ಇಂಡಿ ಮೈತ್ರಿಕೂಟಕ್ಕೆ ಪ್ರಸ್ತುತ ನಾಯಕತ್ವದ ಕೊರತೆಯಿದೆ ಮತ್ತು ಭವಿಷ್ಯದ ದೃಷ್ಟಿಕೋನವಿಲ್ಲ: ಚಿಕ್ಕಬಳ್ಳಾಪುರದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ನಾನು ನಿಜವಾದ ಉದ್ದೇಶದಿಂದ ಯೋಜನೆಗಳನ್ನು ರೂಪಿಸುವುದು ಮಾತ್ರವಲ್ಲ, ಭರವಸೆಯನ್ನೂ ನೀಡುತ್ತೇನೆ: ಚಿಕ್ಕಬಳ್ಳಾಪುರದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮೋದಿ ಸರ್ಕಾರದ ಯೋಜನೆಗಳ ದೊಡ್ಡ ಫಲಾನುಭವಿಗಳು ಎಸ್.ಸಿ /ಎಸ್.ಟಿ/ಓಬಿಸಿ ಕುಟುಂಬಗಳು: ಚಿಕ್ಕಬಳ್ಳಾಪುರದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

भारत माता की... भारत माता की...

चिक्काबल्लापुरदा, नन्ना सोदारा सोदरियारिगे, नमस्कारगड़ु ! संत कैवारा तातैया और सर एम विश्वेश्वरैया की इस धरती पर आप सभी जनता-जनार्दन के दर्शन ये मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है।

साथियों,

First phase की वोटिंग ने देश का उत्साह बढ़ा दिया है और ये उत्साह मुझे यहां भी नजर आ रहा है। पहले फेज में वोटिंग NDA के पक्ष में हुई है, विकसित भारत के पक्ष में हुई है। और मैं आदरणीय देवगौड़ा जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। 90 साल की आयु में जो ऊर्जा है जो कमिटमेंट है, मेरे जैसे युवक को भी उनसे बहुत प्रेरणा मिलती है। और मैं भाषा तो नहीं समझ पाया, लेकिन मैं अनुभव कर रहा था कि कर्नाटक के प्रति उनका जो कमिटमेंट है, आज की कर्नाटक की दुर्दशा, इसका उनके दिल में जो दर्द है, और उनकी वाणी में जो जोश है ये कर्नाटक के उज्ज्वल भविष्य का गवाही दे रहा है। मैं देवगौड़ा जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं उनके आशीर्वाद के लिए। देवगौड़ा जी ने इंडी गठबंधन के एक-एक पात्र का बढ़िया वर्णन किया है। इसलिए मैं उसमें जाना नहीं चाहता हूं, लेकिन इंडी गठबंधन के पास वैसे भी प्रेजेंट में कोई लीडर नहीं है, और फ्यूचर के लिए कोई विजन नहीं और उनकी हिस्ट्री स्कैम की रही है। चिक्काबल्लापुर और कोलार का मैसेज भी साफ है फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार..
लोकतंत्र में मेरा दायित्व बनता है कि मैं देश की जनता-जर्नादन को मेरे कार्य का हिसाब दूं। साथियों आज मैं आपके बीच अपने रिपोर्ट कार्ड के साथ आपसे आशीर्वाद मांगने के लिए आया हूं। मैंने आप सभी को मेरा परिवार माना है। आपके लिए दिन रात मेहनत करने में मैंने कोई कमी नहीं रखी है। आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। पल-पल आपके नाम, पल-पल देश के नाम। 24 बाय सेवन फॉर 2047। और इसीलिए मैं सच्ची नीयत से सिर्फ योजना ही नहीं बनाता बल्कि गारंटी भी देता हूं।

साथियों,

हमारे देश के गरीब ने कभी ये उम्मीद भी नहीं की थी कि उन्हें Free Ration मिलेगा। लेकिन ये गरीब का बैटा मोदी है। जो किसी ने नहीं सोचा वो मोदी ने करके दिखाया। आज चिक्काबल्लापुर के भी 8 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को फ्री राशन मिलता है। पूरा राशन मिलता है। अब मोदी की गारंटी है कि आने वाले फाइव इयर तक ये ऐसे ही मिलता रहेगा।

साथियों,

गरीब ने कभी Free Treatment की कभी कल्पना भी नहीं की थी। लेकिन Ten Years में कर्नाटक के लाखों परिवारों को Free Treatment की गारंटी मिली है। यहां चिक्काबल्लापुर में भी four lakh से ज्यादा आयुष्मान कार्ड बने हैं। अब मोदी की गारंटी है कि हर परिवार में जो Seventy Years से बड़े सीनियर सिटिजन्स हैं, उनको भी Five Lakh रुपए तक का Free Treatment मिलेगा।

साथियों,

मोदी सरकार की योजनाओं के सबसे बड़े लाभार्थी, SC/ST/OBC परिवार हैं। पहले की सरकारों में SC/ST परिवारों को गंदगी में, झुग्गियों में रहना पड़ता था, बिजली-पानी तक की सुविधाएं तक नहीं मिलती थी। उन्होंने भी सरकारों से सारी उम्मीदें छोड़ दी थीं। आपका ये भरोसा मोदी की गारंटी ने लौटाया है। इसी वजह से पिछले Ten Years में Twenty Five Crore देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं।

साथियों,

पिछले 10 सालों में चिक्काबल्लापुर में 14 thousand और कोलार में 20 thousand, पक्के घर मिल चुके हैं। अब मोदी ने Three Crore और नए घर बनाने की गारंटी दी है। जिनको अभी तक घर नहीं मिला है, उनको भी जरूर मिलेगा। जिनको सबसे अंत में पूछा जाता था, उनको NDA सरकार ने पंक्ति में सबसे आगे कर दिया है। Year 2014 में NDA सरकार बनी तो, देश के पहले नागरिक यानि हमारे राष्ट्रपति एक SC परिवार के बेटे बने। Year 2019 में NDA सरकार बनी तो, देश की पहली नागरिक यानि हमारी राष्ट्रपति एक ट्राइबल परिवार की बेटी बनीं। ये हमारी सरकार ही है जिसने डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर से जुड़े पांच स्थानों को पंच-तीर्थों के रूप में विकसित किया।

साथियों,

सबका साथ, सबका विकास के मंत्र पर चलते हुए NDA सरकार ने SC/ST/OBC युवाओं की शिक्षा पर बल दिया है। इस वजह से, Higher Education में SC विद्यार्थियों का नामांकन Forty-Four परसेंट बढ़ा है। Higher Education में ST विद्यार्थियों का नामांकन Sixty-Five परसेंट बढ़ा है। Higher Education में OBC विद्यार्थियों का नामांकन Forty-Five परसेंट बढ़ा है।

साथियों,

बिना गारंटी के लोन वाली मुद्रा योजना के सबसे अधिक लाभार्थी SC/ST/OBC युवा ही हैं। अब मोदी की गारंटी है कि मुद्रा योजना के तहत Financial Help 10 Lakh से बढ़ाकर Twenty Lakh तक किया जाए।

भाइयों और बहनों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें आई हैं। आप जितनी मेहनत करती हैं, आप जिन चुनौतियों से अपने परिवार को पालती हैं, ये मोदी ने अपने घर में देखा है। आजकल देश-दुनिया के बड़े-बड़े ताकतवर लोग, मोदी को हटाने के लिए एकजुट हो गए हैं। लेकिन ये नारीशक्ति का आशीर्वाद है, मातृशक्ति का आशीर्वाद है, आपका सुरक्षा कवच है कि मोदी हर चुनौती से टकराते हुए चलता जा रहा है।

साथियों,

हर माता-बहन-बेटी की सेवा और सुरक्षा, ये मोदी की प्राथमिकता है। 10 Years में हमने 10 Crore बहनों को सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जोड़ा। One Crore बहनों को लखपति दीदी बनाया। अब मोदी की गारंटी है कि Three करोड़ बहनें लखपति दीदी बनेंगी, जिनकी इनकम साल में एक लाख से अधिक होगी। साथियों, एनडीए सरकार, नमो ड्रोन दीदी योजना से बेटियों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब कोलार और चिक्काबल्लापुर के खेतों में भी हमारी बेटियां ड्रोन से खेती में मदद करेंगी।

भाइयों और बहनों,

ये धरती, मैंगो, मिल्क और सिल्क की धरती है। NDA सरकार गांवों को, किसानों को अधिक से अधिक समर्थ बनाने में जुटी है। अब हमारे पास आदरणीय एच डी देवेगौड़ा जी जैसे, आज देश के वे सीनियरमोस्ट पालिटिशियन हैं, सबसे ज्यादा अनुभवी पोलिटिशियन हैं, उनके व्यक्तित्व का मार्गदर्शन भी हमें मिलेगा। ये NDA सरकार है जिसने पशुपालकों और मछुवारों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिए। ये हमारी सरकार है जिसने पहली बार पशुओं के लिए फ्री वैक्सीनेशन का अभियान चलाया। हम co-operative movement का दायरा हर सेक्टर में बढ़ाने में जुटे हैं। NDA सरकार ने श्री अन्न के रूप में मिलेट्स को भी दुनियाभर के बाज़ारों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। इससे चिक्काबल्लापुर और कोलार के अनेक छोटे किसानों की इनकम बढ़ेगी।

साथियों,

इस क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करने के लिए भी हर प्रयास किए जा रहे हैं। यहां इस क्षेत्र में ही 150 अमृत सरोवर बनाए गए हैं, ताकि पानी की समस्या कम हो। कोलार और चिक्काबल्लापुर में Two lakh Seventy thousand परिवारों को नल कनेक्शन दिए गए हैं। साथियों, कांग्रेस किस तरह किसानों को धोखा देती है, इसका बहुत बड़ा उदाहरण कर्नाटक है। हमने छोटे किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम बनाई। यहां जब बीजेपी सरकार थी, तो किसानों को Ten Thousand रुपए मिलते थे। Six Thousand Rupees केंद्र सरकार देती थी और Four Thousand Rupees कर्नाटका की बीजेपी सरकार देती थी। लेकिन कांग्रेस सरकार आते ही उसने किसानों को four thousand रुपए देना बंद कर दिया। ऐसी anti-farmer कांग्रेस को आप सज़ा देंगे ये मेरा पूरा विश्वास है।

भाइयों और बहनों,

NDA सरकार, सेरीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए भी लगातार काम कर रही है। हमारी सरकार ने सिल्क समग्र योजना के तहत राज्यों को करीब Thirteen Hundred crore Rupees की मदद दी है। यहां के शिडलाघट्टा सिल्क और रॉ सिल्क से बनी साड़ियों को हमने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट मिशन में शामिल किया है।

साथियों,

नाडप्रभु केम्पेगौड़ा जी के विजन से inspired होकर एनडीए सरकार कर्नाटक में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार कर रही है। पिछले Ten Years में कर्नाटक में नेशनल हाइवे की संख्या Twenty Five से बढ़कर Forty Nine हो गई है। इस Region में Special Economic Zone की स्थापना से रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। साथियों, यहां नंदी हिल्स भी है...ताई भुवनेश्वरी और ताई कोलाराम्मा उनका आशीर्वाद भी है। हमारी सरकार इस क्षेत्र में तीर्थ यात्रा और weekend getaway के रूप में इसे और popular बनाने के लिए भी काम करेगी।

भाइयों और बहनों,

26 अप्रैल को आप सभी को मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना है। इसके लिए विशेष प्रार्थना आपको कर रहा हूं। चिक्कबल्लापुर से डॉ. के सुधाकर और कोलार सीट से मल्लेश बाबू को बड़ी जीत दिलानी है। और आपको घर-घर जाकर ये भी कहना है कि मोदी जी आए थे और आप सभी को नमस्कार कहा है।

भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की... भारत माता की...

बहुत-बहुत धन्यवाद

Explore More
78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ

ಜನಪ್ರಿಯ ಭಾಷಣಗಳು

78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।