PM’s address at BRICS Plenary Session

Published By : Admin | July 9, 2015 | 18:07 IST
QuotePM Modi speaks at the BRICS Plenary Session
QuotePM Modi complements BRICS Nations for their active support and participation during International Day of Yoga on 21st June
QuoteWe must speak in one voice, without any distinction and discrimination between groups and countries, sponsors and targets: PM
QuoteTogether we can mitigate any challenge better if we focus on reforms of the UN and the UN Security Council. This must be done soon: PM
QuoteClimate change is one of our foremost global challenges. We need to focus on renewable energy & energy efficiency: PM Modi
QuoteBRICS is an important pillar of hope in the World filled with political security and economic challenges: PM Modi

Thank You Chairman,

• मैं एक बार फिर राष्ट्रपति Vladimir Putin जी को उनके आतिथ्य सत्कार और उत्तम व्यवस्था के लिए हार्दिक धन्यवाद देता हूं। हमें इस नए क्षेत्र में आने का और उसे देखने का उन्होंiने हमें अवसर दिया है।

• गत वर्ष के दौरान राष्ट्रपति Rousseff के उत्तम नेतृत्व के लिए हृदय से सराहना करता हूं। पिछले साल BRICS ने नई ऊंचाइयों को छुआ है।

• मैं अपने BRICS साथियों को 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को एक वैश्विक सफलता बनाने में योगदान के लिए हृदय से बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूँ। ये दिवस 193 देशों में और सैकडों शहरो में मानया गया।

• BRICS इस राजनीतिक, सुरक्षा और आर्थिक चुनौतियों से भरे विश्व में उम्मीद का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ है।

• क्योंकि BRICS का कार्य केवल BRICS के देशों के लिए ही नहीं, बल्कि विश्व के कल्याण के लिए भी है, विशेषकर विकासशील देशों के लिए।

• हम लोगों की चर्चाएं काफी सार्थक रहीं और हमने पहले session और lunch के दौरान कई विषय पर विस्तार से विचार-विमर्श किया है।

• विश्व के सामने जो चुनौतियाँ हैं वह सभी देशों के लिए हैं। इस लिए सभी बड़े देशों के बीच consensus, collaboration और cooperation अवाश्यक है। और सबको international rules और norms का पालन करना चाहिए।



• हम United Nations के 70वें साल में मिल रहे हैं । इस साल विकास और क्लाईमेट चेंज पर विश्व को मुख्य या ठोस निर्णय लेने हैं ।

• किसी प्रकार की भी चुनौती हो, आर्थिक सामाजिक या राजनैतिक हम इन्हे सुलझाने में और अधिक सफल होंगे । जब हम यूनाईटेड नेशन्स और उसके Security Council में निर्धारित समय पर रिर्फोमस पूरा करें । इस वैश्विक संस्थान को 21वीं सदी के लिए अगर उपयोगी होना है तो इसकी रिफोर्मस अनिवार्य है और इसकी जल्द से जल्द करने की आवश्यकता है।

• शांति और स्थिरता सामाजिक और आर्थिक विकास की नीव है। हमारा स्वयं का, और विश्व के प्रति यह दायित्व है कि हम अपने समय की मुख्य सुरक्षा चुनौतियों, आतंकवाद और उग्रवाद, पर प्रभावकारी ढंग से कार्रवाई करें।

• हमे एक हो कर इसके विरूद्ध लड़ना चाहिए, बिना समूहों और देशों, sponsors तथा targeted countries के बीच बिना विभिन्नता किए हुए। यह हमे BRICS में, United Nations और उसकी Security Council तथा अन्य Committees में भी करना चाहिए।

• हमें United Nations के समक्ष 2015 के बाद के Development Agenda में गरीबी निवारण मुख्य एजेंडा होना चाहिए।

• आर्थिक क्षेत्र में BRICS की सफलताएं सराहनीय हैं। इसमें New Development Bank, the Contingency Reserve Fund, Export Credit Insurance, Financing for Innovation और नये प्रस्ताव Customs Cooperation और Reinsurance Pool शामिल हैं।

• BRICS Economic Cooperation Strategy BRICS की प्रगति में एक milestone है। इसमें कई सामाजिक पहल भी शामिल हैं। मुझे खुशी है कि Fortalza में दिए गए भारत के प्रस्तावों को इसमें शामिल किया गया है। आर्थिक सहयोग पर हमारे Restricted Session में मैंने Annual BRICS Trade fair, BRICS Railways Research Center और Supreme Audit Institutions के बीच BRICS सहयोग हेतु सुझाव दिया था।

• Climate Change हमारे सामने आ रही बड़ी वैश्विक चुनौतियों में से एक है। BRICS देशों को Renewable Energy को सस्ती और सभी के लिए उपलब्ध हो सकने के लायक बनाने के लिए और Energy Efficiency Technologies पर एक बड़े कार्यक्रम की शुरूआत करना चाहिए। यही Clean Energy को अपनाने का रास्ता है। मैं चाहूंगा कि New Development Bank द्वारा Funded पहला बड़ा project Clean Energy में हो और यह बहुत अच्छा होगाए यदि हमारे पांचों देशों के लिए एक साथ किया जाये।

• इस वर्ष के अंत तक, BRICS देशों को अधिक समन्वय स्थापित करने की जरूरत है; ताकि पैरिस में सार्थक और महत्वाकांक्षी समझौता सुनिश्चित किया जा सके।

• हम BRICS Digital Initiative पर भी विचार कर सकते हैं, जिसमें विकासशील देशों के लिए एक नए विकास के विकल्प के लिए हमारी क्षमताओं का उपयोग किया जा सके। हम विकास के क्षेत्र में Digital Technology का प्रयोग करते हुए Delivery of Services को अधिक प्रभावकारी बना सकते हैं और Financial Inclusion तथा Empowerment को बढ़ा सकते हैं।

• पिछले साल, मैंने युवाओं के प्रति ध्यान देने की बात कही थी। BRICS देशों को अपने देशों तथा विकासशील विश्व में महिला के सशक्तिकरण हेतु पहल करने पर भी ध्यान करना होगा।

Excellencies,

• हमने migration के मुद्दे पर बातचीत की थी। एक तरफ migrations, विश्व में हो रहे Demographic Trends को देखते हुए, वैश्विक अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनाने का और उसमें संतुलन लाने का स्त्रोत बन सकता है।

• दूसरी ओर संघर्षों और अभाव के कारण पैदा हुए migration के कुछ humanitarian मुददे भी हैं। United Nations को इस पर गहराई से विचार करना चाहिए।



• हम BRICS Standing Working Group on Migration स्थापित करने के लिए BRICS Heads of Migration Services की पहली बैठक के आयोजन की पहल के लिए रूस का स्वागत करते हैं।

• कृषि क्षेत्र में हम सभी समान रूप से मजबूत हैं और कई क्षेत्रों में तो विश्व में प्रथम स्थान पर भी हैं। मेरा यह सुझाव है कि BRICS Agriculture Research Centre की स्थापना की जाए, जो संपूर्ण विश्व के लिए एक बड़ा उपहार होगा।

• इसी प्रकार से हम एक व्यवस्था बनाने पर विचार कर सकते हैं जिसमें हम कृषि या Land rich देशों में उत्पादन तथा इफ्रास्ट्रक्चर में निवेश कर अतिरिक्त उत्पादित खाद्यान के हिस्से को खाद्यान की कमी वाले देशों में भेज सकते हैं। यह दूसरा महत्वपूर्ण कदम होगा।

• जल की कमी भविष्य की एक महत्वपूर्ण चुनौती है। विकासशील देशों में जल की उपलब्धता, उसका बेहतर प्रयोग, पीने के पानी की व्यवस्था मुख्य चुनौतियां हैं। यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें हम सभी देशों का अच्छा अनुभव तथा expertise है जिससे हम अपने देशों तथा अन्य देशों में बदलाव ला सकते हैं।

• मेरा यह भी सुझाव है कि एक Forum बनाया जाए जो हमारे प्रांतों या राज्यों और हमारे local governments को आपस में जोड़े। वे एक-दूसरे से काफी कुछ सीख सकते हैं। शहरीकरण एक बड़ी चुनौती है, परन्तु आने वाले दशकों में यह एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है। हम शहरों के बीच conversation and cooperation की प्रक्रिया शुरू कर एक-दूसरे से काफी कुछ सीख सकते हैं।

• कुछ BRICS सदस्य Sports Powerhouses हैं। हमें BRICS Sports Council की स्थापना कर किसी एक खेल में वार्षिक तौर पर BRICS Sports Meet का आयोजन करना चाहिए। इसकी शुरूआत के रूप में हम अगले वर्ष भारत में Football Meet का आयोजन कर सकते हैं। यह ऐसा खेल है जो सभी BRICS देशों में लोकप्रिय है।

• अंत में, फिर से President Putin को एक सफल शिखर सम्मेलन के लिए बधाई देता हूं मुझे विश्वास है कि मैं जो प्रतिबद्धता और संकल्प BRICS सदस्यों के बीच देख रहा हूं, इससे BRICS एक नई ऊंचाईयों को छूता रहेगा और हम विश्व कल्याण के लिए बहुत कुछ कर सकेंगे।

अगले साल मुझे भारत में आपका स्वागत करने का सौभाग्य प्राप्त होगा । भारत में अगले BRICS के लिए मैं आपको आमंत्रित करता हूं।

• मैं अपनी बात पूर्ण करने से पहले, आज अगले सत्र के लिए एक अच्छा विषय आया था कि हम BRICS Film Festival को develop करें। मेंरा एक और सुझाव है कि BRICS के लिए हम Film Award भी अगर कर सकते हैं तो एक प्रकार से मैं समझता हूँ कि उसे काफी हम Promote कर सकते हैं क्योंकि इस क्षेत्र में Film making Cultural activity का हिस्सा भी बन सकता है जो एक दूसरे को जानने पहचानने का कारण भी बन सकता है। तो उस पर भी हम विचार कर सकते हैं, मैं फिर एक बार President Putin का और आप सब का आभार व्यक्त करता हूँ, धन्यवाद।

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The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM Modi at Khelo India Youth Games
May 04, 2025
QuoteBest wishes to the athletes participating in the Khelo India Youth Games being held in Bihar, May this platform bring out your best: PM
QuoteToday India is making efforts to bring Olympics in our country in the year 2036: PM
QuoteThe government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM
QuoteThe sports budget has been increased more than three times in the last decade, this year the sports budget is about Rs 4,000 crores: PM
QuoteWe have made sports a part of mainstream education in the new National Education Policy with the aim of producing good sportspersons & sports professionals in the country: PM

बिहार के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनसुख भाई, बहन रक्षा खड़से, श्रीमान राम नाथ ठाकुर जी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, उपस्थित अन्य महानुभाव, सभी खिलाड़ी, कोच, अन्य स्टाफ और मेरे प्यारे युवा साथियों!

देश के कोना-कोना से आइल,, एक से बढ़ के एक, एक से नीमन एक, रउआ खिलाड़ी लोगन के हम अभिनंदन करत बानी।

साथियों,

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के कई शहरों में प्रतियोगिताएं होंगी। पटना से राजगीर, गया से भागलपुर और बेगूसराय तक, आने वाले कुछ दिनों में छह हज़ार से अधिक युवा एथलीट, छह हजार से ज्यादा सपनों औऱ संकल्पों के साथ बिहार की इस पवित्र धरती पर परचम लहराएंगे। मैं सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। भारत में स्पोर्ट्स अब एक कल्चर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। और जितना ज्यादा भारत में स्पोर्टिंग कल्चर बढ़ेगा, उतना ही भारत की सॉफ्ट पावर भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस दिशा में, देश के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बना है।

साथियों,

किसी भी खिलाड़ी को अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, खुद को लगातार कसौटी पर कसने के लिए, ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना, ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा, ये बहुत जरूरी होता है। NDA सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज खेलो इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया यूथ गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया विंटर गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया पैरा गेम्स होते हैं, यानी साल भर, अलग-अलग लेवल पर, पूरे देश के स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर लगातार स्पर्धाएं होती रहती हैं। इससे हमारे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, उनका टैलेंट निखरकर सामने आता है। मैं आपको क्रिकेट की दुनिया से एक उदाहरण देता हूं। अभी हमने IPL में बिहार के ही बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा। इतनी कम आयु में वैभव ने इतना जबरदस्त रिकॉर्ड बना दिया। वैभव के इस अच्छे खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, उनके टैलेंट को सामने लाने में, अलग-अलग लेवल पर ज्यादा से ज्यादा मैचों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। यानी, जो जितना खेलेगा, वो उतना खिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान आप सभी एथलीट्स को नेशनल लेवल के खेल की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा, आप बहुत कुछ सीख सकेंगे।

साथियों,

ओलंपिक्स कभी भारत में आयोजित हों, ये हर भारतीय का सपना रहा है। आज भारत प्रयास कर रहा है, कि साल 2036 में ओलंपिक्स हमारे देश में हों। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत का दबदबा बढ़ाने के लिए, स्पोर्टिंग टैलेंट की स्कूल लेवल पर ही पहचान करने के लिए, सरकार स्कूल के स्तर पर एथलीट्स को खोजकर उन्हें ट्रेन कर रही है। खेलो इंडिया से लेकर TOPS स्कीम तक, एक पूरा इकोसिस्टम, इसके लिए विकसित किया गया है। आज बिहार सहित, पूरे देश के हजारों एथलीट्स इसका लाभ उठा रहे हैं। सरकार का फोकस इस बात पर भी है कि हमारे खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा नए स्पोर्ट्स खेलने का मौका मिले। इसलिए ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और यहां तक की योगासन को शामिल किया गया है। हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने कई नए खेलों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। वुशु, सेपाक-टकरा, पन्चक-सीलाट, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे खेलों में भी अब भारतीय खिलाड़ी आगे आ रहे हैं। साल 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टीम ने लॉन बॉल्स में मेडल जीतकर तो सबका ध्यान आकर्षित किया था।

साथियों,

सरकार का जोर, भारत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर भी है। बीते दशक में खेल के बजट में तीन गुणा से अधिक की वृद्धि की गई है। इस वर्ष स्पोर्ट्स का बजट करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए है। इस बजट का बहुत बड़ा हिस्सा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो रहा है। आज देश में एक हज़ार से अधिक खेलो इंडिया सेंटर्स चल रहे हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक हमारे बिहार में ही हैं। बिहार को तो, NDA के डबल इंजन का भी फायदा हो रहा है। यहां बिहार सरकार, अनेक योजनाओं को अपने स्तर पर विस्तार दे रही है। राजगीर में खेलो इंडिया State centre of excellence की स्थापना की गई है। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राज्य खेल अकादमी जैसे संस्थान भी बिहार को मिले हैं। पटना-गया हाईवे पर स्पोर्टस सिटी का निर्माण हो रहा है। बिहार के गांवों में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स- नेशनल स्पोर्ट्स मैप पर बिहार की उपस्थिति को और मज़बूत करने में मदद करेंगे। 

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साथियों,

स्पोर्ट्स की दुनिया और स्पोर्ट्स से जुड़ी इकॉनॉमी सिर्फ फील्ड तक सीमित नहीं है। आज ये नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार को भी नए अवसर दे रहा है। इसमें फिजियोथेरेपी है, डेटा एनालिटिक्स है, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, ब्रॉडकास्टिंग, ई-स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट, ऐसे कई सब-सेक्टर्स हैं। और खासकर तो हमारे युवा, कोच, फिटनेस ट्रेनर, रिक्रूटमेंट एजेंट, इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स लॉयर, स्पोर्ट्स मीडिया एक्सपर्ट की राह भी जरूर चुन सकते हैं। यानी एक स्टेडियम अब सिर्फ मैच का मैदान नहीं, हज़ारों रोज़गार का स्रोत बन गया है। नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं बन रही हैं। आज देश में जो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही हैं, या फिर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनी है, जिसमें हमने स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया है, इसका मकसद भी देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स बनाने का है। 

मेरे युवा साथियों, 

हम जानते हैं, जीवन के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्समैन शिप का बहुत बड़ा महत्व होता है। स्पोर्ट्स के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना सीखते हैं। आपको खेल के मैदान पर अपना बेस्ट देना है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के ब्रांड ऐंबेसेडर के रूप में भी अपनी भूमिका मजबूत करनी है। मुझे विश्वास है, आप बिहार से बहुत सी अच्छी यादें लेकर लौटेंगे। जो एथलीट्स बिहार के बाहर से आए हैं, वो लिट्टी चोखा का स्वाद भी जरूर लेकर जाएं। बिहार का मखाना भी आपको बहुत पसंद आएगा।

साथियों, 

खेलो इंडिया यूथ गेम्स से- खेल भावना और देशभक्ति की भावना, दोनों बुलंद हो, इसी भावना के साथ मैं सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।