ಬಿಜೆಪಿ ದೇಶದಾದ್ಯಂತ ಬುಡಕಟ್ಟು ಯೋಧರಿಗಾಗಿ ವಸ್ತುಸಂಗ್ರಹಾಲಯಗಳನ್ನು ನಿರ್ಮಿಸುತ್ತಿದೆ: ನಂದೂರ್‌ಬಾರ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮೋದಿ ಬದುಕಿರುವವರೆಗೆ ಎಸ್‌ಸಿ, ಎಸ್‌ಟಿ, ಒಬಿಸಿ ಮೀಸಲಾತಿಯನ್ನು ಯಾರೂ ಮುಟ್ಟಲು ಸಾಧ್ಯವಿಲ್ಲ: ನಂದೂರ್‌ಬಾರ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಈ ದೇಶದ ‘ಮಾತೃ ಶಕ್ತಿ’ ನನ್ನ ಗುರಾಣಿ: ನಂದೂರ್‌ಬಾರ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

जोहार! नंदुरबारमधील माझ्या सर्व भावांना आणि बहिणींना माझा नमस्कार। मैं देवमोगरा माता की धरती को नमन करता हूं। मैं महान आदिवासी सेनानी राघोजी भांगरे को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। हम सबको प्रेरणा देने वाले जननायक कृष्णाजी राव साबले, महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले,उनको भी आदरपूर्वक नमन करते हुए, मैं प्रणाम करता हूं।

साथियों,

आज अक्षय तृतीया, आखा तीज का शुभ पर्व है। मैं सभी देशवासियों और खास करके मेरे किसान भाई बहनों, को अक्षय तृतिया की बधाई देता हूं। आज भगवान परशुराम जयंती भी है। मैं सभी देशवासियों को इस शुभ दिन की भी शुभकामनाएं देता हूं। और अक्षय तृतीया हो, और इतने सारे लोग आशीर्वाद देने के लिए आए हो, अक्षय तृतीया के दिन जो आशीर्वाद मिलता है न वो भी अक्षय होता है। आज इतनी विशाल संख्या में आपका ये आशीर्वाद,ये पक्का कर रहा है- उना एकदा, उना एकदा। उना एकदा... मै देख रहा हूँ, अभी भी हूजूम का हूजूम अंदर आ रहा है। साथियों, यहाँ नंदुरबार और गुजरात के बीच कोई दूरी ही नहीं है। पहले भी मेरा यहां खूब आना-जाना होता था। और नंदुरबार आए औऱ चौधरी की चाय न पीए, चौधरी की कड़क चाय यानि नंदुरबार की यादों से जुड़ जाती है। और चाय का रिश्ता, और आपके प्यार का कर्ज, मोदी कभी भी भूल नहीं सकता!

साथियों,

वंचितों, आदिवासियों की सेवा, मेरे लिए परिवार के सदस्य की सेवा जैसी ही है। मैं काँग्रेस के शाही परिवार की तरह बड़े घराने से नहीं निकला हूँ। मैं तो गरीबी में ही बड़ा हुआ हूँ। मुझे पता है, यहाँ आपने कितनी तकलीफ उठाई है! हमारे आदिवासी भाई-बहन यहां काफी ऊंचाई पर भी रहते हैं। पानी के लिए कैसे आपको उतरकर नीचे आना पड़ता था! तब पानी मिलता था! ये माताओं-बहनों सबको मालूम है। आपके जीवन में भी मुश्किलों का पहाड़ था। कितने ही आदिवासी परिवारों के पास पक्का घर नहीं था। आजादी के 60 साल बाद भी गाँवों में बिजली नहीं पहुंची थी। और इसीलिए, मोदी ने संकल्प लिया था, हर गरीब को घर, हर आदिवासी को घर, हर आदिवासी के घर में पानी, हर परिवार को पानी की सुविधा, दूर-सूदूर जंगलो में भी गांव क्यों न हो हर गाँव में बिजली।

साथियों,

हमने नंदूरबार के करीब सवा लाख, देखिए आजादी के सत्तर साल के बाद मैं ये कह रहा हूँ, करीब सवा लाख गरीबों को हमने पीएम-आवास पक्का घर दिया, सिर्फ नंदुरबार में। और मेरा एक काम है, करोगे आपलोग? मेरा एक काम करोगे? ये मेरा दिली काम है, करोगे? माताऐं-बहनें करेंगी? ये जो पीछे लोग खड़े हैं, वो करेंगे? हाथ ऊपर कर के बताओ करेंगे? तो मै बताऊँ, करेंगे। अच्छा, मेरा एक काम करना इन दिनों आप चुनाव के लिए. जब भी गांव में जाऐं, मोहल्ले में जाऐं, और अगर आपके ध्यान में आए कि ये दो परिवार है जिन्हें गैस का कन्केशन नहीं मिला है, ये दो परिवार रह गए हैं इनको नल से जल नहीं मिला है, अभी चार परिवार रह गए हैं, अभी कच्ची झोपड़ी में रहते हैं उनको पक्का घर नहीं मिला है, आप उनका नाम पता लिख लिजिए, और मुझे भेज दीजिए और मेरी तरफ से उनको गारंटी दे देना कि मोदी आए थे, मोदी ने कहा है कि तीसरे टर्म में मैं तीन करोड़ और घर बनाने वाला हूँ, आपको पक्का घर मिलेगा। ये बता देंगे। देखिए, आप ही मेरे मोदी हैं। तो करेंगे? देखिए, हमने घर दिया मतलब, चार दिवारें दी ऐसा नहीं है, हमने घर के साथ बिजली, पानी, गैस कनेक्शन भी दिया। NDA सरकार ने महाराष्ट्र के 20 हजार से अधिक गांवों में हर घर जल पहुंचाया है। मैं शिंदे जी औऱ देवेन्द्र जी को बधाई देता हूँ कि आपने मेरे हाथ मजबूत कर दिए हैं। इसमें नंदूरबार के 111 गांव, जो कठिन एरिया था, वो भी शामिल है। औऱ अभी तो ये ट्रेलर है, अभी तो मोदी को बहुत कुछ करना है औऱ आपके लिए करना है।

साथियों,

एक तरफ भाजपा के ये प्रयास हैं और दूसरी तरफ ये काँग्रेस है। कांग्रेस ने आदिवासी भाई-बहनों की कभी परवाह नहीं की। आदिवासी इलाकों में सिकल सेल एनीमिया एक बड़ा खतरा रहा है। लेकिन कांग्रेस ने इस बीमारी की तरफ उतना ध्यान ही नहीं दिया। ये बीजेपी है जिसने सिकल सेल एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान चलाया है। और मेरी माताएं, बहनें, नौजवान, ये जो मैं सिकल सेल एनिमिया के लिए काम कर रहा हूँ न, वो चुनाव के लिए नहीं कर रहा हूँ। आने वाली आपकी अनेकों पीढियों के लिए मैं लगा हुआ हूँ, ताकि उनको ऐसी बीमारी न आए। कोई गरीब कुपोषण का शिकार न हो, हमने इसकी भी चिंता की। आज नंदूरबार के 12 लाख से ज्यादा लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है। साथियों, काँग्रेस जानती है कि वो विकास में मोदी का मुक़ाबला कर ही नहीं सकते। इसलिए, इस चुनाव में वो झूठ की फैक्ट्री खोल कर बैठ गए हैं। झूठ फैलाकर वोट लेना चाहते हैं। कभी आरक्षण को लेकर झूठ. कभी संविधान को लेकर झूठ, और इन्होंने पूरा इकोसिस्टम ऐसी अफवाह फैलाने के लिए चौबीसों घंटे लगा रखा है।

साथियों,

आरक्षण पर काँग्रेस का हाल ‘चोर मचाए शोर’, ये ‘चोर मचाए शोर’ वाला है। धर्म के आधार पर आरक्षण बाबासाहेब के सिद्धांतों के खिलाफ है, बाबासाहेब की भावना के खिलाफ है, संविधान निर्माताओं ने जो संविधान बनाया, उसकी पीठ में छूरा भोंकने वाला, ये माफ न कर सकें, ऐसा पाप है। लेकिन काँग्रेस पार्टी का एजेंडा है- दलित, पिछड़े, आदिवासी का आरक्षण छीनकर के, मॉइनॉरिटी के नाम पर अपने वोटबैंक को दे देना। और मैं ऐसे हवा में नहीं कर रहा हूँ, मेरे पास मजबूत उदाहरण है। औऱ इसलिए मेरे भाई-बहन, आप घर घर हर आदिवासी परिवार को समझाइए और मेरे आदिवासी समाज के पढ़े लिखे लोग हैं उनको भी मैं करबद्ध प्रार्थना करता हूँ, आप समाज को जगाइए, ये कितना बड़ा संकट कांग्रेस वाले ले कर आए हैं। अब उन्होंने क्या किया, कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण देने के दिशा में बहुत बड़ा कदम उठाया। और उन्होंने कहा रातोंराता कर्नाटक में जितने भी मुसलमान लोग हैं, उन सब को रातोंरात ओबीसी बना दिया, एक आर्डर निकाल दिया, मुख्यमंत्री ने ठप्पा मार दिया। अब हुआ क्या OBC को जो आरक्षण मिलता है, उसका सबसे बड़ा हिस्सा, ये रातोंरात OBC बन गए, इन्होंने लूट लिया। अब बताइए कि वो आदिवासियों के लिए करना चाहते हैं, वो दलितों के लिए करना चाहते हैं औऱ ये कर्नाटक का मॉडल पूरे देश में लागू करना चाहती है। SC, ST, OBC का आरक्षण खत्म करने के लिए, मैं गंभीरता से कह रहा हूँ, ये महा अघाढ़ी, आरक्षण का महाभक्षण का, महाअभियान चला रही है। वहीं SC, ST, OBC का आरक्षण बचाने के लिए मोदी, आरक्षण का महारक्षण का महायज्ञ कर रहा है। मैं पिछले 17 दिनों से लगातार काँग्रेस पार्टी को चुनौती दे रहा हूँ! मैंने काँग्रेस से पूछा है कि वो लिखकर दे, वो SC, ST, OBC का आरक्षण, उसके टुकड़े करके उसका एक टुकड़ा मुसलमान को नहीं बांटेगी। मेरा सवाल सही है कि गलत है भाई? सही है कि गलत है? अब वो मुसलमानों को देना चाहते हैं। और कांग्रेस जवाब भी नहीं देती है। सच बोलो न भाई! हम नही देंगे। इसका मतलब, इनका हिडन एजेंडा है। आपका हक लूटने का खेल है भाई। मेरे इस चैलेंज पर कांग्रेस की चुप्पी यानि दाल में काला है। ये चाहें जितनी भी कोशिश कर लें, देशविरोधी ताकतों के साथ मिलकर कितना ही झूठ फैला लें, आपके पास मोदी का भरोसा है, आपके पास मोदी की गारंटी है! और आप लिख कर रखिए, मोदी जब तक जिंदा है, मोदी जब तक जिंदा है, SC, ST, OBC में से आरक्षण का रत्ती भर भी हिस्सा मैं किसी भी धर्म के आधार पर नहीं देने दूंगा। कोई उसको हाथ नहीं लगा सकता है। औऱ देशवासी, मैं बड़े ही जिम्मेवारी के साथ कहना चाहता हूँ, औऱ दायित्व के साथ कहना चाहता हूँ वंचित का जो अधिकार है! चाहे SC हो ST हो OBC हो, वंचित का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है। मोदी की चौकीदारी में, जब मोदी जैसा चौकीदार हो तो किसने अपनी मां का दूध पिया है जो आपका हक छीन सकता है।

साथियों,

हम तो माता शबरी की पूजा करने वाले लोग हैं, लेकिन काँग्रेस ने कभी आदिवासी समाज को सम्मान नहीं दिया और न मिलने दिया। आदिवासी क्रांतिकारियों ने आज़ादी की लड़ाई में इतने बलिदान दिये। लेकिन, काँग्रेस ये बलिदान की बात मानने को तैयार नहीं है। आज़ादी की लड़ाई का पूरा श्रेय कांग्रेस केवल एक परिवार को ही देती रही है। ये भाजपा है जो देशभर में आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों पर म्यूज़ियम बनवा रही है। ताकि आने वाली पीढियों को पता चले कि हमारे पूर्वज आदिवासियों ने देश के लिए कितने बड़े बलिदान दिए थे।

साथियों,

आप सभी जानते हैं, भाजपा ने, एनडीए ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया, औऱ पहली बार ऐसा हुआ लेकिन, आपको याद रहना चाहिए कि वो कौन लोग थे जिन्होंने आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मु जी को चुनाव, राष्ट्रपति का चुनाव हराने के लिए, रात-दिन एक कर लिए थे, वो कौन थे ? ये कांग्रेस वाले थे जिन्होंने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए रात-दिन एक किया था। और काँग्रेस पार्टी ने ऐसा क्यों किया औऱ इसकी एक वजह, अभी दो तीन दिन पहले ही खुली है। कांग्रेस के जो शाहजादे हैं ना उनके गुरू अमेरिका में रहते हैं, ये कांग्रेस के शाहजादे के ये गुरू अमेरिका में रहते हैं। उन्होंने भारत के लोगों पर रंगभेदी टिप्पणी की है। रंग के आधार पर भेद, ऐसा गंभीर आरोप लगाया है। अरे! जिनका रंग, भगवान कृष्ण जैसा होता है, कांग्रेस उन्हें अफ्रीकन मानती है। और इसलिए द्रौपदी मूर्मु जी राष्ट्रपति बनें, उन्हें ये मंजूर ही नहीं था। आप लोग बताइए, यहां जो भगवान कृष्ण के रंग वाले हैं क्या वो सब अफ्रीकन हैं क्या? क्या ये अपमान है या नहीं है? क्या आदिवासी समाज का अपमान, इसका बदला लेने के लिए, ये रंग की बातें कर रहे हो।

साथियों,

काँग्रेस पार्टी का एजेंडा इतना खतरनाक है कि शहजादे के गुरू ने इसका भी खुलासा किया है। ये शहजादे के गुरू ने अमेरिका से कहा है कि राममंदिर का निर्माण और रामनवमी का उत्सव, ये Idea of India के खिलाफ है, भारत के विचार के खिलाफ है। उन्होंने यहां तक कह दिया मोदी मंदिर जाता है, वो भी उनके पेट में चूहे दौड़ने लग जाते हैं। कांग्रेस, मेरा मंदिर जाना भी भारत विरोधी बता रही है। बताइए भाई? मंदिर जाना ये देश द्रोह है क्या? जरा आप बताइए? ये देश द्रोह है क्या? क्या ये भारत विरोधी काम है क्या? आप कल्पना कर सकते हैं? आप काँग्रेस की मानसिकता देखिए, ये राम के देश में राममंदिर को देशविरोधी बता रहे हैं। ये तुष्टिकरण के लिए सरकारी इफ्तारी करने वाले लोग, ये आतंकवादियों की कब्रों को संवारने वाले लोग, ये हम सबके प्रभु राम औऱ जिनका राममंदिर, जहां हम जाते हैं उस राममंदिर जाने को देशविरोधी बता रहे हैं। मेरे भाई बहन, हम तो माता सबरी के पुजारी हैं। ये इंडी गठबंधन हमला, ये मोदी पर नहीं, ये 140 करोड़ देशवासियों की आस्था है। ये हमला आप पर है, ये मेरे देश के आदिवासियों पर हमला है। कांग्रेस पार्टी देश से हिन्दू आस्था को मिटाने का षड्यंत्र कर रही है।

साथियों,

प्रभु श्रीराम जीवन के उच्चतम आदर्शों, महानतम गुणों औऱ सुन्दरत्तम मूल्यों के महासंगम हैं। भारत के अस्तीत्व का आधार राम से है। औऱ भारत के भविष्य का प्रेरणापुंज भी प्रभु श्रीराम हैं। यहीं महाराष्ट्र की धरती पर ये संत आवाज उठी थी-“विश्वाचा विश्राम रे स्वामी माझा राम रे”। अर्थात्, मेरे राम तो पूरे विश्व के विश्राम हैं, आश्रय हैं। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस पार्टी वाले Idea of India के खिलाफ मानती है। भगवान श्रीराम की सीख है-पर हित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहिं अधमाई।। अर्थात्, दूसरों की सेवा से, परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। और किसी को पीड़ा देना ही सबसे बड़ा पाप है। ऐसे प्रभु राम को शहजादे, उनके गुरू और कांग्रेस पार्टी Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे राम कहते हैं-कोमलचित दीनन्ह पर दाया। मन बच क्रम मम भगति अमाया॥ अर्थात्, जो दीन दुखियों की पीड़ा को जानता है, महसूस करता है, वही मेरा भक्त है। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। और ये भगवान राम की ही शिक्षा है-धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥ अर्थात्, सत्य से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। ये राम ही हैं, जो सभी दीन-दुखियों को, वंचितों को गले लगाकर अपने पास बैठाते हैं। सहज सनेह बिबस रघुराई। पूँछी कुसल निकट बैठाई॥ ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे राम जनजातीय समाज से कैसे मिलते हैं? हमारे राम जनजातीय समाज को मिलते हैं-पुरजन करि जोहारु घर आए। अर्थात, राम आदिवासियों की संस्कृति का सम्मान करते हैं। उनसे जोहार करके मिलते हैं। ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है। हमारे प्रभु श्रीराम ने हमें सिखाया है, और ये जो लोग देश छोड़ करके भाग गए हैं, वो जरा कान खोल करके सुन लें, हमारे प्रभु राम ने सिखाया है-अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते। जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी अर्थात्, हमारी मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है। यानी, ‘राष्ट्र प्रथम’, Nation First, ऐसे प्रभु राम को कांग्रेस Idea of India के खिलाफ मानती है।

साथियों,

ये लोग इतने अहंकार से भरे हुए हैं कि गरीब, इनके लिए कोई मायने नहीं रखता। ये लोग सत्ता में रहते हैं तो गरीब को दुत्कारते हैं, उसे तरसा-तरसा कर रखते हैं। आज एक गरीब का बेटा, आपका सेवक बन करके, प्रधानमंत्री पद से जब काम कर रहा है, ये गरीब विरोधी मानसिकता वाले, शाही परिवार की मानसिकता वाले इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। ये नकली शिवसेना वालों की गरीब से कितनी नफरत है, ये उन्होंने फिर बताया है। ये नकली शिवसेना वाले मुझे जिंदा गाड़ने की बात कर रहे हैं। एक तरफ कांग्रेस है जो कहती है- मोदी तेरी कब्र खुदेगी, और दूसरी तरफ ये नकली शिवसेना है, जो मुझे जिंदा गाड़ने की बात करती है। और मुझे गाली देते हुए भी ये लोग तुष्टिकरण का पूरा ध्यान रखते हैं। मोदी की कब्र खुदेगी, मोदी को जिंदा गाड़ देंगे, इसमें भी अपने वोटबैंक को पसंद आए...वही गाली दागोगे क्या? साथियों, मुझे कई बार ये सोचकर दुख होता है कि बाला साहेब ठाकरे को कितना दुख होता होगा। मैंने बालासाहेब को निकट से देखा है, उनके मन को दिल को छू करके देखा है। अब तो ये नकली शिवसेना वाले, बम धमाके को दोषी को भी अपने साथ प्रचार में ले जाने लगे हैं। इसका मतलब हुआ कि बिहार में चारा चोरी में जेल भुगत रहे व्यक्ति को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं, महाराष्ट्र में बम धमाकों के दोषी को कंधे पर बैठाकर घूम रहे हैं। ऐसे पापियों को ले करके जिनको चलना पड़ रहा है, इन लोगों के विषय में पचास बार सोचना पड़ता है। इसलिए कोई बड़ी बात नहीं कि मुझे जमीन में जिंदा गाड़ने के सपने देख रहे हैं। ये लोग जनता का साथ और जनता का विश्वास तो गंवा चुके हैं, इनकी अपनी सियासी ज़मीन खिसक चुकी है, लेकिन ये भूल रहे हैं कि भारत की 140 करोड़ जनता, मेरी माताऐं -बहनें जो इतनी बड़ी तादाद में आयी हैं न, ये मेरी माताऐं-बहनें यही मोदी की रक्षक है। ये मातृशक्ति मेरा सुरक्षा कवच है। मुझ पर मातृशक्ति का इतना आशीर्वाद है कि ये लोग चाहकर भी मोदी को जीते जी भी और मरने के बाद भी जमीन में नहीं गाड़ पाएंगे।

साथियों,

महाराष्ट्र के एक दिग्गज नेता, चालीस पचास साल से वे ऐसे ही फ्री मारते रहते हैं। बारामती के चुनाव के बाद, वे इतने चिंतित हैं, इतने चिंतित हैं कि उन्होंने बयान दिया है औऱ ये बयान उन्होंने, मैं पक्का मानता हूँ कि काफी लोगों से विचार विमर्श करके ही दिया होगा। वे इतने हताश औऱ निऱाश हो गए हैं कि उनको लगता है कि चार जून के बाद सार्वजनिक जीवन में, राजनीतिक जीवन में अगर टिक के रहना है तो छोटे-छोटे राजनीतिक दलों को कांग्रेस में Merge हो जाना चाहिए। इसका मतलब जो नकली एनसीपी है, औऱ ये नकली शिवसेना है उन्होंने कांग्रेस में Merger करने का मन बना लिया है। अब आप को मैं बताता हूँ जब चार जून के बाद कांग्रेस में जा करके मरने के बजाय, सीना तान करके हमारे अजीत दादा औऱ सिंदे जी के साथ आओ औऱ बड़े शान से सपने पूरे हो जाएगें।

भाइयों-बहनों,

13 मई को काँग्रेस और इंडी अघाड़ी को आपका वोट ही जवाब देगा। नंदुरबार से हमारी बेटी हिना गावित जी आपकी सुख-दुख की साथी हैं। आप जानते हैं न कि हिना मेरी कितनी मदद करती है, पार्लियामेंट में आपने देखा होगा, ये छोटी बेटी है लेकिन पार्लियामेंट में विपक्ष वालों के छक्के छुड़ा देती है। आप उन्हें ज्यादा से ज्यादा वोट देकर बहुत बड़ी जीत दिलाइए। और मेरा इसलिए आग्रह है कि मतदान ज्यादा होना चाहिए भाई, करोगे? करोगे? पहले मतदान फिर जलपान। मंजूर है? अच्छा मेरा एक काम करोगे? मेरा एक काम करोगे? जरा हाथ ऊपर करके कहिए। माताऐं-बहनें बताइए मेरा काम करोगे?जरा हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा एक काम करोगे? देखिए, घर-घर जाना और लोगों को कहना अपने मोदी जी आए थे, और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।