ಈ ಲೋಕಸಭಾ ಚುನಾವಣೆಗಳು 'ಸಶಕ್ತ ಭಾರತ'ಕ್ಕಾಗಿ 'ಸಶಕ್ತ ಸರ್ಕಾರ'ವನ್ನು ಆಯ್ಕೆ ಮಾಡಲು.
ಪಶ್ಚಿಮ ಬಂಗಾಳದಲ್ಲಿ G20 ಶೃಂಗಸಭೆಯನ್ನು ಆಯೋಜಿಸುವ ಮೂಲಕ 'ಉತ್ತರ ಬಂಗಾಳ' ಅಂತರಾಷ್ಟ್ರೀಯ ಪ್ರವಾಸಿ ತಾಣಗಳ ನಕ್ಷೆಯಲ್ಲಿ ಸ್ಥಾನ ಪಡೆದಿದೆ.
ಪಶ್ಚಿಮ ಬಂಗಾಳದ ಚಹಾ ಉದ್ಯಮದ ಸಂಕಷ್ಟಗಳಿಗೆ ಟಿಎಂಸಿ ಕಾರಣವಾಗಿದೆ. ಟಿಎಂಸಿ ಪಶ್ಚಿಮ ಬಂಗಾಳದ ಚಹಾ ರೈತರ ಹಿತಾಸಕ್ತಿಗಳಿಗೆ ವಿರುದ್ಧವಾಗಿದೆ ಮತ್ತು ಅವರ ಹಿತಾಸಕ್ತಿಗಳನ್ನು ನಿರಂತರವಾಗಿ ಬಳಸಿಕೊಳ್ಳುತ್ತಿದೆ
ಪಶ್ಚಿಮ ಬಂಗಾಳದ ನಮ್ಮ ತಾಯಂದಿರು-ಮಗಳು-ಸಹೋದರಿಯರನ್ನು ಅಗೌರವ ಮತ್ತು ಕಡೆಗಣಿಸುವ ದುರದೃಷ್ಟಕರ ಸಂದೇಶಖಾಲಿ ಘಟನೆಯ ಹಿಂದೆ ಟಿಎಂಸಿ ಇದೆ.
ಆರ್ಟಿಕಲ್ 370 ರದ್ದತಿಯು ಭಯೋತ್ಪಾದನೆ ಮುಕ್ತ ಕಾಶ್ಮೀರಕ್ಕೆ ಸಾಕ್ಷಿಯಾಗಿದೆ, ಇದು ಭಾರತದ ಹೆಮ್ಮೆಯಾಗಿದೆ.

नोमोश्कार।
बोरोरा आमार प्रोणाम नेबेन, छोटोरा भालोबासा !
जलपाईगुड़ी के आराध्य देवता बाबा जलपेश और भ्रामरी देवी को मैं प्रणाम करता हूं। कुछ दिन पहले ही जलपाईगुड़ी के अनेक क्षेत्रों में तूफान से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके प्रति मैं संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।

भाइयों और बहनों,
आज पूरे देश में, पूरे बंगाल में एक ही गूंज सुनाई दे रही है- फिर एक बार...मोदी सरकार! फिर एक बार... फिर एक बार... फिर एक बार...
संपूर्णो बांग्ला बोलछे... आबार एक बार... मोदी शोरकार.. एक बार... एक बार... जलपाईगुड़ी ने भी तय कर लिया है कि 19 अप्रैल को जयंत रॉय जी को रिकॉर्ड वोटों से जीताएंगे।

साथियों,
ये चुनाव सिर्फ एक सांसद चुनने का चुनाव नहीं है। ये सशक्त भारत के लिए एक सशक्त सरकार बनाने का चुनाव है। जितनी मजबूत, ताकतवर केंद्र सरकार होगी, उतना मजबूत दुनिया का भारत पर भरोसा होगा। फिर उतना ही अधिक निवेश यहां आएगा, फैक्ट्रियां लगेंगी, विदेशी टूरिस्ट आएंगे। बीजेपी सरकार ने G-20 की मीटिंग, नॉर्थ बंगाल में इसलिए रखी थी। मकसद यही था कि ये क्षेत्र इंटरनेशनल टूरिज्म मैप पर पहुंचे। आज केंद्र सरकार यहां चौड़ी सड़कें बना रही है...रेल कनेक्टिविटी बेहतर कर रही है। धुपगुड़ी, जलपाईगुड़ी रोड, NJP स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए भी तेजी से काम चल रहा है। ऐसे ही प्रयासों से नई नौकरियां, नए अवसर बनेंगे। हर परिवार का जीवन बेहतर होगा। सबको साथ लेकर, सबका विश्वास जीतकर, सबका विकास करना ही तो भाजपा लक्ष्य है। यही तो विकसित भारत का संकल्प है। एटाई तो बिकोशित भारोतेर शंकल्पो !
औऱ इस संकल्प के लिए आज हर भारतीय पूरी शक्ति से प्रयास कर रहा है। यहां जो लोग है मेरी उनसे प्रार्थना है कि मैदान छोटा पड़ गया है, मैं जानता हूं कि आप मुझे देख नहीं पा रहे हैं, लेकिन आपके आशीर्वाद मुझे मिल रहे हैं। आपका प्यार मुझे मिल रहा है। और ये उत्साह-उमंग शायद ऐसी सभा इतना विराट दृश्य ये तो बहुत बड़े आशीर्वाद है आपके।

साथियों,
विकसित भारत को पूरा करने के लिए मेरा भी हर पल, हर क्षण देश के लिए है और इसलिए Twenty Four By Seven… मैं...Twenty FortySeven के लिए काम कर रहा हूं। Twenty Four By Seven और Twenty Forty Seven, ये हम सबका संकल्प है औऱ मेरा विश्वास है, हम सब मिलकर विकसित भारत जरूर बनाएंगे।

साथियों,
NDA सरकार के 10 वर्ष गरीब, SC/ST परिवार, माताओं-बहनों के जीवन को आसान बनाने के रहे हैं। आप याद कीजिए-
जिन करोड़ों गरीबों के पास बिजली, पानी, गैस कनेक्शन नहीं था, उसमें बड़ी संख्या में SC/ST परिवार थे।
शौचालय ना होने से हमारे SC/ST समाज की महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी होती थी।
सरकार की योजनाओं में भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा नुकसान SC/ST परिवारों को उठाना पड़ता था।

साथियों,
आपने मुझे आशीर्वाद दिया और मैंने हालात बदलने का संकल्प लिया। हमने वंचितों को वरीयता दी।
2014 में बीजेपी सरकार बनी तो हमने एक दलित राष्ट्रपति देश को दिए।
2019 में बीजेपी सरकार बनी तो देश को पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति मिलीं।
मुफ्त राशन और मुफ्त इलाज की योजना के अधिकांश लाभार्थी SC/ST वर्ग के ही परिवार हैं।
अधिकांश SC/ST परिवारों को पहली बार पक्के घर मिले, पहली बार टॉयलेट, बिजली, पानी और गैस के कनेक्शन मिले।
बीजेपी ने आदिवासी मंत्रालय का बजट कई गुणा बढ़ाया।
हमने आदिवासी परिवारों को 23 लाख से अधिक पट्टे दिए
हमने 400 से अधिक नए एकलव्य मॉडल स्कूल बनाए।

साथियों,
10 वर्षों में 25 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर निकले हैं। हमारी सरकार की योजनाओं ने गरीब के जीवन को आसान बनाया है। हमने गरीब का स्वाभिमान लौटाया है, उसका गौरव बढ़ाया है। और मोदी ने 10 साल में जो विकास कार्य किया है, वो तो सिर्फ ट्रेलर है ट्रेलर।
10 बछोर जा होलो, ओटा शुधु ट्रेलार छिलो। अभी हमें देश को बहुत आगे ले जाना है।
हमें भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक ताकत बनाना है।
हमें गांव की 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाना है।
हमें नमो ड्रोन दीदी योजना से बहनों को ड्रोन पायलट बनाना है।
हमें पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना से 300 यूनिट मुफ्त बिजली देनी है।

साथियों,
देश के हर गरीब का सशक्तिकरण- बीजेपी सरकार की प्राथमिकता है।
लेकिन गरीब कल्याण की मोदी की योजनाओं पर यहां की TMC सरकार, ब्रेक लगा देती है। केंद्र की बीजेपी सरकार ने गरीबों के पक्के घर के लिए लगभग 30 हज़ार करोड़ रुपए भेजे। मोदी कहता है कि पैसा सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जाए। लेकिन TMC कह रही है कि केंद्र का पैसा पहले उनके खाते में आए। आप मुझे बताइए, जनता के हक का पैसा मैं TMC को कैसे लूटने दूं?

साथियों,
पश्चिम बंगाल की हर बहन के घर पर नल से जल आए, इसके लिए केंद्र सरकार पैसा दे रही है। लेकिन उत्तर बंगाल में नल से जल पहुंचाने वाली योजना का लाभ ठीक से नहीं मिल पा रहा। मोदी ने यहां की लाखों बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया है। नई पीढ़ी के जो लोग अपना परिवार बसा रहे हैं उन्हें भी मैं मुफ्त गैस कनेक्शन देना चाहता हूं। लेकिन भ्रष्ट, गरीब और SC/ST विरोधी, TMC सरकार ये होने भी नहीं दे रही है। आयुष्मान भारत योजना से देशभर के करीब 30 हजार अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज मिल रहा है। TMC की गरीब विरोधी सरकार, इस योजना को भी बंगाल में लागू नहीं होने दे रही है।

साथियों,
TMC की किसान विरोधी सरकार, पीएम किसान निधि में भी रोड़े अटकाती है। विदेशों में यूरिया की जो बोरी 3 हजार रुपए की मिलती है, वो बीजेपी सरकार किसानों को 300 रुपए से भी कम में दे रही है। लेकिन यहां इसमें भी भ्रष्टाचार हो रहा है। किसानों को परेशान किया जा रहा है।

भाइयों और बहनों,
यहां के चाय बगानों की समस्या किसी से छुपी नहीं है। देश में जहां भी चाय बागान हैं, उनमें से सबसे बुरा हाल बंगाल के चाय बागानों का है। TMC का छोटे से छोटा नेता भी बड़े-बड़े बंगलों में रहता है। लेकिन चाय बागान के मेरे परिवारों को मूल सुविधाएं तक नहीं मिल रहीं। TMC सरकार ने चाय बगानों को, Tea industry को अपने हाल पर छोड़ दिया है। बदहाली की वजह से कई बगान बंद हो गए हैं। इसलिए, इस चुनाव में TMC को सबक सिखाना जरूरी है। सबक सिखाओगे? टीएमसी को सबक सिखाओगे? बराबर सबक सिखाओगे? मजबूती से सबक सिखाओगे?

साथियों,
एक-एक पोलिंग बूथ में टीएमसी की जमानत जब्त होनी चाहिए, करोगे? हर पोलिंग बूथ में। साथियों, TMC चाहती है कि उसके तोलाबाजों को, भ्रष्टाचारी नेताओं को, आतंक का खुला लाइसेंस मिले।
इसलिए, जब केंद्र की जांच एजेंसियां आती हैं, तो TMC उन पर हमले करती है, औरो से करवाती है। TMC, कानून और संविधान को कुचलने वाली पार्टी है। आप देखिए, संदेशखाली में क्या हुआ, ये पूरा देश जान चुका है। वहां माताओं-बहनों के साथ कितना बड़ा अत्याचार हुआ है, ये पूरे देश ने देखा है। हालात ये है कि हर मामले में यहां कोर्ट को खुद को दखल देना पड़ता है। यहां हर तरफ TMC के सिंडिकेट का राज है...लोग अत्याचार सहने को मजबूर हैं। आप मुझे बताइए, क्या संदेशखाली के अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा नहीं देनी चाहिए? उनकी जिंदगी जेलों में जानी चाहिए? क्या राशन घोटाला और टीचर भर्ती घोटाला करने वालों को सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? आज मैं बंगाल की धरती से गारंट देना चाहता हूं कि जिन लोगों ने भ्रष्टाचार कर के पैसे जमा किए हैं ना ईडी ने करीब तीन हजार करोड़ रुपया, उनकी संपत्ति और सारी चीजें एटैच करके रखी हुई है, तीन हजार करोड़ रुपया। मैं एडवाइज ले रहा हूं। ये जो शिक्षक भर्ती में गरीब लोगों के पैसे गए, सरकारी नौकरी में गरीब लोगों के पैसे गए और जिनका मिलता है कि हां इनका पैसा गया है, ये जो तीन हजार करोड़ रुपए इनके एटैज किए हैं ना, मैं उन गरीबों का वापस करवाऊंगा। बेचारा टीचर की नौकरी के लिए पैसा दिया, मैं उसका पैसा वापस करवाऊंगा।

साथियों,
TMC, वामदल और कांग्रेस ये तीनों एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। टीएमसी, कांग्रेस और वाम दल ने एक दूसरे के भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए ये इंडी-गठबंधन बनाया है। मैं कहता हूं भ्रष्टाचार मिटाओ, वो कहते हैं भ्रष्टाचारी बचाओ। आमी बोली भ्रोष्टाचार शोराओ, ओरा बोले- भ्रोष्टाचारी बाचाओ। ये लोग चाहे जितनी साजिश कर लें, मैं आपको गारंटी देता हूं- 4 जून के बाद, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई और तेज होगी। आप मुझे बताइए, इस देश में से भ्रष्टाचार जाना चाहिए कि नहीं जाना चाहिए? भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए? भ्रष्टाचारी जेल जाना चाहिए? टीएमसी का भ्रष्टाचार जाना चाहिए? ये मोदी की गारंटी है। एटा मोदीर गारंटी

साथियों,
ये बंगाल की धरती, महान सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी की धरती है।
जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है- इस संकल्प के साथ हम भाजपा के कार्यकर्ताओं की अनेक पीढ़ियां आगे बढ़ीं। डॉक्टर मुखर्जी ना होते तो कांग्रेस की सरकार, अलगावादियों के सामने कब का सरेंडर कर चुकी होती। ऐसी कांग्रेस ने देश को आर्टिकल-370 जैसा नासूर दिया था। आज जब भाजपा की मज़बूत सरकार ने आर्टिकल-370 की दीवार को हटा दिया, तो कांग्रेस को दर्द हो रहा है। चिल्ला रहे हैं, आंसू बहा रहे हैं। कल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मोदी देश के दूसरे राज्यों में कश्मीर की बात क्यों करता है...दूसरे राज्यों का कश्मीर से क्या लेना-देना। कांग्रेस के लिए कश्मीर कुछ नहीं, और उनका तो यही रहा है कश्मीर उनके लिए कुछ नहीं लेकिन 140 करोड़ देशवासियों के लिए कश्मीर, मां भारती के मस्तक समान है। है कि नहीं है? कश्मीर हमारा मस्तक है कि नहीं है? कश्मीर भारत का गौरव है कि नहीं है? और इसी कश्मीर के लिए देश के हर राज्य के वीर जवानों ने शहादत मोल ली है, अपना जीवन समर्पित किया है। हमारे डॉक्टर श्यामाप्रसाद मुखर्जी बंगाल में जन्मे थे, बंगाली थे लेकिन कश्मीर के कश्मीर की धरती पर जाकर के, अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी और वो हमारे बीच नहीं रहे। कश्मीर के खातिर उन्होंने अपना प्राण त्याग दिया। इसी कश्मीर में शांति स्थापित करने के लिए कितनी ही माताओं ने अपने बेटों को खोया है और कांग्रेस कहती है कि कश्मीर से बाकी देश का क्या लेना-देना? कांग्रेस के इस बयान से उसकी विभाजनकारी सोच फिर एक बार सामने आई है।

साथियों,
10 साल बीजेपी सरकार ने जो कहा वो पूरा करके दिखाया। हमारे पास 10 साल की उपलब्धियों का रिपोर्ट कार्ड है। यही वजह है कि इंडी गठबंधन वाले मोदी की गारंटी से ही डरने लगे हैं। ये अब कहने लगे हैं कि मोदी को गारंटी देने से मना करो। झूठ और धोखे पर टिके इंडी गठबंधन के पास तो ना नीति है, ना कोई सिद्धांत। ये क्या गारंटी देंगे? ये मोदी है जो गारंटी देता है और वो हैं जो गाली देते हैं।

साथियों,
आपको 19 अप्रैल को निडर होकर अपने बूथ पर कमल छाप पर वोट डालना है। आपनी भय पाबेन ना, पद्दो फूले भोट दिबेन। और आप मेरा एक काम और भी करना। घर-घर जाना और हर घऱ में कहना, कि मोदी जी आए थे और मोदी जी ने प्रणाम भेजा है। कह देंगे? घऱ-घर बता देंगे? मेरे साथ बोलिए.. भारत माता की.... जय! भारत माता की... भारत माता की... बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।