ಜೂನ್ 10 ರಂದು ಒಡಿಶಾ ತನ್ನ ಮೊದಲ ಬಿಜೆಪಿ ಸಿಎಂ ಪ್ರಮಾಣವಚನಕ್ಕೆ ಸಾಕ್ಷಿಯಾಗಲಿದೆ: ಒಡಿಶಾದ ಮಯೂರ್‌ಭಂಜ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮಯೂರ್‌ಭಂಜ್ ಭೂಮಿ ಮಹಿಳಾ ಸಬಲೀಕರಣಕ್ಕೆ ಹೆಸರುವಾಸಿ: ಒಡಿಶಾದ ಮಯೂರ್‌ಭಂಜ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ನೀವು 25 ವರ್ಷಗಳಿಂದ ಬಿಜೆಡಿಯನ್ನು ನಂಬಿದ್ದೀರಿ, ಆದರೆ ಅದು ಪ್ರತಿ ಹಂತದಲ್ಲೂ ನಿಮ್ಮ ನಂಬಿಕೆಯನ್ನು ಮುರಿದಿದೆ: ಒಡಿಶಾದ ಮಯೂರ್‌ಭಂಜ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

 

जय जगन्नाथ! जय जगन्नाथ! आयो बाबा, बहया मिसी सानम को जोहार गे! भंज भूमि मयूरभंज आपण मानंकु मध्य रे उपस्थित होई मते अत्यंत खुशी लागुची। मां किचकेश्वरी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम! मैं महाराजा श्रीराम चंद्र भंजदेव और पंडित रघुनाथ मुर्मू जी को भी आदगर पुवर्क नमन करता हूं।

भाइयों और बहनों,

आज ओडिशा में ( ये आपका प्यार अच्छे-अच्छे लोगों को ओडिशा के विषय में पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर रहा है। एक सज्जन जो शायद राम दरबार की तस्वीर ले करके आए हैं, कोई बहन ले कर आय़ी हैं, कौन हैं? हां वो बहन ले करके आयी है जरा ले लिजिए भाई, हमारे एसपीजी के लोग अगर पीछे आपने नाम पता लिखा होगा तो मैं आपको चिठ्ठी भेजूंगा। तो आप पूरा राम दरबार ले कर आए हैं। जय श्रीराम,जयश्रीराम। हां दे दिजिए भाई। बहुत बहुत धन्यवाद मुझे इतना उत्तम तोहफा देने के लिए। भारत माता की जय! भारत माता की जय!) आज चुनाव प्रचार का मेरा ये अंतिम दिन है। वैसे भी पूरे देश में कल शाम को पांच बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। अभी-अभी मैं बंगाल से आ रहा हूं। मैं देख रहा हूं, चाहे मैं झारखंड जाऊं, चाहे बंगाल जाऊं या चाहे ओडिशा आऊं। मैं कल से दो तीन स्थान पर जा कर आया हूं। औऱ ये अद्भुत उमंग उत्साह ये पक्का कर रहा है तीसरी बार मजबूत, मजबूत मोदी सरकार बनना तय है। ( वहां भी एक बेटी तस्वीर ले कर आय़ी है उसके साथ अन्याय मत करो भाई, वो तो मेरी मॉ का चित्र बनाकर लायी है। थैंक्यू बेटा।थैंक्यू। थैंक्स ए लॉट) साथियों, 5 दशक के बाद लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का देश ने निर्णय कर लिया है। जो विकास लोगों ने दशकों में नहीं देखा था, वो पिछले 10 साल में देखा है। 2014 में 11वें नंबर की इकॉनॉमी में थे, आज हम दुनिया की 5वीं बड़ी आर्थिक ताकत बन गए हैं। 2014 से पहले देश के गांवों में स्वच्छता का दायरा हमारे देश में 40 प्रतिशत ही था।आजादी के इतने सालों बाद, स्वच्छता जैसा काम 40 परसेंट था। आज हम 100 प्रतिशत के लक्ष्य पर पहुंच रहे हैं। पहले एलपीजी कनेक्शन सिर्फ आधे देशवासियों के घरों में था, सिर्फ 50-55 प्रतिशत घरों में था। आज करीब-करीब 100 परसेंट, शत प्रतिशत घरों में महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिल चुकी है। 2014 तक देश के 75 प्रतिशत से ज्यादा ग्रामीण परिवारों में नल से जल नहीं आता था। आज करीब 75 प्रतिशत घरों में नल से जल पहुंच रहा है। कभी मुफ्त अनाज और मुफ्त इलाज भी मिल सकता है, ये किसी ने सोचा नहीं था। मोदी ने आज 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज भी दिया है और आने वाले पांच साल यह मुफ्त अनाज मिलता रहेगा।

साथियों,

मैं ऐसी सैंकड़ों बातें बता सकता हूं। लेकिन ये सब तो ट्रेलर है, ट्रेलर है। ( उनको जरा पानी वानी दीजिए। पानी दीजिए, मेरी टीम के डॉक्टर हों तो जरा उनको मदद किजिए। पहले पानी दो उनको, और उनको वहां से बाहर ले जाने का प्रबंध करो भाई। खुले में लाओ जरा उनको। आऱाम से, हड़बड़ी मत करो। आऱाम से। थोड़ी जगह कर दो, उनको हवा मिले ऐसा कर दो। बेटा, तुम थक जाओगी, कब से हाथ हिला रही हो। बेटा मैं तेरे लिए मेहनत कर रहा हूं। जब तुम बड़ी हो जाओगी न तब विकसित भारत तुम्हारी ताकत होगा। मेरी टीम के डॉक्टर पहुंच गए हैं, उनको काम करने दीजिए जरा।बाकी लोग उनको परेशान मत कीजिए।) भारत माता की जय! भारत माता की जय! भारत माता की जय!

साथियों,

आने वाले 5 साल भारत के विकास के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों के होंगे। आने वाले 5 साल में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनने जा रहा है। आने वाले 5 साल में अनेक क्षेत्रों में आत्मनिर्भर भारत बनते देखेंगे। आने वाले 5 साल में शानदार हाईवे-शानदार एक्सप्रेसवे और रेलवे का पूरी तरह से कायाकल्प होते देखेंगे। इसका सीधा लाभ ओडिशा जैसे देश के हमारे पूर्वी हिस्से को होगा।

भाइयों और बहनों,

मुझे खुशी है कि ओडिशा ने भी BJD के 25 साल के राज को फुल स्टॉप लगाना तय कर लिया है। मैं यहां आपका आशिर्वाज लेने आया हूं, साथ साथ मैं आपको निमंत्रण भी देने आया हूं। 10 जून को भाजपा का ओडिशा का मुख्यमंत्री शपथ लेने वाला है। आज पूरा ओडिशा कह रहा है, आज पूरा ओडिशा कह रहा है ओडिशा सर मुख्यमंत्री ओडिया हैबे! ओडिशा सर मुख्यमंत्री ओडिया है! ओडिशा सर मुख्यमंत्री ओडिया है! ओडिशा कह रहा है दुइ थर पदम…दुइ गुण विकास ! ओडिशा के कोने-कोने में एक ही बात सुनाई दे रही है- ओडिशा लोको चाहांती…मोदी गारंटी !

भाइयों और बहनों,

मयूरभंज की ये धरती नारी सशक्तिकरण की धरती है। अभी तक मयूरभंज का जय-जयकार इसलिए होता था क्योंकि यहां मां सुभद्रा के रथ को केवल महिलाएं खींचती हैं। लेकिन अब मयूरभंज की बेटी,140 करोड़ लोगों के हमारे देश भारत का नेतृत्व कर रही हैं। भारत का नेतृत्व कर रही है। हमारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी, देश की तीनों सेनाओं को कमांड करती हैं। और वो मयूरभंज की बेटी है। ये मयूरभंज के लिए, ओडिशा के लिए, पूरे देश की नारीशक्ति के लिए गौरव का विषय है।

भाइयों और बहनों,

भाजपा सरकार, आदिवासी गौरव, आदिवासी कल्याण इसके लिए समर्पित भाव से काम कर रही है। ये अटल जी की सरकार थी, जब अलग आदिवासी मंत्रालय बना था। भाजपा ने ही संथाली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल किया था। भगवान बिरसा मुंडा के गांव जाने वाला अगर देश का कोई पहला प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा के गांव गया था, औऱ उस मिट्टी को माथे पर लगाया था वो नरेन्द्र मोदी था। ये मोदी सरकार है, जिसने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया। मोदी सरकार ने आदिवासी कल्याण का बजट 5 गुणा बढ़ा दिया। पहली बार उन जनजातियों की सुध ली, औऱ वो लेना वाला भी आपका सेवक मोदी ही है,जो सबसे पिछड़ी हुई हैं उनके लिए पहली बार, 24 हज़ार करोड़ रुपए की पीएम जनमन योजना बनाई है। इस योजना से ओडिशा में भी अति-पिछड़ी आदिवासी जातियों के लिए पक्के घर, स्कूल-अस्पताल, सड़कें ये सारे काम होंगे। बीते 10 सालों में आदिवासी क्षेत्रों में एकलव्य आवासीय विद्यालय का बड़ा नेटवर्क हमने बनाया है। मयूरभंज में भी अनेक एकलव्य आवासीय विद्यालय चल रहे हैं।

साथियों,

ओडिशा भाजपा की सुभद्रा योजना की भी बहुत चर्चा है। इसके तहत बहनों को बड़ी मदद दी जाएगी। मोदी की एक और गारंटी है। ये गारंटी 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने की है। इससे भी ओडिशा की लाखों बहनों को सीधा लाभ होने जा रहा है। भाजपा सरकार, आपका बिजली का बिल ज़ीरो, सुना न बिजली बिल जीरो, इतना ही नहीं मोदी सरकार आपका बिजली बिल जीरो तो करेगी ही करेगी लेकिन साथ में आप बिजली बेचकर कमाई करने और बिजली से कमाई के लिए भी काम कर रही है। औऱ योजना कैसी है। योजना का नाम है पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना। आपके छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए मोदी सरकार 75 हज़ार रुपए से ज्यादा आपको देने वाली है। उस 75 हजार से सोलर पैनल लगाएगें, बिजली पैदा होगी आपकी जरूरत की बिजली मुफ्त में मिलेगी औऱ ज्यादा बिजली सरकार खरीद करके सरकार आपको पैसे देगी। ( सज्जन आप कागज अपना नीचे रखिए) इससे आपको डबल फायदा होगा।

साथियों,

इस क्षेत्र में साल पत्ता, सबाईग्रास और केंदुपत्ता जैसी वन उपज के काम से काफी परिवार जुड़े हैं। ओडिशा भाजपा ने केंदुपत्ता की खरीद 2 रुपया प्रति कैरी करने और बोनस देने की गारंटी दी है। हमारी सरकार आएगी तो यहां धान किसानों को, ओडिशा में जब आप बीजेपी की सरकार बनाएगें, 10 जून को बीजेपी के मुख्यमंत्री शपथ लेंगे तो यहां धान किसानों को 3 हजार 100 रुपए प्रति क्विंटल MSP मिला करेगी। ये गांव गांव जा कर बताओगे? आप गांव गांव जा कर बताओगे? हर किसान को बताओगे? ये बहुत बड़ा निर्णय है, छोटा नही है। मोदी सरकार ने जो वनधन योजना चलाई है, यहां भाजपा सरकार बनते ही, उसको भी ठीक से लागू किया जाएगा।

भाइयों और बहनों,

BJD पर आपने 25 साल भरोसा किया, लेकिन BJD ने हर कदम पर आपके भरोसे को तोड़ा है। यही BJD सरकार आदिवासी बंधुओं की ज़मीन हड़पने के लिए ही कानून लेकर आई थी। भाजपा के दबाव में उसे वो कानून वापस लेना पड़ा। अब इस बार इन्हें मौका मिला, तो ये आदिवासियों की ज़मीन हड़पने का अवसर छोड़ेंगे नहीं। BJD ने आपकी खनिज संपदा को भी लूटा है। मोदी ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड बनाकर हज़ारों करोड़ रुपया ओडिशा को दिए। BJD ने इसमें भी घोटाला कर दिया। लोग कह रहे हैं कि ओडिशा का लुटा हुआ पैसा विदेशों तक जा रहा है। लूट का माल ये कहीं भी छिपा लें, मोदी पाई-पाई निकालेगा, ये मोदी की गारंटी है,जिसने जनता को लूटा है उसे लौटाना ही पड़ेगा। औऱ ये मोदी की गारंटी है। और लूटने वाले ज़िंदगी भर जेल की चक्की पिसेंगे, जेल की रोटी खा कर गुजारा करेंगे, जनता का द्रोह करने वालों के प्रति कोई सिमपैथी नहीं हो सकती है। जनता को लूटने वालो के प्रति कोई हमदर्दी नहीं हो सकती है। औऱ ये देश में बहुत जरूरी है।

भाइयों और बहनों,

BJD सरकार ने सबसे बड़ा धोखा तो महाप्रभु के श्री रत्न भंडार को लेकर किया है। आज ओडिशा ही नहीं, पूरा देश जानना चाहता है कि रत्न भंडार की चाबी गई कहां। जो जांच हुई थी, उसकी रिपोर्ट में किसका नाम है? मैं, मेरे ओडिशा वासियों को विश्वास दिलाता हूं, कि BJD सरकार जो छुपा रही है उसका खुलासा ओडिशा में भाजपा सरकार बनने के बाद हम करेंगे।

साथियों,

आज नवीन बाबू के सभी शुभचिंतक बहुत चिंता में हैं। वो ये देखकर बहुत परेशान कि पिछले एक साल में अचानक नवीन बाबू की तबीयत इतनी कैसे बिगड़ गई। बरसों से नवीन बाबू के करीबी रहे लोग अब जब मुझसे मिलते हैं तो जरूर नवीन बाबू की तबियत की चर्चा करते हैं। वो बताते हैं कि नवीन बाबू अब खुद से कुछ कर नहीं पा रहे हैं। अरसे तक नवीन बाबू के करीबी रहे लोगों का मानना है कि उनकी तबीयत बिगड़ने के पीछे कोई साजिश भी हो सकती है। सवाल ये कि नवीन बाबू की तबीयत खराब होने के पीछे क्या कोई षड़यंत्र है क्या? ये उड़ीसा के लोगों को जानने का अधिकार है। कहीं इसमें, उस लॉबी का हाथ तो नहीं है, जो नवीन बाबू के नाम पर पर्दे के पीछे ओडिशा में सत्ता भोग रहे हैं? इस रहस्य से पर्दा उठना जरूरी है, उठना चाहिए न? पर्दा उठना चाहिए न? इसका पर्दा उठना चाहिए, इसका जांच आवश्यक है। इसलिए दस जून के बाद, ओडिशा में भाजपा के विजय होने के बाद, हमारी सरकार, ओडिशा की भाजपा सरकार एक स्पेशल कमेटी का गठन करेगी। और ये जांच करेगी कि अचानक नवीन बाबू की तबियत क्यों गिरती जा रही है। उनकी तबियत के साथ ये क्या हो रहा है। सारे तथ्य खोजकर निकाले जाएंगे।

साथियों,

ओडिशा के पास पानी है, आदिवासी क्षेत्रों से होकर पानी बहता है। लेकिन आपको सिंचाई की सुविधा नहीं मिलती। BJD सरकार ने 25 सालों में सिंचाई के लिए यहां कोई बड़ा काम नहीं किया। केंद्र में भी ऐसी सरकारें रही हैं, जिन्होंने सिंचाई के प्रोजेक्ट लटकाए, अटकाए और भटकाए ही हैं। ये सुबर्णरेखा प्रोजेक्ट 1970 से लटका हुआ था। आपने मोदी को सेवा करने का मौका दिया तो कृषि सिंचाई योजना बनाई और ओडिशा के 8 बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम शुरु किया। इनमें से 5 पूरे भी हो चुके हैं। डबल इंजन सरकार यहां सिंचाई के कार्यों को भी तेजी से पूरा कराएगी।

साथियों,

ये मोदी सरकार ही है जिसने बादामपाहाड़ क्षेत्र में 100 साल बाद एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन शुरु किया। लेकिन यहां BJD सरकार रेल प्रोजेक्ट्स को आगे नहीं बढ़ने दे रही है। भाजपा सरकार बनते ही, यहां रेल कनेक्टिविटी और सशक्त होगी।

भाइयों और बहनों,

आने वाला समय ओडिशा का समय है, आने वाला समय पूर्वी भारत का समय है। आपको भाजपा के सभी साथियों को, हमारे जितने भी MLA के उम्मीदवार हैं उन सब को जीताकर, सारे कमल आपको भुवनेश्वर भेजना, इसलिए आशिर्वाद मांगने आया हूं। (मैं अपने सभी MLA साथियों को कहूंगा कि वो आगे आ जाऐं, MLA के जो उम्मीदवार हैं वो एकदम आगे आ जाऐं, MLA के उम्मीदवार आगे आ जाऐं।) मयूरभंज से हमारे साथी नब चरण माझी जी को भी रिकॉर्ड वोटों से जिताकर दिल्ली भेजना है। ( मैं एक मिनट इन सबके बीच फोटो निकाल करके फिर अपना भाषण करता हूं) इनको मिला हर वोट सीधा मोदी को मजबूत करेगा। एमएलए को मिला वोट, ओडिशा के भाग्य को बदलेगा। तो आप ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? जरा दोनों हाथ ऊपर करके पूरी ताकत से बताइए, ज्यादा से ज्यादा मतदान कराएगें? सभी पोलिंग बूथों में बीजेपी को जिताएगें? भाजपा की सरकार ओडिशा में बनाएगें? मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएगें? अच्छा मेरा एक काम औऱ करेंगे? अरे ठंडे हो गए आपलोग,,जरा हाथथ ऊफर करके बताइए न मेरा एक काम करेंगे? ये चुनाव वाला काम नहीं है करेंगे? ये बीजेपी बीजेडी कुछ नही है,ये मेरा अपना काम है, करेंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए करेंगे? देखिए यहां से जाने केबाद, गांव गांव में जो देवस्थान होते हैं, जो पूजा घर होते हैं, जो तीर्थस्थान होते हैं वहां जरूर जाना और मोदी की तरफ से परमात्मा के सामने माथा टेकना, ये काम करेंगे? करेंगे? लेकिन मोदी के लिए कुछ भ नहीं मांगना है, मोदी के परिवार के लिए भी कुछ नहीं मांगना है। वहां जाकर परमात्मा से विकसित भारत के लिए आशिर्वाद मांगिए, करेंगे? हमारे भारत के लिए आशिर्वाद मांगेगे? हर तीर्थस्थान में जाएगें? बोलिए, भारत माता की जय! भारत माता की जय! भारत माता की जय!

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।