Today, the entire nation is focused on the goal of achieving the Viksit Bharat status, with Rajasthan playing a crucial role in this endeavour: PM Modi at Churu
I say – remove corruption, they say – save the corrupt: PM Modi taking a jibe at opposition
I want to tell these corrupt family members, no matter how many lies you spread, Modi is not afraid: PM Modi
The BJP doesn't just talk, it delivers. Unlike other parties, we don't just release manifestos, we fulfill them: PM Modi
Whatever happened in 10 years is just a trailer. There is still a lot to be done; we still have to take the country forward: PM Modi at Churu rally

राम-राम सा।
भारत माता की, भारत माता की।
शक्ति स्वरूपा जीणमाता जी, सालासर बालाजी महाराज, बाबा खाटू श्याम जी, अर वीर गोगाजी महाराज ने म्हारो बारम्बार प्रणाम।
राजस्थान, पराक्रम और परिश्रम की धरती है। ये वीर बेटों को जन्म देने वाली वीर-वीरांगना माताओं की पवित्र धरती है। और इसीलिए राजस्थान जो ठान लेता है, वो पत्थर की लकीर बन जाता है। यही जज्बा मैं मेरे सामने देख रहा हूं। गर्मी और धूप ने भी हिम्मत की परीक्षा लेना शुरू कर दिया है। लेकिन, आज देखिए परमात्मा की कृपा मौसम जरा ठीक लग रहा है। और जब कुदरत साथ देती है तो इशारा भी करती है कि हवा का रुख किस तरफ है।

साथियों,
राजस्थान का किसान, मेरे राजस्थान का नौजवान, और आप सब माताएं-बहनें, इतनी बड़ी संख्या में दूर-दूर से हमें अपना आशीर्वाद देने आए हैं। और पूरा राजस्थान कह रहा है - फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! आज चुरू ने ये बता दिया है कि - 4 जून..., 400 पार! 4 जून..., 400 पार! 4 जून..., 400 पार! और जब मैं चुरू आया हूं तो दिल्ली से नरेंद्र देवेंद्र के लिए आशीर्वाद मांगने आया है। और जब नरेंद्र देवेंद्र के लिए आशीर्वाद मांगता है तो आप लोग छप्पर फाड़ कर दे देते हैं।

साथियों,
बैठिए देवेंद्र जी। आज पूरा देश विकसित भारत होने के संकल्प पर काम कर रहा है। और इसमें राजस्थान की बहुत बड़ी भूमिका है। जब राजस्थान विकसित होगा, तो भारत भी विकसित होगा। बीते 10 साल में मोदी ने देश में जो काम किए हैं, उन्होंने विकसित भारत की नींव तैयार कर दी है। आज पूरी दुनिया हैरान है कि भारत इतनी तेजी से कैसे विकास कर रहा है? दुनिया को पता नहीं है कि भारत की इस मिट्टी की बात ही कुछ और है। हम जो ठान लेते हैं, वो पूरा करके दिखाते हैं। पिछले 10 साल में आपने देश को बदलते देखा है। आप याद करिए, 10 साल पहले तब देश कितनी खस्ता हालत में था। कांग्रेस के बड़े-बड़े घोटालों और लूट के कारण अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी। दुनिया में भारत की साख गिरती जा रही थी। आजादी के इतने दशक बाद भी देश के लोग जीवन की छोटी-छोटी जरूरतों के लिए जूझ रहे थे। करोड़ों गरीबों के सर पर छत नहीं थी। करोड़ों लोगों को पीने का पानी नहीं उपलब्ध था। हमारे गांव अंधेरे में डूबे थे, वहां बिजली भी नहीं पहुंची थी। और, लाखों करोड़ की लूट से सरकारी खजाना खाली ही रहता था। आप लोगों ने भी सोच लिया जब हालत इतनी खराब थे, इतने दशकों तक बुराइयां थी। तो इसका मन पर भी असर होता है। और आप सब देशवासियों ने मान लिया था कुछ बदल नहीं सकता। अब देश का कुछ हो ही नहीं सकता। हर कोई निराशा में डूबा हुआ था। इसी हताशा-निराशा में 2014 में आपने गरीब के इस बेटे को अपनी सेवा का मौका दिया। हताशा-निराशा ये मोदी के पास भी नहीं फटक सकती। मैंने तय किया कि हालात बदलने ही होंगे। मेरे लिए तो मेरा भारत, मेरा परिवार है। हमने ईमानदारी से काम किया। कोरोना जैसा इतना बड़ा संकट आया! दुनिया सोचने लगी थी कि भारत तो बर्बाद हो जाएगा। दुनिया को भी बर्बाद कर देगा। लेकिन इसी संकट में हम भारतीयों ने अपने देश को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया। हम भी कह सकते थे भई, क्या करूं, पूरी दुनिया में आपद आई, हमारे यहां भी आपदा आई तो मैं क्या करूं। और हो सकता है देश वाले मान भी लेते। लेकिन मोदी ने वो रास्ता नहीं चुना। चुनौतियों को चुनौती देना यही तो हमारी मिट्टी की ताकत होती है। और हमारे राजस्थान में तो कहते हैं- अपणी करणी पार उतरणी ! हमने परिश्रम किया और परिणाम लाकरके दिखा दिया।

10 वर्षों में हमने करोड़ों गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के आवास पक्के घर दिए। जिनकी तीन-तीन चार-चार पीढ़ी झुग्गी-झोपड़ी में जिंदगी गुजारती थी। जो फुटपाथ पर जीने के लिए मजबूर थे। ऐसे करोड़ों लोगों को पक्के घर दिए। और मुझे खुशी इस बात की है कि हमने जो पक्के घर दिए न उसमें अधिकतर पक्के घर मेरी माताओं-बहनों-बेटियों के नाम पर है। वर्ना हम तो जानते हैं हमारी समाज रचना ऐसी रही है कि घर होगा तो पुरुष के नाम पर। गाड़ी होगी पुरुष के नाम पर। खेत होगा पुरुष के नाम पर। दुकान होगी पुरुष के नाम पर। सबकुछ पुरुष के नाम पर। मोदी ने तय कर लिया कि सरकार जो घर देगी वो मेरी महिलाओं के नाम पर होगा। आप याद करिए, पहले जब घर बनाने के नाम पर योजनाएं आती थीं तब क्या होता था! गरीब को पता भी नहीं चलता था। उसके नाम का पैसा सरकार में बैठे लोग और उनकी पार्टी के लोग खा जाते थे। लेकिन, अब पैसा सीधे गरीब के खाते में जा रहा है। अब गरीब को पक्का घर भी मिल रहा है, घर में जरूरत की सुविधाएं भी मिल रही हैं।

साथियों,
आज जल जीवन मिशन योजना चलाकर घर-घर में पानी का कनेक्शन भी देने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। राजस्थान में करीब 50 लाख घरों में पीने के पानी का कनेक्शन दिया जा चुका है। कांग्रेस सरकार हमारी इस योजना में भी भ्रष्टाचार करने का मौका नहीं छोड़ती थी। अब उन कमियों को भी दूर किया जा रहा है। (वहां पीछे सुनाई नहीं देता है क्या, सुनाई दे रहा है। अच्छा ये तो आपका उत्साह है इसलिए...) देखिए राजस्थान के साढ़े 4 करोड़ जरूरतमंदों को हर महीने मुफ्त राशन भी दिया जा रहा है। यानी जीवन के हर पड़ाव पर भाजपा सरकार गरीब के साथ खड़ी है। जो काम इतने दशक में नहीं हुए, वो हमने 10 साल में करके दिखाये। इसलिए मैं कहता हूं जब नीयत सही, तो नतीजे सही!

और साथियों,
10 साल में जो हुआ, लोग तो कहते हैं बहुत कुछ हुआ। पहले की सरकारों की तुलना में बहुत कुछ हुआ। आप भी कहते हैं, अरे मोदी जी तो दिन-रात दौड़ते हैं। काम करते ही रहते हैं, सोते हैं कि नहीं सोते हैं। आपलोग बताते हैं मुझे पता है। ...लेकिन काम कितना भी हुआ हो, औरों की तुलना में अनेक गुना हुआ हो, लेकिन मोदी के मन की बात आज मैं चूरू में बता देता हूं। बता दूं, बता दूं। देखिए जो अब तक हुआ है न वो तो ट्रेलर है ट्रेलर। आजकल बड़े-बड़े होटल में खाना खाने जाते हैं न तो पहले एपेटाइजर लेकर आते हैं, थोड़ी-थोड़ी देर पर तीन-चार बड़ी चटाखेदार चीजें परोसते हैं। तो कभी लगता है इतना आ गया पेट तो भर गया अब क्या खाएंगे। मोदी ने जो किया है वो तो एपेटाइजर है... अभी तो खाने की थाली बाकी है। बहुत कुछ करना है भाई। बहुत सारे सपने हैं। हमें देश को बहुत आगे लेकर जाना है।

साथियों,
आज देश में मोदी की गारंटी की चर्चा हो रही है। मोदी की गारंटी कैसे पूरी होती है, और कितनी रफ्तार से पूरी होती है, राजस्थान उसका बड़ा उदाहरण है। मैंने मेरी माताओं बहनों को गारंटी दी थी कि गरीबों का उज्ज्वला सिलिंडर सस्ता किया जाएगा। ये गारंटी पूरी हो गई है। मैंने युवाओं को गारंटी दी थी कि बीजेपी सरकार बनते ही कांग्रेस की पेपरलीक इंडस्ट्री के खिलाफ जांच बिठाई जाएगी। ये गारंटी भी पूरी हो गई है। मैंने ये गारंटी भी दी थी कि, राजस्थान का मेरा किसान, शेखावटी के मेरे लोगों के लिए पानी की समस्या को खत्म किया जाएगा। जिस ERCP प्रोजेक्ट को कांग्रेस ने लटकाकर रखा था, हमने उसे न केवल स्वीकृत किया बल्कि तेजी से काम भी जारी है। इससे पीने के पानी और लाखों हेक्टेयर जमीन को सिंचाई का लाभ भी मिलेगा। हमने हरियाणा से समझौता करके शेखावाटी में पानी लाने का रास्ता भी साफ कर दिया है।

भाइयों-बहनों,
भाजपा जो कहती है, वो जरूर करती है। दूसरी पार्टियों की तरह भाजपा केवल घोषणापत्र नहीं जारी करती, हम संकल्प पत्र लेकर के आते हैं। 2019 में हमने जो संकल्पपत्र जारी किया था, उसके ज़्यादातर संकल्प पूरे हो चुके हैं। दो साल कोविड के संकट के बावजूद भी मोदी ने आपको जो वादा किया था वो वादा पूरा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। राजस्थान के मेरे भाई बहन जम्मू-कश्मीर की धरती पर जो मेरे वीर जवान शहीद हुए ना उसमें में मेरे इस शेखावटी के जवान भी शहादत दी थी। वो जम्मू-कश्मीर जहां पर मेरे राजस्थान के वीरों का रक्त, आज उस जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 खत्म हो गया। तीन तलाक पर कानून हमारी मुस्लिम बहनों की मदद कर रहा है। और मेरी मुसलमान माताएं-बहनें समझें, ये तीन तलाक आपके जीवन पर तो खतरा था ही था मेरी मुस्लिम बेटियों के सिर पर तलवार लटकती रहती थी। मोदी ने आपकी रक्षा तो की है लेकिन मोदी ने हर मुस्लिम परिवार की भी रक्षा की है क्योंकि मुस्लिम परिवार का वो पिता वो कभी सोचता था कि बेटी की शादी करके भेजा तो है। दो-तीन बच्चे हो जाएंगे, उसके बाद अगर वो तीन तलाक कर के भेज देगा तो मैं बेटी को कैसे संभालूंगा। भाई को लगता था अगर तीन तलाक के कारण मेरी बहन घर वापस आ गई तो मेरा परिवार कैसे चलेगा। हर मां को लगता था कि इतने उत्साह और उमंग के साथ बेटी को शादी करके भेजा है, लेकिन तीन तलाक कह कर के अगर बेटी को लौटा दिया तो मेरी बेटी की जिंदगी का क्या होगा। यानि पूरा परिवार तीन तलाक के नाम पर लटकती तलवार के नीचे मुसीबत में जिंदगी गुजारता था। मोदी ने सिर्फ मुस्लिम बहनों को नहीं, सभी मुस्लिम परिवारों की जिंदगी को बचाया है। लोकसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण का कानून भी संसद ने पारित कर दिया है। ये भाजपा ही है जिसका संकल्पपत्र भी अपने आपमें एक गारंटी माना जाने लगा है।

साथियों,
आज जब मैं चुरू आया हूँ, तो कुछ पुरानी यादें भी ताजा हो रही हैं। इससे पहले मैं जब 26 फरवरी, 2019 में चुरू आया था, तो उसी समय देश ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक की थी। हमने आतंकियों को सबक सिखाया था। तब मैंने 2014 में जो शब्द कहे ते चुरू की इस धरती पर दोहराए थे। आज मैं उन्हें फिर एक बार इस वीरों की धरती आया हूं तो मेरे उन भावों को दोहरता हूं। तब मैंने कहा था, यहीं चूरू में कहा था।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की,
मैं देश नहीं मिटने दूंगा,
मैं देश नहीं रुकने दूंगा,
मैं देश नहीं झुकने दूंगा।
मेरा वचन है भारत मां को,
तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा।

लेकिन साथियों,
आपको याद होगा, हमारी सेना ने जब सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक की, तब कांग्रेस और उसके साथी क्या भाषा बोल रहे थे? इसी घमंडिया गठबंधन के लोग हमारी सेना से शौर्य के सबूत मांग रहे थे।

भाइयों बहनों,
सेनाओं का अपमान, देश का विभाजन- ये कांग्रेस पार्टी की पहचान है। जब तक इंडी अलायंस के लोग सत्ता में रहे, इन्होंने हमारे जवानों के हाथ बांधकर रखे। दुश्मन हमला करके चला जाता था। ये जवानों को जवाब देने की इजाजत नहीं देते थे। हमारे जवान ‘वन रैंक-वन पेंशन’ की मांग करते थे। कांग्रेस ने इसे भी पूरा नहीं होने दिया। हमारी सरकार बनी तो हमने सैनिकों को ‘वन रैंक-वन पेंशन’ का अधिकार भी दिया, और सीमा पर पलटवार करने की खुली छूट भी दी। आज दुश्मन को भी पता है- ये मोदी है, ये नया भारत है, ये नया भारत घर में घुसकर मारता है।

साथियों,
देशहित से भी ज्यादा कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण को प्राथमिकता दी है। ये लोग तुष्टिकरण के लिए किस हद तक जा सकते हैं, ये देश ने देखा है। ये वो लोग हैं जिन्होंने कोर्ट में जाकर कहा था कि प्रभु श्रीराम तो काल्पनिक हैं। अभी कुछ महीने पहले ही, अयोध्या में भव्य राममंदिर का सपना पूरा हुआ। पूरा देश प्राणप्रतिष्ठा का उत्सव मना रहा था, लेकिन, कांग्रेस पार्टी खुलेआम हमारी आस्था का अपमान कर रही थी।

साथियों,
देश ने कांग्रेस के पापों की हमेशा कीमत चुकाई है। और अभी-अभी तो मुझे एक पत्रकार बता रहे थे कि कांग्रेस पार्टी ने एक एडवाइजरी निकाली है और एडवाइजरी भी इतने डरे-डरे निकाली है, उन्होंने कांग्रेस के सभी इकाइयो को कहा है कि अयोध्या राम मंदिर की चर्चा अगर निकल पड़े तो मुंह पर ताला लगा देना कुछ बोलना ही मत, उनको लगने लगा है कि अगर राम का नाम लिया तो पता नहीं कि कब राम-राम हो जाएगा। ये हाल हो गया है उनका एडवाइजरी निकलनी पड़ रही है। भाइयों-बहनों हमारा देश हमारी आस्था इनका इतना घोर अपमान यह देश सह नहीं सकता है। लेकिन, अब जब इन परिवारवादी भ्रष्टाचारियों की लूट का हिसाब हो रहा है, तो ये सब एक हो गए हैं। मैं कहता हूं- भ्रष्टाचार हटाओ, तो वो कहते हैं-भ्रष्टाचारी बचाओ। अब मुझे बताइए, भ्रष्टाचार हटना चाहिए कि नहीं हटना चाहिए। देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करना चाहिए कि नहीं करना चाहिए। भ्रष्टाचार ने देश को बर्बाद किया है य नहीं किया है। भ्रष्टाचार ने नौजवानों के सपनों को चूर-चूर किया है नहीं है कि नहीं किया है। क्या अगर मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ता हूं तो सही है कि गलत है। सही है कि गलत है। मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रखूं। आपके आशीर्वाद हैं। पूरी ताकत से आशीर्वाद मिलेंगे। आपने देखा होगा, इस समय घमंडिया गठबंधन के लोग चुनाव की रैलियां नहीं कर रहे हैं, भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए रैली कर रहे हैं। आप मुझे बताइये, कांग्रेस के सांसद के ठिकाने पर छापा पड़ा...वहाँ से अलमारी में बक्सों में बंद किए हुए 300 करोड़ से ज्यादा रुपए बरामद हुए। और टीवी पर देश ने देखा। और केवल एक सांसद के पास से, एक जगह से 300 करोड़ रुपए का खजाना मिला है। और क्या-क्या होगा ये तो अभी खोजना है। 10 साल में अकेले ED ने भ्रष्टाचारियों से एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। मैं आपसे पूछता हूं... ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए कि या नहीं? ऐसे लोगों की जिंदगी जेल में बिताना चाहिए कि नहीं। मैं इन भ्रष्टाचारी परिवारवादियों से कहना चाहता हूं, कितने भी झूठ फैला लो, ये मोदी डरने वाला नहीं है।

साथियों,
कांग्रेस और इंडी गठबंधन वाले सिर्फ अपना हित देखते हैं। यही उनका कार्यक्रम है। इन्हें गरीब, दलित, शोषित-वंचित के कल्याण से, उनके सम्मान से कोई मतलब नहीं है। ये वही लोग हैं जिन्होंने कभी बाबा साहब अंबेडकर का सम्मान नहीं किया। इसी कांग्रेस ने बाबा साहब को दशकों तक भारत रत्न नहीं मिलने दिया था। इन लोगों ने देश में आपातकाल लगाया। संविधान को बंधक बनाया। इसी इंडी अलायंस के लोगों ने कभी भी पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया। दशकों पुरानी ये मांग मोदी ने पूरी की। भाजपा ने देश को दलित राष्ट्रपति दिए, देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति भी दीं। लेकिन इन्हें चुनाव हरवाने के लिए इंडी गठबंधन वालों ने पूरी ताकत लगा दी थी। अब 19 अप्रैल को शोषितों-वंचितों के ऐसे विरोधियों के साथ क्या करना है, आपको पता है न? पता है न? पता है न? अपने यहां राजस्थान में कहते हैं। अक्कलमंद ने इशारो ई घणो॥

साथियों,
चूरू में भाई देवन्द्र झाझड़िया जी...
झुंझूनू में शुभकरण चौधरी जी...
सीकर में स्वामी सुमेधानंद सरस्वती जी... मैं आज आपके पास उन सब के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। आप में से बहुत कम लोगों को पता होगा… मैं आपको बता देना चाहता हूं…चूरू में जो उम्मीदवार हैं देवेंद्र और दिल्ली में हैं नरेन्द्र। आपमें से बहुत कम लोगों को पता होगा… देवेंद्र के साथ मेरा बहुत पुराना निकट नाता रहा है। और जब मैं देवेंद्र से पहली बार मिला। और जब मैंने उसकी मां की बातें सुनी। मेरे मन को छू गया। मेरे देश की आन बान शान के लिए शेखाबाटी की गरीब मां- अनपढ़ मां अपना बेटा… जिसका शरीर मुसीबतों से गुजारा करने वाला शरीर है… लेकिन उसको भी दुनिया में देश का नाम करने के लिए मां प्रेरित करती है… और देवेंद्र भी गरीबी की परवाह किए बिना जी-जान से जुटकरके भारत का सम्मान बढ़ाया है। देवेंद्र को टिकट देने के पीछे मोदी का मकसद यही था कि जो गरीब मां का बेटा होता है उसके सपने भी पूरे होने चाहिए… मोदी का देवेंद्र को टिकट देने का मकसद यही था मेरे देश के जो खिलाड़ी हैं उन्हें हिंदुस्तान के खेल जगत के… बेटे-बेटियां हैं उनको प्रोत्साहन मिले… कि आपके खेल का कार्यकाल ये देश कभी भूलने वाला नहीं हैं… और उसका सिंबॉल हमारा देवेन्द्र है… और इसलिए मैं चूरू वासियों से विशेष रूप से… गरीबी से ही लड़ा नहीं… दुनिया में जाकर देश का डंका बजाया ऐसे मेरे साथी को… चाहे वो चूरू हो, झुंझूनू हो या सीकर हो, आप भारतीय जनता पार्टी को भरपूर आशीर्वाद दीजिए। और मैं आपको विश्वास दिलाता हूं आपके सपनों को पूरा करने के लिए मैं एड़ी-चोटी का जोर लगा दूंगा। गर्मी कितनी ही क्यों न हो मतदान पूरा होगा न। गर्मी के कारण मतदान कम होगा ऐसा नहीं होगा न। घर-घर जाएंगे, माताओं-बहनों को मेरी बात बताएंगे। चुनाव जीतने के लिए मतदान करेंगे। अच्छा मेरा का एक और काम करेंगे। मेरा पर्सनल काम है करेंगे। घर-घर जाकर कहना कि हमारे मोदी जी चूरू आए थे। और मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे। मैं यहां भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं को भी सार्वजनिक रूप से प्रार्थना करता हूं। सार्वजनिक रूप से कभी-कभी करना पड़ता है। ऐसा है कि चुनाव का समय है हर किसी के जिम्मे बहुत सारा काम है। लेकिन इनको मन में रहता है कि प्रधानमंत्री जी आए हम नहीं जाएंगे तो कैसा लगेगा। मेरी आप कार्यकर्ताओं से विनती है आप बिलकुल मेरी चिंता छोड़ दीजिए। सभी कार्यक्रमों में वरिष्ठ लोगों को दौड़ने की जरूरत नहीं है। कोई छोटा कार्यकर्ता भी रहेगा तो मोदी भी छोटा है, छोटे के बगल में बैठ जाएगा। आप कृपा करके सभी कार्यक्रमों के लिए मत दौड़िए।
मेरे साथ बोलिए...
भारत माता की जय। भारत माता की जय। भारत माता की जय।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।