ಭಾರತ ಮೈತ್ರಿಕೂಟದ ಜನರು ದೇಶದ ಭದ್ರತೆಗೆ ದೊಡ್ಡ ಅಪಾಯ: ಪಂಜಾಬ್‌ನ ಗುರುದಾಸ್‌ಪುರದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಭಾರತದ ಮೇಲೆ ನಂಬಿಕೆ ಇಲ್ಲದಿರುವುದು ಕಾಂಗ್ರೆಸ್‌ನ ಸಮಸ್ಯೆ: ಪಂಜಾಬ್‌ನ ಗುರುದಾಸ್‌ಪುರದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

सबसे पहले तो मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूं क्योंकि मुझे आने में थोड़ा विलंब हो गया। और मुझे बताया गया कि आप काफी समय से बैठे हैं, इंतजार कर रहे हैं। मैं गुरूदासपुर की इस पावन धरती को प्रणाम करता हूं। ये डेरा बाबा नानक जैसे पवित्र स्थान से सुशोभित है। इसमें हमारे गुरुओं के आशीर्वाद जुड़े हैं। मैं देख रहा हूं, आपका ये उत्साह, ये प्यार, गुरुदासपुर और बीजेपी का ये रिश्ता कुछ खास है। मैंने पंजाब में काम किया है, बहुत पुराने साथियों के साथ काम करने का अवसर मिला है। हमारे कंसराज जी हों, मदन गुप्ता जी हों ऐसे अनेक नाम हैं, जिनके साथ, लंबे अरसे तक काम करने का यहां अवसर मिला। और यहां चार बार सांसद रहे, मेरे बहुत ही अच्छे मित्र, विनोद खन्ना, हम कंधे से कंधा मिला कर काम करते थे। लंबे अरसे तक काम किया। और मैंने देखा था, वैसे तो सेलिब्रिटी दुनिया अलग होती है लेकिन वो जमीन से जुड़े हुए थे। उन्हें यहां के विकास कार्यों का बारीकियों से हर चीजों को पता रहता था। और मंत्री के रुप में भी अटलजी की सरकार में उनके योगदान की चर्चा आज भी ब्यूरोक्रेसी में होती है। उन्होंने अनेक पुलों का निर्माण करावाया, अनेक रास्ते का, यानि विकास के कामों में। और गुरूदासपुर के लोग तो आज भी उनके कामों की सराहना करते हैं। गुरुदासपुर का तेज विकास हो, पंजाब का तेज विकास हो, और देश का तेज विकास हो अपने तीसरे कार्यकाल में, मैं आपकी उम्मीदों पर खरा उतरूं इसलिए मैं आपसे आशीर्वाद मांगने आया हूं।

साथियों,

2024 का चुनाव, ये देश को नेतृत्व देने का चुनाव है। आज एक ओर बीजेपी और NDA है, विकसित भारत का स्पष्ट विज़न है, राष्ट्र प्रथम का संकल्प है, 10 साल का ट्रैक रेकॉर्ड है, भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार है, और दूसरी ओर इंडी गठबंधन है, घोर सांप्रदायिक, घोर जातिवादी, घोर परिवारवादी। ये कांग्रेस-झाड़ू वाले, ये इंडी गठबंधन के लोग! ये देश की जनता को पता नहीं क्या समझते हैं। देश की जनता समझदार है, ऐसा उनको लगता नहीं है क्या? आए दिन जनता को मूर्ख बनाने के लिए भांति-भांति के खेल खेल रहे हैं। अब ये लोग दिल्ली में दोस्त होने का दिखावा करते हैं, भ्रष्टाचारियों को बचा रहे हैं, औऱ यहां पंजाब में एक- दूसरे को गाली दे रहे हैं। जनता भी जान गई है, इन दोनों दुकानों का शटर एक ही है। इसलिए इंडी गठबंधन को हराने के लिए आपको सिर्फ भाजपा को ही,कमल के निशान पर ही, बटन दबा करके, आपके सपनों को पूरा करना है। और आपको भी पता है, केन्द्र में सरकार, मुझे बताइए किसकी सरकार बनेगी भाई? आप बताइए किसकी बनेगी? आप गुरूदास पुर में, पठानकोट में, कहीं भी, रेल के डिब्बे में सौ लोगों को पूछिए, बताओ भाई सरकार किसकी बनेगी? नब्बे लोग कहेंगे कि मोदी की सरकार बनना पक्का है। अब, जब इतना साफ साफ है, तो कोई अपना वोट बर्बाद करेगा क्या? कोई अपना वोट ऐसे ही फालतू में खर्च कर देगा क्या? इसलिए इस बार दुविधा का कोई महौल ही नहीं है। इस बार इस देश का नागरिक, एक भी नागरिक अपना वोट बर्बाद करना नहीं चाहता है। मैं पंजाब के लोगों से भी प्रार्थना करता हूं, कि आप अपना वोट बर्बाद मत होने दीजिए, बीजेपी को वोट दीजिए, सरकार बनना तय है।

साथियों,

इंडी गठबंधन के असली चेहरे को पंजाब से ज्यादा कौन जानता है? हमारे पंजाब को सबसे ज्यादा घाव इसी इंडी गठबंधन ने दिये। आज़ादी के बाद विभाजन का घाव, स्वार्थ के चलते अस्थिरता का घाव, पंजाब में अशांति का लंबा दौर, पंजाब के भाई-चारे पर हमला, हमारी आस्था पर चोट, काँग्रेस ने पंजाब में क्या कुछ नहीं किया? यहाँ इन्होंने अलगाववाद को हवा दी, फिर दिल्ली में सिखों का नरसंहार करवाया। काँग्रेस जब तक केंद्र सरकार में रही, दंगाइयों को बचाती रही। ये मोदी है, जिसने सिख दंगों की फाइलें खुलवाईं। ये मोदी है, जिसने आरोपियों को सजा दिलवाई। आज भी काँग्रेस को, झाड़ू वाली पार्टी को इस बात की तकलीफ है। इसलिए ये लोग मोदी को दिन रात गालियां देते फिरते हैं।

साथियों,

जब देशहित की बात आती है तो काँग्रेस पार्टी आपको सबसे पीछे खड़ी नजर आएगी। आप याद करिए,कॉंग्रेस जब पंजाब में सत्ता में थी, तो ऑर्डर्स कहाँ से आते थे? कांग्रेस चाहती थी कि रिमोट कंट्रोल से पंजाब की सरकार चलाए लेकिन अमरिंदर सिंह जी ने दिल्ली के शाहजादे का ऑर्डर मानने से इंकार कर दिया। वो सेना के देशभक्त जांबांज थे, उन्होंने सीमावर्ती राज्य होने के कारण राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी। उन्होंने दिल्ली के देशविरोधी ऑर्डर लेने बंद किए। परिणाम क्या हुआ? कांग्रेस के शाही परिवार और शहजादे ने, उनको मुख्यमंत्री पद से हटा दिया। पंजाब का ये अपमान क्या कोई कभी भूल सकता है?

भाइयों बहनों,

दुर्भाग्य से आज भी पंजाब को रिमोट से चलाने की कोशिश हो रही है। दिल्ली के दरबारी पंजाब चला रहे हैं। पंजाब के सीएम, वो अपने आपसे एक फैसला नहीं ले सकते! इनके मालिक जेल गए, पंजाब की सरकार ठप्प पड़ने लगी। यहाँ के मुख्यमंत्री, सरकार चलाने के लिए, पंजाब की सरकार चलाने के लिए, नए ऑर्डर लेने के लिए तिहाड़ जेल जाना पड़ा! मालिक के सामने जा कर अपना रिपोर्ट कार्ड देना पड़ा। उनसे आदेश लेना पड़ा। आपको पता है, एक जून के बाद, कट्टर भ्रष्टाचारी फिर जेल जाएँगे। क्या फिर पंजाब की सरकार जेल से चलेगी क्या। आपको ऐसी सरकार मंजूर है क्या? ऐसी पद्धति मंजूर है क्या? ये पंजाब का अपमान है कि नहीं है? ये वीर भूमि का अपमान है कि नही है? ये गुरूओं की भूमि का अपमान है कि नहीं है? क्या ये पंजाब के भविष्य को दांव पर लगाने की बात है या नहीं है? आज पंजाब, जिस स्थिति में है, उससे बाहर निकालने के लिए, मैं पंजाब वासियो से प्रार्थना करने आया हूं और आज आग्रह करके आप से कुछ मांगने आया हूं। पंजाब के उज्जवल भविष्य के लिए, देश के उज्जवल भविष्य के लिए, इस बार पंजाब ज्यादा से ज्यादा बीजेपी के सांसद चुन करके भेजे। आप वोट दे करके अपना काम किजिए, पांच साल आपके सपनों के लिए मैं जिऊंगा। आपके सपने ही मेरे संकल्प होंगे। मेरा पल-पल आपके लिए। मेरा पल-पल देश केलिए। और मैं आपको वादा करता हूं, टेवेंटी फोर बाई सेवेन फॉर टेवेंटी फोर्टी सेवेन।

साथियों,

ये इंडी गठबंधन वाले देश की सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा है। आप देखिए काँग्रेस का एजेंडा क्या है, ये कश्मीर में फिर 370 लागू करने की बात कर रहे हैं। इन्हें फिर से कश्मीर में आतंकवाद चाहिए। इन्हें फिर से कश्मीर को अलगाववादियों को सौंपना है। ये फिर से पाकिस्तान को दोस्ती के पैगाम भेजेंगे, उन्हें गुलाब के फूल भेजेंगे औऱ पाकिस्तान बम धमाके करता रहेगा। देश पर आतंकवादी हमले होते रहेंगे। काँग्रेस कहेगी, कुछ भी हो बातचीत तो करनी ही होगी। इसके लिए काँग्रेस ने अभी से माहौल बनाना शुरू कर दिया है। कैसे-कैसे बयान ये अभी से देने लगे हैं। इनके नेता कह रहे हैं, पाकिस्तान के पास एटम बम है। अब ये सुन करके आपको हंसी आती है कि नहीं आती है? आती है कि नहीं आती है?आपको किसी को भी पाकिस्तान के पास एटम बम है, ये सुन करके डर लगता है क्या? किसी को डर लगता है क्या? किसी हिन्दुस्तानी को डर लगता है क्या ? ये कांग्रेस वाले कांप रहे हैं, बोलो। क्या ऐसे लोग देश चला सकते हैं क्या? ऐसे लोग देश को सुरक्षा दे सकते हैं क्या? इनके लोग कहते हैं पाकिस्तान से डरकर रहना होगा। ये इंडी गठबंधन वाले पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं लेकिन ये भूल रहे हैं, ये नया भारत है, ये घर में घुसकर मारता है। मेरा सौभाग्य रहा है, पंजाब की धरती पर लंबे समय तक काम करने का औऱ गुरुओं की इस धरती ने मुझे सिखाया है-
सौगंध मुझे इस मिट्टी की,

सौगंध मुझे इस मिट्टी की,

मैं देश नहीं मिटने दूंगा,

मैं देश नहीं झुकने दूंगा।

मैं देश नहीं रुकने दूंगा,


साथियों,

कांग्रेस की समस्या ये है कि उसकी भारत में कोई आस्था नहीं है। ये शहजादे विदेशों में जाकर देश को बदनाम करते हैं। वो कहते हैं, भारत कोई राष्ट्र ही नहीं है। इसीलिए, ये राष्ट्र की पहचान को बदलना चाहते हैं। शहजादे के उस्ताद ने कहा है, राममंदिर के निर्माण से, देश में रामनवमी मनाने से, भारत की पहचान को खतरा है! काँग्रेस कौन से देश को मानती है, जिसे भगवान राम से खतरा है? अयोध्या में 500 साल बाद, भव्य राममंदिर बना, पूरे देश ने हर्ष मनाया लेकिन काँग्रेस पार्टी ने उसका बहिष्कार किया। औऱ मजा देखिए, ये राम मंदिर की लड़ाई, अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए, इसकी लड़ाई लड़ने वाला पहला व्यक्ति, हमारा देश का सिख था, जिसने सबसे पहले लड़ाई लड़ी। राम मंदिर के लिए लड़ाई लड़ी थी। और उनके जो वंशज थे औऱ जब इस बार राम मंदिर का कार्यक्रम था उसमें वो मौजूद थे। ये सिखों का योगदान है हमारे देश में। इंडी गठबंधन के नेता राममंदिर को अपवित्र और बेकार बता रहे हैं। आप मुझे बताइए, ऐसे लोग पंजाब की पहचान पर हमला करेंगे या नहीं करेंगे? इसका जवाब हमें इस चुनाव, कमल पर बटन दबा करके देना है।

साथियों,

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, पंजाब के भविष्य को दांव पर लगा रही हैं।ड्रग्स हमारे युवाओं का भविष्य निगल रहा है। अपराधियों को राज्य सरकार से संरक्षण मिल रहा है। आज पंजाब में विकास ठप्प है। किसान परेशान हैं। और ये इंडी गठबंधन वाले अपनी ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं।

भाइयों बहनों,

पंजाब का विकास, ये मोदी की प्राथमिकता है। बीजेपी सरकार यहां दिल्ली कटरा हाइवे बनवा रही है। बीजेपी यहां अमृतसर पठानकोट हाइवे जैसे इनफ्रास्ट्रक्चर बना रही है। बीजेपी यहां रेलवे सुविधाओं का विकास कर रही है। हमारी कोशिश है, पंजाब में नए अवसर पैदा हों, किसानों का भला हो। किसानों का भला हो। बीते 10 वर्षों में हमने पूरे पंजाब में धान और गेहूं की रिकॉर्ड खरीदी की है। जिस भाव पर कांग्रेस सरकार में फसल खरीदी जाती थी, अब उस एमएसपी को ढाई गुना तक बढ़ा दिया गया है। किसानों को बीज, खाद और अन्य जरूरतों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है। पंजाब के हर किसान को इस निधि के 30 हजार रुपए से ज्यादा बैंक में, उनके खाते में, ट्रांसफर किए गए हैं।यहां पंजाब में मोटे अनाज, श्रीअन्न की पैदावार भी बहुत है। आज मोदी श्रीअन्न के लिए बहुत बड़ा अभियान चला रहे हैं, उसका प्रचार कर रहे हैं। मोदी का लक्ष्य है, भारत का श्रीअन्न दुनिया के कोने-कोने में पहुंचे। इससे पंजाब के किसानों को भी बहुत लाभ होगा। हमारी कोशिश लीची उत्पादक किसानों को फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री से फायदा पहुंचाने की भी है। अगले 5 साल में हम इन सभी प्रयासों को आगे बढ़ाएँगे।

भाइयों बहनों,

ये महाराजा रणजीत सिंह की धरती है। और जब मैं महाराज रणजीत सिंह जी का पुण्य स्मरण करता हूं, तो काश के सांसद के नाते हर बार सिर झुक करके उनको नमन करता है। आप जब काशी जाते हैं न, काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन के लिए, वो स्वर्ण जड़ित है, वो सोना महाराजा रणजीत सिंह जी ने जड़ा हुआ है। काशी के विश्वनाथ महादेव में स्वर्ण जो जड़ा हुआ है, वह हमारे महाराजा रणजीत सिंह जी ने जड़ा है। और इसलिए काशी के सांसद के नाते, मैं हर बार सिर झुका करके उनको प्रणाम करता हूं। यहां की मिट्टी में हमारे गुरुओं का प्रताप और बलिदान शामिल है। हमें विकसित पंजाब, विकसित भारत के मंत्र को साकार करना है। इसके लिए मुझे आपसे आशीर्वाद चाहिए। मोदी आपसे ये अनुरोध करने आया है, 1 जून को गुरदासपुर से दिनेश सिंह बब्बू जी, होशियारपुर से अनीता जी, अमृतसर से तरनजीत सिंह संधू जी इन सबको कमल का बटन दबाकर भारी बहुमत से विजयी बनाइए। और हमारे ये अमृतसर के उम्मीदवार है न तरनजीत सिंह जी, पिछले दस साल से हम दोनों काम कर रहे हैं, सरकार के बड़े अपसर रहे हैं। अमेरिका में भारत की साख बढ़ाने में उन्होंने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। औऱ सबसे बड़ी बात है ये उस परंपरा की संतान है, जिन्होंने सिखी के जीवन बलिदान दिए थे, उनके संतान है। ऐसे परिवार का संतान भारतीय जनता पार्टी का कमल का निशान लेकर आपके पास आए हैं। मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि आप पूरी शक्ति से, भारी मात्रा में हर घर से मतदान करने के लिए निकलें। कमल पर बटन दबाऐं। औऱ हमारे इन सभी साथियों को विजयी बना करके दिल्ली भेजिए। औऱ जब आप कमल पर बटन दबाएगें न, वो वोट सीधा सीधा मोदी के खाते में जाएगा। औऱ इसलिए मेरा आग्रह है, आप घर घर जाइए, ज्यादा से ज्यादा। 1 जून अब दूर नहीं है, हमने पूरी ताकत लगानी है औऱ हर परिवार को ये भी कहना कि अपने मोदी जी गुरूदास पुर आए थे, और मोदी जी ने परिवार के हर किसी को नमस्कार कहा है। तो मेरा नमस्कार पहुंचाओगे?

बोले सो निहाल,

सत श्री अकाल

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।