ಭಾರತವು ಅನುಯಾಯಿಯಲ್ಲ, ಆದರೆ ಮೊದಲು ಚಲಿಸುವ ದೇಶ: ಬೆಂಗಳೂರಿನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಭಾರತದ ಡಿಜಿಟಲ್ ಕ್ರಾಂತಿಯಲ್ಲಿ ಬೆಂಗಳೂರಿನ ಪಾತ್ರ ಮಹತ್ವದ್ದು: ಬೆಂಗಳೂರಿನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

भारत माता की... भारत माता की...

बेंगालूरिना नन्ना सोदारा सोदरियारिगे, नमस्कारगलु!

ताई भुवनेश्वरी, ताई अण्णम्मा, देवी बनशंकरी, श्री दोड्डागणपति और श्री दोड्डा बसवण्णा के चरणों में मेरा प्रणाम। आज पूरे बैंगलुरु में इतनी बड़ी संख्या में आप यहां आए हैं। और संदेश भी साफ-साफ है। फिर एक बार...मोदी सरकार ! फिर एक बार...मोदी सरकार !

भाइयों और बहनों,

2014 में और 2019 में आपने रिकॉर्ड सीटें जिताकर, जो मज़बूत सरकार बनाई, उसने देश को मजबूत बनाया है। तब दुनिया भारत को फ्रेजाइल फाइव में गिनती थी, दुनिया सोचती थी भारत खुद तो डूबेगा, हमें भी ले डूबेगा। भारत के बैंक बड़ी क्राइसिस में थे, हजारों करोड़ के स्कैम्स ने विदेशी Investors में डर का माहौल पैदा कर दिया था। एक वो समय था, एक आज का समय है। आज जब देश, दुनिया में कहीं पर भी जाइए, सब देश भारत से दोस्ती मजबूत करना चाहते हैं। आज इंवेस्टर्स भारत में रिकॉर्ड पैसा लगा रहे हैं।आज भारत रिकॉर्ड एक्सपोर्ट भी कर रहा है और मैन्यूफैक्चरिंग में भी नए रिकॉर्ड बना रहा है। तब भारत दुनिया, की Eleventh नंबर की इकॉनॉमी था। आज भारत दुनिया, की टॉप-FIVE इकॉनॉमी में से एक हैं। आज भारत, Follow करने वाला नहीं, बल्कि First Mover हो गया है, भारत। और ये Change, आपने देखा है, सिर्फ और सिर्फ Ten Years में आया है। और इसका मूल कारण क्या है, इतना बड़ा परिवर्तन आय़ा कैसे, ये परिवर्तन किसने किया? आपका जवाब गलत है, ये परिवर्तन, आपके एक वोट ने किया है। इस चुनाव में, इंडी अलायंस के लोग एक घिसी-पिटी टेप रिकार्ड लेकर घूम रहे हैं, और मोदी औऱ उसके साथी ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, बेंगलुरू के लोगों से, आप सभी से फिर एक बार आशीर्वाद मांगने आया हूं।

भाइयों और बहनों,

आप सभी बीते कुछ समय से NDA और इंडी अलायंस, दोनों का प्रचार अभियान देख रहे हैं। कांग्रेस और इंडी-अलायंस का Issue मोदी है, मोदी का परिवार है, मोदी पर लगाए जा रहे झूठे आरोप हैं। लेकिन मोदी का Focus किस पर है? मोदी का फोकस 21St Century के भारत का विकास है, भारत के नागरिकों की सुविधा और समृद्धि है, भारत की ग्लोबल इमेज है। आप ही मोदी का परिवार हैं...मेरा भारत, मेरा परिवार है।

साथियों,

आप भलीभांति जानते हैं, मैं साधारण गरीब परिवार से आया हूं इसलिए जानता हूं कि ease of living क्या होती है dignity of life क्या होती है। आज जब भारत में तेजी से अर्बनाइजेशन हो रहा है, तब शहरों में रहने वाले गरीब, यहां के मिडिल क्लास, उसकी Quality Of Life में बहुत सुधार आना चाहिए, वो बहुत जरूरी है। इसके लिए NDA सरकार Social, Physical और Digital, इन तीनों प्रकार के Infrastructure पर रिकॉर्ड Investment कर रहा है।

साथियों,

पिछले Ten Years में NDA सरकार द्वारा शहरों में गरीबों को करीब One Crore पक्के घर दिए गए। इनमें से Eighty Four Thousand घर यहां बेंगलुरू में मिले हैं। मिडिल क्लास के लोगों का घर का सपना पूरा करने के लिए सरकार ने उन्हें Interest Subsidy दी है। औऱ ये आजादी के बाद पहली बार हुआ है। ऐसा करके हमारी सरकार ने मिडिल क्लास के Sixty Thousand Crore Rupees से ज्यादा Save कराए हैं। गरीब और मिडिल क्लास के घर Incomplete ना रहे, जो बिल्डर है वो आधा अधूरा छोड़करके पैसे दबा करके चला न जाए, मध्यम वर्ग के पऱिवार का सपना ना टूट जाए इसके लिए NDA सरकार ने RERA कानून बनाया। आज बेंगलुरू के भी Three Thousand से ज्यादा Housing प्रोजेक्ट रेरा के तहत कवर्ड हैं, उसके कारण जो agreement हुआ है, वैसा ही मकान बनाकर देना पड़ता है, जो material लिखा है, वही material उपयोग करके देना पड़ता है। आप, अपने client को गुमराह नहीं कर सकते, उसको लूट नहीं सकते। ऐसा रेरा कानून, आप सब नागरिकों की भलाई के लिए बनाया है। 2014 से पहले आपकी Two Lakhs की Annual Income पर ही इनकम टैक्स लग जाता था। आज आपको Seven Lakhs Rupees तक की Income पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता। 2014 से पहले अलग-अलग तरह के Indirect Taxes आपके कपड़ों का बिल, रेस्त्रां में खाने का बिल, हर तरह के खर्चे बढ़ा देते थे। GST लागू होने के बाद ये Indirect Taxes भी कम हुए हैं। इससे भी आपके Thousands of Crore Rupees खर्च होने से बचे हैं। जो LED बल्ब कभी Four Hundred Rupees का था हम उसकी कीमत हम Forty Rupees तक ले आए हैं। अब घर-घर में LED बल्ब होने से, रोशनी ज्यादा मिलती है, बिजली बिल में मिडिल क्लास के करीब Twenty Thousand Crore Rupees, हर साल Save हो रहे हैं।

अब तो NDA सरकार ने एक और नई योजना शुरू की है। पीएम सूर्यघर- मुफ्त बिजली योजना इससे Electricity का आपका बिल ज़ीरो होगा , इतना ही नहीं Electricity से कमाई भी होगी। इतना ही नहीं, अब जमाना EV का आ रहा है, electric vehicle का आ रहा है,उसके कारण, आप अपनी स्कूटी हो, स्कूटर हो, कार हो अगर वो electric vehicle है तो उसका चार्जिंग भी घर में करवा सकते हो, और आपको घर में चार्जिंग करने के बाद खुद का transportation भी करीब करीब fuel का खर्चा जीरो हो जाएगा

साथियों,

गरीब और मिडिल क्लास का बहुत बड़ा खर्च हेल्थ related होता है। लेकिन आयुष्मान भारत योजना इसमें गेमचेंजर साबित हुई है। आयुष्मान भारत योजना के चलते आज करोड़ों लोगों को Five Lakhs Rupees तक का Free ट्रीटमेंट मिलना सुनिश्चित हुआ है। इससे भी लोगों के One Lakh Crore Rupees, Save हुए हैं। और अब बीजेपी ने अपना जो मेनिफेस्टो घोषित किया है, उसमें इस योजना को Expand कर दिया गया है। देश के हर ऐसे सीनियर सिटिजन्स जिनकी Age, Seventy Years से ऊपर है, उन्हें भी अब Five Lakhs Rupees तक का Free ट्रीटमेंट मिलेगा। ये फैसला सिर्फ सीनियर सिटिजन्स को ही नहीं बल्कि हर युवा को भी Relief देगा जो अपने माता-पिता की हेल्थ के प्रति चिंतित रहते हैं। NDA सरकार ने जो जन-औषधि केंद्र खोले हैं, उनमें Eighty परसेंट डिस्काउंट पर मेडिसिन्स मिलती हैं। इससे भी मिडिल क्लास के करीब Thirty Thousand Crore Rupees, Save हुए हैं।

साथियों,

बेंगलुरू तो डिजिटल इंडिया का इतना बड़ा हब है, भारत की डिजिटल क्रांति में आपकी इतनी बड़ी भूमिका है। आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर भारत में मोबाइल डेटा का रेट 2014 वाला ही रहता तो क्या होता। उस समय One GB डेटा Two Fifty Rupees के आसपास होता था। आज One GB डेटा, Ten Rupees के आसपास है। अगर 2014 के पहले उस समय का हाल होता तो मोबाइल का जो बिल आज Five to Seven Hundred का आता है, वहीं Five to Seven Thousand Rupees का आता। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी Per Month कितनी ज्यादा Saving सिर्फ मोबाइल बिल में हो रही है।

साथियों,

सस्ते डेटा के साथ ही NDA सरकार का जोर डेटा गवर्नेंस पर भी है। हमारी सरकार डेटा सेक्योरिटी के लिए बहुत ही Strong Bill लेकर आई है। डेटा मोनेटाइजेशन की दिशा में भी भारत तेजी से काम कर रहा है। इससे देश में एक Strong सिस्टम बन रहा है, भारत के लिए AI युग में जाना आसान हुआ है।

साथियों, नाडप्रभु कैंपेगौड़ा ने बेंगलुरु को एक शानदार शहर बनाने का सपना देखा था। लेकिन कांग्रेस सरकार ने कुछ ही समय में यहां की Situation बिगाड़ दी है। कांग्रेस ने tech city को tanker city में बदलकर उसे वॉटर माफिया के हवाले कर दिया है। एग्रीकल्चर हो या फिर शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर, हर जगह बजट को कट किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार का ध्यान सिर्फ करप्शन पर है, बेंगलुरू के लोगों की समस्याओं पर नहीं है। कर्नाटक में सिर्फ सेंट्रल गवर्नमेंट के प्रोजेक्ट्स तेजी से चल पा रहे हैं। 2014 में नम्मा मेट्रो का नेटवर्क सिर्फ Seventeen किलोमीटर था, आज Seventy किलोमीटर से ज्यादा हो चुका है। बहुत जल्द येलो लाइन भी पूरी हो जाएगी। दशकों से लटके बैंगलुरु सबअर्बन प्रोजेक्ट पर काम शुरु हो चुका है। आप सभी को सैटेलाइट टाउन रिंग रोड का लाभ भी मिलना शुरु हो चुका है।

भाइयों और बहनों,

आज बैंगलुरु के इंटरनेशनल एयरपोर्ट की दुनियाभर में चर्चा होती है। वो दिन दूर नहीं जब भारत के लोग, मेड इन इंडिया पैसेंजर प्लेन में सफर करेंगे। आज वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें, Train Travel को तेज़ और कंफर्टेबल बना रही हैं। वो दिन दूर नहीं, जब कर्नाटका को भी बुलेट ट्रेन की High Speed मिलेगी।

साथियों, बीजेपी सरकार ने देश में नए-नए सेक्टरों के दरवाजे खोले, इससे युवाओं के लिए बड़ी संख्या में Employment के अवसर बने हैं। बेंगलुरू को, यहां के प्रोफेशनल्स को इसका बहुत बड़ा लाभ मिला है। हमने स्पेस सेक्टर खोला तो प्राइवेट सेक्टर ने अपना रॉकेट लॉन्च किया। One Point Two Five Lakh से ज्यादा स्टार्टअप्स में युवाओं का सामर्थ्य दिख रहा है। मिशन ग्रीन हाइड्रोजन से इंवेस्टमेंट की संभावनाएं कई गुना बढ़ गई हैं। आसान ड्रोन पॉलिसी से मैपिंग, कृषि, रक्षा, मेडिसिन क्षेत्र में ड्रोन का उपयोग बढ़ा है। 5G के विस्तार से AI और Internet of things में अवसर बनने लगे हैं। डिजिटल इंडिया अभियान ने लाखों डिजिटल Entrepreneurs तैयार किए हैं। PLI स्कीम से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। मोबाइल एक्सपोर्ट में भारत नए रिकॉर्ड बना रहा है। मेट्रो कोच, ट्रेन के डिब्बे, डिफेंस Equipment’s भी एक्सपोर्ट हो रहे हैं। आपने टीवी में देखा होगा, अखबार में पढ़ा होगा, कल ही भारत के ब्रह्मोस मिसाइल का पहला कन्साइनमेंट फिलिपीन्स को भेजा गया है। इसने ग्राउंड लेवल पर बड़ी संख्या में Employment Opportunities पैदा की हैं। क्या कांग्रेस के समय में ये कल्पना भी की जा सकती थी, क्या आपको याद होगा, यही कांग्रेस है जिसने HAL को लेकर कितना बड़ा बवाल किया था। कांग्रेस ने देशभर में मोदी को बदनाम करने की कोशिश की थी। वही HAL आज रिकॉर्ड टर्नओवर, रिकॉर्ड प्रॉफिट, रिकॉर्ड ऑर्डर प्राप्त कर रही है। कर्नाटका में एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर फैक्ट्री बनी है। अमेरिका के बाद बोइंग की दूसरी सबसे बड़ी फैसिलिटी कर्नाटका में बनी है। ये तभी हो पा रहा है, जब भारत में फैक्ट्रियां बढ़ रही हैं। उसमें काम करने वालों की संख्या बढ़ रही है।

भाइयों और बहनों,

बैंगलुरु युवाशक्ति, युवा टैलेंट और टेक्नॉलॉजी का पावरहाउस है। लेकिन कांग्रेस और इंडी गठबंधन टेक्नॉलॉजी के विरोधी हैं। आज पूरी दुनिया डिजिटल इंडिया की प्रशंसा कर रही है, भारत के फिनटेक की प्रशंसा कर रही है। लेकिन आप भूलिएगा नहीं, कांग्रेस ने आधार का विरोध किया था, अदालतों में घसीट कर ले गए थे। कांग्रेस ने जनधन Accounts का विरोध किया था। कांग्रेस ने डिजिटल पेमेंट्स का मज़ाक उड़ाया था। कांग्रेस ने राशन की योजना में Digital Authentication का विरोध किया। कोरोना के समय बेंगलुरू की IT इंडस्ट्री ने पूरी दुनिया को इतना सपोर्ट किया। लेकिन यही कांग्रेस है जिसने कोरोना के दौरान कोविन प्लेटफॉर्म का विरोध किया। कांग्रेस ने मेड इन इंडिया, कोरोना वैक्सीन को बदनाम किया।

साथियों,

मोदी कहता है देश को, Green Energy Hub बनाएंगे, Pharma Hub बनाएंगे, Electronics Hub बनाएंगे, इलेक्ट्रिकल वेहिकल हब बनाएंगे, Semiconductor Hub बनाएंगे, ग्लोबल Innovation Hub बनाएंगे, ताकि भारत ग्लोबल इकॉनॉमी का हब बने। लेकिन कांग्रेस और इंडी-गठबंधन वाले कहते हैं – मोदी को हटाएंगे। मोदी की गारंटी है 5G के बाद 6G लाएंगे- वो कहते हैं मोदी हटाएंगे। मोदी की गारंटी है AI लाएंगे- वो कहते हैं मोदी हटाएंगे। मोदी की गारंटी है चंद्रयान के बाद गगनयान का गौरव दिलाएंगे- वो कहते हैं मोदी हटाएंगे। कांग्रेस एंटी यूथ है, क्योंकि कांग्रेस. कांग्रेस, एंटी इन्वेस्टमेंट है,कांग्रेस, एंटी आंत्रप्रन्योरशिप है, कांग्रेस, एंटी प्राइवेट सेक्टर है, कांग्रेस, एंटी टैक्सपेयर है, कांग्रेस, एंटी वेल्थ क्रिएटर है।

साथियों,

यहां कांग्रेस सरकार, जिस प्रकार के विचारों को, जिस मानसिकता को बढ़ावा दे रही है, वो भी बहुत खतरनाक है। यहां हमारी बेटियों पर हमले हो रहे हैं, बाज़ारों में बम फूट रहे हैं, भजन-कीर्तन सुनने पर भी हमले हो रहे हैं। ये सामान्य घटनाएं नहीं हैं। और इसलिए, बंगलुरू और कर्नाटका के भाईयों से आग्रह करूंगा ये कांग्रेस से बहुत अलर्ट रहना है। भाइयों और बहनों, यहां बेंगलुरू के ग्रामीण क्षेत्र से भी काफी लोग आए हैं। एग्रीकल्चर को आधुनिक बनाने के लिए भी हमारी सरकार हर प्रयास कर रही है। यहां तो हमारे येदियुरप्पा जी मंच पर हैं, जिन्होंने किसान कल्याण के लिए इतना काम किया है। लेकिन कर्नाटका की कांग्रेस सरकार, किसानों की भी विरोधी है। मुझे बहुत दुख है कि यहां कर्नाटका में किसानों को दी जा रही Four Thousand Rupees की मदद कांग्रेस सरकार ने बंद कर दी है। लेकिन मोदी की गारंटी है कि पीएम किसान सम्मान निधि के Six Thousand Rupees किसान साथियों को मिलते रहेंगे। केंद्र सरकार ने किसानों के अनाज को स्टोर करने के लिए दुनिया की सबसे बड़ी योजना भी शुरू की है। यहां की रूरल बेल्ट में बड़ी मात्रा में रागी उगाई जाती है। हम रागी जैसे हमारे श्री अन्न को दुनिया के बड़े बाज़ारों तक पहुंचाने में जुटे हैं। इसका सीधा लाभ कर्नाटका के हमारे छोटे किसानों को होगा।

साथियों,

ऐसे ही अनेक बड़े संकल्प हैं, जो आपके सपने पूरे करने के लिए NDA सरकार ने संकल्प लिया है। आपके सपने पूरे करने के लिए ही BJP और JDS साथ आए हैं। और इसलिए आपको गारंटी देता हूँ, आपके सपने, ये मेरा संकल्प है। मेरा पल पल, आपके नाम मेरा पल पल, देश के नाम, और मैं आपको वादा करता हूँ,24 बाई 7 फार 2047 और इसलिए 26 अप्रैल को बेंगलूरू नार्थ से शोभा जी, बेंगलूरू रूरल से डॉक्टर सी.एन मंजूनाथ, बेंगलूरू सेंट्रल से पी.सी.मोहन, और बेंगलूरू साउथ से युवा साथी, भाई तेजस्वी सूर्या को भारी मतों से विजयी बनाना है। इस बार बैंगलुरु शहर में वोटिंग के सारे रिकॉर्ड टूटने चाहिए।

साथियों,

वैसे आप सभी के लिए, मैंने अपने भाषणों को कन्नड़ भाषा में translate करके, सोशल मीडिया पर अपलोड करना शुरू किया है। इसमें AI की मदद ली जा रही है. Tweeter यानि X एप पर Namoinkannada नाम से एक एकाउंट भी है, आप इससे जरूर जुडें। औऱ ज्यादा से ज्यादा लोगों को भी इसके बारे में बताऐं। मेरा एक काम करना है. करेगें..मेरा एक काम करेगें..पक्का। पहले तो ज्यादा से ज्यादा मतदान कराओगे,अपना पोलिंग बूथ जीतोगे। फिर मेरा एक पर्सनल काम करोगे, पर्सनल है, करेगें। घर-घर जाना और और हर घर जाकर कहना हमारे मोदी जी आए थे और आपको प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचा देगें
मेरे साथ बोलिए।

भारत माता की...

बहुत बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।