ಅಟ್ಟಿಂಗಲ್‌ನಲ್ಲಿ ನಡೆದ ಎರಡನೇ ರ್‍ಯಾಲಿಯಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ, "ಬಿಜೆಪಿ ತನ್ನ ಸಂಕಲ್ಪ ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ನಮ್ಮ ಪರಂಪರೆಯೊಂದಿಗೆ ಜಾಗತಿಕ ಪ್ರವಾಸಿಗರನ್ನು ಸಂಪರ್ಕಿಸುತ್ತೇವೆ ಮತ್ತು ನಮ್ಮ ಪರಂಪರೆಯ ಮೇಲೆ ವಿಶ್ವ ಪರಂಪರೆಯ ಸ್ಥಾನಮಾನವನ್ನು ನೀಡುತ್ತೇವೆ ಎಂದು ಘೋಷಿಸಿದೆ. ಕೇರಳದಲ್ಲಿ ಇದು ಸಂಭವಿಸುವ ದೊಡ್ಡ ಸಾಧ್ಯತೆಯಿದೆ. ಬಿಜೆಪಿಯ ಯೋಜನೆಯು ಕೇರಳದಲ್ಲಿ ಪರಿಸರ ಪ್ರವಾಸೋದ್ಯಮಕ್ಕಾಗಿ ಹೊಸ ಕೇಂದ್ರಗಳನ್ನು ಸ್ಥಾಪಿಸುತ್ತದೆ, ಇದು ಮಹಿಳೆಯರಿಗೆ ಅವಕಾಶಗಳನ್ನು ಸೃಷ್ಟಿಸುವ ಮೂಲಕ ಅವರಿಗೆ ಹೆಚ್ಚಿನ ಪ್ರಯೋಜನವನ್ನು ನೀಡುತ್ತದೆ ."
ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಮತ್ತು ಎಡಪಕ್ಷಗಳ ವಿಶ್ವಾಸಾರ್ಹತೆ ಎಷ್ಟಿದೆ ಎಂದರೆ ದಶಕಗಳ ಆಡಳಿತದ ನಂತರವೂ ಅವರ ಸಾಧನೆಗಳೆಂದು ಪರಿಗಣಿಸಲು ಏನೂ ಇಲ್ಲ ಎಂದು ಅಟ್ಟಿಂಗಲ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ ಹೇಳಿದ್ದಾರೆ.
ಏಪ್ರಿಲ್ 26 ರಂದು ಕಮಲದ ಗುಂಡಿಗೆ ನಿಮ್ಮ ಮತವು ಭ್ರಷ್ಟಾಚಾರದ ವಿರುದ್ಧ ನಡೆಯುತ್ತಿರುವ ಈ ಚಳುವಳಿಯನ್ನು ಬಲಪಡಿಸುತ್ತದೆ: ಅಟ್ಟಿಂಗಲ್ ರ್‍ಯಾಲಿಯಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

वड़क्कुम नाथन्टे मन्नील, ओरिक्कल कूड़ी, वरान साधिचतिल, एनिक्य,
अतियाया संतोषम उण्ड
वड़कुम नाथन, त्रिपायर रामास्वामी मंदिर और गुरुवायूर मंदिर की इस पावन भूमि को मैं प्रणाम करता हूं। कुछ ही समय पहले मुझे त्रिपायर रामास्वामी मंदिर और गुरुवायूर मंदिर में दर्शन के लिए आने का सौभाग्य मिला था। और आज मैं एक ऐसे अवसर पर आलत्तूर आया हूं, जब चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है। इस समय केरला में नए वर्ष का, विशू का उत्सव मनाया जा रहा है। कुछ सप्ताह पहले ही आप सभी ने यहां धूमधाम से मणापुल्लिकावू वेला भी मनाया था। लोकतंत्र के इस महापर्व के बीच त्रिशूर पूरम पर्व भी मनाया जाएगा। कुछ ही दिनों में रामनवमी का पर्व भी आने वाला है। यहां पड़ोस के त्रिशूर में स्थित त्रिपायर मंदिर को तो दक्षिण की अयोध्या कहा जाता है। इतने सारे संयोग बता रहे हैं, कि ये समय कुछ खास है। ये Positive वातावरण, विकसित भारत के संकल्प को नई ऊर्जा दे रहा है।

साथियों,
आप सबका ये जनसमर्थन और प्रेम देखकर मैं विश्वास से कह सकता हूं, केरला का ये नया वर्ष एक नया आरंभ लेकर आया है। ये नववर्ष केरला के विकास का वर्ष होगा। ये नववर्ष नई राजनीति के आरंभ का वर्ष होगा। अब केरला पार्लियामेंट में अपनी मजबूत आवाज भेजेगा। इसीलिए, आज केरला भी कह रहा है- फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार! फिर एक बार, मोदी सरकार!

साथियों,
कल नववर्ष, विशू के पावन अवसर पर ही बीजेपी ने अपना संकल्प-पत्र जारी किया है। बीजेपी का संकल्प-पत्र, देश के विकास का संकल्प पत्र है। बीजेपी के संकल्प-पत्र में मोदियुडे गारंटी होती है। आयुष्मान भारत के तहत केरला के 73 लाख से ज्यादा लाभार्थियों को आर्थिक मदद मिली है। अब बीजेपी ने घोषणा की है कि 70 साल से अधिक आयु के सभी सीनियर सिटिज़न्स को आयुष्मान योजना के तहत फ्री चिकित्सा मिलेगी। और यही है- मोदियुडे गारण्टी। मोदियुडे गारण्टी यानि- पीएम आवास योजना में गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर, नए आवास बनेंगे। यहां केरला में भी हजारों गरीबों को नए घर मिलेंगे।मोदियुडे गारण्टी यानि- केरला के हर जन-औषधि केंद्र पर लोगों को 80 परसेंट डिसकाउंट पर सस्ती दवाएं मिलती रहेंगी। मोदियुडे गारण्टी यानि- हमारे युवाओं को मुद्रा योजना में अब 10 लाख की जगह 20 लाख रुपये का सपोर्ट मिलेगा।

साथियों,
बीजेपी ने अगले 5 साल के लिए विकास और विरासत, दोनों का विज़न सामने रखा है। ये क्षेत्र केरला का इतना बड़ा सांस्कृतिक केंद्र है। पाल्लकाड़ को तो गेटवे टू केरला कहा जाता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, किसी का भी मन मोह लेती है। यहां केरला में कितने ही भव्य मंदिर हैं, चर्च हैं, आस्था के स्थल हैं। अगले पांच साल में हम केरला की इस हेरिटेज को ग्लोबल बनाने के लिए काम करेंगे। हम केरला को हाइवेज, एक्स्प्रेसवेज और हाइस्पीड वंदेभारत ट्रेनों के नेटवर्क से जोड़ेंगे। और हमारे सुरेश जी का जब एमपी थे तब भी वंदे भारत नेटवर्क के लिए बहुत ही आग्रह रहता, पूरी डिजाइन बनाकर लाते ते और आज मैं आपको वादा करता हूं, इन सारे कामों की दिशा में आगे बढ़ेंगे। यहां पर्यटन के अवसरों को, बहुत संभावना है केरल में, जितना लाभ लेना चाहिए अभी तक लिया नहीं है। और इसीलिए हम टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हर प्रकार के प्रयास करेंगे।

साथियों,
विकसित होते भारत की पहचान आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से भी होगी। आज देश में नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, नए एयरपोर्ट बन रहे हैं। अब बीजेपी ने कल अपने मेनिफेस्टो में घोषणा की है कि जैसे पश्चिम भारत में अहमदाबाद मुंबई के बीच बुलेट ट्रेन का काम चल रहा है। आने वाले कुछ समय में ये काम पूरा होकर के बुलेट ट्रेन दौड़ना शुरू करेगी। देश की पहली बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। इसका अनुभव देखते हुए कल हमने संकल्प पत्र में कहा है कि जैसे पश्चिम भारत में बुलेट का काम आगे चल रहा है, आगे चल करके नार्थ, साउथ, ईस्ट तीन क्षेत्रों में बुलेट ट्रेन के सर्वे का काम शुरू कर दिया जाएगा। और साउथ में भी बुलेट ट्रेन चले,साउथ में चलने वाले ये बुलेट ट्रेन, यहां के विकास को गति देगी और रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगी। एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल में इसके लिए बहुत जल्द सर्वे का काम शुरू किया जाएगा।

साथियों,
ये चुनाव देश के भविष्य के लिए फैसले लेने का चुनाव है। ये चुनाव आपके उज्ज्वल भविष्य की गारंटी के लिए चुनाव है। ये चुनाव आपके बच्चों के उज्ज्वल जीवन के लिए गारंटी देने का चुनाव है। केरल के लोगों ने पिछले 10 साल में देखा है कि कैसे एनडीए सरकार ने दुनिया भर में भारत की साख बढ़ाई है। कांग्रेस सरकार ने भारत की छवि कमजोर देश की बना दी थी। बीजेपी सरकार ने भारत को एक मजबूत देश बनाया है। आज जब कोई भारतीय विदेश जाता है, गल्फ जाता है, तो उसे सम्मान से देखा जाता है। आज का भारत युद्ध में फंसे अपने नागरिकों को rescue करने की ताकत रखता है। आज का भारत कोरोना जैसी महामारी में दूसरे देशों की ओर नहीं देखता। आज का भारत कोरोना जैसी महामारी में दूसरे देशों की ओर नहीं देखता। हम स्वदेशी वैक्सीन बनाते हैं, अपने देश के साथ-साथ विश्व के दूसरे देशों की भी सहायता करते हैं। मैं ये बताना चाहता हूं, पिछले 10 साल में जो हुआ है, आपको लगता है बहुत कुछ हुआ है, पूरे देश में बदल रहा है, लेकिन मोदी क्या कहता है, मोदी तो कहता है 10 साल में इतना सारा भले हुआ, लेकिन जो हुआ है न, वो तो ट्रेलर है ट्रेलर। अभी तो बहुत कुछ करना है, अभी तो हमें हमारे देश को, हमारे केरला को बहुत आगे लेकर जाना है।

साथियों,
NDA सरकार नारायण गुरु के उन विचारों पर काम करती है। हमारी प्राथमिकता है, गरीब कल्याण और लोक कल्याण! इसीलिए, पिछले 10 साल NDA सरकार में ‘जलजीवन मिशन के तहत केरला में 36 लाख से ज्यादा नल से जल कनेक्शन मिले हैं। लेकिन मुझे दुख के साथ कहना है कि पूरे देश में जिस गति से जलजीवन मिशन चला है, केरला में यहां की सरकार उतना चलने नहीं दे रही है। वो भ्रष्टाचार की तलाश में होते हैं, और इसीलिए आज भी केरल में घरों में पीने के पानी का संकट है। अगर हिंदुस्तान में कोई सुनेगा, राजस्थान में पानी का संकट है या गुजरात में पानी का संकट है, तो लोगों को लगता है हां, यार मुसीबत है, केरल में पानी का संकट ये यहां की सरकार की विफलता का जीत-जागता सबूत है। और मैं गारंटी देता हूं, मैं हर घर नल से जल पहुंचाना चाहता हूं, आप मुझे आशीर्वाद दीजिए। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना से करीब एक करोड़ पचास लाख लाभार्थियों तो मुफ्त राशन मिल रहा है। बीजेपी ने संकल्प-पत्र में ये गारंटी दी है कि ये योजना अगले 5 साल और बढ़ाई जाएगी। NDA सरकार केरला में फिशरीज क्लस्टर्स बनाकर यहां के मछुआरों का जीवन बदलने के लिए काम करेगी।

साथियों,
आज बीजेपी के शासन में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। लेकिन, LDF-UDF केरला को पीछे धकेल रहे हैं। NDA सरकार केरला और इस क्षेत्र के विकास के लिए जो प्रयास कर रही है, राज्य सरकार उसमें भी बाधा डाल रही है। ये लोग नेशनल हाइवेज के प्रोजेक्ट्स भी रोकना चाहते हैं। क्योंकि, लेफ्ट सरकारों का एक ही कैरक्टर है। चाहे वो त्रिपुरा में हो, बंगाल में थे तब भी ऐसा ही करते थे और केरल में भी जब मौका मिलता है, ऐसा ही करते हैं। लेफ्ट सरकारों का कैरक्टर क्या है- Nothing Left and Nothing Right. यानी, जहां लेफ्ट का शासन हो जाता है, वहां कुछ भी बाकी नहीं रहता और कुछ भी सही नहीं होता। इन्होंने बंगाल को बदहाल बनाया। ये लोग त्रिपुरा में त्रासदी लाए थे। वही काम ये केरला में भी कर रहे हैं।

साथियों,
आज केरला जैसे शांतिप्रिय राज्य में हिंसा-अराजकता आम हो गई है। आज केरला में खुलेआम राजनैतिक हत्याएं कराई जाती हैं। कॉलेज के कैंपस तक असामाजिक तत्वों के अड्डे बन गए हैं। सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले एलिमेंट्स को सरकारी संरक्षण मिलता है। हमारे बच्चे तक सुरक्षित नहीं हैं।

साथियों,
केरला में जनता के पैसे की खुलेआम लूट हो रही है। ये लोग भ्रष्टाचार के नए-नए मॉडल लेकर आते हैं, जनता का every single रुपया लूटना चाहते हैं। करूवन्नूर Co-Operative Bank Scam लेफ्ट की लूट का एक ऐसा उदाहरण है, हर कोई जिससे परेशान है। जिस बैंक में गरीबों ने, मध्यम वर्ग ने अपनी मेहनत के सैकड़ों करोड़ रुपए जमा किए थे, उस बैंक को CPM के लोगों ने पूरी तरह लूटकर कंगाल कर दिया। ये जो गरीबों ने, मध्यम वर्ग बैंक में पैसे रखे थे, क्योंकि घर में बेटी की उम्र बढ़ रही थी, उन्होंने सोचा कि बेटी की शादी करवानी है, बैंक में पैसे जमा कराएं, कुछ ब्याज मिलेगा, पैसे मिलेंगे, और जब शादी का समय आएगा, तो बेटी के काम आएगा। लेकिन इन सीपीएम वालों ने गरीब की बेटी की शादी को भी अनेक संकटों में डाल दिया। मध्यम वर्ग के बच्चों की शादी भी इन्होंने संकट में डाल दिया। गरीबों के खिलाफ ऐसी मिलीभगत का उदाहरण आपको बहुत कम मिलेगा। इस स्कैम की वजह से हजारों परिवारों का जीवन दांव पर लग गया है। अभी मुझे हमारी उम्मीदवार बहन डॉ. सरसू बता रही थी, कुछ दिन पहले टेलीफोन पर उन्होंने समस्या का जिक्र किया था। अब वो कह रही हैं, उनको इतने टेलीफोन आते हैं, और लोग टेलीफोन पर रोते हैं कि कितनी मेहनत के पैसे उनके चले गए। कौन ये पैसे वापस लाएगा। हर कोई शिकायत कर रहा है।

साथियों,
यहां CPM के मुख्यमंत्री तीन साल से झूठ बोल रहे हैं कि इस कॉपरेटिव स्कैम के पीड़ितों को उनका पैसा वापस मिलेगा। ये ये भी झूठ बोलते हैं कि दोषियों पर कार्रवाई होगी। ये आपका सेवक मोदी है जिसने इस केस की जांच करवाई। अब तक स्कैम करने वालों की करीब 90 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच हो चुकी है। मैं इस बारे में कानूनी सलाह ले रहा हूं कि कैसे जिनके पैसे डूब गए हैं, उन गरीबों को उनका पैसा वापस दिलाया जाए। ये 90 करोड़ रुपया उनको कैसे बांट दूं। बीजेपी सरकार पहले भी देश में 17 हजार करोड़ रुपये ऐसे स्कैम पीड़ितों को वापस दिलवा चुकी है। इसलिए, मैं इस कॉरपेटिव स्कैम के पीड़ितों को भरोसा देता हूं कि उनका पैसा वापस दिलाने में भाजपा और मेरी सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।

साथियों,
कांग्रेस के एक बड़े नेता, जिनको यूपी में अपनी खानदानी सीट पर इज्जत बचाना मुश्किल हो गया है, उन्होंने केरला में अपना नया ठिकाना बना लिया है। चुनाव जीतने के लिए, यहां कांग्रेस ने उस संगठन के पोलिटिकल विंग से बैकडोर समझौता किया है, जिसको देश में देश विरोधी प्रवृत्ति के लिए बैन किया गया है। लेकिन, क्या आपने कभी सुना है, कांग्रेस के इन नेताओं के मुंह से, कभी भी Co-Operative Bank Scam के लिए, कैसे पैसे लूटे हैं। कांग्रेस के ये युवराज केरला के लोगों से वोट तो मांगेगे लेकिन, आपके हक, आपके मुद्दों पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे। केरला के लोगों को LDF-UDF, दोनों से सावधान रहना है। केरला में भले ही कांग्रेस पार्टी लेफ्ट के लोगों को आतंकवादी कहती है, लेकिन, दिल्ली में ये लोग एक साथ बैठकर चुनावी गठजोड़ करते हैं, एक ही थाली में खाते हैं। यहां केरला से बाहर निकलते ही, पड़ोस में तमिलनाडु में ही दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां भाषण देते हैं कि आतंकवादी है, और वहां मिल करके चुनाव लड़ते हैं। और, जो लेफ्ट वाले लोग कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगाते थे, अब वो खुद उनसे परिवारवाद के फायदे क्या हैं, इसके टिप्स ले रहे हैं। ये लोग इंडी अलायंस बनाकर साथ आए हैं, क्योंकि ये जानते हैं कि मोदी इनके लूट के सब ठिकानों को ठप्प कर रहा है। इसीलिए, चाहे लेफ्ट हो या कांग्रेस, सबके निशाने पर मोदी ही है। लेकिन, मैं आपको गारंटी देता हूं, बीजेपी और NDA को दिया गया आपका एक-एक वोट गरीब के एक एक पैसे का हिसाब करेगा।

साथियों,
26 अप्रैल, ये केरला के लिए विकास के संकल्प का दिन होगा। केरल के उज्ज्व भविष्य के लिए वोट करने का दिन होगा। मेरी अपील है कि वोटिंग के दिन आप, आलत्तूर से श्रीमती डॉ. टी.एन.सरसू, त्रिशूर से श्री सुरेश गोपी, पोन्नानी से श्रीमती निवेदिता सुब्रह्मणयम, मलप्पुरम से श्री वी.सी.अब्दुल सलाम और, चालाकुडी से एनडीए उम्मीदवार श्री के.ए.उन्नीकृष्णन इन सबको रिकॉर्ड वोटों से जीत दिलाकर मुझे दिल्ली में मदद करने के लिए भेजिए। आप मेरा ये अनुरोध हर घर तक पहुंचाएं, और हर घर ये भी बताएं कि मोदी जी ने हर परिवार को, हर बुजुर्ग को, हर माता को सबको प्रणाम कहा है। मेरे साथ बोलिए, भारत माता की। दोनों मुट्ठी बंद करके पूरी ताकत से बोलिए... भारत माता की... भारत माता की… भारत माता की…
बहुत-बहुत धन्यवाद!

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।