“स्किल, कौशल, सामर्थ्य ये सिर्फ जेब में रुपया लाता है, ऐसा नहीं है। वो जीवन में आत्मविश्वास भर देता है। जीवन में एक नई ताकत भर देता है। उसे भरोसा होता है कि दुनिया में कहीं पर भी जाऊंगा, मेरे पास ये ताकत है। मैं अपना पेट भर लूंगा। मैं कभी भीख नहीं मांगूगा। ये सामर्थ्य उसके भीतर आता है और इसलिए ये स्किल डेवलपमेंट सिर्फ पेट भरने के लिए जेब भरने का कार्यक्रम नहीं है। ये हमारे गरीब परिवारों में एक नया आत्मविश्वास भरने और देश में एक नई ऊर्जा लाने का प्रयास है।” - नरेंद्र मोदी

किसी भी देश के विकास में सबसे ज्यादा योगदान युवाओं का होता है। अगर युवाओं को सही प्रशिक्षण और रोजगार मिले तो विकास का मार्ग खुद तय हो जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से स्किल इंडिया इसी दिशा में एक बड़ा प्रयास है। वाराणसी में युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए कई काम किए गए हैं। आने वाले दिनों में काशी कौशल और कुशल विकास की नजीर पेश करेगा।

लघु उद्योग और कौशल विकास के साथ यहां खादी संस्थाओं और कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए विक्रेता विकास कार्यक्रम, उद्यमिता विकास कार्यक्रम, क्रेडिट लिंक व कैपिटल सब्सिडी योजना, निर्यात के लिए पैकेजिंग प्रबंधन कार्यक्रम, इंक्यूबेटर कार्यक्रम का सघन क्रियान्वयन किया गया है।

कालीन की बुनाई के विकास के लिए स्फूर्ति योजना के तहत 13 लाख रुपए में एक कलस्टर का निर्माण किया गया है। इसके साथ कॉयर बोर्ड की ओर से वाराणसी में एक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले का आयोजन किया गया। एक नया शोरूम सहित बिक्री केंद्र भी खोलने का फैसला किया गया है।

दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत प्रशिक्षण के लिए वाराणसी जिले के 3105 लोगों का चयन और उनमें से 1864 का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। इसके साथ ही सैमसंग एमएसएमई इंस्टीट्यूट की स्थापना भी की गई है।

युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए नेहरू युवा केंद्र, वाराणसी की ओर से कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। इसमें कौशल विकास, खेलकूद, क्षमता संवर्धन, नेतृत्व क्षमता विकास जैसी गतिविधियां शामिल हैं। इसके साथ ही स्वच्छता पखवाड़ा, वाद-विवाद प्रतियोगिता, युवा संसद कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

वाराणसी में संगीत, नृत्य, नाट्य, हस्तशिल्प आदि को प्रदर्शित करने और सम्मेलन, बैठक, संगोष्ठी, कार्यशाला आदि के आयोजन के लिए 140 करोड़ की लागत से एक विश्वस्तरीय कनवेंशन सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है।

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प्रधानमंत्री 20 अक्टूबर को वाराणसी का दौरा करेंगे
October 19, 2024
प्रधानमंत्री 6,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न हवाईअड्डा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे
प्रधानमंत्री आरजे शंकर नेत्र चिकित्सालय का उद्घाटन करेंगे
प्रधानमंत्री वाराणसी में कई विकास पहलों का भी उद्घाटन करेंगे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 20 अक्टूबर को वाराणसी का दौरा करेंगे। दोपहर करीब 2 बजे वे आरजे शंकर नेत्र चिकित्सालय का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद, शाम करीब 4:15 बजे वे वाराणसी में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

प्रधानमंत्री आरजे शंकर नेत्र चिकित्सालय का उद्घाटन करेंगे। अस्पताल में विभिन्न नेत्र रोगों के लिए व्यापक परामर्श और उपचार उपलब्ध होंगे। प्रधानमंत्री इस अवसर पर उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित भी करेंगे।

हवाई संपर्क सुविधा को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के अनुरूप, प्रधानमंत्री लगभग 2870 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के रनवे के विस्तार, एक नए टर्मिनल भवन के निर्माण और संबद्ध कार्यों की आधारशिला रखेंगे। वे आगरा हवाई अड्डे पर 570 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित होने वाले, दरभंगा हवाई अड्डे पर लगभग 910 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले और बागडोगरा हवाई अड्डे पर लगभग 1550 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले नए सिविल एन्क्लेव की आधारशिला भी रखेंगे।

प्रधानमंत्री रीवा हवाई अड्डे, माँ महामाया हवाई अड्डे, अंबिकापुर और सरसावा हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवनों का उद्घाटन करेंगे, जिनकी सम्मिलित लागत 220 करोड़ रुपये से अधिक है। इन हवाई अड्डों की यात्री आवागमन से जुड़ी संयुक्त क्षमता सालाना 2.3 करोड़ से अधिक यात्रियों की हो जाएगी। इन हवाई अड्डों के डिजाइन, क्षेत्र की विरासत संरचनाओं के सामान्य तत्वों से प्रभावित हैं और डिजाइन में उनका अनुकरण किया गया है।

खेलों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली अवसंरचना प्रदान करने के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप, प्रधानमंत्री खेलो इंडिया योजना और स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 210 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित वाराणसी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के पुनर्विकास के चरण 2 और 3 का उद्घाटन करेंगे। इस परियोजना का उद्देश्य एक अत्याधुनिक खेल परिसर का निर्माण करना है, जिसमें राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, खिलाड़ियों के छात्रावास, खेल विज्ञान केंद्र, विभिन्न खेलों के अभ्यास के लिए मैदान, इनडोर शूटिंग रेंज, लड़ाकू खेल के मैदान आदि शामिल हैं। वे लालपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर खेल स्टेडियम में 100 बिस्तरों वाले लड़कियों और लड़कों के छात्रावासों तथा एक सार्वजनिक मंडप (पैवेलियन) का भी उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री सारनाथ में बौद्ध धर्म से संबंधित क्षेत्रों के लिए पर्यटन विकास कार्यों का उद्घाटन करेंगे। इन संवर्द्धनों में पैदल यात्रियों के अनुकूल सड़कों का निर्माण, नई सीवर लाइनें और उन्नत जल निकासी व्यवस्था, स्थानीय हस्तशिल्प विक्रेताओं को बढ़ावा देने के लिए आधुनिक तरीके से डिजाइन किये गए वेंडिंग कार्ट के साथ संगठित विक्रय खंड आदि शामिल हैं।

प्रधानमंत्री बाणासुर मंदिर और गुरुधाम मंदिर में पर्यटन विकास कार्यों, पार्कों के सौंदर्यीकरण और पुनर्विकास आदि जैसी कई अन्य पहलों का भी उद्घाटन करेंगे।