TMC is running a mobocracy, not a republic: PM Modi in Bolpur

Published By : Admin | May 3, 2024 | 10:45 IST
TMC is running a mobocracy, not a republic: PM Modi in Bolpur rally
The number of Institutes of National Importance has increased from 75 to around 150: PM Modi in Bolpur

नमोशकार,

वीर भोम माने लाल माटिर देश बोलपुर एबांग वीरभूम एरांगा माटिर मानुष बालो चिंता.. सबसे पहले पांचों शक्ति पीठों को मेरा सत-सत प्रणाम। यहां इतनी विशाल संख्या में जो हमारी शक्ति स्वरूपा माताएं-बहने आशीर्वाद देने आई है उन सब माताओं-बहनों को सर झुकाकर मेरा प्रणाम।

भाइयों और बहनों,

बोलपुर आकर एक अलग ही सुख मिलता है। ये भूमि विश्व शांति के लिए गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की प्रयोगशाला रही है। यहां ऐतिहासिक विश्व भारती विश्वविद्यालय है और मुझे प्रधानमंत्री दायित्व के नाते इस महान संस्थान का चांसलर होने का सौभाग्य प्राप्त है। इसलिए वीरभूम से, बोलपुर से, मेरा आत्मीय और गहरा रिश्ता हो जाता है।

साथियों,

आज मैं यहां अलग ही मिजाज देख रहा हूं। जितने लोग यहां है ना, उससे चार गुना ज्यादा लोग हेलीपैड पर थे। मैं वहां चारों तरफ जाकर के सबको प्रणाम करके उनका आशीर्वाद लेने का प्रयास किया और अब आप सबका आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। साल 2014 में आपने मोदी को सिर्फ सरकार चलाने के लिए नहीं चुना था। प्रधानमंत्री पद पर रौब जमाने के लिए नहीं चुना था। आपने मुझे देश के लिए बड़े-बड़े लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए चुना था। जरा आप जो फोटो लेकर आई है मैं आपका बहुत आभारी हूं। जरा उनसे वो फोटो ले लीजिए और आप पीछे अपना एड्रेस ले लीजिए, मैं आपको चिट्ठी लिख दूंगा। आपने बढ़िया फोटो लेकर आई है। मैं आपका आभारी हूं। वो दे दीजिए मेरी टीम ले लेगी। आप अपना उस पर एड्रेस लिख लेना ताकि मैं चिट्ठी भेजूंगा आपको। हां ठीक है, धन्यवाद जी धन्यवाद। चलिए परमात्मा के आशीर्वाद बने रहे आप पर जी।

साथियों,

बीते 10 साल, मोदी ने उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दिन-रात मेहनत की है। मैंने अपने समय का पल-पल आपकी सेवा में, देश की सेवा में, पूरे कर्तव्य भाव से, पूरी नम्रता से, मैंने समर्पित किया है। इसलिए आज देश ने वो उपलब्धियां भी हासिल की है जो कांग्रेस 60 साल में नहीं कर पाई थी। ये जो छोटा बालक एक तस्वीर लेकर आया है, बेटे थोड़ा आगे आ जाओ वो ले लेगा। वो तस्वीर उनसे ले लीजिए वो छोटे बालक से, आप बैठिए। बड़े बड़े बाबू बैठे जरा ये छोटा बालक इतने प्यार से आशीर्वाद लेकर आया है। हां वो, थैंक यू बेटा बहुत-बहुत धन्यवाद थैंक यू। अब ये कागज ऊपर करने वाले नीचे बैठ जाओ। मेहरबानी करके आप रख दो नीचे। आप रख दो नीचे। हो गया भाई अब मुझे इतने लोग इंतजार कर रहे हैं। आप वो तस्वीर नीचे रखो मैं आपके प्यार के लिए आपका आभारी हूं, नीचे रखो मैं आपको कह रहा हूं, नीचे रखो।

साथियों,

ये तो युवा सपनों को दिशा देने वाली नगरी है। मोदी ने ठाना है नए भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाना है। मोदी ने ठाना है नए भारत की शिक्षा व्यवस्था, गुणवत्ता युक्त हो। मोदी ने ठाना है देश में ज्यादा से ज्यादा शिक्षा संस्थान खुले। मैं नहीं चाहता हमारे बच्चे उच्च शिक्षा के लिए इधर-उधर भटके, उनके लिए सीटों की कमी हो। मैं आपसे जानना चाहता हूं पिछली शताब्दी की सोच पर चलने वाला इंडी गठबंधन कभी भविष्य के लिए सोच भी सकता है क्या? कभी ऐसा कर भी सकता है क्या? ये लोग तो तीन दशक तक नई एजुकेशन पॉलिसी तक नहीं ला पाए। ये काम आपके सेवक मोदी ने किया। मोदी देश की शिक्षा को आधुनिक बनाने के लिए एक के बाद एक कदम उठा रहा है और आज देश इसके शुभ नतीजे भी देख रहा है। बीते 10 सालों में औसतन हर हफ्ते एवरी वीक एक नया यूनिवर्सिटी खुली है देश में, आपको खुशी होगी एवरी वीक वन न्यू यूनिवर्सिटी। बीते 10 सालों में एवरी डे, हर दिन दो नए कॉलेज खुले हैं। 60 सालों में जितने मेडिकल कॉलेज देश में बने उतने मेडिकल कॉलेज हमने 10 साल में बना कर के आपको दे दिए। 60 साल में कांग्रेस सिर्फ सात एम्स ही बना पाई थी सेवन, आज 22 एम्स 22 एम्स देश में बने। 2014 में देश में सिर्फ नाइन ट्रिपल आईटी थी 9 ट्रिपल आईटी आज 25 है। ये सब मोदी किसके लिए कर रहा है? आपके नौजवान बेटे बेटियों के लिए, आपके भविष्य के लिए, क्यों हमारे बच्चे विदेशों पर आश्रित हो? क्यों आपकी मेहनत की कमाई उसका बड़ा हिस्सा दूसरे देशों में चला जाए?

साथियों,

2014 में ग्लोबल यूनिवर्सिटी रैंकिंग में भारत के सिर्फ चार पांच इंस्टिट्यूट्स ही आते थे। इस वर्ष करीब 70 संस्थान टॉप 400 में है, 70 इन 400 और कई तो टॉप 50 में भी आ गए। इंस्टिट्यूट ऑफ नेशनल इंपॉर्टेंस की संख्या भी 75 से बढ़कर 150 के आसपास हो गई है। साथियो, ये काम मोदी ने सिर्फ 10 साल में करके दिखाए हैं और ये तो अभी ट्रेलर है। ये तो अभी ट्रेलर है। अभी तो मुझे बहुत काम करना है। एका तो शुदु ट्रेलर एखन तो अनेकी छु कोरा बाकी। इसलिए ही मैं आपसे तीसरे कार्यकाल के लिए आशीर्वाद मांगने आया हूं। साथियों, मैंने लाल किले से कहा था यही समय है, सही समय है और इसलिए हर समय देश को आगे बढ़ाने में जुटा हूं। देश के लोगों ने 2004 में इंडी गठबंधन को भी मौका दिया था लेकिन इन लोगों ने क्या किया? इंडी गठबंधन ने अपने 10 साल में लाखों करोड़ रुपए घोटाला, घोटाला और घोटाला। करप्शन, करप्शन, करप्शन। जब देश को टेलीकॉम नेटवर्क बढ़ाना था इन लोगों ने 2जी घोटाला कर दिया। जब देश को अपनी सेनाएं मजबूत करनी थी, इन लोगों ने पनडुब्बी, सबमरीन घोटाला और हेलीकॉप्टर घोटाला कर दिया। जब देश को स्पोर्ट्स की दुनिया में छा जाना था, इन लोगों ने कॉमनवेल्थ घोटाला कर दिया। यहां टीएमसी भी यही कर रही है। टीएमसी के नेताओं ने यहां हर तरह के घोटाले करने का रिकॉर्ड बना दिया है। ऐसे- ऐसे घोटाले जो कोई सोच भी नहीं सकता, और आपने देखा नोटों के ढेर, चोरी का माल और बैंक के मशीन, नोटों के ढेर गिनते- गिनते थक जाते हैं। पोंजी स्कीम घोटाला, राशन घोटाला, भरती घोटाला, कोयला घोटाला, पशु तस्करी घोटाला और हर घोटाला, मामूली नहीं सैकड़ों करोड़ रुपए का घोटाला। इन लोगों ने हर तरह से आपको लूटा है। आपके जेब काटे हैं। आपके बच्चों के भविष्य के सामने खाई बना दी है, खाई।

साथियों,

बंगाल का टीचर भर्ती घोटाला तो टीएमसी नेताओं के चरित्र को उजागर करता है। मैं जरा एक उदाहरण देना चाहता हूं। मैंने कश्मीर के कुछ नेताओं को एक बार बुलाया था। घाटी के 100 के करीब गांवों के लोगों को बुलाया था। दिल्ली में प्रधानमंत्री के घर पर बुलाया था। मैंने कहा मैं एक काम के लिए आपकी मदद चाहता हूं। आतंकवाद जोरों पर था। गांव- गांव में स्कूलें जलाते थे। मैंने उनको बुला कर के कहा मुझे एक मदद चाहिए। बोले क्या? मैंने कहा मैं आतंकवाद से लड़ लूंगा, मैं आतंकवाद को जमीन पर से उखाड़ दूंगा लेकिन अभी मुझे एक मदद चाहिए। बोले क्या? मैंने कहा गांव में ये आतंकवादी स्कूल जलाते हैं, मुझे मदद कीजिए अब एक भी स्कूल जलना नहीं चाहिए। मैंने कहा जब वो स्कूल जलाते हैं तब एक इमारत नहीं जलाते, एक मकान नहीं जलाते, वो आपके गांव के बच्चों का भविष्य जला देते हैं। और आप भाई-बहन मुझे आशीर्वाद देंगे, कश्मीर के वो लोग और ये बात मैं करीब सात-आठ साल पहले की करता हूं तब तो मेरे सामने सवालिया निशान थे। लेकिन उन सभी नेताओं ने मुझे कहा कि साहब, काम कठिन है। लेकिन हम आपकी भावना को समझते हैं। हम इसके लिए कोशिश करेंगे और आज मैं गर्व से कह सकता हूं कि कश्मीर के गांवों में स्कूलों को जलाना बंद हो गया। बच्चों के भविष्य को वो समझे लेकिन ये टीएमसी देखिए बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा रही है और शिक्षक भर्ती में घोटाला करके आपके बच्चों के भविष्य को दांव पर लगा दिया। 25000 शिक्षक, आज अदालत ने उनको घर भेज दिया। वो शिक्षक तो गए सो गए आपके बच्चों के भविष्य पर ये भ्रष्टाचारियों ने ताला लगा दिया है। जो आपके बच्चों के भविष्य के साथ खेलते हैं, क्या ऐसे टीएमसी को माफ कर सकते हैं क्या? कर सकते हैं क्या? उनको सजा दोगे? इस बार कमल को वोट देकर के उनको सजा दीजिए।

भाइयो बहनों,

टीएमसी भ्रष्टाचार की दुकान खोल कर के बैठी है यहां हाईकोर्ट के आदेश पर एजेंसियां कारवाई कर रही है। कारवाई शुरू होते ही टीएमसी के नेताओं के घरों से करोड़ों रुपये मिलने लगे हैं। ये टीएमसी वालों के यहां से जो पैसे मिलते हैं वो पैसे किसके हैं भाई? किसके पैसे हैं? ये आपके है कि नहीं है? आपके मालिक के है कि नहीं? कि आपके घर में कोई चोरी कर जाए आप चोर को माफ करोगे क्या? करोगे क्या? आपके बंगाल में चोरी कर ले माफ करोगे क्या? ये पैसे बंगाल की जनता के हैं। चर्चा है एक एक पद के लिए चार चार, पांच पांच, छ-छ लाख रुपए की रिश्वत ली है। पैसे लेकर के ओएमआर सीट तक बदल रहे थे। टीएमसी ने बंगाल के युवाओं को खून के आंसू रोने पर मजबूर किया है। आप मुझे बताइए इनको सजा मिलनी चाहिए कि नहीं मिलनी चाहिए? सब के सब मुझे बताइए सजा मिलनी चाहिए कि नहीं? कौन सजा दिलवा सकता है? इनको सजा कौन दिलवा सकता है? इनको सजा कौन दिलवा सकता है? मोदी तब दिलवा सकता है जब आपके सब के वोट मिलेंगे तब मुझे ताकत मिलेगी।

साथियों,

मैंने बंगाल बीजेपी के लोगों से कहा है, एक लीगल सेल और एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म बनाइए। मैंने बंगाल बीजेपी को कहा है एक लीगल सेल और एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म बताइए। इससे उन युवाओं की मदद होगी जो इस घोटाले के शिकार हुए हैं, निर्दोष है। वो अपने मेरिट पे शिक्षक बने हैं। मैं आज बंगाल के युवाओं को गारंटी देता हूं। जिसने हमारे बंगाल के युवाओं को रुलाया है, उन्हें मोदी चैन से नहीं बैठने देगा। बेटी, बेटी आप थक जाओगी, मुझे तुम पर दया आ रही है। भाई ये बेटी एक फोटो लेकर आई है और कब से, आप मेहरबानी करके बंद कीजिए मुझे परेशान मत कीजिए। इस बच्ची को, उनकी फोटो ले लीजिए बेचारी आधे घंटे से खड़ी है। थैंक यू बेटा, थैंक यू। खुश? खुश? आर यू हैप्पी? शाबाश बैठिए अब बैठिए।

साथियों,

ये, जिन्होनें आपको लूटा है ना मोदी उनको छोड़ेगा नहीं। भ्रष्टाचारी देर के छोरबोनाश ये छा मोदी गारंटी।
भाइयो और बहनों टीएमसी हो या कांग्रेस इन्हें आपके भविष्य की चिंता नहीं है। इन्हें सिर्फ अपने वोट बैंक से मतलब है आप भी जानते हैं कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया तब बहुत सारे हिंदू, सिख, बुद्ध, जैन, पारसी दूसरी तरफ रह गए थे। उनके साथ वायदा किया गया था कि भारत उनकी रक्षा करेगा लेकिन ये वादा करके कांग्रेस उन लोगों को भूल गई। उनके साथ सीमा पार अत्याचार होता रहा। वो खत्म होने की कगार पर आ गए, आज सीएए के माध्यम से मोदी कांग्रेस सरकारों को उस गलती को सुधार रहा है और ये लोग अपनी गलती मानने के बजाय झूठ फैला रहे हैं। मैं हर शरणार्थी परिवार को कहूंगा, टीएमसी के झूठ पर बिल्कुल ध्यान मत दीजिए।


साथियों,

टीएमसी, लेफ्ट और इंडी एलायंस की नियत देश को तबाह करने की है। बीते तीन-चार महीने में कितने उदाहरण सामने आए हैं, कांग्रेस के अध्यक्ष राम भक्तों और शिव भक्तों को लड़ाने में जूटे हैं। कांग्रेस के शहजादे शक्ति का विनाश करने में जुटे हैं। ये सारे मिलकर संविधान की भावना को तार-तार करने में जुटे हैं। बाबा साहेब आंबेडकर की पीठ में छुरा भोंक रहे हैं। ये लोग संविधान को बदलना चाहते हैं ताकि एससी, एसटी, ओबीसी के हक का आरक्षण धर्म के आधार पर बांट दें। कांग्रेस का घोषणा पत्र तो ये तक कहता है कि सरकारी टेंडर में भी माइनॉरिटी को कोटा देंगे और मैं उनको घेर रहा हूं, सवाल पूछ रहा हूं, 10 दिन हो गए मुंह पे ताला लगा के बैठ गए हैं। मैंने कांग्रेस को, इंडी गठबंधन को तीन चुनौतियां दी है। मैंने कहा है कि कांग्रेस लिख कर के दें वो संविधान नहीं बदलेगी। धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देंगी। ओबीसी कोटा कम नहीं करेंगी। लेकिन इन चुनौतियों का आज तक जवाब नहीं आया। मैं जवाब नहीं देने और मुझे मालूम है वो जवाब नहीं देंगें इनकी नियत में खोट है।

साथियों,

यहां बंगाल में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं है। लेकिन आपको कांग्रेस के इरादों से जरूर परिचित रहना है। कांग्रेस के शहजादे एक्सरे मशीन लेकर के आए हैं। कहते हैं, आपके पास घर, दुकान, खेत, सोना, चांदी, मंगलसूत्र जो भी है उसकी जांच कराएंगे। और जांच के बाद ज्यादा है ले लेंगे और उसका एक हिस्सा अपने वोट बैंक को बांट देंगे। क्या आप आपकी संपत्ति जाने देंगे क्या? आपका सोना- चांदी जाने देंगे क्या? आपका घर जाने देंगे क्या? आपका खेत जाने देंगे क्या? इसलिए कांग्रेस से सावधान रहो। टीएमसी से सावधान रहो। लेफ्ट वालों से सावधान रहो।

साथियों,

कुछ ही दिनों में कोची से बैशाख के दिन गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की जन्मजयंती है और आज से जब मैं पहली बार प्रधानमंत्री बना था, तो उस समय रवींद्रनाथ टागोर जी की जन्मजयंती पर यहां आया था और बंगाल में आकर के मैंने सामाजिक सुरक्षा की योजना लॉन्च की थी। 90 पैसे में इंश्योरेंस, ये योजना लॉन्च की थी मैंने। और आज देश के करोड़ों गरीबों को इसका लाभ हो रहा है। मैं बोलपुर के इस मंच से गुरुदेव के चरणों में प्रणाम करता हूं। उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं। मैं जब भी बंगाल आता हूं, कई सवाल मेरे मन में चलते हैं। आज जो पश्चिम बंगाल की स्थिति है, क्या ऐसी ही बंगाल की कल्पना हमारे पूर्वजों ने की थी? बीते अनेक दशकों में जैसी खूनी राजनीति, भ्रष्ट राजनीति यहां चली है वो देखकर हमारे पूर्वज क्या सोचते होंगे। गुरुदेव की इस धरती पर टीएमसी ने असामाजिक तत्वों को लोगों का शोषण करने की खुली छूट दे रखी है। गांवों पर टीएमसी का कब्जा, अस्पतालों पर टीएमसी का कब्जा, थानों पर टीएमसी का कब्जा, खदानों पर टीएमसी का कब्जा, ऐसे कोई पोलिटिकल पार्टी जो ऐसे गिरोह की तरह काम करती है क्या? माफिया चलाती है क्या? ये संदेश खाली में बहनों के साथ जो कुछ भी हुआ वो ऐसे ही माफिया राज का परिणाम है। ऐसे न जाने कितने संदेशखाली यहां अभी भी दबे पड़े हैं। जब जांच एजेंसी अपना काम करने आती है तो उन पर हमले किये जाते हैं और सरकार के लोग हमलावरों का साथ देते है। बंगाल में टीएमसी भीड़ तंत्र चला रही है गणतंत्र की उसने कब्र खोद ली है। आए दिन कोर्ट को छोटी-छोटी बातों के लिए यहां सरकार को फटकार लगानी पड़ती है। देश को लोकतंत्र और संविधान के विरुद्ध चलने वाले ऐसे कारनामों पर लगाम लगानी जरूरी है और इसके लिए आपको मोदी को मजबूत करना है।

भाइयो और बहनों,

बीजेपी को दिया गया हर एक वोट टीएमसी के शोषण के खिलाफ दिया वोट होने वाला है। बीजेपी को दिया हर एक वोट बंगाल की शांति के लिए दिया वोट होगा। आपको बोलपुर से हमारी छोटी बहन पिया साह को और वीरभूम से बायदेव तनु भट्टाचार्य जी को संसद में भेजना है। मेरे साथी के रूप में भेजना है। आपका एक-एक वोट जब आप इनको वोट देंगे ना वो सीधा-सीधा मोदी को पहुंचेगा। मोदी की ताकत बढ़ाएगा। अब मेरा एक और काम है करेंगे? मेरा एक और काम करेंगे? सब के सब करेंगे? घर- घर जाइएगा और सबको कहिएगा, अपने मोदी जी आए थे आप सबको नमस्कार कहा है। मेरा नमस्कार पहुंचाएंगे?

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।