ಭದೋಹಿಯಲ್ಲಿ ಕಾಂಗ್ರೆಸ್-ಎಸ್‌ಪಿ ಗೆಲುವು ಸಾಧಿಸುವ ಸಾಧ್ಯತೆ ಇಲ್ಲ: ಯುಪಿಯ ಭದೋಹಿಯಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

बोला विंध्यवासिनी मैया की, हर- हर महादेव। हम सीता मैया, बाबा हरिहरनाथ अउर सेमराध नाथ के चरण में प्रणाम करत हई। आज सीतानवमी के पावन दिन मुझे मां सीता की तीर्थभूमि पर आने का सौभाग्य मिला है। मैं सीता मैया, बाबा हरिहरनाथ और सेमराध नाथ के चरणों में श्रद्धापूर्वक प्रणाम करता हूं।

साथियों,

मैं काशी वाला हूं और काशी वालों के लिए तो भदोही अपना ही घर है और मुझे पक्का विश्वास है कि अगर मैं आपसे कुछ भी ना मांगू तो भी आप वोट देकर के भारी बहुमत के साथ यहां से कमल दिल्ली भेजने वाले हैं, लेकिन मैं आज आपके पास आया हूं आपके आशीर्वाद मांगने के लिए। इन दिनों दुनियाभर के अखबार वाले, टीवी वाले, कैमरा वाले हिंदुस्तान में चारों तरफ इस चुनाव का जायजा ले रहे हैं। लेकिन वो हैरान हो जाते हैं कि इतनी गर्मी और लोकतंत्र के प्रति इतना अद्भुत प्यार उनके दिमाग में ही नहीं बैठता है। गर्मी के मौसम में आपका ये उत्साह बता रहा है फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार।

साथियों,

भदोही के चुनाव की चर्चा आज पूरे प्रदेश में हो रही है। लोग पूछ रहे हैं भदोही में ये TMC कहां से आ गई? कांग्रेस का तो पहले से ही यूपी में कोई वजूद नहीं था, सपा भी मान चुकी है कि इस चुनाव में उसके लिए कुछ भी बचा नहीं है, सूपड़ा साफ हो गया है इसलिए, भदोही में ये सपा वाले मैदान छोड़कर के ही भाग गए। साथियों, भदोही में सपा, कांग्रेस के लिए जमानत बचाना भी मुश्किल हो गया इसलिए ये भदोही में सियासी प्रयोग कर रहे हैं। आप जानते हैं, इनका ये प्रयोग क्या है? ये यूपी में बंगाल की TMC राजनीति का ट्रायल करना चाहते हैं। आप जानते हैं TMC बंगाल में कैसी राजनीति करती है? न्यूज़ में, टीवी पर आपने जरूर देखा होगा, TMC राजनीति यानी तुष्टीकरण का जहरीला तीर, TMC राजनीति यानी राम मंदिर को अपवित्र बताना। TMC राजनीति यानी रामनवमी मनाने पर प्रतिबंध लगाना। TMC राजनीति यानी बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देना। TMC राजनीति यानी राजनीति की मुख्यधारा, वोट जिहाद के अलावा कुछ नहीं। TMC राजनीति यानी हिंदुओं की हत्या, दलितों- आदिवासियों का उत्पीड़न। TMC राजनीति यानी महिलाओं पर अत्याचार, मनीष शुक्ला जैसे कितने बीजेपी नेताओं की वहां हत्या हो गई और वहां TMC के विधायक आपको पता है क्या-क्या बोलते हैं? TMC के विधायक कहते हैं कि हिंदुओं को गंगा में डुबोकर मार देंगे।

साथियों,

समाजवादी पार्टी यूपी को इसी दिशा में लेकर जाना चाहती है। आप याद करिए, सपा सरकार में यूपी का क्या हाल था? आतंकियों को स्पेशल प्रोटोकॉल मिलता था। सपा सरकार आतंकी संगठन सिमी पर मेहरबान थी, इन्होंने सिमी के सरगना को जेल से छोड़ दिया था। बाद में यूपी में कई जगह बम धमाके हुए थे, लोगों की जान गई थी और ये बुआ- बबुआ का गठबंधन, वो जो पहले बुआ थी ना वो तो सपा वालों को पहचान गई बराबर, वो पहले वाली बुआ ने तो सपा वालों को छोड़ दिया अब ये बंगाल से बुआ लाये हैं और ये बुआ- बबुआ का खेल और इसलिए आपको इनसे सैकड़ों मिल दूर रहना ही अच्छा है।

भाइयों- बहनों,

मैं आज बबुआ से, समाजवादी शहजादे से एक सवाल करना चाहता हूं। बुआ तो आपकी इतनी करीबी हैं। बंगाल से यहां तक आपके पास आई है कभी आपने अपनी नई बुआ को पूछा कि वो बंगाल में यूपी- बिहार वालों को बाहरी क्यों कहती है? हमारा देश एक है, हम सभी भारतीय हैं, हम भारत माता की संतान हैं, फिर बंगाल में जाने वाले यूपी के लोगों को TMC गाली क्यों देती है? जरा बबुआ अपनी बुआ से जरा पूछ तो लो और गाली देने के बाद यहां यूपी में आकर यूपी से ही वोट भी मांगती है। यूपी के लोगों को TMC- सपा ने क्या समझ रखा है? साथियों, TMC- सपा की वो कौनसी चीज है जो इनको जोड़ती है, उनको जोड़ने वाली एक ही चीज है वो है तुष्टिकरण। तुष्टीकरण के ये ठेकेदार भारत की पहचान बदलना चाहते हैं। ये वही लोग हैं, जो कोर्ट में भगवान राम को काल्पनिक बताते थे। इनके समय में अयोध्या की सड़कों और घाटों की क्या दशा हुआ करती थी? बनारस में घाटों और गलियों की क्या दशा होती थी? मुझे बताइये ये दुर्दशा देखकर के आपको पीड़ा होती थी कि नहीं होती थी? जरा पूरी ताकत से बताइये आपको पीड़ा होती थी कि नहीं होती थी? क्या सपा वाले, कांग्रेस वाले, टीएमसी वाले क्या कभी भी मंदिर बनने देते क्या? मंदिर बनने देते क्या? आज भव्य राम मंदिर हमारी आंखों के सामने है, जय श्री राम.. जय श्री राम। आपको अब रामलला जी टेंट से निकलकर के भव्य मंदिर में गए आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? रामलला जब टेंट में थे हम सबको पीड़ा होती थी कि नहीं होती थी? रामलला भव्य राम मंदिर में विराजित हो चुके हैं? लेकिन ये लोग अभी तक इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। सपा के नेता कह रहे हैं कि राम मंदिर बेकार है। कांग्रेस के शहजादे कोर्ट के फैसले को बदलकर राम मंदिर पर ताला डालना चाहते हैं और रामलला को फिर से टेंट में जीने के लिए मजबूर करना चाहते हैं। आप इनके ये मंसूबे कामयाब होने देंगे क्या? उन्हें जवाब मिलेगा कि नहीं मिलेगा? भाइयों- बहनों, ये बीजेपी ही है जो अयोध्या में भव्य राम मंदिर पर गर्व करती है। ये बीजेपी ही है, जिसने बनारस में बाबा का धाम संवारा है और ये बीजेपी ही है, जो मां विंध्यवासिनी का धाम भी बनवा रही है। मां विंध्यवासिनी के आशीर्वाद से ये अभियान रुकने वाला नहीं है।

साथियों,

बीजेपी ने दिन-रात मेहनत करके यूपी की छवि बदली है। आज यूपी की पहचान एक्सप्रेस-वे से हो रही है। यूपी में 6 एक्सप्रेस-वे हैं। 5 नए और एक्सप्रेस-वे बन रहे हैं। यहां भदोही में ही आप देखिए बनारस से हंडिया तक सिक्स लेन बन चुका है। भदोही रिंग रोड फेज-2 का काम भी हो रहा है। मछलीशहर से बनारस तक नेशनल हाईवे का काम हो रहा है। 2017 तक यूपी में केवल 7 एयरपोर्ट थे। आज यूपी में 17 एयरपोर्ट हैं.. 17, और 3 एयरपोर्ट और बन रहे हैं। बनारस से देश- विदेश के लिए इतनी फ्लाइट उड़ने लगी है। हमारे भदोही में रेलवे लाइंस भी अब डबल हो गईं हैं। साथियों, भदोही और इस पूरे क्षेत्र ने पहली बार चारों तरफ विकास देखा है। विकास के इन कामों का फायदा यहां के किसानों को मिलेगा। इसका फायदा भदोही के कालीन उद्योग को मिलेगा। आपको पता होगा और गर्व भी होगा कि हमने जो नया संसद का भवन बनाया है ना, शानदार भवन बना है, वहां भी ये हमारे भदोही की कालीन लगी है। भदोही की कालीन को वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रॉडक्ट ओडीओपी वाली लिस्ट में ऊपर रखा गया है।

भाइयों- बहनों,

बीजेपी सरकार में वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रॉडक्ट योजना बहुत तेज गति से आगे बढ़ रही है। (आपका उत्साह पूरा हो जाए उसके बाद मैं बोलूंगा। साथियों, मैं सच में कहता हूं जब रात को बिस्तर पर जाता हूं ना तो मुझे दिनभर आप लोगों के चेहरे याद आते हैं, जो दिनभर मैंने देखा है वो रात में एक के बाद एक घटना मेरे सामने और मैं देखता हूं कितना प्यार, कितने आशीर्वाद बाल, वृद्ध सभी बच्चे, बूढ़े, मातायें, बहनें, भाइयों- बहनों, ये ईश्वर कृपा के बिना संभव नहीं है इतना प्यार, इतने आशीर्वाद मां विंध्यवासिनी की कृपा के बिना कैसे हो सकता है भाई) तो भाइयों, तो मैं कह रहा था कि हम वोकल फोर लोकल, वन डिस्ट्रिक्ट- वन प्रॉडक्ट उसपर जी- जान से जुटे हैं। सपा सरकार में क्या था, सपा सरकार में वन डिस्ट्रिक्ट, वन माफिया। हर डिस्ट्रिक्ट का अलग माफिया, हर डिस्ट्रिक्ट में अलग माफिया का साम्राज्य, हर जिले इन लोगों ने एक-एक माफिया को ठेके पर देकर रखा था। यहां व्यापारी सुरक्षित नहीं था, बहन- बेटियां सुरक्षित नहीं थीं। युवाओं का कोई भविष्य नहीं होता था लेकिन जब से योगी जी आए हैं और ये सब उनके साथ ही सरकार में हैं, पूरा माहौल बदल गया है अब जनता नहीं डरती माफिया डरते हैं।

साथियों,

सपा कांग्रेस जात-पात के नाम पर गांव, गरीब, मजदूर, किसान का वोट लूट लेते थे। फायदा किसको होता था? ये जो वोट उठाकर के ले जाते थे ना मुट्ठी भर उन परिवारों को फायदा होता था। उनकी कोठियां बन गईं और बड़े-बड़े महल बन गए। उन्होंने किसी गरीब का मकान कभी नहीं बनाया, कभी किसान को कोई फायदा नहीं मिला, हमारी माताओं- बहनों की चिंता पहले किसी सरकार ने की है क्या? गरीब की चिंता, गरीब का बेटा जब प्रधान सेवक बना मेरे लिए सबसे बड़ा काम है, गरीब को गरीबी से बाहर निकालना।

भाइयों- बहनों,

मैं मां विंध्यवासिनी के चरणों में खड़ा हूं और मां विंध्यवासिनी की भूमि है, पवित्र भूमि है और उस पवित्र भूमि से कह रहा हूं ये मोदी है जिसने अभी भी खुद का कोई घर नहीं बनाया है, खुद की रहने की अपनी कोई जगह नहीं है। चार दीवारें भी मेरे नाम पर नहीं है, मेरे पास नहीं है, मैंने अपना घर तो नहीं बनाया लेकिन गरीब मां का बेटा हूं ना मैंने 4 करोड़ गरीब परिवारों के लिए घर बनायें हैं। मोदी ने देश में 14 करोड़ घरों तक पाइप से पानी पहुंचाया है और जब मैंने पाइप से पानी पहुंचाया ना मतलब वो एक सिर्फ पाइप नहीं है मैंने उन माताओं- बहनों की पीढ़ियों की मुसीबतों को खत्म किया है तब जाकर के मातायें- बहनें आशीर्वाद देती हैं। यूपी के सवा दो परिवारों को इसका लाभ मिला है, हमने हमारी माताओं- बहनों के लिए शौचालय बनवायें और यूपी ने तो मुझे बताया कि मोदी जी हमारे लिए शौचालय नहीं हमारे लिए तो इज्जत घर है और बाद में तो मैं देशभर में कहने लगा कि इज्जत घर कहते हैं हमारे यूपी के लोग। मैं उनकी तकलीफ जानता था उन्हें धुएं से आजाद करने के लिए मुफ्त गैस सिलेंडर दिए, आज 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है।

भाइयों- बहनों,

ये हमारे किसान मोदी के आने के बाद अनाज पैदा करने लगे क्या? मोदी के आने पहले भी तो धान पैदा करते थे ना, अनाज पैदा करते थे ना, ये सोनिया जी की एक रिमोट वाली सरकार चलती थी मेरे आने के पहले उनको पूछा सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि गरीबों को अनाज दे दो मुफ्त में उस समय के प्रधानमंत्री ने कहा नहीं हम गरीबों को एक रत्ती भर भी अनाज नहीं दे सकते, हम इतना बोझ नहीं वहन कर सकते हैं वो गरीबी क्या जाने ये जब आपका बेटा, आपका सेवक जो गरीबी को जी कर आया था बैठा ना 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन पहुंच रहा है क्योंकि मेरे मन में एक ही भाव है कि गरीब का चूल्हा जलता रहना चाहिए, गरीब का बच्चा भूखा नहीं रहना चाहिए और मैं गारंटी देता हूं आने वाले पांच साल भी ये मुफ्त राशन मिलता रहेगा। यूपी में ढाई करोड़ से ज्यादा किसानों को किसान सम्मान निधि के 70 हजार करोड़ रुपये मिल चुके हैं, 70 हजार करोड़ रुपये मोदी के काम क्या हैं ये आप सब जानते हैं, जानते हैं ना? और इसलिए मैं काम गिनाने नहीं आया हूं अगले पांच वर्षों में और क्या होगा उसकी मैं आपको गारंटी देने आया हूं। अगले पांच वर्षों में इन योजनाओं से एक भी गरीब छूटेगा नहीं और आप मेरा एक काम करेंगे, क्यों चुप हो गए अभी तो बहुत नारेबाजी कर रहे थे, मेरा एक काम करेंगे जरा हाथ ऊपर करके बताइए.. करेंगे, अभी आप गांव- गांव जाते होंगे, अलग- अलग मोहल्ले में जाते होंगे, दूर- दूर इलाकों में जाते होंगे कहीं पर भी ऐसे परिवार आपकी नजर में आये जो अभी कच्चे घर में रहते हैं, झोपड़ी में रहते हैं कोई परिवार ध्यान में आये जिसको नल से जल योजना का लाभ नहीं मिला है तो आप उनके नाम-पता लिखकर के मुझे भेज देना और उनको बता देना, उनको बता देना कि मोदी जी ने हमको भेजा है जब 4 जून के बाद मोदी जी नई सरकार बनायेंगे उसके बाद जो घर बनेंगे आपका घर पक्का है उसमें बता देना। ये मोदी की गारंटी है बता देना और मेरे लिए तो आप सब मेरे मोदी हैं, आप ही मोदी हैं।

साथियों,

मैं जब आपको इतना तवज्जो दे रहा हूं तो इसके पीछे मैं अपनी ताकत लगा दूंगा। तीन करोड़ नये घर बनाऊंगा, तीन करोड़ कोई रह ना जाये। भाइयों- बहनों, मेरी एक और बड़ी इच्छा है और मैं इसके पीछे लग गया हूं, मेरी इच्छा है जो सामान्य जीवन जीने वाली हमारी मातायें- बहनें हैं ऐसी तीन करोड़ बहनों को, तीन करोड़ बहनों को मैं मैं लखपति दीदी बनाऊंगा।

भाइयों- बहनों,

मैं आपकी भी एक चिंता कम करना चाहता हूं.. बताऊं, आपकी एक चिंता कम करना चाहता हूं.. बताऊं, आपकी इच्छा हो तो करूं नहीं तो नहीं, बताऊं। देखिए आजकल हर परिवार में बुजुर्ग माता-पिता होते हैं या दादा- दादी होते हैं या चाचा- चाची होते हैं या नाना- नानी होते हैं हर परिवार में 70 से ऊपर की आयु का कोई ना कोई तो बुजुर्ग होते ही होते हैं अब जो बेटा कमाता है या जो बेटी कमाती है उसको अपने मां-बाप की तो चिंता करनी होती जो बुजुर्ग है और अपने बच्चों की भी चिंता करनी होती है और उसमें भी बुजुर्ग को 70 साल के बाद छोटी- मोटी बीमारी तो आ ही जाती है लेकिन मानो कोई बड़ी बीमारी आ गई तो तो वो बेटे- बेटी जो कितनी मेहनत करें ना बच्चे संभाल पाते हैं, ना माता-पिता की सेवा कर पाते हैं तो मैंने एक काम तय किया है आप का बोझ कम करना जो बेटे- बेटी कमाते हैं और जिनके घर में 70 से ऊपर की आयु के लोग हैं आपकी चिंता मुक्त करने के लिए मैंने तय किया है कि आपके परिवार में कोई भी आपके इलाके का कोई भी जो भी 70 साल के ऊपर का होगा अगर वो बीमारी में है तो अब उनके बेटे- बेटी को इलाज का खर्चा नहीं करना पड़ेगा, वो आपका बेटा मोदी करेगा। आपके माता-पिता की सेवा वैसे ही मैं करूंगा जैसे आप करते हैं और ये मोदी की गारंटी है।

साथियों,

मोदी ये सब कैसे कर सकता है? मोदी ये सब कर सकता है आपके वोट की ताकत से, मोदी के साथ आपके वोट की मजबूती बनी हुई है। 25 मई को आपका वोट केवल मेरे अनन्य साथी डॉक्टर विनोद कुमार बिंद को और जब आप वोट देंगे ना विनोद जी को, तो वोट सिर्फ उनको नहीं जाएगा वो मेरे खाते में आ जाएगा तो विनोद जी को भारी मतों से जितायेंगे, विजयी बनाएंगे, एक कमल दिल्ली को भेजेंगे। अच्छा मेरा एक काम करोगे, जरा हाथ उपर के बताओ, करोगे सबके सब बताइये.. करोगे, अच्छा ऐसा करना यहां से जाने के बाद ज्यादा से ज्यादा घरों में जाना, ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाना और जाकर के कहना कि अपने मोदी जी आए थे, मोदी जी ने आपको प्रणाम भेजा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे, हर परिवार में मेरा प्रणाम पहुंचा देंगे, बोलिए, भारत माता की.. भारत माता की.. भारत माता की.. बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।