Social infrastructure is essential for the development of every nation: PM Narendra Modi
Centre would not stop at laying foundation stones but ensure completion of projects on time: PM
Our Government will do everything it can for welfare of farmers: PM Modi
Pakistan now knows well what the Indian Army is capable of: PM Modi
Our Govt is taking steps to ensure that the middle class is not exploited and the poor get their due: PM

ये मेरा सौभाग्‍य है कि मुझे फिर एक बार आपके बीच आने का अवसर मिला है। पिछले महीने लुधियाना आया था, तभी मैंने कहा था समय अभाव से मैं भटिण्‍डा नहीं जा पा रहा हूं लेकिन जल्‍द से जल्‍द मैं भटिंडा आऊंगा और आज वो वादा मैं पूरा कर रहा हूं।

देश के विकास में रोड़ बने, एयरपोर्ट बने, रेल चले, इसका जितना महत्‍व है, उससे भी ज्‍यादा सामान्‍य नागरिकों के लिए Social Infrastructure; जिसमें स्‍कूल हो, अस्‍पताल हो, गरीब से गरीब की सेवा हो,  गरीब से गरीब को शिक्षा मिले तब जा करके समाज ताकतवर बनता है। और आज भारत सरकार और पंजाब सरकार मिल करके, कंधे से कंधा मिला करके गांव; गरीब; किसान; दूर-सुदूर के इलाके; उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए, जहां बिजली नहीं, बिजली पहुंचे; जहां पानी नहीं, पानी पहुंचे; जहां अस्‍पताल नहीं, वहां अस्‍पताल बने; जहां स्‍कूल नहीं, वहां स्‍कूल बने; उस काम पर बल दे रही है। और उसी के तहत आज भटिंडा में सवा नौ सो करोड़ रुपये से ज्‍यादा, करीब-करीब हजार करोड़ रुपये की लागत से AIIMS का निर्माण होने जा रहा है।  ये AIIMS सिर्फ बीमारों की बीमारी दूर करेगा ऐसा नहीं, Paramedical की शिक्षा, Nursing की शिक्षा, डॉक्‍टरी की शिक्षा , यहां के नौजवानों के जीवन में, पूरा-पूरा उनका भविष्‍य; और एक पीढ़ी का नहीं, आने वाली पीढि़यों का भी भविष्‍य बदलने की ताकत इस AIIMS की योजना में बनी हुई है।

कितना बड़ा भला होगा इस इलाके का, मेरे पूर्व वक्‍ताओं ने इसकी विस्‍तार से चर्चा की है। और जैसे बादल साहब कहते थे, उद्घाटन की चर्चा इस सरकार का स्‍वभाव है। जिस काम का शिलान्‍यास हम करते हैं, उसका उद्घाटन भी हमारे ही कार्यकाल में करते हैं; वरना पहले सरकारें चुनाव आते ही हर गली-मोहल्‍ले में जा करके पत्‍थर खड़े करके आ जाते थे। लोगों को समझा देते थे ये होगा, वो होगा; और बाद में भूल जाते थे। हम तो योजना बनाते हैं तो पूछते हैं भाई बताओ किस तारीख को पूरा करोगे; और तब जा करके देश में गति आती है। और इन दिनों तो मैंने देखा है, भारत सरकार Project जो लेती है, उसकी जो तारीख तय करती है, और फिर बनाने वालों में स्‍पर्धा खड़ी हो जाती है। कुछ लोग तो समय से पहले पूरा करते हैं और ऐसे लोगों को मैं पुरस्‍कार भी देता हूं ताकि देश में जल्‍दी काम करने की आदत बन जाए।

भाइयो, बहनों पाकिस्‍तान यहां से दूर नहीं है। सीमा पर रहने वाले, सीमा पार से होने वाले जुल्‍म सहते रहते हैं। सेना के जवान सीने में दम हो, हाथ में हथियार हो, उसके बावजूद भी अपने पराक्रम नहीं दिखा पाते; उनको सहन करना पड़ता है। भाइयो, बहनों, हमारी सेना की ताकत देखिए, 250 किलोमीटर लंबे पट पर जब हमारे सेना के बहादुर जवानों ने Surgical Strike किया, सीमा पार बड़ा हड़कम्‍प मच गया, अभी भी उनका मामला ठिकाने नहीं लग रहा है। लेकिन मैं पाकिस्‍तान के पड़ोस में आज खड़ा हूँ तब, सीमा पर खड़ा हूँ तब, मैं फिर एक बार पाकिस्‍तान की आवाम से बात करना चाहता हूं। मैं पाकिस्‍तान की आवाम से कहना चाहता हूं, ये हिन्‍दुस्‍तान है, यहां के सवा सौ करोड़ देशवासी हैं। जब पेशावर में बच्‍चों को मार दिया जाता है, सवा सौ करोड़ हिन्‍दुस्‍तानियों की आंख में आँसू टपकते हैं। आपका दर्द हर हिन्‍दुस्‍तानी को भी अपना दर्द लगता है। पाकिस्‍तान की आवाम तय करे, उनके हुक्‍मरानों से जवाब मांगे; अरे लड़ना है तो भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ो, लड़ना है तो काले धन के खिलाफ लड़ो, लड़ना है तो जाली नोट के खिलाफ लड़ो; अरे लड़ना है तो गरीबी के खिलाफ लड़ो। ये भारत के साथ लड़ाई लड़ के खुद को भी तबाह कर रहे हो और निर्दोषों की मौत के गुनहगार बनते चले जा रहे हो, और इसलिए पाकिस्‍तान की आवाम भी गरीबी से मुक्ति चाहती है। कोई कारण नहीं है, अपने राजनीतिक उल्‍लू सीधे करने के लिए ये तनाव का माहौल बनाए रखा जाता है। और अब पाकिस्‍तान ने देख लिया है भारत की सेना में दम कितना है, हमारे फौजियों की ताकत कितनी है, अब परिचय करवा दिया है।

भाइयो, बहनों Indus Water Treaty, सतलुज, व्‍यास, रावी, ये तीन नदियों का पानी, उसमें जो हिन्‍दुस्‍तान के हक का पानी है, ये मेरे किसान भाइयों के हक का पानी है। वो पानी आपके खेत में नहीं आ रहा, पाकिस्‍तान के माध्‍यम से समुद्र में बह जाता है। न पाकिस्‍तान उसका उपयोग करता है, न हिन्‍दुस्‍तान के किसान के नसीब आता है। मैं एक बड़ी मक्‍मता के साथ आगे बढ़ रहा हूं। मैंने एक task force बनाया है, ये Indus Water Treaty जो है, जिसमें हिन्‍दुस्‍तान के हक का पानी है; जो पाकिस्‍तान में बह जाता है, अब वो बूंद-बूंद पानी रोक करके मैं पंजाब के, जम्‍मू–कश्‍मीर के, हिन्‍दुस्‍तान के किसानों के लिए वो पानी लाने के लिए कृतसंकल्‍प हूं।

भाइयो, बहनों, कोई कारण नहीं है, हम हमारे हक का भी इस्‍तेमाल न करें। और मेरा किसान पानी के बिना तरसता रहे। आपके मुझे आशीर्वाद चाहिए भाइयो, बहनों, आपके खेतों को भी लबालब पानी से भरने का इरादा ले करके मैं चल रहा हूं । पानी की समस्‍या के समाधान हैं। मिल-बांट करके रास्‍ते निकल सकते हैं। पाकिस्‍तान में पानी चला जाए और दिल्‍ली में सरकारें आईं, चली गईं, सोती रहीं, और मेरा किसान रोता रहा।

भाइयो, बहनों और पंजाब के किसान को तो अगर पानी मिल जाए, तो मिट्टी में से सोना पैदा करके देश की तिजोरी भर देता है, देश का पेट भर देता है। उस किसानों की चिंता करना, उनको हक दिलाना, ये दिल्‍ली में बैठी हुई सरकार भी बादल साहब के साथ कंधे से कंधा मिला करके चलने वाली सरकार है।

भाइयो, बहनों मैं आज किसानों से एक बात आग्रह से करना चाहता हूं। कोई ये तो कहेगा कि मोदी को राजनीति आती नहीं है, चुनाव सामने हैं और किसानों को ऐसी सलाह देता है। मेरे किसान भाइयो, बहनों मुझे चुनाव के गणित से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे तो मेरे किसान का भला हो, यही मेरा हिसाब-किताब है। आप मुझे बताइए मेरे किसान भाइयो, बहनों आज से पहले जब हमें पूरा ज्ञान नहीं था, खेतों में फसल काटने के बाद हमारी जो परारी रहती थी, उसको हम जला देते थे। तब हमें ज्‍यादा ज्ञान नहीं था, हमको लगता था कि इसके कारण खेत बरबाद हो रहा है, जला दो। कभी जल्दबाजी रहती थी इसलिए जला दो। लेकिन अब विज्ञान ने सिद्ध कर दिया है कि जिस खेत में जो फसल होती है, उसकी फसल काटने के बाद जो wastage निकलता है, परारी कहें, कुछ भी कहें, वो उस खेत में जो धरती माता है वो उसका उत्‍तम से उत्‍तम खुराक होती है। अगर उसी को एक बार मशीन घुमा दें, ट्रैक्‍टर घुमा दें, जमीन में गाड़ दें, तो आप ही के खेत की वो धरती माता की अच्‍छे से अच्‍छी खुराक होती है।

मेरे किसान भाइयो, बहनों, जैसे धरती मां को पानी की प्‍यास लगती है, वैसे धरती मां को भूख भी लगती है, उसको खाना भी चाहिए। ये परारी अगर उसके पेट में फिर से डाल दोगे, तो ये धरती मा आपको आशीर्वाद देती है, उससे दस गुणा आशीर्वाद देगी और आपका खेत फलेगा-फूलेगा भाइयो, बहनों। और इसलिए इसको जलाओ मत, ये आपकी संपत्ति है। अरबों-खरबों रुपयों की सं‍पत्ति मत जलाओ। और मैं सिर्फ पर्यावरण के नाम पर बातें करने वाला व्‍यक्ति नहीं हूं, मैं तो सीधा-सीधा किसान की भलाई की बातें करने वाला हूं। और इसलिए पंजाब हो, हरियाणा हो, पश्चिम उत्‍तर प्रदेश हो, उत्‍तरी राजस्‍थान हो, हम ये परारी न जलाएं। और अब तो विज्ञान आगे बढ़ रहा है, ये wastage में से Ethanol बनने की संभावनाएं साफ नजर आ रही हैं। भारत सरकार उस पर बड़ा तेजी से काम कर रही है। आने वाले दिनों में हमारे किसानों को उसका लाभ मिलेगा, और जब लाभ मिलेगा तो परारी से भी पैसा आएगा। और इसलिए मेरे भाइयो, बहनों आज से संकल्‍प करो हमारी इस धरती माता का हक का जो खाना है, उसको हम जला नहीं देंगे, उसको उसी जमीन में गाड़ देंगे, वो खाद बन जाएगा; मां का पेट भी भरेगा; उत्‍तम फसल भी होगी; जो देश का भी पेट भरेगा और इसलिए मैं आज आपसे आग्रह करने आया हूं।

भाइयो, बहनों आप जानते हैं भ्रष्‍टाचार ने, काले धन ने, इस देश के मध्‍यम वर्ग को लूटा है, उसका शोषण किया है और भ्रष्‍टाचार, काले धन ने गरीबों को उसके हकों से वंचित रखा है। मुझे मध्‍यम वर्ग का शोषण बंद करवाना है, उनके लिए लूट जो हो रही है; वो लूट बंद करवानी है, और मुझे गरीबों का जो हक है वो हक दिलवाना है। कुछ भी काम करो, बच्‍चों को स्‍कूल ले जाना है तो भी स्‍कूल वाला कहता है, Cheque से इतना लेंगे Cash में इतना लेंगे; जमीन खरीदनी है, बोले Cash से इतना लेंगे Cheque से इतना लेंगे, अस्‍पताल डॉक्‍टर के पास जाना है, Cash इतना दो, Cheque इतना दो। ये काला कारोबार देश को दीमक की तरह खाता चला जा रहा है। और इसलिए भाइयो, बहनों 500 और 1000 रुपये के नोट पर प्रतिबंध लगाया है, नई नोट धीरे-धीरे आने वाली है और देश की जनता ने जो तकलीफ झेली है, कठिनाई झेली है; भाइयो, बहनों करोड़ों-करोड़ों देशवासियों का शुक्र गुजारने के लिए मेरे शब्‍द भी कम पड़ जाते हैं। इतना आपने कष्‍ट झेलने के बाद भी इस अच्‍छे काम के साथ आप खड़े रहे हो; र्इमानदारी के काम के साथ खड़े रहे हो।

भाइयो, बहनों कठिनाइयों का रास्‍ता भी है और उस रास्‍ते के लिए मैं आपकी मदद चाहने आया हूं। आप, आपके पास जो Mobile Phone है, वो सिर्फ Mobile Phone नहीं है। आपके Mobile Phone को आप अपनी खुद की बैंक बना सकते हो, आपके Mobile Phone को आप अपना बटुआ बना सकते हो, एक भी रुपये का कैश नोट न हो तो भी आज का विज्ञान ऐसा है, Technology ऐसी है; अगर आपके पैसे बैंक में जमा पड़े हैं तो आप Mobile Phone से बाजार से खरीदी कर सकते हैं, Mobile Phone से payment दे सकते हैं, हाथ को, रुपये को छुए बिना भी आपका पूरा कारोबार कर सकते हैं।

हमारे देश में जितने परिवार हैं, उससे चार गुना Telephone हैं हाथ में लोगों के। Mobile Phone हैं। आज Mobile Banking चलता है, भविष्‍य में भी भ्रष्‍टाचारियों को फिर से अगर उठने नहीं देना है, काले धन वालों को उठने नहीं देना है, तो मैं देशवासियों से आग्रह करता हूं कि आप अपने Mobile Phone में ही Bank का Branch बना दो। Mobile Phone पर बैंकों के App होते हैं, उसको download करिए। मैं नोजवानों को कहूंगा, Universities को कहूंगा, राजनेताओं को कहूंगा कि अपने इलाके में नागरिकों का प्रशिक्षण करें, व्‍यापारियों को शिक्षा करें। हरेक के Mobile में अगर App आ गया तो मैं जिस दुकान में जाऊंगा उसको कहूंगा कि मेरे पास ये App है, मुझे 200 रुपये का सामान चाहिए, आप Mobile Phone में नम्‍बर लगाइए, 200 रुपया एक सेकेंड में उसके पास चला जाएगा, और वो देखेगा हां मेरा 200 रुपया आ गया, आपका काम हो गया।

भाइयो, बहनों अब वो जमाना चला गया, कि जेब में नोट भर-भरके जाना पड़े, चोर-लुटेरों का भी भी कोई भय नहीं। भाइयो, बहनों जाली नोट, जाली नोट, इसने हमारे देश के नौजवानों को तबाह किया है। मेरे देश के नौजवानों को बचाने के लिए जाली नोटों का भी खात्‍मा करना, ये समय की मांग है। और इसलिए मेरे प्‍यारे भाइयो, बहनों मैं आपसे आग्रह करता हूं, मैं आपसे आग्रह करने आया हूं, कि आप पूरा समर्थन दे करके ये देश को महान बनाने का जो अभियान चला है, उस अभियान में कंधे से कंधा मिला करके चलिए; हर किसी की मदद कीजिए; और हमारे पंजाब को आगे ले जाइए।

ये पंजाब का सौभाग्‍य है कि बादल साहब जैसे ऐसे एक महान नेता पंजाब की धरती पर हैं। ये देश इस बात का गर्व करता है जब हिन्‍दुस्‍तान के Youngest Chief Minister की चर्चा होती थी तो कहा जाता था भारत का सबसे Youngest कोई मुख्‍यमंत्री है तो प्रकाश सिंह बादल है। और आज हिन्‍दुस्‍तान में सबसे वरिष्‍ठ मुख्‍यमंत्री कौन है उसकी चर्चा होती है तो वो भी प्रकाश सिंह बादल है। इतने लम्‍बे अरसे तक जनता-जनार्दन का एक व्‍यक्ति के प्रति विश्‍वास, ये कितना बड़ा तपस्‍या का रास्‍ता है जो हम सब अनुभव करते हैं।

आइए भाइयो, बहनों, पंजाब के भाइयो-बहनों, पंजाब के उज्‍जवल भविष्‍य के लिए ये दिल्‍ली आपके साथ है; दिल से आपके साथ है; मिल करके चलना है, नया पंजाब बनाना है; ताकतवर पंजाब बनाना है; यहां के नौजवानों के जीवन को बदलने वाला पंजाब बनाना है; और AIIM से एक नया Chapter खुल रहा है जो स्‍वस्‍थ पंजाब की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।

मैं फिर एक बार आप सबका बहुत-बहुत धन्‍यवाद करता हूं, बादल साहब का धन्‍यवाद करता हूं।

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November 22, 2024

गुटेन आबेन्ड

स्टटगार्ड की न्यूज 9 ग्लोबल समिट में आए सभी साथियों को मेरा नमस्कार!

मिनिस्टर विन्फ़्रीड, कैबिनेट में मेरे सहयोगी ज्योतिरादित्य सिंधिया और इस समिट में शामिल हो रहे देवियों और सज्जनों!

Indo-German Partnership में आज एक नया अध्याय जुड़ रहा है। भारत के टीवी-9 ने फ़ाउ एफ बे Stuttgart, और BADEN-WÜRTTEMBERG के साथ जर्मनी में ये समिट आयोजित की है। मुझे खुशी है कि भारत का एक मीडिया समूह आज के इनफार्मेशन युग में जर्मनी और जर्मन लोगों के साथ कनेक्ट करने का प्रयास कर रहा है। इससे भारत के लोगों को भी जर्मनी और जर्मनी के लोगों को समझने का एक प्लेटफार्म मिलेगा। मुझे इस बात की भी खुशी है की न्यूज़-9 इंग्लिश न्यूज़ चैनल भी लॉन्च किया जा रहा है।

साथियों,

इस समिट की थीम India-Germany: A Roadmap for Sustainable Growth है। और ये थीम भी दोनों ही देशों की Responsible Partnership की प्रतीक है। बीते दो दिनों में आप सभी ने Economic Issues के साथ-साथ Sports और Entertainment से जुड़े मुद्दों पर भी बहुत सकारात्मक बातचीत की है।

साथियों,

यूरोप…Geo Political Relations और Trade and Investment…दोनों के लिहाज से भारत के लिए एक Important Strategic Region है। और Germany हमारे Most Important Partners में से एक है। 2024 में Indo-German Strategic Partnership के 25 साल पूरे हुए हैं। और ये वर्ष, इस पार्टनरशिप के लिए ऐतिहासिक है, विशेष रहा है। पिछले महीने ही चांसलर शोल्ज़ अपनी तीसरी भारत यात्रा पर थे। 12 वर्षों बाद दिल्ली में Asia-Pacific Conference of the German Businesses का आयोजन हुआ। इसमें जर्मनी ने फोकस ऑन इंडिया डॉक्यूमेंट रिलीज़ किया। यही नहीं, स्किल्ड लेबर स्ट्रेटेजी फॉर इंडिया उसे भी रिलीज़ किया गया। जर्मनी द्वारा निकाली गई ये पहली कंट्री स्पेसिफिक स्ट्रेटेजी है।

साथियों,

भारत-जर्मनी Strategic Partnership को भले ही 25 वर्ष हुए हों, लेकिन हमारा आत्मीय रिश्ता शताब्दियों पुराना है। यूरोप की पहली Sanskrit Grammer ये Books को बनाने वाले शख्स एक जर्मन थे। दो German Merchants के कारण जर्मनी यूरोप का पहला ऐसा देश बना, जहां तमिल और तेलुगू में किताबें छपीं। आज जर्मनी में करीब 3 लाख भारतीय लोग रहते हैं। भारत के 50 हजार छात्र German Universities में पढ़ते हैं, और ये यहां पढ़ने वाले Foreign Students का सबसे बड़ा समूह भी है। भारत-जर्मनी रिश्तों का एक और पहलू भारत में नजर आता है। आज भारत में 1800 से ज्यादा जर्मन कंपनियां काम कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले 3-4 साल में 15 बिलियन डॉलर का निवेश भी किया है। दोनों देशों के बीच आज करीब 34 बिलियन डॉलर्स का Bilateral Trade होता है। मुझे विश्वास है, आने वाले सालों में ये ट्रेड औऱ भी ज्यादा बढ़ेगा। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं, क्योंकि बीते कुछ सालों में भारत और जर्मनी की आपसी Partnership लगातार सशक्त हुई है।

साथियों,

आज भारत दुनिया की fastest-growing large economy है। दुनिया का हर देश, विकास के लिए भारत के साथ साझेदारी करना चाहता है। जर्मनी का Focus on India डॉक्यूमेंट भी इसका बहुत बड़ा उदाहरण है। इस डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि कैसे आज पूरी दुनिया भारत की Strategic Importance को Acknowledge कर रही है। दुनिया की सोच में आए इस परिवर्तन के पीछे भारत में पिछले 10 साल से चल रहे Reform, Perform, Transform के मंत्र की बड़ी भूमिका रही है। भारत ने हर क्षेत्र, हर सेक्टर में नई पॉलिसीज बनाईं। 21वीं सदी में तेज ग्रोथ के लिए खुद को तैयार किया। हमने रेड टेप खत्म करके Ease of Doing Business में सुधार किया। भारत ने तीस हजार से ज्यादा कॉम्प्लायेंस खत्म किए, भारत ने बैंकों को मजबूत किया, ताकि विकास के लिए Timely और Affordable Capital मिल जाए। हमने जीएसटी की Efficient व्यवस्था लाकर Complicated Tax System को बदला, सरल किया। हमने देश में Progressive और Stable Policy Making Environment बनाया, ताकि हमारे बिजनेस आगे बढ़ सकें। आज भारत में एक ऐसी मजबूत नींव तैयार हुई है, जिस पर विकसित भारत की भव्य इमारत का निर्माण होगा। और जर्मनी इसमें भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर रहेगा।

साथियों,

जर्मनी की विकास यात्रा में मैन्यूफैक्चरिंग औऱ इंजीनियरिंग का बहुत महत्व रहा है। भारत भी आज दुनिया का बड़ा मैन्यूफैक्चरिंग हब बनने की तरफ आगे बढ़ रहा है। Make in India से जुड़ने वाले Manufacturers को भारत आज production-linked incentives देता है। और मुझे आपको ये बताते हुए खुशी है कि हमारे Manufacturing Landscape में एक बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है। आज मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग में भारत दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है। आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा टू-व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। दूसरा सबसे बड़ा स्टील एंड सीमेंट मैन्युफैक्चरर है, और चौथा सबसे बड़ा फोर व्हीलर मैन्युफैक्चरर है। भारत की सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री भी बहुत जल्द दुनिया में अपना परचम लहराने वाली है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि बीते कुछ सालों में हमारी सरकार ने Infrastructure Improvement, Logistics Cost Reduction, Ease of Doing Business और Stable Governance के लिए लगातार पॉलिसीज बनाई हैं, नए निर्णय लिए हैं। किसी भी देश के तेज विकास के लिए जरूरी है कि हम Physical, Social और Digital Infrastructure पर Investment बढ़ाएं। भारत में इन तीनों Fronts पर Infrastructure Creation का काम बहुत तेजी से हो रहा है। Digital Technology पर हमारे Investment और Innovation का प्रभाव आज दुनिया देख रही है। भारत दुनिया के सबसे अनोखे Digital Public Infrastructure वाला देश है।

साथियों,

आज भारत में बहुत सारी German Companies हैं। मैं इन कंपनियों को निवेश और बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत सारी जर्मन कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने अब तक भारत में अपना बेस नहीं बनाया है। मैं उन्हें भी भारत आने का आमंत्रण देता हूं। और जैसा कि मैंने दिल्ली की Asia Pacific Conference of German companies में भी कहा था, भारत की प्रगति के साथ जुड़ने का- यही समय है, सही समय है। India का Dynamism..Germany के Precision से मिले...Germany की Engineering, India की Innovation से जुड़े, ये हम सभी का प्रयास होना चाहिए। दुनिया की एक Ancient Civilization के रूप में हमने हमेशा से विश्व भर से आए लोगों का स्वागत किया है, उन्हें अपने देश का हिस्सा बनाया है। मैं आपको दुनिया के समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोगी बनने के लिए आमंत्रित करता हूँ।

Thank you.

दान्के !