Opposition leaders are earning crores through sand mining, and mountains of cash have been discovered from them: PM Modi condemns JMM-Congress
The money that rightfully belongs to you will be spent on you, for your benefit, and for the future of your children: PM Modi while slamming corrupts
Congress-JMM wants to divide them, pitting castes against each other. This will weaken the collective strength of OBCs: PM Modi in Bokaro

जय जोहार !
भारत माता की, भारत माता की।

सभे माय-बहिन, भाय, बड़-बुजुर्ग// सब के हाथ जोड़के प्रणाम करो हिओ ! मानभूम के, कोयलांचल के इस गढ़ में आना और आप जनता-जनार्दन के दर्शन करना, इससे बड़ा सौभाग्य क्या हो सकता है। मैं ʹलुगु बुरूʹ, बाबा भैरव नाथ और लिलौरी माता को नमन करता हूं। झारखंड में भाजपा के पक्ष में प्रचंड आंधी चल रही है। छोटा नागपुर का ये पठार भी कह रहा है- रोटी, बेटी और माटी की पुकार, झारखंड में...भाजपा-NDA सरकार ! रोटी, बेटी और माटी की पुकार...रोटी, बेटी और माटी की पुकार।

साथियों,
भाजपा-NDA का यहां एक ही मंत्र है... हमने झारखंड बनाया है, हम ही झारखंड संवारेंगे। ऐसे लोग कभी झारखंड का विकास नहीं करेंगे जो झारखंड राज्य के निर्माण के विरोधी रहे हैं। (उधर एक नौजवान एक तस्वीर लेकर आया है, जरा उसके पीछे अपना अता-पता लिख देना, ये मेरी टीम आपसे ये तस्वीर ले लेगी। आपने बड़े प्यार स्केच किया है, ये लग रहा है मुझे। मैं आपको अता-पता लिख दीजिए, जरूर चिट्ठी भेजूंगा। जरा सिक्योरिटी के लोग, वो तस्वीर लेकर मेरे पास पहुंचा दीजिए। हां, ये हमारे जवान आ रहे हैं, दे दीजिए उनको। मैं आपका बहुत आभारी हूं, आप इतने प्यार से ये तस्वीर बना के लाए हैं। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।) साथियों, मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। आज से 10 साल पहले, 2004 से 2014 तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। मैडम सोनिया जी सरकार चलाती थी और मनमोहन सिंह जी को प्रधानमंत्री के रूप में बिठाया था। तब उस समय केंद्र सरकार ने झारखंड को 10 साल में बड़ी मुश्किल से 80 हजार करोड़ रुपए दिए थे। 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। सब के सब बताइए, 10 साल में कितने? 80 हजार करोड़ रुपये। 2014 के बाद दिल्ली में सरकार बदली। आप सब ने दिल्ली में केंद्र में आपके इस सेवक मोदी को सेवा करने का अवसर दिया। और सेवा कैसी होती है, बीते 10 साल में हमने कितना पैसा दिया? बताऊं? याद रखोगे? अच्छा ये बताओ, उन्होंने कितना दिया था? उन्होंने कितना दिया था? केंद्र में भाजपा-NDA बनी तो 10 साल में हमने 3 लाख करोड़ रुपए से अधिक झारखंड को दिया। कितना? जरा जोर से बोलिए कितना? उन्होंने कितना दिया था? हमने कितना दिया? ये ज्यादा हुआ कि नहीं हुआ। चार गुणा हुआ कि नहीं हुआ? तो हमारा आपके प्रति चार गुणा प्यार है कि नहीं है? और हमने ज्यादा पैसा क्यों भेजा? क्योंकि झारखंड हमने बनाया है तो हम ही तो संवारेंगे। भाजपा चाहती थी कि गरीब को पक्का घर मिले। शहरों-गांवों में अच्छे रास्ते बनें। बिजली-पानी मिले। इलाज और पढ़ाई की सुविधा मिले। सिंचाई के लिए पानी मिले, बुढ़ापे में दवाई मिले। लेकिन JMM सरकार में पिछले पांच साल में हुआ क्या? आपके हक की ये सुविधाएं, JMM-कांग्रेस के लोगों ने लूट लीं। लूटा की नहीं लूटा? आप मुट्ठीभर बालू के लिए तरस रहे हैं, और इनके नेता बालू की तस्करी करके करोड़ों कमा रहे हैं। इनके पास से नोटों के पहाड़ निकल रहे हैं। इतने नोट निकल रहे हैं कि गिनते-गिनते मशीनें भी थक जाती हैं। ये नोटों के ढेर आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटों के पहाड़ आपने देखे हैं कि नहीं देखे हैं? ये नोटें कहां से आई भाई? ये आपके हैं कि नहीं हैं? ये पैसा आपके हक का है कि नहीं है? ये आपकी जेब से लूटा गया कि नहीं लूटा गया? मैं आपको विश्वास दिलाता हूं, झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनाने का जब आपने निर्णय कर ही लिया है, मैं जहां-जहां गया हूं, ऐसा ही जनसैलाब देखा है। हवा का रुख साफ है, और मैं आपको वादा करता हूं, सरकार बनने के बाद इन भ्रष्टाचारियों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले, इसके लिए अदालत में हम पूरी लड़ाई लड़ेंगे। आपके हक का पैसा आप पर ही खर्च होगा, आपके लिए खर्चा होगा, आपके बच्चों के भविष्य के लिए खर्चा होगा।

साथियों,
केंद्र सरकार का बहुत सारा पैसा ऐसा होता है, जो बिना सरकारों के दखल के राज्यों में खर्च होता है। पहले तो उसमें भी ये कटकी-बटकी चलती थी। और मैंने देखा कि चारों तरफ लूट करने वाले बैठे हैं। मैंने क्या किया, टेक्नोलॉजी का उपयोग किया। दिल्ली में एक स्विच दबाता हूं और आपके मोबाइल में पैसा पहुंच जाता है। जैसे पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा हम सीधे झारखंड के किसानों के बैंक खाते में पैसे भेजते हैं और वो पूरे के पूरे उन्हें मिल जाते हैं। मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? मिलते हैं कि नहीं मिलते हैं? कोई कमीशन जाता है, कोई भ्रष्टाचार करना पड़ता है? कोई कटकी कमाता है? ऐसे ही हाईवे, रेलवे, एयरपोर्ट के कितने ही काम होते हैं, जिस पर केंद्र सरकार सीधे खर्च करती है। किसी को बीच में से कट करने का मौका ही नहीं देते हैं। झारखंड में भी हमारी सरकार ने लाखों करोड़ रुपए खर्च किए हैं। आज झारखंड में 50 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है। उनमें सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। आप देखिएगा, कुछ समय में बोकारो का रेलवे स्टेशन भी कितना आधुनिक हो जाएगा। यहां बोकारो में एयरपोर्ट भी बन चुका है। झारखंड में भाजपा-NDA सरकार बनने के बाद, जल्द से जल्द हवाई सेवा भी शुरु हो जाएगी। और मेरा तो सपना है जो हवाई चप्पल पहनता है न वो हवाई जहाज में जाएगा। साथियों, ये जो निर्माण का काम होता है, उसका भी बहुत बड़ा लाभ झारखंड को, झारखंड के नौजवानों को रोजगार के रूप में मिलता है। कुछ भी बनाएं तो सीमेंट लगता है, स्टील लगता है, बिजली के लिए कोयला लगता है। इन सबकी फैक्ट्रियां यहां बोकारो में, झारखंड में ही तो हैं। यानि हाईवे-रेलवे-एयरपोर्ट के निर्माण काम से हमारे श्रमिकों को, नौजवानों को भी बड़ा फायदा होता है।

साथियों,
भाजपा-NDA सरकार नए उद्योगों को भी बढ़ावा दे रही है। हम झारखंड में बंद पड़े पुराने कारखाने भी खुलवा रहे हैं। सिंदरी का खाद कारखाना भी तो पहले की सरकारों की कुनीति की वजह से बंद हो गया था। हमने सिंदरी खाद कारखाने को शुरू करवाया। इससे झारखंड के हजारों युवाओं को रोजगार मिला है। जब झारखंड में भाजपा सरकार बनेगी, तो वो सरकार में भी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को पक्की नौकरी देगी। साथियों, आपका कोई जानकार व्यक्ति हरियाणा में काम करने गया हो, तो जरा फोन करके उनसे पूछ लेना। वहां अभी-अभी चुनाव हुआ, लोगों ने भारी बहुमत से तीसरी बार भाजपा को सेवा करने का मौका दे दिया। वहां सरकार बनते ही भाजपा ने बिना खर्ची बिना पर्ची के हज़ारों नौजवानों को सरकारी नौकरी का ऑर्डर दे दिया। इधर हमारे झारखंड के लोग ये खर्ची-पर्ची जानते हैं क्या? हरियाणा में खर्ची-पर्ची का मतलब ये होता है, जब तक नोटों का बंडल नहीं देते, खर्ची नहीं करते, नौकरी नहीं मिलती। और पर्ची का मतलब है जब तक कोई बड़ा नेता पर्ची लिखकर नहीं देता आपकी दाल गलती नहीं है। हमने ये खर्ची और पर्ची दोनों को दफना दिया है। हम झारखंड में भी यही करेंगे मेरे नौजवानों। और झारखंड में हमारा एक और लक्ष्य होगा। यहां JMM-कांग्रेस ने जो पेपर लीक माफिया और भर्ती माफिया पैदा कर दिए हैं, उन सब पर प्रहार किया जाएगा, सबको पाताल में से ढूंढकर जेल के हवाले कर दिया जाएगा। जिन्होंने झारखंड के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, जिन्होंने झारखंड के भविष्य के हमारे होनहार युवाओं का भविष्य मिट्टी में मिला दिया है, उनके सारे मंसूबे ये मोदी चकनाचूर करके रहेगा।

साथियों,
झारखंड की हमारी बहनों-बेटियों का जीवन आसान हो, ये मेरी प्राथमिकता है। हमारी सरकार की योजनाओं से बहनों को शौचालय मिले, बैंक में खाते खुले, गर्भावस्था के दौरान सीधा उसके खाते में पैसा पहुंचा। अब झारखंड भाजपा ने आपको, मेरी माताएं बहनें बड़ी नम्रता के साथ मैं आज आपकी सेवा में आया हूं। भाजपा ने आपको गोगो-दीदी योजना का वायदा किया है। झारखंड की मेरी माताएं बहनें ये मोदी की गारंटी है, सरकार बनने के बाद गोगो-दीदी योजना लागू हो जाएगी। इस योजना से भी हमारी माताओं-बहनों के बैंक खातों में सीधे पैसे जाएंगे। कोई बीच में बिचौलिया नहीं, कोई कटकी कंपनी नहीं और वो माताओं-बहनों के खाते में ही जाएंगे ताकि घर को चलाने के लिए माताओं-बहनों को काम आए।

साथियों,
अब हमने झारखंड की बहनों को पहले गैस दिया, उज्ज्वला गैस का मुफ्त कनेक्शन दिया। और दूसरों को लगता है अरे मोदी जी बहुत हो गया। तीसरी बार आए हो, आपने तो गैस का चूल्हा घर-घर पहुंचा दिया। उज्ज्वला गैस दे दिया, अरे अब तो आराम करो। मुझे ऐसा कहने वाले लोग मिलते हैं। लेकिन मोदी ऐसे बैठने के लिए पैदा नहीं हुआ है। वो तो आपके लिए ही जीता है। और इसलिए पहले उज्ज्वला गैस सिलेंडर दिया, अब जैसे घर में पाइप से पानी आता है न, अब झारखंड में पाइप से सस्ती गैस पहुंचाने में मोदी लगा हुआ है। पाइप से जैसे पानी आता है घर में वैसे गैस आएगा। अब सिलेंडर के लिए इधर-उधर झोंकना नहीं पड़ेगा। और वो सस्ता होगा, ये गैस सस्ता मिलेगा। यहां ONGC कंपनी ने गैस पैदा करने का बहुत बड़ा काम शुरु कर दिया है। ये जो बोकारो-अंगुल गैस पाइपलाइन हमने बिछाई है, इससे 11 जिलों को लाभ हो रहा है। यहां भाजपा-NDA सरकार बनते ही, ज्यादा से ज्यादा घरों तक पाइप से सस्ती गैस पहुंचाई जाएगी।

साथियों,
हम झारखंड के हर परिवार का बिजली बिल जीरो करने के लिए भी काम कर रहे हैं। अब आपका बिजली का बिल कितना? बिजली का बिल कितना? जीरो, और कैसे करेंगे? खजाना लुटा करके नहीं, नौजवानों के भविष्य को बर्बाद करके नहीं करेंगे। हम पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना, देशभर में शुरु हो चुकी है। आप अपने घर पर सोलर पैनल लगाएंगे, और सोलर पैनल लगाने के लिए आपका ये सेवक दिल्ली में बैठी हुई आपकी सरकार, भाजपा सरकार हर घर को 75 हजार से 80 हजार रुपये तक खर्च देगी सोलर पैनल लगाने के लिए। आप अपने घर में 300 यूनिट बिजली पैदा करिए, जीरो बिजली बिल से घर चलाइए, उपयोग कीजिए। और इतना ही नहीं, मोदी की गारंटी है, अगर ज्यादा बिजली आपने पैदा की। तो आपसे वो बिजली सरकार खरीदेगी और सरकार आपको ऊपर से पैसे देगी। पहले बिजली के लिए आप सरकार को पैसे देते थे अब बिजली के लिए सरकार आपको पैसे देगी, ये काम हम करने वाले हैं।

साथियों,
झारखंड के तेज विकास के लिए सबका प्रयास यानि सभी की सामूहिक शक्ति लगनी बहुत ज़रूरी है। इसलिए आप सभी को कांग्रेस-JMM की एक बहुत बड़ी साजिश से सतर्क रहना है, सजग रहना है। ये कांग्रेस-JMM की चौकड़ी ने नया खेल खेलना शुरू किया है। और ये सत्ता पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं जी। कांग्रेस हमेशा से SC/ST/OBC की एकजुटता की, एकता की घोर विरोधी रही है। आजादी के बाद जब तक हमारा दलित समाज, हमारा SC समाज बिखरा रहा, हमारे आदिवासी भाई-बहन, हमारा ST समाज बिखरा रहा, हमारा OBC समाज बिखरा रहा, तब तक कांग्रेस बांटो और राज छीनो के सिद्धांत पर मजे से केंद्र में सरकारें बनाती रही, लूटती रही। लेकिन जैसे ही ये समाज एकजुट हुआ, हमारे दलित समाज के भाई-बहन, SC के रूप में उनकी पहचान बनी, आदिवासी भाई-बहन ST के रूप में उनकी पहचान बनी। OBC, पिछड़ों के रूप में उनकी पहचान बनी तो कांग्रेस उसके बाद कभी भी पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में अपनी सरकार नहीं बना पाई। आप ये गणित समझिए, 1990 में OBC समाज को आरक्षण मिला। OBC की अलग-अलग जातियों का संख्याबल एकसाथ जुट गया, तो उसके बाद से कांग्रेस आज तक लोकसभा में 250 सीटें भी नहीं जीत पाई। इसलिए कांग्रेस OBC की सामूहिक शक्ति तोड़कर उन्हें सैकड़ों अलग-अलग जातियों में बांट देना चाहती है। अब जैसे यहां बोकारो-धनबाद में, हमारे उत्तरी छोटा नागपुर में सवा सौ से अधिक ओबीसी जातियां हैं। आज वो OBC के रूप में जानी जाती हैं, उनकी पहचान OBC है, उनकी ताकत OBC है। और ये सवा सौ जातियां, जैसे यहां यादव हैं, कुड़मी महतो हैं, तेली हैं, कोइरी-कुशवाहा हैं, नोनिया हैं, बिंद हैं, सोनार हैं, राजभर हैं, प्रजापति-कुम्हार हैं, माली हैं, मल्लाह हैं, पासी हैं, लोहार-विश्वकर्मा हैं, चौहान हैं, नाई-नाऊ हैं, भुइयार हैं, कहार-चंद्रवंशी हैं, रौनियार-पंसारी हैं। OBC के तौर पर इनकी एकजुटता, देश के विकास की बड़ी ताकत बना है। लेकिन कांग्रेस-JMM वाले यहां यादव को कुड़मी से, तेली को कोइरी-कुशवाहा से, नोनिया को बिंद से, सोनार को लोहार से, राजभर को प्रजापति-कुम्हार से, माली को मल्लाह से, पासी को चौहान से, नाई-नाऊ को भुइयार से और भुइयार को कहार-चंद्रवंशी से लड़ाना चाहती है। ये चाहते हैं कि ओबीसी की छोटी-छोटी जातियां खुद को ओबीसी मानना छोड़ दें और अपनी-अपनी जातियों में ही उलझे रहें। मैं जरा आपसे पूछना चाहता हूं कि क्या आप चाहते हैं कि यहां का ओबीसी समाज भी सवा सौ टुकड़ों में टूट जाए? आपको मंजूर है? पूरी ताकत से बताइए आपको मंजूर है? ऐसा अगर टूट गए तो आपकी आवाज कमजोर होगी कि नहीं होगी। कोई भी नहीं चाहता है कि समाज बिखरे, समाज छोटे-छोटे टुकड़ों में बंट जाए। और इसलिए हमें ये हमेशा याद रखना है- एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे। एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..एक रहेंगे तो..।

साथियों,
झारखंड के नौजवान बहुत बड़ी संख्या में सेना में हैं। जम्मू-कश्मीर में आतंक के दौर में हमने अनेक जवानों को खोया है। इसका बहुत बड़ा कारण जम्मू-कश्मीर में 370 की दीवार थी। मोदी ने वो दीवार हमेशा-हमेशा के लिए जमीन में गाड़ दिया है। लेकिन कांग्रेस और उनके साथियों को ये पसंद नहीं आया है। अब आपको पता ही होगा, देश आजाद हुआ, देश को संविधान मिला। संविधान के 75 वर्ष मना रहे हैं हम। लेकिन देश के सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान लागू नहीं होता था। वहां आदिवासियों को आरक्षण नहीं मिलता था, वहां दलितों को आरक्षण नहीं मिलता था। सात-सात दशक तक जम्मू-कश्मीर में अलग विधान चलता था। क्यों, क्योंकि इन्होंने 370 की ऐसी दीवार बनाई थी कि बाबा साहेब आंबेडकर का संविधान वहां जा नहीं सकता था, वहां पहुंच नहीं सकता था। मोदी ने 370 की दीवार गिराकर बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान को जम्मू-कश्मीर में पहुंचा दिया, लागू कर दिया। आपने देखा होगा, अभी वहां चुनाव हुए, वहां के मुख्यमंत्री ने पहली बार, हिंदुस्तान आजाद होने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने बाबा साहब अंबेडकर के संविधान की शपथ ली है पहली बार। ये बाबा साहेब आंबेडकर को मोदी की श्रद्धांजलि है। अभी सरकार बनी है कांग्रेस और उसके साथियों ने आते ही उन्होंने अपना खेल खेलना शुरू किया है। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में कांग्रेस और उसकी सरकार ने 370 फिर से वापस लाने का प्रस्ताव पारित किया है। और ये जेएमएम है, ये भी इनको समर्थन दे रही है। ये जम्मू-कश्मीर से बाबा साहब आंबेडकर के संविधान को फिर से जम्मू-कश्मीर से बाहर निकालना चाहते हैं। यह दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को फिर से उनके हक से वंचित करना चाहते हैं। ये हमारे सैनिकों को फिर से आतंक की आग में झोंकना चाहते हैं। मैं जरा मेरे झारखंड के नौजवानों से पूछना चाहता हूं। मैं आपसे पूछना चाहता हूं क्या मेरे झारखंड के भाई-बहन कांग्रेस का यह पाप आपको मंजूर है?

साथियों,
आपके सहयोग से भाजपा यहां झारखंड में हो रही घुसपैठ पर भी लगाम लगाएगी। आपकी बेटियां सुरक्षित हों, आपकी जमीन सुरक्षित हो, इसके लिए यहां भाजपा-एनडीए की सरकार बहुत जरूरी है। साथियों, हमें ऐसा झारखंड बनाना है, जो देश के टॉप के समृद्ध राज्यों में गिना जाए। हमें मिलकर, झारखंड के हर परिवार तक समृद्धि पहुंचानी है। इसलिए, मैं आपके आशीर्वाद मांगने आया हूं। मैं आपकी मदद मांगने आया हूं। इसलिए आपको भाजपा-आजसू-JDU और LJP के उम्मीदवारों को भारी मत से विजयी बनाना है। और मेरे लिए तो आप ही मोदी है और आपको मोदी के नाते ही घर-घर मेरा यह संदेश पहुंचाना है। आप घर-घर जाएंगे? पक्का जाएंगे? रोटी-माटी और बेटी की पुकार पहुंचाएंगे? साथियों, आप इतनी बड़ी संख्या में आए। हमें आशीर्वाद देने पहुंचे, मैं आपका हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं।
मेरे साथ बोलिए, भारत माता की, भारत माता की, भारत माता की। बहुत-बहुत धन्यवाद।

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Text Of Prime Minister Narendra Modi addresses BJP Karyakartas at Party Headquarters
November 23, 2024
Today, Maharashtra has witnessed the triumph of development, good governance, and genuine social justice: PM Modi to BJP Karyakartas
The people of Maharashtra have given the BJP many more seats than the Congress and its allies combined, says PM Modi at BJP HQ
Maharashtra has broken all records. It is the biggest win for any party or pre-poll alliance in the last 50 years, says PM Modi
‘Ek Hain Toh Safe Hain’ has become the 'maha-mantra' of the country, says PM Modi while addressing the BJP Karyakartas at party HQ
Maharashtra has become sixth state in the country that has given mandate to BJP for third consecutive time: PM Modi

जो लोग महाराष्ट्र से परिचित होंगे, उन्हें पता होगा, तो वहां पर जब जय भवानी कहते हैं तो जय शिवाजी का बुलंद नारा लगता है।

जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...जय भवानी...

आज हम यहां पर एक और ऐतिहासिक महाविजय का उत्सव मनाने के लिए इकट्ठा हुए हैं। आज महाराष्ट्र में विकासवाद की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सुशासन की जीत हुई है। महाराष्ट्र में सच्चे सामाजिक न्याय की विजय हुई है। और साथियों, आज महाराष्ट्र में झूठ, छल, फरेब बुरी तरह हारा है, विभाजनकारी ताकतें हारी हैं। आज नेगेटिव पॉलिटिक्स की हार हुई है। आज परिवारवाद की हार हुई है। आज महाराष्ट्र ने विकसित भारत के संकल्प को और मज़बूत किया है। मैं देशभर के भाजपा के, NDA के सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, उन सबका अभिनंदन करता हूं। मैं श्री एकनाथ शिंदे जी, मेरे परम मित्र देवेंद्र फडणवीस जी, भाई अजित पवार जी, उन सबकी की भी भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं।

साथियों,

आज देश के अनेक राज्यों में उपचुनाव के भी नतीजे आए हैं। नड्डा जी ने विस्तार से बताया है, इसलिए मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं। लोकसभा की भी हमारी एक सीट और बढ़ गई है। यूपी, उत्तराखंड और राजस्थान ने भाजपा को जमकर समर्थन दिया है। असम के लोगों ने भाजपा पर फिर एक बार भरोसा जताया है। मध्य प्रदेश में भी हमें सफलता मिली है। बिहार में भी एनडीए का समर्थन बढ़ा है। ये दिखाता है कि देश अब सिर्फ और सिर्फ विकास चाहता है। मैं महाराष्ट्र के मतदाताओं का, हमारे युवाओं का, विशेषकर माताओं-बहनों का, किसान भाई-बहनों का, देश की जनता का आदरपूर्वक नमन करता हूं।

साथियों,

मैं झारखंड की जनता को भी नमन करता हूं। झारखंड के तेज विकास के लिए हम अब और ज्यादा मेहनत से काम करेंगे। और इसमें भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता अपना हर प्रयास करेगा।

साथियों,

छत्रपति शिवाजी महाराजांच्या // महाराष्ट्राने // आज दाखवून दिले// तुष्टीकरणाचा सामना // कसा करायच। छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहुजी महाराज, महात्मा फुले-सावित्रीबाई फुले, बाबासाहेब आंबेडकर, वीर सावरकर, बाला साहेब ठाकरे, ऐसे महान व्यक्तित्वों की धरती ने इस बार पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। और साथियों, बीते 50 साल में किसी भी पार्टी या किसी प्री-पोल अलायंस के लिए ये सबसे बड़ी जीत है। और एक महत्वपूर्ण बात मैं बताता हूं। ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा के नेतृत्व में किसी गठबंधन को लगातार महाराष्ट्र ने आशीर्वाद दिए हैं, विजयी बनाया है। और ये लगातार तीसरी बार है, जब भाजपा महाराष्ट्र में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।

साथियों,

ये निश्चित रूप से ऐतिहासिक है। ये भाजपा के गवर्नंस मॉडल पर मुहर है। अकेले भाजपा को ही, कांग्रेस और उसके सभी सहयोगियों से कहीं अधिक सीटें महाराष्ट्र के लोगों ने दी हैं। ये दिखाता है कि जब सुशासन की बात आती है, तो देश सिर्फ और सिर्फ भाजपा पर और NDA पर ही भरोसा करता है। साथियों, एक और बात है जो आपको और खुश कर देगी। महाराष्ट्र देश का छठा राज्य है, जिसने भाजपा को लगातार 3 बार जनादेश दिया है। इससे पहले गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में हम लगातार तीन बार जीत चुके हैं। बिहार में भी NDA को 3 बार से ज्यादा बार लगातार जनादेश मिला है। और 60 साल के बाद आपने मुझे तीसरी बार मौका दिया, ये तो है ही। ये जनता का हमारे सुशासन के मॉडल पर विश्वास है औऱ इस विश्वास को बनाए रखने में हम कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे।

साथियों,

मैं आज महाराष्ट्र की जनता-जनार्दन का विशेष अभिनंदन करना चाहता हूं। लगातार तीसरी बार स्थिरता को चुनना ये महाराष्ट्र के लोगों की सूझबूझ को दिखाता है। हां, बीच में जैसा अभी नड्डा जी ने विस्तार से कहा था, कुछ लोगों ने धोखा करके अस्थिरता पैदा करने की कोशिश की, लेकिन महाराष्ट्र ने उनको नकार दिया है। और उस पाप की सजा मौका मिलते ही दे दी है। महाराष्ट्र इस देश के लिए एक तरह से बहुत महत्वपूर्ण ग्रोथ इंजन है, इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने जो जनादेश दिया है, वो विकसित भारत के लिए बहुत बड़ा आधार बनेगा, वो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि का आधार बनेगा।



साथियों,

हरियाणा के बाद महाराष्ट्र के चुनाव का भी सबसे बड़ा संदेश है- एकजुटता। एक हैं, तो सेफ हैं- ये आज देश का महामंत्र बन चुका है। कांग्रेस और उसके ecosystem ने सोचा था कि संविधान के नाम पर झूठ बोलकर, आरक्षण के नाम पर झूठ बोलकर, SC/ST/OBC को छोटे-छोटे समूहों में बांट देंगे। वो सोच रहे थे बिखर जाएंगे। कांग्रेस और उसके साथियों की इस साजिश को महाराष्ट्र ने सिरे से खारिज कर दिया है। महाराष्ट्र ने डंके की चोट पर कहा है- एक हैं, तो सेफ हैं। एक हैं तो सेफ हैं के भाव ने जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर लड़ाने वालों को सबक सिखाया है, सजा की है। आदिवासी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, ओबीसी भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, मेरे दलित भाई-बहनों ने भी भाजपा-NDA को वोट दिया, समाज के हर वर्ग ने भाजपा-NDA को वोट दिया। ये कांग्रेस और इंडी-गठबंधन के उस पूरे इकोसिस्टम की सोच पर करारा प्रहार है, जो समाज को बांटने का एजेंडा चला रहे थे।

साथियों,

महाराष्ट्र ने NDA को इसलिए भी प्रचंड जनादेश दिया है, क्योंकि हम विकास और विरासत, दोनों को साथ लेकर चलते हैं। महाराष्ट्र की धरती पर इतनी विभूतियां जन्मी हैं। बीजेपी और मेरे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज आराध्य पुरुष हैं। धर्मवीर छत्रपति संभाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। हमने हमेशा बाबा साहब आंबेडकर, महात्मा फुले-सावित्री बाई फुले, इनके सामाजिक न्याय के विचार को माना है। यही हमारे आचार में है, यही हमारे व्यवहार में है।

साथियों,

लोगों ने मराठी भाषा के प्रति भी हमारा प्रेम देखा है। कांग्रेस को वर्षों तक मराठी भाषा की सेवा का मौका मिला, लेकिन इन लोगों ने इसके लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार ने मराठी को Classical Language का दर्जा दिया। मातृ भाषा का सम्मान, संस्कृतियों का सम्मान और इतिहास का सम्मान हमारे संस्कार में है, हमारे स्वभाव में है। और मैं तो हमेशा कहता हूं, मातृभाषा का सम्मान मतलब अपनी मां का सम्मान। और इसीलिए मैंने विकसित भारत के निर्माण के लिए लालकिले की प्राचीर से पंच प्राणों की बात की। हमने इसमें विरासत पर गर्व को भी शामिल किया। जब भारत विकास भी और विरासत भी का संकल्प लेता है, तो पूरी दुनिया इसे देखती है। आज विश्व हमारी संस्कृति का सम्मान करता है, क्योंकि हम इसका सम्मान करते हैं। अब अगले पांच साल में महाराष्ट्र विकास भी विरासत भी के इसी मंत्र के साथ तेज गति से आगे बढ़ेगा।

साथियों,

इंडी वाले देश के बदले मिजाज को नहीं समझ पा रहे हैं। ये लोग सच्चाई को स्वीकार करना ही नहीं चाहते। ये लोग आज भी भारत के सामान्य वोटर के विवेक को कम करके आंकते हैं। देश का वोटर, देश का मतदाता अस्थिरता नहीं चाहता। देश का वोटर, नेशन फर्स्ट की भावना के साथ है। जो कुर्सी फर्स्ट का सपना देखते हैं, उन्हें देश का वोटर पसंद नहीं करता।

साथियों,

देश के हर राज्य का वोटर, दूसरे राज्यों की सरकारों का भी आकलन करता है। वो देखता है कि जो एक राज्य में बड़े-बड़े Promise करते हैं, उनकी Performance दूसरे राज्य में कैसी है। महाराष्ट्र की जनता ने भी देखा कि कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल में कांग्रेस सरकारें कैसे जनता से विश्वासघात कर रही हैं। ये आपको पंजाब में भी देखने को मिलेगा। जो वादे महाराष्ट्र में किए गए, उनका हाल दूसरे राज्यों में क्या है? इसलिए कांग्रेस के पाखंड को जनता ने खारिज कर दिया है। कांग्रेस ने जनता को गुमराह करने के लिए दूसरे राज्यों के अपने मुख्यमंत्री तक मैदान में उतारे। तब भी इनकी चाल सफल नहीं हो पाई। इनके ना तो झूठे वादे चले और ना ही खतरनाक एजेंडा चला।

साथियों,

आज महाराष्ट्र के जनादेश का एक और संदेश है, पूरे देश में सिर्फ और सिर्फ एक ही संविधान चलेगा। वो संविधान है, बाबासाहेब आंबेडकर का संविधान, भारत का संविधान। जो भी सामने या पर्दे के पीछे, देश में दो संविधान की बात करेगा, उसको देश पूरी तरह से नकार देगा। कांग्रेस और उसके साथियों ने जम्मू-कश्मीर में फिर से आर्टिकल-370 की दीवार बनाने का प्रयास किया। वो संविधान का भी अपमान है। महाराष्ट्र ने उनको साफ-साफ बता दिया कि ये नहीं चलेगा। अब दुनिया की कोई भी ताकत, और मैं कांग्रेस वालों को कहता हूं, कान खोलकर सुन लो, उनके साथियों को भी कहता हूं, अब दुनिया की कोई भी ताकत 370 को वापस नहीं ला सकती।



साथियों,

महाराष्ट्र के इस चुनाव ने इंडी वालों का, ये अघाड़ी वालों का दोमुंहा चेहरा भी देश के सामने खोलकर रख दिया है। हम सब जानते हैं, बाला साहेब ठाकरे का इस देश के लिए, समाज के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। कांग्रेस ने सत्ता के लालच में उनकी पार्टी के एक धड़े को साथ में तो ले लिया, तस्वीरें भी निकाल दी, लेकिन कांग्रेस, कांग्रेस का कोई नेता बाला साहेब ठाकरे की नीतियों की कभी प्रशंसा नहीं कर सकती। इसलिए मैंने अघाड़ी में कांग्रेस के साथी दलों को चुनौती दी थी, कि वो कांग्रेस से बाला साहेब की नीतियों की तारीफ में कुछ शब्द बुलवाकर दिखाएं। आज तक वो ये नहीं कर पाए हैं। मैंने दूसरी चुनौती वीर सावरकर जी को लेकर दी थी। कांग्रेस के नेतृत्व ने लगातार पूरे देश में वीर सावरकर का अपमान किया है, उन्हें गालियां दीं हैं। महाराष्ट्र में वोट पाने के लिए इन लोगों ने टेंपरेरी वीर सावरकर जी को जरा टेंपरेरी गाली देना उन्होंने बंद किया है। लेकिन वीर सावरकर के तप-त्याग के लिए इनके मुंह से एक बार भी सत्य नहीं निकला। यही इनका दोमुंहापन है। ये दिखाता है कि उनकी बातों में कोई दम नहीं है, उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ वीर सावरकर को बदनाम करना है।

साथियों,

भारत की राजनीति में अब कांग्रेस पार्टी, परजीवी बनकर रह गई है। कांग्रेस पार्टी के लिए अब अपने दम पर सरकार बनाना लगातार मुश्किल हो रहा है। हाल ही के चुनावों में जैसे आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, हरियाणा और आज महाराष्ट्र में उनका सूपड़ा साफ हो गया। कांग्रेस की घिसी-पिटी, विभाजनकारी राजनीति फेल हो रही है, लेकिन फिर भी कांग्रेस का अहंकार देखिए, उसका अहंकार सातवें आसमान पर है। सच्चाई ये है कि कांग्रेस अब एक परजीवी पार्टी बन चुकी है। कांग्रेस सिर्फ अपनी ही नहीं, बल्कि अपने साथियों की नाव को भी डुबो देती है। आज महाराष्ट्र में भी हमने यही देखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसके गठबंधन ने महाराष्ट्र की हर 5 में से 4 सीट हार गई। अघाड़ी के हर घटक का स्ट्राइक रेट 20 परसेंट से नीचे है। ये दिखाता है कि कांग्रेस खुद भी डूबती है और दूसरों को भी डुबोती है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा सीटों पर कांग्रेस चुनाव लड़ी, उतनी ही बड़ी हार इनके सहयोगियों को भी मिली। वो तो अच्छा है, यूपी जैसे राज्यों में कांग्रेस के सहयोगियों ने उससे जान छुड़ा ली, वर्ना वहां भी कांग्रेस के सहयोगियों को लेने के देने पड़ जाते।

साथियों,

सत्ता-भूख में कांग्रेस के परिवार ने, संविधान की पंथ-निरपेक्षता की भावना को चूर-चूर कर दिया है। हमारे संविधान निर्माताओं ने उस समय 47 में, विभाजन के बीच भी, हिंदू संस्कार और परंपरा को जीते हुए पंथनिरपेक्षता की राह को चुना था। तब देश के महापुरुषों ने संविधान सभा में जो डिबेट्स की थी, उसमें भी इसके बारे में बहुत विस्तार से चर्चा हुई थी। लेकिन कांग्रेस के इस परिवार ने झूठे सेक्यूलरिज्म के नाम पर उस महान परंपरा को तबाह करके रख दिया। कांग्रेस ने तुष्टिकरण का जो बीज बोया, वो संविधान निर्माताओं के साथ बहुत बड़ा विश्वासघात है। और ये विश्वासघात मैं बहुत जिम्मेवारी के साथ बोल रहा हूं। संविधान के साथ इस परिवार का विश्वासघात है। दशकों तक कांग्रेस ने देश में यही खेल खेला। कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए कानून बनाए, सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक की परवाह नहीं की। इसका एक उदाहरण वक्फ बोर्ड है। दिल्ली के लोग तो चौंक जाएंगे, हालात ये थी कि 2014 में इन लोगों ने सरकार से जाते-जाते, दिल्ली के आसपास की अनेक संपत्तियां वक्फ बोर्ड को सौंप दी थीं। बाबा साहेब आंबेडकर जी ने जो संविधान हमें दिया है न, जिस संविधान की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। संविधान में वक्फ कानून का कोई स्थान ही नहीं है। लेकिन फिर भी कांग्रेस ने तुष्टिकरण के लिए वक्फ बोर्ड जैसी व्यवस्था पैदा कर दी। ये इसलिए किया गया ताकि कांग्रेस के परिवार का वोटबैंक बढ़ सके। सच्ची पंथ-निरपेक्षता को कांग्रेस ने एक तरह से मृत्युदंड देने की कोशिश की है।

साथियों,

कांग्रेस के शाही परिवार की सत्ता-भूख इतनी विकृति हो गई है, कि उन्होंने सामाजिक न्याय की भावना को भी चूर-चूर कर दिया है। एक समय था जब के कांग्रेस नेता, इंदिरा जी समेत, खुद जात-पात के खिलाफ बोलते थे। पब्लिकली लोगों को समझाते थे। एडवरटाइजमेंट छापते थे। लेकिन आज यही कांग्रेस और कांग्रेस का ये परिवार खुद की सत्ता-भूख को शांत करने के लिए जातिवाद का जहर फैला रहा है। इन लोगों ने सामाजिक न्याय का गला काट दिया है।

साथियों,

एक परिवार की सत्ता-भूख इतने चरम पर है, कि उन्होंने खुद की पार्टी को ही खा लिया है। देश के अलग-अलग भागों में कई पुराने जमाने के कांग्रेस कार्यकर्ता है, पुरानी पीढ़ी के लोग हैं, जो अपने ज़माने की कांग्रेस को ढूंढ रहे हैं। लेकिन आज की कांग्रेस के विचार से, व्यवहार से, आदत से उनको ये साफ पता चल रहा है, कि ये वो कांग्रेस नहीं है। इसलिए कांग्रेस में, आंतरिक रूप से असंतोष बहुत ज्यादा बढ़ रहा है। उनकी आरती उतारने वाले भले आज इन खबरों को दबाकर रखे, लेकिन भीतर आग बहुत बड़ी है, असंतोष की ज्वाला भड़क चुकी है। सिर्फ एक परिवार के ही लोगों को कांग्रेस चलाने का हक है। सिर्फ वही परिवार काबिल है दूसरे नाकाबिल हैं। परिवार की इस सोच ने, इस जिद ने कांग्रेस में एक ऐसा माहौल बना दिया कि किसी भी समर्पित कांग्रेस कार्यकर्ता के लिए वहां काम करना मुश्किल हो गया है। आप सोचिए, कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता आज सिर्फ और सिर्फ परिवार है। देश की जनता उनकी प्राथमिकता नहीं है। और जिस पार्टी की प्राथमिकता जनता ना हो, वो लोकतंत्र के लिए बहुत ही नुकसानदायी होती है।

साथियों,

कांग्रेस का परिवार, सत्ता के बिना जी ही नहीं सकता। चुनाव जीतने के लिए ये लोग कुछ भी कर सकते हैं। दक्षिण में जाकर उत्तर को गाली देना, उत्तर में जाकर दक्षिण को गाली देना, विदेश में जाकर देश को गाली देना। और अहंकार इतना कि ना किसी का मान, ना किसी की मर्यादा और खुलेआम झूठ बोलते रहना, हर दिन एक नया झूठ बोलते रहना, यही कांग्रेस और उसके परिवार की सच्चाई बन गई है। आज कांग्रेस का अर्बन नक्सलवाद, भारत के सामने एक नई चुनौती बनकर खड़ा हो गया है। इन अर्बन नक्सलियों का रिमोट कंट्रोल, देश के बाहर है। और इसलिए सभी को इस अर्बन नक्सलवाद से बहुत सावधान रहना है। आज देश के युवाओं को, हर प्रोफेशनल को कांग्रेस की हकीकत को समझना बहुत ज़रूरी है।

साथियों,

जब मैं पिछली बार भाजपा मुख्यालय आया था, तो मैंने हरियाणा से मिले आशीर्वाद पर आपसे बात की थी। तब हमें गुरूग्राम जैसे शहरी क्षेत्र के लोगों ने भी अपना आशीर्वाद दिया था। अब आज मुंबई ने, पुणे ने, नागपुर ने, महाराष्ट्र के ऐसे बड़े शहरों ने अपनी स्पष्ट राय रखी है। शहरी क्षेत्रों के गरीब हों, शहरी क्षेत्रों के मिडिल क्लास हो, हर किसी ने भाजपा का समर्थन किया है और एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह संदेश है आधुनिक भारत का, विश्वस्तरीय शहरों का, हमारे महानगरों ने विकास को चुना है, आधुनिक Infrastructure को चुना है। और सबसे बड़ी बात, उन्होंने विकास में रोडे अटकाने वाली राजनीति को नकार दिया है। आज बीजेपी हमारे शहरों में ग्लोबल स्टैंडर्ड के इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। चाहे मेट्रो नेटवर्क का विस्तार हो, आधुनिक इलेक्ट्रिक बसे हों, कोस्टल रोड और समृद्धि महामार्ग जैसे शानदार प्रोजेक्ट्स हों, एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण हो, शहरों को स्वच्छ बनाने की मुहिम हो, इन सभी पर बीजेपी का बहुत ज्यादा जोर है। आज का शहरी भारत ईज़ ऑफ़ लिविंग चाहता है। और इन सब के लिये उसका भरोसा बीजेपी पर है, एनडीए पर है।

साथियों,

आज बीजेपी देश के युवाओं को नए-नए सेक्टर्स में अवसर देने का प्रयास कर रही है। हमारी नई पीढ़ी इनोवेशन और स्टार्टअप के लिए माहौल चाहती है। बीजेपी इसे ध्यान में रखकर नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है। हमारा मानना है कि भारत के शहर विकास के इंजन हैं। शहरी विकास से गांवों को भी ताकत मिलती है। आधुनिक शहर नए अवसर पैदा करते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हमारे शहर दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की श्रेणी में आएं और बीजेपी, एनडीए सरकारें, इसी लक्ष्य के साथ काम कर रही हैं।


साथियों,

मैंने लाल किले से कहा था कि मैं एक लाख ऐसे युवाओं को राजनीति में लाना चाहता हूं, जिनके परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं। आज NDA के अनेक ऐसे उम्मीदवारों को मतदाताओं ने समर्थन दिया है। मैं इसे बहुत शुभ संकेत मानता हूं। चुनाव आएंगे- जाएंगे, लोकतंत्र में जय-पराजय भी चलती रहेगी। लेकिन भाजपा का, NDA का ध्येय सिर्फ चुनाव जीतने तक सीमित नहीं है, हमारा ध्येय सिर्फ सरकारें बनाने तक सीमित नहीं है। हम देश बनाने के लिए निकले हैं। हम भारत को विकसित बनाने के लिए निकले हैं। भारत का हर नागरिक, NDA का हर कार्यकर्ता, भाजपा का हर कार्यकर्ता दिन-रात इसमें जुटा है। हमारी जीत का उत्साह, हमारे इस संकल्प को और मजबूत करता है। हमारे जो प्रतिनिधि चुनकर आए हैं, वो इसी संकल्प के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें देश के हर परिवार का जीवन आसान बनाना है। हमें सेवक बनकर, और ये मेरे जीवन का मंत्र है। देश के हर नागरिक की सेवा करनी है। हमें उन सपनों को पूरा करना है, जो देश की आजादी के मतवालों ने, भारत के लिए देखे थे। हमें मिलकर विकसित भारत का सपना साकार करना है। सिर्फ 10 साल में हमने भारत को दुनिया की दसवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकॉनॉमी बना दिया है। किसी को भी लगता, अरे मोदी जी 10 से पांच पर पहुंच गया, अब तो बैठो आराम से। आराम से बैठने के लिए मैं पैदा नहीं हुआ। वो दिन दूर नहीं जब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर रहेगा। हम मिलकर आगे बढ़ेंगे, एकजुट होकर आगे बढ़ेंगे तो हर लक्ष्य पाकर रहेंगे। इसी भाव के साथ, एक हैं तो...एक हैं तो...एक हैं तो...। मैं एक बार फिर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, देशवासियों को बधाई देता हूं, महाराष्ट्र के लोगों को विशेष बधाई देता हूं।

मेरे साथ बोलिए,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय,

भारत माता की जय!

वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम ।

बहुत-बहुत धन्यवाद।