Every single vote you cast will guarantee development and ensure the protection and respect of our tribal heritage: PM in Jharkhand rally
Be vigilant against the conspiracy of Congress and its allies: PM Modi in Chaibasa
When I say we need to build a Viksit Bharat, a Viksit Jharkhand, I say this for the better future of your children: PM

जय जोहार !

ये भगवान बिरसा मुंडा और शहीद पोटो हो के पराक्रम की धरती है। झारखंड की ये भूमि, जनजातीय गौरव, जनजातीय मान-मर्यादा की साक्षी रही है। ये माटी, उस आदिवासी शौर्य की साक्षी रही है, जिसने भारत की आज़ादी, भारत की संस्कृति और विरासत की रक्षा की है। इस धरा ने, भगवान बिरसा मुंडा, पोटो हो, तिलका मांझी, चांद-भैरव, निलांबर-पितांबर, सिद्धो-कान्हो जैसे अनगिनत वीरों को जन्म दिया। आदिवासी बलिदान का अमर साक्षी, हमारा ये सेरेंगसिया शहीद स्मारक भी है। ये हमारे ‘हो’ आदिवासी वीरों की गाथा कहता है। इतिहास गवाह है कि कैसे कोल्हान ने अत्याचारी अंग्रेज़ी सेना को टक्कर दी थी। आज फिर कोल्हान ने, JMM-कांग्रेस-RJD की अत्याचारी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है। हर कोई कह रहा है कि इस बार कोल्हान नया इतिहास रचने जा रहा है। जो सालों-साल नहीं हुआ, वो इस साल होने जा रहा है। चाईबासा की इस विशाल रैली का संदेश भी यही है। आज मैं इस चुनाव अभियान में पहली बार आया हूं। और ये मेरी दूसरी रैली है। दोनों रैली को देखने के बाद मैं दावे से कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी-एनडीए इतिहास में मिले किसी भी परिणाम से और अधिक सीटों के साथ सरकार बनाएगी। और ये मैं आपके आशीर्वाद के कारण कह रहा हूं। आपका ये उत्साह, ये उमंग, ये जोश, इसके कारण कह रहा हूं। पूरा झारखंड एक सुर में कह रहा है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार ! रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार ! पूरी ताकत से बोलिए सब। रोटी-बेटी और माटी की पुकार, रोटी-बेटी और माटी की पुकार, रोटी-बेटी और माटी की पुकार।

 

साथियों,

भाजपा के लिए, आदिवासी भाई-बहनों की आकांक्षा, उनका स्वाभिमान हमेशा सर्वोपरि रहा है। जब पहली बार, भाजपा सरकार बनी, दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी को सेवा करने का अवसर मिला। अटल जी देश के प्रधानमंत्री बने, तब जाकर आदिवासी समाज को अलग राज्य मिले। छत्तीसगढ़ और झारखंड, ये दो राज्य बनाने का सौभाग्य भाजपा को ही मिला है। बीते दशक में हमने आदिवासी समाज के योगदान को देश-दुनिया के सामने रखने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। रांची में धरती आबा बिरसा मुंडा का इतना भव्य संग्रहालय बना है। हमने ही भगवान बिरसा मुंडा के जन्म दिवस को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया है। इस बार तो 15 नवंबर से धरती आबा की डेढ़ सौवीं जन्मजयंति के उत्सव शुरु होने वाले हैं। आने वाले 2 सालों तक ये उत्सव देश के हर कोने में चलेगा, पूरे देशभर में चलेगा, आदिवासी समाज के एक सपूत ने देश के लिए कितना बड़ा योगदान किया, इससे देश का बच्चा-बच्चा परिचित होगा।

साथियों,

ये क्षेत्र ‘हो’ भाषा से समृद्ध है, यहां की पहचान ‘हो’ भाषा से है। और आप तो जानते हैं, हमारी सरकार लगातार मातृ भाषा पर बल दे रही है, मातृभाषा का सम्मान करती है। "हो" भाषा को बहुत अपमान झेलने पड़े हैं, उपेक्षा झेलनी पड़ी है। अब ये मोदी की गारंटी है, "हो" भाषा के अपमान का समय खत्म होगा। "हो" भाषा को उचित सम्मान मिले, यहां की और भी भाषाओं को भी उचित सम्मान मिले, इसके लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और पूरा प्रयास करने का वादा करते हैं। ये विकास भी और विरासत भी के हमारे संकल्प को मजबूत करने वाली बात है।

साथियों,

भारत के इतिहास में, कांग्रेस और RJD, इनसे बड़ा आदिवासी विरोधी कोई नहीं हुआ। ये जो हमारे नौजवान हैं, इनको वो पुराने दिन याद दिलाना ज़रूरी है। 80 के दशक में जब बिहार और दिल्ली, दोनों जगह कांग्रेस की सरकार थी, झारखंड तब अलग नहीं हुआ था, बिहार का हिस्सा था, तब यहां क्या हुआ था? आप ज़रा अपने माता-पिता, अपने दादा-दादी से पूछिए, अपने गांव के बुजुर्गों को पूछिए। उनको गुवा गोलीकांड जरूर याद होगा। जिस तरह की बर्बरता अंग्रेजों ने की थी, वैसी ही बर्बरता यहां कांग्रेस सरकार ने आदिवासियों का खून बहाकर की थी। यहां कांग्रेस सरकार ने हमारे आदिवासी भाइयों को गोलियों से भून दिया था। हमारे वो आदिवासी पूर्वज सिर्फ अपना हक मांग रहे थे। वो अलग झारखंड राज्य मांग रहे थे। मत भूलिए, तब आरजेडी के नेता भी कहते थे कि झारखंड उनकी लाश पर बनेगा। आपकी आकांक्षाओं से आपके सपनों से इतनी ज्यादा नफरत है इन लोगों को। अब देखिए, जो RJD झारखंड बनाने को सहमत नहीं था, झारखंड बनाने की बात करने वालों को कुचलना चाहता था। उस RJD की गोदी में कौन बैठा है? JMM जाकर उनकी गोदी में बैठ गया है। कांग्रेस और RJD आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। और JMM की सच्चाई भी किसी से छिपी नहीं है। जिस कांग्रेस के दामन पर आदिवासियों के खून के छींटे हैं, आज JMM उसी के कंधे के सहारे सरकार चला रही है। जिन्होंने झारखंड का हमेशा विरोध किया, JMM ने सत्ता के लालच में उन्हीं को गले लगा लिया। झारखंड राज्य के लिए अपना बलिदान देने वालों का इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता।

साथियों,

भारत को विकसित बनाने के लिए आदिवासी समाज का विकास और मुख्यधारा से आदिवासी समाज को जोड़ना, ये हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। ये आदिवासी समाज की उचित भागीदारी के बिना संभव नहीं होगा। इसलिए, भाजपा ने, NDA ने, आदिवासी भागीदारी पर हमेशा बल दिया है। अभी हाल में ही, भाजपा ने हमारे पड़ोस में एक आदिवासी नौजवान को ओडिशा का मुख्यमंत्री बनाया है। इतना ही नहीं, हमारे साथ जुड़ा छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री हमारे आदिवासी साथी हैं। अनेक राज्यों में आदिवासी संतान राज्यपाल के नाते, गवर्नर के नाते राज्य सरकार का मार्गदर्शन कर रहे हैं। केंद्र सरकार के अनेक शीर्ष पदों पर आज हमारे आदिवासी भाई-बहन उसका नेतृत्व कर रहे हैं। आज देशभर के आदिवासी कल्याण की जिम्मेदारी ओडिशा के हमारे जुएल ओरांव जी और मध्य प्रदेश के दुर्गादास उइके जी के पास है। देशभर को पोर्ट, शिपिंग के विकास की जिम्मेदारी, हिंदुस्तान को पूरी दुनिया से जोड़ने की जिम्मेदारी हमारे सर्बानंद सोनोवाल जी जो आदिवासी समाज के गौरव हैं, वो संभाल रहे हैं। देश में महिला और बाल कल्याण की जिम्मेदारी हमारी आदिवासी बहन सावित्री ठाकुर जी के पास है।

साथियों,

दूसरी तरफ कांग्रेस-RJD को देखिए, कांग्रेस ने किसी आदिवासी को अपना अध्यक्ष नहीं बनने दिया। कांग्रेस ने कभी किसी आदिवासी बेटे-बेटी को देश का राष्ट्रपति भी नहीं बनने दिया। इतना ही नहीं, हम जब एक आदिवासी महिला को देश का राष्ट्रपति बनाने निकले, तो उन्होंने उसका भी घोर विरोध किया। उनको पराजित करने के लिए षडयंत्र किए। ये भाजपा और NDA ही है, जिसने देश को पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति दी है। भाजपा, आदिवासी समाज को ज्यादा से ज्यादा प्रतिनिधित्व देने के लिए प्रतिबद्ध है।

साथियों,

JMM-कांग्रेस-RJD, कभी आदिवासियों का सम्मान नहीं कर सकतीं। उन्हें तो आपका अपमान करने की आदत है। इन लोगों ने कोल्हान की संतान, कोल्हान के गौरव हमारे चंपई सोरेन जी का भी घोर अपमान किया है। इन लोगों ने जिस तरह अपमानित करके चंपई सोरेन जी को मुख्यमंत्री पद से हटाया, ये पूरे देश ने देखा है। ये सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं है। ये कोल्हान का अपमान है। ये आपका अपमान है। आप मुझे बताइए, ये आपका अपमान है कि नहीं है? इस अपमान के लिए आप JMM को सज़ा देंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए, सजा देंगे?

साथियों,

वोट के लिए ये JMM और कांग्रेस वाले आदिवासी बेटियों का अपमान करने से भी नहीं चूकते। आज द्रौपदी मुर्मू जी के रूप में देशभर के आदिवासियों की एक सशक्त आवाज हमारे पास है। लेकिन JMM-कांग्रेस और इनके साथियों को आदिवासी महिला राष्ट्रपति बर्दाश्त नहीं हो रही हैं। ये लोग उन्हें अपशब्द कहने का भी कोई मौका नहीं छोड़ते। हमारी बहन सीता सोरेन के साथ इन्होंने क्या किया, ये भी हम सभी ने देखा है। कांग्रेस के एक नेता ने बहन सीता सोरेन जी के लिए जो कुछ कहा है, वो हर आदिवासी माता-बहन-बेटी का अपमान है। अभी महाराष्ट्र में भी, एक बहन चुनाव लड़ रही है। कैसी गंदी भाषा का प्रयोग किया गया उनके लिए, ये इनकी आदत है। और आप देखिए, यहां के जो मुख्यमंत्री हैं, उनकी तरफ से एक शब्द तक नहीं निकला। यही JMM की सच्चाई है। सत्ता सुख में JMM को आदिवासी महिलाओं का अपमान भी स्वीकार है। कांग्रेस से तो देश को कोई उम्मीद है ही नहीं। महाराष्ट्र में भी भाजपा की महिला नेता को लेकर जिस प्रकार की बातें इनके साथी करते हैं, उसे पूरे देश ने देखा है। माताएं-बहनें चौंक गई हैं कि हमारे देश की बहन-बेटियों के लिए ये कांग्रेस वाले उनके साथी ऐसी गंदी भाषा बोलते हैं। इसलिए महाराष्ट्र के लोग भी कांग्रेस और उसके साथियों को सबक सिखाने को तैयार बैठे हैं।

साथियों,

मेरा लंबा समय आदिवासी क्षेत्रों में माताओं-बहनों के संघर्षों को देखते हुए गुजरा है। अभाव और गरीबी में भी वे कैसे परिवार और समाज को संभालती हैं, मैंने इसे अपनी आंखों से देखा है। इसलिए, भाजपा-NDA की हर योजना के केंद्र में माताएं-बहनें रहती हैं। मैंने लाल किले से कहा है कि भारत को विकसित बनाने के लिए नारीशक्ति को सशक्त करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मुझे खुशी है कि झारखंड भाजपा ने महिलाओं को सशक्त करने वाला संकल्प पत्र कल ही जारी किया है। अभी झारखंड में गोगो दीदी योजना की घर-घर में चर्चा है। गोगो दीदी योजना को झारखंड की हर माता-बहन ने गले लगाया है। गोगो दीदी योजना ने झारखंड की माताओं-बहनों के मन में एक नई ऊर्जा भर दी है। इस योजना के तहत हर महीने माताओं-बहनों के खाते में 2100 रुपए आएंगे, हर महीने 2100 रुपए। झारखंड भाजपा ने 500 रुपए में गैस सिलेंडर, और साल में 2 सिलेंडर मुफ्त देने का भी वायदा किया है। झारखंड की बेटियों को बी-एड, नर्सिंग और दूसरे प्रोफेशनल कोर्स के लिए मुफ्त पढ़ाई का वायदा भी बहुत बड़ा है। इससे आदिवासी बेटियों को भी बहुत लाभ होगा। साथियों, आज पूरी दुनिया में भारत के नौजवानों के टैलेंट की मांग है। अभी जर्मनी के नेता यहां आए थे। उन्होंने कहा हम भारत से हर साल 90 हजार लोगों को बुलाएंगे। दुनिया में जहां-जहां हमने समझौते किए हैं। दुनिया में हमारी नर्सिंग वाली बहनों की बहुत बड़ी मांग है। मुझे विश्वास है झारखंड में पढ़-लिखकर आगे बढ़ने वाले बेटे-बेटियां उनको भी कभी आस्ट्रेलिया कभी न्यूजीलैंड यूरोप के देशों में उनका मान-सम्मान बहुत बढ़ने वाला है। साथियों, गर्भवती माताओं के लिए पोषण किट और 21 हज़ार रुपए की सहायता, मां और बच्चे, दोनों के जीवन को सुरक्षित बनाएगा। झारखंड भाजपा ने राज्य में 21 लाख घर बनाने का भी ऐलान किया है। इन घरों में से ज्यादातर घर महिलाओं के नाम ही होंगे। महिलाओं के नाम पहली बार कोई संपत्ति होगी। सशक्त नारी, विकसित भारत औऱ विकसित झारखंड के मार्ग को भी सशक्त करेगी।

साथियों,

यहां इतनी बड़ी संख्या में हमारे युवा साथी आए हैं। 5 साल पहले JMM और कांग्रेस वालों ने आपसे कितने सारे वादे किए थे। नौकरी देंगे, भत्ता देंगे, कहा था या नहीं? इन्होंने जो कहा था, वो पूरा किया क्या? अगर ये अपने वादे पूरा करते तो यहां से काम की तलाश में नौजवानों पलायन करने की नौबत नहीं आती। इन्होंने झारखंड के नौजवानों को नौकरी तो नहीं दी, लेकिन भर्ती माफिया के हवाले जरूर कर दिया। ऐसा कोई पेपर नहीं जो बीते 5 वर्षों में लीक नहीं हुआ। पेपर-लीक माफिया ने झारखंड के नौजवानों का भविष्य बर्बाद कर दिया। आप चिंता मत कीजिए युवा साथियों, भाजपा-NDA सरकार, इस माफिया को कड़ा सबक सिखाएगी। एक भी बचने वाला नहीं है। आप चाहते हैं ना कि पेपर लीक के दोषियों को कड़ी सजा मिले? चाहते हैं कि नहीं चाहते? पेपर-लीक और अवैध तरीके से हुई भर्तियों की जांच कराई जाएगी। झारखंड भाजपा का ऐलान है, 3 लाख सरकारी भर्तियां, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराई जाएंगी। अभी हरियाणा में चुनाव हुआ, वहां के लोगों ने तीसरी बार भाजपा सरकार बनाई। और भाजपा ने वादा किया था कि आने के तुरंत बाद बिना खर्ची- बिना पर्ची 25 हजार लोगों को रोजगार देंगे और सरकार आने के दूसरे दिन ही बिना खर्ची- बिना पर्ची 25 हजार लोगों को नौकरी का ऑर्डर मिल गया। उनकी तो डबल दिवाली हो गई। साथियों, जो युवा अपना बिजनेस करना चाहते हैं, उनको ट्रेनिंग दी जाएगी, बैंक से लोन दिया जाएगा और भत्ता भी दिया जाएगा। युवा साथी भत्ता के तौर पर झारखंड के युवाओं को 2 हजार रुपए दिए जाएंगे। कोचिंग के लिए और उच्च शिक्षा के लिए भी युवाओं को बहुत बड़ी मदद देने की घोषणा की गई है।

साथियों,

गरीब का संघर्ष क्या होता है, मैंने उसको जीया है, निकट से देखा है। तभी तो बीते 10 वर्षों में गरीबों के लिए सबसे बड़ी योजनाएं हमने बनाईँ। इन्हीं योजनाओं का परिणाम है कि 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए। झारखंड में भी गरीबी दूर करने के लिए भाजपा प्रतिबद्ध है। इसलिए झारखंड भाजपा ने गरीबों का जीवन आसान बनाने के लिए शानदार घोषणाएं की हैं। भाजपा-NDA सरकार झारखंड के हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए काम करेगी। धान का MSP बढ़ाकर 3100 रुपए करने और दाना-दाना खरीदने की गारंटी दी है। इसका फायदा सभी किसानों को होगा। और इसलिए मेरा एक काम करोगे आपलोग? जरा हाथ ऊपर करके बताइए, मेरा एक काम करोगे? किसानों को जाकर के बताइए कि भाजपा ने कहा है कि अब धान का MSP 3100 रुपए होगा। आदिवासी परिवार जो भी वन उत्पाद इकट्ठा करते हैं, उन उत्पादों को NDA की नई सरकार जरूर खरीदेगी। इससे आदिवासी परिवारों की आय बढ़ेगी। पंचायत के मुखियाओं को जो भत्ता मिलता है, उसमें भी बढ़ोतरी की जाएगी। पेसा कानून के तहत पंचायती राज को भी और सशक्त किया जाएगा।

साथियों,

कांग्रेस और उसके साथी दलों ने लंबे समय तक आदिवासी समाज को गरीब रखा है, अभावों में रखा। कांग्रेस को तो आदिवासी कल्याण के लिए अलग मंत्रालय बनाने तक की सुध नहीं थी। ये काम भी भाजपा-NDA ने ही किया। भाजपा और NDA सरकार की नीति अलग है। जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी पूजता है। मैं आपको दो बड़ी योजनाओं के बारे में बताऊंगा, जो आदिवासी समाज के लिए ऐतिहासिक योजनाएं हैं। आदिवासी कल्याण से जुड़ी इन दोनों योजनाओं पर हम एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने जा रहे हैं, एक लाख करोड़ रुपए। पहली योजना है- धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान। दूसरी योजना है- पीएम जनमन अभियान। ये दोनों ही योजनाएं झारखंड से शुरू की गई हैं। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से देश के 60 हज़ार से अधिक आदिवासी गांवों का विकास किया जाएगा। 60 हजार आदिवासी गांव एक साथ। इससे ऐसे हर गांव में रोड, बिजली, पानी, स्कूल, अस्पताल, मोबाइल नेटवर्क, ऐसी सारी आधुनिक सुविधा बनाई जाएगी। आदिवासी भाई-बहनों के लिए ट्राइबल मार्केटिंग सेंटर बनाए जाएंगे। होम स्टे बनवाने के लिए मदद दी जाएगी। इस अभियान के तहत आदिवासी युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं पीएम जनमन अभियान, उन आदिवासी बस्तियों पर फोकस कर रहा है जो विकास में सबसे पीछे रह गईं हैं। आज पीएम-जनमन से झारखंड के अनेक गांवों में विकास के काम हो रहे हैं।

साथियों,

भाजपा-NDA का प्रयास है कि देश के हर नागरिक को, हर क्षेत्र को बेहतरीन आरोग्य सुविधाएं मिलें। झारखंड में AIIMS का निर्माण इसी उद्देश्य से किया गया। लेकिन JMM-कांग्रेस-RJD की सरकार, मानवता की सेवा के इस काम में भी रोड़े अटकाने का ही काम कर रही है। आप याद कीजिए, मैंने यहां चाईबासा में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था। लेकिन बीते 5 साल से JMM सरकार ने इस मेडिकल कॉलेज का काम लटकाए रखा है। यहां भाजपा सरकार बनने के बाद, पूरे झारखंड में अस्पताल और मेडिकल कॉलेज बनाने की गति तेज़ की जाएगी। मेरा लक्ष्य है, यहां के बच्चे डॉक्टर बन सकें, यहां स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हों। इसलिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में पढ़ाई का विकल्प दिया गया है। हमने देश के हर परिवार में 70 वर्ष से ऊपर के हर बुजुर्ग के लिए 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज देने का फैसला किया है। झारखंड भाजपा ने तो बुजुर्गों को 15 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की घोषणा की है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनने के बाद सिकल सेल की बीमारी के विरुद्ध भी लड़ाई तेज़ होगी। ये आदिवासी समाज की बहुत बड़ी सेवा होगी।

साथियों,

भाजपा-एनडीए के प्रयासों के बीच आपको JMM-कांग्रेस-RJD से बहुत सावधान रहना है। JMM-कांग्रेस-RJD ने झारखंड की अस्मिता को संकट में डाल दिया है। झारखंड की डेमोग्राफी, यहां की पहचान को बदलने की साजिश हो रही है। इसलिए JMM-कांग्रेस-RJD पर घुसपैठिया समर्थक गठबंधन का ठप्पा लग गया है। क्योंकि घुसपैठिए इनका सबसे बड़ा वोट बैंक बन गए हैं। JMM और कांग्रेस मिलकर इन घुसपैठियों के फर्जी कागज बनवा रहे हैं, इनके हर गलत काम को संरक्षण दे रहे हैं। यहां तक कि जब कोर्ट में इनसे पूछा गया, तो वहां भी इन्होंने झूठ बोला कि घुसपैठ नहीं हो रही है। घुसपैठिए, आदिवासी बेटियों को निशाने पर ले रहे हैं। झूठ-फरेब, छल-कपट से शादी करके, आदिवासियों की ज़मीन हड़प रहे हैं। ये आपकी रोटी भी छीन रहे हैं, ये आपकी बेटी भी छीन रहे हैं और आपकी माटी को भी हड़प रहे हैं। इसलिए आपको रोटी, बेटी और माटी, सबकी पुकार को याद रखना है। हमें झारखंड की अस्मिता को बचाना है, झारखंड की पहचान को बचाना है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, यहां भाजपा-NDA सरकार बनेगी, आपने निर्धार किया है, बनने वाली है। घुसपैठ पर रोक लगाने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे। नई सरकार, अवैध तरीके से हड़पी गई भूमि को फिर से आदिवासी बेटियों के नाम करने के लिए कानून बनाएगी।

साथियों,

आदिवासी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए ही बाबा साहेब आंबेडकर ने आदिवासी आरक्षण की शुरुआत करवाई थी। लेकिन उस समय भी नेहरू जी ने आदिवासियों को आरक्षण का विरोध किया था। इसके बाद जितने साल सरकार पर गांधी परिवार का कब्जा रहा, ये लोग आरक्षण के खिलाफ रहे। अब एक बार फिर इन लोगों ने खुला ऐलान कर दिया है कि– आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण को समाप्त कर देंगे। औऱ साथियों, आदिवासियों से उनका आरक्षण का अधिकार छीनकर ये लोग उसे अपने वोटबैंक को देंगे। इन लोगों ने एक और तरीका निकाला है। ये स्कूलों-कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कर रहे हैं। इससे इन संस्थानों में दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को आरक्षण मिलना बंद हो जाता है। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश से भी आपको सावधान रहना है।

साथियों,

मैं आपके बीच से निकलकर यहां पहुंचा हूं। मेरे लिए, आप सभी ही मेरा परिवार हैं। इसलिए जब मैं कहता हूं कि विकसित भारत बनाना है, झारखंड को विकसित बनाना है तो ये सबकुछ आपके बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए ही कहता हूं.। मेरे लिए आप ही मोदी हैं। आप घर-घर जाइए और सभी से कहिए कि भाजपा-आजसू-JDU-LJP के सभी उम्मीदारों को विजयी बनाना है। मैं आपसे आग्रह करता हूं पोलिंग बूथ पर जाइए, घर-घर जाइए, फिर एक बार अभूतपूर्व विजय के साथ भाजपा-NDA की सरकार बनाइए।

मेरे साथ बोलिए,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय,
भारत माता की जय !

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।