The TMC-Congress-Left alliance, where TMC is concerned about the nephew, Congress wants to promote the sons and daughters of their royal families: PM Modi
First the left did not listen to you & then the TMC also ignored you. They were busy looting the land of the poor: PM Modi in Siliguri
Whether it's a farmer, a youth, a woman, or someone from the poor background, they are the strong pillars of a Viksit Bharat: PM Modi
PM Modi says due to the continuous efforts for the poor, in the 10 years of the BJP government, 25 crore people have escaped poverty

भारत माता की।
आमार प्रियो मां, भाई, दादा, दीदी ऐबोन बोनेदेर शादोर नमोशकार जानाई
मेरो प्यारो आमा, बाबा, दाजु, भाई, दीदी, बैनी सबै लाई ढेरों-ढेरों नमस्कार
मोर प्यारा माय-बाप, दादा-भाई, दीदी-बहीन सबकोई के नमस्कार
चाय बगान में काम करने वाले सभी परिवारजनों को भी इस चायवाले का प्रणाम।

मैं जब भी नॉर्थ बंगाल आया हूं, तो आप सभी की तरफ से भरपूर आशीर्वाद मिला है। विशेष रूप से हमारी माताएं-बहनों-बेटियों की तरफ से जो स्नेह मिलता है, वो अद्भुत है। यहां तो जलपाईगुड़ी, कूच-बिहार, अलीपुर-दुआर, उत्तर और दक्षिण दिनाजपुर और मालदा तक से अनेक साथी यहां आए हैं। अपने परिवार के लोगों के बीच आकर मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है। मैं सबसे पहले तो आप सबसे क्षमा चाहता हूं। मुझे आने में थोड़ा विलंब हो गया। आपको इंतजार करना पड़ा। आज सुबह मैं काजीरंगा में था। फिर अरुणाचल गया फिर आसाम में कार्यक्रम किया। फिर यहां आया हूं और यहां से अभी काशी जा रहा हूं। और यहां रास्ते में 12 किलोमीटर का रोड शो जो प्लान किया हुआ नहीं था अचानक। और उनके सम्मान में जरा गाड़ी धीरे चला रहा था। और उसके कारण मुझे यहां पहुंचने में विलंब हुआ। आप सबको दिक्कत हुई, इसके लिए मैं क्षमा मांगता हूं। मैं यहां कई बार आया हूं, इसी मैदान में कई बार आया हूं। लेकिन आज मैं देख रहा हूं उधर रोड भी पूरा भरा पड़ा है। चारों तरफ लोग ही लोग हैं। और जब यहां आते हैं न तो एक प्रकार से मिनी भारत के दर्शन होते हैं। लघु भारत नजर आता है। जितनी विविधता, जितनी वाइब्रेंसी इस क्षेत्र में दिखती है, वैसी कम ही जगह पर नजर आती है।

साथियों,
मैं जिस तरह का जीवन जीकर यहां आया हूं, मैंने देश की अनेकों माताओं को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए संघर्ष करते हुए देखा है। और इसलिए मैं शौचालय, नल से जल, मुफ्त बिजली कनेक्शन, बैंक का खाता, प्रेगनेंसी के समय आर्थिक मदद, ऐसी हर बात पर ध्यान रखता हूं जोर दे रहा हूं। और मेरी हर माता-बहन का जीवन, हर गरीब परिवार का जीवन सरल हो इसके लिए मैं कोशिश करता हूं। और हमारा ये तो पहाड़ी क्षेत्र है। ये तो हमारे चाय बागानों और चाय श्रमिकों का क्षेत्र है। यहां पानी और लकड़ी का प्रबंध करने में कितनी मुसीबतें हमारी बहनों को झेलनी पड़ती थी, ये समस्याएं सबको दिखती थीं। लेकिन पहले लेफ्ट ने आपकी नहीं सुनी और फिर TMC ने भी आपको नजरअंदाज कर दिया। ये तो गरीबों की जमीन हड़पने में जुटे थे। इसलिए जब आपने मुझे अवसर दिया, तो मैंने यही सुविधाएं, अपने परिवार के आप सभी सदस्यों तक पहुंचाई हैं। अब देखिए, हमने बहनों को उज्जवला के तहत मुफ्त गैस कनेक्शन दिए। लेकिन यहां की TMC सरकार, 14 लाख से ज्यादा बहनों को उज्जवला के गैस कनेक्शन भी नहीं देने दे रही। बीते कुछ समय में हमने उज्जवला की करोड़ों बहनों के लिए गैस सिलेंडर बहुत सस्ता किया है। कल, महिला दिवस पर बहनों के लिए एक और फैसला हमने लिया है। अब सभी बहनों के लिए गैस सिलेंडर 100 रुपए और सस्ता हो जाएगा।

साथियों,
जो परिवार का सदस्य होता है, वो आपके सुख-दुख का भी साथी होता है। मैं जानता हूं, कोरोना के दौरान मेरे गरीब परिवार कितनी बड़ी चिंता से घिरे हुए थे। इसलिए मोदी ने देश के अपने परिवारजनों को मुफ्त राशन देने की योजना शुरू की। क्योंकि मेरा मकसद यही थी किसी भी गरीब का बच्चा रात को भूखा सोना नहीं चाहिए। किसी गरीब के घर का चूल्हा बुझना नहीं चाहिए। और अब इस योजना को मुफ्त राशन की योजना को मोदी ने 5 साल के लिए और बढ़ा दिया है। इसका बहुत बड़ा लाभ चाय बागान में काम करने वाले हमारे श्रमिक साथियों को मिलेगा। लेकिन साथियों, TMC-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी गठबंधन आपको मुफ्त राशन देने का भी विरोध कर रहा है। यहां बंगाल में तो भ्रष्ट TMC सरकार, दलित, ओबीसी, आदिवासी, महिला विरोधी TMC सरकार ने तो आपके राशन की योजना में ही घोटाला कर दिया। इनके नेता, इनके मंत्री, राशन घोटाले के मामले में जेल में हैं। मोदी ने अपने गरीब परिवारों को राशन के साथ-साथ मुफ्त इलाज की भी गारंटी दी है। लेकिन भ्रष्ट और गरीब विरोधी TMC सरकार, यहां आयुष्मान योजना लागू ही नहीं कर रही है। TMC सरकार आपको कदम-कदम पर लूट रही है। मोदी मनरेगा की मजदूरी का पैसा दिल्ली से भेजता है। लेकिन यहां की TMC सरकार ने अपने तोलाबाज़ों को फायदा पहुंचाने के लिए यहां 25 लाख फर्ज़ी जॉब कार्ड बनाकर लोगों को दे दिए। मोदी गरीब के घर के लिए पैसा भेजता है, तो TMC सरकार तोलाबाज़ों के चुने लोगों को आपका पैसा दे देती है। TMC को आपकी तकलीफ से, आपकी परेशानियों से कोई कष्ट नहीं होता। संदेशखाली में गरीब, दलित, आदिवासी, बहनों के साथ TMC के नेताओं ने क्या-क्या किया है, इसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। महिलाओं पर अत्याचार और गरीब की कमाई को लूटना, यही TMC के तोलाबाज़ों का काम रहा है।

और साथियों,
नॉर्थ बंगाल के साथ तो, TMC, कांग्रेस और लेफ्ट के इंडी-गठबंधन ने बहुत ज्यादा भेदभाव किया है। इन लोगों ने इस क्षेत्र को विकास से तो वंचित रखा ही, समाज के भीतर भी खाई पैदा की। लेकिन भाजपा के लिए...एक-एक गोरखा का उत्साह, एक-एक राजबंशी का साहस, एक-एक आदिवासी की दृढ़ता और बंगालियों की रचनात्मकता यही विकसित बंगाल से विकसित भारत के निर्माण की एक ऊर्जा है। भाजपा, शांति और सौहार्द से हर आकांक्षा, हर सपने को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। तभी तो सैकड़ों सालों के इंतज़ार के बाद, अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल-370 को हटाया गया है। ऐसे अनेक मुद्दे थे, जिनके हल की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। लेकिन मोदी ने ऐसे हर मुद्दे को हल किया है। हमारे गोरखा भाई-बहनों की जो समस्याएं रही हैं, जो चुनौतियां रही हैं, उनके प्रति भी बीजेपी हमेशा संवेदनशील रही है। बीजेपी ने आपकी चिंताओं को दूर करने का निरंतर प्रयास किया है। अब भी हम समाधान के नजदीक हैं। बीजेपी आपकी अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अपने प्रयास जारी रखेगी।

साथियों,
भाजपा के पास, नॉर्थ बंगाल के विकास के लिए एक स्पष्ट रोडमैप है। हम यहां tea, tourism और timber से जुड़े व्यवसाय को बढ़ावा देने में जुटे हैं। इसके लिए यहां जरूरी सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है। कम क्षेत्र में चाय उगाने वाले बंगाल के करीब 40 हजार छोटे Tea Growers का हित भी भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। भाजपा ने, NDA ने छोटे Tea Growers को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा से जोड़ा। भाजपा ने छोटे Tea Growers को PM फसल बीमा योजना के लाभ से जोड़ा। भाजपा सरकार ने यहां छोटे Tea Growers को सिंचाई की सुविधाओं के लिए आर्थिक मदद दी। चाय बागान में काम करने वाले श्रमिकों का पैसा सीधे उनके खाते में जाए, हमने इस दिशा में भी लगातार काम किया है।

साथियों,
गरीबों के लिए निरंतर काम की वजह से भाजपा सरकार के 10 साल में 25 करोड़ लोग, गरीबी से बाहर निकले हैं। जिनको पहले किसी ने नहीं पूछा, मोदी उनको पूछता है। मोदी हर गरीब के लिए ज्यादा से ज्यादा अवसर बना रहा है। लेकिन ये बात उन परिवारवादियों को बिल्कुल पसंद नहीं आती जो राजनीति में सत्ता पाने के लिए ही आए हैं। इसलिए वो अपने परिवार को सत्ता के शीर्ष पर रखने के लिए साजिशें करते हैं। ये TMC-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी गठबंधन भी तो यही करता है। TMC वालों को भतीजे की चिंता है। कांग्रेस वालों को अपने शाही परिवार के बेटे-बेटी को आगे बढ़ाना है। लेफ्ट वालों को इन दोनों के साथ तालमेल बनाए रखना है, ताकि उसकी भी गाड़ी चलती रहे। इन लोगों को आपके बच्चों की परवाह नहीं है। आपके बच्चों के भविष्य की चिंता करने वाला अगर कोई है तो वो मोदी है, बीजेपी है, NDA का गठबंधन है। इसलिए आज बंगाल का जन-जन कह रहा है, देश का जन-जन कह रहा है, हर परिवार कह रहा है- मैं हूं मोदी का परिवार। मैं हूं …मैं हूं … मैं हूं …मैं हूं …मैं हूं …मुझे किसी के लिए कोई बैंक बैलेंस नहीं छोड़ना है, कोई बंगला-गाड़ी नहीं छोड़नी है। मुझे तो संतोष तभी होता है, जब आप जैसे मेरे परिवार के सदस्यों को मैं पक्के घर में, सारी सहूलियत के साथ जीवन जीते देखता हूं।

साथियों,
भाजपा सरकार, यहां कनेक्टिविटी को आधुनिक बनाने के लिए भी लगातार काम कर रही है। थोड़ी देर पहले ही, यहां रेल, रोड जैसी अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी के चौड़े हाईवे और यहां बायपास बनने से आना-जाना और आसान होगा। आज नॉर्थ बंगाल की रेल कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है, हर किसी की इच्छा है कि यहां से आधुनिक ट्रेनें चलें। आने वाले 5 वर्षों में यहां की आधुनिक कनेक्टिविटी नई बुलंदी पर पहुंचने वाली है।

साथियों,
किसानों का कल्याण भी हमारी प्राथमिकता है। दो दिन पहले ही जूट किसानों के लिए केंद्र की भाजपा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। जूट का समर्थन मूल्य 285 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। इससे पश्चिम बंगाल के, नॉर्थ ईस्ट के लाखों जूट किसानों को लाभ होगा। 10 वर्ष पहले जूट का MSP 2400 रुपए था और आज ये 5300 (तिरेपन सौ) रुपए यानि दोगुने से भी अधिक हो चुका है। किसान हो, नौजवान हो, नारीशक्ति हो, गरीब हो, ये विकसित भारत के मज़बूत स्तंभ हैं। इसलिए मोदी की हर गारंटी, इन सभी को सशक्त करने के लिए है। तभी आज देश कह रहा है, गांव-गांव से आवाज उठ रही है, बंगाल के कोने-कोने से आवाज उठ रही है - अबकी बार...400 पार ! अबकी बार...अबकी बार...अबकी बार...अबकी बार...अबकी बार...और आप याद रखिएगा, गरीब विरोधी, दलित, आदिवासी, महिला विरोधी TMC को हटाने का दरवाज़ा, लोकसभा चुनाव से खुलेगा। इसलिए, नॉर्थ बंगाल की सभी लोकसभा सीट, सभी पोलिंग बूथ हरेक जगह पर कमल खिलना चाहिए। खिलेगा न। खिलेगा न।

मेरा एक काम और आपको करना है। आप करेंगे मेरा एक काम। जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे। आप घर-घर जाकर कहिएगा- कि मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको नमस्कार भेजा है ! इतना मेरा काम कर देंगे। देखिए हमारा संकल्प है विकसित भारत। होना चाहिए न। भारत विकसित होना चाहिए न। उसके लिए बंगाल भी विकसित होना चाहिए न। तो विकसित भारत के संकल्प के लिए आप अपना मोबाइल फोन बाहर निकालिए उसकी फ्लैश लाइट चालू कीजिए। और विकसित भारत के संकल्प को आप सब प्रकट कीजिए। आपके मोबाइल पर…जो वहां ऊपर रोड पर खड़े हैं, वो भी निकालें। सबके मोबाइल फोन, फ्लैशलाइट चालू करके, ये विकास का संकल्प है। ये विकसित भारत का संकल्प है। ये विकसित बंगाल का संकल्प है। हम आन बान शान के साथ भारत को विकसित बनाएंगे।

मेरे साथ बोलिए…भारत माता की जय ! भारत माता की जय ! भारत माता की जय !

बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।