"“People’s participation is the key, and a united effort is the need of the hour: Shri Modi"
"“Strength comes from uniting, and my effort is focused at eliminating the discrepancy arising in collaboration:” Shri Modi"
"Nearly Rs. 5500-5600 crores has been allotted for the healthcare segment in the current year, as opposed to Rs. 1200-1300 crore allotted in 2007-08."

हैल्दी गुजरात कॉन्फ्रेन्स

स्वस्थ और तंदुरुस्त गुजरात पर फलदायी समूह चिंतन

मुख्यमंत्री का परिषद के शुभारंभ अवसर पर प्रेरक मार्गदर्शन

गांधी-१५० : महात्मा गांधी जी के डेढ़ सौ वर्ष २०१९ महोत्सव को गांधी जी की प्रिय स्वच्छता की महिमा उजागर करने के लिए निर्मल गुजरात अभियान चलाएं

२०२२ आजादी के अमृत महोत्सव में “स्वस्थ गुजरात” के उद्देश्य को साकार करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को अमृतमय बनाएं- मुख्यमंत्री

समाज की स्वास्थ्य रक्षा ही राष्ट्र रक्षा की सेवा है

गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वस्थ और तंदुरुस्त गुजरात की चिंतन परिषद का आज शुभारंभ करते हुए आगामी २०१९ में महात्मा गांधी जी की १५०वीं जन्म जयंती तक स्वच्छ-निर्मल गुजरात के लिए गांधी जी का प्रिय स्वच्छता अभियान चलाने और २०२२ में भारत की आजादी के अमृत महोत्सव को केन्द्र में रखकर स्वस्थ गुजरात के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को अमृतमय बनाने का एजेंडा साकार करने का आह्वान किया।

महात्मा मंदिर परिसर में आज स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में “हैल्दी गुजरात-एजेंडा फॉर एक्शन” कॉन्फ्रेन्स आयोजित की गई। स्वस्थ, तंदुरुस्त गुजरात के लिए हुए इस सामूहिक चिंतन में राज्य के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र के विभिन्न सेवाकर्मियों, निजी डॉक्टरों और स्वास्थ्य शिक्षा के राज्य भर से आए ४५०० पदाधिकारियों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया। परिषद में ८ जितने चर्चा सत्रों का आयोजन किया गया।

Shri Narendra Modi’s address at the conference on ‘Healthy Gujarat ‘Agenda for Action’

समाज के स्वास्थ्य और नागरिकों के जीवन की स्वास्थ्य रक्षा की राष्ट्र रक्षा जितनी महिमा है, इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि रोगी और डॉक्टर की अपेक्षा स्वस्थ शरीर हो, यही होती है। परन्तु समग्रतया स्वास्थ्य सेवाएं का यह सीमित अर्थ नहीं है कि चिकित्सा क्षेत्र मात्र नागरिकों का शारीरिक स्वास्थ्य है। सरकार की प्रतिबद्धता इन तमाम माध्यमों द्वारा सीमित लक्ष्य की नही है, बल्कि सर्वग्राही स्वस्थ गुजरात की है।

हमारी चिंता सिर्फ मानव शरीर के स्वास्थ्य की नहीं बल्कि हमारा लक्ष्य है स्वस्थ समाज का, स्वास्थ्य प्रदान करने का और बीमारियों को रोकने का। इस निर्धारित लक्ष्य के लिए सरकार और समाज को संसाधनों और ढांचागत सुविधाओं का सुनियोजित विनियोग करना पड़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक पहल करके फलदायी परिणाम तो हासिल किए ही हैं, बल्कि क्वॉन्टम जम्प के लिए कंप्रीहेन्सिव एक्शन-एजेंडा हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता स्वास्थ्य विभाग का फर्ज न हो तो भी गंदगी और अस्वस्थता के कारण या जल भराव के कारण होने वाले रोग स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ा बोझ बनते हैं।

स्वास्थ्य के सन्दर्भ में सरकार को तमाम विभागों को सहयोगी और संकलित बनाकर स्वास्थ्य की धरोहर का रोडमैप प्रिवेन्टिव हैल्थ केयर, रोगों से बचाव, स्वास्थ्य सेवाओं पर मुख्यमंत्री ने प्रेरक मार्गदर्शन दिया।

Shri Narendra Modi’s address at the conference on ‘Healthy Gujarat ‘Agenda for Action’

महात्मा गांधी जी की १५०वीं जयंती २०१९ में आ रही है, ऐसे में गांधी जी जिसे सर्वोच्च प्राथमिकता देते थे, उस स्वच्छता के मापदंड सुनिश्चित कर निर्मल गुजरात का अभियान चलाने का श्री मोदी ने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि निर्मल ग्राम से लेकर निर्मल नगर-निर्मल महानगर और निर्मल गुजरात तक के स्वास्थ्य के पैरामीटर्स स्वच्छता के लिए तैयार करने चाहिएं, जो आगामी पांच वर्ष के लिए प्रिवेन्टिव हैल्थ केयर के उद्देश्यों का साक्षात्कार करवा सके।

व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ तथा सामाजिक स्वच्छता के लिए जनशिक्षा संबंधी जागृति के लिए बालक के मन में स्वच्छता का स्वभाव विकसित करने को प्राथमिकता देने का उन्होंने सुझाव दिया।

श्री मोदी ने कहा कि शहरी क्षेत्र, ग्रामीण क्षेत्र, सेमी-अरबन क्षेत्र और आदिवासी क्षेत्रों के लिए स्वास्थ्य की चुनौतियां क्या हो सकती है, इस पर सामूहिक चिंतन करेंगे तो रोग और बीमारियों को समझकर सही दिशा पकड़ी जा सकती है और रोग निवारक स्वास्थ्य सेवाओं को सक्षम बनाया जा सकता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग पर बढ़ रहे बोझ को भी नियंत्रित किया जा सकता है।

आगामी २०२२ में आजादी के ७५ वर्ष के अमृत महोत्सव का आयोजन होगा, इस सन्दर्भ को ध्यान में रखते हुए गुजरात में स्वास्थ्य सेवाएं अमृतमय बनें इसे तय किया जाना चाहिए।

Shri Narendra Modi’s address at the conference on ‘Healthy Gujarat ‘Agenda for Action’

मुख्यमंत्री अमृतम्- मा योजना गरीबों के लिए अमृतमय बनी है और स्वास्थ्य की रक्षा कर रही है। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि नई पीढ़ी की माताओं के लिए परिवार में दादी की भूमिका कुपोषण और बालकों की परवरिश के लिए अत्यंत बन सकती है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए परिवार में दादियों का दायित्व संस्थागत स्तर पर विकसित करने की पहल गुजरात ने की है जिसे व्यापक पैमाने पर ले जाया जाना चाहिए।

स्वास्थ्य सेवाओं और सुरक्षा के लिए टेक्नोलॉजी का विनियोग अधिकतम स्तर पर करने, आधुनिकतम मेडिकल इक्विपमेंट का उपयोग तमाम चिकित्सा सेवाओं के साथ जुड़े डॉक्टर्स-नर्स-पैरामेडिकल स्टाफ को लैस करने और सभी अस्पतालों में ई-लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध करवाने का मुख्यमंत्री ने आह्वान किया।

श्री मोदी ने हॉस्पिटल्स और सामूहिक-प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट तथा टेक्नोलॉजिकल मेडिकल इक्विपमेंट का मैनेजमेंट-व्यवस्था तंत्र विकसित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि काफी बड़े बजट से स्वास्थ्य अस्पतालों में आधुनिकतम साधन लगाए गए हों, ऐसे में उनकी सक्षम उपयोगिता सुनिश्चित की जानी चाहिए। विनियमन के लिए उदासीनता दूर करके विशेष संवेदनशीलता के साथ इसके लिए टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर विकसित करने पर उन्होंने बल दिया। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भौगोलिक मैपिंग की आवश्यकता को अनिवार्य बतलाते हुए उन्होंने कहा कि सिकलसेल एनीमिया आदिवासी क्षेत्र की समस्या है तो कहीं समाज विशेष में जिनेटकली रोगों की समस्या है। इस सन्दर्भ में हैल्थ क्लइमेटिक जोन का मैपिंग वैज्ञानिक स्तर पर करने से प्रिवेन्टिव हैल्थ प्राबलम का निवारण किया जा सकता है।

इस सन्दर्भ में स्वास्थ्य समस्या के क्षेत्रवार चिंतन बैठकों के चर्चा सेमीनार आयोजित करने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर्फ चिकित्सकों या पैरामेडिकल स्टाफ ही नहीं बल्कि समग्रतया स्वास्थ्य के पैरामीटर्स के साथ सभी को शामिल करने के सर्वग्राही व्यूह का एजेंडा तैयार होना चाहिए।

पशु रोग और गांवों में गंदगी का सामना करने के लिए पशु स्वास्थ्य, गोबर गैस, एनीमल हॉस्टल आदि के नये प्रयोगों से स्वास्थ्य क्षेत्र में आए परिवर्तन फलदायी बने हैं। जिसे देखते हुए मानवता के उत्तम क्षेत्र के रूप में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के महत्वपूर्ण सुझाव मुख्यमंत्री ने दिए। उन्होंने कहा कि कुपोषण के लिए परंपरागत दादी मां का नुस्खे शिशु और गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए उपकारक है। इन पद्धतियों को सर्वग्राही अभिगम के रूप में अपनाया जाना चाहिए।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री नीतीनभाई पटेल ने अपने विचार व्यक्त किए। इस परिसंवाद में डब्ल्यू.एच.ओ. और यूनिसेफ जैसी वैश्विक संस्था के भारत में डायरेक्टर्स, वरिष्ठ चिकित्सक, स्वास्थ्य सेवा के साथ जुड़े समाजसेवी संगठनों के पदाधिकारीगण और राज्य मंत्रिमंडल के मंत्री मौजूद थे।

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश किशोर ने सभी का स्वागत किया। स्वास्थ्य आयुक्त श्री तनेजा ने सभी का आभार जताया।

Shri Narendra Modi’s address at the conference on ‘Healthy Gujarat ‘Agenda for Action’

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आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से भरपूर, हर सेक्टर में लहरा रहा अपना परचम: पीएम मोदी
December 23, 2024
रोजगार मेले युवाओं को सशक्त बना रहे हैं और उनकी क्षमताओं को सामने ला रहे हैं, नवनियुक्त लोगों को शुभकामनाएं: प्रधानमंत्री
आज भारत का युवा नए आत्मविश्वास से परिपूर्ण है, हर क्षेत्र में सफलता प्राप्‍त कर रहा है: प्रधानमंत्री
नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा प्रणाली की आवश्‍यकता महसूस कर रहा था; राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्‍यम से देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है: प्रधानमंत्री
हमारा प्रयास महिलाओं को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है: प्रधानमंत्री

नमस्कार !

केंद्रीय मंत्रिमंडल के मेरे सहयोगीगण, देश के कोने-कोने में उपस्थित अन्य महानुभाव, और मेरे युवा साथियों,

मैं कल देर रात ही कुवैत से लौटा हूं… वहां मेरी भारत के युवाओं से, प्रोफेशनल्स से लंबी मुलाकात हुई, काफी बातें हुईं। अब यहां आने के बाद मेरा पहला कार्यक्रम देश के नौजवानों के साथ हो रहा है। ये एक बहुत ही सुखद संयोग है। आज देश के हजारों युवाओं के लिए, आप सबके लिए जीवन की एक नई शुरुआत हो रही है। आपका वर्षों का सपना पूरा हुआ है, वर्षों की मेहनत सफल हुई है। 2024 का ये जाता हुआ साल आपको, आपके परिवारजनों को नई खुशियां देकर जा रहा है। मैं आप सभी नौजवानों को और आपके परिवारों को अनेक-अनेक बधाई देता हूं।

साथियों,

भारत के युवाओं के सामर्थ्य और प्रतिभा का भरपूर उपयोग हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। रोजगार मेलों के जरिए हम लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। पिछले 10 वर्षों से सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थाओं में सरकारी नौकरी देने का अभियान चल रहा है। आज भी 71 हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। बीते एक डेढ़ साल में ही लगभग 10 लाख युवाओं को हमारी सरकार ने पक्की सरकारी नौकरी दी है। ये अपने आप में बहुत बड़ा रिकॉर्ड है। पहले की किसी भी सरकार के समय इस तरह मिशन मोड में युवाओं को भारत सरकार में पक्की नौकरी नहीं मिली है। लेकिन आज देश में न केवल लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिल रही हैं बल्कि ये नौकरियां पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ दी जा रही हैं। मुझे खुशी है कि इस पारदर्शी परंपरा से आए युवा भी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से राष्ट्र की सेवा में जुट रहे हैं।

साथियों,

किसी भी देश का विकास उसके युवाओं के श्रम, सामर्थ्य और नेतृत्व से होता है। भारत ने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का संकल्प लिया है। हमें इस संकल्प पर भरोसा है, इस लक्ष्य की प्राप्ति का विश्वास है। वो इसलिए, क्योंकि भारत में हर नीति, हर निर्णय के केंद्र में भारत का प्रतिभाशाली युवा है। आप पिछले एक दशक की पॉलिसीज़ को देखिए, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, डिजिटल इंडिया, ऐसी हर योजना युवाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। भारत ने अपने स्पेस सेक्टर में नीतियां बदलीं, भारत ने अपने डिफेंस सेक्टर में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा दिया और इसका सबसे ज्यादा लाभ भारत के युवाओं को हुआ। आज भारत का युवा, नए आत्मविश्वास से भरा हुआ है। वो हर सेक्टर में अपना परचम लहरा रहा है। आज हम दुनिया की 5th largest economy बन गए हैं। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप eco-system बन गया है। आज जब एक युवा अपना स्टार्टअप शुरू करने का फैसला करता है, तो उसे एक पूरा इकोसिस्टम अपने साथ सहयोग के लिए मिलता है। आज जब कोई युवा स्पोर्ट्स में करियर बनाने का प्लान करता है, तो उसे ये विश्वास होता है कि वो असफल नहीं होगा। आज स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग से लेकर टूर्नामेंट तक, हर कदम पर युवाओं के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं बन रही हैं। आज कितने ही सेक्टर्स में हम complete transformation देख रहे हैं। आज भारत mobile manufacturing में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है। आज रिन्यूबल एनर्जी से लेकर ऑर्गेनिक फार्मिंग तक, स्पेस सेक्टर से लेकर डिफेंस सेक्टर तक, टूरिज्म से लेकर वेलनेस तक, हर सेक्टर में अब देश नई ऊंचाइयां छू रहा है, नए अवसरों का निर्माण हो रहा है।

साथियों,

हमें देश को आगे बढ़ाने के लिए युवा प्रतिभा को निखारने की जरूरत होती है। ये ज़िम्मेदारी देश की शिक्षा व्यवस्था पर होती है। इसीलिए, नए भारत के निर्माण के लिए देश दशकों से एक आधुनिक शिक्षा व्यवस्था की जरूरत महसूस कर रहा था। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के जरिए देश अब उस दिशा में आगे बढ़ चुका है। पहले पाबंदियों के कारण जो शिक्षा व्यवस्था छात्रों पर बोझ बन जाती थी, वो अब उन्हें नए विकल्प दे रही है। अटल टिंकरिंग लैब्स और आधुनिक पीएम-श्री स्कूलों के जरिए बचपन से ही इनोवेटिव माइंडसेट को गढ़ा जा रहा है। पहले ग्रामीण युवाओं के लिए, दलित, पिछड़ा, आदिवासी समाज के युवाओं के लिए भाषा एक बहुत बड़ी दीवार बन जाती थी। हमने मातृभाषा में पढ़ाई और एक्जाम की पॉलिसी बनाई। आज हमारी सरकार युवाओं को 13 भाषाओं में भर्ती परीक्षाएं देने का विकल्प दे रही है। बॉर्डर जिले के युवाओं को ज्यादा मौका देने के लिए हमने उनका कोटा बढ़ा दिया है। आज बॉर्डर एरियाज के युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी देने के लिए विशेष भर्ती रैलियां की जा रही हैं। आज ही यहाँ Central Armed Police Forces में 50 हजार से ज्यादा युवाओं को भर्ती का नियुक्ति पत्र मिला है। मैं इन सभी नौजवानों को विशेष रूप से अपनी शुभकामनाएं देता हूं।

साथियों,

आज चौधरी चरण सिंह जी की जन्म जयंती भी है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि हमें इसी साल चौधरी साहब को भारत रत्न से सम्मानित करने का अवसर मिला। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। आज के दिन को हम किसान दिवस के रूप में मनाते हैं। इस अवसर पर मैं देश के सभी किसानों को, अन्नदाताओं को नमन करता हूं।

साथियों,

चौधरी साहब कहते थे, भारत की प्रगति तभी हो सकेगी, जब भारत के ग्रामीण क्षेत्र की प्रगति होगी। आज हमारी सरकार की नीतियों और निर्णयों से ग्रामीण भारत में भी रोजगार और स्वरोजगार के नए मौके बन रहे हैं। एग्रीकल्चर सेक्टर में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है, उन्हें अपने मन का काम करने के लिए मौका मिला है। जब सरकार ने गोबरधन योजना के तहत देश में सैकड़ों गोबरगैस प्लांट बनाए, तो इससे बिजली तो पैदा हुई ही, हजारों नौजवानों को नौकरी भी मिली। जब सरकार ने देश की सैकड़ों कृषि मंडियों को ई-नाम योजना से जोड़ने का काम शुरू किया, तो इससे भी नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर बने। जब सरकार ने इथेनॉल की ब्लेडिंग को 20 परसेंट तक बढ़ाने का फैसला किया, तो इससे किसानों को मदद तो हुई ही, शुगर सेक्टर में नई नौकरी के भी मौके बने। जब हमने 9 हजार के लगभग किसान उत्पाद संगठन बनाए, FPO's बनाए तो इससे किसानों को नया बाजार बनाने में मदद मिली और ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार भी बने। आज सरकार अन्न भंडारण के लिए हजारों गोदाम बनाने की दुनिया की सबसे बड़ी योजना चला रही है। इन गोदामों का निर्माण भी बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार के मौके लाएगा। अभी कुछ ही दिन पहले सरकार ने बीमा सखी योजना शुरू की है। सरकार का लक्ष्य देश के हर नागरिक को बीमा सुरक्षा से जोड़ने का है। इससे भी बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के मौके बनेंगे। ड्रोन दीदी अभियान हो, लखपति दीदी अभियान हो, बैंक सखी योजना हो, य़े सारे प्रयास, ये सारे अभियान हमारे कृषि क्षेत्र में, हमारे ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के अंगिनत नए अवसर बना रहे हैं।

साथियों,

आज यहाँ हजारों बेटियों को भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। आपकी सफलता दूसरी महिलाओं को प्रेरित करेगी। हमारा प्रयास है कि हर क्षेत्र में महिलाएं आत्मनिर्भर बनें। गर्भवती महिलाओं को 26 हफ्ते की छुट्टी के हमारे फैसले ने लाखों बेटियों के करियर को बचाया है, उनके सपनों को टूटने से रोका है। हमारी सरकार ने हर उस बाधा को दूर करने का प्रयास किया है, जो महिलाओं को आगे बढ़ने से रोकती हैं। आजादी के बाद वर्षों तक, स्कूल में अलग टॉयलेट ना होने की वजह से अनेक छात्राओं की पढ़ाई छूट जाती थी। स्वच्छ भारत अभियान के द्वारा हमने इस समस्या का समाधान किया। सुकन्या समृद्धि योजना ने सुनिश्चित किया कि बच्चियों की पढ़ाई में आर्थिक परेशानी ना आए। हमारी सरकार ने 30 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते खोले, जिससे उन्हें सरकार की योजनाओं का सीधा फायदा मिलने लगा। मुद्रा योजना से महिलाओं को बिना गारंटी लोन मिलने लगा। महिलाएं पूरे घर को संभालती थीं, लेकिन संपत्ति उनके नाम पर नहीं होती थी। आज पीएम आवास योजना के तहत मिलने वाले ज्यादातर घर महिलाओं के ही नाम पर हैं। पोषण अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान और आयुष्मान भारत के माध्यम से महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही हैं। हमारी सरकार में नारीशक्ति वंदन अधिनियम के द्वारा विधानसभा और लोकसभा में महिलाओं को आरक्षण मिला है। आज हमारा समाज, हमारा देश, women led development की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

साथियों,

आज जिन युवा साथियों को नियुक्ति पत्र मिला है, वो एक नई तरह की सरकारी व्यवस्था का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सरकारी दफ्तर, सरकारी कामकाज की जो पुरानी छवि बनी हुई थी, पिछले 10 वर्षों में उसमें बड़ा बदलाव आया है। आज सरकारी कर्मचारियों में ज्यादा दक्षता और उत्पादकता दिख रही है। ये सफलता सरकारी कर्मचारियों ने अपनी लगन और मेहनत से हासिल की है। आप भी यहां इस मुकाम तक इसलिए पहुंचे, क्योंकि आप में सीखने की ललक है, आगे बढ़ने की उत्सुकता है। आप आगे के जीवन में भी इसी अप्रोच को बनाए रखें। आपको सीखते रहने में iGOT कर्मयोगी इससे बहुत मदद मिलेगी। iGOT में आपके लिए 1600 से ज्यादा अलग-अलग प्रकार के कोर्स उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से आप बहुत कम समय में, प्रभावी तरीके से विभिन्न विषयों में कोर्स कंप्लीट कर सकते हैं। आप युवा हैं, आप देश की ताकत हैं। और, ऐसा कोई लक्ष्य नहीं, जिसे हमारे युवा हासिल ना कर सकें। आपको नई ऊर्जा के साथ नई शुरुआत करनी है। मैं एक बार फिर आज नियुक्ति पत्र पाने वाले युवाओं को बधाई देता हूं। आपके उज्ज्वल भविष्य की ढेर सारी शुभकामनाएं।

बहुत-बहुत धन्यवाद।