ಯಾವುದೇ ಮಿಷನ್‌ನ ಚೈತನ್ಯವು 'ಯುವಕರ ಚೈತನ್ಯವನ್ನು ಅವಲಂಬಿಸಿರುತ್ತದೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಭಾರತವು 'ದುರ್ಬಲವಾದ ಐದು' ನಿಂದ 'ವಿಶ್ವದ ಐದನೇ ಅತಿದೊಡ್ಡ ಆರ್ಥಿಕತೆಯಾಗಿ ಪರಿವರ್ತನೆಗೊಂಡಿದೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಬಿಜೆಪಿ ಮತ್ತು ಈ ದೇಶದ ಯುವಕರು ಒಂದೇ ತರಂಗಾಂತರವನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದಾರೆ. ನಾವು ಸುಧಾರಣೆಗಳನ್ನು ತರುತ್ತೇವೆ ಮತ್ತು ಯುವಕರು ಯಶಸ್ವಿ ಯುವಕರ ನೇತೃತ್ವದ ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಮತ್ತು ಬದಲಾವಣೆಯನ್ನು ಸಕ್ರಿಯಗೊಳಿಸುವ ಫಲಿತಾಂಶಗಳನ್ನು ತರುತ್ತಾರೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ನಾವು ಬಾಹ್ಯಾಕಾಶ, ರಕ್ಷಣೆ ಮತ್ತು ಪಿಎಲ್‌ಐ ಕ್ಷೇತ್ರಗಳಲ್ಲಿ ಸುಧಾರಣೆಗಳನ್ನು ತಂದಿದ್ದೇವೆ - ಭಾರತವನ್ನು ಆತ್ಮನಿರ್ಭರ್ ನಮ್ಮ ಯುವಕರಿಗೆ ಅವಕಾಶಗಳನ್ನು ಉತ್ತೇಜಿಸುತ್ತದೆ - ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ನಮ್ಮ ಧ್ಯೇಯವೆಂದರೆ ನಮ್ಮ ದೇಶದ ಯುವಕರ ಸಾಮರ್ಥ್ಯವನ್ನು ಅನ್ಲಾಕ್ ಮಾಡುವುದು. - ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

भारत माता की, भारत माता की
प्रिय मलयाली युवा सुहुरुतुक्-कले, नमस्कारम्
Vibrant Youth for Modifying Kerala- के इस Vibrant आयोजन में मेरे सभी युवा दोस्तों का बहुत-बहुत अभिनंदन। कोई मिशन Vibrant तब बनता है, जब उसके पीछे Vibrant Youth की Energy लगती है। और, बात जब केरला की होती है, तो ये इतना भव्य और सुंदर है कि यहां आकर ऊर्जा और बढ़ जाती है।

ये खुशी की बात है कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। और अभी ये जो कार्यक्रम हो रहा है सेक्रेड हार्ट कॉलेज में, वो भी अपना अमृत महोत्सव मना रहे हैं, और दोनों का इस प्रकार का मिलन अपने-आप में बहुत ही शुभ संकेत है।

साथियों,
आज जब हमारा देश अमृतकाल की यात्रा शुरू कर रहा है, युवम के जरिए केरला के युवाओं का ये संकल्प बहुत अहम है। मैं आप सभी को इस भव्य आयोजन के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं। प्रदेश की टीम को भी बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,
अभी कुछ सप्ताह पहले ही मैं, केरला के एक 99 ईयर के युवा से मिला था। 99 ईयर के वो युवा हैं, प्रसिद्ध गांधीवादी श्री वी.पी. अप्पू-कुट्टन पोडुवाल। इन्हें भाजपा सरकार ने पद्म सम्मान देकर अपना गौरव बढ़ाया है। इसी तरह कलरीपयट्टू गुरू श्री S.R.D. Prasad हों, इतिहासकार श्री सी. आई. आईसेक हों या फिर पारंपरिक खेती को बढ़ावा देने वाले किसान श्री चेरूवायल रामन जी, केरला की हर प्रतिभा से हमें सीखने को मिलता है। प्रसिद्ध वैज्ञानिक नंबी नारायण जी से भी कितने ही युवा प्रेरित होते हैं। हमें याद रखना है, जब भारत की परम्पराओं और ज्ञान के पुनरोदय की जरूरत पड़ी, तो केरला से ही आदि शंकराचार्य निकले। जब विकृतियों और रूढ़ियों के खिलाफ समाज को जागरूक करने की जरूरत हुई, तो भी केरला से नारायण गुरु जैसे सुधारक आए। स्वतंत्रता के आंदोलन में अकम्मा चेरियन, के कुमार, कोयापल्ली केलप्पन, एन के दामोदरन नायर, स्वदेशी पद्मनाभ आयंगर जैसे अनगिनत सेनानियों ने मां भारती के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। मुझे खुशी है कि, उस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आज केरला का युवा एक बार फिर अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए तत्पर है।

आज हर कोई ये कह रहा है कि 21वीं सदी भारत की सदी है। भारत वो देश है जिसके पास युवाशक्ति का भरपूर भंडार है। पहले सोच थी कि इस देश में कुछ बदलेगा ही नहीं, लेकिन अब सोच ये है कि हमारा ये देश अब पूरी दुनिया को बदल सकता है। आज का भारत स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया की बात करता है। आज का भारत आत्मनिर्भर भारत और डिजिटल इंडिया की बात करता है। एक समय था जब भारत की गिनती Fragile Five में होती थी, लेकिन अब हमें Fastest Growing Economy कहा जा रहा है। ये आप सभी युवाओं ने ही करके दिखाया है और इसलिए मेरा सबसे ज्यादा भरोसा युवाओं पर है, आप सभी नौजवानों पर है। मुझे खुशी है कि आज जब देश नए भारत का संकल्प लेकर कदम बढ़ा रहा है, आज जब भारत बड़ी वैश्विक जिम्मेदारियां निभा रहा है, तब देश और केरल का युवा भारत की इस विकासयात्रा को अपना नेतृत्व देने के लिए आगे आया है।

साथियों,
जी-20 के प्रेसिडेंट के तौर पर आज भारत में लगातार इससे जुड़ी बैठकें हो रही हैं। यहां केरला में भी जी-20 की जो बैठकें हुईं, उसे आप सभी के सहयोग ने और ज्यादा सफल बना दिया। मुझे खुशी है कि केरल के युवाओं ने इन बैठकों के आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कुमाराकोम में शेरपा की बैठक हो, तिरुवनंतपुरम में हेल्थ वर्किंग ग्रुप की बैठक हो, वर्किंग ग्रुप्स की अन्य बैठकें हों, केरला के लोगों के प्रोफेशनलिज्म ने इनमें बहुत मदद की। और वैसे भी केरला के लोगों ने, उनका वैश्विक गतिविधियों के प्रति जो रुझान है, वो अद्भुत है। केरला में जी-20 की होने वाली बैठकों के लिए मैं केरला के युवाओं को, उनका मैं हृदय से अग्रिम आभार व्यक्त करता हूं। क्योंकि आपके सहयोग के कारण दुनिया में भारत की छवि बनने में बहुत बड़ी मदद मिली है। आज BJP और देश का Youth एक ही Wavelength और Vision को शेयर करते हैं। हम Reforms लाते हैं, और मेरे युवा Results लाकर के देते हैं। ये सरकार और युवा के बीच एक घनिष्ठ Partnership है। भाजपा ने इस दौर को Youth-led Development का युग बना दिया है।

साथियों,
पहले की सरकारों ने जहां हर सेक्टर में घोटाले किए, वहीं भाजपा की सरकार, हर सेक्टर में युवाओं के लिए नए अवसर बना रही है। भाजपा की सरकार ने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाकर युवाओं को नए अवसर दिए हैं। भाजपा की सरकार ने वोकल फॉर लोकल के मंत्र से स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दिया है। भाजपा की सरकार ने स्पेस सेक्टर खोलकर युवाओं के लिए नए अवसर बनाए हैं। भाजपा की सरकार ने डिफेंस सेक्टर को खोलकर, देश के युवाओं को नए मौके दिए। भाजपा की सरकार ने PLI स्कीम के माध्यम से देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाई है। भाजपा की सरकार ने अपनी नीतियों से एक्सपोर्ट बढ़ाया है। आज देश में, केरला में जो highways, i-ways, railways, waterways और airways बन रहे हैं, उससे भी रोजगार के लाखों मौके बन रहे हैं। केरला के युवा जानते हैं कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का, किसी भी राज्य के विकास में कितना बड़ा योगदान होता है। केरला में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधरेगा तो यहां रोजगार के नए मौके बनेंगे, यहां नई इंडस्ट्री आएगी, यहां टूरिज्म बढ़ेगा। कन्नूर-कोच्चि में एयरपोर्ट हो या फिर थिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट का विकास, ये सभी इसी सोच के साथ किया जा रहा है। कोच्चि मेट्रो पर भी केंद्र सरकार, बहुत तेजी से काम करवा रही है। कल से केरला में पहली वंदेभारत ट्रेन भी चलने जा रही है।

साथियों,
केरल की अर्थव्यवस्था में Blue Economy, फिशरीज का बहुत बड़ा योगदान है। फिशरीज सेक्टर से जुड़े हमारे भाई-बहनों की Ease of Living भी हमारी सरकार की प्राथमिकता है। फिशरीज सेक्टर के मॉर्डनाइजेशन पर हमारी सरकार बहुत ध्यान दे रही है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के माध्यम से केरला में भी करीब-करीब 800 करोड़ रुपए की मदद स्वीकृत की गई है। नए फिशिंग हार्बर बनाना हो, पोस्ट-हार्वेस्ट इंफ्रास्ट्रक्चर हो, गरीब मछुवारों को आर्थिक मदद हो, भाजपा की केंद्र सरकार हर संभव काम कर रही है। ये हमारी ही सरकार है जिसने केंद्र में फिशरीज के लिए अलग मंत्रालय बनाया। ये हमारी ही सरकार है जो किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के लाभार्थियों के दायरे में मछुवारे भाई-बहनों को भी लाई।

साथियों,
केंद्र सरकार, देश के युवाओं की हर जरूरत का ध्यान रखते हुए काम कर रही है। कुछ दिन पहले ही हमारी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है, जिसका लाभ केरला के युवाओं को भी मिलेगा। केंद्र सरकार ने तय किया है कि Central Armed Police Forces में Constable पद के लिए होने वाली परीक्षाएं अब इंग्लिश और हिंदी के साथ, भारत की 13 और भाषाओं में भी होगी। यानि अब मलयालम में भी ये परीक्षा होगी। इसके लिए मैं केरला के युवाओं को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

साथियों,
केंद्र सरकार की योजनाओं से देश में रोजगार और स्वरोजगार के मौके लगातार बढ़ रहे हैं। इसके अलावा हमारी सरकार, युवाओं को परमानेंट सरकारी नौकरी देने के लिए रोजगार मेलों का आयोजन भी कर रही है। जहां-जहां भाजपा की राज्य सरकारें हैं, वहां भी नौजवानों को सरकारी नौकरी देने का अभियान तेज गति से चल रहा है। लेकिन केरला में जो सरकार है, उसका फोकस युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार पर नहीं है। मुझे बताया गया है, केरला में ना रोजगार मेलों का आयोजन होता है और ना ही सरकारी भर्तियों पर उतना ध्यान दिया जा रहा है। केरला के युवा, राज्य सरकार के इस रवैये को कभी भूल नहीं सकते।

साथियों,
भारत के True Potential को Unlock करने के लिए ये जरूरी है कि हम हर नए क्षेत्र में Lead लें। ईश्वर ने केरला को अद्भुत प्राकृतिक सौन्दर्य दिया है, अद्भुत विरासत दी है, अद्भुत कला और संस्कृति दी है। केरला वैश्विक स्तर पर भारत के आकर्षण का, पर्यटन की अपार संभावनाओं का सबसे प्रमुख चेहरा बन सकता है। मैं चाहूंगा कि युवम पूरी दुनिया के युवाओं को केरला की इस तस्वीर से परिचित कराने का एक मंच बने, इन संभावनाओं को साकार करने का मंच बने।

साथियों,
ट्रेडिशनल मेडिसीन केरला की बहुत बड़ी ताकत है, बहुत बड़ी विरासत है। इस क्षेत्र में केरला के लोगों का हजारों वर्ष पुराना ज्ञान पूरे विश्व की मदद कर सकता है। मुझे याद है, अपने मन की बात कार्यक्रम में मैंने केन्या के पूर्व पीएम का जिक्र किया था। उनकी बेटी की आंख, केरला में हुए उपचार से ही ठीक हुई थी। पारंपरिक और प्राकृतिक चिकित्सा में केरल के सामर्थ्य को हमें लगातार बढ़ाना है। साथियों, वैसे मन की बात में, मैं जब भी केरला के लोगों की बात करता हूं, तो मुझे बहुत खुशी मिलती है। आपको बहुत सारे लेटर्स मुझे मन की बात के लिए हमेशा मिलते हैं। इस कार्यक्रम के अब सौ एपिसोड पूरे होने जा रहे हैं। सेंचुरी हो रही है। इस रविवार को मैं आपसे मन की बात के जरिए, फिर से मिलने वाला भी हूं।

साथियों,
जब देश तेजी से बढ़ता है, तो केरला जैसे प्रतिभाशाली राज्य की भागीदारी उसमें बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है। लेकिन सच्चाई ये भी है, कि बीते वर्षों में केरला के युवाओं को नए अवसर देने के वो प्रयास नहीं हुए जो होने चाहिए थे। दो तरह की Ideology के संघर्ष में केरल का बहुत नुकसान हो रहा है। यहां एक Ideology है जो अपनी पार्टी को केरला के हित से भी ऊपर समझती है। वहीं दूसरी एक और Ideology, एक परिवार को हर चीज से ऊपर रखती है। ये दोनों मिलकर हिंसा को बढ़ावा देते हैं, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं। केरला के युवाओं को, इन दोनों ही Ideology को परास्त करने के लिए मेहनत करनी है।

साथियों,
एक तरफ भाजपा की सरकार, हम सभी लोग देश का एक्सपोर्ट बढ़ाने के लिए, हमारे केरल से ट्रेडिशनल दवाइयां, मेडिसीन दुनिया में जाएं, उसके के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं तो वहीं यहां केरला में दूसरा ही खेल कुछ लोग चला रहे हैं। यहां पर दिन-रात कुछ लोग Gold की स्मगलिंग के लिए मेहनत करते रहते हैं। केरला के नौजवानों से कोई सच्चाई छिपी नहीं है। वो जानते हैं कि सत्ता में बैठ कुछ लोग, कैसे यहां के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

साथियों,
केरला के युवाओं के Apsirations और बेचैनी को केंद्र की भाजपा सरकार भली-भांति समझती है। बीते 9 वर्षों में देश ने पूरा प्रयास किया है कि केंद्र से जो योजनाएं शुरू हो रहीं हैं, उनका लाभ केरला के लोगों को मिले। कोरोना के समय केरला ने इतनी कठिनाइयों का सामना किया। हमने गरीबों को मुफ्त राशन दिया, मुफ्त वैक्सीन दी। आज केंद्र सरकार की योजनाओं की वजह से यहां लोगों को मुफ्त इलाज मिल रहा है, अपना घर मिल रहा है, मुद्रा योजना के जरिए आसान लोन मिल रहा है। देश के इन प्रयासों का मकसद है कि गरीब अपने पैरों पर खड़ा हो सके, और हर वर्ग का युवा आत्मनिर्भर बन सके। BJP चाहती है, केरल का युवा डिजिटल इंडिया और AI Revolution को लीड करे। BJP चाहती है, केरल का युवा साइन्स और इनोवेशन में लीड करे। महान मलयाली संस्कृति को भी दुनिया तक पहुंचाए। BJP चाहती है, केरला का युवा स्पोर्ट्स में भी न्यू इंडिया का प्रतिनिधित्व करे।

साथियों,
आपके पास अगले 25 वर्ष का वो समय है, जिसे नए भारत के निर्माण के समय के रूप में याद किया जाएगा। हमारी कितनी ही पीढ़ियों ने देश के लिए असीम बलिदान दिये, देश के लिए असंख्य सपने देखे। हमें केरला और देश की विरासत के वैभव के लिए काम करना है, हमें एक भारत-श्रेष्ठ भारत के संकल्प के लिए काम करना है। हमें देश के लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम करना है। हमें अपनी परम्पराओं को समृद्ध करने के लिए काम करना है।

साथियों,
हमें इस बात से सावधान भी रहना है कि हम देशवासियों को भाषा, प्रांत, मत-मजहब के नाम पर बांटने की कोशिश भी होगी। लेकिन, हमें बांटने वाली ऐसी ताकतों को नाकाम करके आगे बढ़ना है। और मुझे खुशी है कि आज सेक्रेड हार्ट कॉलेज, उसके प्लेटिनम जुबली ईयर के निमित्त मुझे भी आज यहां एक पौधा, एक वृक्ष लगाने का अवसर मिला है। ये पौधा हमारी दोस्ती का वटवृक्ष बनेगा। हमारे एक-दूसरे को हाथ से हाथ जोड़ने का एक नया अवसर बनेगा। मुझे विश्वास है, युवम अभियान से जुड़े आप सभी युवा इस दिशा में एक बड़ी भूमिका निभाएंगे।

साथियों,
सूडान में गृहयुद्ध के कारण हमारे अनेकों देशवासी फंसे हैं। हमने ऑपरेशन कावेरी, ऑपरेशन कावेरी का अभियान शुरू किया है। और वहां से हमारे लोगों को सुरक्षित लाने का प्रारंभ हो चुका है। और उसकी निगरानी के लिए हमारे केरल की ही संतान और मेरी सरकार के मंत्री मुरलीधरन जी को मैं उसकी निगरानी के लिए वहां भेज रहा हूं ताकि ऑपरेशन कावेरी बहुत तेज गति से हम सफलतापूर्वक पूर्ण करें।

साथियों,
चाहे नार्थ ईस्ट हो चाहे गोवा हो, जिन-जिन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी के काम को देखा है। भारतीय जनता पार्टी सरकार के रवैये को देखा है। वो किसी भी मत का हो, पंथ का हो, संप्रदाय का हो, उसने भारतीय जनता पार्टी को गले लगाया है। और मैं विश्वास से कहता हूं कि जो नार्थ ईस्ट के राज्यों ने करके दिखाया है, जो गोवा लगातार कर रहा है, वो आने वाले दिनों में केरला भी करके रहने वाला है।

साथियों,
आज के ये भव्य विशाल, हजारों लाखों की तादाद में आए हुए, केरल के कोने-कोने से आए हुए ये युवा सागर केरल की धरती पर अब एक शुभ संकेत रूप में आया है। अब केरल का भाग्य आप बदलने वाले हैं और हम आपकी ताकत के साथ जुड़कर के केरल के उज्ज्वल भविष्य के लिए एड़ी-चोटी का जोड़ लगाने के लिए आपको समर्पण का वादा करते हैं।

मेरे युवा साथियों,
आइए हम चल पड़ें, आप नेतृत्व कीजिए, मैं आपके साथ चलने के लिए तैयार हूं। आपका ये उमंग उत्साह देश के युवाओं को भी प्रेरणा देगा। मैं आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं, बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं।

आपके मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट चालू करके मेरे साथ बोलिए।
भारत माता की,
भारत माता की,
भारत माता की,
भारत माता की।
वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे, वंदे।

 

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।