शहीद गौरव समिति के तत्वावधान में मुम्बई में आयोजित हुआ अमर राष्ट्रभक्ति गान ‘ए मेरे वतन के लोगों’ का स्वर्णिम जयंती उत्सव
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज मुम्बई में देशभक्ति के अमर गान ‘ए मेरे वतन के लोगों’ की स्वर्णिम जयंती के अवसर पर भारतीय सेना के 70 जितने गेलेंट्री अवार्ड विजेता पराक्रमी सेना नायकों और वीर शहीदों के परिवारों का अभिवादन करते हुए आह्वान किया कि हिन्दुस्तान में युद्धों और आतंकवादी हिंसा के शहीदों की स्मृति में श्रेष्ठतम वॉर मेमोरियल बनाया जाना चाहिए।
आज से 50 वर्ष पूर्व 26 जनवरी 1963 को स्वरसाम्राज्ञी लता मंगेशकर द्वारा गाये गए अमरभक्ति गान ‘ए मेरे वतन के लोगों’ की स्वर्णिम जयंती के अवसर पर शहीद स्मारक समिति के तत्वावधान में आज मुम्बई में समारोह आयोजित हुआ। लता मंगेशकर की मौजूदगी में आयोजित श्रेष्ठता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री श्री मोदी खास तौर पर उपस्थित रहे। उन्होंने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्री मोदी ने लता मंगेशकर और उपस्थित शहीद सैनिकों के परिवारों से मिलकर उनका भी सम्मान किया।
श्री मोदी ने कहा कि देश की सेना देश की रक्षाशक्ति की भुजाएं हैं, इनका गौरव और गरिमा राष्ट्र का कर्तव्य है। शासक का मंत्र राष्ट्रायाम जाग्रयाम वहम् होना चाहिए। मगर दुर्भाग्य से आज देश में ऐसी स्थिति है कि देश की सेना के जवान सरहद पर दुश्मन के खिलाफ लड़कर गोली खाते हैं उससे ज्यादा दर्द प्रॉक्सी वार का है। देश में ही दुश्मनों की मदद से होने वाले आतंकी हमलों की गोली खाने की पीड़ा ज्यादा है। उन्होंने सवाल उठाया कि हम कब तक हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहेंगे? क्या साइबर वॉर की घटनाएं बनने का इंतजार करेंगे?
देश की आबादी का 65 प्रतिशत हिसा युवा हैं मगर देश की सुरक्षा के लिए शस्त्रों के आयात पर हम निर्भर हैं, इसे दुर्भाग्यपूर्ण बतलाते हुए श्री मोदी ने कहा कि हिन्दुस्तान के युवाओं में सामर्थ्य है और यदि उचित अवसर मिले और उनके सामर्थ्य पर भरोसा रखने वाला सही नेतृत्व मिले और सही नीतियां बने तो भारत दुनिया में शस्त्रों का निर्यात करने वाला श्रेष्ठ राष्ट्र बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लता मंगेशकर द्वारा गाया गया यह गीत आज भी प्रत्येक पीढ़ी और व्यक्ति के लिए दिल और मन को देशभक्ति से सराबोर करने वाला और राष्ट्रभक्ति के इतिहास में सदा सर्वदा अमर रहने वाला राष्ट्र गौरव गान है। प्रदीप जी के शब्दों को लताजी ने स्वर देकर भारत माता की इतनी बड़ी सेवा की है कि आज इसी अमर राष्ट्रगान के चलते हर शहीद, हर वीर देश की घर घर में जीवित बनकर राष्ट्रप्रेम गुंजा रहा है। इस गौरवशाली कार्यक्रम का समापन यहां उपस्थित् एक लाख जितने लोगों द्वारा ‘ए मेरे वतन के लोगों’ के समूहगान से हुआ।