पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम युनिवर्सिटी: तीसरा दीक्षांत समारोह
मुख्यमंत्री द्वारा 671 युवाओं को पीडीपीयु डिग्री प्रदान
PDPU चेयरमेन, रिलायंस ग्रुप के प्रमुख मुकेश अम्बानी का सम्बोधन
ब्रिटिश पेट्रोलियम के ग्रुप एक्जीक्युटिव बॉब डडली की उपस्थिति
मुख्यमंत्री: दुनिया को ऊर्जा के संकट से उबारने के लिए भारत के युवा नये ऊर्जा संशोधन के मार्ग दिखलाएं
देश के विकास में ऊर्जाशक्ति का साक्षात्कार करवाएं
युपीए सरकार की ऊर्जा नीति विकास अवरोधक
गुजरात ने गैर परम्परागत ऊर्जा स्त्रोत के अभिनव प्रयोग किए
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पंडित दीनदयाल युनिवर्सिटी, PDPU के तीसरे दीक्षांत समारोह में दुनिया को ऊर्जा के संकत से उबारकर ऊर्जाशक्ति का साक्षात्कार करवाने का युवाशक्ति से आह्वान किया।
पेट्रोलियम एनर्जी सेक्टर में कुशल मानव संसाधन विकास और संशोधन के लिए मुख्यमंत्री की प्रेरणा से कार्यरत, गांधीनगर के नजदीक स्थित PDPU केम्पस में आज तीसरा दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। PDPU के पीएचडी, पोस्ट ग्रेज्युएट और अंडर ग्रेज्युएट डिग्रियों में उत्तीर्ण 671 युवक- युवतियों को मुख्यमंत्री, रिलायंस ग्रुप के चेयरमेन मुकेश अम्बानी और ब्रिटिश पेट्रोलियम ग्रुप के एक्जिक्युटिव प्रेसिडेंट बॉब डडली द्वारा डिग्रियां और पदक प्रदान किए गए।
डिग्रियां प्राप्त करने वाले डिग्रीधारकों को उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि युवा भारत को नयी ऊर्जा की ओर ले जाएंगे।
हिन्दुस्तान की युवाशक्ति को राष्ट्र और मानवजाति के विकास और भलाई में शामिल करेंगे तो पिछले 60 वर्ष की कमियों को हम 10 वर्ष में पूरा कर सकेंगे। इसका उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने आत्मविश्वास से अनेक कठिनाइयों और संकट के बीच देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का युवा शक्ति के समक्ष आह्वान किया।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के वातावरण में फिलहाल भले ही अंधेरा छाया हो लेकिन सपने साकार करने के लिए युवा आत्मविश्वास से इस परिस्थिति को बदल देंगे। भारत की महान विरासत के साथ जुड़े हुए महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे तीन महापुरुषों ने राष्ट्र निर्माण के लिए जो प्रेरणा दी थी, वह आज भी यथावत है।
यूनिवर्सिटी एजुकेशन पर १८०० वर्ष तक हिन्दुस्तान की यूनिवर्सिटियों नालंदा, तक्षशिला और वल्लभी विश्वविद्यापीठों ने दुनिया पर प्रभाव जमाया था। परन्तु ८०० वर्ष के गुलामी काल में हमारी ये ज्ञान संपदा कुंठित हो गई। अब हमारी ज्ञान शक्ति की यूनिवर्सिटी वैश्विक प्रभावी होनी चाहिए। इसका उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि पीडीपीयू मात्र पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के रूप में ही नहीं बल्कि एनर्जी यूनिवर्सिटी के रूप में विश्व को ऊर्जा शिक्षा के क्षेत्र में नई दिशा दे, यह संकल्प किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि विश्व के समक्ष आज ऊर्जा की कमी का संकट है, ऐसे में विश्व को गांधी जी के प्रकृति संपदा के चिंतन को दुनिया के समक्ष रखा जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में ऊर्जा शक्ति के प्राकृतिक संचय के लिए रूफ टॉप सोलर पैनल और नर्मदा कैनाल पर सूर्य शक्ति और पानी के सर्वाधिक उपयोग की तकनीक का उपयोग विकसित किया गया है। इस दिशा में पीडीपीयू नये रिसर्च का मार्ग अपनाए और गांधीनगर को सोलर सिटी बनाने की चुनौती स्वीकार करे, यह जरूरी है।
उन्होंने कहा कि गुजरात ऑटोमोबाइल सेक्टर में अग्रिम स्थान हासिल कर रहा है, ऐसे में ऑटो सेक्टर के लिए एनर्जी सेविंग का नया मॉडल पीडीपीयू तैयार करे और समाज को नई ऊर्जा शक्ति का साक्षात्कार करवाए।
देश की वर्तमान यूपीए सरकार में ऊर्जा नीति के आयोजन के अभाव में २०,००० मेगावाट की क्षमता वाले तैयार पॉवर प्रोजेक्ट में सवा लाख करोड़ का पूंजी निवेश लंबित है, क्योंकि पॉवर प्रोडक्शन के लिए एनर्जी, फ्यूल नहीं है। जहां एनर्जी, फ्यूल है वहां बिजली परिवहन के लिए पॉवर ट्रांसमिशन नेटवर्क नहीं है, और जहां सब कुछ है वहां विकास के लिए यूपीए सरकार की नीति अवरोधक है। इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का निवारण हमारी युवा पीढ़ी के सशक्तिकरण में है। उन्होंने भारत के युवाओं से परिवर्तन के लिए देश को प्रथम सर्वोपरि, इंडिया फर्स्ट का मंत्र साकार करने का आह्वान किया।
पीडीपीयू के प्रमुख और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन तथा मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने डिग्री हासिल करने वाले सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। इस समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित ब्रिटिश पेट्रोलियम कंपनी के ग्रुप चीफ एक्जीक्यूटिव बॉब डडली, शेल ग्रुप ऑफ कंपनीज के पूर्व चेयरमैन विक्रम सिंह मेहता ने अपने विचार रखे। राज्य के ऊर्जा विभाग के अग्र सचिव डीजे पांडियन ने स्वागत भाषण दिया। यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर जनरल ने यूनिवर्सिटी की शैक्षणिक प्रवृत्तियों की रूपरेखा पेश की।
पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के इस तीसरे दीक्षांत समारोह में ६७१ विद्यार्थियों को उपस्थित महानुभावों द्वारा डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें एक विद्यार्थी पीएचडी, १७२ विद्यार्थी अनुस्नातक, ४७६ विद्यार्थी स्नातक और पूर्व स्नातक स्तर के थे। इनमें से २२ विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल हासिल हुआ। इस मौके पर ऊर्जा मंत्री सौरभभाई पटेल सहित अनेक अग्रणी, उच्च अधिकारियों और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के परिजनों ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी।