ಮಣಿಪುರದ ಹಣೆಬರಹವನ್ನು ಕಾಂಗ್ರೆಸ್ ಸರ್ಕಾರ ಬಂದ್ ಮಾಡಿ ದಿಗ್ಬಂಧನ ಮಾಡಿದೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮಣಿಪುರವು ಪೂರ್ವ ಏಷ್ಯಾದ ಉಳಿದ ಭಾಗಗಳೊಂದಿಗೆ ವ್ಯಾಪಾರ ಮಾಡಲು ಗೇಟ್‌ವೇ ಆಗುತ್ತಿದೆ: ಮಣಿಪುರವನ್ನು ಪ್ರಪಂಚದೊಂದಿಗೆ ಸಂಪರ್ಕಿಸುವ ಕುರಿತು ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ
ಮಣಿಪುರದಲ್ಲಿ ಮಹಿಳೆಯರ ಯೋಗಕ್ಷೇಮ ಮತ್ತು ಅಭಿವೃದ್ಧಿಗಾಗಿ ಬಿಜೆಪಿ ಹಗಲಿರುಳು ಶ್ರಮಿಸಿದೆ: ಪ್ರಧಾನಿ ಮೋದಿ

पुम्न-मक्पू नोल्लुक्ना खुरुम्जरी इमा मनीपुर-बू खुरुम्जरी राजर्षी भाग्य चंद्र और पु खोतिनथांग सितल्हो की इस खूससूरत धरती और इस धरती पर आने का आनंद कुछ और होता है। 

स्वतंत्रता संग्राम से हम सब वाकिफ है, स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला मोइरांग यहां से बहुत दूर नहीं है। इस पराक्रमी धरती के आप सभी लोगों का मैं हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं। यहां बड़ी संख्या में हमारी  माताएं-बहनें-बेटियां भी हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं एयरपोर्ट से यहां तक आया, करीब 11-12 किलोमीटर का रास्ता, मुझे ताज्जुब है11-12 किलोमीटर रास्ते के दोनों तरफ ह्यूमन चेन नहीं ह्यूमन वॉल था। इतने लोग आशीर्वाद दे रहे थे मैं सचमुच में आप लोगों के इस प्यार से आप लोगों के आशीर्वाद से बहुत ही ऊर्जा का अनुभव करता हूं, एक नई ताकत का अनुभव करता हू। इतना आशीर्वाद देने के लिए इतना स्नेह बरसाने के लिए मणिपुर की मातृशक्ति को भी मैं विशेष रूप से प्रणाम करता हूं। आपका ये उत्साह बता रहा है कि मणिपुर में फिर एक बार डबल इंजन की सरकार बनने जा रही है।

भाइयों और बहनों, 

पिछले महीने ही मणिपुर ने अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूरे किए हैं। बीते दशकों में आपने अनेक सरकारों को देखा है, उनका कामकाज भी देखा है और कारनामे भी देखे हैं। दशकों के कांग्रेस शासन में मणिपुर को असमानता और असंतुलित विकास ही मिला है। लेकिन बीते पांच वर्षों में बीजेपी की डबल इंजन की सरकार ने मणिपुर के विकास का पूरी ईमानदारी से प्रयास किया है। आपने बीजेपी की गुड गवर्नेंस को भी देखा है और गुड इंटेन्शन को भी देखा है। बीते पांच साल में हमने जो मेहनत की है, उसने आने वाले 25 सालों की एक ठोस, मजबूत नींव बनाई है। मैं विशेष रूप से यहां के युवा बेटे-बेटियों से, खासकर के फर्स्ट टाइम वोटर्स से कहूंगा, जो पहली बार इस बार वोट डालने के लिए जाने वाले हैं उनके मन में कितना उत्साह होगा कितना उमंग होगा, वोट देने के लिए जाने का मतलब यह नहीं है कि पोलिंग बूथ पर गए, बटन दबाया इतना ही नहीं है… जब आप वोटिंग मशीन पर बटन दबाते हैं इसका मतलब आप सरकार के सक्रिय भागीदार बन जाते हैं, आप सरकार चलाने के महत्वपूर्ण निर्णय के हिस्सेदार बन जाते हैं। और ये सौभाग्य जिन नवजवान बेटे-बेटियों को पहली बार मिल रहा है, मैं सबसे पहले तो उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं, और उनसे आग्रह करता हूं कि आपके जीवन में जो महत्वपूर्ण पल होते हैं, जब पहली बार आप स्कूल गए होंगे, जब पहली बार आप अपने गांव से बड़े शहर में कही बाहर गए होंगे, वो चीजें याद रहती हैं। वैसे ही ये पहली बार वोट डालना, पोलिंग स्टेशन पर जाना, बूथ के अंदर जाना, बटन दबाना और अंदर से विजय ध्वनि निकले एक नया विश्वास लेकर के निकलना, ये अवसर कभी जाने मत देना। मेरे नौजवान साथियों… ये चुनाव मणिपुर के आने वाले 25 साल को निर्धारित करने वाले हैं। स्टेबिलिटी और पीस का जो प्रोसेस इन 5 सालों में शुरू हुआ है, उसको अब हमें परमानेंट बनाना है। इसलिए मणिपुर में बीजेपी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बननी बहुत आवश्यक है। 

साथियों, 

मणिपुर की माताएं बहनें, यहां के युवा, यहां के होनहार खिलाड़ी जानते हैं कि जब इच्छाशक्ति हो, जब दिन-रात मेहनत की जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता है। भाजपा सरकार ने मणिपुर में असंभव को भी संभव बनाया है। बंद और ब्लॉकेड से मणिपुर का शहर हो या गांव, हर क्षेत्र को राहत मिली है। वरना कांग्रेस सरकार ने तो बंद और ब्लॉकेड को ही मणिपुर का भाग्य बना दिया था। इससे रोजगार और कारोबार तो ठप होते ही थे, ज़रूरी सामान की कमी भी आप लोगों को भुगतनी पड़ती थी। 

साथियों, 

बीरेन सिंह जी और उनकी सरकार ने सभी को साथ लेकर चलते हुए मणिपुर में बदलाव का नया अध्याय लिखा है। अनेक युवा अब हिंसा का रास्ता छोड़कर, 

मणिपुर के विकास में सहयोग करने के लिए बढ़-चढ़ कर के भाग ले रहे हैं। एक समय था जब मणिपुर के लोगों के लिए सरकार तक पहुंचना, सरकारी दफ्तर तक पहुंचना बहुत मुश्किल था। जबकि बीरेन जी ने अपनी सरकार की पहचान पीपुल्स गवर्नमेंट के तौर पर बनाई है।

साथियों, 

भाजपा सरकार मणिपुर में क्या बदलाव लाई है, मैं इसका एक और उदाहरण आपको दूंगा। आप जानते हैं कोरोना की इतनी भयंकर वैश्विक महामारी से दो साल में मानव जाति को, दुनिया भर की मानव जाति को, इतना बड़ा संकट कभी आया नहीं। ये वैश्विक महामारी हर किसी को कुछ न कुछ परेशानी करती रही है इतने बड़े संकट में हमारी सरकार ने मणिपुर का पूरा ध्यान रखा है। आज बड़ी संख्या में मणिपुर के हर गरीब, हर ट्राइबल परिवार को मुफ्त वैक्सीन्स लगाई जा रही है। आपको वैक्सीन लगी कि नहीं लगी, वैक्सीन लगी, जरा हाथ ऊपर करके बताइए वैक्सीन लगी, सबको लगी। आपको कोई पैसा खर्च करना पड़ा क्या? आपको कोई पैसा खर्च करना पड़ा क्या?  भाई हमारी तो सोच यही है कि हिल हो या फिर वैली, सभी जगह समान रूप से वैक्सीन लगना चाहिए। आप कल्पना कीजिए, 2017 से पहले के बंद और ब्लॉकेड के दौर में ऐसी महामारी आती तो मणिपुर का क्या हाल होता?

साथियों, 

कांग्रेस पार्टी, नॉर्थ ईस्ट के लोगों की भावनाओं को, यहां के लोगों की तकलीफों को कभी समझ ही नहीं पाई। ये एनडीए की सरकार है जो नॉर्थ ईस्ट को अष्ट-लक्ष्मी मानते हुए, भारत के विकास का ग्रोथ इंजन मानते हुए, काम कर रही है। आप सभी की सेवा, आप सभी का विकास ही हमारी प्राथमिकता है। आप भूले नहीं होंगे कि 2017 से पहले राशन को लेकर कितनी दिक्कतें होती थीं। ये भाजपा की सरकार है जिसने यहां राशन व्यवस्था में चल रही लूट को समाप्त कर दिया। कोरोना के इस संकट काल में भी मणिपुर के 22 लाख लोगों को भाजपा सरकार मुफ्त राशन, करीब-करीब दो साल से मुफ्त राशन  सुनिश्चित करा रही है। इसका मतलब ये हुआ कि मणिपुर के हर 10 नागरिकों में से 7 नागरिकों को Seven out of Ten  लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा का लाभ मिल रहा है। मेरी माताएं और बहनें तालियां बजाकर के मुझे आशीर्वाद दे रही हैं, माताएं-बहने मैं आपका बहुत आभारी हूं। मणिपुर वो धरती है जहां की महिलाओं ने विदेशी ताकतों के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाइयों का नेतृत्व किया है। ये दुर्भाग्य है कि दशकों तक यहां जो सरकारें रहीं उन्होंने मणिपुर की महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए कुछ नहीं किया। ये भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार है, जिसने मणिपुर की महिलाओं, यहां की बहनों-बेटियों की आशाओं-आकांक्षाओं को समझा और उनके लिए दिन रात मेहनत की। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मणिपुर में 60 हजार से ज्यादा घर बनाए जा रहे हैं। इसमें से ज्यादातर पर मालिकाना हक महिलाओं का है। महिला उद्यमियों की सहायता के लिए हमारी सरकार ने सात जिला मुख्यालयों पर इमा केईथेल का भी निर्माण किया है। इसका लाभ हजारों महिला दुकानदारों को हो रहा है। घर में बिजली कनेक्शन ना होने का सबसे ज्यादा नुकसान भी हमारी मणिपुर की माताओं-बहनों को ही उठाना पड़ता था। हमारी सरकार ने राज्य के सवा लाख से ज्यादा घरों को बिजली के कनेक्शन से जोड़ा है, उनके जीवन से अंधेरा दूर किया है। घर में गैस कनेक्शन ना होना भी मणिपुर की महिलाओं का जीवन मुश्किल बना रहा था, उन्हें बीमार कर रहा था। ये हमारी ही सरकार है जिसने मणिपुर की माताओं-बहनों को उज्ज्वला योजना के डेढ़ लाख कनेक्शन दिए हैं, मुफ्त में दिए है। मणिपुर के गांवों में रहने वाली हमारी बहनों को पीने के पानी के लिए जो दिक्कत उठानी पड़ती थी, तकलीफें झेलनी पड़ती थी, इसका भी हमें ऐहसास है। महिलाओं की इस समस्या को दूर करने के लिए डबल इंजन की सरकार ने हर घर जल अभियान चलाया। ये अभियान शुरू होने से पहले मणिपुर में सिर्फ, ये आंकड़ा याद रखेंगे आप, ये जो आंकड़ा कह रहा हूं उसे याद रखेंगे? जवाब तो दीजिए याद रखेंगे? मणिपुर में सिर्फ 25 हजार घर ऐसे थे जहां पाइप से पानी आता था। कितने? 25 हजार। कितने? कितने? कितने?  Twentyfive Thousand , 25 हजार। आज भाजपा सरकार बनने के बाद मणिपुर के करीब-करीब 3 लाख घरों में पाइप से पानी पहुंचा है। अब मुझे बताइये, इतने सालों में इतनी सरकारें आईं, इतने मुख्यमंत्री आए, बहुत बड़ी बातें कीं, लेकिन पानी पहुंचा 25 हजार घर में। और हमने पांच साल के भीतर-भीतर 3 लाख घरों में पानी पहुंचाया। ये मेरी माताएं-बहनें मुझे आशीर्वाद देंगी कि नहीं देंगी। सभी माताओं-बहनों से प्रार्थना करता हूं हाथ उठाकर मुझे आशीर्वाद दीजिए। अब हमारी सरकार इस लक्ष्य को लेकर चल रही है कि सरकार की योजनाओं से कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं। जो इसका हकदार है, उसको उसका हक मिलना चाहिए। गरीब के लिए ऐसे काम तभी हो सकते हैं, जब डबल इंजन की सरकार हो, जब ईमानदारी हो और सेवा भाव से काम करने वाली सरकार हो। वरना कांग्रेस ने कभी आपके सामर्थ्य पर विश्वास नहीं किया, आपसे स्नेह नहीं किया। आज भी कांग्रेस के नेता यहां आकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। लेकिन दूसरे राज्यों में जाते हैं, पहुंचते ही हमारे नॉर्थ ईस्ट के यहां की संस्कृति, हमारी मणिपुर की संस्कृति, हमारे नॉर्थ ईस्ट के पहनावे, हमारे मणिपुर के पहनावे इसके मजाक उड़ाते हैं, मखौल उड़ाते हैं, बेइज्जती करते हैं। यहां मणिपुर में भी कांग्रेस ने हिल और वैली के बीच ऐसा विभाजन ऐसा विभाजन कर दिया, ऐसी खाई पैदा कर दी और अपने सत्ता का खेल खेलते रहे भाइयों-बहनों। कांग्रेस ने मणिपुर की कनेक्टिविटी पर, मणिपुर के हर क्षेत्र के विकास पर कभी काम नहीं किया। 

साथियों,

हमारे लिए मणिपुर सहित ये पूरा क्षेत्र ईस्ट एशिया के साथ भारत के व्यापार-कारोबार का गेटवे है। इसलिए बीजेपी सरकार, मणिपुर को देश के रेल मैप पर लाई है। जीरीबाम को रेल से जुड़े हुए 5-6 साल हो चुके हैं। कुछ दिन पहले जब रानी गाइदिन्ल्यू स्टेशन पर पहली गुड्स ट्रेन पहुंची थी, तो जैसे आप लोग खुशियों से भर गए थे वैसे ही मुझे भी यह काम करने का बहुत आनंद और संतोष मिला था। वो दिन दूर नहीं है जब इंफाल तक भी रेल आएगी, और ये मोदी है तो पक्का आएगी। आप रेल के जरिए, पूरे देश के साथ सीधे कनेक्ट हो जाएंगे। ये कनेक्टिविटी यहां के टूरिज्म सेक्टर को भी कई गुना अधिक बढ़ाने वाली है। देश-विदेश के टूरिस्ट जब यहां ज्यादा संख्या में आएंगे तो यहां के युवाओं को कमाई के ज्यादा अवसर भी मिलेंगे।

साथियों,

रेल के साथ-साथ मणिपुर में नेशनल हाईवे कनेक्टिविटी पर भी अभूतपूर्व काम हुआ है। पहले की सरकार में मणिपुर में सिर्फ एक नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट पर काम हो रहा था। आज हमारी सरकार करीब 40 नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। म्यांमार और थाइलैंड को जोड़ने वाला हाईवे जब बनकर तैयार हो जाएगा तो मणिपुर, ईस्ट एशिया से कनेक्टिविटी का महत्वपूर्ण सेंटर बन जाएग, ट्रेड हब बनेगा। इस बार के बजट में हमने पहाड़ी क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए पर्वतमाला योजना और वाइब्रेंट विलेज योजना की भी घोषणा की है।

साथियों,

बीते 5 साल में बीजेपी ने मणिपुर में Sports Culture, Sports के कल्चर को और अधिक समृद्ध किया ही है, इसके साथ-साथ startups को भी बढ़ावा दिया है। बीरेन सिंह जी के भीतर जो sportsperson है, उससे भी इसमें बहुत मदद मिल रही है। मणिपुर तो मैरीकॉम और  मीराबाई चानू जैसे करिश्माई खिलाड़ियों की धरती है। मणिपुर में जो देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाई गई है, वो इस क्षेत्र को स्पोर्ट्स का इंटरनेशनल हब बनाएगी। बीजेपी सरकार पूरे नॉर्थ ईस्ट में स्पोर्ट्स टैलेंट को प्रोत्साहित कर रही है, स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर पर इन्वेस्ट कर रही है। और आपने देखा होगा, ऐसे ही माहौल के कारण ओलंपिक्स में भारत ने इतिहास का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

भाइयों और बहनों, 

हमारे जनजातीय समाज का आज़ादी की लड़ाई में अहम योगदान रहा है। बीजेपी सरकार ने इस योगदान को भी सम्मान दिया है। हमारी सरकार ने 

हर साल 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया है। इसमें मणिपुर की हर जनजाति का भी गौरव है, उसकी पहचान का गौरव है। हमारी सरकार, मणिपुर में रानी गाइदिन्ल्यू, इनके नाम पर आजादी के जंग का एक म्यूज़ियम भी बनवा रही है। मणिपुर में इनर लाइन परमिट की लंबे समय से चल रही मांग को भी बीजेपी सरकार ने पूरा किया है।

साथियों, 

बीजेपी सरकार की नीति है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास ! इसलिए हम हर व्यक्ति, हर वर्ग, हर क्षेत्र को विकास से जोड़ते हैं। मणिपुर के सामर्थ्य को और बढ़ाने के लिए मणिपुर भाजपा ने बहुत ही अच्छा, दूरगामी, मणिपुर का उत्कर्ष करने वाला घोषणापत्र भी बनाया है। इसमें शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य तक, उद्योगों से लेकर डिजिटल कनेक्टिविटी तक, अनेक महत्वपूर्ण वायदे किए गए हैं। और आपको ये पता है कि बीजेपी जो कहती है, वो करके दिखाती है। आज मणिपुर के 6 लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। मणिपुर में ऑर्गेनिक फार्मिंग की जो ताकत है, बीजेपी सरकार इसको भी प्रोत्साहित कर रही है। यहां की ताकत बैंबू जैसे पारंपरिक उद्योग भी हैं। बीजेपी बैंबू किसानों को, बैंबू इंडस्ट्री को, यहां के MSMEs को प्रमोट कर रही है। और आपको याद होगा, बैंबू से जुड़े कानून में बदलाव भी हमारी ही सरकार ने किया है। हमारी सरकार ने जो मिशन ऑयल पाम शुरू किया है, पाम ऑयल के लिए उसका भी लाभ मणिपुर के किसानों को होगा।

साथियों,

विकास के इसी मॉडल के लिए आपको पूर्ण बहुमत की बीजेपी सरकार यहां बनानी है। आज भी मैं आपकी सेवा ज्यादा कर सकता हूं उसका कारण आपने दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है। मणिपुर में भी पूर्ण बहुमत की सरकार बहुत जरूरी है। बंद और ब्लॉकेड के, डर और हिंसा के, उन पुराने दिनों को अब हमें वापस नहीं लौटने देना है।

भाइयों-बहनों, 

आपके बीच में अनेक बार आया हूं मैं तो शायद गिनती करूंगा तो भी गलत हो जाएगा, इतनी बार आया हूं। संगठन का काम करता था, तब भी आता था, गुजरात में मुख्यमंत्री था तब भी आता था, आपने मुझे प्रधानमंत्री बना दिया तब भी आता हूं। शायद हिंदुस्तान में जितने प्रधानमंत्री हो गए, वे सब जितने बार आए होंगे उन सबसे ज्यादा मैं अकेला आया हूं। अब मुझे बताइये आपका ये स्नेह, आपका ये प्यार मुझे बार-बार आपकी सेवा करने के लिए यहां खींचकर के ले आता है। और मैं ये सेवा करता रहूंगा, लेकिन सेवा को बल देने के लिए मुझे यहां भी डबल इंजन की सरकार चाहिए भाइयों और इसलिए मैं आपके पास आया हूं। आपको बीजेपी को वोट देना है, एनडीए की सरकार बनानी है।

भारत इमा ना, यई-फरे, मनीपुर इमा ना, यई-फरे पुम ना मक्पू अमुक्क हन्ना खुरुम्जरी। भारत माता की… भारत माता की… भारत माता की… बहुत-बहुत धन्यवाद

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Text of PM Modi's address at the Parliament of Guyana
November 21, 2024

Hon’ble Speaker, मंज़ूर नादिर जी,
Hon’ble Prime Minister,मार्क एंथनी फिलिप्स जी,
Hon’ble, वाइस प्रेसिडेंट भरत जगदेव जी,
Hon’ble Leader of the Opposition,
Hon’ble Ministers,
Members of the Parliament,
Hon’ble The चांसलर ऑफ द ज्यूडिशियरी,
अन्य महानुभाव,
देवियों और सज्जनों,

गयाना की इस ऐतिहासिक पार्लियामेंट में, आप सभी ने मुझे अपने बीच आने के लिए निमंत्रित किया, मैं आपका बहुत-बहुत आभारी हूं। कल ही गयाना ने मुझे अपना सर्वोच्च सम्मान दिया है। मैं इस सम्मान के लिए भी आप सभी का, गयाना के हर नागरिक का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। गयाना का हर नागरिक मेरे लिए ‘स्टार बाई’ है। यहां के सभी नागरिकों को धन्यवाद! ये सम्मान मैं भारत के प्रत्येक नागरिक को समर्पित करता हूं।

साथियों,

भारत और गयाना का नाता बहुत गहरा है। ये रिश्ता, मिट्टी का है, पसीने का है,परिश्रम का है करीब 180 साल पहले, किसी भारतीय का पहली बार गयाना की धरती पर कदम पड़ा था। उसके बाद दुख में,सुख में,कोई भी परिस्थिति हो, भारत और गयाना का रिश्ता, आत्मीयता से भरा रहा है। India Arrival Monument इसी आत्मीय जुड़ाव का प्रतीक है। अब से कुछ देर बाद, मैं वहां जाने वाला हूं,

साथियों,

आज मैं भारत के प्रधानमंत्री के रूप में आपके बीच हूं, लेकिन 24 साल पहले एक जिज्ञासु के रूप में मुझे इस खूबसूरत देश में आने का अवसर मिला था। आमतौर पर लोग ऐसे देशों में जाना पसंद करते हैं, जहां तामझाम हो, चकाचौंध हो। लेकिन मुझे गयाना की विरासत को, यहां के इतिहास को जानना था,समझना था, आज भी गयाना में कई लोग मिल जाएंगे, जिन्हें मुझसे हुई मुलाकातें याद होंगीं, मेरी तब की यात्रा से बहुत सी यादें जुड़ी हुई हैं, यहां क्रिकेट का पैशन, यहां का गीत-संगीत, और जो बात मैं कभी नहीं भूल सकता, वो है चटनी, चटनी भारत की हो या फिर गयाना की, वाकई कमाल की होती है,

साथियों,

बहुत कम ऐसा होता है, जब आप किसी दूसरे देश में जाएं,और वहां का इतिहास आपको अपने देश के इतिहास जैसा लगे,पिछले दो-ढाई सौ साल में भारत और गयाना ने एक जैसी गुलामी देखी, एक जैसा संघर्ष देखा, दोनों ही देशों में गुलामी से मुक्ति की एक जैसी ही छटपटाहट भी थी, आजादी की लड़ाई में यहां भी,औऱ वहां भी, कितने ही लोगों ने अपना जीवन समर्पित कर दिया, यहां गांधी जी के करीबी सी एफ एंड्रूज हों, ईस्ट इंडियन एसोसिएशन के अध्यक्ष जंग बहादुर सिंह हों, सभी ने गुलामी से मुक्ति की ये लड़ाई मिलकर लड़ी,आजादी पाई। औऱ आज हम दोनों ही देश,दुनिया में डेमोक्रेसी को मज़बूत कर रहे हैं। इसलिए आज गयाना की संसद में, मैं आप सभी का,140 करोड़ भारतवासियों की तरफ से अभिनंदन करता हूं, मैं गयाना संसद के हर प्रतिनिधि को बधाई देता हूं। गयाना में डेमोक्रेसी को मजबूत करने के लिए आपका हर प्रयास, दुनिया के विकास को मजबूत कर रहा है।

साथियों,

डेमोक्रेसी को मजबूत बनाने के प्रयासों के बीच, हमें आज वैश्विक परिस्थितियों पर भी लगातार नजर ऱखनी है। जब भारत और गयाना आजाद हुए थे, तो दुनिया के सामने अलग तरह की चुनौतियां थीं। आज 21वीं सदी की दुनिया के सामने, अलग तरह की चुनौतियां हैं।
दूसरे विश्व युद्ध के बाद बनी व्यवस्थाएं और संस्थाएं,ध्वस्त हो रही हैं, कोरोना के बाद जहां एक नए वर्ल्ड ऑर्डर की तरफ बढ़ना था, दुनिया दूसरी ही चीजों में उलझ गई, इन परिस्थितियों में,आज विश्व के सामने, आगे बढ़ने का सबसे मजबूत मंत्र है-"Democracy First- Humanity First” "Democracy First की भावना हमें सिखाती है कि सबको साथ लेकर चलो,सबको साथ लेकर सबके विकास में सहभागी बनो। Humanity First” की भावना हमारे निर्णयों की दिशा तय करती है, जब हम Humanity First को अपने निर्णयों का आधार बनाते हैं, तो नतीजे भी मानवता का हित करने वाले होते हैं।

साथियों,

हमारी डेमोक्रेटिक वैल्यूज इतनी मजबूत हैं कि विकास के रास्ते पर चलते हुए हर उतार-चढ़ाव में हमारा संबल बनती हैं। एक इंक्लूसिव सोसायटी के निर्माण में डेमोक्रेसी से बड़ा कोई माध्यम नहीं। नागरिकों का कोई भी मत-पंथ हो, उसका कोई भी बैकग्राउंड हो, डेमोक्रेसी हर नागरिक को उसके अधिकारों की रक्षा की,उसके उज्जवल भविष्य की गारंटी देती है। और हम दोनों देशों ने मिलकर दिखाया है कि डेमोक्रेसी सिर्फ एक कानून नहीं है,सिर्फ एक व्यवस्था नहीं है, हमने दिखाया है कि डेमोक्रेसी हमारे DNA में है, हमारे विजन में है, हमारे आचार-व्यवहार में है।

साथियों,

हमारी ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच,हमें सिखाती है कि हर देश,हर देश के नागरिक उतने ही अहम हैं, इसलिए, जब विश्व को एकजुट करने की बात आई, तब भारत ने अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान One Earth, One Family, One Future का मंत्र दिया। जब कोरोना का संकट आया, पूरी मानवता के सामने चुनौती आई, तब भारत ने One Earth, One Health का संदेश दिया। जब क्लाइमेट से जुड़े challenges में हर देश के प्रयासों को जोड़ना था, तब भारत ने वन वर्ल्ड, वन सन, वन ग्रिड का विजन रखा, जब दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हुए, तब भारत ने CDRI यानि कोएलिशन फॉर डिज़ास्टर रज़ीलिएंट इंफ्रास्ट्रक्चर का initiative लिया। जब दुनिया में pro-planet people का एक बड़ा नेटवर्क तैयार करना था, तब भारत ने मिशन LiFE जैसा एक global movement शुरु किया,

साथियों,

"Democracy First- Humanity First” की इसी भावना पर चलते हुए, आज भारत विश्वबंधु के रूप में विश्व के प्रति अपना कर्तव्य निभा रहा है। दुनिया के किसी भी देश में कोई भी संकट हो, हमारा ईमानदार प्रयास होता है कि हम फर्स्ट रिस्पॉन्डर बनकर वहां पहुंचे। आपने कोरोना का वो दौर देखा है, जब हर देश अपने-अपने बचाव में ही जुटा था। तब भारत ने दुनिया के डेढ़ सौ से अधिक देशों के साथ दवाएं और वैक्सीन्स शेयर कीं। मुझे संतोष है कि भारत, उस मुश्किल दौर में गयाना की जनता को भी मदद पहुंचा सका। दुनिया में जहां-जहां युद्ध की स्थिति आई,भारत राहत और बचाव के लिए आगे आया। श्रीलंका हो, मालदीव हो, जिन भी देशों में संकट आया, भारत ने आगे बढ़कर बिना स्वार्थ के मदद की, नेपाल से लेकर तुर्की और सीरिया तक, जहां-जहां भूकंप आए, भारत सबसे पहले पहुंचा है। यही तो हमारे संस्कार हैं, हम कभी भी स्वार्थ के साथ आगे नहीं बढ़े, हम कभी भी विस्तारवाद की भावना से आगे नहीं बढ़े। हम Resources पर कब्जे की, Resources को हड़पने की भावना से हमेशा दूर रहे हैं। मैं मानता हूं,स्पेस हो,Sea हो, ये यूनीवर्सल कन्फ्लिक्ट के नहीं बल्कि यूनिवर्सल को-ऑपरेशन के विषय होने चाहिए। दुनिया के लिए भी ये समय,Conflict का नहीं है, ये समय, Conflict पैदा करने वाली Conditions को पहचानने और उनको दूर करने का है। आज टेरेरिज्म, ड्रग्स, सायबर क्राइम, ऐसी कितनी ही चुनौतियां हैं, जिनसे मुकाबला करके ही हम अपनी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवार पाएंगे। और ये तभी संभव है, जब हम Democracy First- Humanity First को सेंटर स्टेज देंगे।

साथियों,

भारत ने हमेशा principles के आधार पर, trust और transparency के आधार पर ही अपनी बात की है। एक भी देश, एक भी रीजन पीछे रह गया, तो हमारे global goals कभी हासिल नहीं हो पाएंगे। तभी भारत कहता है – Every Nation Matters ! इसलिए भारत, आयलैंड नेशन्स को Small Island Nations नहीं बल्कि Large ओशिन कंट्रीज़ मानता है। इसी भाव के तहत हमने इंडियन ओशन से जुड़े आयलैंड देशों के लिए सागर Platform बनाया। हमने पैसिफिक ओशन के देशों को जोड़ने के लिए भी विशेष फोरम बनाया है। इसी नेक नीयत से भारत ने जी-20 की प्रेसिडेंसी के दौरान अफ्रीकन यूनियन को जी-20 में शामिल कराकर अपना कर्तव्य निभाया।

साथियों,

आज भारत, हर तरह से वैश्विक विकास के पक्ष में खड़ा है,शांति के पक्ष में खड़ा है, इसी भावना के साथ आज भारत, ग्लोबल साउथ की भी आवाज बना है। भारत का मत है कि ग्लोबल साउथ ने अतीत में बहुत कुछ भुगता है। हमने अतीत में अपने स्वभाव औऱ संस्कारों के मुताबिक प्रकृति को सुरक्षित रखते हुए प्रगति की। लेकिन कई देशों ने Environment को नुकसान पहुंचाते हुए अपना विकास किया। आज क्लाइमेट चेंज की सबसे बड़ी कीमत, ग्लोबल साउथ के देशों को चुकानी पड़ रही है। इस असंतुलन से दुनिया को निकालना बहुत आवश्यक है।

साथियों,

भारत हो, गयाना हो, हमारी भी विकास की आकांक्षाएं हैं, हमारे सामने अपने लोगों के लिए बेहतर जीवन देने के सपने हैं। इसके लिए ग्लोबल साउथ की एकजुट आवाज़ बहुत ज़रूरी है। ये समय ग्लोबल साउथ के देशों की Awakening का समय है। ये समय हमें एक Opportunity दे रहा है कि हम एक साथ मिलकर एक नया ग्लोबल ऑर्डर बनाएं। और मैं इसमें गयाना की,आप सभी जनप्रतिनिधियों की भी बड़ी भूमिका देख रहा हूं।

साथियों,

यहां अनेक women members मौजूद हैं। दुनिया के फ्यूचर को, फ्यूचर ग्रोथ को, प्रभावित करने वाला एक बहुत बड़ा फैक्टर दुनिया की आधी आबादी है। बीती सदियों में महिलाओं को Global growth में कंट्रीब्यूट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाया। इसके कई कारण रहे हैं। ये किसी एक देश की नहीं,सिर्फ ग्लोबल साउथ की नहीं,बल्कि ये पूरी दुनिया की कहानी है।
लेकिन 21st सेंचुरी में, global prosperity सुनिश्चित करने में महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है। इसलिए, अपनी G-20 प्रेसीडेंसी के दौरान, भारत ने Women Led Development को एक बड़ा एजेंडा बनाया था।

साथियों,

भारत में हमने हर सेक्टर में, हर स्तर पर, लीडरशिप की भूमिका देने का एक बड़ा अभियान चलाया है। भारत में हर सेक्टर में आज महिलाएं आगे आ रही हैं। पूरी दुनिया में जितने पायलट्स हैं, उनमें से सिर्फ 5 परसेंट महिलाएं हैं। जबकि भारत में जितने पायलट्स हैं, उनमें से 15 परसेंट महिलाएं हैं। भारत में बड़ी संख्या में फाइटर पायलट्स महिलाएं हैं। दुनिया के विकसित देशों में भी साइंस, टेक्नॉलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स यानि STEM graduates में 30-35 परसेंट ही women हैं। भारत में ये संख्या फोर्टी परसेंट से भी ऊपर पहुंच चुकी है। आज भारत के बड़े-बड़े स्पेस मिशन की कमान महिला वैज्ञानिक संभाल रही हैं। आपको ये जानकर भी खुशी होगी कि भारत ने अपनी पार्लियामेंट में महिलाओं को रिजर्वेशन देने का भी कानून पास किया है। आज भारत में डेमोक्रेटिक गवर्नेंस के अलग-अलग लेवल्स पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व है। हमारे यहां लोकल लेवल पर पंचायती राज है, लोकल बॉड़ीज़ हैं। हमारे पंचायती राज सिस्टम में 14 लाख से ज्यादा यानि One point four five मिलियन Elected Representatives, महिलाएं हैं। आप कल्पना कर सकते हैं, गयाना की कुल आबादी से भी करीब-करीब दोगुनी आबादी में हमारे यहां महिलाएं लोकल गवर्नेंट को री-प्रजेंट कर रही हैं।

साथियों,

गयाना Latin America के विशाल महाद्वीप का Gateway है। आप भारत और इस विशाल महाद्वीप के बीच अवसरों और संभावनाओं का एक ब्रिज बन सकते हैं। हम एक साथ मिलकर, भारत और Caricom की Partnership को और बेहतर बना सकते हैं। कल ही गयाना में India-Caricom Summit का आयोजन हुआ है। हमने अपनी साझेदारी के हर पहलू को और मजबूत करने का फैसला लिया है।

साथियों,

गयाना के विकास के लिए भी भारत हर संभव सहयोग दे रहा है। यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश हो, यहां की कैपेसिटी बिल्डिंग में निवेश हो भारत और गयाना मिलकर काम कर रहे हैं। भारत द्वारा दी गई ferry हो, एयरक्राफ्ट हों, ये आज गयाना के बहुत काम आ रहे हैं। रीन्युएबल एनर्जी के सेक्टर में, सोलर पावर के क्षेत्र में भी भारत बड़ी मदद कर रहा है। आपने t-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का शानदार आयोजन किया है। भारत को खुशी है कि स्टेडियम के निर्माण में हम भी सहयोग दे पाए।

साथियों,

डवलपमेंट से जुड़ी हमारी ये पार्टनरशिप अब नए दौर में प्रवेश कर रही है। भारत की Energy डिमांड तेज़ी से बढ़ रही हैं, और भारत अपने Sources को Diversify भी कर रहा है। इसमें गयाना को हम एक महत्वपूर्ण Energy Source के रूप में देख रहे हैं। हमारे Businesses, गयाना में और अधिक Invest करें, इसके लिए भी हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं।

साथियों,

आप सभी ये भी जानते हैं, भारत के पास एक बहुत बड़ी Youth Capital है। भारत में Quality Education और Skill Development Ecosystem है। भारत को, गयाना के ज्यादा से ज्यादा Students को Host करने में खुशी होगी। मैं आज गयाना की संसद के माध्यम से,गयाना के युवाओं को, भारतीय इनोवेटर्स और वैज्ञानिकों के साथ मिलकर काम करने के लिए भी आमंत्रित करता हूँ। Collaborate Globally And Act Locally, हम अपने युवाओं को इसके लिए Inspire कर सकते हैं। हम Creative Collaboration के जरिए Global Challenges के Solutions ढूंढ सकते हैं।

साथियों,

गयाना के महान सपूत श्री छेदी जगन ने कहा था, हमें अतीत से सबक लेते हुए अपना वर्तमान सुधारना होगा और भविष्य की मजबूत नींव तैयार करनी होगी। हम दोनों देशों का साझा अतीत, हमारे सबक,हमारा वर्तमान, हमें जरूर उज्जवल भविष्य की तरफ ले जाएंगे। इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपनी बात समाप्त करता हूं, मैं आप सभी को भारत आने के लिए भी निमंत्रित करूंगा, मुझे गयाना के ज्यादा से ज्यादा जनप्रतिनिधियों का भारत में स्वागत करते हुए खुशी होगी। मैं एक बार फिर गयाना की संसद का, आप सभी जनप्रतिनिधियों का, बहुत-बहुत आभार, बहुत बहुत धन्यवाद।