ಬಾಬಾ ಜುಮ್‌ದೇವ್‌ಜಿ, ಗೊಂಡ ರಾಜಾ ಭಕ್ತ ಬುಲಂದ್ ಶಾ ಮತ್ತು ಬಾಬಾ ಸಾಹೇಬ್ ಅಂಬೇಡ್ಕರ್ ಸೇರಿದಂತೆ ಗೌರವಾನ್ವಿತ ನಾಯಕರಿಗೆ ಗೌರವ ಸಲ್ಲಿಸುವ ಮೂಲಕ ಮಹಾರಾಷ್ಟ್ರದ ರಾಮ್‌ಟೆಕ್‌ನಲ್ಲಿ ರೋಮಾಂಚಕ ಸಭೆಯನ್ನು ಉದ್ದೇಶಿಸಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ ಮಾತನಾಡಿದರು.
ಸಾಮೂಹಿಕ ಬೆಂಬಲ ಮತ್ತು ಒಗ್ಗಟ್ಟಿನ ಸಂಕೇತವಾಗಿ ಮುಂಬರುವ ಲೋಕಸಭೆ ಚುನಾವಣೆ 2024 ರಲ್ಲಿ ಎನ್‌ಡಿಎಗೆ ತಮ್ಮ ಆಶೀರ್ವಾದವನ್ನು ಒಗ್ಗೂಡಿಸಲು ಮತ್ತು ಕಳುಹಿಸಲು ಪಿಎಂ ಮೋದಿ ಪ್ರೇಕ್ಷಕರನ್ನು ಕೋರಿದ್ದಾರೆ
ಅಂಚಿನಲ್ಲಿರುವ ಸಮುದಾಯಗಳನ್ನು ಸಬಲೀಕರಣಗೊಳಿಸಲು, ಸಾಮಾಜಿಕ ನ್ಯಾಯ ಮತ್ತು ಅಂತರ್ಗತ ಅಭಿವೃದ್ಧಿಯನ್ನು ಖಚಿತಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಲು ಎನ್‌ಡಿಎ ಸರ್ಕಾರ ಕೈಗೊಂಡ ಪರಿವರ್ತಕ ಉಪಕ್ರಮಗಳನ್ನು ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ ಎತ್ತಿ ತೋರಿಸಿದ್ದಾರೆ
ಬಡವರಿಗೆ ಸೌಲಭ್ಯಗಳನ್ನು ಒದಗಿಸಲು, ಅವರ ಚಿಂತೆಗಳನ್ನು ಕಡಿಮೆ ಮಾಡಲು ಮೋದಿ ಕೆಲಸ ಮಾಡಿದ್ದಾರೆ: ರಾಮ್‌ಟೆಕ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಅವಕಾಶವಾದಿ ಮೈತ್ರಿಗಳ ವಿಭಜಕ ಅಜೆಂಡಾ ವಿರುದ್ಧ ಎಚ್ಚರಿಕೆ ವಹಿಸುವ ಮೂಲಕ ದೇಶದ ಏಕತೆ ಮತ್ತು ಪ್ರಗತಿಗೆ ಮತ ನೀಡುವಂತೆ ಮಹಾರಾಷ್ಟ್ರದ ಜನತೆಗೆ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ ಮನವಿ ಮಾಡಿದರು.


भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
प्रभु श्रीरामचंद्रांच्या पावन भूमिमध्ये,
अणि श्री रघुजी भोसले महाराज्यांच्या शौर्याचा वारसा लाभलेल्या,
या रामटेकच्या पावन भूमिला माझा साष्टांग नमस्कार!

क्या वो छोटी बालिका राम बनके आई है क्या...इस पावन धरा से मैं महान त्यागी बाबा जुमदेवजी…गोंड राजा बख्त बुलंद शहा…और बाबा साहेब आंबेडकर को भी नमन करता हूं।

यहां बाबा जूमदेव जी ने ‘परमात्मा एक सेवा मंडल’ इसके माध्यम से जो नशामुक्ति का अभियान चलाया है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए वो कम है। मैं इस अभियान में जुड़े सभी लोगों की सराहना करता हूं।

साथियों,
शाम हो रही है, लेकिन आपका उत्साह देखकर लगता है कि अभी दिन शुरू ही हुआ है। ये आपका उत्साह-उमंग एक बार फिर अपनी जरा मोबाइल की फ्लैश लाइट कीजिए। सबसे सब, मैं फिर पूछता हूं आपको लाइट क्यों की। ये आपकी फ्लैश लाइट से आपके आशीर्वाद सीधे-सीधे यहां पहुंच रहे हैं। ये आपकी फ्लैश लाइट 19 तारीख को ज्यादा से ज्यादा मतदान करने का संकल्प है। ये जोश है, जो संदेश दे रहा है- फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। फिर एक बार मोदी सरकार। 4 जून...400 पार। 4 जून...400 पार। 4 जून...400 पार।

भाइयों और बहनों,
19 अप्रैल को आपको सिर्फ एक सांसद नहीं चुनना है। आपको अगले एक हजार साल के भारत की नींव मजबूत करने के लिए मतदान करना है। आपको विकसित भारत के संकल्प के लिए मतदान करना है।

साथियों,
आजकल ये टीवी वाले, मीडिया वाले चुनाव को लेकर लगातार सर्वे दिखा रहे हैं। इस सर्वे में NDA की बंपर जीत दिखाई दे रही है। लेकिन मैं आज मीडिया वालों की मदद करना चाहता हूं। ये सर्वे के पीछे, ये मीडिया वाले इतना खर्चा क्यों करते हो भाई। इनको पैसा बचाने का एक फॉर्मूला आज मैं देना चाहता हूं। जब मोदी को गालियां बढ़ जाएं तो रुझान समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार। जब ये लोग मेरे स्वर्गीय पिताजी या माताजी को गाली देने लगें तो समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार। जब EVM पर सवाल उठने लगें, तो रुझान समझ जाइए- फिर एक बार मोदी सरकार।

साथियों,
आजकल ये इंडी गठबंधन वाले और उनके लोग ये झूठ भी फैला रहे हैं कि मोदी तीसरी बार सरकार में आया तो लोकतंत्र और संविधान खतरे में पड़ जाएगा। अभी नितिन जी ने उसका बड़ा जमकर के जवाब दिया है। मैं जब से राजनीति में आया हूं, ये कोई ऐसा चुनाव नहीं गया है, जिसमें उन्होंने ये घिसी-पिटी कथा न सुनाई हो। अटलजी की सरकार बनी तब भी ऐसे ही गीत गा रहे थे। इसका मतलब इनकी बैंकरप्सी इतनी है कि इनके पास कोई नया आइडिया भी नहीं है। इमरजेंसी के दौरान क्या लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ा था? पूरब से पश्चिम तक, उत्तर से दक्षिण तक, अगर इन लोगों के परिवार का सरकार का, एक प्रकार से कब्जा था, चारों तरफ वो ही नजर आ रहे थे। क्या उस समय लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ता था। एक गरीब का बेटा जैसे ही देश का प्रधानमंत्री बन गया, इन्हें लोकतंत्र और संविधान खतरे में दिखाई देने लगा।

ये इंडी गठबंधन वाले, कभी गरीब को आगे बढ़ते हुए नहीं देख सकते। अभी हमारे शिंदे जी एक कहावत बता रहे थे। मराठी में एक और कहावत है - काठी मारल्याने पाणी दुभंगत नाही. यानि पानी में जितनी लाठी मारी जाए, पानी में कभी भेद नहीं हो सकता है। गरीब के इस बेटे पर ये लोग चाहे जितना हमला करें, मोदी देश की जनता की सेवा के संकल्प से पीछे नहीं हटेगा।

साथियों,
ये इंडी गठबंधन वाले पूरी ताकत से देश के लोगों को बांटने में जुटे हैं। वो जानते हैं कि देश के लोग एकजुट हो गए, तो इंडी गठबंधन वालों की राजनीति खत्म हो जाएगी। इसलिए मैं महाराष्ट्र के लोगों से कहूंगा, देशवासियों से कहूंगा- एकजुट होकर, एकजुट होकर देश के नाम पर वोट दीजिए। ये इंडी गठबंधन वाले ताकतवर हुए तो देश को खंड-खंड कर देंगे। आज भी ये एक समाज को दूसरे समाज से लड़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहे। आज भी ये भारत की संस्कृति को निशाना बनाना उसका कोई मौका नहीं छोड़ते। हमारा ये रामटेक वो स्थान है, जहां खुद प्रभु राम के पैर पड़े हैं। इस बार रामनवमी पर अयोध्या में हमारे रामलला, टैंट में नहीं, भव्य मंदिर में दर्शन देंगे। 500 साल बाद ये पल आ रहा है। रामटेक को, पूरे महाराष्ट्र को, पूरे देश को अद्भुत आनंद हो रहा है। लेकिन हम ये ना भूलें कि जब प्राण प्रतिष्ठा का अवसर आया, तो इन इंडी गठबंधन वालों ने इसका भी बहिष्कार किया था। निमंत्रण को ठुकरा दिया। ये लोग सनातन पर हमले करते हैं। सनातन को खत्म करने की सौगंध लेने वालों के साथ रैलियां करते हैं।

साथियों,
आजकल नवरात्रि का पर्व है। शक्ति की उपासना का पर्व है। ये लोग हिंदू धर्म की शक्ति को भी समाप्त करना चाहते हैं। आप मुझे बताइए, क्या ऐसे इंडी गठबंधन वालों को महाराष्ट्र में एक भी सीट जीतने देंगे? एक भी सीट जीतने देंगे? उनको इनके पापों की सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए। ये चुनाव में वोट देकर के उनको सजा देंगे कि नहीं देंगे। साथियों, भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और एनसीपी ये सब मिलकर के आज आपके पास आए हैँ। आपका एक-एक वोट इनको जिताने के लिए तो है, लेकिन उनको सजा देने के लिए भी है।

साथियों,
आजादी के बाद से ही कांग्रेस ने साजिश के तहत SC-ST-OBC समाज को हर प्रकार से पीछे रखा। कांग्रेस ने बाबासाहेब आंबेडकर की राजनीति को खत्म किया। कांग्रेस ने बाबासाहेब को भारत रत्न से वंचित रखा। जब बीजेपी के समर्थन से केंद्र में सरकार बनी तो बाबासाहेब को भारत रत्न दिया गया। जब 2014 में NDA सरकार बनी, तो एक दलित मां के बेटे, भारत के राष्ट्रपति बने। जब 2019 में फिर NDA सरकार बनी, तो एक आदिवासी मां की बेटी, पहली बार देश की पहली नागरिक राष्ट्रपति बनीं। NDA सरकार में हमने रिकॉर्ड संख्या में ओबीसी समाज से मंत्री बनाए हैं।

साथियों,
ये NDA सरकार है, जिसने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा दिया। ये NDA सरकार है, जिसने मेडिकल की पढ़ाई में ओबीसी के लिए आरक्षण तय किया। ये NDA सरकार थी, जिसने अलग आदिवासी मंत्रालय बनाया। 10 वर्षों में आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ा है। NDA सरकार की नीतियों के कारण ही स्कूल-कॉलेज में SC/ST/OBC युवाओं का नामांकन बहुत अधिक बढ़ा है।

भाइयों और बहनों,
सबका साथ, सबका विकास का हमारा ये मंत्र संविधान की सच्ची भावना है। लेकिन परिवारवादी पार्टियों ने हमेशा संविधान की इस भावना का अपमान किया। सामाजिक न्याय का झूठ बोलकर ये लोग सिर्फ अपने ही परिवार को आगे बढ़ाते रहे। इन लोगों के राज में दशकों तक SC-ST-OBC परिवार, मूल सुविधाओं से ही वंचित थे। गरीब को सुविधाएं देने का काम, उसकी चिंता कम करने का काम ये गरीब मां के बेटे मोदी ने किया है। आज जब मोदी, शत-प्रतिशत लाभार्थियों को, शत-प्रतिशत योजनाओं के लाभ की गारंटी देता है..तो यही सच्चा सामाजिक न्याय है। यही सच्चा सेकुलरिज्म होता है। क्योंकि उसमें भेदभाव की कोई संभावनाएं ही नहीं बचतीं। इसमें जो हकदार है, वो छूट नहीं जाता। शत-प्रतिशत लोगों को उसका हक का जो लाभ है, उसे पहुंचता है। और उसके कारण भ्रष्टाचार की दुकान भी बंद हो जाती है।

गरीब को पक्के घर देने की गारंटी हो, मुफ्त राशन देने की बात हो, मुफ्त इलाज की बात हो, टॉयलेट, बिजली-पानी-गैस कनेक्शन की गारंटी हो, मोदी की इन गारंटियों के बहुत बड़े लाभार्थी SC-ST-OBC परिवार ही हैं। जिन आदिवासी बाहुल्य जिलों को पहले पिछड़ा मानकर छोड़ दिया गया था। 10 वर्षों में वहां विकास की नई आशा जगी है। इसका परिणाम ये है कि 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। इसमें, आकांक्षी जिलों ने, एस्परेशनल डिस्ट्रिक्ट ने, बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इसलिए मैं कहता हूं कि जब नीयत सही, तो नतीजे भी सही।

भाइयों और बहनों,
ये कांग्रेस है, जिसने एक देश, एक संविधान लागू नहीं होने दिया। यहां ये संविधान के नाम पर झूठ फैलाने वाले लोग मैं उनको सवाल पूछता हूं, अगर आपके लिए संविधान की इतनी अहमियत थी तो आपने बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को पूरे हिंदुस्तान में लागू करने की हिम्मत क्यों नहीं दिखाई। 70-75 साल तक बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान पूरे हिंदुस्तान में लागू नहीं हुआ था। कौन जिम्मेवार है? कौन जिम्मेवार है? कौन जिम्मेवार है? ये मोदी है जिसने कश्मीर से कन्याकुमारी तक बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान को लागू करके दिखाया। कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में अलगाव और आतंक को हवा देने वाला आर्टिकल-370 बनाए रखा। जम्मू-कश्मीर का संविधान अलग था। हम सबका संविधान अलग था। 370 की एक दीवार खड़ी कर दी गई थी। और मोदी ने जब कहा 370 हटानी है तो कहते थे, आग लग जाएगी। कहीं आग लगी भई। आग लगी क्या। 370 हटी की नहीं हटी। कश्मीर में संविधान लागू हुआ कि नहीं हुआ। बाबासाहेब आंबेडकर की आत्मा जहां होगी, आज मोदी को और हम सबको आशीर्वाद देती होगी।

लेकिन मोदी ने जब आर्टिकल-370 हटाया तो कांग्रेस के अध्यक्ष क्या कहते हैं, सुना है आपने। कांग्रेस के अध्यक्ष कहते हैं कि ये मोदी जहां जाते हैं वहां 570, 370 बोलते हैं, अरे भई 370 का राजस्थान में क्या लेना-देना। आंध्र में क्या लेना-देना। ये 370 हटाने से देश को क्या फायदा हुआ? क्या ऐसी भाषा कभी हम सुन सकते हैं क्या। ये भी कांग्रेस की दलित, आदिवासी, महिला विरोधी और वोट बैंक की राजनीति का जीता-जागता प्रमाण है। मैं आपको समझाता हूं। आर्टिकल 370 हटने से जम्मू-कश्मीर में इन सभी वर्गों को पहली बार संवैधानिक अधिकार मिला है। वहां मेरे एससी-एसटी भाई-बहनों को आरक्षण नहीं था। वहां पर हमारे वाल्मीकि समाज, हमारे दलित समाज के लोगों को नागरिक के नाते जो हक मिलने चाहिए ना, वो भी प्राप्त नहीं थे। आजादी के इतने सालों बाद भी ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन को जब मैं ये कहता हूं तो चुभने लगता है। आपने हिंदुस्तान के मुकुट को वहां के लोगों को, वहां की महिलाओं को उनके अधिकारों से वंचित रखा था। बाबासाहेब आंबेडकर ने SC-ST-OBC महिला उनको जो अधिकार दिए, वो जम्मू-कश्मीर के लोगों को नहीं थे और आप संविधान के नाम पर देश को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे है।

भाइयों और बहनों,
कांग्रेस, नागरिकता देने वाले कानून, CAA का भी विरोध कर रही है। क्योंकि इसके भी सबसे बड़े लाभार्थी, दलित हैं, बौद्ध अनुयायी हैं। अघाड़ी वाले कितना भी विरोध कर लें, CAA के तहत हर हकदार को नागरिकता मिलकर रहेगी, और ये मोदी की गारंटी है।

भाइयों और बहनों,
ये जो अघाड़ी है, ये जो इंडी-गठबंधन है, ये विरासत और विकास, दोनों के घोर विरोधी हैं। गोसी खुर्द बांध परियोजना को कांग्रेस ने दशकों तक लटकाया। इससे किसानों को कितनी मुश्किलें हुईं। जब आपने NDA की, महायुति की सरकार बनाई, तब इस पर तेज़ी से काम शुरू हुआ। इससे गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर और नागपुर जिलों के लाखों किसानों को लाभ हुआ। यहां पीने के पानी और सिंचाई के पानी के लिए एकनाथ जी, देवेंद्र जी और अजीत जी की टीम शानदार काम कर रही है। रात-दिन काम कर रही है। हर घर नल से जल पहुंचे, मोदी की इस गारंटी को पूरा करने में ये मेरे साथी दिन-रात जुटे हुए हैं।

साथियों,
विकसित भारत के निर्माण में हमारे किसान एक मजबूत स्तंभ हैं। महाराष्ट्र में पीएम स्वनिधि के तहत हजारों करोड़ रुपये किसानों के खाते में पहुंचे हैं। आने वाले 5 सालों में हम दलहन और तिलहन में आत्मनिर्भर होना चाहते हैं। 2014 से पहले कांग्रेस की सरकार ने करीब 600 करोड़ रुपये की दाल MSP पर खरीदी थी। और उस समय कृषि मंत्री कौन थे, वो आपको मालूम है। याद है ना। आजकल वो मुझे गाली देने की कतार में खड़े हो गए। सिर्फ 600 करोड़ की दाल। हमने 10 सालों में करीब सवा लाख करोड़ रुपये दलहन और तिलहन किसानों को MSP के रूप में दिए हैं। फर्क साफ दिखता है।

भाइयों और बहनों,
नागपुर और विदर्भ का पूरा क्षेत्र आज आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो रहा है। आज नागपुर में IIM, ट्रिपल आईआईटी, एम्स, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी है। आज नागपुर में मेट्रो की रफ्तार है। गोंदिया में बिरसी एयरपोर्ट का विस्तार हो रहा है। अमरावती में टेक्सटाइल पार्क बन रहा है। रामायण सर्किट और बुद्ध सर्किट पर भी काम हो रहा है, जो टूरिज्म को बहुत बढ़ावा देने वाला है। बाला साहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग से इस पूरे क्षेत्र का कायाकल्प होने जा रहा है। ऐसा विकास, एक ईमानदार, मजबूत और स्थिर NDA सरकार ही कर सकती है।

साथियों,
10 सालों में विकास के बहुत सारे काम हुए हैं। लेकिन ये तो ट्रेलर है। आजकल बड़ी-बड़ी होटल में कोई खाना खाने जाता है ना तो शुरू में थाली आने से पहले ऐपेटाइजर आता है। बड़ी चटाखेदार बानगियां आती हैं। कभी-कभी तो लगता है यार इसी से तो पेट भर गया। लेकिन आपको मालूम है वो ऐपेटाइजर होता है, थाली आनी बाकी है। ये दस साल में मैंने जो काम किया है ना, वो तो ऐपेटाइजर है। अभी तो थाली आनी बाकी है। आने वाले 5 साल में हमें देश को, महाराष्ट्र को बहुत आगे ले जाना है। और इसके लिए...मेरे साथियों में आपको गारंटी देता हूं, आपका सपना ये मोदी का संकल्प है।

साथियों,
मैं आपको गारंटी देता हूं हर पल देश के नाम, हर पल आपके नाम। 24 बाय 7 फॉर 2047। और इसके लिए 19 अप्रैल को, रामटेक से राजू पार्वे जी, भंडारा-गोंदिया से सुनील जी और नागपुर से भाई नितिन गडकरी जी को भारी मतों से विजयी बनाना है। NDA के हर कैंडिडेट को मिला वोट, मोदी को मजबूत करेगा। लेकिन इसके लिए मेरी एक इच्छा है, पूरी करोगे। जरा सबसे सब बताइये पूरी करोगे। गर्मी कितनी ही क्यों न हो। कितनी ही गर्मी क्यों न हो। सुबह-सुबह ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है, करोगे। लोगों से मतदान करवाओगे। मतदान के पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ोगे। मेरा एक और काम है। करोगे। हमें हर पोलिंग बूथ जीतना है। जीतोगे। हर पोलिंग बूथ जीतना है इस बार। हर पोलिंग बूथ का रिकॉर्ड तोड़ना है, तोड़ोगे।

अच्छा मेरा एक और काम है, करोगे। ये मेरा पर्सनल काम है करोगे। पक्का करोगे। देखिए, आप चुनाव प्रचार में घर-घर जा रहे हैं। तो लोगों को जरूर घर में जाकर बताना कि मोदी जी रामटेक आए थे। और मोदी जी ने आप सबको राम-राम कहा है। मेरे राम-राम पहुंचा दोगे। हर घर में पहुंचा दोगे। जब माताओं-बहनों को, बुजुर्गों को मेरा राम-राम कहोगे ना, तो वो मुझे आशीर्वाद देंगे। वो आशीर्वाद मुझे ऊर्जा देता है। आपके लिए जीने के लिए, आपके लिए जूझने के लिए, आपके लिए दौड़ने के लिए, आपके लिए दिन-रात खपाने के लिए, मुझे वहां से ताकत मिलती है और इसलिए ये मेरा व्यक्तिगत काम है। आप घर-घर जाकर के हरेक को मेरा राम-राम पहुंचाओगे। पक्का पहुंचाओगे।
मेरे साथ बोलिए
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
भारत माता की जय!
वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्। वंदे मातरम्।
बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।