"परीक्षा पे चर्चा" के दौरान सामने आए प्रमुख विषयों में से एक सोशल मीडिया के कारण ध्यान भटकने का विषय भी शामिल था। मैसूर के तरुण, दिल्ली के शाहिद और तिरुवनंतपुरम के कीर्तना ने पीएम मोदी से जानना चाहा कि बगैर ऑनलाइन भटकाव (Distractions) के बावजूद स्टडी को ऑनलाइन मोड में कैसे जारी रखा जा सकता है?। पीएम मोदी ने हल्के अंदाज में जवाब दिया, "क्या आप सचमुच में ऑनलाइन रीडिंग करते हैं या रील देखते हैं?"
पीएम मोदी ने कहा कि समस्या ऑनलाइन या ऑफलाइन स्टडी के तरीकों में नहीं है। ऑफलाइन स्टडी में भी मन बहुत विचलित हो सकता है। पीएम ने कहा, "यह माध्यम का नहीं, बल्कि मन ही समस्या है। चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, जब मन पढ़ाई में लगा हो, Distractions छात्रों को परेशान नहीं करेगा।"
पीएम मोदी ने कहा, "Evolution लगातार चलता रहता है और यही मानव जीवन की विशेषता है। यह Evolution का हिस्सा है कि आज हम डिजिटल गैजेट और नये टेक्नोलॉजी टूल के माध्यम से बड़ी आसानी से चीजों को प्राप्त कर सकते हैं और इसे हमें अवसर मानना चाहिए न कि समस्या।"
पीएम ने आगे कहा, "ऑनलाइन पाने के लिए है और ऑफलाइन बनने के लिए है। हम ऑनलाइन से ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं और ऑफलाइन के जरिए उसे पनपने का अवसर देना है।" उन्होंने इस संदर्भ में डोसा तैयार करने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी ऑनलाइन डोसा बनाना सीख सकता है लेकिन डोसा खाने के लिए ऑफलाइन ही बनाना होगा।