प्रश्न 1- आपका पंजाब से विशेष नाता रहा है। संगठन काल से ही आप पंजाब से जुड़े रहे हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद आपने सिख समुदाय के लिए काफी कुछ किया है। कई सिख नेता भाजपा में शामिल भी हुए हैं लेकिन इसके बावजूद पंजाब में बीजेपी को लेकर बहुत बड़ा गैप देखने को मिलता है। आप कैसे इस गैप को भरेंगे? क्या भाजपा पंजाब में लीडरशिप की कमी से जूझ रही है?
 
उत्तर –पंजाब में मैंने काफी समय बिताया है। यहां के अलग-अलग जिले और पिंड का अनुभव हमेशा मेरे साथ रहता है। यहां के लोगों की गर्मजोशी और उनके मिलनसार स्वभाव ने मेरे व्यक्तित्व को बहुत प्रभावित किया है। मैंने पंजाब की धरती, पंजाब के लोगों से काफी कुछ सीखा है।भाजपा जिस विचारधारा को लेकर चलती है, वो पंजाब के मूल स्वभाव का हिस्सा है। साहस, समर्पण और देशभक्ति की भावना हमें एक-दूसरे से जोड़ती है। 2014 में हमारी सरकार बनने के बाद से ही हमने लगातार पंजाब और पंजाब के लोगों को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास किया है।

भाजपा जिस विचारधारा को लेकर चलती है, वो पंजाब के मूल स्वभाव का हिस्सा है। साहस, समर्पण और देशभक्ति की भावना हमें एक-दूसरे से जोड़ती है। 2014 में हमारी सरकार बनने के बाद से ही हमने लगातार पंजाब और पंजाब के लोगों को विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने का प्रयास किया है। करीब 3 दशक बाद ये पहला चुनाव है, जब हम पंजाब में किसी गठबंधन के बिना मैदान में उतरे हैं। इससे हमें अपनी बात ज्यादा प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचाने में मदद मिली है।

यहां के लोग भाजपा की राष्ट्रवादी और विकासवादी सोच से प्रभावित हैं। यहां के लोग देख रहे हैं कि पिछले 10 वर्षों से केंद्र में भाजपा की सरकार है, और उस पर भ्रष्टाचार का एक दाग नहीं लगा है। सबका साथ, सबका विकास के हमारे विजन में भी लोगों की पूरी निष्ठा है। लोगों को ये महसूस हो रहा है कि केंद्र में भाजपा की मजबूत सरकार होने की वजह से ही देश में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगी हुई है। भाजपा के 10 सालों के कार्यकाल में उद्योगों को बढ़ावा मिला है। सरकार ने किसानों के हित के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, जिससे खेती से जुड़े सभी लोगों को फायदा हुआ है। आज देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में पंजाब का बहुत बड़ा योगदान है, अब पंजाब को भी भाजपा की सरकार से बहुत अपेक्षाएं हैं। भाजपा का संकल्प है कि हम यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे और पंजाब को आगे ले जाएंगे।

प्रश्न 2- प्रकाश सिंह बादल के देहांत के बाद क्या कारण रहे कि शिरोमणि अकाली दल के साथ भाजपा के रिश्ते उतने अच्छे नहीं रहे। PRE POLL अलायंस भी नहीं हो पाया। इसके क्या कारण रहे? आपकी नजर में भाजपा पंजाब में कितनी सीटें जीत सकती है?
 
उत्तर –हम जब तक गठबंधन में रहे, हमारा रवैया हमेशा परस्पर सहयोग का रहा। सरकार हमारे समर्थन से चलती थी पर हमने उपमुख्यमंत्री का पद कभी नहीं मांगा। लोगों और हमारी पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं की मांग होती थी कि हम ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ें, लेकिन हम ज्यादा सीटें नहीं मांगते थे। हमने पंजाब के लोगों के हित के लिए गठबंधन धर्म का पूरी ईमानदारी से पालन किया।

भाजपा और अकाली दल को पंजाब में नैचुरल पार्टनर माना जाता था। कुछ कारणों से हमारा गठबंधन टूट गया और बाद में बना नहीं। भले ही ये गठबंधन ना बना हो पर भाजपा के प्रति लोगों का समर्थन बहुत बढ़ गया है। आज हम उन जगहों पर जा रहे हैं, जहां पर वर्षों तक गठबंधन होने की वजह से नहीं जा पाते थे। मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा पंजाब में बहुत अच्छा प्रदर्शन करने वाली है।

प्रश्न 3- किसान एक बड़ा वोट बैंक है लेकिन पंजाब-हरियाणा में कई किसान संगठनों के बैनर तले किसान खुल कर भाजपा का विरोध कर रहे हैं। इसकी क्या वजहें रही कि भाजपा उन तक सही से पहुँच नहीं पाई। क्या भाजपा इससे होने वाले राजनीतिक नुकसान की भरपाई कर पाएगी?

उत्तर – पहले तो मैं पूरी विनम्रता के साथ कहना चाहता हूं कि हमारी पार्टी किसानों को वोटबैंक की तरह नहीं देखती है। किसान हमारे लिए अन्नदाता है, पूज्य है। हमारी सरकार हमेशा किसान कल्याण के लिए काम करती आई है। हमने कृषि क्षेत्र में ऐसे काम किए हैं, जो पहले किसी सरकार ने नहीं किए थे। चाहे मिट्टी की सेहत के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड हो, बाजारों तक किसानों की पहुंच को बेहतर और आसान बनाना हो, सिंचाई पर पूरा ध्यान देना हो, पीएम किसान योजना हो या फिर एमएसपी में कई गुना बढोतरी हो, हर माध्यम से हम किसानों को मदद पहुंचा रहे हैं।

बीते 10 वर्षों में हमने पूरे पंजाब में धान और गेहूं की रिकॉर्ड खरीदी की है। जिस भाव पर कांग्रेस सरकार में फसल खरीदी जाती थी, अब उस एमएसपी को ढाई गुना तक बढ़ा दिया गया है। पंजाब में मोटे अनाज की पैदावार भी बहुत है। हमारी सरकार इसे बढ़ावा देने के लिए बड़ा अभियान चला रही है। इससे पंजाब के किसानों को बहुत लाभ होगा।

केंद्र सरकार के काम को लेकर हम पंजाब के गांव-गांव में जा रहे हैं। पंजाब के हर क्षेत्र में हमारी पहुंच को विस्तार मिल रहा है। जैसे-जैसे समय बीतेगा, आप देखेंगे कि हमारा रिश्ता और गहरा होता जा रहा है।

प्रश्न 4- ड्रग्स और अवैध हथियारों की तस्करी पंजाब में बहुत बड़ा मुद्दा है। फतेह रैली के दौरान आपने कहा कि नशा अब दिल्ली के युवाओं तक पहुंच गया है। यह नशे की तस्करी की घटना पंजाब के बॉर्डर पर ही नहीं राजस्थान जम्मू-कश्मीर और गुजरात के बॉर्डर पर देखने को मिल रही तो सवाल यह है कि इसको ख़त्म करने की केंद्र सरकार की क्या प्लानिंग है?
 
उत्तर -नशे की लत युवा पीढ़ी को बुरी तरह प्रभावित कर रही है। सीमावर्ती राज्यों और खासकर पंजाब में ये समस्या ज्यादा गहरी है। ड्रग्स से जुड़े अपराधियों को राज्य सरकार से संरक्षण मिल रहा है।

ड्रग्स की समस्या से निपटने के लिए हमारी सरकार कई स्तरों पर प्रयास कर रही है। एक तो सुरक्षा एजेंसियों के स्तर पर, कानूनी तौर पर हम पहले से कहीं ज्यादा सतर्क हैं। दूसरा हम एक मानवीय एप्रोच के साथ इसका शिकार बने लोगों को एक और मौका देने के लिए, उनके पुनर्वास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

मैं पहले भी इस विषय में कई बार बोल चुका हूं। मन की बात कार्यक्रम के माध्यम से मैंने इस पर चर्चा की है। हमें लगता है कि इस तरह की समस्याएं विकास के सकारात्मक वातावरण से हल की जा सकती हैं। वो हम करने की कोशिश कर रहे हैं।

हमारा फोकस है कि हम इस तरह के काम में जितना हो सके समाज को जोड़कर चलें। सरकार के प्रयास तो हैं पर इसमें जब समाज की शक्ति मिल जाती है तो सकारात्मक ऊर्जा कई गुना बढ़ जाती है।

प्रश्न 5- विपक्षी दल आरोप लगाते हैं कि भाजपा ने राम मंदिर के धार्मिक मुद्दे को राजनीतिक मुद्दा बना दिया है और लोगों की भावनाओं को राम मंदिर के जरिए अपने पक्ष में भुनाना चाहती है। क्या राम मंदिर निर्माण का भाजपा को राजनीतिक फायदा मिल रहा है?

उत्तर –राम मंदिर राजनीति का विषय है ही नहीं, राम मंदिर आस्था का विषय है। राममंदिर भारत के स्वाभिमान का, भारत के सांस्कृतिक गौरव का, भारत के इतिहास से जुड़ा विषय है। राममंदिर ने पूरे देश में एकता की भावना का संचार किया है। पूरे देश में इस बात से आनंद की अनुभूति है कि 500 साल बाद प्रभु श्रीराम अपने दिव्य और भव्य मंदिर में विराजे हैं।

राममंदिर पर राजनीति हम नहीं विपक्ष करता आया है। कांग्रेस ने पूरी कोशिश की, कि अयोध्या में राममंदिर बन ही ना सके। कोर्ट में उन्होंने क्या-क्या कहा, ये पूरे देश ने देखा। राम मंदिर निर्माण के रास्ते में हर तरह की बाधाएं खड़ी करने की कोशिश की। लेकिन जब कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर निर्माण हुआ, तो इंडी अलायंस ने प्राण प्रतिष्ठा से दूरी बना ली।

चुनाव प्रचार के दौरान ये मंदिर जा रहे हैं, सिर्फ राम मंदिर जाने से बच रहे हैं। उनकी पार्टी के जो लोग मंदिर दर्शन के लिए गए, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। ऐसा ये लोग क्यों कर रहे हैं, ये समझना मुश्किल नहीं है। तो राम मंदिर पर राजनीति विपक्ष कर रहा है।

हमारे बारे में ये कहा जाता था कि हम कभी इस मुद्दे को हल नहीं होने देंगे, लेकिन भाजपा ने बढ़-चढ़कर राम मंदिर निर्माण में सहयोग किया। हमें इस बात का संतोष है कि हमारी सरकार के दौरान करोड़ों रामभक्तों का सपना पूरा हुआ और हमारी लंबी तपस्या का सुखद परिणाम सामने आया।

प्रश्न 6- क्या भाजपा पंजाब के लोगों तक अपने मुद्दों को पहुंचा पाई है? विपक्ष भाजपा के मुद्दों से ज्यादा आप पर हमलावर है। विपक्ष आपकी रिटायरमेंट की बातें भी कर रहा है। इस सबको आप कैसे देखते हैं?
 
उत्तर-इस चुनाव में भाजपा का मुद्दा विकास है, लेकिन विपक्ष का मुद्दा मोदी है। भाजपा कह रही है कि हम देश की अर्थव्यवस्था को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। भाजपा गरीब, किसान, युवा और महिला की बात कर रही है। भाजपा आतंकवाद पर जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है। भाजपा गारंटी दे रही है कि हर भ्रष्टाचारी पर कार्रवाई होगी। लेकिन विपक्ष के लिए मुद्दा मोदी है।

भाजपा ने देश के सामने आत्मनिर्भर भारत का विजन रखा है। भाजपा ने विकसित भारत के सपने को सच करने का संकल्प लिया है। हम देश को फार्मा हब, सेमीकंडक्टर हब, ग्रीन एनर्जी हब, ऑटोमोबाइल हब बनाना चाहते हैं। हमारा प्रयास है कि स्पेस से लेकर स्पोर्ट्स तक, स्टार्टअप्स से लेकर स्किल ट्रेनिंग तक, हर क्षेत्र में भारत सबसे आगे हो। लेकिन जब आप विपक्ष से पूछेंगे तो वो मोदी के अलावा कोई और बात नहीं कर पाएंगे।

इंडी अलायंस के पास देश के विकास का न तो प्लान है, न कोई विजन है, इसलिए उन्होंने मोदी के खिलाफ झूठ और अफवाह फैलाकर चुनाव जीतने की योजना बनाई है। जब उन्हें लगा कि उनके पुराने झूठ जनता को प्रभावित नहीं कर पा रहे, तो एक और झूठ को लेकर आ गए और मोदी के रिटायरमेंट की बात करने लगे। आप देखना, अगले चुनाव में भी विपक्ष मोदी के नाम की ही रट लगाएगा।

पंजाब में भाजपा बहुत मजबूती से चुनाव लड़ रही है। हमारे उम्मीदवार और हमारे कार्यकर्ता विकास, राष्ट्रवाद और भ्रष्टाचार मुक्त शासन की गारंटी लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं। हर जगह हमारे नेताओं को जनता का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।

प्रश्न 7- सिख समुदाय के साथ अपने संबंधों को किस तरह देखते हैं?
 
उत्तर-मैं सिख समुदाय के श्रम, सेवाभाव, समर्पण और देशभक्ति जैसे मूल्यों का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। सिख गुरुओं की शिक्षाएं मुझे दिशा दिखाती हैं, मैं उनसे प्रेरित होता हूं। हमारे सिख गुरुओं ने लोक कल्याण की जो राह दिखाई है, उससे पूरी मानवता का भला होगा।

सिख समुदाय से मेरा बहुत करीबी रिश्ता रहा है। मैं गुजरात से आता हूं। पंच प्यारे में से एक गुजरात से आते हैं। हमारे कच्छ में लखपत साहिब गुरुद्वारा है, जब मैं सीएम था तब उसका पुनर्निर्माण कराया गया था। उसको अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला है। मुख्यमंत्री के रूप में मेरा सिख समुदाय से बार-बार संवाद होता था। अब भी मैं समय निकालकर सिख समुदाय से जुड़े कार्यक्रमों में शामिल होता रहता हूं।

पिछले 10 वर्षों में हमने हमारे सिख गुरुओँ के प्रकाश पर्व को भव्यता और बहुत बड़े पैमाने पर मनाया है। हमने करतारपुर साहिब कॉरिडोर बनाकर सिख समुदाय की बहुत बड़ी इच्छा को पूरा किया। लंगर पर से जीएसटी हटाया है। जब केंद्र में हमारी सरकार आई तो 84 के आरोपियों को सजा दिलाने की प्रक्रिया तेज की गई। दोषियों को सजा दिलाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया।

केंद्र सरकार की स्टार्टअप इंडिया और मुद्रा जैसी योजनाओं का फायदा बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोगों को मिला है। हम सिख समुदाय की सेवा और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।

प्रश्न 8- कांग्रेस और आम आदमी पार्टी बाकी जगह तो साथ-साथ चुनाव लड़ रही है लेकिन पंजाब में अलग-अलग लड़ रही है। इस पर आपका क्या कहना है? साथ ही, आम आदमी पार्टी ने एक 2047 तक का विजन डॉक्युमेंट रिलीज किया है।

उत्तर-राजनीतिक दलों ने जब-जब मतदाताओं की समझ को कम आंकने की कोशिश की है, तब-तब देश की जनता ने उन्हें झटका दिया है। इंडी अलायंस के नेता राजनीतिक नूराकुश्ती का जो खेल खेल रहे हैं, उसे जनता समझ रही है। ये दिल्ली में हाथ में हाथ डालकर फोटो खिंचा रहे हैं, एक-दूसरे की तारीफ कर रहे हैं और पंजाब में लोगों को बता रहे हैं कि ये अलग-अलग हैं। ये पंजाब के वोटरों का अपमान है। ये लोकतंत्र का अपमान है।

अगर पहले का दौर होता तो शायद लोगों को सिर्फ अखबार या टीवी से पता चलता कि कौन किसके साथ है, और कौन किसके खिलाफ है। आज सोशल मीडिया के जमाने में पंजाब का मतदाता देख रहा है कि ये नेता दिल्ली में गलबहियां कर रहे हैं, और पंजाब में आकर एक-दूसरे को गाली दे रहे हैं। इंडी अलायंस की पार्टियों को भ्रम है कि वो अपनी बातों से लोगों को बरगला लेंगे, लेकिन वास्तविकता ये है कि उनकी हर बात की विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है।

ये भी सोचने वाली बात है कि आम आदमी पार्टी ऐसी पार्टी के साथ गठबंधन में है, जिस पर 1984 के सिख समुदाय के खिलाफ दंगे कराने का दाग है। आम आदमी पार्टी इसको कैसे सही ठहरा सकती है। कांग्रेस ने जिस पार्टी को सार्वजनिक तौर पर भ्रष्ट बताया है, शराब घोटाले का दोषी बताया है उसके साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।

ये एकजुट हैं, क्योंकि इन्हें मिलकर भ्रष्टाचार की दुकान चलानी है। ये एकजुट हैं, क्योंकि इन पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसने लगा है। ये एकजुट हैं, क्योंकि इनकी नैया डूब रही है, और जनता ने इन्हें नकार दिया है। 4 जून के बाद ये सभी दल इंडी गठबंधन की नाव पर से कूद-कूदकर भागेंगे। ये स्पष्ट है कि इनकी सरकार नहीं बन रही, इसलिए इनको वोट देने का मतलब है, अपना वोट बर्बाद करना।

जहां तक बात है आम आदमी पार्टी के विजन डॉक्यूमेंट की तो जिनके पास देश के लिए कोई विजन ही नहीं है, वो चाहे जितने डॉक्यूमेंट निकाल लें, किसको फर्क पड़ता है। जनता नेताओं को डॉक्यूमेंट से नहीं उनके काम से परखती है। और आम आदमी पार्टी ने पंजाब का क्या हाल किया है, इसे लोग खुद देख रहे हैं। आज पंजाब की सड़कें बदहाल हैं, उद्योग-धंधे चौपट हैं, बिजली व्यवस्था खस्ताहाल है।

पंजाब के लोग जानते हैं कि उनके सीएम बस नाम के सीएम हैं, उनका रिमोट तो दिल्ली से कंट्रोल होता है। और कुछ दिन बाद तिहाड़ जेल से कंट्रोल होगा।

प्रश्न 9- हरियाणा में भाजपा ने सभी 10 लोकसभा सीट से प्रत्याशी उतारे हैं। कुछ तो सिटिंग एमपी हैं लेकिन अधिकांश ऐसे उम्मीदवार हैं जो कांग्रेस या दूसरे दलों से आयातित किए गए हैं, ऐसा क्यों? क्या इससे भाजपा कार्यकर्ता निराश नहीं होंगे? आपके कुछ नेता तो कांग्रेस में भी चले गए हैं। कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। विधान सभा चुनाव से पहले हरियाणा में यह भाजपा के लिए नुकसान का सौदा तो नहीं है?
 
उत्तर-हरियाणा में भाजपा बहुत मजबूती से चुनाव लड़ रही है। पिछली बार 10 की 10 सीट पर हमारे सांसद थे। इस बार भी हम अपना पुराना रिकॉर्ड दोहराएंगे। सभी सीटों पर हमने सक्षम उम्मीदवार दिए हैं। ये सभी उम्मीदवार भाजपा के विकास के एजेंडे पर चुनाव लड़ रहे हैं, और हमारे परिश्रमी, कर्मठ और समर्पित कार्यकर्ता भाजपा के मिशन 10/10 को सफल बनाने में तत्परता से जुटे हैं।

हरियाणा की भाजपा सरकार को कोई खतरा नहीं है। हम अभी भी बहुमत में हैं और मुख्यमंत्री सैनी जी की सरकार पूरी ताकत से राज्य के लोगों के लिए काम कर रही है। विधानसभा चुनाव से पहले भी आप राज्य में भाजपा की लहर महसूस करेंगे।

प्रश्न 10- भाजपा ने 2014 में कांग्रेस के भ्रष्टाचार को मुद्दा बना कर आपको लोकसभा चुनाव का चेहरा बनाया था, फिर 2019 और अब 2024 में भी आपके नाम पर वोट मांग रही है। ऐसा लग रहा है कि मोदी माइनस भाजपा कुछ भी नहीं है। ऐसे में भाजपा भविष्य की लड़ाई कैसे लड़ पाएगी?
 
उत्तर-मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं, मैंने भाजपा में जीवन खपाया है। मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे पहले संगठन में विभिन्न पदों पर काम करने का अवसर मिला, फिर राज्य और देश की सेवा का मौका मिला है। भाजपा ने मुझे जैसे एक सामान्य कार्यकर्ता को जो दिया है, उसका ऋण मैं जीवनभर नहीं चुका पाऊंगा। भाजपा विचारधारा से जुड़ी पार्टी है, और ये विचारधारा मोदी के आने से पहले भी थी और आगे भी रहेगी। अलग-अलग समय पर अलग-अलग व्यक्तित्वों ने अपनी शक्ति के हिसाब से इस विचारधारा को आगे बढ़ाया है। मोदी सिर्फ एक चेहरा है, लेकिन इस विचारधारा को मोदी के साथ करोड़ों भाजपा कार्यकर्ता आगे बढ़ा रहे हैं। आने वाली पीढ़ियों को इस विचारधारा से जोड़ना हम सब अपना दायित्व समझते हैं।

2014 में हम लोगों के बीच उम्मीद लेकर गए थे। 2019 में पांच साल के काम का हिसाब लेकर गए थे, और अब 2024 में हम विकसित भारत का संकल्प लेकर लोगों के बीच जा रहे हैं। लोगों के सामने हमारे 10 सालों का ट्रैक रिकॉर्ड भी है। लोग देख रहे हैं कि कौन अपने वादे पूरे कर सकता है, किसने वादे पूरे करके दिखाए हैं।

आज हमारी सरकार एक टीम की तरह काम कर रही है। आज चुनाव प्रचार के दौरान हम सरकार की जिन उपलब्धियों की बात करते हैं, वो अलग-अलग मंत्रालयों से जुड़ी हैं। आज हम विकसित भारत की बात करते हैं, इसे पूरा करने का संकल्प अकेले मोदी का नहीं है, बल्कि मेरी पूरी टीम इस सपने को पूरा करने में जुटी है।

हम देश के भविष्य को ध्यान में रखकर काम कर रहे हैं। देश का भविष्य सुरक्षित है तो भाजपा का भविष्य भी सुरक्षित है।

प्रश्न 11- कर्नाटक को छोड़ कर भाजपा का दक्षिण में कहीं भी प्रभाव नहीं रहा। क्या इस चुनाव में भाजपा को दक्षिण भारत के राज्यों में कमल खिलने की उम्मीद है?

उत्तर -आज दक्षिण भारत की अकेली सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। पुद्दुचेरी में हमारे गठबंधन की सरकार है। आने वाले समय में आंध्र प्रदेश में हमारे गठबंधन की सरकार बनेगी। वो दिन दूर नहीं जब तेलंगाना में हमारा मुख्यमंत्री होगा। तमिलनाडु और केरला में भी हमें बहुत बड़ा जनसमर्थन है। दक्षिण भारत के सभी राज्यों में हमारा सीट शेयर और वोट शेयर बढ़ेगा।

भाजपा और दक्षिण भारत का रिश्ता बहुत पुराना और मजबूत है। 1984 में जब हमारे दो सांसद थे तो उसमें से एक दक्षिण भारत से थे। हम दक्षिण भारत के विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और इस चुनाव में भी हम दक्षिण भारत की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरेंगे।

प्रश्न 12- भारत विविधताओं का देश है। यहां कई धर्मों के लोग रहते हैं लेकिन, बीच-बीच में बयानबाजियों से लगता है कि देश में दो ध्रुव बन गए हैं। जिसमें एक तरफ हिंदू है तो दूसरी तरफ मुसलमान। जिस तरह से स्थितियां बनती जा रही हैं, क्या समाज में संकट आ सकता है? सब ठीक रहे, इसके लिए आपके हिसाब से समाज को क्या करना चाहिए?

उत्तर-हमारी सरकार सैचुरेशन के अप्रोच से काम करती है। आज हम अपनी योजनाओं के लाभ को शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास करते हैं। ये लाभ हिंदू को भी मिल रहा है, मुसलमान को भी। आज 80 करोड़ से ज्यादा जरूरतमंदों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। सरकार के गोदाम से अनाज हिंदू के घर भी जा रहा है, मुसलमान के घर भी। हम पक्के मकान बना रहे हैं, उसमें हिंदू परिवार भी रह रहा है और मुस्लिम परिवार भी। आज आयुष्मान कार्ड से 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की गारंटी मिली है। ये गारंटी हिंदू के पास भी है, मुसलमान के पास भी। भाजपा ने एक गारंटी और दी है। 70 वर्ष से ऊपर के देश के हर नागरिक के इलाज का खर्च अब सरकार उठाएगी। इसका फायदा देने में हमारी सरकार ये नहीं देखेगी कि वो बुजुर्ग हिंदू परिवार से है कि मुस्लिम परिवार से।

हमारे लिए तो हिंदू-मुसलमान अलग-अलग हैं ही नहीं। मेरे लिए वो 140 करोड़ भारतीय हैं। सरकार के स्तर पर कहीं भी भेदभाव नहीं है। तो सवाल ये है कि हिंदू-मुसलमान कौन कर रहा है? इस बात को स्पष्टता के साथ लोगों के बीच रखना मीडिया की जिम्मेदारी है। आप जरा बताइए, किसकी सरकार ने लगभग 9 हजार शिक्षण संस्थानों को अल्पसंख्यक का दर्जा देकर SC/ST/OBC का अधिकार छीन लिया। वो किस पार्टी के नेता हैं जो मंच पर खड़े होकर ऐलान कर रहे थे कि मुसलमानों को आरक्षण देंगे, जबकि संविधान में धर्म आधारित आरक्षण की कोई व्यवस्था नहीं है।

जब मैं देश के सामने कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री का बयान रखता हूं, जब मैं देश के सामने आंध्र और कर्नाटका में कांग्रेस की साजिश बेनकाब करता हूं, जब आरक्षण में सेंधमारी की बात बार-बार जोर देकर लोगों को बताता हूं तो मुझसे सवाल किया जाता है।

क्या किसी ने उनसे जाकर सवाल किया कि जो व्यवस्था संविधान में है ही नहीं, उसे कैसे अमल में लाएंगे? क्या इसके लिए वो संविधान बदल देंगे? क्या किसी ने जाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से पूछा कि हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद भी वो मुसलमानों को आरक्षण देने पर क्यों अड़ी हैं? ये लोग खुलेआम हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं। बेशर्मी के साथ भेदभाव कर रहे हैं, लेकिन हैरत ये है कि मीडिया भी उनके नरैटिव में फंस जा रहा है।
इस देश का दुर्भाग्य है कि आजादी के बाद लंबे समय तक भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण करने वाली सरकारें सत्ता में बनी रहीं। धीरे-धीरे जनता के मन में ये भाव बैठ गया कि ये तो होता ही है। नेता है तो भ्रष्टाचार करेगा ही। सरकार तो एक धर्म विशेष के लोगों को खुश करती ही है। क्या देश ऐसे चलेगा? भ्रष्टाचार का सामान्यीकरण स्वीकार नहीं किया जा सकता। सरकार की नीतियों में तुष्टीकरण की सोच स्वीकार नहीं हो सकती। भाजपा की सरकार ऐसे हर कदम के विरोध में पुरजोर तरीके से खड़ी होगी।

मेरा संकल्प है कि मैं SC/ST/OBC के आरक्षण को खत्म नहीं करने दूंगा। मेरा संकल्प है कि मैं दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों के अधिकार के लिए लड़ता रहूंगा। वंचितों का जो अधिकार है, मोदी उसका चौकीदार है।

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Prime Minister Narendra Modi to attend Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India
December 22, 2024
PM to interact with prominent leaders from the Christian community including Cardinals and Bishops
First such instance that a Prime Minister will attend such a programme at the Headquarters of the Catholic Church in India

Prime Minister Shri Narendra Modi will attend the Christmas Celebrations hosted by the Catholic Bishops' Conference of India (CBCI) at the CBCI Centre premises, New Delhi at 6:30 PM on 23rd December.

Prime Minister will interact with key leaders from the Christian community, including Cardinals, Bishops and prominent lay leaders of the Church.

This is the first time a Prime Minister will attend such a programme at the Headquarters of the Catholic Church in India.

Catholic Bishops' Conference of India (CBCI) was established in 1944 and is the body which works closest with all the Catholics across India.