Our challenge is to maintain a thin line between the government and the party: PM Modi
Inspired by our ideals, we have been working for years and we will keep working in the years to come: PM Modi at BJP Headquarters
We are following our values and traditions even today & we aim for the development of our party workers: PM Modi
PM Modi addresses the BJP Karyakartas at the felicitation ceremony of new BJP chief JP Nadda

आज के इस अवसर के केंद्र बिन्दु, भारतीय जनता पार्टी के नव निर्वाचित अध्यक्ष श्रीमान जगत प्रकाश नड्डा जी, पार्टी के सभी पूर्व अध्यक्ष महोदय, मंच पर विराजमान सभी वरिष्ठ महानुभाव, राज्यों के आदरणीय मुख्यमंत्रीगण। यहां बहुत बड़ी मात्रा में हमारे सांसद, विधायक, राज्यों के मंत्री, सभी राज्यों के प्रदेश के अध्यक्ष, हम सबके लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि राजनीति में जिन आदर्शों और मूल्यों को लेकर हम चले थे, जिन आदर्शों को लिए चार-चार, पांच-पांच पीढ़ी खप गई थी, आज हम गर्व के साथ कह सकते हैं कि उन्हीं आदर्शों और मूल्यों को लेकर के भारतीय जनता पार्टी राष्ट्र की आशा, अपेक्षाओं के अनुरूप अपने आप को ढालेगी, अपने आप का विस्तार करेगी। प्रारंभ से ही पार्टी का स्वभाव रहा कि पार्टी हारिजॉन्टली जितना विस्तार कर सके करते रहना और कार्यकर्ता का वर्टिकल डेवलपमेंट होते रहना चाहिए, तो एक प्रकार से सम क्षितिज विस्तार होता चले और दूसरी तरफ कार्यकर्ता का विकास नई-नई ऊंचाइयों को पार करता चले। और उसी परंपरा का परिणाम है कि आज भी भारतीय जनता पार्टी को लगातार नई-नई पीढ़ी मिलती चली जा रही है और जो अपने कालखंड में उत्तम से उत्तम सेवा करके पार्टी को आगे बढ़ाने में सफल होती है। मेरा सौभाग्य रहा है यहां बैठे सभी वरिष्ठजनों के हाथ के नीचे पार्टी का काम करने का मुझे अवसर मिला है। कभी राज्य में तो कभी राष्ट्रीय स्तर पर इन सब की उंगली पकड़कर चलने का मुझे मौका मिला है और इसलिए हमारी पार्टी में वरिष्ठजन अपने साथी को कैसे आगे बढ़ाते हैं, कैसे उसको बल देते हैं, उसको अवसर देते हैं वो हम लगातार अनुभव करते हैं हर स्तर पर अनुभव करते हैं।

हमारे निवर्तमान अध्यक्ष अमित भाई और 2014 का चुनाव जो राजनाथ जी के नेतृत्व में हम लड़ रहे थे। राजनीतिक दलों के लिए चुनाव अब लगातार चलने वाली प्रक्रिया हो गई है, अकेले में तो सब दल बोलते हैं कि बार-बार चुनाव लेकिन जब सामूहिक स्टैंड लेना होता है तो हर एक को कुछ ना कुछ कठिनाई आती हैं। आमतौर पर हमारी पार्टी का विस्तार संधर्ष और संगठन, इन दो पटरी पर हमारी पार्टी चलती रही। देशहित की समस्याओं को लेकर के संघर्ष करते रहना संगठन को बढ़ाते चलना, कार्यकर्ता का विकास करते रहना लेकिन राजनीतिक दल के लिए सत्ता में रहते हुए दल को चलाना, ये अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती होती है क्योंकि देखते ही देखते राजनीतिक दल, स्वयं ही अपने आप में सरकार का हिस्सा दिखने लग जाता है और 70 साल का हमने इतिहास देखा है कि दल और सत्ता में बैठे हुए लोगों के बीच में एक चोटी सी लकीर भी नहीं बची तब हमारे सामने एक बहुत बड़ी चुनौती थी। 2014 से 2019 के दरमियान भी कि हम सत्ता में रहते हुए दल को, दल की गतिविधि को, दल के कार्यकलापों को, दल का जनसंपर्क वाला बात को, हर चीज में रत्ती भर भी कमी नहीं आने देंगे। हम किसी भी हालत में सरकार और दल के बीच की जो लकीर है उसको कभी भी खत्म नहीं होने देंगे। हम इसमें जो आवश्यक जो मर्यादाएं हैं उन मर्यादाओं का पूरी तरह पालन करेंगे और आज मुझे खुशी है कि अमित भाई के नेतृत्व में बीता हुआ जो कार्यकाल है। जिसमें, क्योंकि राजनीतिक दल के लिए सत्ता में रहते हुए संघर्ष करना संभव नहीं होता है, ऐसे समय दल को चलाना और दल को बढ़ाना ये अपने आप में बहुत बड़ी चुनौती होती है और हमने उस चुनौती को बहुत ही आसानी से पहली की तुलना में पार्टी की शक्ति बहुत बढ़ाई है। विश्व की सबसे बड़ी लोकतंत्र के द्वारा पली, बढ़ी, पनपी हुई पार्टी ये अपने आप में बहुत बड़ी बात है, आज नहीं तो कल, कभी ना कभी एकेडमिक वर्ल्ड के लोग, इतने कम समय में भारतीय जनता पार्टी ने विस्तार भी किया है, विकास भी किया है। जन आकांक्षाओं-अपेक्षाओं के साथ अपने आप को जोड़ा है, समयानुकूल परिवर्तन की जहां आवश्यकता रही है वहां परिवर्तन किया है।

एक जीती-जागती चैतन्य मन पार्टी सिर्फ संख्याबल के जोर पर या चुने हुए प्रतिनिधियों के दम पर बहुत बढ़ी हुई पार्टी नहीं लेकिन जनसामान्य के दिलों में जगह बनाकर बनी हुई पार्टी, इस रूप में हम लोगों ने जगह पाई है और ये अपने आप में बहुत बड़ा गर्व का विषय है। उस यात्रा के हम सब सहयात्री हैं, हम उसके सहभागी हैं। भारतीय जनता पार्टी की दूसरी विशेषता रही है कि पार्टी चले लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार को विध-इन पार्टी मजबूती मिलती रहे। भारतीय जनता पार्टी की दूसरी विशेषता रही है कि हम एक सुचारु ठंग से चलने वाली व्यवस्था से जुड़े हुए दल की तरह आगे बढ़ना चाहिए, हम कोई टेंपरेरी यहां नहीं आए हैं, हम लंबे समय तक मां भारती की सेवा करने आए हुए लोग हैं, सदियों तक ये काम करना है और जिन आशा-अपेक्षा से इस दल का जन्म हुआ है उसको पूरा किए बिना चैन से बैठना नहीं है। इसलिए व्यवस्थाएं चाहिए, कार्यालयों की रचना हो, प्रशिक्षण की व्यवस्था हो, टेक्नोलॉजी का उचित उपयोग हो, विश्वव्यापी संपर्क की आवश्यकता हो, ऐसे हर पैरामीटर पे भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जड़ें जमाई हैं, अपनी जगह बनाई है और इस काम में अमित भाई का कार्यकाल हमेशा-हमेशा याद रहेगा।
नड्डा जी बहुत पुराने साथी रहे हैं, कभी स्कूटर पर बैठ कर काम किया है साथ में, कितने साल हुए होंगे। लंबे अरसे तक मुझे हिमाचल में काम करने का मौका मिला और इस कारण भी एक साथी के रूप में उनके साथ काम करता था मैं। मैं जब पार्टी का संगठन देखता था तो वो युवा मोर्चा का काम देखते थे। एक कार्यकर्ता लगातार, जो भी उसकी शक्ति है, सामर्थ्य है, अनुभव है उसको लेकर के चलता रहे, जब जो जिम्मेदारी मिले उसको निभाता रहे और अपने से हो सके उत्तम से उत्तम देने का प्रयास करे। ये नड्डा जी को हमने भलीभांति देखा है। हिमाचल के लोगों को लगता होगा कि हिमाचल का एक बेटा आज भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना है लेकिन जितना हक हिमाचल वालों का है उससे ज्यादा हक बिहार वालों का है क्योंकि नड्डा जी का पूरा कैरियर उनकी पढ़ाई वगैरह सब कुछ बिहार में ही हुआ है, वो पटना विश्वविद्यालय की राजनीति से निकले हैं और इसलिए बिहार के लोग नड्डा जी के लिए ज्यादा गर्व करेंगे। और हिमाचल तो ऐसा है कि हिमाचल गर्व कर सकता है अटल जी भी उन्हीं के थे, नड्डा जी भी उन्हीं के हैं।

मेरे जीवन का जो अत्यंत ऊर्जावान कालखंड मैं कहूं तो हिमाचली लोगों के बीच में बीता है। मुझे विश्वास है कि जगत प्रकाश जी के नेतृत्व में पार्टी अपने मूलभूत आदर्शों और विचारों को लेकर के आगे तो बढ़ने ही वाली है लेकिन देश में भारतीय जनता पार्टी जैसे दल को, जब हम विपक्ष में थे तब जो चुनौतियां थीं उससे ज्यादा चुनौतियों का सामना एक दल के रूप में आने वाले दिनों में हमें करना होगा। चुनावी मैदान को मैं बड़ी चुनौती नहीं मानता कभी वो तो आते हैं, जाते हैं, चलते हैं। देश की आशा-आकांक्षाओं के अनुरूप कोटि-कोटि कार्यकर्ताओं को तैयार करना उनको समर्पित भाव से आगे बढ़ाना और उन सब के सामूहिक पुरुषार्थ से देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना, ये हमारा संकल्प है और हम इसीलिए राजनीति में आए हैं। हम जिन आदर्शों को लेकर चले हैं कुछ लोगों को उन आदर्शों के प्रति ही ऐतराज है। हमारी मुसीबतें इसलिए नहीं हैं कि हम गलत कर रहे हैं, हमारी मुसीबतें इसलिए हैं कि देश की जनता हम पर आशीर्वाद बरसा रही है और इसलिए चुनावी राजनीति में जिनको जनता ने नकार दिया है, जिनकी बात अब देश स्वीकार करने को तैयार नहीं है उनके लिए बहुत कम शस्त्र अब बचे हैं और उनमें से एक है भ्रम फैलाओ, झूठ फैलाओ, बार-बार ऐसी बातें करो, हर चीज को एक रूप दे दो, रंग दे दो और अपनी जो इकोसिस्टम है उससे उसको हवा दे दो ये लगातार हम देख रहे हैं। ऐसे समय भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता, हम मान कर चलें हमें माध्यमों से मदद मिलने की संभावना बहुत कम है और ना ही माध्यमों के मदद से जीने की हमारी आदत है। हम लोगों का लालन-पालन भी जनता के साथ सीधे संवाद से ही बना हुआ है। आज हम जहां भी पहुंचे हैं वो एक-एक भाजपा के कार्यकर्ता का, एक-एक परिवार के साथ जो संपर्क है, अटूट नाता है, विश्वास का माहौल है वो ही हमारी शक्ति है। उसी शक्ति ने देश में पहली बार बिन कांग्रेसी पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया, देश ने पहली बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार को अधिक वोट देकर के फिर से बिठाया ये भी हिंदुस्तान के लोकतंत्र के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। तब भी जो हमारे सामने थे वो पूरी ताकत से सामने थे, हर डगर पर ये जो टोली रही है वो हमारे साथ रही नहीं है फिर आगे साथ में रहेगी इस आशा में समय बर्बाद करने की जरूरत क्या है। हमारे लिए और सक्रियता की आवश्यकता है, जन-जन तक पहुंचने की आवश्यकता है और जब बात करते हैं लोगों से तो पता चलता है कि आज भी झूठ उनके कान पर पड़ा होता है भ्रम उन तक पहुंचा होता है लेकिन आज भी विश्वास को डिगा नहीं पाए हैं। ये विश्वास के भरोसे, मैं देख रहा हूं आज कल देश में प्रतिदिन 10-15 इतने बड़े कार्यक्रम हो रहे हैं। हमारे वरिष्ठ नेता वहां जाते हैं, 50 हजार, लाख कॉमन है लेकिन आपको कहीं नजर नहीं आएगा। ये खेल चलता रहेगा, हम भी चलते रहेंगे। इस विश्वास से हमें आगे बढ़ना है, नड्डा जी का नेतृत्व हमें नई प्रेरणा देगा, नई ऊर्जा देगा और हम सब कार्यकर्ताओं का काम है कि नड्डा जी यशस्वी हों, नड्डा जी जो चाहें उसे हम पूरा कर के दें।

एक कार्यकर्ता के रूप में हमारी जो भी जिम्मेदारी तय हो उस जिम्मेदारी को पूरे समर्पण भाव से पूरा करते हुए, मां भारती के कल्याण के लिए जिन आदर्शों और मूल्यों को लेकर हम निकले हैं उसे हमारे चरित्र का हिस्सा मानकर ही चलना है, बना कर के ही चलना है और चल कर के जन सामान्य की आशाओं-आकांक्षाओं को पूरा करना है। मैं फिर एक बार नड्डा जी को अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं और मुझे, संगठन का कार्य भी कई वर्षों तक किया है और इसलिए मैं कह सकता हूं कि ये पार्टी विशेष हैं। हम कहीं पर भी बैठे हों ये पार्टी के लोग ऐसे हैं कि हमको चलाते हैं, दौड़ाते हैं, हर पल कोई नया कार्यक्रम लेकर के आते हैं और जो ऊपर बैठे हैं उनको दौड़ना भी पड़ता है, ये एक आनंददायक स्थिति है हमारी पार्टी की और ऐसे लक्ष्यावधि कार्यकर्ता आपके मार्गदर्शन में जरूर देश को कुछ ना कुछ नया देंगे। इस विश्वास के साथ अमित भाई के कार्यकाल के लिए अमित भाई को बधाई देते हुए, नड्डा जी को अनेक बधाई देते हुए आप सब कार्यकर्ताओं को एक ही संकल्प लेना है आओ नड्डा जी नेतृत्व में चल पड़ें, धन्यवाद।

Explore More
78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ

ಜನಪ್ರಿಯ ಭಾಷಣಗಳು

78ನೇ ಸ್ವಾತಂತ್ರ್ಯ ದಿನಾಚರಣೆಯ ಸಂದರ್ಭದಲ್ಲಿ ಕೆಂಪು ಕೋಟೆಯಿಂದ ಪ್ರಧಾನಮಂತ್ರಿ ಶ್ರೀ ನರೇಂದ್ರ ಮೋದಿ ಅವರು ಮಾಡಿದ ಭಾಷಣದ ಕನ್ನಡ ಅನುವಾದ
Snacks, Laughter And More, PM Modi's Candid Moments With Indian Workers In Kuwait

Media Coverage

Snacks, Laughter And More, PM Modi's Candid Moments With Indian Workers In Kuwait
NM on the go

Nm on the go

Always be the first to hear from the PM. Get the App Now!
...
Prime Minister Narendra Modi to attend Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India
December 22, 2024
PM to interact with prominent leaders from the Christian community including Cardinals and Bishops
First such instance that a Prime Minister will attend such a programme at the Headquarters of the Catholic Church in India

Prime Minister Shri Narendra Modi will attend the Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India (CBCI) at the CBCI Centre premises, New Delhi at 6:30 PM on 23rd December.

Prime Minister will interact with key leaders from the Christian community, including Cardinals, Bishops and prominent lay leaders of the Church.

This is the first time a Prime Minister will attend such a programme at the Headquarters of the Catholic Church in India.

Catholic Bishops' Conference of India (CBCI) was established in 1944 and is the body which works closest with all the Catholics across India.