QuoteToday, I am giving you a guarantee that in the next few years, we will make India, the third largest economy in the world: PM Modi
QuoteWhen I oppose familism and say that it is against democracy and not allowing new talent to emerge, they say 'Modi has no family': PM Modi
QuoteI will tell you what an ideological battle is - they say family first, Modi says nation first, says PM Modi in Sangareddy, Telangana.
QuoteThe more enthusiasm I see for BJP among the people of Telangana, the more my faith is increasing. I consider your affection and your love for the development of Telangana: PM Modi

भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
ना तेलंगाणा कुटुम्ब सभ्युल्लन्दरिकी नमस्कारालु

आज मैं लगातार दूसरे दिन तेलंगाना में हूं। जितना उत्साह मैं तेलंगाना के लोगों में बीजेपी के लिए देख रहा हूं, उतना ही मेरा विश्वास भी बढ़ता जा रहा है। आपके इस स्नेह को मैं, आपके इस प्यार को मैं तेलंगाना के विकास के रूप में दोगुना करके लौटाउंगा। ये आपका प्यार, ये आपका उत्साह, ये आपके आशीर्वाद मैं बेकार नहीं जाने दूंगा। इदि मोदी गैरंटी। मोदि गैरंटी अंटे गैरंटी-गा पूर्ति अय्ये गैरंटी। और साथियों, आप भी जानते हैं कि मोदी जो कहता है, वो करके दिखाता है। मैंने आपसे कहा था कि हम सब मिलकर भारत को पूरे विश्व में एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे। आज आप देख रहे हैं कि कैसे भारत पूरे विश्व में आशा की किरण बनकर नई ऊंचाई छू रहा है। और मैंने देखा है, विदेशों में जो हमारा डायस्पोरा है न इसमें हमारे तेलुगूभाषी बहुत बड़ी मात्रा में हैं। और ये हमारे तेलुगूभाषी आज दुनिया में जब वे कहते हैं न मैं हिंदुस्तान का हूं उनका भी डंका जम जाता है। होता है कि नहीं होता है? आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? आपका माथा ऊंचा होता है कि नहीं होता है?

साथियों,
हमने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के अंत की बात कही थी। आर्टिकल 370 हटाने की बात कही थी। ये वादा भी बीजेपी ने पूरा किया कि नहीं किया, करके दिखाया कि नहीं किया। और ये काम इतना बड़ा हुआ है कि आजकल आर्टिकल 370 फिल्में बन रही हैं, बहुत पॉपुलर हो रही है। पहली बार देश में इतिहास के इन विषयों में इस फिल्म के माध्यम से लोगों में रुचि दिखाई दे रही है। इंटरेस्ट दिखाई दे रहा है। साथियों, हमने कहा था कि हम सब मिलकर अयोध्या के भव्य मंदिर में भगवान राम का स्वागत करेंगे। ये वादा पूरा हुआ। स्वागत किया कि नहीं किया? शान से किया कि नहीं किया? गौरव से किया कि नहीं किया? हिंदुस्तान के हर व्यक्ति ने किया कि नहीं किया? पूरे भारत ने किया कि नहीं किया? दुनियाभर में भारतीयों ने किया कि नहीं किया? मोदी की गारंटी हुई कि नहीं हुई? मोदी ने आपसे कहा था कि भारत आर्थिक तरक्की का नया अध्याय लिखेगा। आज दुनिया की सबसे तेजी से विकास होने वाली विश्व की सबसे तेज बढ़ती इकोनॉमी हमारा हिंदुस्तान है कि नहीं है? अब मैं आपको ये पूछूं क्या मोदी की गारंटी पूरी हुई कि नहीं हुई? मोदी की गारंटी का मतलब पक्का है कि नहीं है? अब मैं आज आपको ये गारंटी दे रहा हूं, लिख लीजिए…आज मैं आपको एक गारंटी दे रहा हूं कि अगले कुछ वर्षों में भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बनाएंगे। और ये वादा भी पूरा होगा, क्योंकि ये मोदी की गारंटी है। और आप सब जानते हैं, पूरा देश जानता है... मोदि गैरंटी अंटे गैरंटी-गा पूर्ति अय्ये गैरंटी।

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साथियों,
आज जब मोदी आपसे और आपके परिवार को दी गई गारंटी को पूरा करने में लगा है तो कांग्रेस और उसके साथी मोदी को, मोदी के परिवार को गाली देने पर उतर आए हैं। ये गाली क्यों दे रहे हैं पता है? ये मोदी उनकी आंखों में चुभता क्यों है, इसका कारण है… मैं इनके सैकड़ों-हजारों करोड़ रुपयों के घोटालों की पोल खोल रहा हूं...मैं इन लोगों के परिवारवाद के खिलाफ आवाज़ उठाता हूं...मैं सही करता हूं कि नहीं करता हूं? (अभी किशन रेड्डी ने सबका बताया, कौन किसका परिवार में क्या कर रहा है) आप जम्मू-कश्मीर से तमिलनाडु तक देखिए…जहां-जहां परिवारवादी पार्टियां राज कर रही हैं वो परिवार तो मजबूत हुआ लेकिन राज्य बर्बाद हुआ है कि नहीं हुआ है? वो परिवार मजबूत हो गए, वो राज्य मजबूत नहीं हुआ। क्या ये परिवारवादी राजनीति चलनी चाहिए? ये परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की विरोधी है कि नहीं है? ये परिवारवादी पार्टियां टैलेंट की विरोधी है कि नहीं है? ये परिवारवादी युवा की विरोधी है कि नहीं है? जब मैं ये कहता हूं तो लोग क्या कहते हैं। जब मैं परिवारवाद का विरोध करता हूं, जब मैं कहता हूं कि परिवारवाद लोकतंत्र के लिए खतरा है, जब मैं कहता हूं कि परिवारवाद नई टैलेंट को उभरने नहीं देता, जब मैं कहता हूं परिवारवाद युवाओं का अवसर रोकता है तो ये लोग जवाब नहीं देते हैं। उल्टा क्या कहते हैं मोदी का कोई परिवार ही नहीं है। क्या परिवार वालों को चोरी करने का लाइसेंस मिल गया है क्या? याने तुम्हारा परिवार है इसलिए चोरी करने की छूट। तुम्हारा परिवार है तो सत्ता पर कब्जा करने की छूट। मैंने तो देखे हैं ऐसे मुख्यमंत्री उनके एक ही परिवार के निकट के कुटुंब के 50-50 लोग उच्च पदों पर उस राज्य में विराजमान हो जाते हैं। क्या ये लोकतंत्र है क्या? और ऊपर से ये लोग क्या कहते हैं मोदी के साथ हमारी विचारधारा की लड़ाई है। अब बताओ भाई वो कहते हैं हम परिवार वाले सब करेंगे और मोदी को परिवार नहीं है। क्या ये विचारधारा की लड़ाई है क्या? और अगर ये विचारधारा की लड़ाई है तो मैं तो बताता हूं विचारधारा की लड़ाई क्या होती है। वो कहते हैं- Family First, मोदी कहता है- Nation First. ये है विचारधारा की लड़ाई। उनके लिए उनका परिवार ही सब कुछ है, मेरे लिए देश का हर परिवार सब कुछ है। इन्होंने अपने परिवार के हितों के लिए देशहित को बलि चढ़ा दिया, मोदी ने देशहित के लिए खुद को खपा दिया है। ये परिवारवादी इतने Insecure हैं, इतने Insecure हैं कि इन्होंने देश के हजारों युवाओं को राजनीति में आगे नहीं बढ़ने दिया। आप देखिए कांग्रेस पार्टी… पहले परिवारवादी नहीं थी लेकिन जब से परिवारवादी बनी है 50 साल से कम आयु वाले किसी को आगे नहीं देते हैं और अगर किसी को बिठाना पड़े तो किसको बिठाएंगे 75 साल वाले को ले आएंगे, 80 साल वाले को ले आएंगे, 85 ईयर वाले को लाकर बिठा देंगे। क्योंकि उनको डर लगता है कि 50-55 वाला आ गया और ओवरटेक कर गया तो परिवार का क्या होगा।

मोदी लगातार देश की राजनीति में ईमानदार युवाओं को आगे ला रहा है। ये परिवारवादियों ने देश को लूटा, अपनी तिजोरियां भरीं। मोदी ने उसको जो तनख्वाह मिलती है न, सरकार से जो पेमेंट मिलता है महीने में, उसमें से भी जब-जब मौका आया कुछ न कुछ लोगों के लिए मैंने खर्च कर दिया है, दान कर दिया है। परिवारवादियों ने सरकारों में रहकर महंगे-महंगे गिफ्ट लिए, सौगातें ली हैं, गिफ्ट के जरिए भी अपने काले धन को सफेद बनाया। लेकिन मोदी ने आज तक जो गिफ्ट मिलती है वो सारी गिफ्ट तोशाखाना में जमा करा देता है। उसकी नीलामी होती है और जो पैसे आते हैं वो पैसे मां गंगा की सेवा में लगा देता है। आपको जानकरके खुशी होगी, आप जो मोदी के परिवारजन हैं न, इस परिवार का सर कभी नहीं दूंगा मैं। आप मेरे परिवारजन हैं आपका माथा कभी नीचे नहीं होने दूंगा। जब मैं गुजरात में था, तो मुझे जो भेंट-सौगात मिलती थी न, उस समय भी मैं उसकी नीलामी करता था और उन पैसों को मैं गरीब की बेटियों की पढ़ाई के लिए लगा देता था। और आपको जानकर आनंद होगा, मेरे तेलंगाना के भाई-बहन, हमारे मीडिया वालों के लिए ये जो मैं बोल रहा हूं ये खबरें नहीं होती है। क्यों ये खबरें छप जाए तो बाकी लोगों को बहुत नीचा दिखाना पड़ेगा। इसलिए ऐसी खबरों को दबा दिया जाता है। आपको जानकर खुशी होगी, गुजरात में और दिल्ली में आकर मुझे जो भी लोग गिफ्ट देते हैं, यहां कोई शॉल पहना देता है, कोई मूर्ति दे देता है, ये जो कुछ भी मुझे मिलता है न उसकी नीलामी की है, सत्कार्य के लिए की है, इसलिए लोगों ने भी बढ़-चढ़कर नीलामी में हिस्सा लिया और ये आपका सेवक क्या करता है…अब तक करीब-करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपया ये लोगों की सेवा में लगा दिए हैं दोस्तों। अगर मैं भी परिवारवादी होता…तो ये सब ले जाता है और कोई पूछता ही नहीं…वो कहते भई मंच पर दिया था वो तो उनका है। मैंने इसको भी आपकी सेवा में अर्पित कर दिया है।

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साथियों,
उन्होंने काला धन ठिकाने लगाने के लिए विदेशी बैंकों में अपने खाते खोले। मोदी है जिसने यहां करोड़ों गरीब भाइयों बहनों के जनधन खाते खुलवाए। ये फर्क है। इन परिवारवादियों ने अपने परिवार के लिए कोठियां बनाईं, अपने परिवार के लिए महल बनाए, शीशमहल बनवाए। मोदी ने आज तक अपने लिए भी एक घर तक नहीं बनाया है। उल्टा मोदी तो देश के गरीबों के पक्के घर बनवा रहा है। अब तक चार करोड़ घर बन चुके हैं। उन्होंने परिवारवादियों ने देश की खदानें बेची, महंगी जमीनें बेची, आकाश बेचा, देश को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ये परिवारवादियों के कारनामे हैं और मोदी, देश बनाने के लिए, आपका भविष्य बनाने के लिए, आपके बच्चों का भविष्य बनाने के लिए जमीन-आकाश-पाताल दिन-रात एक कर रहा है। इसलिए बौखलाए हुए ये लोग मेरा परिवार ना होने की बात उठा रहे हैं। ये भूल रहे हैं कि 140 करोड़ देशवासी…140 करोड़ देशवासी ये मोदी का परिवार है। देश की हर माता-हर बहन मोदी का परिवार है। देश का हर नौजवान, हर बेटा, हर बेटी मोदी का परिवार है।
कांग्रेस और इंडी गठबंधन वालों को अंदाजा भी नहीं है कि करोड़ों लोग, मुझे अपने परिवार का सदस्य ही मानते हैं। और इसीलिए,
आज करोड़ों परिवार एक सुर में कह रहे हैं-
मैं हूं मोदी का परिवार !
मैं हूं मोदी का परिवार !
मैं हूं…मैं हूं…मैं हूं…
तेलंगाना में भी लोग कह रहे हैं…
नेने मोदी कुटुम्बम्!
नेने मोदी कुटुम्बम्!
नेने…नेने…नेने…

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साथियों,
आज देश ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास’ की राह पर चल रहा है। हम हर राज्य का विकास चाहते हैं, ताकि देश का विकास हो। हम पहले के मुकाबले तेलंगाना के विकास के लिए ज्यादा राशि दे रहे हैं। अभी-अभी मैंने तेलंगाना के लोगों के लिए हजारों करोड़ रुपये के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया है। ये सारे प्रोजेक्ट्स तेलंगाना के युवाओं के लिए रोजगार के हजारों अवसर बनाने और उनके सपने पूरा करने का जरिया बनेंगे। तेलंगाना के युवाओं के ये सपने ही, आपके सपने ही, आप सबके सपने ही, आप मेरे परिवारजनों के सपने ही, आपके सपने ही मोदी का संकल्प है।

साथियों,
महिला, दलित और किसानों का हित हमेशा से हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है। स्वच्छ भारत अभियान से लेकर उज्जवला योजना तक, नल से जल से लेकर आय़ुष्मान भारत तक, हमारी हर योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं मेरी माताओं-बहनों को हुआ है। देश में जो 4 करोड़ से अधिक घर गरीबों को दिए गए हैं, उसमें से ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। दलितों और अति पिछड़ों के लिए भी इन दस वर्षों में जितना काम हुआ, उतना 70 वर्षों में नहीं हुआ है। स्कॉलरशिप देकर, कौशल विकास करके, मुद्रा योजना का लाभ देकर, बीजेपी सरकार ने करोड़ों दलित बच्चों का सपना पूरा किया है। और आपको याद होगा…मैंने तेलंगाना में आकर कहा था…और मैं गारंटी वाला व्यक्ति हूं…गारंटी पूरा करना जानता हूं। मैंने कहा था कि मादिगा समुदाय के लोगों का सशक्तिकरण करने के लिए बीजेपी हर संभव मदद करेगी। और तभी हमने इसके लिए एक हाई लेवल पैनल भी बनाया था। इस पैनल ने लगातार मादिगा समुदाय के अनेक लोगों से मुलाकात की है। विचार-विमर्श किया है, उनकी समस्याओं को समझा है, और समाधान निकालने के लिए आगे बढ़े हैं।"

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साथियों,
बीजेपी सरकार ने तेलंगाना के किसानों के लिए भी ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। बीते वर्षों में हमारी सरकार ने डेढ़ लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के धान और कॉटन की खरीद की है। तेलंगाना के 40 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हर वर्ष 6 हजार रुपये की मदद भेजी जा रही है।

साथियों,
मोदी तेलंगाना के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा, ये मैं आपको गारंटी देता हूं। लेकिन, मैं एक बात से आपको आगाह भी करना चाहता हूं। तेलंगाना में BRS सरकार के घोटालों से परेशान होकर तेलंगाना के लोगों ने कांग्रेस को मौका दे दिया। आप जानते ही हैं कि BRS हो या कांग्रेस, दोनों एक जैसी ही पार्टियां हैं। एक ही सिक्के के दो बाजू हैं। बीआरएस-कांग्रेस में गठबंधन है कि नहीं है, वो तो तेलंगाना वाले बताएंगे लेकिन दुनिया को ये पता है कि BRS और कांग्रेस के बीच घोटाला-बंधन बहुत मजबूत है। घोटाला-बंधन है उनका। गठबंधन… यहां की जनता जानती है। घोटाला-बंधन सारी दुनिया जानती है। घोटाला-बंधन यानी- तेलंगाना की लूट में दोनों एक दूसरे को ‘कवर फ़ायर’ देते हैं। आप देखिए, बीआरएस के लोगों ने कालेश्वरम घोटाला करके किसानों से करोड़ों रुपये लूटे। लूटे कि नहीं लूटे? अब कांग्रेस क्या कर रही है? चुप बैठी है। ये लोग बीआरएस के घोटालों की जांच तक नहीं करा रहे! ऊपर से फाइलें खोज-खोज के दबा रहे हैं। क्योंकि इन्हें लगता है कि इनके भी कई लोग बीआरएस के साथ घोटालों में शामिल हैं। इन्हें डर है कि इनकी सरकार में जो खेल चल रहा है, कहीं वो खुलकर सामने न आ जाए। कांग्रेस पार्टी ने तेलंगाना को अपना नया एटीएम बना लिया है। लेकिन, मैं इन्हें कहना चाहता हूं। लेकिन मैं इनको कहना चाहता हूं… एक दूसरे को कवर फ़ायर देकर ये खेल बहुत दिनों तक नहीं चलेगा। क्योंकि, मोदी सरकार में सर्जिकल स्ट्राइक भी होती है और एयर स्ट्राइक भी होती है।लेकिन इसके लिए मुझे आपका भरपूर आशीर्वाद चाहिए। आशीर्वाद मिलेगा न…भरपूर मिलेगा न, जीभर के मिलेगा न, दिल खोलकर मिलेगा न। और इसीलिए तो तेलंगाना हर इंसान कह रहा है, हर मतदाता कह रहा है.. .

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अबकी बार, 400 पार!
अबकी बार, 400 पार!
नालगु वंदलु दाटाली,
बीजेपी-कि वोटु वेय्याली

मुझे विश्वास है कि तेलंगाना विकसित भारत के निर्माण के लिए जीभर के हमें अपना आशीर्वाद देगा। आप इतनी बड़ी संख्या में आए…10-11 बजे इतनी बड़ी रैली करना आसान बात नहीं है। मैं तेलंगाना बीजेपी को भी बधाई देता हूं और तेलंगाना के मेरे भाई बहनों को भी धन्यवाद करता हूं।
आप सभी को मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
दोनों हाथ ऊपर करके मेरे साथ बोलिए…
भारत माता की…भारत माता की…भारत माता की…
वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे… वंदे…

  • Dheeraj Thakur February 23, 2025

    जय श्री राम।
  • Dheeraj Thakur February 23, 2025

    जय श्री राम
  • कृष्ण सिंह राजपुरोहित भाजपा विधान सभा गुड़ामा लानी November 21, 2024

    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
  • Devendra Kunwar October 08, 2024

    BJP
  • दिग्विजय सिंह राना September 19, 2024

    हर हर महादेव
  • Reena chaurasia August 30, 2024

    बीजेपी
  • krishangopal sharma Bjp May 30, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏 जय हरियाणा 🙏 हरियाणा के यशस्वी जनप्रिय मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जिन्दाबाद 🙏🚩
  • krishangopal sharma Bjp May 30, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏 जय हरियाणा 🙏 हरियाणा के यशस्वी जनप्रिय मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जिन्दाबाद 🙏🚩
  • krishangopal sharma Bjp May 30, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏 जय हरियाणा 🙏 हरियाणा के यशस्वी जनप्रिय मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जिन्दाबाद 🙏🚩
  • krishangopal sharma Bjp May 30, 2024

    नमो नमो 🙏 जय भाजपा 🙏 जय हरियाणा 🙏 हरियाणा के यशस्वी जनप्रिय मुख्यमंत्री श्री नायब सैनी जिन्दाबाद 🙏🚩
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Our government is making the vision of women-led development the axis of development: PM Modi in Bhopal, Madhya Pradesh
May 31, 2025
QuotePM inaugurates, lays foundation stone of multiple development projects in Bhopal
QuoteThe name of Lokmata Devi Ahilyabai Holkar fills us with reverence, Words fall short to speak about her great personality: PM
QuoteDevi Ahilyabai was a great guardian of India's heritage: PM
QuoteMata Ahilyabai is a symbol of invaluable contribution of our women power in nation building: PM
QuoteOur government is making the vision of women-led development the axis of development: PM
QuoteThe Namo Drone Didi campaign is encouraging the rural women, increasing their income: PM
QuoteToday, a large number of women scientists are working in all our major space missions: PM
QuoteOperation Sindoor has also become a symbol of the strength of our women power: PM

मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्रीमान मंगुभाई पटेल, हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्रीमान मोहन यादव जी, टेक्नोलॉजी के माध्यम से हमारे साथ जुड़े हुए केंद्रीय मंत्री, इंदौर से तोखन साहू जी, दतिया से राम मोहन नायडू जी, सतना से मुरलीधर मोहोल जी, यहां मंच पर उपस्थित राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा जी, राजेंद्र शुक्ला जी, लोकसभा में मेरे साथी वी डी शर्मा जी, अन्य मंत्रिगण, जनप्रतिनिधिगण और विशाल संख्या में आए हुए मेरे प्यारे भाइयों और बहनों।

सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं।

भाइयों और बहनों,

आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की तीन सौवीं जन्म जयंती है।140 करोड़ भारतीयों के लिए ये अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है। देवी अहिल्याबाई कहती थीं, कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है। आज का कार्यक्रम, उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है। आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है। दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। ये सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के अनेक नए अवसर बनाएंगे। मैं आज इस पवित्र दिवस पर विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।

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साथियों,

लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर, ये नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, कि जब इच्छाशक्ति होती है, दृढ़ प्रतिज्ञा होती है, तो परिस्थितियां कितनी ही विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है। ढाई-तीन सौ साल पहले, जब देश गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे महान कार्य कर जाना, कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें, ये कहना तो आसान है, करना आसान नहीं था।

साथियों,

लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जन सेवा, इसे कभी अलग नहीं माना। कहते हैं, वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलती थीं। उस चुनौतीपूर्ण कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है, कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी। उन्होंने गरीब से गरीब को समर्थ बनाने के लिए काम किया। देवी अहिल्याबाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं। जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों, हमारे तीर्थ स्थलों पर हमले हो रहे थे, तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया, उन्होंने काशी विश्वनाथ सहित पूरे देश में हमारे अनेकों मंदिरों का, हमारे तीर्थों का पुनर्निर्माण किया। औऱ ये मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है। आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो वहां आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहाँ पर मिलेगी।

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साथियों,

माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का एक ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई। रोजगार के लिए, उद्यम बढ़ाने के लिए उन्होंने अनेक योजनाओं को शुरू किया। उन्होंने कृषि और वन-उपज आधारित कुटीर उद्योग और हस्तकला को प्रोत्साहित किया। खेती को बढ़ावा देने के लिए, छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाई, उसे विकसित किया, उस जमाने में आप सोचिए 300 साल पहले। जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कितने ही तालाब बनवाए और आज तो हम लोग भी लगातार कह रहे हैं, catch the rain, बारिश के एक एक बूंद पानी को बचाओ। देवी अहिल्या जी ने ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने कपास और मसालों की खेती को प्रोत्साहित किया। आज ढाई सौ-तीन सौ साल के बाद भी हमें बार बार किसानों को कहना पड़ता है, कि crop diversification बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके या गन्ने की खेती करके अटक नहीं सकते, देश की जरूरतों को, सारी चीजों को हमें diversify करके उत्पादित करना चाहिए। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमन्तु टोलियों के लिए, खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। ये मेरा सौभाग्य है, कि मुझे एक आदिवासी बेटी, आज जो भारत के राष्ट्रपति पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासी भाई-बहनों की सेवा करने का मौका मिला है। देवी अहिल्या ने विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी साड़ी के लिए नए उद्योग लगाए और बहुत कम लोगों को पता होगा, कि देवी अहिल्या जी हूनर की पारखी थी और वो जूनागढ़ से गुजरात में, जूनागढ़ से कुछ परिवारों को माहेश्वर लाईं और उनको साथ जोड़कर के, आज से ढाई सौ-तीन सौ साल पहले ये माहेश्वरी साड़ी का काम आगे बढ़ाया, जो आज भी अनेक परिवारों को वो गहना बन गया है, और जिससे हमारे बुनकरों को बहुत फायदा हुआ।

साथियों,

देवी अहिल्याबाई को कई बड़े सामाजिक सुधारों के लिए भी हमेशा याद रखा जाएगा। आज अगर बेटियों की शादी की उम्र की चर्चा करें, तो हमारे देश में कुछ लोगों को सेक्यूलरिज्म खतरे में दिखता है, उनको लगता है ये हमारे धर्म के खिलाफ है। ये देवी अहिल्या जी देखिए, मातृशक्ति के गौरव के लिए उस जमाने में बेटियों की शादी की उम्र के विषय में सोचती थीं। उनकी खुद की शादी छोटी उम्र में हुई थी, लेकिन उनको सब पता था, बेटियों के विकास के लिए कौन सा रास्ता होना चाहिए। ये देवी अहिल्या जी थीं, उन्होंने महिलाओं का भी संपत्ति में अधिकार हो, जिन स्त्रियों के पति की असमय मृत्यु हो गई हो, वो फिर विवाह कर सकें, उस कालखंड में ये बातें करना भी बहुत मुश्किल होता था। लेकिन देवी अहिल्याबाई ने इन समाज सुधारों को भरपूर समर्थन दिया। उन्होंने मालवा की सेना में महिलाओं की एक विशेष टुकड़ी भी बनाई थी। ये पश्चिम की दुनिया के लोगों को पता नहीं है। हमें कोसते रहते हैं, हमारी माताओं बहनों के अधिकारों के नाम पर हमें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं। ढाई सौ-तीन सौ साल पहले हमारे देश में सेना में महिलाओं का होना, साथियों महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां, ये भी बनाने का काम किया था। यानी माता अहिल्याबाई, राष्ट्र निर्माण में हमारी नारीशक्ति के अमूल्य योगदान का प्रतीक हैं। मैं, समाज में इतना बड़ा परिवर्तन लाने वाली देवी अहिल्या जी को आज श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं, उनके चरणों में प्रणाम करता हूं और मैं उनसे प्रार्थना करता हूं, कि आप जहां भी हों, हम सभी पर अपना आशीर्वाद बरसाए।

साथियों,

देवी अहिल्या का एक प्रेरक कथन है, जो हम कभी भूल नहीं सकते। और उस कथन का अगर मोटे-मोटे शब्दों में मैं कहूं, उसका भाव यही था, कि जो कुछ भी हमें मिला है, वो जनता द्वारा दिया ऋण है, जिसे हमें चुकाना है। आज हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के इन्हीं मूल्यों पर चलते हुए काम कर रही है। नागरिक देवो भव:- ये आज गवर्नेंस का मंत्र है। हमारी सरकार, वीमेन लेड डवलपमेंट के विजन को विकास की धुरी बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में माताएं-बहनें-बेटियां हैं। आप भी जानती हैं, गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाए जा चुके हैं और इनमें से अधिकतर घर हमारी माताओं-बहनों के नाम पर हैं, मालिकाना हक मेरी माताओं-बहनों को दिया है। इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पर पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है। यानी देश की करोड़ों बहनें पहली बार घर की मालकिन बनी हैं।

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साथियों,

आज सरकार, हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं-बहनों को असुविधा न हो, बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें। करोड़ों बहनों के पास पहले, बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं भी नहीं थीं। ये सुविधाएं भी हमारी सरकार ने पहुंचाईं। और ये सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, ये माताओं-बहनों के सम्मान का हमारी तरफ से एक नम्र प्रयास है। इससे गांव की, गरीब परिवारों की माताओं-बहनों के जीवन से अनेक मुश्किलें कम हुईं हैं।

साथियों,

पहले माताएं-बहनें अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं। उनको लगता था, कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा और इसलिए दर्द सहती थीं, लेकिन परिवार में किसी को बताती नहीं थीं। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को भी खत्म किया है। अब वो भी अस्पताल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।

साथियों,

महिलाओं के लिए पढ़ाई और दवाई के साथ ही जो बहुत जरूरी चीज है, वो कमाई भी है। जब महिला की अपनी आय होती है, तो घर में उसका स्वाभिमान और बढ़ जाता है, घर के निर्णयों में उसकी सहभागिता और बढ़ जाती है। बीते 11 वर्षों में हमारी सरकार ने देश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया है। आप कल्पना कर सकते है, 2014 से पहले, आपने मुझे सेवा करने का मौका दिया उसके पहले, 30 करोड़ से ज्यादा बहनें ऐसी थीं, जिनका कोई बैंक खाता तक नहीं था। हमारी सरकार ने इन सभी के बैंक में जनधन खाते खुलवाए, इन्हीं खातों में अब सरकार अलग-अलग योजनाओं का पैसा सीधा उनके खाते में भेज रही है। अब वे गांव हो या शहर अपना कुछ ना कुछ काम कर रही हैं, आर्थिक उपार्जन कर रही हैं, स्वरोजगार कर रही हैं। उन्हें मुद्रा योजना से बिना गारंटी का लोन मिल रहा है। मुद्रा योजना की 75 प्रतिशत से ज्यादा लाभार्थी, ये हमारी माताएं-बहनें-बेटियां हैं।

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साथियों,

आज देश में 10 करोड़ बहनें सेल्फ हेल्प ग्रुप्स से जुड़ी हैं, जो कोई न कोई आर्थिक गतिविधि करती हैं। ये बहनें अपनी कमाई के नए साधन बनाएं, इसके लिए सरकार लाखों रुपयों की मदद कर रही है। हमने ऐसी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। मुझे संतोष है कि अब तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा बहनें, लखपति दीदी बन भी चुकी हैं। अब गांव-गांव में बैंक सखियां लोगों को बैंकिंग से जोड़ रही हैं। सरकार ने बीमा सखियां बनाने का अभियान भी शुरु किया है। हमारी बहनें-बेटियां अब देश को बीमा की सुरक्षा देने में भी बहुत बड़ी भूमिका निभा रही हैं।

साथियों,

एक समय था, जब नई टेक्नोलॉजी आती थी, तो उससे महिलाओं को दूर रखा जाता था। हमारा देश आज उस दौर को भी पीछे छोड़ रहा है। आज सरकार का प्रयास है कि आधुनिक टेक्नॉलॉजी में भी हमारी बहनें, हमारी बेटियां आगे बढ़कर के नेतृत्व दें। अब जैसे आज खेती में ड्रोन क्रांति आ रही है। इसको हमारी गांव की बहनें ही नेतृत्व दे रही हैं। नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बहनों का हौसला बढ़ रहा है, उनकी कमाई बढ़ रही है और गांव में उनकी एक नई पहचान बन रही है।

साथियों,

आज बहुत बड़ी संख्या में हमारी बेटियां वैज्ञानिक बन रही हैं, डॉक्टर-इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। हमारे यहां साइंस और मैथ्स पढ़ने वाली बेटियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज जितने भी हमारे बड़े स्पेस मिशन हैं, उनमें बड़ी संख्या में वैज्ञानिक के नाते हमारी माताएं-बहनें-बेटियां काम कर रही हैं। चंद्रयान थ्री मिशन, पूरा देश गौरव कर रहा है। चंद्रयान थ्री मिशन में तो 100 से अधिक महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर शामिल थीं। ऐसे ही जमाना स्टार्ट अप्स का है, स्टार्ट अप्स के क्षेत्र में भी हमारी बेटियां अदभुत काम कर रही हैं। देश में लगभग पैंतालीस परसेंट स्टार्ट अप्स की, उसमे कम से कम एक डायरेक्टर कोई न कोई हमारी बहन है, कोई न कोई हमारी बेटी है, महिला है। और ये संख्या लगातार बढ़ रही है।

साथियों,

हमारा प्रयास है, कि नीति निर्माण में बेटियों की भागीदारी लगातार बढ़े। बीते एक दशक में इसके लिए एक के बाद एक अनेक कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार में पहली बार पूर्ण कालिक महिला रक्षामंत्री बनीं। पहली बार देश की वित्तमंत्री, एक महिला बनीं। पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। इस बार 75 सांसद महिलाएं हैं। लेकिन हमारा प्रयास है कि ये भागीदारी और बढ़े। नारीशक्ति वंदन अधिनियम के पीछे भी यही भावना है। सालों तक इस कानून को रोका गया, लेकिन हमारी सरकार ने इसे पारित करके दिखाया। अब संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण पक्का हो गया है। कहने का अर्थ ये है कि भाजपा सरकार, बहनों-बेटियों को हर स्तर पर, हर क्षेत्र में सशक्त कर रही है।

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साथियों,

भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। और सिंदूर, ये हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। राम भक्ति में रंगे हनुमान जी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं। और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

साथियों,

पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है। उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। और सबसे बड़ी बात, आतंकवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। ये चुनौती, आतंकवादियों और उनके आकाओं के लिए काल बन गई है काल। ऑपरेशन सिंदूर, आतंकवादियों के खिलाफ भारत के इतिहास का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है। जहां पाकिस्तान की सेना ने सोचा तक नहीं था, वहां आतंकी ठिकानों को हमारी सेनाओं ने मिट्टी में मिला दिया। सैंकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर के मिट्टी में मिला दिया। ऑपरेशन सिंदूर ने डंके की चोट पर कह दिया है, कि आतंकवादियों के जरिए छद्म युद्ध, proxy war नहीं चलेगा। अब घर में घुसकर भी मारेंगे और जो आतंकियों की मदद करेगा, उसको भी इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अब भारत का एक-एक नागरिक कह रहा है, 140 करोड़ देशवासियों की बुलंद आवाज कह रही है- अगर, अगर तुम गोली चलाओगे, तो मानकर चलों गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा।

साथियों,

ऑपरेशन सिंदूर हमारी नारीशक्ति के सामर्थ्य का भी प्रतीक बना है। हम सभी जानते हैं, कि BSF का इस ऑपरेशन में कितना बड़ा रोल रहा है। जम्मू से लेकर पंजाब, राजस्थान और गुजरात की सीमा तक बड़ी संख्या में BSF की हमारी बेटियां मोर्चे पर रही थीं, मोर्चा संभाल रही थीं। उन्होंने सीमापार से होने वाली फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब दिया। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर्स से लेकर दुश्मन की पोस्टों को ध्वस्त करने तक, BSF की वीर बेटियों ने अद्भुत शौर्य दिखाया है।

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साथियों,

आज दुनिया, राष्ट्ररक्षा में भारत की बेटियों का सामर्थ्य देख रही है। इसके लिए भी बीते दशक में सरकार ने अनेक कदम उठाए हैं। स्कूल से लेकर युद्ध के मैदान तक, आज देश अपनी बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व भरोसा कर रहा है। हमारी सेना ने पहली बार सैनिक स्कूलों के दरवाज़े बेटियों के लिए खोले हैं। 2014 से पहले एनसीसी में सिर्फ 25 प्रतिशत कैडेट्स ही बेटियां होती थीं, आज उनकी संख्या 50 प्रतिशत की तरफ आगे बढ़ रही है। कल के दिन देश में एक औऱ नया इतिहास बना है। आज अखबार में देखा होगा आपने, नेशनल डिफेंस एकेडमी यानी NDA से महिला कैडेट्स का पहला बैच पास आउट हुआ है। आज सेना, नौसेना और वायुसेना में बेटियां अग्रिम मोर्चे पर तैनात हो रही हैं। आज फाइटर प्लेन से लेकर INS विक्रांत युद्धपोत तक, वीमेन ऑफीसर्स अपनी जांबाजी दिखा रही हैं।

साथियों,

हमारी नौसेना की वीर बेटियों के साहस का ताज़ा उदाहरण भी देश के सामने है। आपको मैं नाविका सागर परिक्रमा के बारे में बताना चाहता हूं। नेवी की दो वीर बेटियों ने करीब ढाई सौ दिनों की समुद्री यात्रा पूरी की है, धरती का चक्कर लगाया है। हज़ारों किलोमीटर की ये यात्रा, उन्होंने ऐसी नाव से की जो मोटर से नहीं बल्कि हवा से चलती है। सोचिए, ढाई सौ दिन समंदर में, इतने दिनों तक समंदर में रहना, कई कई हफ्ते तक जमीन के दर्शन तक नहीं होना और ऊपर से समंदर का तूफान कितना तेज होता है, हमें पता है, खराब मौसम, भयानक तूफान, उन्होंने हर मुसीबत को हराया है। ये दिखाता है, कि चुनौती कितनी भी बड़ी हो, भारत की बेटियां उस पर विजय पा सकती हैं।

साथियों,

नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन हों या फिर सीमापार का आतंक हो, आज हमारी बेटियां भारत की सुरक्षा की ढाल बन रही हैं। मैं आज देवी अहिल्या की इस पवित्र भूमि से, देश की नारीशक्ति को फिर से सैल्यूट करता हूं

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साथियों,

देवी अहिल्या ने अपने शासनकाल में विकास के कार्यों के साथ साथ विरासत को भी सहेजा। आज का भारत भी विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चल रहा है। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को देश कैसे गति दे रहे है, आज का कार्यक्रम इसका उदाहरण है। आज मध्य प्रदेश को पहली मेट्रो सुविधा मिली है। इंदौर पहले ही स्वच्छता के लिए दुनिया में अपनी पहचान बना चुका है। अब इंदौर की पहचान उसकी मेट्रो से भी होने जा रही है। यहां भोपाल में भी मेट्रो का काम तेज़ी से चल रहा है। मध्य प्रदेश में, रेलवे के क्षेत्र में व्यापक काम हो रहा है। कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार ने रतलाम-नागदा रूट को चार लाइनों में बदलने के लिए स्वीकृति दे दी है। इससे इस क्षेत्र में और ज्यादा ट्रेनें चल पाएंगी, भीड़भाड़ कम होगी। केंद्र सरकार ने इंदौर–मनमाड रेल परियोजना को भी मंजूरी दे दी है।

साथियों,

आज मध्य प्रदेश के दतिया और सतना भी हवाई यात्रा के नेटवर्क से जुड़ गए हैं। इन दोनों हवाई अड्डों से बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में एयर कनेक्टिविटी बेहतर होगी। अब माँ पीतांबरा, मां शारदा देवी और पवित्र चित्रकूट धाम के दर्शन करना और सुलभ हो जाएगा।

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साथियों,

आज भारत, इतिहास के उस मोड़ पर है, जहां हमें अपनी सुरक्षा, अपने सामर्थ्य और अपनी संस्कृति, हर स्तर पर काम करना है। हमें अपना परिश्रम बढ़ाना है। इसमें हमारी मातृशक्ति, हमारी माताओं-बहनों-बेटियों की भूमिका बहुत बड़ी है। हमारे सामने लोकमाता देवी अहिल्याबाई जी की प्रेरणा है। रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, रानी कमलापति, अवंतीबाई लोधी, कित्तूर की रानी चेनम्मा, रानी गाइडिन्ल्यू, वेलु नाचियार, सावित्री बाई फुले, ऐसे हर नाम हमें गौरव से भर देते हैं। लोकमाता अहिल्याबाई की ये तीन सौवीं जन्मजयंती, हमें निरंतर प्रेरित करती रहे, आने वाली सदियों के लिए हम एक सशक्त भारत की नींव मजबूत करें, इसी कामना के साथ आप सभी को फिर से एक बार बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। अपना तिरंगा ऊपर उठाकर के मेरे साथ बालिए –

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

भारत माता की जय!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!

वंदे मातरम!