गुडा में जनसुविधा विकास पर्व
गुडा क्षेत्र के 39 गांवों को मिलेगी 165 करोड़ की विविध जनसुविधा
गुजरात के 50 शहरों में शुरू होगा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और वॉटर ट्रीटमेंट मैनेजमेंट का पायलट प्रोजेक्ट : मुख्यमंत्री
गांधीनगर, गुरुवार: मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को गांधीनगर शहरी विकास प्राधिकरण (गुडा) के अंतर्गत गांधीनगर शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में जनसुविधा के 165 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि गुजरात के 50 शहरों में प्रायोगिक स्तर पर घन कचरे की निकासी और दूषित पानी का शुद्घिकरण कर उसका इस्तेमाल खेतीबाड़ी में खाद-पानी के रूप में करने का स्वच्छ शहर का रेवन्यू मॉडल प्रोजेक्ट शुरू किया है।राजधानी गांधीनगर के बाहर विकसित हो रहे क्षेत्रों की जनता की सुख-सुविधा के लिए गुडा की ओर से 4 विकास कार्यों का लोकार्पण और 9 का शिलान्यास मुख्यमंत्री श्री मोदी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने गुडा इलाकों की ढांचागत सुविधा के विकास के लिए 31 करोड़ रुपये के विशेष विकास अनुदान की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि गांधीनगर की स्थापित सरकारी जीवनशैली की एकरूप व्यवस्था से राजधानी को बाहर निकालने का काम इस सरकार ने शुरू किया है। कंक्रीट के जंगल समान इमारतों में नगर जीवन की प्राणशक्ति फूंकने का प्रयास किया जा रहा है। श्री मोदी ने कहा कि गांधीनगर के नीरस सरकारी जीवन में जनभागीदारी से सुविचारित तौर पर नये आयाम अपना कर सफल परिणाम हासिल किये गए हैं।
गुडा इलाकों में जनसुविधा के बुनियादी विकास कार्यों से हो रही कायापलट की रूपरेखा पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधीनगर समेत समूचा गुडा बेल्ट नोलेज कॉरिडोर के रूप में अपनी पहचान खड़ी कर रहा है। देश और दुनिया में अपनी तरह के पहले एवं विशिष्ट विश्वविद्यालयों की स्थापना इस बेल्ट में हुई है। युवा शक्ति और विद्यार्थी शक्ति से आबाद यह राजधानी हमेशा युवा ही रहेगी। उन्होंने कहा कि कल्पनाशील भविष्य को ध्यान में रखते हुए सर्वसमावेशक विकास का ऐसा मार्ग इस सरकार ने अपनाया है कि विकास की उसकी दृष्टि को समझने में कइयों को एक दशक तक लग जाएंगे।
गांधीनगर को देश की सोलर सिटी का गौरव दिलाने की मंशा जताते हुए श्री मोदी ने कहा कि कार्बन न्यूर्टल सिटी बनने वाला गांधीनगर पर्यावरण की प्राणवायू से हराभरा रहेगा। उन्होंने कहा कि गांधीनगर के मकानों पर रूफ टॉप सोलर पैनल लगा कर मकान का मालिक सूर्य बिजली पैदा कर उसका उपयोग और बिक्री कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि अहमदाबाद और गांधीनगर जैसे शहरों को आसपास के छोटे शहरों की रेल लाइन से जोड़ कर बड़े शहरों पर बढ़ रहे आबादी के बोझ को कम किया जा सकता था, लेकिन इसे लेकर विकास की दृष्टि ही नहीं थी। जबकि इस सरकार ने आत्मा गांव की संस्कृति की और सुविधा शहर जैसी, कि सोच के साथ रर्बन प्रोजेक्ट शुरू किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता के लाभ के लिए तकनीक का अधिकतम विनियोग करने को उनकी सरकार ने समग्र राज्य के 50 शहरों में वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के अनोखे पर्यावरणीय आयाम का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने देश के तमाम राज्यों की राजधानी को जेएनएनयूआरएम (जवाहरलाल नेहरू नेशनल अरबन रिन्यूअल मिशन) योजना का लाभ प्रदान किया है, लेकिन गांधीनगर को बतौर राजधानी जेएनएनयूआरएम के लाभों से इरादतन वंचित रखा है।
श्री मोदी ने कहा कि देश के 5000 शहरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप आधारित रेवन्यू मॉडल खड़ा करने का सुझाव उन्होंने प्रधानमंत्री को दिया था। जिसके तहत शहरों के दूषित पानी का शुद्घिकरण कर आसपास के किसानों को सब्जीभाजी उगाने के लिए दिया जा सकता है। इसी तरह शहरों के घन कचरे से खाद बना कर उसे किसानों को देने से रासायनिक खाद के इस्तेमाल में कमी आएगी। जिससे होने वाली बचत की सब्सिडी की रकम राज्य सरकारों को देने पर वे नगरों को स्वच्छ बनाने की दिशा में बेहतर कार्य कर सकते हैं। श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस प्रोजेक्ट की खूब सराहना की और इसे योजना आयोग के समक्ष पेश करने को कहा। योजना आयोग के समक्ष इस प्रोजेक्ट की प्रस्तुति को भी डेढ़ वर्ष बीत चुके हैं लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात।
ट्विन सिटी विजन की भूमिका पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात में अहमदाबाद-गांधीनगर, हालोल-वड़ोदरा, माधापर-भुज और सुरेन्द्रनगर-वढवाण जैसे ट्विन सिटी के शहरी विकास के मॉडल को विकसित किया जाएगा। शहरी परिवहन के लिए बीआरटीएस की सफलता के बाद अहमदाबाद-गांधीनगर के बीच मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का कामकाज भी तेजी से चल रहा है।
शहरी विकास मंत्री नीतिनभाई पटेल ने कहा कि विकासशील गुजरात के स्वप्नदृष्टा मुख्यमंत्री श्री मोदी के सत्तारूढ़ होने के बाद राजधानी गांधीनगर को एक नई पहचान मिली है।
गुडा के चेयरमैन अशोकभाई भावसार ने स्वागत भाषण दिया।
इस मौके पर गुडा क्षेत्र की 39 ग्राम पंचायतों को सफाई काम के उपकरण मुख्यमंत्री ने अर्पित किये। साथ ही गुडा के विकास कार्यों और घर-घर से कचरा एकत्र करने की आधुनिक व्यवस्था का डेमोन्स्ट्रेशन भी किया गया।
इस अवसर पर गांधीनगर जिला प्रभारी शिक्षा राज्य मंत्री जयसिंह चौहान, औडा चेयरमैन धर्मेंन्द्र शाह, गांधीनगर के विधायक शंभुजी ठाकोर, दहेगाम के विधायक कल्याणसिंह चौहान, शहरी विकास विभाग के प्रधान सचिव आई पी गौतम, जिला भाजापा अध्यक्ष शकुन्तलाबेन पटेल सहित अनेक महानुभाव, आमंत्रित और नगरजन उपस्थित थे।