विश्व बैंक के अध्यक्ष डॉ. जिम योंग किम ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात को बेहद सकारात्मक बताया। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान आगामी समय में साथ मिलकर काम करने के कई तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया।
ट्विटर पर दिए गए अपने संदेश में, प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव और उनको प्रोत्साहन देने के लिए कार्य की आवश्यकता और महत्व पर चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां गति आवश्यक है। कार्य का त्वरित गति से निष्पादन भी आवश्यक है। विश्व बैंक परियोजना में तेजी लाने से निश्चित रूप से इसके प्रभाव में वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत डॉलर की तुलना में विश्व बैंक के ज्ञान और विशेषज्ञता का अधिक इच्छुक है। श्री मोदी ने कहा कि हम विश्व बैंक से न सिर्फ बड़े स्तर पर उत्पादन बल्कि एक बड़े जनसमूह द्वारा उत्पाद पर भी विचार चाहते हैं, जिससे हमारे कार्यबल को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में विश्व का ध्यान वस्तुओं के व्यापार पर है, लेकिन भविष्य में महत्वपूर्ण मुद्दा ये होगा कि दक्ष लोगों को कैसे प्राप्त किया जाए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में काम करने की जरूरत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने डॉ. जिम योंग किम को यह भी सुझाव दिया है कि गंगा की सफाई विश्व बैंक के लिए एक बेहद प्रेरणादायक परियोजना होगी।