आपातकाल के काले दिनों के दौरान नरेन्द्र मोदी कांग्रेस सरकार द्वारा की गई ज्यादतियों के खिलाफ भूमिगत आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल थे। 1975 का एक दिलचस्प वाकया बताते हुए गुजरात के रहने वाले रोहित अग्रवाल ने कहा, "नरेन्द्र काका, सरदारजी का वेश बनाकर पुलिस को चकमा देकर बचते रहे।"
श्री अग्रवाल ने उस घटना को याद किया जब नरेन्द्र मोदी सरदार के वेश में घर से बाहर निकल रहे थे और ठीक उसी समय पुलिस उनकी तलाश में वहां पहुंच गई। अग्रवाल ने कहा कि सिर्फ पुलिसकर्मी ही नहीं, बल्कि उनके घर में कोई भी उन्हें तुरंत नरेन्द्र मोदी के रूप में नहीं पहचान सका।
रोहित अग्रवाल ने कहा, "1975 में जब इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था, नरेन्द्र काका उस समय हमारे घर मधु कुंज में सरदारजी के वेश में हमारे साथ रह रहे थे। एक बार वह सरदार जी के वेश में बाहर निकल ही रहे थे तभी पुलिस पहुंच गई और उनसे पूछा- नरेन्द्र मोदी कहां रहते हैं? मोदी ने जवाब दिया मुझे नहीं पता। आप अंदर जाकर पूछ सकते हैं। जब पुलिस घर के अंदर गई तब तक वो मेरे भाई के साथ स्कूटर पर बैठकर वहां से चले गए। सिर्फ पुलिसकर्मी ही नहीं, बल्कि हम भी नरेन्द्र मोदी की शक्ल से धोखा खा जाते थे।"
#ModiStory
— Modi Story (@themodistory) March 29, 2022
Do you know how Narendra Modi evaded police during emergency?
Rohit Agrawal from Gujarat narrates an interesting encounter.
For more: https://t.co/9iulCar3rR
Follow: @themodistory pic.twitter.com/mYPbzRMTDu
डिस्कलेमर :
यह उन कहानियों को इकट्ठा करने के प्रयास का हिस्सा है जो लोगों के जीवन पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और उनके प्रभाव पर उपाख्यान/ओपिनियन/एनालिसिस का वर्णन करती हैं।