गुजरात के मुख्यमंत्री पूना में लता मंगेशकर फाउंडेशन संचालित दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल का किया शुभारम्भ
समग्र मंगेशकर परिवार की उपस्थिति में स्नेह मिलन: श्री मोदी का हुआ गर्मजोशी से स्वागत
- लता मंगेशकर परिवार ने सामाजिक संवेदना से सेवा का साक्षात्कार करवाया
- हिन्दुस्तान मेडिकल टूरिज्म के माध्यम से समग्र विश्व को जोड़ने का सामर्थ्य रखता है
- धनतेरस की संध्या और धनवंतरी जयंती पर हेल्थ इंश्योरेंस नहीं हेल्थ एश्योरेंस चाहिए
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज महाराष्ट्र के पुणे में लता मंगेशकर फाउंडेशन संचालित दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर का शुभारम्भ करते हुए कहा कि आम नागरिक को स्वास्थ्य सुरक्षा (हेल्थ इंश्योरेंस) से ज्यादा हेल्थ एश्योरेंस की जरूरत है और हिन्दुस्तान समाजशक्ति से स्वास्थ्य सेवा का सेवाक्षेत्र विकसित कर उसका साक्षात्कार करवा सकता है।
भारत में सर्वग्राही स्वास्थ्य नीति बनाए जाने की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने संकल्प जताया कि मेडिकल टूरिज्म के माध्यम से हिन्दुस्तान समग्र विश्व को जोड़ सकता है।
उल्लेखनीय है कि स्वरसाम्राज्ञी लता मंगेशकर ने उनके पिता की स्मृति में इस नवनिर्मित हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर का पुणे में निर्माण करवाया है।
लता मंगेशकर सहित समग्र मंगेशकर परिवार ने इस अवसर पर श्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। लता मंगेशकर, आशा भोंसले, हृदयनाथ मंगेशकर और परिजनों ने मुख्यमंत्री के साथ स्नेहमिलन आयोजित किया।
श्री मोदी ने इस मौके पर कहा कि धनतेरस की सन्ध्या और धनवंतरी जयंती पर लता मंगेशकर फाउंडेशन ने सामाजिक संवेदना और मानवसेवा के हृदयस्पर्शी भाव से इस अस्पताला का भगीरथ कार्य किया है और उनके पिता का सच्चे अर्थों में तर्पण करके सेवा के परमधर्म की प्रेरणा दी है।
हिन्दुस्तान के हर कोने में जीवन के प्रत्येक क्षेत्रों में सेवा की प्रवृत्ति समाजशक्ति से विकसित हुई है। इसका उल्लेख उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ की विरात समाजशक्ति का साक्षात्कार स्वीकार करेंगे तो यह देश दुनिया का सिरमौर बनेगा।
उन्होंने कहा कि धनवंतरी दुनिया के श्रेष्ठ शल्य चिकित्सक थे और आधुनिक शल्यक्रिया, चिकित्सा के विज्ञान का सत्व धनवंतरी संहिता में है। विज्ञान के संशोधन तेज गति से परिवर्तित हो रहे हैं उसमें मानव शरीर के चारों ओर औराचक्र तेजोवलय जुड़े हैं। औरा के आधार पर मानव स्वास्थ्य का विज्ञान विकसित हो रहा है।
मुख्यमंत्री श्री मोदी ने कहा कि मेडिकल टूरिज्म के माध्यम से हिन्दुस्तान दुनिया के साथ स्वास्थ्य सेवा का नाता जोड़ने का सामर्थ्य रखता है। हिन्दुस्तान में करूणा,सेवा, दया और ममता की शक्ति है और मेडिकल टूरिज्म तथा हेल्थकेयर सेक्टर के ह्युमन रिसॉर्स डवलपमेंट के लिए मेडिकल कॉलेजें और पेरामेडिकल एज्युकेशन का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए।
विशाल ग्रामीण क्षेत्र में डॉक्टर्स और स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरतों की गरीबों के लिए पूर्ति करने के लिए मोबाइल फोन से टेलिमेडिसिन सर्विस विकसित करने का उन्होंने सुझाव दिया।
तन्दुरुस्ती के लिए शुद्ध हवा, पानी और शुद्ध खुराक की जरूरत बतलाते हुए श्री मोदी ने कहा कि रोगों के खिलाफ प्रतिरोधक शक्ति के लिए शुद्ध पेयजल, पर्यावरण और मिलावट रहित पोषक आहार के मामले में गुजरात ने जो नये आयाम अपनाए हैं वह प्रिवेंटिव हेल्थ और सोशियल हेल्थ के कदम हैं। नर्मदा की पाइपलाइन, सीएनजी ट्रांस्पोर्टेशन, न्युट्रिश्यस फूड प्रोजेक्ट की सफलता की की गुजरात ने अनुभूति करवाई है।
कार्यक्रम में बाबा सहब पुरन्धरे, पंडित हृदयनाथ मंगेशकर, डॉ. धनंजय केळकर, स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर, आशाताई भोंसले ने भी अपने विचार रखे। मंगेशकर परिवार ने बाबा साहब पुरन्धरे और श्री मोदी को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री और अन्य महानुभावों ने इस सुपर स्पेशल अस्पताल का निरीक्षण किया और दाताओं को सम्मानित किया।