Centre's free ration scheme will be extended by 5 more years: PM Modi in Ratlam

Published By : Admin | November 4, 2023 | 16:12 IST
Centre's free ration scheme, Pradhan Mantri Garib Kalyan Anna Yojana will be extended by 5 more years, says PM Modi in Ratlam
Be it the country or Madhya Pradesh, Congress is only left with false promises. Congress doesn't even know the roadmap for the development of Madhya Pradesh: PM Modi
In Ratlam, PM Modi says the bag of urea, which costs Rs 3,000 in foreign countries, today is available to Indian farmers for less than Rs 300
Congress leaders are filmy, their dialogues are also filmy. When the characters are filmy then the scene will also be filmy: PM Modi takes a dig at Congress leaders in Ratlam

भारत माता की...

भारत माता की...

मैं खाटूश्याम जी को शीश नवाकर प्रणाम करता हूं। श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ तीर्थ को भी मेरा प्रणाम। रतलाम की पहचान, स्वाद के लिए है। रतलाम आए और रतलामी सेव नहीं खाया तो उसे रतलाम आया माना नहीं जाता है। सही बात है ना? यही सच्चाई है ना? जब 3 दिसंबर को भाजपा सरकार की वापसी का जश्न मनेगा, तो लड्डू के साथ रतलामी सेव भी खूब खाया जाएगा।

मेरे परिवारजनों,
MP में भाजपा के समर्थन में चल रही ये आंधी अद्भुत है। जो लोग दिल्ली में बैठकर के गुणा-भाग करते रहते हैं ना आज उनका हिसाब-किताब बदल जाएगा। अब चर्चा ये नहीं होगी कौन जीतेगा? चर्चा ये होगी कि भाजपा दो तिहाई बहुमत लेगा या दो तिहाई बहुमत के कम रहेगा? ये भाजपा ही है जिसने MP को एग्रीकल्चर में इतना आगे बढ़ाया। ये भाजपा ही है जिसने MP को रोड और रेल नेटवर्क में इतना आगे बढ़ाया। ये भाजपा ही जिसने MP में औद्योगिक विकास किया, इसे आधुनिक शिक्षा का हब बनाया। इसलिए MP के लोग भाजपा पर अटूट विश्वास करते हैं। और भाजपा पर मध्य प्रदेश का ये भरोसा तब से है जब देश में भाजपा को बहुत कम लोग जानते थे। आज तो भाजपा, दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल है। आज केंद्र में करीब 10 साल से भाजपा की सरकार है। वो भाजपा सरकार, जिसने भारत को विश्व में 5वें नंबर की आर्थिक शक्ति बना दिया। वो भाजपा सरकार जिसने कोरोना के इतने बड़े महासंकट में देश को पिछड़ने नहीं दिया। वो भाजपा सरकार जिसके कार्यकाल में देश ने चंद्रमा पर अपना झंडा गाड़ा। आज भारत के गौरव को नई बुलंदी मिली है, नई पहचान मिली है। और इसमें मध्य प्रदेश का भी बहुत बड़ा योगदान है। इसलिए, लोग आज कहते हैं कि एमपी के मन में मोदी है और मोदी के मन में एमपी है। इसलिए, एमपी कह रहा है-
एक बार फिर... एक बार फिर... एक बार फिर... भाजपा सरकार !

मेरे परिवारजनों,
देश हो या फिर मध्य प्रदेश, कांग्रेस के पास सिर्फ झूठी घोषणाओं का भोंपू ही बच गया है। मध्य प्रदेश के विकास के लिए ठोस रोडमैप क्या होगा, ये कांग्रेस को पता तक नहीं है। इतनी दूर की कांग्रेस सोच ही नहीं सकती। कांग्रेस के नेता फिल्मी हैं। कांग्रेसियों के डायलॉग फिल्मी हैं। कांग्रेस की घोषणाएं भी फिल्मी हैं। और जब किरदार फिल्मी हैं, तब सीन भी तो फिल्मी ही होगा। यहां कांग्रेस के दो नेताओं के बीच, कपड़े फाड़ने का कंपटीशन चल रहा है। और अभी तो ये फिल्म का ट्रेलर है। ये अपने-अपने चेलों को बताते हैं कि एक बार अगर मौका मिल गया ना तो उसके वे खुद के तो फाड़ेंगे ही आपके भी फाड़ेंगे। 3 दिसंबर को भाजपा की जीत के बाद यहां कांग्रेस की असली पिक्चर दिखेगी, कांग्रेस की असली सिर-फुटव्वल होगी। अभी तो प्रैक्टिस चल रही है।

साथियों,
कांग्रेस की आपसी लड़ाई में हमें एक बात कभी भी भूलनी नहीं है। आप याद रखिए, ये जो आपस में गुथमगुत्था है ना, एक-दूसरे के कपड़े फाड़ रहे हैं ना। जहां भी उनको मौका मिला है ना उन्होंने जनता के ही कपड़े फाड़ दिए हैं और इनको अवसर देना बहुत बड़ा संकट होता है।

मेरे प्यारे परिवारजनों,
आप राजस्थान और छत्तीसगढ़ में देखिए, 5 साल तक इन्होंने इन राज्यों का क्या हाल कर के रखा दिया है। कांग्रेस मतलब राज्य में हजारों करोड़ के घोटाले, कांग्रेस मतलब राज्य में अपराधियों का बोल-बाला, कांग्रेस मतलब राज्य में गरीबों से विश्वासघात, कांग्रेस मतलब राज्य में दलितों-पिछड़ों-अदिवासियों पर अत्याचार, कांग्रेस मतलब राज्य को बीमार बनाने की गारंटी। कांग्रेस को ऐसे ही काम उनके चरित्र में बन गए उनके स्वभाव में बन गए उनके खून का हिस्सा बन गए। जानते हैं कि यहां के कांग्रेस के शीर्ष नेता आपस में क्यों लड़ रहे हैं? ये सीएम की कुर्सी के लिए नहीं लड़ रहे, उन्हें पता है कि MP में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। इसलिए वे सीएम की कुर्सी के लिए नहीं ल़ड़ रहे हैं। ये जो अंदर गुत्थमगुत्थी चल रही है ना कपड़ा फाड़ काम चल रहा है ना, ये दोनों नेता तो अपने-अपने बेटों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, कि आगे किसको मिलेगा। लड़ाई इस बात की है कि किसका बेटा, मध्य प्रदेश कांग्रेस पर कब्ज़ा करेगा। कांग्रेस सिर्फ परिवारवाद का परचम लहरा सकती है। मध्य प्रदेश का परचम लहराना कांग्रेस के बस की बात नहीं है।

साथियों,
भाजपा, आपके परिवार के वर्तमान, आपके बच्चों के भविष्य के लिए काम कर रही है। आपका सपना ही, मध्य प्रदेश के मेरे भाइयों और बहनों, मेरी गारंटी है आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। इसलिए गरीब से गरीब परिवार को समर्थ बनाना भाजपा सरकार का मिशन है। इसलिए भाजपा सरकार, गरीब की हर चिंता का समाधान कर रही है, गरीब की हर छोटी-छोटी जरूरत को पूरा कर रही है। जैसे गरीब का बहुत बड़ा सपना होता है कि उसके पास अपना पक्का घर हो। जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो गरीबों के घर बनाने में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं थी। ये भाजपा सरकार है जिसने पिछले 10 साल में 4 करोड़ से ज्यादा घर गरीबों को बनाकर के दिए हैं। मध्य प्रदेश में भी करीब-करीब 50 लाख गरीबों को पीएम आवास योजना के पक्के घर मिले हैं। यहां रतलाम में भी गरीबों के लिए 90 हजार घर बनाए गए हैं। ये लाखों रुपए के घर हैं और इनमें से अधिकतर घरों की रजिस्ट्री बहनों के नाम पर हुई है। और अब हमारा मध्य प्रदेश तो जब बहन को याद करो तो मामा याद आ ही जाता है। यानि, यहां की हज़ारों महिलाएं, लखपति बनी हैं, उनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति हुई है। हमारे शहरों में रहने वाले मध्यम वर्ग के लोगों का, अपने घर का सपना पूरा हो, इसके लिए भी केंद्र सरकार पूरी गंभीरता से काम कर रही है। जिसकी 18 लाख रुपए की आय है, उसे घर खरीदने पर ब्याज में छूट देने वाली योजना चलाई जा रही है। और इस देश में आजादी के इतने सालों के बाद भी मध्यम वर्ग के लिए शहरी मध्यम वर्ग के लिए किसी सरकार ने योजना नहीं बनाई थी। ये मोदी पहला प्रधानमंत्री है जिसने इसकी चिंता की। इस योजना का लाभ लेने वाले मध्यम वर्ग के हर परिवार को लाखों रुपए की मदद हो रही है।

मेरे परिवारजनों,
जब मैं गरीबों की बात करता हूं, तो इसमें भी सबसे बड़ी संख्या, मेरे दलित भाई-बहन, मेरे पिछड़े भाई-बहन और मेरे आदिवासी परिवारों की रही है। ये भाजपा ही है जिसने कोरोना के संकट काल में भी गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना बनाई। एक वक्त के खाने की भूख क्या होती है, ये गरीबी से निकला व्यक्ति ही महसूस कर सकता है। देश की किसी मां को, किसी पिता को, अपने बच्चे को भूखा ना देखना पड़े, आज मोदी इसकी गारंटी बन गया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश में पिछले तीन साल से गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। मुफ्त राशन से जुड़ा एक और निश्चय, और मोदी तो गरीबी से निकला है ना, उसे मालूम है.. मेरा एक और निर्णय है, मेरा एक और निश्चय है। वैसे तो ये योजना एक महीने के बाद उसका समय पूरा हो रहा है। 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना दिसंबर में पूरी हो रही है, लेकिन मोदी का निश्चय है आने वाले पांच साल के लिए इसको बढ़ाया जाएगा। आने वाले पांच साल तक 80 करोड़ मेरे देशवासियों का चूल्हा जलता रहे। ये मोदी की गारंटी है। और अब ये योजना पांच साल के लिए आगे बढ़ेगी। गरीबों को राशन मुफ्त में मिलता रहेगा। उसे जो पैसे बचेंगे वो जीवन के और आवश्यकताओं के लिए मेरा गरीब लगाएगा। देश के हर गरीब को, हर माता-बहन को मोदी जब गारंटी देता है ना तो गारंटी पूरी करने की गारंटी साथ देकर आता है।

साथियों,
भाजपा की डबल इंजन सरकार की हर योजना के मूल में माताएं-बहनें और बेटियां हैं। शौचालय के अभाव में, गैस कनेक्शन के अभाव में, बिजली और पानी के अभाव में, सबसे अधिक परेशानी अगर किसी को होती है तो परिवार में हमारी माताओ, बहनों, और बेटियों को ही होती है। उज्जवला योजना के कारण आदिवासी परिवारों की, दलित-पिछड़े परिवारों की करोड़ों बहनों को धुएं से मुक्ति मिली है। और आपको कुछ ही दिन पहले रक्षाबंधन पर एक और खुशखबरी मैंने भेजी थी, उज्जवला की लाभार्थियों बहनों के लिए गैस सिलेंडर, 500 रुपए सस्ता कर दिया गया है। बहनों को पानी के लिए घर से दूर ना जाना पड़े, इसका बीड़ा भी आपके इस भाई ने ही उठाया है। हर घर जल अभियान, के तहत मध्य प्रदेश के लाखों परिवारों को नल से जल की सुविधा दी जा चुकी है। और वो दिन दूर नहीं, जब एमपी के हर घर में पाइप से पानी की सुविधा होगी।

साथियों,
डबल इंजन सरकार का क्या फायदा होता है, इसका एक और उदाहरण हमारे जनधन खाते हैं। मोदी ने महिलाओं के बैंकों में खाते खुलवाए, हर लाभ, उन बैंक खातों में पहुंचे इसकी व्यवस्था की। यहां मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने उन बैंक खातों के माध्यम से बहनों-बेटियों तक सीधी सहायता पहुंचाई। लाडली बहन योजना और लाडली लक्ष्मी योजना की प्रशंसा आज पूरे देश में हो रही है। गर्भवती माताओं को भी अच्छा पोषक आहार मिले, इसके लिए भी प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना चल रही है। इसके तहत भी मध्य प्रदेश की लाखों बहनों को 1600 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं।

मेरे परिवारजनों,
माताओं-बहनों के सशक्तिकरण की ये सच्ची कोशिश ही भाजपा सरकार की सही पहचान है। इसलिए भाजपा ने महिलाओं को दी गई अपनी एक-एक गारंटी पूरी की है। महिलाओं के लिए विधानसभा और लोकसभा में 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग पर कांग्रेस बरसों तक बैठी रही। हमने नारीशक्ति वंदन अधिनियम लाकर महिलाओं की बरसों पुरानी मांग पूरी की। कांग्रेस तो ऐसी पार्टी है, जो एक परिवार से बाहर देख ही नहीं सकती। इसलिए आदिवासियों के सच्चे सशक्तिकरण के लिए भी उसने कभी काम नहीं किया। आप याद कीजिए, देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति जी का कांग्रेस ने कितना घनघोर विरोध किया था। भाजपा के ही एक पुराने नेता को उनके खिलाफ मैदान में उतारकर, कांग्रेस ने दिखाया कि वो आदिवासी बेटी को रोकने के लिए किस हद तक जा सकती है। इसलिए पूरे देश का आदिवासी समाज, कांग्रेस से बहुत नाराज़ है। कांग्रेस को सजा देने के मूड में है।

मेरे परिवारजनों,
आदिवासी हितों की रक्षा, आदिवासी भाई-बहनों का कल्याण, भाजपा की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। ये भाजपा है, जिसने देश की आजादी में आदिवासी समाज के योगदान को राष्ट्रीय पहचान दी है।
ये भाजपा सरकार ही है जिसने भगवान बिरसा मुंडा के जन्मदिन 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। कुछ दिन पहले ही हमने रानी दुर्गावती की 500वीं जन्म-जयंति को धूमधाम से मनाया है। मुझे जबलपुर में उनके भव्य स्मारक का, गोंड संस्कृति के स्मारक का शिलान्यास करने का अवसर मिला। मैं और शिवराज जी दोनों वहां जाकर के एक बहुत बड़े काम का आरंभ किया। आज भारत के आधुनिकतम रेलवे स्टेशन का नाम, रानी कमलापति के नाम पर है। आज जननायक टंट्याभील के नाम पर मध्य प्रदेश में अनेक संस्थान हैं, अनेक योजनाएँ हैं।

मेरे परिवारजनों,
भाजपा सरकार लोकल उत्पादों को देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए, एक जिला, एक उत्‍पाद के तहत वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत रतलामी सेव को चुना गया है। यहां नमकीन क्‍लस्‍टर भी स्‍थापित किया गया है। जो नए औद्योगिक क्‍लस्‍टर बन रहे हैं, उससे भी छोटे-छोटे उद्योगों को बल मिलेगा। नए टेक्‍सटाइल पार्क से भी अनेक रोजगार बनने वाले हैं। भाजपा के शासन में 21वीं सदी का मध्य प्रदेश अब आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस हो रहा है। रतलाम से भी कभी 8 लेन का एक्सप्रेस वे होकर गुज़रेगा, पुरानी पीढ़ी ने ये सोचा भी नहीं होगा। लेकिन आज ये एक सच्चाई बन चुका है। दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे की वजह से ये क्षेत्र कोटा और सूरत जैसे शहरों से भी कनेक्ट हो गया है। अब यहां उद्योगों के लिए नया गलियारा बनने जा रहा है। नया कॉरिडोर बनने जा रहा है। इससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बनने जा रहे हैं। इससे एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र के रूप में मालवा की, रतलाम की पहचान और सशक्त होगी।

मेरे परिवारजनों,
देश में ऐसा कोई नहीं है जिसे कांग्रेस ने कभी ठगा नहीं है। हर चुनाव में कांग्रेस, कर्जमाफी का झुनझुना लेकर आती रहती है। पिछली बार भी इन्होंने यही किया था। लेकिन कांग्रेस का इतिहास है कि कांग्रेस की कर्जमाफी का फायदा किसानों को नहीं कांग्रेसियों को उनके चेले चपाटों को ही मिलता है। जबकि भाजपा सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है। हम किसानों के हर छोटे-बड़े खर्चों की चिंता कर रहे हैं। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देशभर के किसानों को 2 लाख 60 हज़ार करोड़ रुपए सीधे उनके बैंक खाते में भेजे गए हैं। मध्य प्रदेश में तो डबल इंजन सरकार के कारण, किसानों को डबल फायदा मिल रहा है। आज अनाज हो या फिर दलहन-तिलहन, कांग्रेस राज की तुलना में भाजपा सरकार, कहीं ज्यादा मात्रा में खरीद कर रही है। हाल ही में गेहूं, चना और दूसरी फसलों के MSP में भी बड़ी बढ़ोतरी की गई है। इसका लाभ भी मध्य प्रदेश के किसानों को होगा।
किसानों को महंगा यूरिया, महंगी खाद ना खरीदनी पड़े, इसके लिए भी भाजपा सरकार लगातार काम कर रही है। विदेशों में यूरिया की जो बोरी 3 हज़ार रुपए की है, आज वही बोरी भारत के किसानों को 300 रुपए से भी कम में मिलती है। इस पर भी भाजपा सरकार लाखों करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

मेरे परिवारजनों,
समाज के हर वर्ग, हर क्षेत्र, हर परिवार के हित में जब ऐसे काम होते हैं, तभी भाजपा सरकार पर इतना अधिक भरोसा होता है। यहां रतलाम में जो कुछ मैं देख रहा हूं, वो भाजपा की प्रचंड विजय का उद्घोष है। साथियों मैं अभी छत्तीसगढ़ से आ रहा हूं। मेरा ये शब्द लिख लीजिए... छत्तीसगढ़ में भी भाजपा सरकार बनना तय है। लेकिन भाजपा की ये विजय सिर्फ सीटों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए, बल्कि शत-प्रतिशत बूथों में कमल खिलना चाहिए। आप इतनी बड़ी संख्या में आए। आपके दर्शन का मुझे सौभाग्य मिला। लेकिन मेरा एक काम यहां आए हैं तो करना पड़ेगा। करोगे? जो वहां टेंट के बाहर लोग बहुत खड़े हैं, सुन रहे हैं मेरी बात। जरा हाथ ऊपर करके बताइए मेरा काम करेंगे? मेरा एक काम करेगे आपलोग? ये वाले टेंट वाले भी करेंगे? ये वाले भी करेंगे? पक्का करेंगे? मैं भरोसा करूं? वाह.. तो मेरा ये काम करिए। ये जो मैं कह रहा हूं ना काम वो चुनावी काम नहीं है। करोगे ना? चुनाव के लिए नहीं कह रहा हूं मेरे लिए कह रहा हूं। करोगे पक्का? एक काम करिएगा। यहां से घर-घर जाइए.. और हर घर जाकर के कहिए कि मोदी जी रतलाम आए थे, मोदी जी ने आपको प्रणाम कहा है। इतना कह देंगे? मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे? हर परिवार में जब मेरा प्रणाम पहुंचेगा वो माता वो बुजुर्ग, घरे के परिवार के मुखिया जब मुझे आशीर्वाद देते हैं ना तो काम करने की मेरी ताकत कई गुना बढ़ जाती है। साथियों आप इतनी बड़ी तादाद में आए, ये मोमेंटम बना रहे। मेरे साथ बोलिए भारत माता की...

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।