QuoteThe world is clear that the 21st century is Asia’s century. We must rise to the occasion and take that leadership: PM Modi
QuoteWe must treat every challenge as an opportunity: PM Narendra Modi
QuoteGreater use of space technology augurs well for human progress, says PM Modi
QuoteWe have progressed through the ages due to innovation and due to ethics as well as humanitarian values: PM
QuoteTechnology is aiding human creativity. Various social media platforms have given voice to millions: PM Modi
QuoteTechnology is what empowers people. A technology driven society breaks social barriers. Technology has to be affordable and user-friendly: PM
QuoteWe should not see every disruption as destruction. People were apprehensive about computers but see how computers changed human history: PM

ചൈനയില്‍ പ്രസിഡന്റ് ശ്രീ. സീ ജിന്‍പിംഗുമായി അടുത്തിടെ നടന്ന കൂടിക്കാഴ്ച പ്രധാനമന്ത്രി പരാമര്‍ശിച്ചു.

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സംഘര്‍ഷമൊന്നും ഇല്ലാതെയാണ് ഈ നേട്ടമുണ്ടായതെന്ന് അദ്ദേഹം പറഞ്ഞു. സംഘര്‍ഷമില്ലാതെ കണക്ടിവിറ്റിക്ക് ആക്കമേകാനാണ് നാം ശ്രദ്ധചെലുത്തേണ്ടതെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി പറഞ്ഞു.

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കഴിഞ്ഞ 2000 വര്‍ഷങ്ങളില്‍ 1600 വര്‍ഷക്കാലവും ഇന്ത്യയുടെയും ചൈനയുടെയും മൊത്തം ആഗോള ജി.ഡി.പി. 50% കവിഞ്ഞതായി വ്യക്തമാക്കുന്ന ഒരു രേഖ താന്‍ പ്രസിഡന്റ് സീയ്ക്ക് നല്‍കിയതായി അദ്ദേഹം പറഞ്ഞു.

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ബഹിരാകാശ സാങ്കേതികവിദ്യയ്ക്ക് സദ്ഭരണത്തില്‍ സുപ്രധാന പങ്ക് വഹിക്കാനുണ്ടെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി പറഞ്ഞു. സാധാരണക്കാരന്റെ ജീവിതം ഗണ്യമായി മെച്ചപ്പെടുത്താന്‍ അതിന് കഴിയുമെന്ന് അദ്ദേഹം ചൂണ്ടിക്കാട്ടി. നമ്മുടെ വികസന അടിസ്ഥാന സൗകര്യങ്ങള്‍, എവിടെയാണ് നമുക്ക് സ്‌കൂളുകള്‍ വേണ്ടത്, മെച്ചപ്പെട്ട റോഡുകള്‍, കൂടുതല്‍ ആശുപത്രികള്‍ എന്നിവ ശരിയായി അടയാളപ്പെടുത്താന്‍ ബഹിരാകാശ സാങ്കേതികവിദ്യ നമ്മെ സഹായിക്കും.

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പാരമ്പര്യവും, ആഗോളവല്‍ക്കരണവും തമ്മിലുള്ള സമതുലനാവസ്ഥയെ കുറിച്ചുള്ള ചോദ്യത്തോട് പ്രതികരിക്കവെ, മനുഷ്യ വര്‍ഗ്ഗം യുഗങ്ങളിലൂടെ പുരോഗമിച്ചത് നവീനത്വവും, സദാചാര സംഹിതയും, മാനുഷിക മൂല്യങ്ങളിലൂടെയുമാണെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി പറഞ്ഞു. മനുഷ്യന്റെ സര്‍ഗ്ഗാത്മകതയെ സഹായിക്കുകയാണ് സാങ്കേതികവിദ്യ. വിവിധ സാമൂഹിക മാധ്യമങ്ങള്‍ ദശലക്ഷക്കണക്കിന് പേര്‍ക്ക് അഭിപ്രായം പറയാനുള്ള വേദിയായി മാറിയെന്ന് അദ്ദേഹം പറഞ്ഞു.

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നാലാം വ്യാവസായിക വിപ്ലവത്തിന്റെ കാലത്ത് എല്ലാവരെയും ഉള്‍ക്കൊള്ളുന്ന വളര്‍ച്ച ഉറപ്പാക്കേണ്ടതിനെ കുറിച്ച് സംസാരിക്കവെ, തടസ്സപ്പെടുത്തലെന്നാല്‍ നശീകരണമല്ലെന്ന് പ്രധാനമന്ത്രി പറഞ്ഞു. സാങ്കേതിക വിദ്യ ജനങ്ങളെ ശാക്തീകരിക്കുന്നുവെന്ന് പറഞ്ഞ അദ്ദേഹം, സാങ്കേതികവിദ്യയാല്‍ നയിക്കപ്പെടുന്ന ഒരു സമൂഹം സാമൂഹിക പ്രതിബന്ധങ്ങളെ തകര്‍ത്തെറിയുമെന്ന് ചൂണ്ടിക്കാട്ടി. സാങ്കേതികവിദ്യ താങ്ങാവുന്ന നിരക്കിലുള്ളതാകണമെന്നും ഉപയോഗിക്കാന്‍ എളുപ്പത്തിലുള്ളതാകണമെന്നും പ്രധാനമന്ത്രി പറഞ്ഞു. ഒരു കാലത്ത് ജനങ്ങള്‍ കമ്പ്യൂട്ടറിനെ കുറിച്ച് ഭയപ്പെട്ടിരുന്നുവെങ്കിലും നമ്മുടെ ജീവിതങ്ങള്‍ പരിവര്‍ത്തിപ്പിക്കാന്‍ സഹായിച്ചത് കമ്പ്യൂട്ടറുകളാണെന്ന് അദ്ദേഹം ഓര്‍മ്മിപ്പിച്ചു. 

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The government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM Modi at Khelo India Youth Games
May 04, 2025
QuoteBest wishes to the athletes participating in the Khelo India Youth Games being held in Bihar, May this platform bring out your best: PM
QuoteToday India is making efforts to bring Olympics in our country in the year 2036: PM
QuoteThe government is focusing on modernizing the sports infrastructure in the country: PM
QuoteThe sports budget has been increased more than three times in the last decade, this year the sports budget is about Rs 4,000 crores: PM
QuoteWe have made sports a part of mainstream education in the new National Education Policy with the aim of producing good sportspersons & sports professionals in the country: PM

बिहार के मुख्यमंत्री श्रीमान नीतीश कुमार जी, केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगी मनसुख भाई, बहन रक्षा खड़से, श्रीमान राम नाथ ठाकुर जी, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी जी, विजय कुमार सिन्हा जी, उपस्थित अन्य महानुभाव, सभी खिलाड़ी, कोच, अन्य स्टाफ और मेरे प्यारे युवा साथियों!

देश के कोना-कोना से आइल,, एक से बढ़ के एक, एक से नीमन एक, रउआ खिलाड़ी लोगन के हम अभिनंदन करत बानी।

साथियों,

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के कई शहरों में प्रतियोगिताएं होंगी। पटना से राजगीर, गया से भागलपुर और बेगूसराय तक, आने वाले कुछ दिनों में छह हज़ार से अधिक युवा एथलीट, छह हजार से ज्यादा सपनों औऱ संकल्पों के साथ बिहार की इस पवित्र धरती पर परचम लहराएंगे। मैं सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूं। भारत में स्पोर्ट्स अब एक कल्चर के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। और जितना ज्यादा भारत में स्पोर्टिंग कल्चर बढ़ेगा, उतना ही भारत की सॉफ्ट पावर भी बढ़ेगी। खेलो इंडिया यूथ गेम्स इस दिशा में, देश के युवाओं के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म बना है।

साथियों,

किसी भी खिलाड़ी को अपना प्रदर्शन बेहतर करने के लिए, खुद को लगातार कसौटी पर कसने के लिए, ज्यादा से ज्यादा मैच खेलना, ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगिताओं में हिस्सा, ये बहुत जरूरी होता है। NDA सरकार ने अपनी नीतियों में हमेशा इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। आज खेलो इंडिया, यूनिवर्सिटी गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया यूथ गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया विंटर गेम्स होते हैं, खेलो इंडिया पैरा गेम्स होते हैं, यानी साल भर, अलग-अलग लेवल पर, पूरे देश के स्तर पर, राष्ट्रीय स्तर पर लगातार स्पर्धाएं होती रहती हैं। इससे हमारे खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है, उनका टैलेंट निखरकर सामने आता है। मैं आपको क्रिकेट की दुनिया से एक उदाहरण देता हूं। अभी हमने IPL में बिहार के ही बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा। इतनी कम आयु में वैभव ने इतना जबरदस्त रिकॉर्ड बना दिया। वैभव के इस अच्छे खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, उनके टैलेंट को सामने लाने में, अलग-अलग लेवल पर ज्यादा से ज्यादा मैचों ने भी बड़ी भूमिका निभाई। यानी, जो जितना खेलेगा, वो उतना खिलेगा। खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान आप सभी एथलीट्स को नेशनल लेवल के खेल की बारीकियों को समझने का मौका मिलेगा, आप बहुत कुछ सीख सकेंगे।

साथियों,

ओलंपिक्स कभी भारत में आयोजित हों, ये हर भारतीय का सपना रहा है। आज भारत प्रयास कर रहा है, कि साल 2036 में ओलंपिक्स हमारे देश में हों। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत का दबदबा बढ़ाने के लिए, स्पोर्टिंग टैलेंट की स्कूल लेवल पर ही पहचान करने के लिए, सरकार स्कूल के स्तर पर एथलीट्स को खोजकर उन्हें ट्रेन कर रही है। खेलो इंडिया से लेकर TOPS स्कीम तक, एक पूरा इकोसिस्टम, इसके लिए विकसित किया गया है। आज बिहार सहित, पूरे देश के हजारों एथलीट्स इसका लाभ उठा रहे हैं। सरकार का फोकस इस बात पर भी है कि हमारे खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा नए स्पोर्ट्स खेलने का मौका मिले। इसलिए ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका, कलारीपयट्टू, खो-खो, मल्लखंभ और यहां तक की योगासन को शामिल किया गया है। हाल के दिनों में हमारे खिलाड़ियों ने कई नए खेलों में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। वुशु, सेपाक-टकरा, पन्चक-सीलाट, लॉन बॉल्स, रोलर स्केटिंग जैसे खेलों में भी अब भारतीय खिलाड़ी आगे आ रहे हैं। साल 2022 के कॉमनवेल्थ गेम्स में महिला टीम ने लॉन बॉल्स में मेडल जीतकर तो सबका ध्यान आकर्षित किया था।

साथियों,

सरकार का जोर, भारत में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने पर भी है। बीते दशक में खेल के बजट में तीन गुणा से अधिक की वृद्धि की गई है। इस वर्ष स्पोर्ट्स का बजट करीब 4 हज़ार करोड़ रुपए है। इस बजट का बहुत बड़ा हिस्सा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हो रहा है। आज देश में एक हज़ार से अधिक खेलो इंडिया सेंटर्स चल रहे हैं। इनमें तीन दर्जन से अधिक हमारे बिहार में ही हैं। बिहार को तो, NDA के डबल इंजन का भी फायदा हो रहा है। यहां बिहार सरकार, अनेक योजनाओं को अपने स्तर पर विस्तार दे रही है। राजगीर में खेलो इंडिया State centre of excellence की स्थापना की गई है। बिहार खेल विश्वविद्यालय, राज्य खेल अकादमी जैसे संस्थान भी बिहार को मिले हैं। पटना-गया हाईवे पर स्पोर्टस सिटी का निर्माण हो रहा है। बिहार के गांवों में खेल सुविधाओं का निर्माण किया गया है। अब खेलो इंडिया यूथ गेम्स- नेशनल स्पोर्ट्स मैप पर बिहार की उपस्थिति को और मज़बूत करने में मदद करेंगे। 

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साथियों,

स्पोर्ट्स की दुनिया और स्पोर्ट्स से जुड़ी इकॉनॉमी सिर्फ फील्ड तक सीमित नहीं है। आज ये नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार को भी नए अवसर दे रहा है। इसमें फिजियोथेरेपी है, डेटा एनालिटिक्स है, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, ब्रॉडकास्टिंग, ई-स्पोर्ट्स, मैनेजमेंट, ऐसे कई सब-सेक्टर्स हैं। और खासकर तो हमारे युवा, कोच, फिटनेस ट्रेनर, रिक्रूटमेंट एजेंट, इवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स लॉयर, स्पोर्ट्स मीडिया एक्सपर्ट की राह भी जरूर चुन सकते हैं। यानी एक स्टेडियम अब सिर्फ मैच का मैदान नहीं, हज़ारों रोज़गार का स्रोत बन गया है। नौजवानों के लिए स्पोर्ट्स एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी अनेक संभावनाएं बन रही हैं। आज देश में जो नेशनल स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बन रही हैं, या फिर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी बनी है, जिसमें हमने स्पोर्ट्स को मेनस्ट्रीम पढ़ाई का हिस्सा बनाया है, इसका मकसद भी देश में अच्छे खिलाड़ियों के साथ-साथ बेहतरीन स्पोर्ट्स प्रोफेशनल्स बनाने का है। 

मेरे युवा साथियों, 

हम जानते हैं, जीवन के हर क्षेत्र में स्पोर्ट्समैन शिप का बहुत बड़ा महत्व होता है। स्पोर्ट्स के मैदान में हम टीम भावना सीखते हैं, एक दूसरे के साथ मिलकर आगे बढ़ना सीखते हैं। आपको खेल के मैदान पर अपना बेस्ट देना है और एक भारत श्रेष्ठ भारत के ब्रांड ऐंबेसेडर के रूप में भी अपनी भूमिका मजबूत करनी है। मुझे विश्वास है, आप बिहार से बहुत सी अच्छी यादें लेकर लौटेंगे। जो एथलीट्स बिहार के बाहर से आए हैं, वो लिट्टी चोखा का स्वाद भी जरूर लेकर जाएं। बिहार का मखाना भी आपको बहुत पसंद आएगा।

साथियों, 

खेलो इंडिया यूथ गेम्स से- खेल भावना और देशभक्ति की भावना, दोनों बुलंद हो, इसी भावना के साथ मैं सातवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।