राष्ट्र ने नाम अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 5 स्तंभों पर ध्यान केंद्रित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि यह स्तंभ अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, प्रौद्योगिकी संचालित सिस्टम, डेमोग्राफी (आबादी) और माँग।
पहला स्तंभ: अर्थव्यवस्था (इकॉनमी)
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ऐसी अर्थव्यवस्था जो वृद्धिशील परीवर्तन के बजाय लंबी छलांग लगाये।
दूसरा स्तंभ: बुनियादी ढांचा (इंफ्रास्ट्रक्चर)
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत तभी आत्मनिर्भर रह सकता है, जब वो ढांचागत विकास करें। ऐसा इंफ्रास्ट्रक्चर भारत बनाना है जो आधुनिक भारत की पहचान बनें।
तीसरा स्तंभ: प्रौद्योगिकी संचालित सिस्टम (टेक्नोलॉजी ड्रिवेन सिस्टम)
पीएम मोदी ने कहा कि एक ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति-नीति नहीं, बल्कि 21वीं सदी के सपनों को साकार करने वाली प्रौद्योगिकी द्वारा संचालित व्यवस्थाओं पर आधारित हो।
चौथा स्तंभ: डेमोग्राफी (आबादी)
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी Democracy में हमारी Vibrant Demography
हमारी ताकत है, आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है।
पांचवा स्तंभ: माँग (डिमांड)
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था में डिमांड और सप्लाई चेन का जो चक्र है जो ताकत है उसे पूरी क्षमता से इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है। पीएम मोदी ने कहा, "देश में डिमांड बढ़ाने के लिए, डिमांड को पूरा करने के लिए, हमारी सप्लाई चेन के हर स्टेक-होल्डर का सशक्त होना जरूरी है। हमारी सप्लाई चेन, हमारी आपूर्ति की उस व्यवस्था को हम मजबूत करेंगे जिसमें मेरे देश की मिट्टी की महक हो, हमारे मजदूरों के पसीने की खुशबू हो।"