ನಮ್ಮ ಬದ್ಧತೆ ಸ್ಪಷ್ಟ: ಭ್ರಷ್ಟ ವ್ಯಕ್ತಿಗಳ ವಿರುದ್ಧ ತನಿಖೆ ನಡೆಸಲಾಗುವುದು: ಆಗ್ರಾ ರ್ಯಾಲಿಯಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮೋದಿ ಬಡವರ ಮೇಲೆತ್ತುವತ್ತ ಗಮನಹರಿಸಿದರೆ, ಎಸ್‌ಪಿ-ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಮೈತ್ರಿಯು ಅಬ್ಬರದ ತುಷ್ಟೀಕರಣದಲ್ಲಿ ತೊಡಗಿದೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ನಾವು ತುಷ್ಟೀಕರಣವನ್ನು ಕೊನೆಗೊಳಿಸುತ್ತಿದ್ದೇವೆ ಮತ್ತು ಸಂತುಷ್ಟಿಕರಣಕ್ಕಾಗಿ ಕೆಲಸ ಮಾಡುತ್ತಿದ್ದೇವೆ: ಯುಪಿಯ ಆಗ್ರಾದಲ್ಲಿ ಚುನಾವಣಾ ರ್ಯಾಲಿಯಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

राधे राधे !

भारत माता की,

भारत माता की,

मैं ब्रज क्षेत्र के सभी देवी-देवताओं को श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं। मैं आज आपके पास विशेष रूप से आया हूं। मैं पहले भी आता रहा हूं। जहां-जहां पहुंच सकता हूं, पहुंचता हूं। लेकिन पहले जब मैं आता था कुछ देने के लिए आता था, कुछ लेकर के आता था। कोई योजना लेकरके आता था, किसी के उद्घाटन के लिए आता था। लेकिन आज मैं देने के लिए नहीं, मांगने के लिए आया हूं। मैं आपसे विकसित भारत के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप मुझे बताइए, अगर भारत विकसित होता है तो आपका भला होगा कि नहीं होगा। भारत विकसित होता है तो आपके परिवार का भला होगा कि नहीं होगा। भारत विकसित होगा तो आपके बच्चों का भला होगा कि नहीं होगा। इसलिए देश भी एकजुट होकर कह रहा है- फिर एक बार...मोदी सरकार !

साथियों,

भारत की बढ़ती हुई शक्ति कुछ ताकतों को पसंद नहीं आ रही है। अब जैसे यहां डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। यहां देश की सेना के लिए, आत्मनिर्भर बनने के लिए, दुनिया में निर्यात के लिए घातक अस्त्र-शस्त्र बनेंगे। लेकिन दुनियाभर में जो हथियारों के दलाल हैं, जो पुरानी सरकारों में घूस देकर अपना काम करा लेने के एक्सपर्ट हो गए थे। और पुरानी सरकारों में बैठे लोगों को भी ये मलाई खाने को मिलती थी, उनको भी मजा आता था। ऐसे सारे लोग, मोदी जब शस्त्रों को यहां बनाने की बात करता है, देश को आत्मनिर्भर बनाने की बाद करता है तो बौखला गए हैं, बहुत नाराज़ हैं। वो नहीं चाहते कि भारत की सेना आत्मनिर्भर बने। इसलिए वो मोदी के विरुद्ध एकजुट हो गए हैं। इन ताकतों को रोकने के लिए, देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए, देश की सुरक्षा के लिए फिर एक बार BJP-NDA सरकार जरूरी है।

भाइयों और बहनों,

मोदी की गारंटी सबका साथ, सबका विकास की है। लेकिन सपा-कांग्रेस के इंडी-गठबंधन के लिए देश से भी पहले उनका वोटबैंक खास है। हमारा 10 साल का ट्रैक रिकॉर्ड हो या फिर भाजपा का संकल्प पत्र, हमारा जोर सैचुरेशन पर है। कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सबको मिले, पूरा लाभ मिले, बिना बिचौलिया, बिना रिश्वत हकदार को मिले। यही भाजपा का सैचुरेशन मॉडल है। क्योंकि जहां सैचुरेशन होता है, वहां सभी हकदार को उसको हक मिलता है। हमारा सेकुलरिज्म भी यही है, सामाजिक न्याय भी यही है। बिना जाति, धर्म के भेदभाव के सबको मिलना चाहिए। सच्चा सामाजिक न्याय भी यही है जब आप बिना भेदभाव, बिना अपने-पराये, बिना रिश्वतखोरी, सबका हक पूरा करते हैं, तो इससे बड़ा सामाजिक न्याय क्या हो सकता है। आपने देखा होगा, फ्री राशन हो, मुफ्त इलाज हो, पक्का घर हो, टॉयलेट बनाना हो, गैस कनेक्शन हो, नल से जल हो, ये सारे लाभ हर लाभार्थी को मिले, बिना भेदभाव के मिले, ये मोदी की गारंटी है। अच्छा मेरा एक काम करोगे। सबलोग हाथ ऊपर करके बताओगे तो मैं बताऊंगा। पक्का करोगे, देखिए मैं दिन-रात मेहनत तो करता हूं, और यहां उत्तर प्रदेश में मेरी हर योजना को नीचे ले जाने में योगी जी रात-दिन मेहनत करते हैं। उनकी पूरी सरकार मेहनत करती है। फिर भी जब आप गांव में जाएंगे, इलाके में जाएंगे, सोसाइटी में जाएंगे। हो सकता है दो-चार ऐसे लोग मिल जाएं जिनको अब तक ये योजना नहीं पहुंची है। तो मेरा एक काम करेंगे। जिनको योजना नहीं पहुंची है उनकी सूची बनाना। और उनको कहना मोदी जी आगरा में आए थे, गारंटी दी है, कि जिनका बाकी रह गया है, तीसरे टर्म में उसका भी पूरा हो जाएगा। और आप देखिए, मेरे लिए तो आप सभी मोदी ही हैं। और इसलिए मेरी गारंटी आपके माध्यम से जरूर पहुंचेगी। साथियों, जब हम एक बाद एक गरीब के सशक्तिकरण के हम काम कर रहे हैं। गरीब को गरीबी को परास्त करने के लिए मजबूत कर रहे हैं। ये एक ऐसा मॉडल है जिस मॉडल की आज दुनिया के लोग चर्चा कर रहे हैं, क्योंकि हमने जो रास्ता अपनाया है। हमने जो मॉडल अपनाया है, उससे जो देश में 25 करोड़ देशवासी जो गरीबी की जिंदगी जीते थे, वो गरीबी से बाहर निकले हैं।

साथियों,

हमारे देश में हमने तुष्टिकरण की राजनीति बहुत देखी है। तुष्टिकरण की राजनीति ने देश को टुकड़ों-टुकड़ों में बांट के रख दिया है। तुष्टिकरण की राजनीति ने सच्चे और ईमानदारों के हक को डुबोया है। और इसीलिए अब मोदी तुष्टिकरण को समाप्त करके संतुष्टिकरण की ओर आगे बढ़ रहा है। हमारा रास्ता तुष्टिकरण का नहीं है, हमारा रास्ता संतुष्टिकरण है। सबका साथ सबका विकास ये मंत्र भी उसी का महामार्ग है लेकिन सपा-कांग्रेस का इंडी-गठबंधन घोर तुष्टिकरण में जुटा है। चौबीस के चुनाव में कांग्रेस ने जो मेनिफेस्टो जारी किया है, उस पर शतप्रतिशत, और ये मैंने पहले ही दिन कहा था आज नहीं कह रहा हूं। कांग्रेस के इस बार के मेनिफेस्टो पर शतप्रतिशत मुस्लिम लीग का ठप्पा लगा हुआ है, मुस्लिम लीग की छाप है। कांग्रेस का पूरा मेनिफेस्टो सिर्फ वोटबैंक को मजबूत करने के लिए समर्पित है। हमारा मेनिफेस्टो देश को मजबूत करने के लिए समर्पित है।

साथियों,

आजादी के बाद से ही ये स्पष्ट हो गया था कि भारत में धर्म के आधार पर कभी आरक्षण नहीं दिया जाएगा। ये संविधान सभा में चर्चा करने के बाद तय हुआ है। संविधान सभा में जो चर्चा हुई थी, जिसको बाबा साहेब अंबेडकर ने लिखा था। बाबा साहेब आंबेडकर की इच्छा थी, यही संविधान की मूल भावना है, यही सामाजिक न्याय है कि भारत में धर्म के आधार पर भारत का संविधान आरक्षण की सहमति नहीं देता है। लेकिन कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो आए दिन बाबा साहेब का अपमान करती है, संविधान का अपमान करती है और सामाजिक न्याय की धज्जियां उड़ाती है। इसी कांग्रेस ने कभी कर्नाटका में, कभी आंध्र प्रदेश में, कभी अपने घोषणापत्र में बार-बार धर्म के आधार पर आरक्षण की वकालत की। देश का संविधान, देश की अदालतें, कांग्रेस को ऐसा करने से बार-बार मना कर चुकी है। उनकी हर बात को देश की न्यायपालिका ने ठुकरा दिया है। और इसीलिए अब कांग्रेस ने पिछले दरवाजे से खेल खेलना शुरू किया है। एसी-एसटी-ओबीसी की आंख में धूल झोंककर पाप करने के रास्ते बनाने का काम किया है। अब कांग्रेस ने ठान लिया है कि वो धर्म के आधार पर रिजर्वेशन लाकर रहेगी। और इसके लिए कांग्रेस ने तरीका निकाला है जो ओबीसी का कोटा है, 27 परसेंट का जो ओबीसी का कोटा है, क्योंकि मैं भी उस समाज से आता हूं, इसलिए मुझे उसकी पूरी जानकारी है। ये जो 27 प्रतिशत आरक्षण का कोटा है, उन्होंने तय किया है कि उसमें कुछ चोरी कर लिया जाए। 27 परसेंट में से चोरी कर लिया जाए, छीन लिया जाए। चुपचाप छीन लिया जाए। और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए। का जो आरक्षण का कोटा उसमें से चुपचाप छीन लिया जाए और धर्म के आधार पर आरक्षण दे दिया जाए। क्या आपको ये मंजूर है, ये आप सहन कर सकते हैं, ये आप स्वीकार कर सकते हैं। देखिए कर्नाटका ने क्या किया। कर्नाटका की कांग्रेस की सरकार ने रातों-रात कर्नाटक में जितनी भी मुस्लिम जातियां हैं, छोटी-मोटी, धनी, पढ़ी-लिखी सब, सभी जातियों को रातों-रात कागज पर ठप्पा मारकर उनको ओबीसी बना दिया। और उनको कह दिया ये जो 27 परसेंट है न अब आप उसके मालिक हो, जाओ लूट लो। ओबीसी के हक पर डाका डाला है, ये डाका है कि नहीं है। जरा पूरी ताकत से बताइए भाई, ये डाका है कि नहीं है। जार इधर से माताएं-बहनें बताइए ये डाका है कि नहीं है। कांग्रेस का इरादा, यूपी में भी यही खेल खेलने का है, यही कारनामा दोहराने का है। देश में जहां-जहां मौका मिले, ये पिछले दरवाजे, चोरी-छिपे से, ओबीसी का हक लूट लेना, एसटी का लूट लेना, एससी का का हक ले लेना और उनको दे देना। और इसमें उसे समाजवादी पार्टी का पूरा साथ मिल रहा है।

आप याद कीजिए, 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की केंद्र सरकार ने तब भी ऐसी ही कोशिश की थी। इन्होंने ओबीसी के आरक्षण का एक हिस्सा धर्म के आधार पर माइनॉरिटीज को देने का फैसला किया था। लेकिन तब ये अपने इरादों में सफल नहीं हुए थे। यूपी के लोगों को और विशेषकर OBC समुदाय को कांग्रेस और सपा का ये खतरनाक खेल मेरे ओबीसी भाइयों-बहनों को समझना पड़ेगा। दलितों को, वंचितों को, पिछड़ों को ये सपा-कांग्रेस का खेल समझना होगा। यहां यूपी में हमारे यादव, कुर्मी, मौर्या, कुशवाहा, जाट-गुज्जर, राजभर, तेली, पाल जैसी अनेक OBC जातियां हैं, उनका हक है, भारत के संविधान के अनुसार हक है। तो इनसे छीनकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, अपने चहेते वोटबैंक को देना चाहती हैं। समाजवादी पार्टी, अपने वोटबैंक की खातिर यादवों-पिछड़ों से ही सबसे बड़ा विश्वासघात कर रही है। तुष्टिकरण में डूबी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, दोनों की एक ही प्रकार की सोच है। यहां उत्तर प्रदेश में जो दो लड़कों में दोस्ती है, इसका भी आधार ये तुष्टिकरण की राजनीति है। दोनों मिलकर भाषण में तो OBC-OBC करते हैं और पिछले दरवाजे से OBC का हक छीनकर अपने वोटबैंक को देना चाहते हैं। आप मुझे बताइए...क्या आप कांग्रेस-सपा को ये पाप करने देंगे? ये बेइमानी करने देंगे। आपके अधिकार को लूटने देंगे।

भाइयों और बहनों,

योगी जी के मुख्यमंत्री बनने से पहले यहां इंडी गठबंधन वालों का नारा होता क्या होता था, आप भूल गए होंगे। क्योंकि योगी जी के राज में ऐसा होता नहीं है इसलिए आप भूल गए हो, मैं जरा याद कराना चाहता हूं, उस समय नारा क्या था - जो जमीन सरकारी है, वो जमीन हमारी है। होता था या नहीं? ऐसा नारा लगता था कि नहीं लगता था? लखनऊ में जो बैठी थी न वोट बैंक वाली सरकार उनका आशीर्वाद रहता था। योगी जी की सरकार आई, तो ऐसे लोगों को सही जगह पहुंचाया गया। लेकिन साथियों, अब कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों का नया प्लान सामने आया है। ये नया प्लान है: कांग्रेस की लूट, ज़िंदगी के साथ भी, ज़िंदगी के बाद भी। कांग्रेस के लोग कहते हैं, बार-बार कह रहे हैं, बड़े खुशमिजाज होकर कहते हैं, जैसे उन्होंने बहुत बड़ा तीर मार लिया। वो कहते हैं अब आप सबकी संपत्ति की जांच होगी। कांग्रेस के शहजादे की एक्स-रे मशीन, बहनों-बेटियों की अलमारियों में पहुंचेगी, शहजादे की एक्स-रे मशीन बैंकों के लॉकर पहुंचेगी, सबको खंगालेगी। अरे किसी गरीब मां ने कुछ अपनी बेटी के लिए बचाकर रखकर के ज्वार-बाजरे के डिब्बे में रखा है न तो उनकी एक्सरे वहां भी पहुंचेगी। जिन्होंने मंगलसूत्र दबाकर रखा है तो वहां भी इनकी एक्सरे पहुंचेगी। और थोड़ा बहुत ज़ेवर-गहना रखा होगा उस पर कब्जा करके ये लोग उसे अपने वोटबैंक में बांट देंगे। यहां तक की बहनों के मंगलसूत्र तक को नहीं छोड़ा जाएगा। यही इंडी गठबंधन वालों की नई योजना है। क्या आप इन्हें सफल होने देंगे? माताएं-बहनें आपके पास जो स्त्रीधन है, आपके पास जो मंगलसूत्र है क्या ये आप किसी को लेने देंगी। किसी सरकार को लेने देंगे। देश की कोई माता-बहन लेने देगी। अरे सर कटवा देगी लेकिन वो कभी नहीं देगी। ये इनको मालूम नहीं है।

साथियों,

आपसे आपकी संपत्ति छीनने की इंडी गठबंधन की योजना सिर्फ इतने पर ही नहीं रुकती है। अब कांग्रेस-सपा वाले इंडी गठबंधन का कहना है कि वो आपकी विरासत पर भी लूट करेंगे। आपकी विरासत का मतलब है दादा-दादी ने मेहनत करके बचाके बेटे को दिया है। आपके पिता ने मेहनत करके कुछ बचा करके आपके लिए रखा है, जिस दिन वो नहीं रहेंगे, तो फिर इंडी गठबंधन-कांग्रेस ने ये घोषणा की है कि वो आपके परिवार के लोगों को मिलने से पहले 55 प्रतिशत आधे से ज्यादा सरकार उस पर कब्जा कर लेगी। बाकी बचा वो आपके नसीब में आएगा। बताइए आपके माता-पिता की मेहनत को आप लूटने देंगे क्या? यानि आज जो संपत्ति आप आने वाली पीढ़ियों के लिए जोड़ रहे हैं, आपके बाद उस पर भी ये लोग आधे से ज्यादा टैक्स लगाकर लूटना चाहते हैं। अब मैं समझाता हूं, मान लीजिए, आपने अपने बच्चों के लिए 4 कमरे का घर बनाया है। तो आपके बाद सिर्फ 2 कमरे आपकी संतान को मिलेंगे और बाकी 2 कमरे कांग्रेस-सपा सरकार हड़प लेगी। मान लीजिए, आपके पास 10 बीघा खेत है, तो 5 बीघा ही आपके बच्चों को मिलेगा, बाकि कांग्रेस-सपा सरकार है वो हड़प लेगी। आप अपनी संपत्ति कांग्रेस-सपा के भ्रष्ट पंजे में जाने देंगे? जरा पूरी ताकत से बताइए, मुद्दा बड़ा गंभीर बनता जा रहा है। जाने देंगे? आपको गुस्सा आ रहा है कि नहीं आ रहा है?

साथियों,

SC/ST/OBC के हक पर डाका डालने और बहनों के मंगलसूत्र पर नज़र डालने से पहले जरा इंडी-गठबंधन वालों ये दीवार पर लिखा हुआ पढ़ लो और कान खोलकर सुन लो जब तक मोदी जिंदा है, ऐसा कोई भी पाप करने से पहले आपको मोदी से निपटना पड़ेगा। हमारा संकल्प है, जो भ्रष्टाचारी हैं, उनकी जांच होगी, जिन्होंने गरीबों को लूटा है, वो लूट का पैसा, गरीबों को वापस मिलेगा। ये जो भ्रष्टाचारी हैं, इनके पास से जो लूट का पैसा निकल रहा है, जो बंगले-गाड़ियां जब्त हो रही हैं, ये जनता को कैसे लौटाया जाए, इस पर मोदी तेजी से काम कर रहा है, रास्ता खोज रहा है। ये माताओं-बहनों की बचत पर नज़र गड़ाए हुए हैं, लेकिन मोदी माताओं-बहनों को संपत्ति में हकदार बनाने में मैं आपका चौकीदार बनकर खड़ा हूं। बीते 10 वर्षों में मोदी ने 4 करोड़ पक्के घर बनाए हैं। इनमें से 3 करोड़ से अधिक पक्के घर माताओं-बहनों के नाम किए गए हैं। ये मेरी माताओं-बहनों की ताकत है। मोदी ने बहनों के जनधन बैंक खाते खुलवाए, ताकि सरकारी लाभ का सीधा पैसा, घर की माता-बहन के खाते में जाए। और अब मोदी की गारंटी है कि 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाया जाएगा। आज देश का युवा आशावान है, आत्मविश्वास से भरा है, सामर्म्थ्यवान हैं, कर्तव्यवान हैं। और मुझे मेरे देश के युवाओं पर नाज है। मैं दुनिया में जाता हूं न तो मुझे लोग पूछते हैं, मोदी जी इतने बड़े-बड़े काम, इतने बड़े-बड़े सपने...मैंने कहा ये सपनों की ताकत मुझे मेरे देश के नौजवानों से मिलती है, उनके सामर्थ्य से मिलती है। आज देश में नए नए अवसर बन रहे हैं, नए-नए सेक्टर खुल रहे हैं। युवाओं की हर आकांक्षा का ध्यान हमारी सरकार रख रही है। युवाओं की सहायता के लिए मुद्रा लोन है, स्किल इंडिया मिशन है, स्टैंड अप इंडिया मिशन है। हमने नौकरियों में गैर-जरूरी इंटरव्यू खत्म किए, हमने स्थानीय भाषाओं में परीक्षा का प्रावधान किया, हमने सरकारी व्यवस्थाओं को फेसलेस बनाया।

साथियों,

दूसरी तरफ कांग्रेस है जिसने आजादी के बाद से ही भाई भतीजावाद को बढ़ाया, युवाओं की क्षमताओं को बर्बाद किया। अभी इसका ताजा प्रमाण मिला है। आप जरा सुनिए और लोगों को बताइए, शायद आपने अखबारों में भी पढ़ा होगा। ताजा प्रमाण मिला है, हमारे पड़ोस के राजस्थान में वहां कांग्रेस की सरकार थी। कांग्रेस के अपने लोगों ने कांग्रेस के मुख्यमंत्री के करीबी ने कल एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है और सार्वजनिक रूप से किया है। और अभी तक कांग्रेस के मुंह पर ताले लगे हुए हैं। वो कह रहे हैं कि पेपरलीक, यानि नौजवानों के भविष्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़, वो कहते हैं कि राजस्थान में जो पेपरलीक हुआ, उसमें कांग्रेस की गहलोत सरकार खुद शामिल थी। और कोई और नहीं कह रहा है, कांग्रेस के मुख्यमंत्री के कार्यालय में काम करने वाले सज्जन थे, वो कह रहे हैं। आप बताइए नौजवानों इससे बड़ा पाप, इससे बड़ा धोखा मेरे देश के युवाओं के साथ नहीं हो सकता है। यानि राजस्थान में अब कांग्रेस का ही पेपरलीक हो गया है। यही कांग्रेस की सच्चाई है। इसलिए देश के युवाओं को, हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कांग्रेस से बहुत सतर्क रहना है।

भाइयों और बहनों,

भाजपा सरकार की पहचान ही, अच्छी सड़कें, आधुनिक रेल लाइन, मेट्रो सुविधाओं से है। कोविड में वैक्सीन की व्यवस्था, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 70 साल से ऊपर के लोगों के लिए आयुष्मान कार्ड, हम आगरा, फतेहपुर-सीकरी सहित, इस पूरे क्षेत्र को पूरी दुनिया के निवेशकों और पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाने में जुटे हैं। आप याद रखिएगा, ये अयोध्या में प्रभु राम मंदिर के दर्शन के लिए लोग आ रहे हैं न, लाखों लोग आ रहे हैं। काशी में जो कॉरिडोर बना है, लाखों लोग आ रहे हैं, आप मान के चलिए, वो निकलते हैं अयोध्या के लिए, वे निकलते हैं काशी के लिए लेकिन वो जरूर आगरा आकर जाते हैं। इसलिए यहां का टूरिज्म तो बढ़ने ही वाला है। आपके तो एक हाथ में दो-दो लड्डू है। आप याद रखिएगा आपका वोट एसपी सिंह बघेल जी और राजकुमार चाहर जी को तो मिलेगा ही, लेकिन जब आप वोट उनको देंगे न, तो उनको तो मिलेगा ही, लेकिन ये वोट मोदी को भी मिलेगा। तो आप मोदी को वोट देंगे, पक्का देंगे। इसलिए 7 मई को कुछ समय अपने इस सेवक के लिए ज़रूर निकालना है। कितनी ही गर्मी क्यों न हो, कितनी ही शादियां क्यों न हो, कितने ही निजी काम क्यों न हो, लेकिन जब मैं इतनी मेहनत करता हूं, दिन-रात मेहनत करता हूं, तो मतदान के दिन मेरा आपसे कुछ समय मांगने का हक बनता है कि नहीं बनता है। मैं इतना तो मांग सकता हूं कि नहीं मांग सकता हूं। मैं देशवासियों से इतना तो मांग सकता हूं न कि आप देश के लिए एक-दो घंटे निकालिए। गर्मी हो तो भी निकलिए, मतदान कीजिए। मतदान कराएंगे। अच्छा मेरा एक और काम करेंगे। घर-घर जाएंगे। घर-घर जाकर के कहना मोदी जी आए थे, आप सबको राधे-राधे कहा है। पहुंचा देंगे राम-राम मेरा। मेरा राम-राम पहुंचा देंगे।
बोलिए...

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !

बहुत-बहुत धन्यवाद।

Explore More
78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ

ಜನಪ್ರಿಯ ಭಾಷಣಗಳು

78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ
PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII

Media Coverage

PLI, Make in India schemes attracting foreign investors to India: CII
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।