The Mahamilwati parties are rattled seeing the support for the BJP in UP: PM Modi
The people of Uttar Pradesh do not stand with divisive parties who engage in appeasement and votebank politics: PM Modi in UP
We follow a ‘no-tolerance’ policy against terrorists unlike the Congress and its allies who were famous for their soft approach on terrorism and its sympathisers: Prime Minister Modi

भारत माता की… जय

भारत माता की… जय

मंच पर विराजमान भारतीय जनता पार्टी के सभी वरिष्ठ नेतागण, इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सभी उम्मीदवार और विशाल संख्या में हम सब को आशीर्वाद देने के लिए आए हुए मेरे प्यारे भाइयो-बहनो। जहां-जहां मेरी नजर पहुंच रही है लोग ही लोग नजर आ रहे हैं, क्या कमाल कर दिया आप लोगों ने, आपका ये प्यार, आपका ये उत्साह, आपका ये समर्थन अच्छे-अच्छों की नींद खराब कर रहा है। राम गंगा के पावन जल से जीवन पाने वाली इस पवित्र धरती को मेरा सादर नमन।

बाबा अलखनाथ और त्रिवटीनाथ का आशीर्वाद हम सब पर बना रहे मेरी यही कामना है। यहां आंवला के साथ-साथ बरेली और पीलीभीत से भी साथी आएंगे। आप सभी का मैं आभार व्यक्त करने और इस चुनाव में मैं आशीर्वाद लेने के लिए आया हूं। दो चरणों के मतदान के बाद अब इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में आपका ये अपार समर्थन कुछ लोगों को पराजय पहले से ही स्वीकार करने के लिए मजबूर कर रहा है, अब सो नहीं पाते होंगे। इन लोगों को अपनी गलती का पछतावा होने लगा है। वे अब सोच रहे हैं इससे तो अच्छा था की अकेले-अकेले लड़ लेते, कम से कम कुछ कहने के लिए तो बात बच जाती। कहां 50-50 का खेल खेलने चले थे और कहां असली मैच शुरू होने से पहले ही जनता ने पवेलियन वापस भेज दिया है। एक को पहली बॉल में निकाल दिया, दूसरे को पहले और दूसरे बॉल में पूरा कर दिया। दो चरण के मतदान के बाद, आपने देखा होगा टीवी में इनकी शक्ल-सूरत, ऐसा चेहरा लटक गया है, ऐसे बौखलाए हैं। पहले जो गालियां मुझे नहीं देते थे, अब नई-नई दे रहे हैं। इलेक्शन कमिशन पर गुस्सा कर रहे हैं, सरकार पर गुस्सा कर रहे हैं और हिंदुस्तान के हर कोने में जो भी महामिलावटी हैं, सब ने चिल्लाना शुरू कर दिया है। कुछ लोगों ने तो अभी से ईवीएम मशीन को गाली देना भी शुरू कर दिया है। ये जब शुरू हो जाए तो समझ लो मामला गड़बड़ है, उन्होंने ये मान लिया है की जनता उनके साथ नहीं है। आपने देखा होगा, घर में बच्चा भी जब एग्जाम देने जाता है और अच्छा कुछ नहीं करके आता है तो रास्ते में सोचता है की मम्मी-पापा को आज क्या समझाऊं और वो आकर के समझाता है की आज बेंच हिलती थी, टेबल सही नहीं था, पेन बीच-बीच में खराब हो जा रही थी, बगल में एक लड़का था बहुत गड़बड़ कर रहा था इसलिए लिखने में मजा नहीं आई। वो वातावरण बना देता है ताकी जब रिजल्ट आए, गड़बड़ हो जाए तो मां-बाप ज्यादा गुस्सा ना करें। इस चुनाव में भी दो चरण के बाद, हमारे सारे विरोधी कारण ढूंढने में लगे हैं अभी से की पराजय के कारण तैयार करो। ये ऐसा मोदी रोलर आया है की सब साफ हो रहा है। आपके यहां भी यही माहौल है ना, चारों तरफ यही माहौल है ना?

भाइयो-बहनो, 2014 में आपने दिल्ली में पूर्ण बहुमत वाली एक मजबूत सरकार के लिए भरपूर समर्थन दिया था। आपने इस प्रधान सेवक के इरादों पर भरोसा किया और परिणाम आपके सामने है। आपके आशीर्वाद से आज देश की प्रगति की गति बहुत तेज हो गई है। साथियो, प्रगति की गति को सिर्फ एक मोदी ने नहीं बदला है, इसे बदला है आप सभी ने, देश के 130 करोड़ लोगों ने, इसे बदला है हमारे युवा साथियों ने। आप सभी ने उस सोच को बदल दिया है, जब कहा जाता था भारत में कुछ भी नहीं बदल सकता, भारत का कुछ नहीं हो सकता। 2014 से पहले अगर कोई कहता की पांच साल में भारत में लगभग हर घर में शौचालय पहुंच जाएगा तो कोई विश्वास नहीं करता, आज पहुंच गया। 2014 से पहले कोई ये भी नहीं सोच सकता था की कोई प्रधानमंत्री झाड़ू पकड़ सकता है। 2014 में अगर कोई कहता की गरीब से गरीब को गैस मिलनी, गैस का चूल्हा मिलना इतनी आसान हो जाएगी तो भी कोई विश्वास नहीं करता। 2014 से पहले अगर कोई कहता की गरीब का इतनी आसानी से बैंक खाता खुलने लगेगा, उसमें हजारों करोड़ रुपए जमा हो जाएंगे तो ये भी कोई विश्वास नहीं करता। 2014 से पहले किसी ने ये भी नहीं सोचा था की गांव के गरीब के हाथ में भी स्मार्टफोन होगा, इंटरनेट उसके लिए बहुत सामान्य बात हो जाएगी। भाइयो-बहनो, ये तभी संभव हो पाया है जब आपने एक मजबूत, पूर्ण बहुमत वाली और निर्णायक सरकार के लिए, सब के लिए सोचने वाली सरकार को पूर्ण बहुमत देकर के बैठाया। तब आपने, पूरे देश ने वोट बैंक की राजनीति करने वालों की पुरानी धारणाओं पर मान्यताओं को पूरी तरह तोड़ दिया था। 2014 का चुनाव हो या उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव हो। जाति, पंथ, क्षेत्रवाद सारी सीमाएं टूट गई थीं, यही सार्थक परिवर्तन नए भारत की ताकत बना है।

साथियो, आंवला, बरेली और आस-पास का ये क्षेत्र तो नाथ, संतों की कर्मस्थली रहा है। नाथ-संतों का तो जात-पात के विरुद्ध एक स्पष्ट आग्रह था। समाज के सभी लोगों को बराबरी का हक मिले, सब को सम्मान मिले, समाज मजबूत हो ये रास्ता नाथ-संतों ने दिखाया। यही काम भाजपा की सरकार ने किया है, आपके इस चौकीदार ने किया है। सबका साथ-सबका विकास हमारा आग्रह भी है और आचरण भी है। हमारी जितनी भी योजनाएं हैं उन्होंने हर वर्ग को आगे बढ़ाया है, पूरे समाज को मजबूत किया है। ये मजबूत समाज ही आज मजबूत राष्ट्र का निर्माण कर रहा है। भाइयो-बहनो, आज की दुनिया दमदार सरकार को ही मानती है जो रोते रहते हैं उनकी सुनवाई दुनिया भी नहीं करती है। देश दमदार तभी होता है जब देश एकजुट होता है, देश की सेना मजबूत होती है, उसे अपने फैसले लेने की खुली छूट मिलती है। भाइयो-बहनो, आप मुझे बताइए, मेरी बात पर आपको भरोसा है? आप मुझे बताइए, आज हमारी सेना मजबूत है, पूरा विश्वास है? आज हमारा दम दुनिया मान रही है? साथियो, बरेली तो सेना और सैनिकों की धरती है, शहीदों के निशान यहां हैं, शौर्य की गाथाएं यहां हैं। हम रक्षकों को सम्मान देने वाले लोग हैं, जो राष्ट्र रक्षा में काम आते हैं उनके प्रति हम नतमस्तक रहने वाले लोग हैं लेकिन राजनीति के लिए कांग्रेस के नेता और सपा-बसपा के लोग क्या-क्या बातें करते हैं। आप सभी देख रहे हैं की सिर्फ भाजपा और एनडीए ही जो राष्ट्रीय स्वाभिमान के मुद्दे पर, भारत की सुरक्षा के मुद्दे पर आपके बीच आपके आशीर्वाद लेने आए हैं।

साथियो, हम कह रहे हैं की आतंकवाद और नक्सलवाद को मिटाना जरूरी है लेकिन कांग्रेस कहती है की जम्मू-कश्मीर से सेना को हटाना चाहिए, हम कह रहे हैं की हमारे सैनिकों को खुली छूट मिलनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस कहती है की देश के वीर-जवानों को लाचार कर देना चाहिए, हिंसा वाले क्षेत्रों में काम करने के लिए उनको जो विशेष अधिकार मिला है जो ये कानूनी रक्षा कवच मिला है, कांग्रेस वाले उसको भी हटाने का फैसला करना चाहते हैं। साथियो, ये अगर हो गया तो जो पत्थरबाज हैं, जो आतंकियों को समर्थन करते हैं वो झूठे केस के दायरे में हमारे सैनिक आतंक से भिड़ने के बजाए कोर्ट में ही केस लड़ने में वो लगे रहेंगे। हमारा सैनिक कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाए, ये आपको मंजूर है? जम्मू-कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री हो ये कांग्रेस और उसके साथी मांग कर रहे हैं और जो साथी मांग कर रहे हैं और जो साथी मांग कर रहे हैं, कांग्रेस इनके साथ खड़ी है। आप मुझे बताइए, क्या देश में, जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए? ये मांग आपको मंजूर है? इसको समर्थन करने वालों का आप विरोध करेंगे, हर जगह पर इनको घर भेजेंगे?  हर पोलिंग बूथ में उनको परास्त करेंगे? साथियो, वो तो राष्ट्रद्रोह का कानून भी हटाना चाहते हैं। अगर ऐसा हो गया तो भारत मां को गाली देने वालों को खुली छूट मिलेगी। देश के टुकड़े-टुकड़े करने का जो गैंग मंसूबा रखती हैं, उनको खुली छूट मिल जाएगी। क्या आपको, देशद्रोहियों को बचाने के इरादे मंजूर हैं क्या?  देशद्रोहियों को सजा होनी चाहिए की नहीं होना चाहिए? देश उनको माफ कर सकता है क्या?  आपको ये मंजूर नहीं है तो फिर कांग्रेस भी कभी किसी को मंजूर नहीं हो सकती है। उनके महामिलावटी साथी भी मंजूर नहीं हो सकते हैं, आपको ये मंजूर नहीं हैं तो सपा-बसपा की महामिलावट भी मंजूर नहीं हो सकती।

साथियो, कांग्रेस हो या सपा-बसपा इन लोगों के पास देश के लिए कोई विजन नहीं है। इनका एक ही एजेंडा है, आप कहीं पर भी जाइए, केरल में भी जाइए तो भी एक ही बात, तमिलनाडू में जाएं तो भी एक ही बात, आन्ध्रा में जाएं तो भी एक ही बात, बंगाल भी जाए तो भी एक ही बात, उत्तर प्रदेश में आएं तो भी एक ही बात, इन लोगों को देश के लिए क्या करना है, गरीबों को क्या करना है। आतंकवाद के लिए क्या करना है कोई बात नहीं, एक ही बात- मोदी हटाओ, मोदी हटाओ। आप मुझे बताइए, क्या ये मोदी को हटा सकते हैं? आपके रहते हुए कोई मोदी को हटा सकता है? अरे आप जैसे करोड़ों देशवासियों के मोदी पर आशीर्वाद हो तो फिर इनकी नारेबाजी कुछ नहीं कर सकती। ये मोदी को इसलिए गालियां दे रहे हैं क्योंकि मोदी ने इनकी तुष्टीकरण की राजनीति, उनकी वोटबैंक पॉलिटिक्स के आगे घुटने टेकने से इनकार कर दिया है। मोदी ऐसे लोगों के सामने झुकने को तैयार नहीं है। मोदी देश में आतंक फैलाने वालों, देश को कमजोर करने वाली ताकतों के सामने दीवार बन कर के खड़ा है।

साथियो, आपको ये याद रखना होगा की कांग्रेस और उसके महामिलावटियों की जब दिल्ली में सरकार थी तो आतंकवाद पर कैसे-कैसे खेल करती थी। पाकिस्तान के आतंकवादी धमाके करते थे, आतंकी हमला करते थे लेकिन कांग्रेस, उसके साथी उन पर कार्रवाई करने के बजाए हिंदूओं पर आतंकी होने का ठप्पा लगाने में जुट जाते थे। हजारों वर्ष की हमारी परंपरा, हमारी महान संस्कृति, दुनिया ने कभी हमारी महान संस्कृति पर उंगली नहीं उठाई। इन लोगों ने अपने वोटबैंक के लिए बदनाम करने का घिनौना पाप किया है। साथियो, दुनिया में आतंकवाद को कोई भी किसी पंथ, मत और संप्रदाय से नहीं जोड़ता लेकिन कांग्रेस और उनके साथी, उसके रागदरबारी, हिंदुस्तान में हजारों साल की इस महान परंपरा को हिंदू आतंकवाद के नाम पर इन लोगों ने टार्चर और शोषण का ऐसा जाल की भारत के विरोधियों को हमारी संत परंपरा पर सवाल उठाने का मौका मिल गया।

भाइयो-बहनो, ये वंशवादी और अवसरवादी लोग सिर्फ अपने ही हित की सोचते हैं, अपने बारे में ही सोचते हैं। इनको देश से कोई मतलब नहीं है। आज अगर इनके अस्तित्व पर संकट है तो ये मोदी के कारण नहीं है, इनके अपने कारनामों के कारण है। और ये भी देखिए अब ये मेरे पिछड़ेपन का सर्टिफिकेट भी बांटने लगे हैं, वो मेरे पिछड़ेपन का भी मजाक उड़ा रहे हैं। साथियो, हर चुनाव में इन लोगों का जब पराजय सामने दिखने लगता है तो ये खेल शुरू हो जाता है। दो चरण में इनके हाल इतने खराब हो गए की चांव-चांव-चांव करना शुरू कर दिया। मेरी जाति, इस पर आ जाते हैं। कोई नीच बोलता है, कोई कुछ गाली देता है। अब मुझे इन गालियों की अपमान सहने की, और वैसे भी हम गरीबों को पिछड़ों को ये सदियों से नामदारों की गालियां खाने की आदत हो गई है, मुझे भी हो गई है। लेकिन मैं इनसे पूछना चाहता हूं, आपने अपने परिवार का पिछड़ापन दूर करने के अलावा और कुछ किया है क्या?  आपने कितने गरीबों को, कितने शोषितों, वंचितों, पिछड़ों को आगे बढ़ाया। अगर गिनें तो पार्टी में एक से सौ नंबर तक आप और आपका परिवार ही होता है।

साथियो, मुझे देख कर के हैरानी होती है की आज-कल ये विपक्षी लोग सड़क, बिजली, पानी, महंगाई ऐसे बुनियादी मुद्दे छोड़ कर असली-नकली पर बहस कर रहे हैं। सच्चाई यही है की इन लोगों को गरीबों की, दलितों की, पिछड़ों की, शोषितों की, मध्यम वर्ग की, किसी की समस्या से कुछ लेना-देना नहीं है। इनके लिए सबसे बड़ा लक्ष्य है, कुर्सी कब्जा करना। कुर्सी के लिए ये समाज को बांट सकते हैं, देश को बांट सकते हैं, इनको पहचानिए, इनसे सतर्क रहिए। इन लोगों की प्राथमिकता कभी आपका कल्याण, आपका विकास नहीं रही है। इनकी सरकारों की पहचान भी उद्योगों से नहीं बल्कि घोटालों से बनी थी। वो दिन याद करिए, चीनी मील घोटाला, खनन घोटाला, महापुरुषों के नाम पर बने स्मारकों का घोटाला, रिवरफ्रंट घोटाला, एम्ब्यूलेंस का घोटाला, NRHM घोटाला, आप गिनते जाइए लिस्ट खत्म ही नहीं होगी। भाइयो-बहनो, भ्रष्टाचार को शिष्टाचार बनाने, इन लोगों की इस नीति के कारण यूपी में रंगदारी का नाम, गरीब मध्यम वर्ग के लोग डरे रहते थे की ना जाने कब उनकी जमीन पर कब्जा हो जाए। समाजवादी राज में इन लोगों ने दुकानों पर कब्जा किया, स्कूलों पर कब्जा किया, अस्पतालों पर कब्जा किया और मुझे बताया गया है की बरेली की मस्जिदों तक को नहीं छोड़ा गया था। अब योगी जी की सरकार आने के बाद स्थिति में बहुत तेजी से सुधार हुआ है।

साथियो, अब कानून का राज कायम होता है तब कारोबार के रास्ते खुलते हैं, रोजगार के रास्ते खुलते हैं। जब सड़कें, रेल, पुल, एयरपोर्ट ऐसे साधन बनते हैं तब उद्योग लगते हैं। यही काम बीते पांच वर्ष में पूरे देश में हमने किया है और यहां योगी जी की सरकार बीते दो वर्षों से कर रही है। राम गंगा नदी पर डैम, बरेली-कासगंज रेलवे लाइन का चौड़ीकरण, यहां पर बन रही सड़कें, लाल फाटक का ओवरब्रिज इसी सोच का विस्तार है। बरेली से सीधी फ्लाइट, दिल्ली और लखनऊ से शुरू हो इसके लिए भी संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। भाइयो-बहनो, ये पहली सरकार है, जिसने हर उस व्यक्ति का सोचा है जिसको कांग्रेस और उसके साथियों के राज में भुला दिया गया था। किसानों के खाते में आज सीधे पैसे जमा हो रहे हैं, जो मजदूर हैं उनके लिए 60 वर्ष के बाद 3 हजार की नियमित पेंशन का इंतजाम किया गया है। सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान की इस यात्रा को हमें मजबूत करना है। आप सभी को पूरी शक्ति से कमल के फूल के सामने बटन दबाना है। और भाइयो-बहनो, आप जब कमल पर बटन दबाओगे तो आपका वोट सीधा-सीधा मोदी के खाते में जाएगा।

मेरे साथ दोनों हाथ ऊपर उठाकर, आप सब एक संकल्प लीजिए। मैं जब कुछ बोलूंगा, उसके बाद आपको बोलना है… घर-घर में है चौकीदार।

भ्रष्टाचारियों होशियार… घर-घर में है चौकीदार, भगोड़ों पर कानून की मार… घर-घर में है चौकीदार, बंद हुआ काला कारोबार… घर-घर में है चौकीदार, देशद्रोहियों पर कड़ा प्रहार… घर-घर में है चौकीदार, आतंक पर हो आखिरी वार… घर-घर में है चौकीदार, दुश्मन हो जा खबरदार… घर-घर में है चौकीदार, घुसपैठिए भागे सीमा पार… घर-घर में है चौकीदार, टूटेगी जात-पात की दीवार… घर-घर में है चौकीदार, वंशवाद की होगी हार… घर-घर में है चौकीदार, दागदार पर भारी कामदार… घर-घर में है चौकीदार, पूरा हिंदुस्तान… चौकीदार। मेरे साथ बोलिए।

भारत माता की…जय, भारत माता की…जय, बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।