QuoteOpposition leaders are earning crores through sand mining, and mountains of cash have been discovered from them: PM Modi condemns JMM-Congress
QuoteThe money that rightfully belongs to you will be spent on you, for your benefit, and for the future of your children: PM Modi while slamming corrupts
QuoteCongress-JMM wants to divide them, pitting castes against each other. This will weaken the collective strength of OBCs: PM Modi in Bokaro

जय जोहार !
भारत माता की, भारत माता की।

सभे माय-बहिन, भाय, बड़-बुजुर्ग// सब के हाथ जोड़के प्रणाम करो हिओ ! मानभूम के, कोयलांचल के इस गढ़ में आना और आप जनता-जनार्दन के दर्शन करना, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। मैं ʹलुगु बुरूʹ, बाबा भैरव नाथ और लिलौरी माता को नमन करता हूं। झारखंड में भाजपा के पक्ष में प्रचंड आंधी चल रही है। छोटा नागपुर का ये पठार भी कह रहा है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में...भाजपा-NDA सरकार ! रोटी, बेटी और माटी की पुकार...रोटी, बेटी और माटी की पुकार।

साथियों,
भाजपा-NDA का यहां एक ही मंत्र है... हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे। ऐसे लोग कभी झारखंड का विकास नहीं करेंगे जो झारखंड राज्य के निर्माण के विरोधी रहे हैं। (उधर एक नौजवान एक तस्वीर लेकर आया है, जरा उसके पीछे अपना अता-पता लिख देना, ये मेरी टीम आपसे ये तस्वीर ले लेगी। आपने बड़े प्यार स्केच किया है, ये लग रहा है मुझे। मैं आपको अता-पता लिख दीजिए, जरूर चिट्ठी भेजूंगा। जरा सिक्योरिटी के लोग, वो तस्वीर लेकर मेरे पास पहुंचा दीजिए। हां, ये हमारे जवान आ रहे हैं, दे दीजिए उनको। मैं आपका बहुत आभारी हूं, आप इतने प्यार से ये तस्वीर बना के लाए हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।) साथियों, मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। आज से 10 साल पहले, 2004 से 2014 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। मैडम सोनिया जी सरकार चलाती थी और मनमोहन सिंह जी को प्रधानमंत्री के रूप में बिठाया था। तब उस समय केंद्र सरकार ने झारखंड को 10 साल में बड़ी मुश्किल से 80 हजार करोड़ रुपए दिए थे। 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। सब के सब बताइए, 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। 2014 के बाद दिल्ली में सरकार बदली। आप सब ने दिल्ली में केंद्र में आपके इस सेवक मोदी को सेवा करने का अवसर दिया। और सेवा कैसी होती है, बीते 10 साल में हमने कितना पैसा दिया? बताऊं? याद रखोगे? अच्छा ये बताओ, उन्होंने कितना दिया था? उन्होंने कितना दिया था? केंद्र में भाजपा-NDA बनी तो 10 साल में हमने 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक झारखंड को दिया। कितना? जरा जोर से बोलिए कितना? उन्होंने कितना दिया था? हमने कितना दिया? ये ज्यादा हुआ कि नहीं हुआ। चार गुणा हुआ कि नहीं हुआ? तो हमारा आपके प्रति चार गुणा प्यार है कि नहीं है? और हमने ज्यादा पैसा क्यों भेजा? क्योंकि झारखंड हमने बनाया है तो हम ही तो संवारेंगे। भाजपा चाहती थी कि गरीब को पक्का घर मिले। शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें। बिजली-पानी मिले। इलाज और पढ़ाई की सुविधा मिले। सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले। लेकिन JMM सरकार में पिछले पांच साल में हुआ क्या? आपके हक की ये सुविधाएं, JMM-कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं। लूटा की नहीं लूटा? आप मुट्ठीभर बालू के लिए तरस रहे हैं, और इनके नेता बालू की तस्करी करके करोड़ों कमा रहे हैं। इनके पास से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं। इतने नोट निकल रहे हैं कि गिनते-गिनते मशीनें भी थक जाती हैं। ये नोटों के ढेर आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटों के पहाड़ आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटें कहां से आई भाई? ये आपके हैं कि नहीं हैं? ये पैसा आपके हक का है कि नहीं है? ये आपकी जेब से लूटा गया कि नहीं लूटा गया? मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनाने का जब आपने निर्णय कर ही लिया है, मैं जहां-जहां गया हूं, ऐसा ही जनसैलाब देखा है। हवा का रुख साफ है, और मैं आपको वादा करता हूं, सरकार बनने के बाद इन भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले, इसके लिए अदालत में हम पूरी लड़ाई लड़ेंगे। आपके हक का पैसा आप पर ही खर्च होगा, आपके लिए खर्चा होगा, आपके बच्चों के भविष्य के लिए खर्चा होगा।

|

साथियों,
केंद्र सरकार का बहुत सारा पैसा ऐसा होता है, जो बिना सरकारों के दखल के राज्यों में खर्च होता है। पहले तो उसमें भी ये कटकी-बटकी चलती थी। और मैंने देखा कि चारों तरफ लूट करने वाले बैठे हैं। मैंने क्या किया, टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। दिल्ली में एक स्विच दबाता हूं और आपके मोबाइल में पैसा पहुंच जाता है। जैसे पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा हम सीधे झारखंड के किसानों के बैंक खाते में पैसे भेजते हैं और वो पूरे के पूरे उन्हें मिल जाते हैं। मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? कोई कमीशन जाता है, कोई भ्रष्टाचार करना पड़ता है? कोई कटकी कमाता है? ऐसे ही हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट के कितने ही काम होते हैं, जिस पर केंद्र सरकार सीधे खर्च करती है। किसी को बीच में से कट करने का मौका ही नहीं देते हैं। झारखंड में भी हमारी सरकार ने लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आज झारखंड में 50 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। उनमें सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। आप देखिएगा, कुछ समय में बोकारो का रेलवे स्टेशन भी कितना आधुनिक हो जाएगा। यहां बोकारो में एयरपोर्ट भी बन चुका है। झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनने के बाद, जल्द से जल्द हवाई सेवा भी शुरु हो जाएगी। और मेरा तो सपना है जो हवाई चप्पल पहनता है न वो हवाई जहाज में जाएगा। साथियों, ये जो निर्माण का काम होता है, उसका भी बहुत बड़ा लाभ झारखंड को, झारखंड के नौजवानों को रोजगार के रूप में मिलता है। कुछ भी बनाएं तो सीमेंट लगता है, स्टील लगता है, बिजली के लिए कोयला लगता है। इन सबकी फैक्ट्रियां यहां बोकारो में, झारखंड में ही तो हैं। यानि हाईवे-रेलवे-एयरपोर्ट के निर्माण काम से हमारे श्रमिकों को, नौजवानों को भी बड़ा फायदा होता है।

|

साथियों,
भाजपा-NDA सरकार नए उद्योगों को भी बढ़ावा दे रही है। हम झारखंड में बंद पड़े पुराने कारखाने भी खुलवा रहे हैं। सिंदरी का खाद कारखाना भी तो पहले की सरकारों की कुनीति की वजह से बंद हो गया था। हमने सिंदरी खाद कारखाने को शुरू करवाया। इससे झारखंड के हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। जब झारखंड में भाजपा सरकार बनेगी, तो वो सरकार में भी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पक्की नौकरी देगी। साथियों, आपका कोई जानकार व्यक्ति हरियाणा में काम करने गया हो, तो जरा फोन करके उनसे पूछ लेना। वहां अभी-अभी चुनाव हुआ, लोगों ने भारी बहुमत से तीसरी बार भाजपा को सेवा करने का मौका दे दिया। वहां सरकार बनते ही भाजपा ने बिना खर्ची बिना पर्ची के हज़ारों नौजवानों को सरकारी नौकरी का ऑर्डर दे दिया। इधर हमारे झारखंड के लोग ये खर्ची-पर्ची जानते हैं क्या? हरियाणा में खर्ची-पर्ची का मतलब ये होता है, जब तक नोटों का बंडल नहीं देते, खर्ची नहीं करते, नौकरी नहीं मिलती। और पर्ची का मतलब है जब तक कोई बड़ा नेता पर्ची लिखकर नहीं देता आपकी दाल गलती नहीं है। हमने ये खर्ची और पर्ची दोनों को दफना दिया है। हम झारखंड में भी यही करेंगे मेरे नौजवानों। और झारखंड में हमारा एक और लक्ष्य होगा। यहां JMM-कांग्रेस ने जो पेपर लीक माफिया और भर्ती माफिया पैदा कर दिए हैं, उन सब पर प्रहार किया जाएगा, सबको पाताल में से ढूंढकर जेल के हवाले कर दिया जाएगा। जिन्होंने झारखंड के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, जिन्होंने झारखंड के भविष्य के हमारे होनहार युवाओं का भविष्य मिट्टी में मिला दिया है, उनके सारे मंसूबे ये मोदी चकनाचूर करके रहेगा।

साथियों,
झारखंड की हमारी बहनों-बेटियों का जीवन आसान हो, ये मेरी प्राथमिकता है। हमारी सरकार की योजनाओं से बहनों को शौचालय मिले, बैंक में खाते खुले, गर्भावस्था के दौरान सीधा उसके खाते में पैसा पहुंचा। अब झारखंड भाजपा ने आपको, मेरी माताएं बहनें बड़ी नम्रता के साथ मैं आज आपकी सेवा में आया हूं। भाजपा ने आपको गोगो-दीदी योजना का वायदा किया है। झारखंड की मेरी माताएं बहनें ये मोदी की गारंटी है, सरकार बनने के बाद गोगो-दीदी योजना लागू हो जाएगी। इस योजना से भी हमारी माताओं-बहनों के बैंक खातों में सीधे पैसे जाएंगे। कोई बीच में बिचौलिया नहीं, कोई कटकी कंपनी नहीं और वो माताओं-बहनों के खाते में ही जाएंगे ताकि घर को चलाने के लिए माताओं-बहनों को काम आए।

|

साथियों,
अब हमने झारखंड की बहनों को पहले गैस दिया, उज्ज्वला गैस का मुफ्त कनेक्शन दिया। और दूसरों को लगता है अरे मोदी जी बहुत हो गया। तीसरी बार आए हो, आपने तो गैस का चूल्हा घर-घर पहुंचा दिया। उज्ज्वला गैस दे दिया, अरे अब तो आराम करो। मुझे ऐसा कहने वाले लोग मिलते हैं। लेकिन मोदी ऐसे बैठने के लिए पैदा नहीं हुआ है। वो तो आपके लिए ही जीता है। और इसलिए पहले उज्ज्वला गैस सिलेंडर दिया, अब जैसे घर में पाइप से पानी आता है न, अब झारखंड में पाइप से सस्ती गैस पहुंचाने में मोदी लगा हुआ है। पाइप से जैसे पानी आता है घर में वैसे गैस आएगा। अब सिलेंडर के लिए इधर-उधर झोंकना नहीं पड़ेगा। और वो सस्ता होगा, ये गैस सस्ता मिलेगा। यहां ONGC कंपनी ने गैस पैदा करने का बहुत बड़ा काम शुरु कर दिया है। ये जो बोकारो-अंगुल गैस पाइपलाइन हमने बिछाई है, इससे 11 जिलों को लाभ हो रहा है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनते ही, ज्यादा से ज्यादा घरों तक पाइप से सस्ती गैस पहुंचाई जाएगी।

साथियों,
हम झारखंड के हर परिवार का बिजली बिल जीरो करने के लिए भी काम कर रहे हैं। अब आपका बिजली का बिल कितना? बिजली का बिल कितना? जीरो, और कैसे करेंगे? खजाना लुटा करके नहीं, नौजवानों के भविष्य को बर्बाद करके नहीं करेंगे। हम पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, देशभर में शुरु हो चुकी है। आप अपने घर पर सोलर पैनल लगाएंगे, और सोलर पैनल लगाने के लिए आपका ये सेवक दिल्ली में बैठी हुई आपकी सरकार, भाजपा सरकार हर घर को 75 हजार से 80 हजार रुपये तक खर्च देगी सोलर पैनल लगाने के लिए। आप अपने घर में 300 यूनिट बिजली पैदा करिए, जीरो बिजली बिल से घर चलाइए, उपयोग कीजिए। और इतना ही नहीं, मोदी की गारंटी है, अगर ज्यादा बिजली आपने पैदा की। तो आपसे वो बिजली सरकार खरीदेगी और सरकार आपको ऊपर से पैसे देगी। पहले बिजली के लिए आप सरकार को पैसे देते थे अब बिजली के लिए सरकार आपको पैसे देगी, ये काम हम करने वाले हैं।

|

साथियों,
झारखंड के तेज विकास के लिए सबका प्रयास यानि सभी की सामूहिक शक्ति लगनी बहुत ज़रूरी है। इसलिए आप सभी को कांग्रेस-JMM की एक बहुत बड़ी साजिश से सतर्क रहना है, सजग रहना है। ये कांग्रेस-JMM की चौकड़ी ने नया खेल खेलना शुरू किया है। और ये सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं जी। कांग्रेस हमेशा से SC/ST/OBC की एकजुटता की, एकता की घोर विरोधी रही है। आजादी के बाद जब तक हमारा दलित समाज, हमारा SC समाज बिखरा रहा, हमारे आदिवासी भाई-बहन, हमारा ST समाज बिखरा रहा, हमारा OBC समाज बिखरा रहा, तब तक कांग्रेस बांटो और राज छीनो के सिद्धांत पर मजे से केंद्र में सरकारें बनाती रही, लूटती रही। लेकिन जैसे ही ये समाज एकजुट हुआ, हमारे दलित समाज के भाई-बहन, SC के रूप में उनकी पहचान बनी, आदिवासी भाई-बहन ST के रूप में उनकी पहचान बनी। OBC, पिछड़ों के रूप में उनकी पहचान बनी तो कांग्रेस उसके बाद कभी भी पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई। आप ये गणित समझिए, 1990 में OBC समाज को आरक्षण मिला। OBC की अलग-अलग जातियों का संख्याबल एकसाथ जुट गया, तो उसके बाद से कांग्रेस आज तक लोकसभा में 250 सीटें भी नहीं जीत पाई। इसलिए कांग्रेस OBC की सामूहिक शक्ति तोड़कर उन्हें सैकड़ों अलग-अलग जातियों में बांट देना चाहती है। अब जैसे यहां बोकारो-धनबाद में, हमारे उत्तरी छोटा नागपुर में सवा सौ से अधिक ओबीसी जातियां हैं। आज वो OBC के रूप में जानी जाती हैं, उनकी पहचान OBC है, उनकी ताकत OBC है। और ये सवा सौ जातियां, जैसे यहां यादव हैं, कुड़मी महतो हैं, तेली हैं, कोइरी-कुशवाहा हैं, नोनिया हैं, बिंद हैं, सोनार हैं, राजभर हैं, प्रजापति-कुम्हार हैं, माली हैं, मल्लाह हैं, पासी हैं, लोहार-विश्वकर्मा हैं, चौहान हैं, नाई-नाऊ हैं, भुइयार हैं, कहार-चंद्रवंशी हैं, रौनियार-पंसारी हैं। OBC के तौर पर इनकी एकजुटता, देश के विकास की बड़ी ताकत बना है। लेकिन कांग्रेस-JMM वाले यहां यादव को कुड़मी से, तेली को कोइरी-कुशवाहा से, नोनिया को बिंद से, सोनार को लोहार से, राजभर को प्रजापति-कुम्हार से, माली को मल्लाह से, पासी को चौहान से, नाई-नाऊ को भुइयार से और भुइयार को कहार-चंद्रवंशी से लड़ाना चाहती है। ये चाहते हैं कि ओबीसी की छोटी-छोटी जातियां खुद को ओबीसी मानना छोड़ दें और अपनी-अपनी जातियों में ही उलझे रहें। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आप चाहते हैं कि यहां का ओबीसी समाज भी सवा सौ टुकड़ों में टूट जाए? आपको मंजूर है? पूरी ताकत से बताइए आपको मंजूर है? ऐसा अगर टूट गए तो आपकी आवाज कमजोर होगी कि नहीं होगी। कोई भी नहीं चाहता है कि समाज बिखरे, समाज छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाए। और इसलिए हमें ये हमेशा याद रखना है- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..।

|

साथियों,
झारखंड के नौजवान बहुत बड़ी संख्या में सेना में हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंक के दौर में हमने अनेक जवानों को खोया है। इसका बहुत बड़ा कारण जम्मू-कश्मीर में 370 की दीवार थी। मोदी ने वो दीवार हमेशा-हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दिया है। लेकिन कांग्रेस और उनके साथियों को ये पसंद नहीं आया है। अब आपको पता ही होगा, देश आजाद हुआ, देश को संविधान मिला। संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं हम। लेकिन देश के सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान लागू नहीं होता था। वहां आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां दलितों को आरक्षण नहीं मिलता था। सात-सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में अलग विधान चलता था। क्यों, क्योंकि इन्होंने 370 की ऐसी दीवार बनाई थी कि बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान वहां जा नहीं सकता था, वहां पहुंच नहीं सकता था। मोदी ने 370 की दीवार गिराकर बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को जम्मू-कश्मीर में पहुंचा दिया, लागू कर दिया। आपने देखा होगा, अभी वहां चुनाव हुए, वहां के मुख्यमंत्री ने पहली बार, हिंदुस्तान आजाद होने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की शपथ ली है पहली बार। ये बाबा साहेब आंबेडकर को मोदी की श्रद्धांजलि है। अभी सरकार बनी है कांग्रेस और उसके साथियों ने आते ही उन्होंने अपना खेल खेलना शुरू किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और उसकी सरकार ने 370 फिर से वापस लाने का प्रस्ताव पारित किया है। और ये जेएमएम है, ये भी इनको समर्थन दे रही है। ये जम्मू-कश्मीर से बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को फिर से जम्मू-कश्मीर से बाहर निकालना चाहते हैं। यह दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को फिर से उनके हक से वंचित करना चाहते हैं। ये हमारे सैनिकों को फिर से आतंक की आग में झोंकना चाहते हैं। मैं जरा मेरे झारखंड के नौजवानों से पूछना चाहता हूं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या मेरे झारखंड के भाई-बहन कांग्रेस का यह पाप आपको मंजूर है?

साथियों,
आपके सहयोग से भाजपा यहां झारखंड में हो रही घुसपैठ पर भी लगाम लगाएगी। आपकी बेटियां सुरक्षित हों, आपकी जमीन सुरक्षित हो, इसके लिए यहां भाजपा-एनडीए की सरकार बहुत जरूरी है। साथियों, हमें ऐसा झारखंड बनाना है, जो देश के टॉप के समृद्ध राज्यों में गिना जाए। हमें मिलकर, झारखंड के हर परिवार तक समृद्धि पहुंचानी है। इसलिए, मैं आपके आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं आपकी मदद मांगने आया हूं। इसलिए आपको भाजपा-आजसू-JDU और LJP के उम्मीदवारों को भारी मत से विजयी बनाना है। और मेरे लिए तो आप ही मोदी है और आपको मोदी के नाते ही घर-घर मेरा यह संदेश पहुंचाना है। आप घर-घर जाएंगे? पक्का जाएंगे? रोटी-माटी और बेटी की पुकार पहुंचाएंगे? साथियों, आप इतनी बड़ी संख्या में आए। हमें आशीर्वाद देने पहुंचे, मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। बहुत-बहुत धन्यवाद।

Explore More
ഓരോ ഭാരതീയന്റെയും രക്തം തിളയ്ക്കുന്നു: മൻ കി ബാത്തിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി

ജനപ്രിയ പ്രസംഗങ്ങൾ

ഓരോ ഭാരതീയന്റെയും രക്തം തിളയ്ക്കുന്നു: മൻ കി ബാത്തിൽ പ്രധാനമന്ത്രി മോദി
From Digital India to Digital Classrooms-How Bharat’s Internet Revolution is Reaching its Young Learners

Media Coverage

From Digital India to Digital Classrooms-How Bharat’s Internet Revolution is Reaching its Young Learners
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
PM chairs PRAGATI meeting
May 28, 2025
QuotePM reviews Mega Infrastructure Projects Worth Over Rs 62,000 Crore
QuotePM stresses on timely completion of Projects Delays; Urges prioritisation of efficiency and accountability
QuotePM asks State Governments to ensure mandatory registration of all eligible real estate projects under RERA
QuotePM urges to ensure quality and timeliness of grievance disposal to ensure justice and fairness for homebuyers
QuotePM examines best practices related to the Semiconductor Ecosystem in India

Prime Minister Shri Narendra Modi chaired the PRAGATI meeting, the ICT-based multi-modal platform for Pro-Active Governance and Timely Implementation, involving Centre and State governments, earlier today.

During the meeting, Prime Minister reviewed three major infrastructure projects with a cumulative cost of over Rs 62,000 crore, spanning the sectors of Road Transport, Power, and Water Resources located across various States and UTs. Emphasizing the strategic importance of these projects, he called for concerted efforts to overcome implementation bottlenecks and ensure their timely completion.

Highlighting the adverse impact of project delays, Prime Minister reiterated that such setbacks not only inflate costs but also deprive citizens of essential services and infrastructure. He urged all stakeholders to prioritize efficiency and accountability, stressing that timely delivery is critical to maximizing socio-economic outcomes.

During a review of public grievances linked to the Real Estate Regulatory Authority (RERA), Prime Minister emphasized the need to improve the quality and timeliness of grievance disposal to ensure justice and fairness for homebuyers. He asked State Governments to ensure the mandatory registration of all eligible real estate projects under the RERA Act. The Prime Minister emphasized that strict compliance with RERA provisions is critical for restoring trust in the housing market.

Prime Minister examined notable best practices related to the development of the Semiconductor Ecosystem in India. He emphasized that such initiatives can serve as a guiding model for others and inspire broader adoption across States and UTs, thereby strengthening the National Semiconductor Mission.

Up to the present PRAGATI meetings, 373 projects having a total cost of around Rs 20.64 lakh crore have been reviewed.