्तियों के फर्श टटोलोगे तो शायद उसमें से भी पैसा निकलेगा। ये इन्होंने एक दूसरे को कहा था कि नहीं था? बबुआ ने बुआ के सम्मान में ये बातें कही थी कि नहीं कही थी। आज बुआ का विशाल ह्रदय देखिए वो बबुआ को इतना सम्मान कर रही है इतना सम्मान कर रही है। बहन जी आज उस उम्मीदवार के लिए वोट मांगने में गर्व महसूस कर रही है। जो बाबा साहब अंबेडकर को भू माफिया कहता है और खुद यूनिवर्सिटी के नाम पर जमीन कब्जाता है। बहन जी उन उजड़ी दलित बस्तियों में दलितों की जमीन जिसने कब्जा किया है। उनके लिए आप किस मुंह से वोट मांगने जाओगी, और ये भी मत भूलिए ये वहीं साहब है जो डेढ़ दशक तक बहन जी को सद्दाम हुसैन जैसा हश्र करने की धमकी दे रहे हैं। साथियो, महामिलावट के एक और उम्मीदवार है जिनको बाबा साहब की मूर्ति को माला पहनाना भी मंजूर नहीं है।
लेकिन बहन जी इनके लिए वोट मांग रही है। वहीं हमारे बबुआ वो दिन भी भूल गए जब बहन जी ने नेताजी को पागल खाने भिजवाने की सलाह दिया करती थी। साथियो, राजनीति क्या-क्या न कराए, आज हाथी साइकिल पर सवार है और निशाने पर चौकीदार है। साथियो, असल में संकट अस्तित्व का था, अस्तित्व का था, और इसलिए पहले की सारी गालियां पीछे छूट गई, और नारा बन गया कि मेरा भी माफ तुम्हारा भी माफ वरना हो जाएंगे दोनों साफ। लेकिन भाइयो बहनो, क्या जनता इनको माफ करेगी क्या? इनकी झूठी बातों को स्वीकार करेगी क्या? भाइयो बहनो, इन्होंने क्या-क्या किया.. हाफ-हाफ किया है। आधा तुम्हारा, आधा मेरा। ऐसा किया है ना। ये हाफ-हाफ वालों को उत्तर प्रदेश पूरा साफ कर देगा, और एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी को पहले से भी ज्यादा सीटें देगा। ये मैं बिल्कुल धरती की हवा देख रहा हूं। दोस्तों मैं हिंदुस्तान के सभी राज्यों में जाकर आया। ऐसी लहर चल रही है ऐसी लहर चल रही है। इनका बचना मुश्किल है। अब मुझे बताइए अगर दिल्ली में सरकार बनानी है तो 272 सीट चाहिए कितनी सीट चाहिए? जो 40 सीट लड़ रहे हैं वो 272 लाएंगे क्या? ये आपके आंख में धूल झोंक रहे हैं कि नहीं झोंक रहे हैं?
भाइयो और बहनो, ये सत्ता के लिए अपनी वोट बैंक को निश्चित समुदाय को उसके ठेकेदार बनकर आज एक दूसरे को बेच रहे हैं। ट्रांसफर कर रहे हैं। वहीं आपका ये चौकीदार किसानों के खाते में 12 करोड़ किसानों के खाते में 75 हजार करोड़ रुपये ट्रासफर करने के लिए दिन रात एक कर रहा है। उनको वोट ट्रांसफर करवाना है। मुझे किसान के घर में रुपया ट्रांसफर करवाना है। मुरादाबाद, संभल और रामपुर के लाखों किसान परिवारों के खाते में पहली किस्त भी पहुंच चुकी है। जिनको नहीं मिली उनको भी जल्द ही मिल जाएगी, और एक और बात बताऊं अभी जो नियम है वो नियम है 5 एकड़ से कम भूमि वालों को पैसे देते हैं। लेकिन 23 मई को जब चुनाव का नतीजे आएगा। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। जब 23 मई तो फिर एक बार मोदी सरकार बनेगी तो हम ये जो 5 एकड़ वाला नियम है उसको खत्म कर देंगे और ये मदद सभी किसानों को देने का निर्णय करेंगे। इतना ही नहीं, मेरे किसान भाइयो-बहनो हमने आपके लिए खेत मजदूरों के लिए एक बड़ा महत्वपूर्ण फैसला किया है।
23 मई को फिर एक मोदी सरकार बनने के बाद हमारे किसानों को छोटे किसानों को और हमारे खेत मजदूरों को 60 साल के बाद हर महीने उन्हें नियमित पेंशन मिलेगा। ये कभी कोई सोच सकता हैं क्या? न बुआ सोच सकती हैं न बबुआ सोच सकता हैं। कहीं लघु उद्योगों से जुड़े, कहीं घरों में काम करने वाले, कोई रेहड़ी चलाता है, कोई नाई की दुकान लेकर बैठा है, कोई टैक्सी का ड्राइवर है, कोई आपके घर में बर्तन साफ करता है, कोई आपके यहां खाना पकाता है। कोई भी जो छोटे छोटे हमारे कामगार है। घरों में काम करने वाले लोग हैं। मजदूरी करने वाले हैं, रिक्शा चलाने वाले हैं। उसी प्रकार से जो हमारे छोटे दुकानदार हैं। कहीं पान का गला लेकर बैठे हैं, कहीं ठेका लेकर बैठे हैं। कहीं सब्जी का ठेका लेकर बैठे हैं। इन सबको भी हमारी सरकार ने पेंशन देने का निर्णय लिया है। आप कल्पना कर सकते हैं। 60 साल बाद ये सम्मान से जीवन जी सकेंगे कि नहीं जी सकेंगे? किसी का मोहताज रहना पड़ेगा क्या? इसकी एक कड़ी के तौर पर हमने पीएम श्रम योगी मान धन योजना उसको तो शुरू भी कर दिया है। 23 मई को सरकार बनने के बाद योजनाओं का और विस्तार किया जाएगा।
साथियो, मुझे अहसास है कि यहां की चीनी मिलें बकाया चुकाने को लेकर भी कुछ न कुछ भी परेशानियां पैदा कर रही है। वो भी कान खोल कर के सुन लें कि चुनाव खत्म होने के बाद आपकी बारी आएगी, और मैं आपको भी भरोसा देता हूं कि योगी जी सरकार आपका एक-एक रुपया जल्द से जल्द दिलावा कर के रहेगी। और मैं भी यूपी का एमपी हूं, मैं भी इसके लिए पूरी ताकत लगाऊंगा। भाइयो बहनो, यहां का जो पीतल उद्योग है उसके विकास के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध है। योगी जी की सरकार पहले ही एक जनपद एक उत्पाद योजना चला रही है। इसके तहत कच्चे माल डिजाइन, परीक्षा, पदर्शन और मार्केटिंग जैसी सुविधाएं दे रही है। छोटे उद्योगों को GEM जैम यानी गवर्नमेंट e मार्केटप्लेस इसके साथ जोड़ रहा है। ताकी सरकारी कंपनियों को समान बेचने में आपको कोई असुविधा न हो। किसी बिचौलिए की जरूरत न पड़े। पिछले वर्ष ऐसे अनेक निर्णय सरकार ले चुकी है।
साथियो, अब बीजेपी ने संकल्प लिया है कि फिर एक बार सरकार बनने पर पहली बार राष्ट्रीय व्यापारी आयोग बनाया जाएगा। ताकी आपकी हर समस्या का समय पर समाधान हो सके। इसके अलावा छोटे उद्यमियों को 50 लाख रुपये तक बिना गारंटी ऋण देने का संकल्प भी हमारी सरकार ने किया है। साथियो, सबका साथ सबका विकास ये हमारा मंत्र है, और सबको सुरक्षा, सबको सम्मान ये हमारा संकल्प है। इसको सिद्धि तक पहुंचाने के लिए हमें एकजुट होकर चलना है। याद रखिए इस 23 अप्रैल को आपका एक-एक वोट हमारे देश को मजबूत बनाएगा। अब आप एक संकल्प लीजिए और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं। आप जब 23 तारीख को कमल के निशान पर बटन दबाओगे तो आपका वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। भाइयो बहनो मैं एक संकल्प दोहराता हूं। आप करेंगे। मेरे साथ संकल्प करेंगे। दोनों हाथ ऊपर कर के करेंगे। मुठ्ठी बंद कर के करेंगे। सब के सब करेंगे। पीछे वाले भी करेंगे। पूरी ताकत से करेंगे। देखे मैं नारा बोलवाऊंगा। आपको बोलना है घर-घर में है चौकीदार। क्या बोलना है आपको... क्या बोलना है आपको। तो मैं नारा बोलवाऊं पूरी ताकत से बोलोंगे।
भ्रष्ट्राचारियों होशियार, घर-घर में चौकीदार, भगोड़ों पर कानून की मार, घर-घर में चौकीदार, बंद हुआ काला कारोबार, घर-घर में चौकीदार, देशद्रोहियों पर कड़ा प्रहार, घर-घर में चौकीदार, आतंक पर आखिरी वार, घर-घर में चौकीदार,दुश्मन होजा खबरदार घर-घर में चौकीदार, धुसपैठियों भागे सीमापर, घर-घर में चौकीदार,टूटेगी जात-पात की दीवार, घर-घर में चौकीदार, वंशवाद की होगी हार, घर-घर में चौकीदार, दागदार पर भारी कामदार, घर-घर में चौकीदार
भाइयो बहनो पूरा हिंदुस्तान चौकीदार, भाइयो बहनो पूरा हिंदुस्तान चौकीदार
आप गर्मी कितनी भी क्यों न हो। सुबह निकलकर के वोट डालिए, करेंगे।
मैं आपका बहुत-बुहत आभारी हूं। मेरे साथ बोलिए...भारत माता की जय, भारत माता की जय