अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव: पर्यटन क्षेत्र में गुजरात की वैश्विक उड़ान
सूर्यशक्ति जैसे अखंड पुरुषार्थ से गुजरात की वैश्विक प्रगति अविरत आगे बढ़ेगी - मुख्यमंत्री
सेवा-बस्ती के बालकों की सूर्य वंदना और पतंग उड्डयन के विश्व पर्यटकों की उपस्थिति पतंगोत्सव में लगे चार चांद
100 जितने अंतरराष्ट्रीय पतंगबाजों और 10 राज्यों के पतंगबाजों के साथ नागरिकों ने लिया आनन्द: मुख्यमंत्री ने भी उड़ाई पतंग
मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज अहमदाबाद में साबरमती रिवर फ्रंट पर आदित्य नारायण की स्वर्णिम किरणों से ज्योति की जगमगाहट में अंतरराष्ट्रीय पतंग उत्सव का उद्घाटन करते हुए पर्यटन सहित प्रगति के तमाम क्षेत्रों में अखंड पुरुषार्थ से वैश्विक उड़ान के गुजरात के सामर्थ्य की अनुभूति का संकल्प जताया। मकर संक्रांति की अंतःकरण से शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने सूर्य नारायण की शक्ति की ऊर्जा के साथ गुजरात के विकास के लिए अखंड, अविरत गतिशील बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
उत्तरायण-मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर आज रविवार की खुशनुमा सुबह साबरमती रिवरफ्रंट पर गुजरात के अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव का शानदार शुभारंभ श्री मोदी ने करवाया। संस्कृत के विद्यार्थियों की आदित्य स्तुति के वेद पाठ के साथ अहमदाबाद की म्यूनिसिपल शालाओं में स्लम क्षेत्र के गरीब श्रमयोगी सेवाबस्ती के २००० बालकों ने सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार कर सूर्य वंदना का अद्भुत प्रदर्शन किया। अंतरराष्ट्रीय और राज्यों के पतंगबाजों की रंगारंग परेड और रंग-बिरंगे गुब्बारों से छाए गगन में गुजरात के पतंगोत्सव की अनोखी शान का साक्षात्कार नजर आया।
गुजरात ने अंतरराष्ट्रीय पतंगोत्सव से पर्यटन के क्षेत्र में अपना स्थान बनाया है, इस पर आनंद व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन विकास के लिए दुनिया को दिखाने के लिए गुजरात के पास काफी कुछ है। भूतकाल में इस पर्यटन की प्रगति के लिए, गुजरात के वैभव के लिए दुनिया के समक्ष गुजरात की पहचान दिखलाने में उदासीनता बरती गई।
दस वर्ष के लगातार प्रयासों से भारत की पर्यटन विकास दर से दो गुनी से ज्यादा गुजरात की पर्यटन विकास दर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पतंगोत्सव की परंपरा खड़ी नहीं की है, बल्कि गुजरात की गौरव परंपरा विश्व के समक्ष रखने का कौशल्य दिखलाया है। मकर संक्रांति का पर्व सूर्य शक्ति के अभिवादन का पर्व है और यह गुजरात की प्रगति की उड़ान और ऊंचाई दिखलाता है। हमने पतंगोत्सव द्वारा अतिथि देवो भवः की पर्यटकों की आदर की सांस्कृतिक परंपरा दिखलाई है। छह करोड़ गुजरातियों के आतिथ्य सत्कार के संस्कार प्रगट किए हैं।
श्री मोदी ने कहा कि पतंगोत्सव के माध्यम से पतंग उद्योग द्वारा गरीबों की आर्थिक प्रवृत्ति का दायरा व्यापक तौर पर विकसित हुआ है। गरीब सेवा-श्रमिक बस्ती के बालकों की सुशुप्त शक्ति को खिलने का अवसर दिया गया है, इस प्रकार पतंगोत्सव की सफलता की विशिष्टता एक पंथ अनेक काज को साकार करती है।
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में आए १२१ देशों के लोगों ने गुजरात के विकास और सामर्थ्य के दर्शन किए हैं। गुजरात सूर्य देवता की अखंड-अविरत शक्ति में से प्रेरणा लेकर अखंड, अविरत विकास की ऊंचाइयों पर आगे बढ़ता रहेगा। विश्वविजयी-पतंगोत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति गरीब-श्रमजीवी परिवारों की सेवा बस्ती के १८० कलाकारों ने करके सभी का मन मोह लिया। मुख्यमंत्री ने पंतगबाजों के अभूतपूर्व उत्साह में शामिल होते हुए पतंग उड़ाने का आनंद लिया।
प्रारंभ में पर्यटन मंत्री सौरभभाई पटेल ने स्वागत भाषण कर सभी का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि गुजरात ने मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में पतंग के परंपरागत उत्सव को एक नई वैश्विक ऊंचाई और पर्यटन प्रवृत्ति का केन्द्र देश और दुनिया के लिए बनाया है। कार्यक्रम में विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष वजूभाई वाळा, राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य, अहमदाबाद के मेयर असित वोरा, पर्यटन निगम के अध्यक्ष और मनपा समिति के पदाधिकारिगण और नागरिक भारी संख्या में मौजूद थे।