Quoteತೀವ್ರ ಸೋಲಿನಿಂದಾಗಿ ಗೌರವಾನ್ವಿತ ಪ್ರತಿಪಕ್ಷವನ್ನು ರಚಿಸಲು ಸಾಧ್ಯವಾಗದ ಕಾರಣ ಪ್ರಾದೇಶಿಕ ಪಕ್ಷಗಳನ್ನು ವಿಲೀನಗೊಳಿಸಲು ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಉದ್ದೇಶಿಸಿದೆ: ಚತ್ರಾದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
Quoteತಮ್ಮ ಭ್ರಷ್ಟಾಚಾರವನ್ನು ಮುಂದುವರಿಸಲು ಜಾರ್ಖಂಡ್‌ನ ಅಭಿವೃದ್ಧಿಯನ್ನು ತಡೆಯಲು ಜೆಎಂಎಂ-ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಉದ್ದೇಶಿಸಿದೆ: ಚತ್ರಾದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
Quoteಜೆಎಂಎಂ ಜಾರ್ಖಂಡ್‌ನ ಯುವಕರನ್ನು ಮಾದಕ ದ್ರವ್ಯ ಸೇವನೆಯ ವಿಷವರ್ತುಲಕ್ಕೆ ತಳ್ಳಲು ಮಾತ್ರ ಆಸಕ್ತಿ ಹೊಂದಿದೆ: ಚತ್ರಾದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
Quoteಕಾಂಗ್ರೆಸ್‌ನ ಶೆಹಜಾದಾ ನಿಮ್ಮ ಸಂಪನ್ಮೂಲಗಳನ್ನು ಕಸಿದುಕೊಂಡು ಅಲ್ಪಸಂಖ್ಯಾತರಿಗೆ ಹಂಚುವ ಗುರಿ ಹೊಂದಿದೆ: ಚತ್ರಾದಲ್ಲಿ ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

जय जोहार.. जय जोहार.. जय श्री राम.. जय श्री राम। मैं मां भद्रकाली और मां छिन्नमस्तिका के चरणों में प्रणाम करता हूं। आज, चतरा की धरती पर ये जनसैलाब जितने अंदर हैं उससे चार गुना बाहर है। आपका ये उत्साह आपका ये स्नेह 4 जून को परिणाम क्या आने वाले हैं, जो भी इसमें अभी भी दुविधा में हो, जरा आकर के यहां देख लें 4 जून के नतीजे क्या होंगे, ये चतरा की धरती पर से आपको दिखाई देगा।

साथियों,

तीन चरणों के चुनाव के बाद ही कांग्रेस और उसके साथियों ने एक तरह से अपनी हार स्वीकार कर ली है। इंडी गठबंधन के एक बड़े नेता ने कहा है कि सभी (ये जो फोटो वोटो लेकर आए हैं ना नीचे रखो पीछे लोग परेशान हो रहे हैं) इंडी अलायंस के एक बहुत बड़े नेता ने एक बहुत महत्वपूर्ण बयान दिया है और इसको तीन दिन हो गए और जो लोग राजनीतिक परिस्थितियों के जानकार हैं, उनकी नजर उस तरफ गई लगती नहीं है। मेरे हिसाब से उनका ये बयान बहुत ही सोचा- समझा बयान है और बहुत ही निराशा में से पैदा हुआ बयान है। एक बड़े नेता ने कहा है कि इंडी अलायंस के साथ जुड़ी हुई जो क्षेत्रीय पार्टियां हैं, उन्होंने (ये पांच-दस लोग हैं उनको दिखता नहीं तो सबको परेशान करेंगे क्या? आप मुझे देख नहीं पाते हैं संख्या बहुत है मैं आपसे क्षमा मांगता हूं लेकिन कृपा करके मेरी आवाज सुन लीजिए और मेरे चेहरे को क्यों मैं तो दिल की बात करने आया हूं आपसे।) साथियों, मैं बहुत ही महत्वपूर्ण बात बता रहा हूं और मैं पक्का मानता हूं, देश भर के लोग मुझे अगर अभी टीवी देखते होंगे, सुनते होंगे तो जरूर उनका भी ध्यान जाएगा। ये महत्वपूर्ण झारखंड के लिए भी है, ये देश के आने वाले दिनों के घटनाक्रम से जुड़ा हुआ है। जो इंडी अलायंस चल रहा है, उस इंडी अलायंस के एक बहुत बड़े नेता ने, उन्होंने कहा है कि चुनाव के बाद, जो छोटे- छोटे राजनीतिक दल हैं उन सबने कांग्रेस में विलय कर देना चाहिए और ये बयान कांग्रेस के नेता का नहीं है। एक छोटी पार्टी के नेता का बयान है लेकिन बड़े नेता का बयान है। उन्होंने कहा कि ये जो छोटे- छोटे दल हैं, जेएमएम जैसे उन सब ने अपना विलय कांग्रेस में कर देना चाहिए। मैं सोच रहा था कि उन्होंने ऐसा सुझाव क्यों दिया? उनके मन में इतनी हताशा, इतनी निराशा घर कर गई है कि 4 जून के बाद अपनी पार्टी का अस्तित्व मिटाकर, कुछ दिन गुजारा करने के लिए वो सोच रहे हैं। वो क्षेत्रीय पार्टियों का, जो अभी इंडी अलायंस की साथी है, उनका अस्तित्व खत्म कर देना चाहते हैं और सोचने के बाद और पिछले तीन चरण के मतदानों के रूझान के बाद मुझे बराबर समझ आया कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा है, क्योंकि उनके मन में पक्का हो गया है कि कांग्रेस और उसके साथी सब मिला करके भी मान्य विपक्ष को जितनी सीटें चाहिए, अपोजिशन को जितनी सीटें चाहिए, जो 10 परसेंट होती है यानी करीब- करीब 50 के ऊपर थोड़ी लेकिन उनको लग रहा है इतनी भी नहीं आयेगी और अगर विलय कर देंगे, अगर विलय कर देंगे तो फिर हमारे पूरे समूह को हो सकता है कि मान्य विपक्ष के रूप में मान्यता मिल जाए। आप देखिए, देश की जनता ने ये तिकड़म लगाने वालों को कैसा सबक सिखाया है तीन चरणों में ही ऐसा सबक सिखा दिया है कि वे विलय करके मान्य विपक्ष के लिए जगह ढूंढ रहे हैं और इसके लिए देशवासियों को एडवांस में बधाई देता हूं।

भाइयों-बहनों,

मैं अभी ओडिशा से आ रहा हूं, उसके एक दिन पहले तेलंगाना में था। तेलंगाना में, ओडिशा में, आंध्र में, इन सब स्थानों पर जाकर आया हूं। मैं साथियों बड़ी जिम्मेवारी के साथ कहता हूं कि इस चुनाव के साथ- साथ, जहां विधानसभा के भी चुनाव चल रहे हैं जैसे ओडिशा में हैं, आंध्र में हैं, अरुणाचल प्रदेश में हैं, जहां- जहां विधानसभा के चुनाव भी साथ में हैं, सिर्फ दिल्ली में 400 के पार करेंगे इतना ही नहीं, विधानसभा में भी भारी बहुमत से एनडीए की सरकारें बनेंगी और ये शहजादे को, उनकी पार्टी को, उनकी उम्र से भी कम सीटें मिलने वाली हैं। आज देश में जहां- जहां जाता हूं एक ही स्वर में, एक ही विश्वास के साथ, देश के कोने- कोने से आवाज आ रही है- फिर एक बार.. फिर एक बार.. फिर एक बार।

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साथियों,

2024 का लोकसभा चुनाव ये सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, ये चुनाव देश बनाने का चुनाव है, ये चुनाव चोर- लुटेरों से देश को बचाने का चुनाव है, ये चुनाव आपके बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने का चुनाव है। आप तो जानते हैं न वो कौन लोग है जिससे देश को बचाना बहुत जरूरी है। JMM, कांग्रेस और इंडी गठबंधन के जो कारनामे हैं, उनकी जो सोच है, उनकी जो दिशा है। देश को बचाना समय की सबसे बड़ी मांग है। आपने देखा, कैसे JMM और कांग्रेस के ठिकानों से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं.. नोटों के पहाड़। यहां, मंत्री, मंत्री का पीए, पीए का भी नौकर और मैंने तो कभी अपनी आंखों से इतने नोटें नहीं देखी हैं। यहां नोटों के पहाड़ उगाने का काम झामुमो, जेएमएम, कांग्रेस ने किया है और बेशर्मी देखिए, इतने नोटें निकलने के बाद शर्म से माथा झुक जाए कोई आंख तक ऊंची न करे, ये ऐसे बेशर्म हैं इनको कोई परवाह नहीं है और तब देश के लिए संकट बहुत गहरा हो जाता है। आप सोचिए, जब कर्मचारियों के घरों से करोड़ों रुपए मिल रहे हैं, तो मालिकों की तिजोरी में कितना काला धन होगा? कांग्रेस के सांसद के पास से तो 300 करोड़ से ज्यादा कैश मिला। नोट गिनने वाली मशीनें गिनते- गिनते खराब हो गईं, मशीनें हांफने लग गईं। गिनते थे लेकिन नोट नहीं खत्म होते थे। जरा मेरे भाई-बहन बताइये, ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? ये पैसा किसका है? आपके घर में से अगर कोई पांच हजार रूपया भी चोरी कर जाए, तो आप चोर को सजा मिले चाहते हो कि नहीं चाहते हो? चोर पकड़ा जाए, चाहते हो कि नहीं चाहते हो? चोर जेल जाए चाहते हो कि नहीं चाहते हो? देश को लूटने वाले जेल चाहिए कि नहीं चाहिए? देश को लूटने वाले जेल में रहने चाहिए कि नहीं रहने चाहिए? ये पैसा आपका पैसा है, ये पैसा झारखंड के लोगों का पैसा है और ये पैसा आपसे लूटने वालों के खिलाफ मैं पूछना चाहता हूं, कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए कि नहीं चाहिए? कौन कर सकता है ये कार्रवाई? ये कड़ी कार्रवाई कौन कर सकता है? कौन कर सकता है भाई, जिसके ऊपर कोई दाग नहीं लगा है न वो आपका बेटा मोदी कर सकता है जी। साथियों, JMM का और कांग्रेस का एक ही एजेंडा है- न काम करेंगे, न करने देंगे और बिना दाम, काम का नाम नहीं, ये इनका खेल है। ये खुद तो भ्रष्टाचार के अलावा कुछ करते नहीं हैं। मोदी जो काम करता है, उसे भी रोकने में लगे रहते हैं। मोदी देश में 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहा है।

साथियों,

मैं गरीब परिवार में पैदा हुआ हूं, मैंने गरीबी देखी है। भूख क्या होती है वो मैं अनुभव करके निकला हूं और इसलिए मैं नहीं चाहता हूं कि मेरे देश का कोई बच्चा भूखा सो जाए। इसलिए मैं चाहता हूं कि मेरे देश के गरीब के घर का चूल्हा जलता रहना चाहिए और इसलिए केन्द्र सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन का पूरा का पूरा खर्च उठाती है। लेकिन, झारखंड में इन लोगों ने राशन बांटने की व्यवस्था तबाह करके रख दी है। ये चाहते हैं मोदी का भेजा राशन आपको मिले ही नहीं। जब गरीब, मोदी को आशीर्वाद देता है, तो इंडी गठबंधन वालों को गरीबों पर चिढ़ आ जाती है।

साथियों,

मोदी ने हर घर जल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन शुरू किया है। झारखंड सरकार उसमें भी भ्रष्टाचार कर रही है। आप कल्पना कर सकते हैं, पाइप डाल दिये लेकिन पानी की सप्लाई की व्यवस्था जानबूझकर के नहीं की गई है।

साथियों,

हमारी सरकार झारखंड के युवाओं के लिए नए अवसर बनाने के लिए दिन-रात काम कर रही है। हम आदिवासी इलाकों में एकलव्य स्कूल खोल रहे हैं। यहां सिमरिया में हमने केंद्रीय (विश्व) विद्यालय भी खोला है। हमारी कोशिश है इस क्षेत्र में अच्छी सड़कें बनें, उद्योग बढ़ें। हजारीबाग से रांची हाईवे, हजारीबाग से कोडरमा हाईवे, ओरमांझी- जैनामोड़ एक्सप्रेसवे, ऐसी आधुनिक सड़कों का नेटवर्क हमारी सरकार बना रही है। टोरी-शिवपुर रेलवे लाइन, माल ढुलाई के लिए शुरू की गई है। यहां जो NTPC का प्लांट शुरू हुआ है, उसकी नींव भी अटल जी की सरकार ने रखी थी। इस प्लांट का लोकार्पण भी हमारी ही सरकार ने किया। लेकिन साथियों, भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी इंडी गठबंधन की सरकार यहां विकास के कार्यों में भी रोड़ा अटका रही है। मैं इन लोगों से पूछना चाहता हूं, झारखंड का विकास हो जाएगा तो तुम लोगों का क्या नुकसान होगा? क्यों यहां के नौजवान के लिए रोजगार के मौके बंद कर रहे हो?

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साथियों,

इंडी गठबंधन को आपकी रोजी-रोटी की कोई चिंता नहीं है, वो सिर्फ और सिर्फ लूट चलाने के लिए सत्ता के गलियारों में जीना चाहते हैं, वो अपना स्वार्थ देखते हैं। आप जानते हैं कांग्रेस- JMM झारखंड का विकास क्यों रोकना चाहते हैं? इन्हें डर है अगर दलित, पिछड़ा, आदिवासी अगर उनके बच्चे आगे बढ़ जाएंगे तो उनकी दुकान का क्या होगा? एक तरफ मोदी है, जो स्थानीय भाषाओं में डॉक्टरी की, इंजीनियरिंग की, पढ़ाई शुरू करवा रहा है। मैं चाहता हूं कि मेरे आदिवासी भाई-बहनों के बच्चे भी ज्यादा से ज्यादा डॉक्टर- इंजीनियर बनें लेकिन, कांग्रेस-JMM को आपके बच्चों के भविष्य की परवाह नहीं है। आपको याद है न, चुनाव से पहले JMM ने हर साल 5 लाख नौकरी देने का वादा किया था? क्या नौकरियां दी क्या उन्होंने? JMM-कांग्रेस ने झारखंड में एक ही उद्योग लगाया है, एक ही उद्योग लगाया है- अफीम उद्योग, अफीम। ये अफीम किसका भला करेगा भाई? ये आपकी आने वाली पीढ़ियों को बर्बाद करेगा कि नहीं करेगा? ये काला कारोबार, सरकार के संरक्षण में चल रहा है। ये आपके बच्चों को नशे के दलदल में फेंकना चाहते हैं। साथियों, कांग्रेस और उसके साथियों को आपकी भावनाओं की जरा भी परवाह नहीं है। 500 साल के इंतजार के बाद, 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में (जय श्री राम) भगवान राम का मंदिर, 500 साल के बाद बना, अनेक पीढ़ियों के बलिदान के बाद बना, कौन हिन्दुस्तानी होगा, जिसको आनंद नहीं होगा? आपको हुआ कि नहीं हुआ? हुआ कि नहीं हुआ?


भाईयों-बहनों,

जब अयोध्या से वनवास के लिए राजकुमार राम ने प्रस्थान किया था न जब अयोध्या से निकले थे 14 साल के लिए, (ये मेरी बात जरा गौर से सुनिए) जब अयोध्या से निकले थे रामजी तब तो वो अयोध्या के राजकुमार थे, लेकिन जब 14 साल वनवास के बाद वापिस आए तो मर्यादा पुरूषोत्तम राम बन गए थे। अब जरा सोचो, ये राजकुमार राम मर्यादा पुरूषोत्तम राम कैसे बनें? वे 14 साल आदिवासियों के बीच में रहे थे, ये आदिवासियों ने अयोध्या के राजकुमार को प्रभु राम बना दिया था, मर्यादा पुरूषोत्तम राम बना दिया था। हम प्रभु राम की भक्ति करते हैं, क्योंकि मेरे आदिवासियों के संग ने राजकुमार राम को मर्यादा पुरूषोत्तम राम बना दिया था और इसलिए हम राम की तो पूजा करते हैं लेकिन राम को प्रभु राम बनाने वाले आदिवासियों की भी पूजा करते हैं। लेकिन साथियों, कांग्रेस-झामुमो और उसके सहयोगियों को आदिवासियों का हित, उनका गौरव बर्दाश्त नहीं होता। भारतीय जनता पार्टी ने एक आदिवासी बेटी को देश की राष्ट्रपति बनाया, द्रौपदी मूर्मू जी आपके यहां गवर्नर रह चुकी हैं, आप उनको भली- भांति जानते हैं, वो आज देश की सर्वश्रेष्ठ पद पर हैं। देश की तीनों सेनाओं को वो कमान करती हैं। मुझे बताइये भाइयों एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति किसने बनाया? किसने बनाया? किसने बनाया? किसने बनाया? मोदी ने नहीं बनाया, आपके एक वोट ने बनाया है। ये आपके वोट की ताकत है कि आपने मोदी को सेवा करने का मौका दिया और ये आपके वोट की ताकत है कि द्रौपदी मूर्मू जी देश की राष्ट्रपति हैं। आप कहिये भइया, द्रौपदी मूर्मू जी का राष्ट्रपति बनना हम सबका गर्व का विषय है कि नही है? आपको गर्व होता है कि नहीं होता है? अभिमान होता है कि नहीं होता है? लेकिन कांग्रेस और उसके साथी, पहले दिन से आदिवासी बेटी द्रौपदी मूर्मू राष्ट्रपति बन गई, ये पचा नहीं पा रहे हैं, डगर- डगर पर उनका अपमान करते हैं। जो ताजा घटना घटी है, ये घटना बहुत गंभीर है भाइयों और इसलिए मुझे देश वासियों के सामने मेरी पीड़ा व्यक्त करना जरूरी है। (भैया वो तस्वीर नीचे रख दो आप नीचे बैठिए तस्वीर नीचे रखो आप भी नीचे बैठो नीचे बैठिए आप, धन्यवाद) देशवासियों के सामने मैं मेरी अपनी पीड़ा व्यक्त करना चाहता हूं। हमें राष्ट्रपति का पद इतना महत्वपूर्ण होता है, गलती से भी उसको अपमानित नहीं करना चाहिए लेकिन कांग्रेस पार्टी जिसकी सोच 18वीं शताब्दी की सोच है। 18वीं शताब्दी की सोच है, पापी मन है। क्या हुआ मैं बताता हूं। अभी हमारी राष्ट्रपति जी अयोध्या प्रभु रामलला के दर्शन करने, वहां पूजा- अर्चन करने गई थीं और पूजा- अर्चन करके आयीं, ये कांग्रस वालों की 18वीं शताब्दी की मानसिकता, विकृत मानसिकता, पापी मन, ये कह रहा है, घोषणा की उन्होंने, प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मुबंई में ये कहा कि ये राम मंदिर का अब हम शुद्धिकरण करेंगे। राम मंदिर को गंगा जल से धोयेंगे। क्या एक आदिवासी, प्रभु राम लला के दर्शन करें और इसलिए आपको मंदिर धोना पड़े, ये कौन सी मानसिकता है आपकी? ये राष्ट्रपति का अपमान है कि नहीं है? राष्ट्रपति का अपमान है कि नहीं है? नारी का अपमान है कि नहीं है? हिन्दुस्तान का अपमान है कि नही है? प्रभु राम का अपमान है कि नहीं है? राष्ट्रपति का अपमान है कि नहीं है? ऐसे लोगों को माफ कर सकते हैं क्या? कभी भी माफ कर सकते हैं क्या? हिन्दुस्तान ऐसे लोगों को माफ कर सकता है क्या? भाइयों-बहनों, ये कांग्रेस वाले लोग हैं, इन्हें सिर्फ आप से वोट चाहिए उनको आपके प्रति प्रेम नहीं है। वो आपको मनुष्य मानने को तैयार नही हैं भाइयों, इतना बड़ा पाप उन्होंने किया इसलिए मैं ये पीड़ा, देशवासियों के सामने रख रहा हूं। मुझे बताइये ये लोग आपसे एक वोट पाने के हकदार हैं क्या?

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साथियों,

कांग्रेस के शहजादे इन दिनों एक नया फॉर्मूला लेकर आए हैं। आपने सुना होगा वो कह रहे हैं कि कांग्रेस आएगी तो आपकी संपत्ति की जांच करवाएगी, एक्स रे करेंगे, एक्स करेंगे और आपके पास कितनी जमीन है, माताओं-बहनों के पास सोना-चांदी गहने क्या है, ये सारा एक्स रे मशीन से खोजा जाएगा। आपकी संपत्ति भी, आपकी मेहनत की कमाई की संपत्ति भी, आप अपने संतानों को नहीं दे पायेंगे, वो ऐसा कानून लाने वाले हैं, अगर आपके पास दस एकड़ भूमि है तो आपके संतानों के पांच एकड़ ही दे पायेंगे, पांच एकड़ ये शहजादे की सरकार लूट लेगी। आपके पास गांव में घर है और शहर में छोटा सा घर लिया, दो घर है तो एक गया। तो क्या आपकी मेहनत की कमाई आप किसी को लूटने देंगे क्या? किसी को लेने देंगे क्या? ये आपके मेहनत की कमाई पर आपका हक है कि नहीं है? आपके बच्चों का हक है कि नहीं है? ये लूटना चाहते हैं और मोदी दीवार बन कर खड़ा है। अच्छा, वो लूट करके क्या करने वाले हैं। वो लूट करके, उनकी वोट बैंक, आपको मालूम है कि उनकी वोट बैंक कौन है? ये सारी संपत्ति उनको बांट देंगे।

भाइयों-बहनों,

ये संपत्ति पर पहला अधिकार किसका, डॉ मनमोहन सिंह जी ने कहा था, इस देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। मतलब ये सारी संपत्ति मुसलमानों को देने का वो निर्णय कर- करके चल रहे हैं भाइयों। साथियों, ये कांग्रेस का पंजा हमारे दलितों, हमारे पिछड़ों, हमारे आदिवासियों का आरक्षण भी छीनना चाहता है। ये पूरे देश में इस काम में जुटे हुए हैं कि SC/ST/OBC का आरक्षण छीनो और अपने वोट बैंक को दे दो। इन्होंने आंध्र प्रदेश में यही किया, रातों- रात सभी मुसलमानों को ओबीसी बना दिया और कर्नाटक में जो OBC का हिस्सा थे उसे लूट लिया।

भाइयों-बहनों,

बाबा साहेब अंबेडकर ने धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। धर्म के आधार पर आरक्षण को कोई सहमत नहीं था। सुप्रीम कोर्ट ने भी मना किया है। ये धर्म के नाम पर आरक्षण कर- करके इस देश के SC/ST/OBC को मिला हुआ हक लूटना चाहते हैं और इसलिए भाइयों- बहनों हम सबको बहुत चौकन्ना रहने की जरूरत है। हमें एक बात याद रखनी है, जो झारखंड के बहुत बड़े गुनहगार हैं, जिन्हें चारा घोटाले में अदालत ने सजा दी है, जो बिहार और झारखंड में जंगलराज के प्रतीक रहे हैं, उन्होंने कहा है कि पूरा का पूरा आरक्षण मुसलमानों को ही दे देना चाहिए, यानी जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी की चली तो SC-ST-OBC के पास कहीं कोई आरक्षण नहीं रह जाएगा। आपका पूरा आरक्षण छीनकर ये लोग मुस्लिमों को देना चाहते हैं। आप मुझे बताइये, क्या आपको ये स्वीकार्य है? आपको ये मंजूर है? कांग्रेस-झामुमो को अपने आरक्षण पर डाका डालने देंगे क्या आप?

साथियों,

तुष्टीकरण की राजनीति का सबसे बड़ा नुकसान दलित, पिछड़ा और आदिवासी को होता है। जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो उसने ये खेल कई राज्यों में खेला। कांग्रेस ने घुसपैठियों को समर्थन दिया, नतीजा ये कि दलितों, आदिवासियों की ज़मीनों पर घुसपैठियों ने कब्जा कर लिया। अब वही आग ये लोग झारखंड में लगाना चाहते हैं। JMM सरकार में यहां घुसपैठियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हमारे आदिवासी समाज की बच्चियां घुसपैठियों का शिकार हो रही हैं। बच्चियों को जिंदा जलाने की घटना सामने आ रही हैं। ये जो घुसपैठिए आए हैं, ये क्या वहां से अपनी जमीन लेकर आए हैं क्या? ये किसकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं? दलित, आदिवासी की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। ये लोग झारखंड और भारत की पहचान बदलना चाहते हैं। इसलिए आपको इनसे सावधान रहना है।

साथियों,

20 मई को आपका हर वोट झारखंड के लिए सुरक्षा का ढाल बनेगा। आपका वोट देशविरोधी ताकतों को रोकने के लिए मोदी को ताकत देगा। मेरा अनुरोध है, चतरा से श्री कालीचरण सिंह जी और हजारीबाग से मनीष जायसवाल जी को कमल के निशान पर बटन दबा करके इन्हें विजयी बनाइए और जब आप कमल के निशान पर बटन दबायेंगे न, तो आपका वोट सीधा- सीधा मोदी को जाएगा। साथियों, आने वाले दिनों में ज्यादा से ज्यादा परिवारों में जाइये जाकर के कहिएगा मोदी जी चतरा आए थे और आप सब परिवार वालों को प्रणाम कहा है। मेरा प्रणाम पहुंचायेगा। बोलिए भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। बहुत-बहुत धन्यवाद!

  • Dheeraj Thakur March 06, 2025

    जय श्री राम जय श्री राम
  • Dheeraj Thakur March 06, 2025

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    जय श्री राम 🚩 वन्दे मातरम् जय भाजपा विजय भाजपा
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Text of PM’s speech at TV9 Summit 2025
March 28, 2025
QuoteToday, the world's eyes are on India: PM
QuoteIndia's youth is rapidly becoming skilled and driving innovation forward: PM
Quote"India First" has become the mantra of India's foreign policy: PM
QuoteToday, India is not just participating in the world order but also contributing to shaping and securing the future: PM
QuoteIndia has given Priority to humanity over monopoly: PM
QuoteToday, India is not just a Nation of Dreams but also a Nation That Delivers: PM

श्रीमान रामेश्वर गारु जी, रामू जी, बरुन दास जी, TV9 की पूरी टीम, मैं आपके नेटवर्क के सभी दर्शकों का, यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं, इस समिट के लिए बधाई देता हूं।

TV9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है। और अब तो TV9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है। इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग विशेष तौर पर लाइव जुड़े हुए हैं। कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं, हो सकता है, मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं। मैं यहां नीचे स्क्रीन पर हिंदुस्तान के अनेक शहरों में बैठे हुए सब दर्शकों को भी उतने ही उत्साह, उमंग से देख रहा हूं, मेरी तरफ से उनका भी स्वागत है।

साथियों,

आज विश्व की दृष्टि भारत पर है, हमारे देश पर है। दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं, वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं। आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में ग्यारहवें नंबर की इकोनॉमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवे नंबर की इकोनॉमी बन गया? अभी IMF के नए आंकड़े सामने आए हैं। वो आंकड़े कहते हैं कि भारत, दुनिया की एकमात्र मेजर इकोनॉमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने GDP को डबल किया है। बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर, अपनी इकोनॉमी में जोड़े हैं। GDP का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना मात्र नहीं है। इसका impact देखिए, 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं, और ये 25 करोड़ लोग एक नियो मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं। ये नियो मिडिल क्लास, एक प्रकार से नई ज़िंदगी शुरु कर रहा है। ये नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है, हमारी इकोनॉमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है, और उसको वाइब्रेंट बना रहा है। आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी हमारे भारत में है। ये युवा, तेज़ी से स्किल्ड हो रहा है, इनोवेशन को गति दे रहा है। और इन सबके बीच, भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया है- India First, एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी, सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो, Equi-Distance की पॉलिसी, आज के भारत की पॉलिसी है, सबके समान रूप से करीब होकर चलो, Equi-Closeness की पॉलिसी। दुनिया के देश भारत की ओपिनियन को, भारत के इनोवेशन को, भारत के एफर्ट्स को, जैसा महत्व आज दे रहे हैं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। आज दुनिया की नजर भारत पर है, आज दुनिया जानना चाहती है, What India Thinks Today.

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साथियों,

भारत आज, वर्ल्ड ऑर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा, बल्कि फ्यूचर को शेप और सेक्योर करने में योगदान दे रहा है। दुनिया ने ये कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है। दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही, कई-कई साल लग जाएंगे। लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित किया। हमने अपनी वैक्सीन बनाई, हमने अपने नागरिकों का तेज़ी से वैक्सीनेशन कराया, और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन्स भी पहुंचाईं। आज दुनिया, और जब दुनिया संकट में थी, तब भारत की ये भावना दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची कि हमारे संस्कार क्या हैं, हमारा तौर-तरीका क्या है।

साथियों,

अतीत में दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना, उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही। भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा। भारत ने, 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टीट्यूशन्स के गठन का रास्ता बनाया, और हमने ये ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो, सबका योगदान हो। जैसे प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती है। देश कोई भी हो, इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है। आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं। और इसलिए भारत ने Coalition for Disaster Resilient Infrastructure - CDRI नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की। ये सिर्फ एक संगठन नहीं, बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है। भारत का प्रयास है, प्राकृतिक आपदा से, पुल, सड़कें, बिल्डिंग्स, पावर ग्रिड, ऐसा हर इंफ्रास्ट्रक्चर सुरक्षित रहे, सुरक्षित निर्माण हो।

साथियों,

भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए हर देश का मिलकर काम करना बहुत जरूरी है। ऐसी ही एक चुनौती है, हमारे एनर्जी रिसोर्सेस की। इसलिए पूरी दुनिया की चिंता करते हुए भारत ने International Solar Alliance (ISA) का समाधान दिया है। ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनबल एनर्जी का लाभ उठा सके। इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही, ये ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा। और आप सबको ये जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ, आज दुनिया के सौ से अधिक देश जुड़ चुके हैं।

साथियों,

बीते कुछ समय से दुनिया, ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक्स से जुड़ी challenges का सामना कर रही है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरु किए हैं। India–Middle East–Europe Economic Corridor (IMEC), ऐसा ही एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है। ये प्रोजेक्ट, कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया, यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा। इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही, दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे। इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी।

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साथियों,

ग्लोबल सिस्टम्स को, अधिक पार्टिसिपेटिव, अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं। और यहीं, यहीं पर ही भारत मंडपम में जी-20 समिट हुई थी। उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी-20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया है। ये बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम था। इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसीडेंसी में पूरी हुई। आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग इंस्टीट्यूशन्स में भारत, ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज़ बन रहा है। International Yoga Day, WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क, ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है, और ये तो अभी शुरूआत है, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत का सामर्थ्य नई ऊंचाई की तरफ बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं। इन 25 सालों में 11 साल हमारी सरकार ने देश की सेवा की है। और जब हम What India Thinks Today उससे जुड़ा सवाल उठाते हैं, तो हमें ये भी देखना होगा कि Past में क्या सवाल थे, क्या जवाब थे। इससे TV9 के विशाल दर्शक समूह को भी अंदाजा होगा कि कैसे हम, निर्भरता से आत्मनिर्भरता तक, Aspirations से Achievement तक, Desperation से Development तक पहुंचे हैं। आप याद करिए, एक दशक पहले, गांव में जब टॉयलेट का सवाल आता था, तो माताओं-बहनों के पास रात ढलने के बाद और भोर होने से पहले का ही जवाब होता था। आज उसी सवाल का जवाब स्वच्छ भारत मिशन से मिलता है। 2013 में जब कोई इलाज की बात करता था, तो महंगे इलाज की चर्चा होती थी। आज उसी सवाल का समाधान आयुष्मान भारत में नजर आता है। 2013 में किसी गरीब की रसोई की बात होती थी, तो धुएं की तस्वीर सामने आती थी। आज उसी समस्या का समाधान उज्ज्वला योजना में दिखता है। 2013 में महिलाओं से बैंक खाते के बारे में पूछा जाता था, तो वो चुप्पी साध लेती थीं। आज जनधन योजना के कारण, 30 करोड़ से ज्यादा बहनों का अपना बैंक अकाउंट है। 2013 में पीने के पानी के लिए कुएं और तालाबों तक जाने की मजबूरी थी। आज उसी मजबूरी का हल हर घर नल से जल योजना में मिल रहा है। यानि सिर्फ दशक नहीं बदला, बल्कि लोगों की ज़िंदगी बदली है। और दुनिया भी इस बात को नोट कर रही है, भारत के डेवलपमेंट मॉडल को स्वीकार रही है। आज भारत सिर्फ Nation of Dreams नहीं, बल्कि Nation That Delivers भी है।

साथियों,

जब कोई देश, अपने नागरिकों की सुविधा और समय को महत्व देता है, तब उस देश का समय भी बदलता है। यही आज हम भारत में अनुभव कर रहे हैं। मैं आपको एक उदाहरण देता हूं। पहले पासपोर्ट बनवाना कितना बड़ा काम था, ये आप जानते हैं। लंबी वेटिंग, बहुत सारे कॉम्प्लेक्स डॉक्यूमेंटेशन का प्रोसेस, अक्सर राज्यों की राजधानी में ही पासपोर्ट केंद्र होते थे, छोटे शहरों के लोगों को पासपोर्ट बनवाना होता था, तो वो एक-दो दिन कहीं ठहरने का इंतजाम करके चलते थे, अब वो हालात पूरी तरह बदल गया है, एक आंकड़े पर आप ध्यान दीजिए, पहले देश में सिर्फ 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे, आज इनकी संख्या 550 से ज्यादा हो गई है। पहले पासपोर्ट बनवाने में, और मैं 2013 के पहले की बात कर रहा हूं, मैं पिछले शताब्दी की बात नहीं कर रहा हूं, पासपोर्ट बनवाने में जो वेटिंग टाइम 50 दिन तक होता था, वो अब 5-6 दिन तक सिमट गया है।

साथियों,

ऐसा ही ट्रांसफॉर्मेशन हमने बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में भी देखा है। हमारे देश में 50-60 साल पहले बैंकों का नेशनलाइजेशन किया गया, ये कहकर कि इससे लोगों को बैंकिंग सुविधा सुलभ होगी। इस दावे की सच्चाई हम जानते हैं। हालत ये थी कि लाखों गांवों में बैंकिंग की कोई सुविधा ही नहीं थी। हमने इस स्थिति को भी बदला है। ऑनलाइन बैंकिंग तो हर घर में पहुंचाई है, आज देश के हर 5 किलोमीटर के दायरे में कोई न कोई बैंकिंग टच प्वाइंट जरूर है। और हमने सिर्फ बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर का ही दायरा नहीं बढ़ाया, बल्कि बैंकिंग सिस्टम को भी मजबूत किया। आज बैंकों का NPA बहुत कम हो गया है। आज बैंकों का प्रॉफिट, एक लाख 40 हज़ार करोड़ रुपए के नए रिकॉर्ड को पार कर चुका है। और इतना ही नहीं, जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उनको भी अब लूटा हुआ धन लौटाना पड़ रहा है। जिस ED को दिन-रात गालियां दी जा रही है, ED ने 22 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक वसूले हैं। ये पैसा, कानूनी तरीके से उन पीड़ितों तक वापिस पहुंचाया जा रहा है, जिनसे ये पैसा लूटा गया था।

साथियों,

Efficiency से गवर्नमेंट Effective होती है। कम समय में ज्यादा काम हो, कम रिसोर्सेज़ में अधिक काम हो, फिजूलखर्ची ना हो, रेड टेप के बजाय रेड कार्पेट पर बल हो, जब कोई सरकार ये करती है, तो समझिए कि वो देश के संसाधनों को रिस्पेक्ट दे रही है। और पिछले 11 साल से ये हमारी सरकार की बड़ी प्राथमिकता रहा है। मैं कुछ उदाहरणों के साथ अपनी बात बताऊंगा।

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साथियों,

अतीत में हमने देखा है कि सरकारें कैसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिनिस्ट्रीज में accommodate करने की कोशिश करती थीं। लेकिन हमारी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही कई मंत्रालयों का विलय कर दिया। आप सोचिए, Urban Development अलग मंत्रालय था और Housing and Urban Poverty Alleviation अलग मंत्रालय था, हमने दोनों को मर्ज करके Housing and Urban Affairs मंत्रालय बना दिया। इसी तरह, मिनिस्ट्री ऑफ ओवरसीज़ अफेयर्स अलग था, विदेश मंत्रालय अलग था, हमने इन दोनों को भी एक साथ जोड़ दिया, पहले जल संसाधन, नदी विकास मंत्रालय अलग था, और पेयजल मंत्रालय अलग था, हमने इन्हें भी जोड़कर जलशक्ति मंत्रालय बना दिया। हमने राजनीतिक मजबूरी के बजाय, देश की priorities और देश के resources को आगे रखा।

साथियों,

हमारी सरकार ने रूल्स और रेगुलेशन्स को भी कम किया, उन्हें आसान बनाया। करीब 1500 ऐसे कानून थे, जो समय के साथ अपना महत्व खो चुके थे। उनको हमारी सरकार ने खत्म किया। करीब 40 हज़ार, compliances को हटाया गया। ऐसे कदमों से दो फायदे हुए, एक तो जनता को harassment से मुक्ति मिली, और दूसरा, सरकारी मशीनरी की एनर्जी भी बची। एक और Example GST का है। 30 से ज्यादा टैक्सेज़ को मिलाकर एक टैक्स बना दिया गया है। इसको process के, documentation के हिसाब से देखें तो कितनी बड़ी बचत हुई है।

साथियों,

सरकारी खरीद में पहले कितनी फिजूलखर्ची होती थी, कितना करप्शन होता था, ये मीडिया के आप लोग आए दिन रिपोर्ट करते थे। हमने, GeM यानि गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म बनाया। अब सरकारी डिपार्टमेंट, इस प्लेटफॉर्म पर अपनी जरूरतें बताते हैं, इसी पर वेंडर बोली लगाते हैं और फिर ऑर्डर दिया जाता है। इसके कारण, भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम हुई है, और सरकार को एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की बचत भी हुई है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर- DBT की जो व्यवस्था भारत ने बनाई है, उसकी तो दुनिया में चर्चा है। DBT की वजह से टैक्स पेयर्स के 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा, गलत हाथों में जाने से बचे हैं। 10 करोड़ से ज्यादा फर्ज़ी लाभार्थी, जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो सरकारी योजनाओं का फायदा ले रहे थे, ऐसे फर्जी नामों को भी हमने कागजों से हटाया है।

साथियों,

 

हमारी सरकार टैक्स की पाई-पाई का ईमानदारी से उपयोग करती है, और टैक्सपेयर का भी सम्मान करती है, सरकार ने टैक्स सिस्टम को टैक्सपेयर फ्रेंडली बनाया है। आज ITR फाइलिंग का प्रोसेस पहले से कहीं ज्यादा सरल और तेज़ है। पहले सीए की मदद के बिना, ITR फाइल करना मुश्किल होता था। आज आप कुछ ही समय के भीतर खुद ही ऑनलाइन ITR फाइल कर पा रहे हैं। और रिटर्न फाइल करने के कुछ ही दिनों में रिफंड आपके अकाउंट में भी आ जाता है। फेसलेस असेसमेंट स्कीम भी टैक्सपेयर्स को परेशानियों से बचा रही है। गवर्नेंस में efficiency से जुड़े ऐसे अनेक रिफॉर्म्स ने दुनिया को एक नया गवर्नेंस मॉडल दिया है।

साथियों,

पिछले 10-11 साल में भारत हर सेक्टर में बदला है, हर क्षेत्र में आगे बढ़ा है। और एक बड़ा बदलाव सोच का आया है। आज़ादी के बाद के अनेक दशकों तक, भारत में ऐसी सोच को बढ़ावा दिया गया, जिसमें सिर्फ विदेशी को ही बेहतर माना गया। दुकान में भी कुछ खरीदने जाओ, तो दुकानदार के पहले बोल यही होते थे – भाई साहब लीजिए ना, ये तो इंपोर्टेड है ! आज स्थिति बदल गई है। आज लोग सामने से पूछते हैं- भाई, मेड इन इंडिया है या नहीं है?

साथियों,

आज हम भारत की मैन्युफैक्चरिंग एक्सीलेंस का एक नया रूप देख रहे हैं। अभी 3-4 दिन पहले ही एक न्यूज आई है कि भारत ने अपनी पहली MRI मशीन बना ली है। अब सोचिए, इतने दशकों तक हमारे यहां स्वदेशी MRI मशीन ही नहीं थी। अब मेड इन इंडिया MRI मशीन होगी तो जांच की कीमत भी बहुत कम हो जाएगी।

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साथियों,

आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया अभियान ने, देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को एक नई ऊर्जा दी है। पहले दुनिया भारत को ग्लोबल मार्केट कहती थी, आज वही दुनिया, भारत को एक बड़े Manufacturing Hub के रूप में देख रही है। ये सक्सेस कितनी बड़ी है, इसके उदाहरण आपको हर सेक्टर में मिलेंगे। जैसे हमारी मोबाइल फोन इंडस्ट्री है। 2014-15 में हमारा एक्सपोर्ट, वन बिलियन डॉलर तक भी नहीं था। लेकिन एक दशक में, हम ट्वेंटी बिलियन डॉलर के फिगर से भी आगे निकल चुके हैं। आज भारत ग्लोबल टेलिकॉम और नेटवर्किंग इंडस्ट्री का एक पावर सेंटर बनता जा रहा है। Automotive Sector की Success से भी आप अच्छी तरह परिचित हैं। इससे जुड़े Components के एक्सपोर्ट में भी भारत एक नई पहचान बना रहा है। पहले हम बहुत बड़ी मात्रा में मोटर-साइकल पार्ट्स इंपोर्ट करते थे। लेकिन आज भारत में बने पार्ट्स UAE और जर्मनी जैसे अनेक देशों तक पहुंच रहे हैं। सोलर एनर्जी सेक्टर ने भी सफलता के नए आयाम गढ़े हैं। हमारे सोलर सेल्स, सोलर मॉड्यूल का इंपोर्ट कम हो रहा है और एक्सपोर्ट्स 23 गुना तक बढ़ गए हैं। बीते एक दशक में हमारा डिफेंस एक्सपोर्ट भी 21 गुना बढ़ा है। ये सारी अचीवमेंट्स, देश की मैन्युफैक्चरिंग इकोनॉमी की ताकत को दिखाती है। ये दिखाती है कि भारत में कैसे हर सेक्टर में नई जॉब्स भी क्रिएट हो रही हैं।

साथियों,

TV9 की इस समिट में, विस्तार से चर्चा होगी, अनेक विषयों पर मंथन होगा। आज हम जो भी सोचेंगे, जिस भी विजन पर आगे बढ़ेंगे, वो हमारे आने वाले कल को, देश के भविष्य को डिजाइन करेगा। पिछली शताब्दी के इसी दशक में, भारत ने एक नई ऊर्जा के साथ आजादी के लिए नई यात्रा शुरू की थी। और हमने 1947 में आजादी हासिल करके भी दिखाई। अब इस दशक में हम विकसित भारत के लक्ष्य के लिए चल रहे हैं। और हमें 2047 तक विकसित भारत का सपना जरूर पूरा करना है। और जैसा मैंने लाल किले से कहा है, इसमें सबका प्रयास आवश्यक है। इस समिट का आयोजन कर, TV9 ने भी अपनी तरफ से एक positive initiative लिया है। एक बार फिर आप सभी को इस समिट की सफलता के लिए मेरी ढेर सारी शुभकामनाएं हैं।

मैं TV9 को विशेष रूप से बधाई दूंगा, क्योंकि पहले भी मीडिया हाउस समिट करते रहे हैं, लेकिन ज्यादातर एक छोटे से फाइव स्टार होटल के कमरे में, वो समिट होती थी और बोलने वाले भी वही, सुनने वाले भी वही, कमरा भी वही। TV9 ने इस परंपरा को तोड़ा और ये जो मॉडल प्लेस किया है, 2 साल के भीतर-भीतर देख लेना, सभी मीडिया हाउस को यही करना पड़ेगा। यानी TV9 Thinks Today वो बाकियों के लिए रास्ता खोल देगा। मैं इस प्रयास के लिए बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं, आपकी पूरी टीम को, और सबसे बड़ी खुशी की बात है कि आपने इस इवेंट को एक मीडिया हाउस की भलाई के लिए नहीं, देश की भलाई के लिए आपने उसकी रचना की। 50,000 से ज्यादा नौजवानों के साथ एक मिशन मोड में बातचीत करना, उनको जोड़ना, उनको मिशन के साथ जोड़ना और उसमें से जो बच्चे सिलेक्ट होकर के आए, उनकी आगे की ट्रेनिंग की चिंता करना, ये अपने आप में बहुत अद्भुत काम है। मैं आपको बहुत बधाई देता हूं। जिन नौजवानों से मुझे यहां फोटो निकलवाने का मौका मिला है, मुझे भी खुशी हुई कि देश के होनहार लोगों के साथ, मैं अपनी फोटो निकलवा पाया। मैं इसे अपना सौभाग्य मानता हूं दोस्तों कि आपके साथ मेरी फोटो आज निकली है। और मुझे पक्का विश्वास है कि सारी युवा पीढ़ी, जो मुझे दिख रही है, 2047 में जब देश विकसित भारत बनेगा, सबसे ज्यादा बेनिफिशियरी आप लोग हैं, क्योंकि आप उम्र के उस पड़ाव पर होंगे, जब भारत विकसित होगा, आपके लिए मौज ही मौज है। आपको बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

धन्यवाद।