मुख्यमंत्री श्री मोदी का दिल्ली दौरा राष्ट्रीय व्यापारी महाअधिवेशन का किया शुभारम्भ
- व्यापार जगत देश की अर्थव्यव्स्था की रीढ़ की हड्डी
- विदेशी संबंधों की डिप्लोमेसी राजनैतिक नहीं: ट्रेड- कॉमर्स डिप्लोमेसी समय की मांग
- सरकार और व्यापार जगत के बीच परस्पर भरोसा जरूरी - श्री मोदी
- व्यापार जगत सशक्त बने
- कायदे, कानूनों के जाल का निराकरण करेंगे
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज नयी दिल्ली में राष्ट्रीय व्यापारी महाअधिवेशन का शुभारम्भ करते हुए कहा कि व्यापार जगत देश की रीढ़ की हड्डी है और यह जितनी सशक्त होगी, देश की अर्थ्व्यव्स्था उतनी ही मजबूत बनेगी।
उन्होंने कहा कि विदेशी संबंधों की राजनीति-डिप्लोमेसी में मूलभूत बदलाव लाकर ट्रेड एंड कॉमर्स की डिप्लोमेसी अपनाने का समय अब आ गया है। गुड गवर्नेंस में सरलता और पारदर्शिता के कानूनों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश में कायदे, कानूनों का बड़ा जाल बिछा दिया गया है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए कानून इतने सरल होने चाहिए कि जो सामान्य व्यक्ति को सशक्त बनाए।
हम व्यापारी हों या मजदूर, किसान हों या उद्योगपति, सभी देश के लिए काम करते हैं। ऐसा माहौल बनाने पर बल देते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत की आजादी के 75 वें वर्ष में देश फिर से ऊर्जावान, युवा बन जाए ऐसा कायाकल्प करें।
उन्होंने कहा कि मुझे मेरे देश के व्यापार जगत पर पूरा भरोसा है और व्यापारी अपनी साख और विश्वास से ग्राहक बाजार जीत सकते हैं। जरूरत तो इस बात की है कि व्यापार में अशुद्धिकरण लाने वाले तत्वों को दूर करने की आंतरिक तैयारी होनी चाहिए। आम नागरिक की खरीद शक्ति बढ़ेगी तो ही व्यापार बढ़ेगा और इसी मकसद से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने देश के व्यापार जगत को वैश्विक बाजारों की स्पर्धा को संकट के रूप में नहीं बल्कि अवसर के रूप में स्वीकार करने का आह्वान करते हुए कहा कि ई-कॉमर्स, ई-मॉल, ई-बाजार, जैसी टेक्नोलॉजी आधारित वर्च्युअल ऑनलाइन व्यापार के प्रभाव से घबराने की जरूरत नहीं है, इस चुनौती से पलायन करने की मानसिकता नहीं बल्कि मुकाबला करने की क्षमता रखनी चाहिए। राज्यों को ताकतवर बनाकर देश की अर्थनीति सशक्त बने इसके लिए उन्होंने व्यापार, व्यवसाय की भारतीय परम्परा की सोच अपनाने की उन्होंने हिमायत की।
श्री मोदी ने कहा कि दुनिया में कोई भी देश आक्रमण के लिए आसपास में विस्तारवाद किया करता था मगर, दुनिया में सम्बन्ध जोड़ने का सबसे सशक्त आधारा व्यापार, वाणिज्य का विस्तार था। अब राजनैतिक डिप्लोमेसी नहीं बल्कि विदेशी मामलों और सम्बन्धों का आधार ट्रेड एंड कॉमर्स डिप्लोमेसी बन गया है।
देश में वर्तमान भरोसे के संकट को युपीए सरकार की देन करार देते हुए श्री मोदी ने कहा कि अगर भरोसा नहीं होगा तो देश आगे कैसे बढ़ेगा? सरकार और व्यापार जगत एक दूसरे पर भरोसा रखें तो कई समस्याओं का निराकरण हो जाएगा।